भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि वर्षो तक सत्ता पर काबिज रहने वाले कांग्रेसियों को सत्ता से बेदखल होते ही यह अहसास क्यों होता है कि मजहबी आरक्षण संविधान विरोधी है। प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि एक तरफ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कह रहे है कि मजहबी आरक्षण और वाटला हाउस कांण्ड की तरफदारी चुनावो में भारी पड़ी, वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र में फिर कांग्रेस मजहबी आरक्षण का दांव खेलने में जुटी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के उपचुनावों में बेहतर प्रदर्शन का दावा करते कांग्रसे के लोग सपा के सामने सर्मपण की स्थिति में चुनाव लड़ रहे है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं कांग्रेस नेता बेनी प्रसाद वर्मा के बक्तव्य पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्री पाठक ने कहा कि भाजपा शुरू से ही मजहबी आरक्षण को संविधान विरोधी करार देते हुए महजबी आरक्षण का विरोध करती रही है। वाटला हाउस कांड पर भी तत्कालीन सरकारकी नीतियो का हम विरोध करते रहे है। अब कांग्रेस के लोग भी भाजपा के तर्को से अपनी सहमति जता रहे है। बेनी प्रसाद वर्मा मनमोहन सरकार में मंत्री थे उन्हें कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के निर्णय का विरोध करना चाहिए था, अब पछताये होत क्या…… फिर लगातार तुष्टिकरण की राजनीति में जुटी कांग्रेस यदि उत्तर प्रदेश में मुसलमानों के तुष्टिकरण में जुटी है पंजाब में सिखो के तुष्टीकरण की कार्यवाही में लगी है। केरल में ईसाईयों के पाले में खड़ी होती है तो उसी कांग्रेस में तो बेनी बाबू भी हैं।
श्री पाठक ने कहा नरेन्द्र मोदी की बढ़ती लोकप्रियता और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की कार्यशैली पर उठते सवालों के बीच, कांग्रेस नेता अपने आलाकमान के बचाव में खडे होने में जुटे है। जब मोदी सरकार अपने संवैधानिक दायित्यो को समझते हुए आपदा के समय त्वरित कदम उठाती है तो तारिफ तो होगी ही, फिर यदि कांग्रेस के भी कुछ नेता सही बात कह रहे तो इसमें अनुचित क्या ?
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि नरेन्द्र भाई मोदी ने शपथ लेने के पहले ही जब नेता चुनने का अवसर था तो उन्होंने कहा था कि हम जब चुनाव लड़ रहे थे तो भाजपा के प्रधानमंत्री पद के नेता के रूप में थे पर अब हम सबके प्रधानमंत्री है। विकास के मुद्दे पर सब मिलकर काम करेंगे, देश को प्रगति के पथ पर ले जायेगे। सबका साथ सबका विकास के ध्येय वाक्य के साथ हम आगे बढ़ रहे है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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