Archive | September, 2014

अनीता सहगल‘वसुन्धरा’ तुलसी सम्मान से अलंकृत

Posted on 24 September 2014 by admin

मध्य प्रदेश तुलसी साहित्य अकादमी,भोपाल ने उ0प्र0 की बहुमुखी प्रतिभा की धनी अनीता सहगल‘वसुन्धरा’ को स्मृति चिन्ह्,शाल तथा सम्मान-पत्र देकर ‘तुलसी सम्मान से अलंकृत किया। यह सम्मान मध्य प्रदेश तुलसी साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डाॅ0 मोहन तिवारी, शैल साहित्यिक संस्थान के संस्थापक एवं पूर्व आई0जी0 डाॅ शैलेन्द्र प्रताप सिंह‘शैल’ तथा जेल अधीक्षक, प्रतापगढ़ श्री विजय ंिसंह द्वारा दिया गया। संस्था के अध्यक्ष ने अनीता सहगल द्वारा किये जा रहे कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा की और कहा कि यह सम्मान तो अनीता के प्रतिभा के आगे कुछ भी नहीं है। इनको तो बहुत बड़े बड़े सम्मान मिलने चाहिये। इसके पूर्व अनीता सहगल को पूर्व राष्ट्रपति डाॅ ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम द्वारा श्रेष्ठ संचालन सम्मान, लोक सेवा सम्मान-2013, वसुन्धरा सम्मान-2013, श्रेष्ठ चित्रकार सम्मान, बहुमुखी प्रतिभा की धनी सम्मान, कला शिरोमणि, कला रत्न, अस्तित्व सम्मान, बेस्ट एंकर सम्मान,सशक्त महिला सम्मान, प्रतिभावान महिला सम्मान,देवरिया सम्मान जैसे अनेंको पुरस्कारों से सम्मनित किया जा चुका है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

पी0जी0आई0 लखनऊ का दीक्षान्त समारोह सम्पन्न

Posted on 24 September 2014 by admin

उत्तर प्रदेश के राज्यपाल, श्री राम नाईक ने आज संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ के 19वें दीक्षान्त समारोह के अवसर पर छात्र-छात्रओं को एम0डी0, डी0एम0,एम0सीएच0, पीडीसीसी, पीएचडी, बी0एस0सी0नर्सिंग, डी0एच0ए0 एवं टेली मेडिसन मंे डिप्लोमा आदि के लिये डिग्री, प्रमाण-पत्र व एवार्ड देकर सम्मानित किया। उन्होंने इस अवसर पर डाक्टरों को उत्कृष्ट शोध के लिये प्रो0 एस0एस0 अग्रवाल एवार्ड, डा0 हरजीत सिंह मान को, उत्कृष्ट शोध इन्वेस्टीग्रेटर हेतु प्रो0 एस0आर0नाईक एवार्ड प्रो0 यू0के0 मिश्रा को तथा प्रो0 आर0के0 शर्मा एवार्ड डा0 ज्योति रंजन परीदा तथा डा0 सरधरा ज्येष्य को दिया। दीक्षान्त समारोह में प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, डा0 अहमद हसन, प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा, श्री बी0एस0 भुल्लर, संस्थान के निदेशक, डा0 आर0के0 शर्मा सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।
राज्यपाल ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि चिकित्सकों के लिये अपने मरीजों के इलाज के साथ-साथ उनकी इच्छा शक्ति को प्रबल बनाये रखना एक चुनौती के समान है। उन्होंने कहा कि डाक्टर का पेशा स्नेह एवं प्यार के आधार पर दूसरों को जीवन देने का है। उन्होंने कहा कि चिकित्सक अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद जो शपथ लेते हैं उसको अपने कार्यरत रहने तक याद रखें।
श्री नाईक ने उपाधिधारकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वे शीघ्र ही डिग्री लेकर वे एक नये क्षेत्र में जायेंगे जहां गुणों के आधार पर स्पर्धा होती है। उन्होंने कहा कि अपनी नैतिकता पर ध्यान देते हुए हमारे युवा चिकित्सक देश का गौरव बढ़ाने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अंचलों के लोगों को आज भी चिकित्सीय सेवा नहीं मिल पाती है। हमारे युवा चिकित्सक कमजोर वर्ग के लोगों का भी ध्यान रखें क्योंकि रोगी सेवा ईश्वर सेवा के समान है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में शिविर लगाकर भी चिकित्सीय सेवा प्रदान की जा सकती है।
राज्यपाल ने इस बात पर चिन्ता व्यक्त की कि हमारे देश के कोई भी शिक्षण संस्थान विश्व के 200 विश्वविद्यालयों में स्थान नहीं पाते हैं। देश का गौरव बढ़ाने की ताकत युवाओं में होती है। उन्होंने कहा कि उन्हें 20 वर्ष पहले कैन्सर हुआ था, पर उन्होंने विदेश न जाकर अपने देश में ही इलाज कराने का निर्णय किया और आज वह पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं। उन्होेंने कहा कि हमारे युवा इस क्षेत्र में संकल्प के साथ अपनी सेवा प्रदान कर सकते हैं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, डा0 अहमद हसन ने उपाधिधारकों को बधाई देते हुए कहा कि एस0जी0पी0जी0आई0, लखनऊ की पहचान अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर है। यहां के डाक्टरों के प्रति लोगों में बहुत आस्था है। इस आस्था को पूरी ईमानदारी से बनाये रखने की जरूरत है। उन्होंने इस अवसर पर यह भी आश्वासन दिया कि प्रदेश सरकार चिकित्सीय सेवा के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है।
कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक, डा0 आर0के0 शर्मा ने संस्थान की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। राज्यपाल ने इस अवसर पर एक काॅफी टेबिल बुक का विमोचन किया तथा अशोक का एक पौधा भी रोपित किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रजं न आज दिनाकं 23 सितम्बर, 2014 का े

Posted on 24 September 2014 by admin

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रजं न आज दिनाकं 23 सितम्बर, 2014 का े
लाल बहादुर शास्त्री भवन स्थित मीडिया सेण्टर में आयोजित प्रेसवार्ता को सम्बोधित
करत े हुय,े साथ म ें प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री सजं य अग्रवाल, प्रमुख सचिव सचू ना श्री
नवनीत सहगल एव ं निदश्े ाक सचू ना डाॅ0 रूपश्े ा कुमार।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

डीकेएनवाइ आॅटम एक्जाॅटिक्स से तरोताजा मानसिक सुकून को अभिव्यक्त करें

Posted on 24 September 2014 by admin

हाल ही में लाॅन्च डीकेएनवाइ आॅटम एक्जाॅटिक्स आनंददायक लग्जरी का प्रतीक है। यह स्टाइल के साथ न्यू याॅर्क की ऊर्जा और उत्साह को अभिव्यक्त करता है, जोकि शहर के गौरव से प्रेरित है। अभिव्यक्तिपूर्ण और अत्यधिक नारीत्व से भरपूर क्लासिक स्टाइल को एक प्रतिष्ठित दर्जे के साथ उभारा गया है, जबकि नये सीजन-परफेक्ट प्लेटिंग्स और शानदार पैटन्र्स को भारत में पहली बार पेश किया जा रहा है।
अत्यधिक चमक से भरपूर क्रोमा फिनिश एक ऐसे कलेक्शन में समाहित है जो निश्चित रूप से भव्य जीवनशैली के अनुकूल हैं। सिल्वर, रोज और गोल्ड रंगों में शानदार रूप से गहरे स्टेनलेस स्टील केस इसे अत्याधुनिक लुक प्रदान करते हैं। डीकेएनवाइ आॅटम एक्जाॅटिक रेंज में बेहद प्रभावशाली घडि़यों को पेश किया गया है, जो ऐसा रवैया प्रदान करने का वादा करते हैं, जोकि फैशन वाॅच डिजाइन में एक नया स्टेटमेंट हैं।
आकर्षक और शालीन लेडीज वाॅच कलेक्शन थ्री-हैंड टाइम एसओएचओ मंच पर आधारित है। इसे गोलाकार केस में पेश किया गया है, जिसमें बकल क्लोजर के साथ आरामदायक क्रोको लेदर स्ट्रैप्स की खूबी मौजूद है। नई तीव्रता, अत्यधिक खूबसूरत और आकर्षक डिजाइन से युक्त प्रत्येक घड़ी में आधुनिक मिरर डायल की विशिष्टता है, जो स्ट्रैप्स को सुशोभित करता है।
एनवाइ2241 एक साधारण घड़ी है, जिसे डीकेएनवाइ के लोकप्रिय काले रंग के क्रोको लेदर स्ट्रैप और स्टर्लिंग सिल्वर स्टेनलेस स्टील केस के साथ पेश किया गया है। परिष्करण एवं उत्कृष्टता के साथ निर्मित इसकी सिल्वर टोन खूबियां स्टाइलिश पाॅप आॅफ के साथ प्रस्तुत हैं। इसके काले रंग के डायल डिजाइन की खूबसूरती को अधिक बढ़ाते हैं। सादगी के साथ खूबसूरती से युक्त इस घड़ी में आकर्षक डायल, स्पष्ट रूप से ब्रश्ड इन्डाइसेज आॅर्बिट एवं लोगो युक्त डायल की खूबियों का समावेश किया गया है।
आकर्षक एनवाइ2244 द्वारा इसके अद्भुत और सेक्सी लुक्स की बदौलत पड़ोस के वास्तुकौशल आनंद और खुलेपन की अनुभूति की पेशकश की जाती है। आकर्षक ब्लैक और गोल्ड डिजाइन मंत्रमुग्ध कर देने वाले होलोग्राफिक सुनहरे डायल को प्रदर्शित करते हैं, जिसे गोल्ड टोन हैंड्स एवं इन्डाइसेज के साथ पेश किया गया है। सुनहरे रंग की केसिंग और विपरीत रंग के काले लेदर स्ट्रैप इसे और अधिक आकर्षक बनाते हैं। यह विशिष्ट घड़ी है, जो कभी भी फैशन से बाहर नहीं होगी।
छोटी से एनवाइ2245 में लोकप्रिय रोज गोल्ड में सादगीपूर्ण डिजाइन को पेश किया गया है और यह किसी भी परिधान के साथ मेल खाती है। रोज गोल्ड डायल, रोज गोल्ड टोन हैंड्स और इंडाइसेज तथा रोज गोल्ड स्टेनलेस स्टील केसिंग इसे दूसरी घडि़यों से विशिष्ट बनाते हैं। आधुनिक एवं बहुउपयोगी डिजाइन इसे अलग लुक प्रदान करती है। गहरे भूरे रंग का क्रोको लेदर स्ट्रैप इस डीकेएनवाइ आॅटम एक्जाॅटिक्स घड़ी में कला और फैशन की प्रवृत्ति पर जोर देता है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

मुख्यमंत्री ने ऊर्जा विभाग के कार्यों की गहन समीक्षा की

Posted on 24 September 2014 by admin

press

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने ऊर्जा विभाग को आगामी वर्षों की आवश्कयता के अनुरूप उत्पादन, पारेषण एवं वितरण व्यवस्था को बेहतर बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि भविष्य की जरूरतोें को ध्यान में रखते हुए तीनों क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं को बढ़ाया जाए, जिससे प्रदेश की जनता को वर्ष 2016 से जनपद मुख्यालयों में 22 घण्टे व ग्रामीण क्षेत्रों में 16 घण्टे विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।
श्री यादव आज यहां शास्त्री भवन में ऊर्जा विभाग के कार्यों की गहन समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अभियान चलाकर 40,000 अवशेष कृषकों के निजी नलकूपों को इसी वित्तीय वर्ष में ऊर्जीकृत किया जाए, जिससे अप्रैल, 2015 से आवेदन पत्र के साथ ही किसानों के नलकूपों को ऊर्जीकृत कराया जा सके। उन्होंने इस मद में 160 करोड़ रुपए की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश भी दिए।
प्रदेश में निर्माणाधीन तापीय विद्युत परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने अनपरा-डी के निर्माण कार्यो में तेजी लाते हुए इससे हर हाल में मार्च, 2015 तक उत्पादन शुरु कराने के निर्देश दिए हैं। इसी प्रकार ललितपुर एवं बारा की परियोजनाओं को जून, 2015 तक निजी निवेशकर्ताओं के साथ समन्वय स्थापित कर शुरु कराया जाये। साथ ही, मेजा पावर प्लान्ट के कार्यो में तेजी लायी जाये ताकि अक्टूबर, 2016 तक इस परियोजना से विद्युत आपूर्ति हो सके। इसके अलावा विभाग को आवश्यकतानुसार पावर प्रोक्योरमेन्ट प्लान को अंतिम रूप दिया जाए ताकि शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्यों के अनुसार विद्युत की अपूर्ति संभव हो सके । नई विद्युत परियोजनाओं हेतु पर्यावरण क्लीयरेंस एवं कोल लिंकेज के लिए भारत सरकार से प्रभावी समन्वय किया जाये। प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री संजय अग्रवाल ने वर्ष 2016-17 से विद्युत आपूर्ति करने की व्यापक योजना प्रस्तुत की और मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि अगले 03 वर्षों में स्थापित क्षमता को 10,500 मेगावाट से बढ़ाकर 18,000 मेगावाट तक पहुंचा दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि हरदुआगंज, पनकी, ओबरा सी, घाटमपुर, मेजा-2 एवं करछना परियोजनाओं को भी वर्ष 2021 तक हर हालत में पूरा किया जाए, जिससे प्रदेश के उपभोक्ताओं को पर्याप्त विद्युत आपूर्ति होती रहे। उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि बढ़ी हुई उत्पादन क्षमता के साथ पारेषण और वितरण तंत्र को सुदृढ़ किया जाए। इसके लिए उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रस्ताव के अनुसार सितम्बर, 2016 तक 765 के.वी. पारेषण क्षमता को 2,000 से बढ़ाकर 14,000 मेगावाट, 400 के.वी. पारेषण तंत्र को 9,200 से बढ़ाकर 27,950 मेगावाट तक और 220 के.वी. पारेषण क्षमता को 39,190 मेगावाट तक बढ़ाया जाए। पारेषण के अंतर्गत सभी प्रस्तावित 69 उपकेन्द्रों के कार्य को यथाशीघ्र पूरा किया जाए। इसी प्रकार वितरण तंत्र के सुदृढ़ीकरण के लिए भी निर्देश दिए गए। विभागीय अधिकारियों द्वारा आगामी 03 वर्षों में पारेषण, वितरण एवं उत्पादन मद में व्यवस्था सुदृढ़ करने हेतु 18,162 करोड़ रुपए की आवश्यकता बताई गई। इसके क्रम में मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव के स्तर पर इसकी समीक्षा कर आवश्यक कार्रवाई के लिए कहा है।
श्री यादव ने ऊर्जा विभाग द्वारा जुलाई और अगस्त माह में अभियान चलाकर नये 24 लाख उपभोक्ताओं को कनेक्शन दिये जाने को एक अच्छी उपलब्धि बताते हुए कहा कि सभी नये उपभोक्ताओं को मीटर की सुविधा दिया जाना सुनिश्चित किया जाये और उनकी बिलिंग भी सुनिश्चित किया जाये। सभी उपभोक्ताओं, विशेष रूप से शहरी उपभोक्ताओं को शत-प्रतिशत बिलिंग एवं कलेक्शन के हर संभव प्रयास किये जायें। प्रमुख सचिव ऊर्जा ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि अभियान के तहत घरेलू बत्ती-पंखा श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए बी.एण्ड एल. फार्म की आवश्यकता समाप्त कर दी गई थी, जिससे उपभोक्ताओं को बहुत लाभ हुआ। उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि इस श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए बी.एण्ड एल. फार्म की आवश्यकता को सदैव के लिए समाप्त कर दिया जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि इस संबंध में तत्काल औपचारिक प्रस्ताव भेजकर शासन से आदेश प्राप्त कर लिए जाएं।
ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत व्यवस्था पर विचार-विमर्श करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि
11वीं पंचवर्षीय योजना के अन्र्तगत ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत संचालित 22 जनपदों में 4,600 करोड़ रूपये से अधिक की लागत से 551 ग्रामों एवं 32,148 मजरों का सघन विद्युतीकरण का कार्य प्रारम्भ किया गया है। उन्होंने वर्ष 2015-16 में इस कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए हैं। इसी प्रकार 12वीं पंचवर्षीय योजना के अन्र्तगत 64 जनपदों के 1,40,000 मजरों में 7,282 करोड़ रूपये की लागत से सघन विद्युतीकरण का कार्य भी शीघ्र शुरु किया जाए, क्योंकि इन कार्यों की स्वीकृति दी जा चुकी है। उन्होंने ग्रामीण विद्युतीकरण के कार्यो में गति लाने और ऐसी व्यवस्था बनाने के लिए कहा है, जिससे कि कार्यो की गुणवत्ता और समयबद्धता के साथ कोई समझौता न हो। उन्होंने आधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए रिमोट मानीटरिंग और अनुश्रवण की व्यवस्था बनाने पर बल दिया। साथ ही स्थानीय स्तर पर जनता के सामने योजना को पारदर्शिता के साथ रखने के लिए भी कहा।
मुख्यमंत्री ने शहरी क्षेत्रों की विद्युत व्यवस्था एवं उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए सूचना तकनीक के प्रयोग पर बल देने का निर्देश दिया। विभागीय अधिकारियों ने उन्हें अवगत कराया कि शहरी क्षेत्रों में बेहतर विद्युत व्यवस्था के अन्र्तगत 168 शहरों में आर.ए.पी.डी.आर.पी. के अन्र्तगत कार्यक्रम चलाया गया है जिसमें बिलिंग और कलेक्शन संबंधी सूचनाओं को कम्प्यूटर के माध्यम से देने के लिये केन्द्रीयकृत डाटा सेन्टर बनाकर एक नेटवर्क प्रणाली विकसित की गई है। नचचबसवदसपदमण्बवउ के माध्यम से उपभोक्ता अब इन शहरों में घर बैठे कार्ड/नेट बैंकिंग के माध्यम से बिजली के बिल को जमा कर सकते हैं। विभाग ने यह भी अवगत कराया है कि इन शहरों में ैडै के द्वारा उपभोक्ताओं को बिलिंग की जानकारी की व्यवस्था भी की गयी है और अभी तक करीब 8 लाख उपभोक्ताओं के मोबाईल नम्बर दर्ज हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी भी अपेक्षाकृत कम संख्या में उपभोक्ताओं द्वारा इन योजनाओं का लाभ उठाया जा रहा है। विभाग द्वारा इन सुविधाओं का पूरा प्रचार-प्रसार किया जाये और दिसम्बर, 2014 के अंत तक न्यूनतम  25 लाख उपभोक्ताओं को ैडै के माध्यम से बिलिंग की जानकारी देने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। साथ ही व्दसपदम बिलिंग को बढ़ावा देने हेतु जन सुविधा केन्द्रों/लोकवाणी केन्द्रों के माध्यम से बिजली के बिल जमा करने की व्यवस्था की जाये। ज्ञातव्य है कि पूरे प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं के लिये अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिये मध्यांचल में 18001800440, पश्चिमांचल में 18001803002, दक्षिणांचल में 18001803023 और पूर्वान्चल में 18001805025 नम्बरों से युक्त काल सेंटर खोले गये हैं। मुख्यमंत्री ने इन नम्बरों पर दर्ज शिकायतों के निस्तारण की सुदृढ़ व्यवस्था करने तथा स्थानीय स्तर पर उपरोक्त सुविधा का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री को तहसीलों में बेहतर विद्युत आपूर्ति हेतु 33/11 के0वी0 सब स्टेशन के बारे में अवगत कराया गया कि 201 सब स्टेशन के विपरीत अभी तक 63 सब स्टेशन का ऊर्जीकरण हो चुका है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम में तेजी लायी जाये और अक्टूबर, 2014 तक 166 तहसीलों के सब स्टेशनों के ऊर्जीकरण की कार्यवाही सम्पन्न की जाये और शेष सब स्टेशनों के निर्माण के संबंध में सतत् प्रयास करते हुए 31 मार्च, 2015 तक शेष 35 सब स्टेशनों का ऊर्जीकरण किया जाये। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाये कि तहसील स्तर पर ऊर्जीकृत सब स्टेशनों का कनेक्शन ट्रांसमिशन से इस तरह से किया जाये कि तहसील स्तरीय शहरी क्षेत्र को बेहतर विद्युत आपूर्ति की जा सके। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि माह नवम्बर से ऐसी सभी तहसीलों को, जहां पर सबस्टेशन ऊर्जीकृत हो चुके हैं, उन्हें ग्रामीण क्षेत्र की तुलना में 02 घण्टे अधिक विद्युत आपूर्ति की जाए।
मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि आर.ए.पी.डी.आर.पी. पार्ट-बी के अन्र्तगत 167 शहरों में विद्युत आपूर्ति को बेहतर करने के लिये कार्य कराये जा रहे हैं जिसमें 155 शहर नान-स्काडा और 12 स्काडा शहर हैं। इस क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि इन कार्यो को गति दिये जाने की आवश्यकता है। इसमें करीब 6300 करोड़ रूपये की धनराशि निहित है और शहर वार इनके अनुश्रवण की व्यवस्था विकसित किये जाने की आवश्यकता है। यह सम्पूर्ण कार्य तत्काल अक्टूबर के अंत तक प्रारम्भ कराये जाएं और समय-समय पर इनका सघन अनुश्रवण करते हुए समयबद्ध रूप से कार्य को पूरा किया जाये। शहरी क्षेत्रों में लाइन हानियों को वर्तमान 35 प्रतिशत से समयबद्ध रूप से 20 प्रतिशत तक लाने की कार्यवाही की जाये। उन्होंने कहा कि प्रत्येक उपखण्ड अधिकारी अपने क्षेत्र के कम से कम 02 फीडरों की लाइन हानि को माह अक्टूबर के अंत तक घटाकर 20 प्रतिशत पर लाने का गम्भीरता से प्रयास करें। उन्होंने आगाह किया कि इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने पारेषण सम्बन्धी परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए इनमें तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से ललितपुर-आगरा, इलाहाबाद-मैनपुरी और मैनपुरी-ग्रेटर नोएडा के कार्यो को समयबद्ध अनुश्रवण कर क्रियान्वित कराया जाये। उन्होंने इन कार्यों में आ रही कठिनाई को तत्काल दूर करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने डाॅ0 राम मनोहर लोहिया समग्र ग्राम विकास योजना के तहत वर्ष 2012-13 तथा 2013-14 के सभी ग्रामों एवं बसावटों का गुणवत्ता के साथ शत-प्रतिशत विद्युतीकरण मार्च, 2015 तक अवश्य पूर्ण कराने के निर्देश दिए। बैठक  में प्रमुख सचिव ऊर्जा ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि ऊर्जा निगमों में वर्ष 2000 के मानक के आधार पर पद सृजित हैं, जबकि इसके बाद विद्युत लाइनों, सबस्टेशनों आदि की संख्या में कई गुना बढ़ोत्तरी हो चुकी है। अतः तकनीकी और गैरतकनीकी पदों के सृजन की नितान्त जरूरत है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि ऐसे पदों का तत्काल आकलन कर आख्या शासन को उपलब्ध करायी जाए जिससे जरूरी निर्णय लिया जा सके।
बैठक में लोक निर्माण मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव, राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी, ऊर्जा राज्य मंत्री श्री यासर शाह, मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री
श्री राकेश बहादुर, प्रमुख सचिव वित्त श्री राहुल भटनागर, सचिव मुख्यमंत्री श्री पार्थ सारथी सेन शर्मा, प्रबन्ध निदेशक उ.प्र. पावर काॅर्पोरेशन श्री ए.पी. मिश्रा, निदेशक वाणिज्य श्री संजय सिंह, निदेशक वक्र्स यू.पी.पी.टी.सी.एल. श्री शतांशु अग्रवाल, निदेशक तकनीकी यू.पी.आर.वी.यू.एन.एल.
श्री मुरली भागचंदानी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग की राजस्व समीक्षा बैठक सम्पन्न

Posted on 24 September 2014 by admin

प्रदेश के भूतत्व एवं खनिकर्म मंत्री श्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की अध्यक्षता में आज भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय में खनिज राजस्व की समीक्षा बैठक आहूत की गयी। उन्होंने समीक्षा में पाया कि वर्ष 2014-15 हेतु खनिजों से प्राप्त होने वाले निर्धारित लक्ष्य रू0 1100 करोड़ के सापेक्ष माह अगस्त, 2014 तक कुल रू0 368.50 लाख़ राजस्व प्राप्त हुआ है, जो गत वर्ष के इसी मास तक प्राप्त राजस्व की अपेक्षा रू0 69.15 करोड़ अधिक है। माह अगस्त, 2014 के निर्धारित लक्ष्य रू0 60.50 के सापेक्ष रू0 65.34 प्राप्त हुई, जो लक्ष्य के सापेक्ष 108.01 प्रतिशत है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वित्तीय वर्ष के शेष माहों में निर्धारित राजस्व लक्ष्य को शतप्रतिशत अवश्य पूर्ण कर लिया जाये। इसके लिए जनपदीय अधिकारी आवश्यक कार्य योजना बनाकर कार्य करें।
निदेशक, भूतत्व एवं खनिकर्म ने कहा कि जनपदवार राजस्व प्राप्ति की सतत् समीक्षा की जा रही है और निर्धारित राजस्व के सापेक्ष कम राजस्व प्राप्त करने वाले जनपदों के अधिकारियों को सार्थक प्रयास करने के कड़े निर्देश दिये गये हैं। श्री प्रजापति द्वारा यह निर्देश दिया गया कि मा0 राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण तथा मा0 उच्च न्यायालय एवं मा0 सर्वोच्च न्यायालय में लम्बित समस्त वादों में सार्थक पैरवी की जाये और यदि कोई स्थगनादेश है, तो उसे विखण्डित कराने का प्रयास किया जाये।
अवैध खनन के विरूद्ध की गयी कार्यवाही के सम्बन्ध में की गयी समीक्षा से स्पष्ट हुआ कि वर्ष 2014-15 में माह अगस्त तक कुल 4748 छापे मारे गये, जिससे रू0 12.34 करोड का राजस्व प्राप्त हुआ, जबकि विगत वर्ष माह अगस्त तक प्रवर्तन से राजस्व मात्र 9.90 करोड प्राप्त हुआ था। इस प्रकार प्रवर्तन कार्यो से इस वित्तीय वर्ष में गत वर्ष के सापेक्ष लगभग रू0 2.44 करोड अधिक राजस्व की प्राप्ति हुई है। इस पर श्री प्रजापति ने सन्तोष व्यक्त किया और निर्देश दिया कि अधिकारियों द्वारा और जागरूक होकर सजगता से प्रवर्तन कार्य किया जाये, जिससे कि अवैध खनन एवं परिवहन पर रोक लगे और प्रदेश को वांछित राजस्व प्राप्त हो सके। उन्होंने ईंट भट्ठों से प्राप्त होने वाले राजस्व को यथाशीघ्र जमा कराये जाने के कड़े निर्देश दियेे। समीक्षा बैठक में सर्वाधिक कम राजस्व प्राप्त करने वाले 05 जनपदों क्रमशः उन्नाव, बागपत, शामली, रायबरेली तथा सहारनपुर के जनपदीय अधिकारियों को अपने कार्य में गतिशीलता लाने के कड़े निर्देश दिये तथा इन अधिकारियों का स्पष्टीकरण भी प्राप्त करने के निर्देश दिए, तथा कम वसूली करने के संबंध में संबंधित जिलाधिकारी को ध्यान आकृष्ट कराने के निर्देश दिये गये।
बैठक में प्रमुख सचिव भूतत्व एवं खनिकर्म डा0 गुरदीप सिंह, निदेशक डाॅ0 भास्कर उपाध्याय, विशेष सचिव श्री संतोष कुमार राय एवं मुख्यालय तथा जनपदों के खान अधिकारी एवं खान निरीक्षक, सहायक भूवैज्ञानिक, प्राविधिक सहायक तथा क्षेत्रीय कार्यालयों के प्रभारी अधिकारी उपस्थित हुए।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

स्वाधीनता आन्दोलन, राष्ट्र विभाजन व राष्ट्ररक्षा में शहीद हुए असंख्य क्रान्तिवीरों को लोकमंगल हित सामूहिक तर्पण कर श्रद्धांजलि दी गई।

Posted on 24 September 2014 by admin

स्वाधीनता आन्दोलन, राष्ट्र विभाजन व राष्ट्ररक्षा में शहीद हुए असंख्य क्रान्तिवीरों को लोकमंगल हित सामूहिक तर्पण कर श्रद्धांजलि दी गई। पितृ पक्ष के अन्तिम दिन शहीद स्मारक पर आयोजित ‘‘शहीद पितृ श्रद्धा नमन ‘‘शहीद श्राद्ध’’ के माध्यम से शहीद पितरों का तर्पणकर संगोष्ठी का आयोजन सुमंगल सेवा साधना संस्थान के राष्ट्रभक्ति जागृति अभियान के तहत परिवर्तन मानव विकास संस्थान, कर्तव्या फाउण्डेशन, पद्मश्री वचनेश त्रिपाठी स्मृति संस्थान, मां सेवा संस्थान, पूर्व सैनिक सेवा परिषद, राष्टीªय महापुरूष स्मृति समिति, समता विचार संस्थान एवं शहीद स्मृति समारोह समिति द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
वरिष्ठ स्तम्भकार एवं विधान परिषद सदस्य श्री ह्रदय नारायण दीक्षित ने मुख्यवक्ता के रूप में कहा कि श्राद्ध पक्ष में तर्पण शहीदों के सम्मान में नहीं बल्कि अपने मानसिक, नैतिक आत्मबल की बृद्धि के लिए की गयी साधना है। शहीद पितरो के प्रति श्रद्धा की आत्मीय अभिव्यक्ति श्राद्ध है। समाज में पूर्वजों वरिष्ठों का सम्मान करना समाज को पुनः अपने चरित्र में लाना पड़ेगा तभी भारतीय संस्कृति बचेगी और देश मे सुख शान्ति व समृद्धि आयेगी। ऋगवैदिक काल से ही पूर्वजों को तर्पण करने की परम्परा चली आ रही है जो देश अपने शहीदों व पूर्वजों को याद नहीं रखता हो वो मिट जाता है। शहीद हमारे प्रेरणा स्रोत हैं इनसे प्रेरणा लेकर युवा वर्ग देश एवं समाज की सेवा करें जिसे भारत विश्व के अग्रणी राष्ट्रों में खड़ा हो सके।
विशिष्ट अतिथि लोक अधिकार मंच के संयोजक एवं लखनऊ  विश्वविद्यालय कार्य परिषद के सदस्य  डॉ अनिल कुमार सिंह ने कहां कि आज आवश्यकता है समाज में समाज भक्ति जगाने की सामाजिक तानाबाना को ठीक करने के लिए शहीदों के सपनों के अनुरूप भारत का निर्माण करना होगा। तर्पण से प्रसन्न शहीद पितरों के आशीष से ही देश में सुख-शान्ति एवं समृद्धि आयेगी। आज हम जिन ज्ञात-अज्ञात शहीद पितरों का श्रद्र्धापण कर रहे हैं। उनका आशीष हमें स्वदेश भक्ति और सद्भावना के क्षेत्र में आगे बढ़ायेगा।
अध्यक्षता करते हुए आल इण्डिया इंजीनियर फेडरेशन के चेयरमैन ई शैलेन्द्र दुबे ने काकोरी काण्ड, आजाद हिन्द फौज और क्रान्तिकारियों से सम्बन्धित संस्करण सुनाकर सभी को उनके बताये रास्ते पर चलाने का आहवान करते हुये कहां कि सरकार शहीदों का उचित सम्मान नहीं कर रही है। सरकार को शहीद स्मारक सहित विभिन्न शहीदों के स्मारकों की उचित सम्मान करना चाहिए जिसे युवा पीढी़ इनसे प्रेरित होकर देश के लिए जीना सीखे।
परिवर्तन मानव विकास संस्थान के संरक्षक डा0 विपिन पाण्डेय ने शहीद श्राद्व की महिमा बताते हुए कहा कि इस तर्पण का उद्देश्य लोक मंगल है। शहीद की तृप्ति से ही भारत का राष्ट्र जीवन समुज्जवलित होगा। इनकी कृपा से राष्ट्र को समर्पित नई पीढी़ तैयार होगी जिससे देश उन्नति के मार्ग पर अग्रसर होगा। हम सभीे विशेषकर युवा पीढी को सर्वागीण विकास के लिये अपनी प्रतिभा क्षमता अर्पित करना चाहिए यही इन शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
सुमंगलम् परिवार के महासचिव राज कुमार  ने कहा कि जिन क्रान्तिकारियों ने अपना प्राणोत्सर्ग करके हमें आजादी दिलायी उनके सपनों का भारत बनाने के लिए हमें देश के लिए जीना चाहिए और निहित स्वार्थों और आपसी वैमनस्यता को भुलाकर देश के विकास में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करनी चाहिए।
कर्तव्या फाउण्डेशन के महासचिव डाॅ0 हरनाम सिंह ने सभी को संकल्प दिलाते हुए कहा कि हम सभी देश और समाज की रक्षा के लिये आजीवन कार्यरत रहेंगे। भारत वर्ष की सनातन संस्कृति में पितरों के प्रति श्रद्धापूर्ण की सुदीर्घ परम्परा रही है। जिन क्रान्तिवीरों की शहादत से आज राष्ट्र जीवन सतत् आलोकित है, उन भारत माता के वीर सपूतों के त्याग, बलिदान व सर्मपण को नमन करना हमारा पुनीत कर्तव्य है। आहवान है कि इस आयोजन में सभी तन-मन से सहभागी होकर कृतज्ञ भाव से क्रान्तिकारियों को अपनी श्रद्धा समर्पित करें। तभी भारत विश्व के मानस पटल पर उभर सकेगा।
राष्टीªय महापुरूष स्मृति समिति के संयोजक भारत सिंह ने कहा की क्रान्ति वीरों के सपनों को साकार  करने के लिए देश की युवा पीढ़ी को उन्हें अपना आदर्श मानकर उनके बताये रास्ते पर चलना चाहिए। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए वरिष्ठ समाजसेवी व शहीद स्मृति संस्थान के सचिव उदय खत्री ने कहा कि देश के लिए जान देने वालों की आत्मा को तृप्ति प्रदान करने के लिए आयोजित यह अनूठा कार्यक्रम राष्ट्र प्रेम की मिशाल है। कर्तव्या फाउण्डेशन के संरक्षक सुभाष चन्द्र अग्रवाल ने कहा कि सभी को अपने पुज्य पितरों के साथ शहीदों का भी तर्पण एवं श्रद्धापूर्ण करना चाहिए। भारत वर्ष में शहादत की लम्बी परम्परा है जो देश के लिए सर्वस्व न्यौछावर करते रहे हैं। इस क्रान्ति वीरों के कारण ही आज हम स्वतंत्र हैं। लखनऊ विश्वविद्यालय ज्योतिष शास्त्र विभाग के ज्योतिषाचार्य डा0 विपिन पाण्डेय, आचार्य आचार्य प्रवीण वाजपेयी के नेतृत्व में शहीदों की आत्मा की तृप्ति के लिए तिल जौ और अच्छत की तिलांजलि देकर तर्पण का कार्यक्रम किया गया।  कार्यक्रम को प्रमुख रूप से राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष प्रो अनिल कुमार सिंहए पद्मश्री वचनेश त्रिपाठी स्मृति संस्थान के सचिव शशिकांत गोपाल , माँ सेवा संस्थान के सचिव डॉ अजय गुप्ता , वरिष्ठ समाजसेवी सतीश गुप्ता , समता विचार संस्थान के संयोजक त्रिवेणी प्रसाद मिश्रा,  महेश साहू, दद्दू , मान सिह,ं राष्ट्रवादी कवि विजय त्रिपाठी  ने सम्बोधित किया। जिसमें प्रमुख रूप से भारतीय मजदूर संघ के संगठन  मंत्री अनुपम जी, बीजेपी महिला मोर्चा नेत्री  सुमन शुक्ल , अवधेश गुप्ता छोटू, अनन्त शर्मा, उत्तर प्रदेश अधिकारी महापरिषद के महासचिव डॉ एस के सिंह , के पी गुप्ता , अजीत सिंह, डी एन  सिंह , डॉ दिनेश चन्द्र दत्त राम पाण्डेय , भैया जी , कृष्णा पटेल , प्रो नर सिंह , विज़न एकेडमी की प्राचार्या  सुमन शुक्ला , लाल जी, देवनंदन मुनि, अभिषेक मिश्रा ,मृत्युंजय रस्तोगी सहित शहर के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

ग्राम्य विकास की, ‘विकास एवं नियोजन स्थायी समिति’ की बैठक

Posted on 24 September 2014 by admin

उत्तर प्रदेश के ग्राम्य विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री अरविन्द कुमार सिंह ‘गोप’’ ने आज ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे जनप्रतिनिधियों से मिलकर गांव की समस्याओं का निस्तारण करेेें। ग्रामीण क्षेत्र की सभी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुँचाने का दायित्व सम्बन्धित फील्ड आफिसर का है। ‘स्वच्छ व सुंदर गांव मुख्यमंत्री की प्राथमिकता है। वे इमानदारी के साथ गांव-गरीब तक योजनाओं का लाभ पहुँचायें ताकि उत्तर प्रदेश का एक नया नक्शा देश के सामने आ सके। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के स्पष्ट निर्देश हैं कि ग्रामीण क्षेत्र में संचालित योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक हरहाल में पहुँचाया जाये।
ग्राम्य विकास मंत्री ने यह निर्देश आज यहां यू0पी0आर0डी0ए0 के सभागार में आयोजित विकास एवं नियोजन स्थायी समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिये। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों के जो भी सुझाव आयें, उनपर शीघ्र अमल किया जाये। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं का समाधान भी शीघ्र किया जाये। ग्राम्य विकास की चाहें जो भी योजना हो चाहें इन्दिरा आवास, लोहिया आवास, पेयजल, प्रधानमंत्री सड़क योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन जैसी सभी योजनाओं की प्रचार-प्रसार की सामग्री जन प्रतिनिधियों को उपलब्ध करायी जाये तथा जनपदवार स्तर पर इस सामग्री का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये ताकि हर पात्र व्यक्ति को इसकी जानकारी हो सके।
बैठक में प्रमुख सचिव, ग्राम्य विकास श्री अरूण सिंघल ने भौतिक एवं वित्तीय प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मनरेगा में वन विभाग से समन्वय करके वृक्षारोपण कराया जा रहा है। साथ ही मनरेगा में 24 ग् 7 हेल्पलाइन स्थापित की गयी है। इस हेल्पलाइन पर कार्य मांग, मनरेगा के सम्बन्ध में सुझाव एवं शिकायत दर्ज करायी जा रही है। इस हेल्पलाइन का नम्बर-1800-180-5999 है। उन्होंने कहा कि इन्दिरा आवास, लोहिया आवास तथा मनरेगा के तहत निर्मित होने वाले शौचालयों को महिलाओं के नाम से आवंटित किया जाये।
बैठक में आयुक्त ग्राम्य विकास श्री प्रभात मित्तल ने कहा कि जनप्रतिनिधियों की जो भी अपेक्षायें हैं व जो भी निर्देश दिये गये हैं उसे अवश्य पूरा किया जायेगा। उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि दिये गये निर्देशों का तत्काल पालन सुनिश्चित कराया जायेगा।
बैठक में कई जनपदों के विधायक व एमएलसी तथा वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे बैठक की समस्त तैयारी श्री वी0के0 त्रिवेदी द्वारा की गयी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

नगर पालिका परिषद, नवाबगंज को ‘नया सवेरा नगर विकास योजना’ के अन्तर्गत 01 करोड़ 50 हजार रुपये की धनराशि मंजूर

Posted on 24 September 2014 by admin

उत्तर प्रदेश सरकार के नगर विकास विभाग द्वारा संचालित ‘नया सवेरा नगर विकास योजना’ के अन्तर्गत जिला बाराबंकी की नगर पालिका परिषद, नवाबगंज को 01 करोड़ 50 हजार रुपये की धनराशि ब्याज रहित ऋण के रूप में मंजूर की है। इस धनराशि से नगर पालिका परिषद, नवाबगंज, जनपद बाराबंकी द्वारा धनोखर तालाब का सौन्दर्यीकरण (बाउण्ड्री निर्माण), वृक्षारोपण, विद्युतीकरण, सड़क निर्माण, शौचालय निर्माण आदि के कार्य कराये जायेंगे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

प्रदेश में 01 से 07 अक्टूबर तक वन्य प्राणि सप्ताह आयोजित करने के निर्देश

Posted on 24 September 2014 by admin

प्रदेश के प्रमुख सचिव वन श्री वी0एन0 गर्ग ने बताया कि आगामी 01 से 07 अक्टूबर तक प्रदेश में वन्य प्राणि सप्ताह का आयोजन किया जायेगा। इस सम्बन्ध मंे प्रदेश के समस्त, मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारियों तथा वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
इस अवधि में प्रत्येक जनपद में वन्य जीवों के सम्बन्ध में आम लोगों को जानकारी देने के लिए विभिन्न प्रकार के जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। स्कूलों एवं कालेजों में बच्चों को वन्य जीवों के सम्बन्ध में जानकारी दी जायेगी तथा जनपद, तहसील एवं ब्लाक स्तर पर रैलियों एवं गोष्ठियों का आयोजन किया जायेगा।
श्री गर्ग ने कहा कि दिनांक 01 से 07 अक्टूबर तक लखनऊ एवं कानपुर चिडि़याघर में बच्चों के लिये प्रवेश निःशुल्क होगा जिससे बच्चे चिडि़याघर में जाकर विभिन्न जानवरों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि आगामी 01 अक्टूबर को लखनऊ में स्तरीय वन्य प्राणि सप्ताह का शुभारम्भ होगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

Advertise Here

Advertise Here

 

September 2014
M T W T F S S
« Aug   Oct »
1234567
891011121314
15161718192021
22232425262728
2930  
-->









 Type in