संकल्प सभा के मददेनजर 18 अक्टूबर को अयोध्या से गिरफ्तार किये गये काशी सुमेरूपीठाधीश्वर जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानन्द सरस्वती, विहिप के महामंत्री चंपत राय, डा. राविलास दास वेदान्ती व विधायक रामचंद्र यादव समेत चार सौ से अधिक विहिप व अन्य हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं को आज यहां लखनऊ कारागार से रिहा कर दिया गया। रिहा होने के बाद शंकराचार्य ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि स्थान पर जब तक भव्य राम मनिदर का निर्माण नहीं हो जाता तब तक संत समाज चुप नहीं बैठेगा। उन्होंने कहा कि संकल्प लेना हिन्दुओं का जन्मसिद्ध,कर्मसिद्ध और शास्त्र सिद्ध अधिकार है।
शंकराचार्य ने कहा कि कानून के रक्षक ही कानून की मर्यादाओं की धजिजयां उड़ा रहे हैं। संकल्प सभा पर रोक लगाकर प्रदेश सरकार ने संतो ंके मौलिक अधिकारों का हनन एवं संविधान का उल्लंघन किया है। शंकराचार्य ने कहा कि सप्तपुरियों में लिया गया संकल्प अधूरा नहीं जाता है।
संतो के अगले कदम के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि संत समाज 06 लाख 38 हजार गांवों तक जाकर जनता को जागरूक करेगी और जब तक अयोध्या में राम मनिदर बन नहीं जाता तब तक चुप नहीं बैठेगी। श्रीराम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य व पूर्व सांसद डा. राविलास दास वेदान्ती ने सपा के कैबिनेट मंत्री आजम खाँ पर निशाना साधते हुए कहा कि आजम खाँ जो काम बाहर करवा रहे हैं वहीं काम जेल के अन्दर करवाया।
उन्होंने कहा कि जेल में व्यवस्था नाम की कोर्इ चीज नहीं थी। जब तक हम लोग जेल में रहे। आतंकवादी अपनी बैरक से र्इंट पत्थर चलाते रहे। वेदान्ती ने कहा कि कम कर्इ बार जेल गये लेकिन जेल में ऐसा घटिया भोजन जीवन में पहली बार पाया। इससे ऐसा लगता है कि आजम खाँ ने हम कारसेवकों के लिए स्पेशल व्यवस्था करार्इ थी कि वेदान्ती रामभक्तों के साथ आयेंगे और आप लोग उन पर र्इंट पत्थर चलाना। उन्हाेंंने कहा कि सरकार धर्म, हिन्दुत्व एवं राष्ट्रीयता विरोधी काम कर रही है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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