Archive | September 10th, 2013

यू0पी0 गेट पर श्री जयन्त चैधरी की गिरफ्तारी

Posted on 10 September 2013 by admin

राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय सचिव अनिल दुबे ने मुजफ्फरनगर में शान्ति सद्भाव और भाईचारे की स्थापना हेतु जा रहे राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चै0 अजित सिंह को न जाने देने तथा राष्ट्रीय महासचिव व सांसद श्री जयन्त चैधरी की यू0पी0 गेट पर की गिरफ्तारी को अलोकतांत्रिक बताया। सोमवार को लखनऊ में जारी बयान में श्री दुबे ने कहा कि मुजफ्फरनगर में दंगा नियंत्रण करने में सरकार पूरी तरह से विफल साबित हुई है। पूरा मुजफ्फरनगर दंगों की आग में जल रहा है। ऐसे में रालोद नेताओं को वहां न जाने देकर सरकार ने यह साबित कर दिया है कि वहां पर घटित व लगातार जारी घटनाएं जनता के समक्ष न आ सके। उन्होंने कहा कि श्री जयन्त चैधरी की गिरफ्तारी मुजफ्फरनगर का सच छिपाने के उददेष्य से की गयी है।श्री दुबे ने कहा कि उ0प्र0 में सत्ता में आने के बाद सपा सरकार के शासन में लगातार दंगे हो रहे हैं और उन दंगों पर यह सरकार अंकुष लगाने में पूरी तरह विफल साबित हुई है और मुजफ्फरनगर का दंगा यदि सरकार ने समय रहते ध्यान दे दिया होता तो न होता और इतनी भारी संख्या मंें जनमानस की हानि न होती, उन्होंने कहा कि चैरासी कोसी परिक्रमा जैसे नूराकुष्ती के कार्यक्रम हेतु सरकार ने भारी संख्या मंे पूलिस बल लगाया लेकिन प्रदेष में व्याप्त तनाव और हिंसा रोकने के लिए पर्याप्त सुरक्षा बल लगाने में पूर्णतया सरकार विफल रही जिसकी वजह से दंगा बदस्तूर जारी है और मौतों का आकड़ा बढ़ता ही रहा है इसी सच को छिपाने के लिए रालोद नेताओं को रोका गया।

श्री दूबे ने रालोद अध्यक्ष चैधरी अजित सिंह की केन्द्र सरकार से की गयी राष्ट्रपति शासन की मांग को दोहराते हुये कहा कि केन्द्र सरकार प्रदेष की ताजा स्थितियों को देखते हुये तत्काल राष्ट्रपति शासन लागू करने की घोषणा करे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री

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प्रदेष सरकार ने मुजफ्फनगर में शान्ति स्थापित करने की पहल पर रोक लगा दी

Posted on 10 September 2013 by admin

मुजफ्फरनगर में स्थिति सामान्य करने हेतु सद्भावना कमेटी का गठन करने जा रहे राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मा0 चै0 अजित सिंह, राष्ट्रीय महासचिव मा0 जयन्त चैधरी तथा प्रदेष अध्यक्ष मुन्ना सिंह चैहान सहित सैकड़ों नेताओं को रोककर प्रदेष सरकार ने मुजफ्फनगर में शान्ति स्थापित करने की पहल पर रोक लगा दी है।

आज सुबह मुजफ्फरनगर जाते समय उ0प्र0 की सीमा पर राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष को रोककर तथा निवेदन करके प्रषासन ने वापस भेज दिया परन्तु उनके साथ मुजफ्फरनगर जा रहे मथुरा के सांसद मा0 जयन्त चैधरी तथा प्रदेष अध्यक्ष मुन्ना सिंह चैहान ने उ0प्र0 की सीमा पर सड़क पर बैठकर धरना देते हुये मुजफ्फरनगर जाने देने की मांग करने लगे। पुलिस ने राष्ट्रीय लोकदल के सैकड़ों नेताओं को गिरफ्तार कर लिया और बाद में मुजफ्फरनगर न जाने देने की सलाह देते हुये रिहा कर दिया।

राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष अध्यक्ष मुन्ना सिंह चैहान ने राष्ट्रीय लोकदल नेताओं के रोके जाने पर ऐतराज जताते हुये कहा कि मुजफ्फनगर में राष्ट्रीय लोकदल के नेता सद्भावना कमेटी गठित करने जा रहे थे। यह कमेटी वहां गांव-गांव में भाई चारा कमेटी बनाकर तनाव के माहौल में शान्ति बनाये रखने तथा डर बस पलायन कर चुके लोगों को पुर्नस्थापित करने का काम करेगी तथा सबको एक साथ मिल जुलकर रहने के लिए प्रेरित करेगी। प्रदेष सरकार अमन कायम कराने के लिए प्रयास करने जा रहे रालोद नेताओं को तो रोक दिया लेकिन भावना भड़काने वाले नेताओं को न तो गिरफ्तार कर रही है ओर न ही उनको रोकने में कामयाब हो रही है।

राष्ट्रीय लोकदल के नेताओं ने कहा कि मुजफ्फरनगर के आस पास के गांव तक दंगा फैलने से यह साबित हो गया है कि राज्य सरकार व पुलिस प्रषासन दंगा रोक पाने में विफल है। राष्ट्रीय लोकदल ने राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करते हुये कहा है कि जब भी प्रषासन राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मा0 चै0 अजित सिंह एवं राष्ट्रीय महासचिव मा0 जयन्त चैधरी को मुजफ्फरनगर जाने की अनुमति देगा तो वे मुजफ्फनगर में अपने लोगांें के बीच में जाकर शान्ति की बनाये रखने तथा अपनी गंगा जमुनी तहजीब को बनाये रखने की अपील करेगे साथ ही दंगा में मारे गये लोगों के परिजनों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त करेंगे।

मुजफ्फनगर जाने वालोे में प्रमुख रूप से राष्ट्रीय सचिव गिरीष चैधरी पष्चिमी उ0प्र0 के अध्यक्ष सत्यवीर त्यागी, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष बिजेन्द्र पवाॅर, दिल्ली के प्रदेष अध्यक्ष के0एस0 मान, सांसद प्रतिनिधि वीरेन्द्र राठी, वीरपाल मलिक, प्रदेष महासचिव राजेन्द्र सिंह चिकारा, कु0 अयूब अली, किसान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष राममेहर सिंह गूर्जर, गाजियाबाद जिलाध्यक्ष चै0 तेजपाल सिंह, मेरठ जिलाध्यक्ष चै0 यषबीर सिंह सहित सैकड़ों नेता शामिल थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री

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ईमानदार और योग्य अधिकारियों की अनदेखी कर जातीय वोटों को साधने के लिए भ्रष्ट एवं अक्षम अधिकारियों की नियुक्तियां की गयीं, बुरा नतीजा

Posted on 10 September 2013 by admin

मुजफ्फरनगर की ताजा हिंसा की घटनाओं से यह साबित हो गया है कि स्थिति प्रदेश सरकार के नियंत्रण से बाहर हो गया है, यदि आसपास के जनपदों में इसे फैलने से नहीं रोका गया तो स्थिति और भी भयावह हो सकती है। जिस प्रकार ईमानदार और योग्य अधिकारियों की अनदेखी कर जातीय वोटों को साधने के लिए भ्रष्ट एवं अक्षम अधिकारियों की नियुक्तियां की गयीं, उसी का परिणाम है कि मुजफ्फरनगर में एक चिंगारी ने शोले का रूप धारण कर लिया और हालात वर्ष 1992 जैसे हो गये और एक बार फिर सेना को मुजफ्फरनगर में स्थिति संभालने के लिए आगे आना पड़ा है।

उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के प्रवक्ता द्विजेन्द्र त्रिपाठी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि मुजफ्फरनगर ही नहीं बल्कि समूचे पश्चिमी उ0प्र0 में फिरकापरस्त ताकतें सिर उठाने का प्रयास कर रही हैं, ऐसे में सरकार को और अधिक सतर्कता बरतनी चाहिए। राज्य सरकार को चाहिए कि वह क्षेत्रवार पीस कमेटियों का गठन कर उन कमेटियों में शहर और क्षेत्र के सभी वर्गों के मुअज्जिज और साभ्रान्त नागरिकों को शामिल करें। सामाजिक सौहार्द कायम रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। इतना ही नहीं राज्य सरकार को चाहिए कि वह चुनावी दृष्टिकोण से किसी भी मसले को न देखे बल्कि निष्पक्ष और प्रभावी कार्यवाही करे एवं अराजक तत्वों के विरूद्ध सख्त से सख्त कदम उठाये।

प्रवक्ता ने कहा कि उ0प्र0 में चुनाव नजदीक आते देखकर भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी नूरा कुश्ती कर रही है। यह दोनों पार्टियां साम्प्रदायिक तनाव पैदाकर वोटों का धु्रवीकरण करना चाहती हैं जिसके चलते आज प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हालात इस कदर बिगड़े कि न सिर्फ तमाम निर्दोषों को अपनी जान गंवानी पड़ी बल्कि हिंसा को रोकने में सरकार और सरकारी तंत्र पूरी तरह फेल हो गये।

श्री त्रिपाठी ने कहा कि प्रदेश में जब-जब समाजवादी पार्टी की सरकार रही है साम्प्रदायिक शक्तियां सिर उठाने में कामयाब हुई हैं और इसके चलते एक ओर जहां प्रदेश के विकास पर बुरा प्रभाव पड़ा वहीं सामाजिक एकता-अखण्डता को गहरी चोट पहुंची है। इसलिए प्रदेश सरकार को संयम एवं धैर्य बरतते हुए इन साम्प्रदायिक ताकतों के विरूद्ध कठोर कदम उठाने चाहिए।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री

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अधिकारियों की लापरवाही, अक्षमता से विकास कार्य पूरे नही हुये और जनता परेशान हो रही है।

Posted on 10 September 2013 by admin

लखनऊ: 09 सितम्बर, 2013

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुजफ्फरनगर से प्रकाशित सूरज केसरी समाचार पत्र के पत्रकार मोहम्मद मुजम्मिल की माता श्रीमती रईसा खातून के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। श्रीमती खातून समाजसेवा से सम्बन्धित कार्यों में सक्रिय थीं।

श्री यादव ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की है।

नई दिल्ली। बी.एस.पी. की पिछली सरकार के पांच वर्षों के शासनकाल में ’’साम्प्रदायिक दंगा व तनाव से पाक-साफ एवं भयमुक्त’’ वातावरण में पूरी शांति-व्यवस्था के साथ अपना जीवन-यापन कर चुके उत्तर प्रदेश के लोग अब वर्तमान समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार में अपराध-नियंत्रण व क़ानून-व्यवस्था व उसकी जातिवादी मानसिकता के तहत काम करने की प्रवृत्ति से काफ़ी ज़्यादा दुःखी व पीडि़त तो थे ही, परन्तु अब साम्प्रदायिक दंगों व तनावों की नई भारी मुसीबत ने उन्हें नये जंजाल में डालकर उन लोगों का जीना और भी काफी ज़्यादा मुश्किल बना दिया है।

और वर्तमान में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के, राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली से नज़दीकी जि़लों में साम्प्रदायिक तनावों और ख़ासकर जि़ला मुज़फ्फरनगर व शामली की अत्यन्त दुःखद साम्प्रदायिक दंगों की घटनाओं, जो अभी भी लगातार जारी है और सपा सरकार की घोर विफलता के कारण यहाँ जान-माल की काफी हानि लगातार होती चली जा रही है, हिन्दू और मुस्लिम दोनों समुदायों के लोगों को काफी ज्यादा विचलित और पूरे समाज को काफी ज्यादा उद्वेलित व देश को चिन्तित कर दिया है। और अब अन्ततः उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लोग व अन्य राजनीतिक पार्टियाँ बी.एस.पी. की इस बात से सहमत होकर एक मत होती नजर आ रही हैं कि हत्या, लूट, डकैती, अपहरण, गुण्डई व माफियागिरी, बलात्कार, महिला उत्पीड़न व भ्रष्टाचार आदि की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि और इन घटनाओं के पीडि़त लोगों पर हो रहे अन्याय के मामले में प्राथमिकी (एफ.आई.आर.) तक थानों में नहीं लिखे लाने के फलस्वरूप पूरे उत्तर प्रदेश में जो अपराध-नियंत्रण व कानून व्यवस्था की स्थिति जिस बुरी तरह से ध्वस्त होने के कारण उत्तर प्रदेश की सपा सरकार पूरी तरह से विफल साबित होकर पूर्ण रूप से बैकफुट पर आकर काफी ज्यादा बदनाम हो चुकी है और अब यह पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले अपनी इस घोर नाकामी की तरफ से लोगों का ध्यान बांटने के साथ-साथ उत्तर प्रदेश का माहौल पूर्ण रूप से साम्प्रदायिक बनाकर भाजपा के साथ अपनी अन्दरूनी मिलीभगत के तहत साम्प्रदायिक धु्रवीकरण करके उसका राजनीतिक लाभ उठाना चाहती है।

हालांकि ख़ासकर उत्तर प्रदेश में हिन्दू-मुस्लिम फसाद पैदा करके व उसे बढ़ाकर साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण करके अपनी-अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने का काम सपा और भाजपा काफी पहले से ही करती रहीं हैं और इसी में ही वे पार्टियां अपना अस्तित्व छिपाये हुये हैं, यह प्रदेश के लोग अब भलीभाँति समझ चुके हैं। यही कारण है कि सपा और भाजपा ने अन्दर-अन्दर आपस में मिलकर देश में होने वाले आगामी लोकसभा आमचुनाव के मद्देनजर, अपने-अपने राजनीतिक व चुनावी स्वार्थ के तहत अयोध्या 84-कोसी यात्रा की आड़ में उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश का साम्प्रदायिक सौहार्द का महौल बिगाड़ने का भरसक प्रयास किया तो जनता ने इनका ’’राजनीतिक गेमप्लान’’ समझ लिया और अन्ततः इन दोनों पार्टियों को अपनी साजि़श में नाकाम होकर मुँह की खानी पड़ी, जिसके लिये दोनों समुदाय के लोग बधाई के पात्र हैं।

और जहाँ तक सपा और भाजपा के बीच आपसी मिलीभगत व अन्दरूनी राजनीतिक गठजोड़ की बात है तो इसका एक पूरा लम्बा-चैड़ा इतिहास यह साबित करता है कि ये दोनों पार्टियां एक-दूसरे की लगातार राजनीतिक मदद व एक-दूसरे का हित साधती रहती हैं। श्री मुलायम सिंह यादव के प्रथम शासनकाल के दौरान काफी ज्यादा भड़काने वाले भाषण देकर हिन्दू-मुस्लिम के बीच खाई बनाकर समाज का जहाँ काफी ज्यादा नुकसान व अप्रत्यक्ष तौर पर भाजपा को राजनीतिक लाभ पहुँचाया, वहीं कट्टरवाद से ग्रस्त भाजपा नेताओं जैसे स्वामी साक्षी महाराज आदि यहाँ तक के श्री कल्याण सिंह तक को अपनी पार्टी में शामिल करके उनका सत्कार किया, और अभी हाल ही में कट्टरपंथी संगठन विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के शीर्ष नेताओं को, जिनमें अयोध्या के विवादित ढांचे को गिराने के मुजरिम भी शामिल थे, सरकारी बंगले में आदर-सत्कार करके राजनीतिक साजिश रचने का काम किया गया। इतना ही नहीं, बल्कि दिसम्बर 2005 में श्रीमती उमा भारती ने अपनी ’’राम-रोटी यात्रा’’ के तहत उत्तर प्रदेश में प्रवेश किया तो तत्कालीन मुलायम सिंह यादव सरकार ने उन्हें ’’राज्य अतिथि’’ (स्टेट गेस्ट) की सुविधा सभी जिलों में उपलब्ध करायी थी। साथ ही सन् 2009 में लोकसभा के लिये हुये पिछले आमचुनाव में सपा ने भाजपा के उम्मीदवार श्री राजनाथ सिंह (भाजपा के वर्तमान अध्यक्ष) के खिलाफ अपनी पार्टी का अधीकृत उम्मीदवार नहीं उतारा था।

वर्तमान सपा सरकार में भी सपा और भाजपा का इस प्रकार का राजनीति को प्रदूषित कर स्वार्थ की पूर्ति करने का ’’खतरनाक गेमप्लान’’ वैसे तो वर्ष 2012 में सरकार बनने के समय से ही लगातार जारी है, जिस कारण ही उत्तर प्रदेश में मात्र डेढ़ वर्ष के वर्तमान सपा सरकार में लगभग एक सौ छोटे-बड़े साम्प्रदायिक दंगे व तनाव फैलाने की घटनायें हो चुकी हैं, परन्तु लोकसभा आमचुनाव के मद्देनजर यह और भी तेजी पकड़ गया लगता है। मथुरा, बरेली, फैजाबाद, अम्बेडकरनगर आदि जिलों के साम्प्रदायिक दंगे जिला प्रसाशन से ज्यादा राज्य सरकार की घोर व आपराधिक विफलता के प्रतीक रहे हैं, परन्तु जिला मुजफ्फरनगर व शामली की साम्प्रदायिक दंगा व तनाव की घटना और उसमें जान-माल की व्यापक हानि लोगों की राय में सपा और भाजपा की मिलीभगत से उत्तर प्रदेश को दूसरा गुजरात बनाने की साजिश है, क्योंकि इसी में ही इन दोनों पार्टियों का अब अपना-अपना राजनीतिक हित नजर आता है।

संक्षेप में बी.एस.पी का यही कहना है कि उत्तर प्रदेश में चारी, डकैती, लूट, हत्या, अपहरण, बलात्कार, महिला उत्पीड़न आदि सहित हर प्रकार के अपराध के चरम सीमा तक बढ़ जाने के कारण अपराध-नियंत्रण व कानून-व्यवस्था की गंभीर समस्या के फलस्वारूप प्रदेश में गुण्डा व माफियाराज एवं जंगलराज तो काफी पहले से व्याप्त था, परन्तु अब साम्प्रदायिक दंगों व तनावों की गम्भीर घटनाओं के कारण उत्तर प्रदेश में स्थिति बद से बदतर होकर घोर अव्यवस्था व संवैधानिक संकट तक पहुँच गयी है, जिसके प्रति केन्द्र की सरकार भी अब कुछ थोड़ी सी चिन्तित प्रतीत होती है, क्योंकि आगामी लोकसभा आमचुनाव के मद्देनजर यहाँ की स्थिति के और भी ज्यादा खराब होने की लोगों में गम्भीर आशंका है, जिसे ध्यान में रखते हुये महामहिम श्री राज्यपाल को अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी निभाते हुये तुरन्त ही उत्तर प्रदेश में वर्तमान सपा सरकार को बर्खास्त करते हुये यहाँ राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिये।

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के विधायक रविदास मेहरोत्रा ने कैसरबाग स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय में जनता दर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में घनी आबादी एवं मलिन बस्तियों में रहने वालों ने डेगूं के बढ़ते प्रकोष के रोकथाम एवं इलाज के लिए अनुरोध किया।

डेगूं से प्रभावित अनेक लोगों के परिवारजनों ने सपा विधायक श्री रविदास मेहरोत्रा से भेंट की। श्री मेहरोत्रा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर लखनऊ शहर में फागिंग कराने एवं डेगूं के रोकथाम एवं इलाज के लिए प्रयास तेज करने का अनुरोध किया हैं।

श्री मेहरोत्रा ने बताया कि लखनऊ शहर में 250 से अधिक लोग डेगूं के बुखार से पीडि़त है। लेकिन लखनऊ नगर निगम ने अभी तक फागिंग का कार्य शुरू नहीं किया जिससे जनता में जबरदस्त अक्रोश व्याप्त हैं।

श्री मेहरोत्रा ने तत्काल फागिंग शुरू करने तथा जलभराव की समस्या का समाधान कराने की मांग की है।

विधायक श्री रविदास मेहरोत्रा से जनता दर्शन में मिलने आये बड़ी संख्या में लोगों ने बिजली के बार-बार आने-जाने तथा बिजली घरों एवं ट्रान्सफार्मरों पर क्षमता से अधिक लोड होने की समस्या बतायी। लोगों ने बिजली के कई घंटे ना आने, तथा ट्रान्सफार्मरों पर ओवर लोड होने के कारण उनके फूकने की समस्या बतायी।

श्री मेहरोत्रा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से बिजली घरों एवं ट्रान्सफार्मरों की क्षमता बढ़ाने, जर्जर एवं पुराने तार बदलवाने तथा बिजली के लगातार आने-जाने की समस्या को दूर करने की मांग की। श्री मेहरोत्रा जनता दर्शन में आये लोगों को आश्वासन दिया कि बहुत जल्दी बिजली संकट दूर करने के सभी कार्यवाही की जायेगी।

राजेन्द्र नगर, लल्लू मल घाट डालीगंज एवं ऐशबाग रामनगर धोबी घाट में 40 वर्षों से झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले सैकड़ों नागरिकों एवं महिलाओं ने विधायक श्री रविदास मेहरोत्रा से भेंट की। श्री मेहरोत्रा ने बड़ी संख्या में आये लोगों को आश्वासन दिया कि उन्हें वहीं मालिकाना हक दिलाने के प्रयास हो रहे है, और किसी भी मकान या झोपड़ी को टूटने नहीं दिया जायेगा।

श्री मेहरोत्रा ने बड़ी संख्या में आये नागरिकों एवं महिलाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने समग्र विकास योजना के अन्तर्गत लखनऊ शहर में विकास कार्यों के लिए सौ करोड़ रू0 का धन आवंटित किया था जो कार्य एक वर्ष में पूरा होना था। श्री मेहरोत्रा ने बताया कि 17 माह बीत जाने के बाद भी 25 प्रतिशत धन भी खर्च नहीं हुआ है।

श्री मेहरोत्रा ने समग्र विकास योजना एवं नालो को साफ कर ढकने का कार्य शुरू ना होने पर जिम्मेदार एवं दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की मांग की है। श्री मेहरोत्रा ने जनता दर्शन में नागरिकों एवं महिलाओं को आश्वासन दिया कि मध्य क्षेत्र में विकास कार्य पूरे कराने तथा घनी आबादी में बहने वाले नालों को साफ ढकने के लिए हर स्तर पर कार्यवाही की जायेगी।

जनता दरबार में विधायक श्री रविदास मेहरोत्रा ने कई बीमार लोगों को इलाज के लिए आर्थिक अनुदान दिलाने, निराश्रित विधवा, विकलांग एवं वृद्धा को पेंशन दिलाने क्षेत्र में सफाई, जल निकासी, सीवर लाइन डलवाने के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दियें।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री

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पूर्व राज्यपाल श्री रोमेश भण्डारी का निधन

Posted on 10 September 2013 by admin

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने प्रदेश के पूर्व राज्यपाल श्री रोमेश भण्डारी के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।

आज यहां जारी एक शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा है कि श्री रोमेश भण्डारी एक कुशल प्रशासक एवं अनुभवी राजनीतिज्ञ थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री

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लखनऊ मेट्रो के आधुनिक माडल कार्यालय का मुख्य सचिव द्वारा उद्घाटन

Posted on 10 September 2013 by admin

edited-lko-metro-rail-office-inagurationउत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी ने कहा है कि लखनऊ मेट्रो का कार्य वर्तमान वित्तीय वर्ष में ही प्रारम्भ करा दिया जाये। उन्होंने कहा कि लगभग 1200 करोड़ रूपये की इस परियोजना को वर्ष 2016 तक पूर्ण कराकर मेट्रो चलाने के हर सम्भव प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि लखनऊ शहर की जनता को बेहतर यातायात सुविधा उपलब्ध कराने हेतु मेट्रो रेल बेहतर साबित होगी। उन्होंने कहा कि लखनऊ मेट्रो के निमार्ण कार्य में आम नागरिकों को कम से कम असुविधा होने के प्रयास किये जाय। उन्होंने कहा कि लखनऊ मेट्रो के आधुनिक माडल कार्यालय का उद्घाटन करते हुए उन्हें अपार प्रसन्नता इसलिए हो रही है कि लखनऊ की जनता की मांग के अनुसार लखनऊ मेट्रो का कार्य शीघ्रताशीघ्र गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराया जायेगा।

मुख्य सचिव आज जनपथ भवन स्थित आवास बन्धु में आधुनिक माडल मेट्रो लखनऊ कार्यालय का उद्घाटन करने के उपरान्त अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लखनऊ मेट्रो का संचालन लखनऊ की जनता के लिये सपना था जो शीघ्र पूरा हो जायेगा। उन्होंने कहा कि लखनऊ मेट्रो का संचालन हो जाने से लखनऊ शहर की तस्वीर बदल जायेगी। उन्होंने कहा कि लखनऊ मेट्रो के संचालन हो जाने के फलस्वरूप यातायात की बेहद सुगमता आम नागरिकों को प्राप्त होगी तथा जीवन को नया आयाम मिलेगा।

श्री उस्मानी ने मेट्रो कार्यालाय का उद्घाटन करने के उपरान्त लखनऊ मेट्रो के कार्यों का प्रस्तुतीकरण का भी अवलोकन कर विभागीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। इस अवसर पर औद्योगिक विकास आयुक्त श्री आलोक रंजन, प्रमुख सचिव आवास श्री सदाकांत, आवास आयुक्त एम0के0एस0 सुंदरम, सचिव आवास श्री राजीव अग्रवाल, सूचना निदेशक श्री प्रभात मित्तल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री

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