लखनऊ: 09 सितम्बर, 2013
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुजफ्फरनगर से प्रकाशित सूरज केसरी समाचार पत्र के पत्रकार मोहम्मद मुजम्मिल की माता श्रीमती रईसा खातून के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। श्रीमती खातून समाजसेवा से सम्बन्धित कार्यों में सक्रिय थीं।
श्री यादव ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की है।
नई दिल्ली। बी.एस.पी. की पिछली सरकार के पांच वर्षों के शासनकाल में ’’साम्प्रदायिक दंगा व तनाव से पाक-साफ एवं भयमुक्त’’ वातावरण में पूरी शांति-व्यवस्था के साथ अपना जीवन-यापन कर चुके उत्तर प्रदेश के लोग अब वर्तमान समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार में अपराध-नियंत्रण व क़ानून-व्यवस्था व उसकी जातिवादी मानसिकता के तहत काम करने की प्रवृत्ति से काफ़ी ज़्यादा दुःखी व पीडि़त तो थे ही, परन्तु अब साम्प्रदायिक दंगों व तनावों की नई भारी मुसीबत ने उन्हें नये जंजाल में डालकर उन लोगों का जीना और भी काफी ज़्यादा मुश्किल बना दिया है।
और वर्तमान में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के, राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली से नज़दीकी जि़लों में साम्प्रदायिक तनावों और ख़ासकर जि़ला मुज़फ्फरनगर व शामली की अत्यन्त दुःखद साम्प्रदायिक दंगों की घटनाओं, जो अभी भी लगातार जारी है और सपा सरकार की घोर विफलता के कारण यहाँ जान-माल की काफी हानि लगातार होती चली जा रही है, हिन्दू और मुस्लिम दोनों समुदायों के लोगों को काफी ज्यादा विचलित और पूरे समाज को काफी ज्यादा उद्वेलित व देश को चिन्तित कर दिया है। और अब अन्ततः उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लोग व अन्य राजनीतिक पार्टियाँ बी.एस.पी. की इस बात से सहमत होकर एक मत होती नजर आ रही हैं कि हत्या, लूट, डकैती, अपहरण, गुण्डई व माफियागिरी, बलात्कार, महिला उत्पीड़न व भ्रष्टाचार आदि की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि और इन घटनाओं के पीडि़त लोगों पर हो रहे अन्याय के मामले में प्राथमिकी (एफ.आई.आर.) तक थानों में नहीं लिखे लाने के फलस्वरूप पूरे उत्तर प्रदेश में जो अपराध-नियंत्रण व कानून व्यवस्था की स्थिति जिस बुरी तरह से ध्वस्त होने के कारण उत्तर प्रदेश की सपा सरकार पूरी तरह से विफल साबित होकर पूर्ण रूप से बैकफुट पर आकर काफी ज्यादा बदनाम हो चुकी है और अब यह पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले अपनी इस घोर नाकामी की तरफ से लोगों का ध्यान बांटने के साथ-साथ उत्तर प्रदेश का माहौल पूर्ण रूप से साम्प्रदायिक बनाकर भाजपा के साथ अपनी अन्दरूनी मिलीभगत के तहत साम्प्रदायिक धु्रवीकरण करके उसका राजनीतिक लाभ उठाना चाहती है।
हालांकि ख़ासकर उत्तर प्रदेश में हिन्दू-मुस्लिम फसाद पैदा करके व उसे बढ़ाकर साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण करके अपनी-अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने का काम सपा और भाजपा काफी पहले से ही करती रहीं हैं और इसी में ही वे पार्टियां अपना अस्तित्व छिपाये हुये हैं, यह प्रदेश के लोग अब भलीभाँति समझ चुके हैं। यही कारण है कि सपा और भाजपा ने अन्दर-अन्दर आपस में मिलकर देश में होने वाले आगामी लोकसभा आमचुनाव के मद्देनजर, अपने-अपने राजनीतिक व चुनावी स्वार्थ के तहत अयोध्या 84-कोसी यात्रा की आड़ में उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश का साम्प्रदायिक सौहार्द का महौल बिगाड़ने का भरसक प्रयास किया तो जनता ने इनका ’’राजनीतिक गेमप्लान’’ समझ लिया और अन्ततः इन दोनों पार्टियों को अपनी साजि़श में नाकाम होकर मुँह की खानी पड़ी, जिसके लिये दोनों समुदाय के लोग बधाई के पात्र हैं।
और जहाँ तक सपा और भाजपा के बीच आपसी मिलीभगत व अन्दरूनी राजनीतिक गठजोड़ की बात है तो इसका एक पूरा लम्बा-चैड़ा इतिहास यह साबित करता है कि ये दोनों पार्टियां एक-दूसरे की लगातार राजनीतिक मदद व एक-दूसरे का हित साधती रहती हैं। श्री मुलायम सिंह यादव के प्रथम शासनकाल के दौरान काफी ज्यादा भड़काने वाले भाषण देकर हिन्दू-मुस्लिम के बीच खाई बनाकर समाज का जहाँ काफी ज्यादा नुकसान व अप्रत्यक्ष तौर पर भाजपा को राजनीतिक लाभ पहुँचाया, वहीं कट्टरवाद से ग्रस्त भाजपा नेताओं जैसे स्वामी साक्षी महाराज आदि यहाँ तक के श्री कल्याण सिंह तक को अपनी पार्टी में शामिल करके उनका सत्कार किया, और अभी हाल ही में कट्टरपंथी संगठन विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के शीर्ष नेताओं को, जिनमें अयोध्या के विवादित ढांचे को गिराने के मुजरिम भी शामिल थे, सरकारी बंगले में आदर-सत्कार करके राजनीतिक साजिश रचने का काम किया गया। इतना ही नहीं, बल्कि दिसम्बर 2005 में श्रीमती उमा भारती ने अपनी ’’राम-रोटी यात्रा’’ के तहत उत्तर प्रदेश में प्रवेश किया तो तत्कालीन मुलायम सिंह यादव सरकार ने उन्हें ’’राज्य अतिथि’’ (स्टेट गेस्ट) की सुविधा सभी जिलों में उपलब्ध करायी थी। साथ ही सन् 2009 में लोकसभा के लिये हुये पिछले आमचुनाव में सपा ने भाजपा के उम्मीदवार श्री राजनाथ सिंह (भाजपा के वर्तमान अध्यक्ष) के खिलाफ अपनी पार्टी का अधीकृत उम्मीदवार नहीं उतारा था।
वर्तमान सपा सरकार में भी सपा और भाजपा का इस प्रकार का राजनीति को प्रदूषित कर स्वार्थ की पूर्ति करने का ’’खतरनाक गेमप्लान’’ वैसे तो वर्ष 2012 में सरकार बनने के समय से ही लगातार जारी है, जिस कारण ही उत्तर प्रदेश में मात्र डेढ़ वर्ष के वर्तमान सपा सरकार में लगभग एक सौ छोटे-बड़े साम्प्रदायिक दंगे व तनाव फैलाने की घटनायें हो चुकी हैं, परन्तु लोकसभा आमचुनाव के मद्देनजर यह और भी तेजी पकड़ गया लगता है। मथुरा, बरेली, फैजाबाद, अम्बेडकरनगर आदि जिलों के साम्प्रदायिक दंगे जिला प्रसाशन से ज्यादा राज्य सरकार की घोर व आपराधिक विफलता के प्रतीक रहे हैं, परन्तु जिला मुजफ्फरनगर व शामली की साम्प्रदायिक दंगा व तनाव की घटना और उसमें जान-माल की व्यापक हानि लोगों की राय में सपा और भाजपा की मिलीभगत से उत्तर प्रदेश को दूसरा गुजरात बनाने की साजिश है, क्योंकि इसी में ही इन दोनों पार्टियों का अब अपना-अपना राजनीतिक हित नजर आता है।
संक्षेप में बी.एस.पी का यही कहना है कि उत्तर प्रदेश में चारी, डकैती, लूट, हत्या, अपहरण, बलात्कार, महिला उत्पीड़न आदि सहित हर प्रकार के अपराध के चरम सीमा तक बढ़ जाने के कारण अपराध-नियंत्रण व कानून-व्यवस्था की गंभीर समस्या के फलस्वारूप प्रदेश में गुण्डा व माफियाराज एवं जंगलराज तो काफी पहले से व्याप्त था, परन्तु अब साम्प्रदायिक दंगों व तनावों की गम्भीर घटनाओं के कारण उत्तर प्रदेश में स्थिति बद से बदतर होकर घोर अव्यवस्था व संवैधानिक संकट तक पहुँच गयी है, जिसके प्रति केन्द्र की सरकार भी अब कुछ थोड़ी सी चिन्तित प्रतीत होती है, क्योंकि आगामी लोकसभा आमचुनाव के मद्देनजर यहाँ की स्थिति के और भी ज्यादा खराब होने की लोगों में गम्भीर आशंका है, जिसे ध्यान में रखते हुये महामहिम श्री राज्यपाल को अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी निभाते हुये तुरन्त ही उत्तर प्रदेश में वर्तमान सपा सरकार को बर्खास्त करते हुये यहाँ राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिये।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के विधायक रविदास मेहरोत्रा ने कैसरबाग स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय में जनता दर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में घनी आबादी एवं मलिन बस्तियों में रहने वालों ने डेगूं के बढ़ते प्रकोष के रोकथाम एवं इलाज के लिए अनुरोध किया।
डेगूं से प्रभावित अनेक लोगों के परिवारजनों ने सपा विधायक श्री रविदास मेहरोत्रा से भेंट की। श्री मेहरोत्रा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर लखनऊ शहर में फागिंग कराने एवं डेगूं के रोकथाम एवं इलाज के लिए प्रयास तेज करने का अनुरोध किया हैं।
श्री मेहरोत्रा ने बताया कि लखनऊ शहर में 250 से अधिक लोग डेगूं के बुखार से पीडि़त है। लेकिन लखनऊ नगर निगम ने अभी तक फागिंग का कार्य शुरू नहीं किया जिससे जनता में जबरदस्त अक्रोश व्याप्त हैं।
श्री मेहरोत्रा ने तत्काल फागिंग शुरू करने तथा जलभराव की समस्या का समाधान कराने की मांग की है।
विधायक श्री रविदास मेहरोत्रा से जनता दर्शन में मिलने आये बड़ी संख्या में लोगों ने बिजली के बार-बार आने-जाने तथा बिजली घरों एवं ट्रान्सफार्मरों पर क्षमता से अधिक लोड होने की समस्या बतायी। लोगों ने बिजली के कई घंटे ना आने, तथा ट्रान्सफार्मरों पर ओवर लोड होने के कारण उनके फूकने की समस्या बतायी।
श्री मेहरोत्रा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से बिजली घरों एवं ट्रान्सफार्मरों की क्षमता बढ़ाने, जर्जर एवं पुराने तार बदलवाने तथा बिजली के लगातार आने-जाने की समस्या को दूर करने की मांग की। श्री मेहरोत्रा जनता दर्शन में आये लोगों को आश्वासन दिया कि बहुत जल्दी बिजली संकट दूर करने के सभी कार्यवाही की जायेगी।
राजेन्द्र नगर, लल्लू मल घाट डालीगंज एवं ऐशबाग रामनगर धोबी घाट में 40 वर्षों से झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले सैकड़ों नागरिकों एवं महिलाओं ने विधायक श्री रविदास मेहरोत्रा से भेंट की। श्री मेहरोत्रा ने बड़ी संख्या में आये लोगों को आश्वासन दिया कि उन्हें वहीं मालिकाना हक दिलाने के प्रयास हो रहे है, और किसी भी मकान या झोपड़ी को टूटने नहीं दिया जायेगा।
श्री मेहरोत्रा ने बड़ी संख्या में आये नागरिकों एवं महिलाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने समग्र विकास योजना के अन्तर्गत लखनऊ शहर में विकास कार्यों के लिए सौ करोड़ रू0 का धन आवंटित किया था जो कार्य एक वर्ष में पूरा होना था। श्री मेहरोत्रा ने बताया कि 17 माह बीत जाने के बाद भी 25 प्रतिशत धन भी खर्च नहीं हुआ है।
श्री मेहरोत्रा ने समग्र विकास योजना एवं नालो को साफ कर ढकने का कार्य शुरू ना होने पर जिम्मेदार एवं दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की मांग की है। श्री मेहरोत्रा ने जनता दर्शन में नागरिकों एवं महिलाओं को आश्वासन दिया कि मध्य क्षेत्र में विकास कार्य पूरे कराने तथा घनी आबादी में बहने वाले नालों को साफ ढकने के लिए हर स्तर पर कार्यवाही की जायेगी।
जनता दरबार में विधायक श्री रविदास मेहरोत्रा ने कई बीमार लोगों को इलाज के लिए आर्थिक अनुदान दिलाने, निराश्रित विधवा, विकलांग एवं वृद्धा को पेंशन दिलाने क्षेत्र में सफाई, जल निकासी, सीवर लाइन डलवाने के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दियें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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