भारतीय जनता पार्टी ने गोरखपुर बम विस्फोट काण्ड के आरोपी मोहम्मद तारिक काजमी के ऊपर से मुकदमें वापसी की भर्तसना करते हुए कहा कि इससे आतंकवाद और दहशतगर्दी को बढ़ावा मिलेगा। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त, संगीन वारदातों में शामिल आरोपी पर से मुकदमें वापस लिये जाने से स्पष्ट हो गया है कि अखिलेश सरकार अपने मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति से आगे बढ़कर आतंकियों के समर्थन में खुल कर सामने आ गई है।
श्री पाठक ने कहा कि गोरखपुर में हुए सीरियल ब्लास्ट के मुख्य आरोपी के विरूद्ध न्यायालय में विचाराधीन मुकदमे पर फैसला आने से पहले ही सपा सरकार ने आरोपी को बेगुनाही का सर्टिफीकेट देकर देश भक्त जनता के साथ विश्वासघात किया है। उन्होंने कहा एक तरफ अखिलेश सरकार प्रदेश में बढते अपराधों और महिलाओ पर होते अत्याचार को रोक पाने में असफल साबित हो रही है। दूसरी तरफ अपराधियों और आतंकी घटनाओं के आरोपियों पर से मुकदमें वापस लेकर प्रदेश को अराजकता की ओर ढ़केल रही है। उन्होने कहा आतंक का कोई धर्म या मजहब नही होता है आतंकवादी सिर्फ आतंकवादी होता है। लेकिन अखिलेश सरकार आतंकवादियों को भी अपने वोट बैंक से जोड़ते हुए निर्णय ले रही है।
श्री पाठक ने कहा कि गोरखपुर में 22 मई 2007 को तीन स्थानों पर बम विस्फोट हुए थे गोल घर, रेती चैक और घण्टा घर जैसे व्यस्त इलाकों में दहशतगर्दी फैलाने के उद्देश्य से कोशिश हुई। यह सीरियल ब्लास्ट था और सीरियल ब्लास्ट के आरोपी को इस तरह छोड़ना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि मोहम्मद तारिक बंगलादेश के आतंकवादी संगठन का सक्रिया कार्यकर्ता है और गोरखपुर के अलावा राजधानी लखनऊ, तथा फैजाबाद की अदालत में हुए विस्फोट का भी आरोपी है। ऐसे में सरकार की यह पहल आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त लोगों के लिए संजीवनी का काम करेंगी।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि समाज को विभाजित करने और देश की अस्मीता के साथ खिलवाड करने वाले लोगों के पक्ष में सरकार खड़े होना बंद करे, नही तो समाज में इसके गम्भीर परिणाम होगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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