लखनऊ,मुख्यमंत्री मायावती के 54वे जन्मदिन पर उनके सरकारी आवास पर बधाई देते पार्टी पदाधिकारी
Posted on 15 January 2010 by admin
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सुलतानपुर - मुख्यमंत्री सुश्री मायावती के 54 वें जन्म दिन पर खुर्शीद क्लब मैदान में बसपा ने केक काट कर पर्यटन मंत्री के मुख्यातिथ्य में जन्म दिवस मनाया गया।सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय के अन्तर्गत मेधावी छात्र- छात्राओं को चश्मा का वितरण किया गया। इस अवसर पर उपस्थित बसपाइयों ने संगीत की धुन पर खुशी मनाकर बहन मायावती की दीर्घायु की कामना की ।
मुख्यमंत्री मायावती के जन्म दिवस के अवसर पर विधायकों में ओ. पी. सिंह, चन्द्र प्रकाश मिश्र मटियारी ,भगेलू राम ,नवनिर्वाचित एमएलसी अशोक सिंह,पंचायत अध्यक्ष गीता सरोज,जिया लाल त्यागी, पूर्व सांसद ताहिर खा¡,पूर्व विधायक पवन पांडे, बाबू राम वर्मा,डा0 डी.एस. मिश्रा, पवन कुमार , दिनेश चन्द्रा,बिनय जायसवाल,आशीष शुक्ला, विनोद जायसवाल, जिशान अली,मो. रिजवान पप्पू, सभासदों में आरिफ अंसारी, धर्मेन्द्र सिंह बबलू, चौधरी मुफीश अहमद,राम सुख, धर्मेन्द्र सिंह ,अजीत श्रीवास्तव सहित हजारों की संख्या में जिले भर के बसपाई कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही। उक्त कार्यक्रम का सफल संचालन बसपा जिलाध्यक्ष डा0 ओम प्रकाश गौतम ने किया।
दूसरी ओर जिला प्रशासन ने पंत स्टेडियम मैदान के टेनिस हाल में जन कल्याण कारी शिविर का आयोजन कर पात्रों को शासन की तमाम योजनाओं से लाभन्वित करने का कोरम पूरा किया,जिसमे लगभग 17भ् पात्रों को मान्यवर काशीराम आवास कब्जा प्रमाण पत्र मुख्य विकास अधिकारी जी. राम, संख्याधिकारी विनोद कुमार सिंह के कुशल संचालनमें वितरित किया गया। वहीं 134 छात्राओं को विभिन्न ब्रांडो की साइकिलें वितरित की गयी । उक्त कार्यक्रम में समाज कल्याण विभाग प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी ने 30 बालिकाओं को महामाया योजना अन्तर्गत प्रमाण पत्र वितरित किया।
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लखनऊ- उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री सुश्री मायावती ने आज अपने 54वें जन्मदिन पर तोहफे के रूप में प्रदेश के ऐसे सभी गरीब लोगों को जिन्हें अभी तक अंत्योदय एवं बी0पी0एल0 कार्ड धारकों को दिए जाने वाले खाद्यान्न, वृद्धावस्था, विधवा पेंशन योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा था, को सीधी आर्थिक सहायता देने के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण योजना-´´उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री महामाया गरीब आर्थिक मदद योजना´´ का शुभारम्भ किया। इस योजना का उद्देश्य प्रदेश में रहने वाले हर गरीब आदमी को, जिसे अभी तक किसी भी पेंशन योजना अथवा सस्ते दर पर खाद्यान्न योजना से वंचित रखा गया है, उन सभी को लाभ पहुंचाकर उनकी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करना है। इस नई योजना के तहत प्रदेश में प्रथम चरण में लगभग 30 लाख गरीब लोगों को लाभान्वित किये जाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही उन्होंने लगभग 07 हजार 03 सौ 12 करोड़ रूपये की 264 कल्याणकारी परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर करोड़ों किसानों के जीवन-यापन का एकमात्र सहारा कृषि से किसानों की आय बढ़ाने के लिए 2600 करोड़ रूपये की धनराशि से डॉ0 अम्बेडकर ऊर्जा-कृषि सुधार योजना का शुभारम्भ भी किया। अभी तक प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में एक ही फीडर पर किसानों के ट्यूबवेल, औद्योगिक एवं घरेलू बत्ती के कनेक्शन हैं, जिसके कारण किसानों को 10 से 12 घण्टे प्रतिदिन विद्युत आपूर्ति की जाती है, लेकिन स्थानीय खराबियों के कारण कृषकों को कृषि उपकरणों के लिए अनवरत विद्युत आपूर्ति नहीं हो पाती है। इस योजनांतर्गत कृषि हेतु ऊर्जा के फीडर को ग्रामीण घरेलू बत्ती के फीडरों से अलग करके स्वतंत्र कृषि फीडर भी लगाये जायेंगे।
सुश्री मायावती द्वारा आज मान्यवर श्री कांशीराम जी शहरी गरीब आवास योजना के अंतर्गत दूसरे चरण में आवंटित होने वाले 56180 आवासों (प्रति इकाई लागत 2.45 लाख रूपये) का शिलान्यास भी किया गया। इसके तहत कुल 57 परियोजनाओं में 1376.40 करोड़ रूपये की लागत आयेगी। छ: शहरों में गरीबों के लिए सूडा द्वारा बनाये जाने वाले 1702 आवासों का भी शिलान्यास किया गया, जिसकी अनुमानित लागत 50.20 करोड़ रूपये है। इसके अतिरिक्त उन्होंने लखनऊ शहर में गोमती बैराज में कम ऊंचाई के वीयर का भी शिलान्यास किया, जिससे गोमती नदी की जल संग्रह क्षमता बढ़ जाने से पेयजल आपूर्ति हेतु अधिक जल उपलब्ध हो सकेगा और इसके साथ ही डॉ0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल के समीप नदी में प्रचुर मात्रा में पानी भी बराबर बना रहेगा। इसकी अनुमानित लागत 45.72 करोड़ रूपये है। जन कल्याणकारी कार्यक्रम के अंतर्गत उन्होंने इलाहाबाद, आगरा, मथुरा-वृंदावन में सीवरेज योजनाओं और मथुरा तथा वृंदावन में जल निकासी और वाराणसी तथा अयोध्या में पेयजल की योजनाओं का भी शिलान्यास किया, जिनकी कुल लागत 972 करोड़ रूपये है।
मुख्यमंत्री ने अपने जन्मदिवस के मौके पर प्रदेश के 12 जनपदों में 514 किलोमीटर लम्बाई की 297 करोड़ रूपये की 23 सड़कों तथा 38 जनपदों में 237 करोड़ रूपये की लागत के 74 पुलों का लोकार्पण के साथ-साथ 24 जनपदों में 525 करोड़ रूपये के 37 पुलों एवं 16 जनपदों में कुल 525 करोड़ रूपये की धनराशि की 21 सड़कों का शिलान्यास भी किया है। इसी के साथ-साथ 383 करोड़ रूपये की धनराशि से 220/132 के0वी0 के 20 सब स्टेशन तथा 132 के0वी0 के 07 सब स्टेशन व जल निगम की 972 करोड़ रूपये की लागत की 08 परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया गया है। इसके अलावा लखनऊ में मानवाधिकार आयोग भवन एवं अरबी-फारसी विश्वविद्यालय भवन का शिलान्यास तथा कैसरबाग बस स्टेशन के नवनिर्मित भवन तथा छत्रपति शाहूजी महाराज चिकित्सा विश्वविद्यालय परिसर में शताब्दी अस्पताल भवन का लोकार्पण भी किया गया है।
मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक सादे समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस साल से उनकी पार्टी ने पूरे देश व उत्तर प्रदेश में उनके जन्मदिन को जन कल्याणकारी दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है। इसी के तहत आज सरकार तथा पार्टी दोनों स्तर पर उनका जन्मदिन मनाया जा रहा है। सरकारी स्तर पर प्रदेश के सभी 71 जनपदों में जन कल्याणकारी शिविरों का आयोजन सम्बन्धित जिले के जिलाधिकारी के निर्देशन में किया जा रहा है। इन शिविरों में जनता के कल्याण के लिए संचालित की गई महामाया गरीब बलिका आशीवाद योजना, सावित्री बाई फुले बालिका शिक्षा मदद योजना, मान्यवर श्री कांशीराम जी शहरी गरीब आवास योजना, सर्वजन हिताय शहरी गरीब आवास मालिकाना हक योजना तथा अन्य पेंशन योजनाओं के लाभार्थियों को लाभािन्वत किया जायेगा।
सुश्री मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में उनकी पार्टी की सरकार के दौरान उनके जन्मदिन के अवसर पर प्रदेश की आम जनता के हित में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लेकर उन्हें तोहफे के रूप में दिए जाते रहे हैं। इसी के तहत उनकी सरकार ने आज आम जनता को कुछ महत्वपूर्ण एवं जरूरी तोहफे दिए जाने का निर्णय लिया है। इसमें उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री महामाया गरीब आर्थिक सहायता योजना गरीबों के हित में एक अत्यंत दूरगामी हित का फैसला भी शामिल है। इस नई योजना में 300 रूपये की नकद धनराशि लाभार्थी को प्रतिमाह सीधे दी जायेगी।
सुश्री मायावती ने विभिन्न विकास कार्यो का शिलान्यास एवं लोकार्पण तथा सभी महत्वपूर्ण निर्णयों के लिए सम्बन्धित विभागों के समस्त मंत्रियों एवं वरिष्ठ अधिकारियों के प्रति आभार प्रकट किया, जिन्होंने आपस में मिलकर इन सभी कार्यो को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराया। उन्होंने सभी मंत्रीगणों तथा सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों से अपेक्षा की कि इन सभी कार्यो को लागू एवं पूरा कराने के लिए आज से ही पूरे जी-जान से जुट जायें। उन्होंने इस अवसर पर हर साल की तरह हिंदी और अंग्रेजी में स्वलिखित लगभग 1100 पृष्ठों की ´´मेरे संघर्षमय जीवन एवं बी0एस0पी0 मूवमेन्ट का सफरनामा´´ पुस्तक के पांचवें भाग का विमोचन भी किया।
उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री सुश्री मायावती ने कहा है कि विभिन्न न्यायालयों के जरिये दण्डित किये गये 25 बीमार, असहाय एवं वृद्ध पुरुष एवं महिला सिद्ध-दोष बिंदयों की समय पूर्व रिहाई करनें के सम्बंध में राज्य सरकार द्वारा राज्यपाल को सिफारिश भेज दी गई है।
सुश्री मायावती ने आज अपने जन्म दिन के अवसर पर यहां आयोजित एक कार्यक्रम में यह जानकारी भी दी कि प्रदेश के विभिन्न कारागारों में जमानती धाराओं के अंतर्गत जमानत दाखिल न कर पाने वाले 26,335 गरीब पात्र विचाराधीन बिंदयों तथा अधिकतम दण्ड की आधी अवधि पूरी करने वाले 960 पात्र गरीब बिंदयों की भी रिहाई की गई है।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर सिटी मान्टेसरी के बच्चों द्वारा उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व तथा सरकार की उपलब्धियों पर आधारित मनमोहक समूह नृत्य एवं गीत प्रस्तुत करने के लिए प्रत्येक प्रतिभागी को पांच-पांच हजार रूपये पुरस्कार के रूप में देने की घोषणा की। कार्यक्रम की शुरूआत में मुख्य सचिव श्री अतुल कुमार गुप्ता ने मुख्यमंत्री को जन्मदिवस की बधाई देते हुए अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने तोहफों के रूप में जिन कल्याणकारी योजनाओं की शुरूआत की है, उनके क्रियान्वयन से उत्तर प्रदेश की जनता का आर्थिक एवं सामाजिक उत्थान होगा।
अंत में, अपर मंत्रिमण्डलीय सचिव श्री विजय शंकर पाण्डेय ने इस मौके पर पधारे अतिथियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश की जनता को आज तोहफों के रूप में जिन तमाम जन कल्याणकारी परियोजनाओं का लाभ दिया है, वह निश्चित रूप से प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होंगी। उन्होंने मुख्यमंत्री को उनके जन्मदिन की हादिक शुभकामनाएं भी दीं।
इस अवसर पर सांसद एवं राष्ट्रीय महासचिव श्री सतीश चंद्र मिश्र, प्रदेश मंत्रिमण्डल के अनेक सदस्य, सांसद, विधायक, पार्टी पदाधिकारी, मंत्रिमण्डलीय सचिव श्री शशांक शेखर सिंह, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिवगण के अलावा विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Vikas Sharma
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Posted on 15 January 2010 by admin
लखनऊ- बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमंत्री कुमारी मायावती जी की, स्व-लिखित पुस्तक मेरे संघर्षमय जीवन एवं बी.एस.पी. मूवमेन्ट का सफ़रनामा, भाग-टß व इसका अंग्रेज़ी संस्करण आज यहाँ उनके 54वें जन्मदिन के शुभ अवसर पर 5, कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास पर आयोजित एक सादे किंतु आकर्षक समारोह में विमोचन किया गया। यह पहला अवसर है जब इस पुस्तक के हिंदी व अंग्रेज़ी संस्करण का विमोचन एक साथ हुआ है। इससे पूर्व इस पुस्तक के चार खण्ड हिंदी व अंग्रेज़ी में जारी हो चुके हैं जिसके हिंदी के प्रथम दो खण्डों का विमोचन मान्यवर श्री कांषीराम जी के कर-कमलों द्वारा दिनांक 15 जनवरी सन् 2006 को हुआ था।
बी.एस.पी. की `ब्लू बुक´ के नाम से जानी जाने वाली इस पुस्तक के पाँचवे भाग के 1100 से अधिक पृश्ठों में सुश्री मायावती जी ने एक जनवरी 2009 से 31 दिसम्बर, 2009 की अवधि के दौरान देष में बहुजन समाज पार्टी (बी.एस.पी.) तथा उत्तर प्रदेश में उनके नेतृत्व वाली बी.एस.पी. की चौथी सरकार को पेष आने वाली चुनौतियों, संघर्षो, सफलताओं तथा उनकी सरकार द्वारा आम जनता के हित में लिये गये महत्वपूर्ण निर्णयों एवं उनके कल्याण व विकास हेतु किये गये कार्यों के साथ-साथ अच्छे शासन से सम्बंधित विभिन्न आदेशो-निर्देशो एवं उनके क्रियान्वयन का तिथिवार लेखा-जोखा संजोया गया है।
इस पुस्तक को अत्यंत विष्वस्नीय बनाने हेतु, इस `सफ़रनामा´ के 5वें भाग में भी, पूर्व में जारी किये गये इसके अन्य भागों की ही तरह, घटना-प्रधान चित्रों, लेखों एवं अन्य सरकारी दस्तावेज़ों को सम्मिलित किया गया है।
इस सफ़रनामा के बारे में सुश्री मायावती जी लिखती हैं कि यहसफ़रनामा कोई शिकवा-शिकायत का इंद्राज नहीं है, बल्कि सच्चाई को आम हिंदुस्तानी जुबान में एक सीधे-साधे सत्य की तरह पेश करने की कोषिश की गई है। इस प्रकार घटनाक्रमों को उनकी समग्र वास्तविकता में ही पाठकों के समक्ष प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है।
अपने जन्मदिन के सम्बंध में सुश्री मायावती जी अपने सफ़रनामा में लिखती हैं कि हर वर्ष 15 जनवरी को मनाया जाने वाला उनका जन्मदिन देश की आम जनता और उसमें से भी ख़ासकर देश के दलितों व पिछड़ों एवं अन्य समाज में से ग़रीबों एवं असहाय लोगों के हितों की रक्षा के लिये तत्पर बी.एस.पी. मूवमेन्ट को समर्पित होता है, लेकिन समाज के ग़रीब एवं कमज़ोर वर्गों की विरोधी, पूँजीपतियों की हितैशी हमारी विरोधी पार्टियों, ख़ासकर कांग्रेस और बी.जे.पी. तथा इनकी सहयोगी पार्टियों को यह पसंद नहीं है और इसी कारण इन पार्टियों ने, एक सोची-समझी राजनीतिक साज़िष के तहत ख़ासकर उनके जन्मदिन को हमेषा ही विवादित बनाने की कोषिष की है। लेकिन पिछले वर्श तो इन विरोधी पार्टियों ने अति कर दी थी, जिस कारण इस वर्ष अर्थात् सन् 2010 में अपने जन्मदिन को आर्थिक सहयोग दिवस के तौर पर मनाने की परम्परा को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। और अब इस जन्मदिन को मेरी पार्टी व सरकार जन-कल्याणकारी दिवस के रूप में मना रही है।
साथ ही, उत्तर प्रदेश में 16 वर्षो के बाद सन् 2007 में पूर्ण बहुमत वाली बी.एस.पी. की स्थायी सरकार के गठन का उल्लेख करते हुये सुश्री मायावती लिखती हैं कि जनता ने बी.एस.पी. को उत्तर प्रदेष में स्थायी सरकार बनाने का जो मौक़ा दिया उससे प्रतिपक्ष की सभी विरोधी पार्टियाँ एक जुट हो कर बी.एस.पी. के खिलाफ और अधिक शड्यंत्रकारी बन गईं। प्रतिपक्ष की सभी पार्टियाँ ख़ासकर कांग्रेस, भाजपा और सपा ने मिलकर, भारत अमेरिका परमाणु-डील मुद्दे पर संसद में केंद्र सरकार के विष्वास प्रस्ताव के दौरान, मुझे प्रधानमंत्री नहीं बनने देने के लिये अंदरूनी मिलीभगत की। और यही सब कुछ मार्च-मई सन् 2009 में हुये लोकसभा के आम चुनाव में भी जारी रखा। मक़सद सिर्फ एक था कि देष की राजनीति में अपनी अलग पहचान एवं अपनी अमिट छाप बनाने वाली एक `दलित की बेटी´ को किसी भी क़ीमत पर प्रधानमंत्री की कुर्सी पर ना बैठने दिया जाये। क्योंकि हमारी विरोधी पार्टियों ख़ासकर कांग्रेस पार्टी को यह अच्छी तरह से मालूम है कि केंद्र में एक बार बी.एस.पी. के नेतृत्व में सरकार बन जाने के बाद कांग्रेस पार्टी की उसी प्रकार से छुट्टी हो जायेगी जिस प्रकार उत्तर प्रदेश में मेरे नेतृत्व में बी.एस.पी. की सरकार बन जाने के बाद से, देश के सबसे बड़े व महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश से कांग्रेस पार्टी की छुट्टी हो गई है और उनके विधायकों की संख्या 403 सदस्यीय विधानसभा में मात्र 20 रह गई है।
साथ-ही-साथ बी.एस.पी. की राश्ट्रीय अध्यक्ष अपनी पुस्तक में कहती हैं कि इसे देष की राजनीति का एक दुर्भाग्य नहीं तो और क्या कहा जायेगा कि एक तरफ परिवारवाद एवं विरासत की राजनीति को बिना रोक-टोक ही नहीं बल्कि बढ़-चढ़ कर प्रोत्साहित किया जाता है और दूसरी तरफ सर्वसमाज के हित को लेकर संघर्श व कुबानियों तथा गुड गवनेन्स के बल पर भारतीय राजनीति में आगे बढ़ने वाली एक एक दलित की बेटी के खिलाफ विभिन्न विरोधी पार्टियों द्वारा मौक़ापरस्त अनैतिक गठबंधन कर लिया जाता है और साम, दाम, दण्ड, भेद आदि अनेकों हथकण्डों का इस्तेमाल करके हर बार देश में आम जनता की चाहत को कुचलने का प्रयास किया जाता है।
और जहाँ तक उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के पास ज़िला गौतम बुद्ध नगर के नोएडा और ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के तथा राष्ट्रीय महत्व वाले स्मारकों, स्थलों, पार्कों एवं विश्वविद्यालय के निर्माण का मामला है, कांग्रेस पार्टी तथा केंद्र में उसके नेतृत्व वाली सरकार को यह सब ऐतिहासिक महत्व वाले कार्य क़तई पसंद नहीं आ रहे हैं तथा वे इसे बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं जिस कारण कांग्रेस पार्टी के लोग, आम जनता के हित एवं इस्तेमाल के इन स्मारकों/स्थलों को भी अपने राजनीतिक प्रतिरोध का माध्यम बनाकर, सरकारी तंत्र के दुरुपयोग के साथ-साथ कोर्ट में भी इनका तीव्र विरोध कर रहे हैं। आम जनता इन निर्माणों को अपने लिये उपयोगी समझती है और इनका भरपूर लाभ और आनंद उठा रही है, इसलिये उनके बीच विरोधी पार्टियों के इन नेताओं की दाल नहीं गल पाती है, लेकिन राजनीतिक साज़िश के तहत, इन निर्माण कार्यों का कोर्ट में विरोध इतना तीव्र होता है कि उसकी दूसरी मिसाल मिलनी मुश्किल है, परंतु मैं समझती हूँ कि इसमें हैरानी की कोई बात नहीं होनी चाहिये। यह स्वाभाविक ही है कि हमारी सरकार ने अपने अल्पकाल के शासनकाल में ही विकास और जनोपयोग के जो भव्य निर्माण करवाये हैं उनकी दूसरी मिसाल अपने देश के स्वतंत्रता के बाद के इतिहास में मिलनी बहुत मुश्किल है। हमारी सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश में कराये गये ऐतिहासिक निर्माण कार्य वास्तव में कांग्रेस पार्टी को एक चैलेन्ज की तरह से चुभते और खटकते होंगे, क्योंकि आज़ादी के बाद एकछत्र राज करने के बावजूद कांग्रेस पार्टी ने यहाँ ऐसा कुछ भी नहीं किया जिस पर आम जनता अपने आपको सहज व गौरवािन्वत महसूस कर सके।
अपने जीवन संघर्षो तथा बी.एस.पी. मूवमेन्ट का सफ़रनामा कलमबंद करने की सार्थकता पर प्रकाष डालते हुये सुश्री मायावती जी पुस्तक की प्रस्तावना में लिखती हैं, वैसे यह सब बातें मैं इसलिये लिख कर बता पा रही हूँ क्योंकि सुबह-सवेरे उठकर कुछ लिखने-पढ़ने का मेरा सौक़ काफ़ी पुराना है। यही कारण है कि बी.एस.पी. मूवमेन्ट से सम्बंधित काफी दस्तावेज़ात आज पार्टी के ख़ज़ाने में हैं, जिनकी आज अपनी अहमियत है तथा आने वाले कल में भी इनकी और ख़ास अहमियत होगी इससे क़तई इन्कार नहीं किया जा सकता है।
जन्मदिन के शुभ अवसर पर आयोजित इस पुस्तक विमोचन समारोह में प्रदेष कबीना के वरिष्ठ मंत्रीगण, सांसद, विधायक, वरिष्ठ प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
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लखनऊ- उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने शुक्रवार को अपना 54वां जन्मदिन गरीबों के नाम समर्पित कर दिया। इस मौके पर उन्होने करीब 7,312 करोड़ रुपये की जनकल्याणकारी योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
लखनऊ में अपने सरकारी आवास पर मायावती ने संवाददाताओं से कहा, “बीते वर्षो की तरह इस साल भी मेरे जन्मदिन पर प्रदेशवासियों को बसपा सरकार की तरफ से कल्याणकारी योजनाओं का तोहफा दिया गया है। राज्य में एक नई पेंशन योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत राज्यभर के करीब 30 लाख गरीबों को 300 रुपये प्रतिमाह पेंशन दी जाएगी। “
मुख्यमंत्री ने कहा, “आज कुल 7,312 करोड़ रुपये की 264 जनकल्याणकारी योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया है। इन योजनाओं के क्रियान्वयन से प्रदेश के गरीबों और आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों के जीवन स्तर का उत्थान होगा। साथ ही प्रदेश विकास के पथ पर आगे बढ़ेगा।“
इस मौके पर मायावती ने केंद्र में सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार को उत्तर प्रदेश को 80,000 करोड़ रुपये का विशेष आर्थिक पैकेज न देने के लिए एक बार फिर कोसा और कहा, ” राज्य के विकास के लिए मैंने प्रधानमंत्री जी को कई बार पत्र लिखकर विशेष आर्थिक पैकेज की मांग की लेकिन आज तक एक फूटी कौड़ी भी नहीं मिली।“
मायावती ने कहा, “हमारी सरकार ने अपने सीमित संसाधनों से सरकारी खर्चो में कटौती करके गरीबों के लिए कल्याणकारी योजनाएं प्रारंभ की हैं। “
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लखनऊ-समाजवादी पार्टी के राज्य संसदीय बोर्ड की बैठक आज पार्टी के राज्य मुख्यालय 19, विक्रमादित्य मार्ग, लखनऊ में प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव की अध्यक्षता में हुई। बैठक में नेता विरोधी दल श्री शिवपाल सिंह यादव, विधान परिशद में नेता प्रतिपक्ष श्री अहमद हसन, श्री भगवती सिंह(सांसद), श्री माता प्रसाद पाण्डेय (पूर्व विधान सभा अध्यक्ष) श्री बलराम सिंह यादव एवं श्री अवधेश प्रसाद (पूर्व मंत्री) की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
बैठक में मुख्यमंत्री मायावती के जन्मदिन पर “जनकल्याण दिवस´´ के रूप में मनाए जाने को प्रदेश की मंहगाई, शीत लहर तथा जर्जर कानून व्यवस्था से पीड़ित प्रदेश की जनता का उपहास बताया गया। मुख्यमंत्री मायावती के बसपा विधायक बलात्कार, हत्या और दूसरे अपराधिक कृत्यों को अंजाम देकर उनके जन्मदिन का जश्न मना रहे हैं।
बैठक में 19 जनवरी, को समाजवादी पार्टी द्वारा होने वाले जनआन्दोलन की तैयारी तथा विधान परिशद चुनाव में सत्तारूढ दल द्वारा बरती गई धांधली की निन्दा की गई। बैठक में कहा गया कि अधिकारियों ने सत्तारूढ़ दल का साथ दिया। साक्षरों के साथ भी जबरन सहयोगी लगाकर बसपा के पक्ष में मतदान कराया गया। सपा के मतदाताओं का हर तरह से उत्पीड़न किया गया। लोकतन्त्र की हत्या कर सरकार ने विधान परिशद का यह चुनाव जीता है।
बैठक में कहा गया कि सैकड़ों लोग ठंड से मर रहे हैं। न कहीं अलाव जल रहे हैं, न रैन बसेरा चल रहे हैं। गरीबों को घटिया कंबल बॉटे जा रहे हैं यह सरकार पूरी तरह संवेदन शून्य है। किसान लुट रहा हैं उसे बिजली, पानी, खाद, बीज, की किल्लत है। सगे बीमारी और भुखमरी से विभिन्न क्षेत्र कराह रहे हैं। मंहगाई ने जिन्दगी दुश्वार कर दी है। मुख्यमंत्री का इधर ध्यान नहीं वे अपनी महिमा मंडन में लगी है। उनका जन्मदिन जश्न गरीबों के जख्मों पर नमक छिड़कना है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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