कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव डॉ. सुधांशु त्रिपाठी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी द्वारा गांधी परिवार पर लगाए गए झूठे आरोप की पोल खुलने लगी है। आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को इस झूठ की कीमत भी अदा करनी पड़ेगी।
त्रिपाठी ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि, ‘प्रधानमंत्री मोदी ने सत्ता में आने से पहले जनता से तरह-तरह के वादे किए थे, मगर एक भी वादा पूरा नहीं हुआ। खोखले वादों की राजनीति उजागर हो चली है, तो बीजेपी ने जनता का ध्यान भटकाने के लिए गांधी परिवार पर झूठे आरोपों की बौछार तेज कर दी। आरोपों में तनिक भी सच्चाई न होने के कारण ये कहीं ठहर नहीं पा रहे। लिहाजा उन्हें देश की जनता आगामी चुनाव में सबक सिखाएगी।
एक सवाल के जवाब में त्रिपाठी ने कहा कि, कांग्रेस के विरोधियों ने हमेशा गांधी परिवार पर झूठे आरोप लगाकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने की कोशिश की है, जिसमें वे भले ही कुछ समय के लिए सफल हुए हों मगर बाद में उन्हें मुंह की खानी पड़ी। एक बार फिर वही होने वाला है। गांधी परिवार के दो सदस्यों इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने देश की खातिर जान दी, इसका जिक्र तक करने से भाजपा कतराती है क्योंकि उसके पास ऐसा कोई नेता ही नहीं है जिसने देश के लिए बलिदान दिया हो।
रॉबर्ट वाड्रा पर जमीन घोटाले के लग रहे आरोपों के सवाल पर त्रिपाठी ने कहा कि, चुनाव नजदीक है, लिहाजा जनता से किए गए वादे भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे नहीं कर पाए। ऐसे में भाजपा भ्रम और झूठ फैलाने के लिए गांधी परिवार के सदस्यों पर अनर्गल आरोप लगा रही है। साढ़े चार साल तक केंद्र की सरकार चुप रही और चुनाव की तारीख करीब आते ही ईडी और आकयर विभाग का दुरुपयोग शुरू कर दिया है। इसके बाद भी भाजपा को कुछ भी लाभ नहीं होने वाला है।
गांधी परिवार के देश के विकास में दिए गए योगदान का जिक्र करते हुए त्रिपाठी ने कहा कि, मोती लाल नेहरु ने अपने संघर्ष से अर्जित संपत्ति में से प्रयाग का आनंद भवन बनवाकर सरकार को दान कर दिया था। पं जवाहर लाल नेहरु ने नए भारत की परिकल्पना का स्वरुप दिया, इंदिरा गांधी ने देश के बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया। राजीव गांधी ने कंप्यूटर क्रांति लाई। इस परिवार के योगदान के हल्के आरोपों के जरिए भुलाने की साजिश भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी द्वारा रची जा रही है।
गांधी परिवार की शहादत का जिक्र करते हुए त्रिपाठी ने कहा कि, पिता और दादी का देश की एकता और अखंडता के लिए दिए गए बलिदान के बाद यह राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का साहस ही था जो वे देश के लिए राजनीति के मैदान में आए। दोनों ही देश का भविष्य हैं।
उन्होने आगे कहा कि, देश की कई ताकतें गांधी परिवार के सदस्यों को द्वेषवश राजनीति के मैदान से बाहर करने की साजिशें रचती रहीं मगर उन्हें कभी कामयाबी नहीं मिली। अब एक बार फिर भाजपा और मोदी सरकार उसी तरह का कुचक्र चलाए जा रही है, जिससे कांग्रेस का तो कोई नुकसान नहीं होगा बल्कि भाजपा की असलियत सामने आ जाएगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री, लखनऊ