Posted on 26 November 2018 by admin
लखनऊ 26 नवम्बर 2018, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द नाथ पाण्डेय ने आज कहा कि मा0 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र में चल रही भाजपा सरकार ने अपने साढ़े चार वर्ष के कार्यकाल में पं0 दीनदयाल उपाध्याय जी की अन्त्योदय के सिद्धांत पर ही काम किया है। उन्होंने कहा समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति का सर्वागीण विकास को ही प्राथमिकता मानकर मोदी सरकार ने कार्य किया। डा0 पाण्डेय ने कहा कि अन्त्योदय का मूल चिन्तन ही भारतीय चिंतन है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आज प्रबुद्ध प्रकोष्ठ अवध क्षेत्र द्वारा स्थानीय नगर निगम के त्रिलोकी नाथ सभागार में अन्त्योदय और भाजपा विषय पर आयोजित संगोष्ठी में उपस्थित प्रबुद्धजनों को संबोधित कर रहे थे।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि हेडगेवार जी, प0 दीनदयाल उपाध्याय जी, गोपाल कृष्ण गोखले जी सहित कई अन्य राष्ट्रवादी सोच के महानुभावों ने आजादी से पूर्व उसी राष्ट्रावादी चिंतन पर भारत व भारतीय समाज के लिए कार्य किया, लेकिन आजादी के बाद प0 नेहरू ने देश के नजरिये से नहीं बल्कि दुनिया के नजरियें से देश को आगे ले जाने की बात करी। जिस कारण भारत जिस मौलिक चिंतन के आधार पर आगे बढ़ना चाहिए था उससे अलग राह पर आगे बढ़ा।
उन्होंने कहा कि आजादी के 72 वर्षो के दौरान ऐसे लोगों की श्रेणी खड़ी हुई जो राजनैतिक रूप से गरीबों की भलाई का नारा तो देते रहे लेकिन उन्होंने सिर्फ अपनी और अपने परिवार की भलाई का कार्य किया। ऐसे अवसरवादी लोगों ने चैधरी चरण सिंह जी, राम मनोहर लोहिया जी, भीमराव आम्बेडकर जी के नाम पर राजनीत तो की लेकिन कभी उनके दिखाये सिद्धांतो और मार्ग पर नहीं चले। ये वो लोग थे जिन्होंने राजनीत का उपयोग खुद को व अपने परिवार को सार्मथ्यवान बनाने के लिए किया। वहीं जब हमारी विचारधारा की बात आती है तो हम अन्त्योदय के सिद्धांत पर चलकर समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के लिए काम करते रहे। उन्होंने कहा कि सबका साथ-सबका विकास के संकल्प के साथ गरीब व्यक्ति के स्वास्थ्य, उसके घर उसके सम्मान के लिए भाजपा सरकारें काम कर रही है।
डा0 पाण्डेय ने कहा कि हमारी विचारधारा समाज की भलाई के साथ और समाज को दिशा दे रही है और स्वस्थ्य समाज की परिकल्पना के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि आजादी के बाद कांग्रेस ने महापुरूषों के नाम पर नारे गढ़े और सत्ता सुख को भोगती रही लेकिन गांव, गरीब, किसान, नौजवान के कल्याण के लिए योजनापूर्वक कार्य नहीं किया। उन्होंने भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी जी का स्मरण करते हुए कहा कि श्रद्धेय अटल जी की सरकार में अन्त्योदय की परिकल्पना को साकार करने के लिए अन्नपूर्णा योजना व सर्व शिक्षा अभियान जैसी योजनाओं को केन्द्र में रखकर वंचित लोगों के उत्थान व विकास के लिए कार्य किया।
उन्होंने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार ने पिछले साढ़े चार सालों में आयुष्मान भारत, उज्जवला योजना, सौभाग्य योजना जैसी अनेकों जनकल्याणकारी योजनाओं से गरीब, महिलाओं, पिछड़ो की चिंता व उनके भलाई करने का काम किया। डा0 पाण्डेय ने कहा कि नरेन्द्र मोदी जी पिछले साढ़े चार वर्षो में शुद्ध रूप से एक पारदर्शी सरकार के रूप में जनता के बीच स्थापित हुई है। 2014 में जब मोदी जी प्रधानमंत्री बने तो देश में सिर्फ सात राज्यों में भाजपा की सरकार थी वहीं आज साढ़े चार वर्षो के भीतर 19 राज्यों में भाजपा की सरकार है। यह दर्शाता है कि जनता का विश्वास मोदी जी पर निरंतर बढ़ रहा है और 2019 के लोकसभा चुनाव में मा0 मोदी जी को जनता फिर से प्रधानमंत्री बनाने के लिए उत्साहित है।
संगोष्ठी में पार्टी के महामंत्री विद्यासागर सोनकर, क्षेत्रीय अध्यक्ष सुरेश तिवारी, सह संपर्क प्रमुख नवीन श्रीवास्तव, अभय प्रताप सिंह, सुधाकर सिंह कुशवाहा, डा0 अनिल मिश्र, जितेन्द्र पाण्डेय, अतुल बाजपेयी, संदीप अग्रवाल, संजय शुक्ला सहित कई अन्य प्रमुख पदाधिकारी व प्रबुद्धजन उपस्थित रहें।
Posted on 25 November 2018 by admin
Posted on 25 November 2018 by admin
योगी ने कुंभ मेले का प्रतीक चिन्ह भेंट कर विदा किया आईएफडब्लूजे दल को
लखनऊ, 25, नवंबर : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को श्रीलंका के दौरे पर जा रहे इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट (आईएफडब्लूजे) प्रतिनिधिमंडल के मुखिया हेमंत तिवारी व अंग्रेजी दैनिक दि पायनियर के समाचार निदेशक विश्वजीत बनर्जी से भेंट कर उन्हें शुभकामनाए दीं। मुख्यमंत्री ने आईएफडब्लूजे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के अध्यक्ष हेमंत तिवारी को श्रीलंका सरकार के गणमान्य लोगों को भेंट करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा विशेष रुप से तैयार किया गया अगामी कुंभ मेले का प्रतीक चिन्ह भी भेंट किया।
श्रीलंका प्रेस एसोसिएशन (एसएलपीए) के निमंत्रण पर लगातार तीसरे साल आईएफडब्लूजे उपाध्यक्ष हेमंत तिवारी भारत के 18 सदस्यीय पत्रकारों का प्रतिनिमंडल लेकर जा रहे हैं। प्रतिनिधिमंडल में विश्वजीत बनर्जी सहित उत्तर प्रदेश के पांच पत्रकार शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने आज अपने आवास पर भेंट के दौरान श्री तिवारी व बनर्जी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हर साल भारत के पत्रकारों के श्रीलंका दौरे से दोनो देशों के संबंध और भी प्रगाढ़ होते जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने श्रीलंका जा रहे आईएफडब्लूजे को अयोध्या में मनायी गयी भव्य दीवाली का चित्र भी भेंटस्वरुप देने के लिए प्रदान किया।
गौरतलब है कि भारत के कई राज्यों के पत्रकारों का एक प्रतिनिधिमंडल एसएलपीए के स्थापना दिवस समारोह में भाग लेने श्रीलंका जा रहा है। बीते साल भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने आईएफडब्लूजे प्रतिनिधिमंडल से श्रीलंका जाने से पहले शिष्टाचार भेंट की थी।
आईएफडब्लूजे के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हेमंत तिवारी ने बताया कि श्रीलंका दौरे के दौरान प्रतिनिधिमंडल अशोक वाटिका सहित कई दर्शनीय स्थलों की सैर करेगा। उन्होंने बताया कि हाल ही में आईएफडब्लूजे ने एसएलपीए के पत्रकार साथियों को बंगलौर सम्मेलन में भारत बुलाया था।
UPWJU ने भी किया सम्मानित
यूपीडब्ल्यूजेयू ने भी आज शाम एक सादे कार्यक्रम में ifwj के श्रीलंका जा रहे प्रतिनिधिमंडल के नेता हेमंत तिवारी को पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया और पत्रकारीय परिप्रेक्ष्य में एक सकारात्मक यात्रा हेतु शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष भाष्कर दूबे, वरिष्ठ सलाहकार श्यामबाबू एवं टीबी सिंह, संगठन मंत्री अजय त्रिवेदी, महामंत्री मो. कामरान, सचिव राजेश मिश्र, वरिष्ठ पत्रकार अशोक त्रिपाठी, बीएन मिश्रा, अनुपम शास्त्री, मुकेश श्रीवास्तव, विवेक मिश्रा, वरिष्ठ फोटोजर्नलिस्ट इंद्रेश रस्तोगी, आशु बाजपेयी औऱ आशीष बाजपेयी भी मौजूद थे।
Posted on 25 November 2018 by admin
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि अयोध्या में आज विश्व हिन्दू परिषद, शिव सेना तथा आरएसएस ने जो उन्माद पैदा किया और जिसके पीछे भाजपा की पूरी मदद थी, उसे जनता ने गंभीरता से नहीं लिया। भाजपा के कुत्सित इरादों को विफल करने के लिए जनता धन्यवाद की पात्र है। कालाधन, किसानों की तबाही, नौजवानों की बेरोजगारी, महिलाओं पर अत्याचार आदि तमाम मुद्दों का कोई हल निकालने में भाजपा सरकारों की विफलता को ढकने के लिए ही सांप्रदायिक उन्माद पैदा किया जा रहा है।
भारतीय जनता पार्टी के संकल्प पत्र, घोषणा पत्र में जो वादे किए गए थे उन्हें सन् 2014 में केन्द्र में बहुमत आने के बाद भी पूरा नहीं किया गया। जनता के मुद्दों से पलायन राजनैतिक बेईमानी है। वादे पूरा न करना राजनीतिक भ्रष्टाचार है। इसके विपरीत समाजवादी पार्टी का रिकार्ड रहा है कि उसकी कथनी-करनी में कोई भेद नहीं है। समाजवादी सरकार में विकास पर ध्यान दिया गया।
भाजपा आरएसएस की नीति और नीयत दोनों जनविरोधी है। विकास और प्रगति के विरूद्ध साजिश करना, समाज को बांटना और नफ़रत पैदा करना उसका स्वभाव है। इसी के चलते 25 नवम्बर 2018 को लेकर न केवल अयोध्या अपितु देश-प्रदेश में भी आशंकाएं थी। प्रशासन ने भी अयोध्या के स्थानीय निवासियों को घरों में कैद कर दिया। दुकाने बंद हैं, बच्चे और मरीज परेशान हैं। माहौल डरावना बना दिया है। यह भी संज्ञान में रखना आवश्यक है कि सभा में वक्ताओं ने जो कुछ कहा, क्या उससे माननीय सर्वोच्च न्यायालय की मर्यादा के विपरीत आचरण तो नही है?
सच तो यह है कि 28 नवम्बर को मध्य प्रदेश में मतदान होना है। यहां भाजपा को सत्ता से बाहर करने का जनता ने मन बना लिया है। मध्य प्रदेश की जनता जिन परेशानियों से गुजर रही है, उससे उसका ध्यान हटाने के लिए ही अयोध्या का भावनात्मक मुद्दा उछाला गया है यह जानते हुए भी कि मामला माननीय सर्वोच्च न्यायालय में लम्बित है। जनवरी में सुनवाई होनी है। लेकिन अब जनता भाजपा के छल और धोखे में आने वाली नहीं है। उसने भाजपा को करारा जवाब दिया है। उम्मीद है कि यह सजगता और सतर्कता जनता हमेशा बनाए रखेगी।
Posted on 25 November 2018 by admin
सर्वोच्च न्यायालय में लंबित राम जन्म भूमि मसले पर कुछ संगठनों द्वारा अयोध्या में भारी संख्या में भीड़ लाकर देश व प्रदेश में साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने व माहौल खराब करने की कोशिश के प्रतिकार के लिए प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ने शिवपाल सिंह यादव के नेतृत्व में राजभवन तक पैदल मार्च किया और राजभवन जाकर महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। पैदल मार्च में सैकड़ों समर्थक थे जो सांप्रदायिक शक्तियों के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे थे।
ज्ञापन इस प्रकार है-
आदरणीय राज्यपाल महोदय,
जैसा कि विदित है कि सर्वोच्च न्यायालय में लंबित राम जन्म भूमि मसले पर कुछ संगठनों द्वारा अयोध्या में भारी संख्या में भीड़ लाकर देश व प्रदेश में साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने व माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। धारा 144 के लगाए जाने के बावजूद, भीड़ का एकत्र होना राज्य व जिला प्रशासन की मंशा पर संदेह पैदा करता है, क्योंकि पूर्व में भी ऐसा हो चुका है जब ऐसी परिस्थितियों में सर्वोच्च न्यायालय में हलफनामा देने के बावजूद सरकार उसका पालन नहीं कर सकी और पूरा देश दंगों की आग में जला और हजारों लोगों को जान व माल का नुकसान सहना पड़ा और देश की अर्थव्यवस्था व सामाजिक सद्भाव को भारी क्षति हुई।
अयोध्या बंधुत्व व सहअस्तित्व के साथ रहने वाला शहर है। आज तक वहां के स्थानीय लोगों में कोई आपसी साम्प्रदायिक विवाद नहीं हुआ ऐसे में अयोध्या में शांतिपूर्ण यथास्थिति सुनिश्चित की जानी चाहिए।
आदरणीय राज्यपाल महोदय आप राज्य के संवैधानिक प्रमुख है। ऐसे में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) आपसे यह मांग करती है कि, पूर्व अनुभव के आधार पर सरकार को यह निर्देश देने की कृपा करें कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा बनाई गई व्यवस्था भंग न होने पाए। किसी भी कीमत पर विवादित भूमि पर सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना नहीं होनी चाहिए। अगर राज्य व जिला प्रशासन स्थिति को नियंत्रित नहीं कर पा रहे हैं, तो प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के लोग आपसे राज्य में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करने की मांग करते है।
Posted on 25 November 2018 by admin
भारत राष्ट्र जहां कल भारतीय गणराज्य का संविधान स्थापना दिवस मना रहा है वहीं कल संविधान द्वारा उपेक्षित दलित व शोषित जातियों को सशक्त करने की संवैधानिक भावना व चेतना को वर्तमान की भाजपा नीत सरकारें, उनके लिए आवंटित बजटीय समर्थन को चिन्हित योजनाओं में नहीं खर्च कर, अपने प्रचार व प्रदर्शन में खर्च कर रही हंै।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अभिषेक राज ने आज जारी बयान में कहा कि दलित आदिवासियों के लिए 2016 मंे गठित एससी/एसटी हब योजना जिसमें 2020 तक खर्च हेतु 490 करोड़ रूपये आवंटित थे इसमें से मात्र 72 करोड़ रूपये ही अभी तक खर्च हो पाये हैं जिसमें से मात्र 7 से 8 करोड़ रूपये ही चिन्हित दलित आदिवासी समूहों पर खर्च हो पाये हैं बाकी राशि भाजपा सरकारों द्वारा दलित आदिवासी समूहों के बीच अपनी छवि सुधार के प्रचार प्रदर्शन में ही खर्च किया गया है।
प्रवक्ता ने कहा कि अनुसूचित जातियों व जनजातियों को सशक्त व समृद्ध करने के संविधान द्वारा प्रदत्त प्रयासों की बखिया उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा तब उधड़ती नजर आयी जब समस्त प्रदेश में चारों तरफ दलितों पर प्रताड़ना के समाचार आने लगे। वाराणसी में एक दलित बस्ती जबरन खाली करा दी गयी, कौशाम्बी में एक दलित बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया, जौनपुर में पान खाने पर एक दलित युवक का हाथ तोड़ दिया गया, आजमगढ़ में भाजपा का झण्डा लगी गाड़ी में एक दलित किशोरी का अपहरण कर सामूहिक बलात्कार किया गया, 19 नवम्बर को कानपुर आईआईटी के दलित प्रोफेसर का उत्पीड़न किया गया, केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर द्वारा जयपुर में दलित के घर भोजन करने के कार्यक्रम में भाजपा नेत्री सुमन शर्मा से भोजन पकवाया गया और कन्नौज में एक दलित शिक्षा मित्र का इस कदर उत्पीड़न किया गया कि उसने मजबूर होकर फांसी लगा ली।
दलितों पर हो रहे इस निर्मम अत्याचार के माहौल में भी भाजपा दलितों को जातियों व उपजातियों में बांट अपना वोट बैंक बना व दलित प्रेम दिखा अपनी राजनीतिक बिसात पर गोट बिछाने हेतु दलित एकता को खण्डित कर जातियों एवं उपजातियों का सम्मेलन लखनऊ में कर रही है।
प्रवक्ता ने कहा कि संविधान व उसकी आत्मा द्वारा प्रेरित भारतीय समाज का समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष व लोकतंत्रात्मक भावना को आहत करते हुए भाजपा का यह प्रयास, भारतीय समाज की विविधता की शक्ति को विभेदित करते हुए एक अस्मिता को दूसरी अस्मिता के विरूद्ध खड़ा करना, भारतीय राष्ट्र, उसकी शक्ति व उसकी एकता को खण्डित करने जैसा है।
Posted on 25 November 2018 by admin
अमरोहा/लखनऊ 25 नवम्बर 2018 भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने आज पिछड़ा वर्ग मोर्चा द्वारा आयोजित प्रबुद्धजन सम्मेलन अमरोहा में उपस्थित प्रबुद्धजनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में 2019 का चुनाव भारी बहुमत से जीतने जा रही है साथ ही हम मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ और राजस्थान के चुनावों में भारी मतों से जीत रहे है। प्रधानमंत्री मोदी जी के द्वारा जो गरीब कल्याण की योजनाएं चलाई जा रही है। वैसा आजतक किसी भी सरकार ने नहीं किया है। आज पांच करोड़ से अधिक घरों में मुफ्त गैस कनेक्शन उपलब्ध कराया गया है। जिससे हमारी माताओं को धुएं से मुक्ति मिली है। स्वच्छ भारत योजना के अन्र्तगत गांव-गांव में आठ करोड़ से अधिक शौचालय बनाये गए है। हमारी बेटियों, माताओं का आत्म सम्मान इससे बढे़गा। गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के दो करोड़ मकान गरीबों को दिये जा चुके है। आजादी के बाद से अब तक उन्नीस हजार गांवों में बिजली नहीं पहुॅची थी। आज मोदी जी के नेतृत्व की सरकार ने देश के हर गांव में बिजली पहुॅचा दी है। दो करोड़ घरों में बिजली के कनेक्शन भी दिये गए है। जहां आज तक उन्हें बिजली भी नसीब नही थी। गरीब कल्याण के क्षेत्र में एक सबसे बड़ा काम स्वास्थ्य को लेकर हुआ है। जीवन रक्षक दवाओं, हृदय रोग में पड़ने वाला स्टंट और कमर और घुटने का प्रत्यारोपण के दामों में 50 से 70 प्रतिशत दामों में कमी आई है। गरीबों के स्वाथ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री जी ने आयुष्मान भारत योजना शुरू की है। जिसमें दस करोड़ गरीब परिवारों को पांच लाख रूपये का स्वास्थ्य बीमा मिलेगा। योजना के लागू होने के दो माह के भीतर ही तीन लाख से अधिक लोंगो ने इसका लाभ उठाया है।
डाॅ. पाण्डेय ने मीडिया के सवालों का जबाब देते हुए कहा राम मंदिर हमारी आस्था का विषय है और भारतीय जनता पार्टी हमेशा से ही रामजन्म भूमि पर भव्य मंदिर निर्माण हो इसके पक्ष में है। समाजवादी सरकार ने केवल परिवार और कुनबे का ही विकास किया था और सपा-बसपा और कांग्रेस ने सिर्फ पूरे प्रदेश को लूटा है। इसलिए जनता ने उन्हें सत्ता से उतार फेंका है। विपक्ष ने हमेशा अपना घर भरा है। जबकि भारतीय जनता पार्टी सभी के हित की बात करती है, सबका साथ-सबका विकास हमारा सिद्धान्त है। हमारी सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग को सवैधानिक दर्जा दिया है। जिससे समुचित पिछड़ा वर्ग लाभान्वित होगा।
डाॅ. पाण्डेय ने प्रबुद्ध जनों को सम्बोधित करते हुए कहा भारतीय जनता पार्टी सभी के हितों की बात करती है और हम सभी जिलों में पद यात्राएं आयोजित कर रहे है। जिसमें केन्द्र और प्रदेश की सरकारों द्वारा किये गए जनहित के कार्यो को जनता के बीच ले जायेगें।
क्षेत्रीय अध्यक्ष अश्वनी त्यागी, क्षेत्रीय महामंत्री संगठन अजय कुमार, जिला प्रभारी देवेन्द्र जी, विधायक राजीव तरारा, महेन्द्र जी, जिला महामंत्री ब्रजेश, जिला पंचायत अध्यक्ष भूपेन्द्र, जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश गोला, पूर्व सांसद देवेद्र नागपाल, पिछडा वर्ग मोर्चा के क्षेत्रीय पूर्व विधायक लोकेश प्रजापति, महेन्द्र सिंह, कार्यक्रम संयोजक यशवंत गुर्जर आदि उपस्थित रहे।
Posted on 25 November 2018 by admin
लखनऊ 25 नवम्बर 2018 प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय श्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा अयोध्या में भगवान श्री राम की 221 मीटर ऊंची कांसे की प्रतिमा लगाने का निर्णय सराहनीय है। प्रदेश पार्टी मुख्यालय पत्रकारों से चर्चा करते हुए डाॅ. चन्द्रमोहन ने कहा कि इस निर्णय ने देश-विदेश में बसे करोडों लोगों की भावनाओं का सम्मान किया है। माननीय मुख्यमंत्री जी का यह निर्णय असंख्य जनसंख्या के स्वाभिमान का भी प्रतीक है। अयोध्या में भगवान श्री राम की प्रतिमा लगने के निर्णय से ही उत्तर प्रदेश देश-दुनिया में पर्यटन के केंद्र बिंदु के रूप में आ गया है।
डाॅ. चन्द्रमोहन ने कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीराम की मूर्ति लगाने के साथ अत्याधुनिक म्यूजियम की स्थापना के निर्णय से समूचे अवध और पूर्वांचल को एक नई पहचान मिलेगी। यहां पर्यटन के विकास के साथ असंख्य युवाओं के लिए रोजगार के बड़े अवसर भी पैदा होंगे। पिछली सपा और बसपा की सरकारों में उपेक्षित पड़े धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों को जिस तरह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ जी की सरकार संवार रही है वह अभूतपूर्व है। इसने लोगों में इस विश्वास का संचार किया है कि भाजपा सरकार ही उपेक्षितों, वंचितों के हक के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
प्रदेश प्रवक्ता डाॅ. चन्द्रमोहन ने कहा कि पिछडों, दलितों, उपेक्षितों, वंचितों को सम्मान दिलाना ही रामराज्य की परिकल्पना है और इस दिशा में प्रयास करने वाला ही वस्तुतः रामभक्त है। प्रदेश की भाजपा सरकार इसी ध्येय को सामने रखकर अपना कार्य कर रही है। यही सूत्रवाक्य विकास की राह खोलता है जिसपर मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्च वाली भाजपा सरकार तेजी से आगे बढ़ रही है।
Posted on 24 November 2018 by admin
सुरेन्द्र अग्निहोत्री, लखनऊः 24 नवम्बर, 2018
प्रदेश में 26 नवम्बर 2018 से वृहद मीजिल्स रुबेला टीकाकरण अभियान चलाया जायेगा। अभियान की जानकारी देने के लिए आज लखनऊ के हुसैनगंज स्थित एक होटल में चिकित्सा एवं परिवार कल्याण विभाग राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उ0 प्र0 सरकार द्वारा यूनिसेफ विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और यू0एन0डी0पी0 लायन्स रोटरी, आई0ए0पी0 के सहयोग से आज मीजिल्स रुबेला टीकाकरण अभियान को लेकर राज्यस्तरीय मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए श्री पंकज कुमार मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि टीकाकरण बच्चों के जीवन और भविष्य को सुरक्षित करने का सबसे कारगर और किफायती तरीका है। सम्पूर्ण टीकाकरण अभियान के तहत उनका पूरा प्रयास है कि जीवन को सुरक्षित करने वाली वैक्सीन का लाभ हर बच्चे तक पहुंचे। इस दिशा में अभी हाल ही में शुरू की गयी मीजिल्स-रूबेला वैक्सीन को अभियान के तहत स्कूलों, स्वास्थ्य केन्द्रों और दुर्गम क्षेत्रों तक निःशुल्क मुहैया कराना लक्ष्य पाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
इस मौके पर यूनिसेफ इंडिया के श्री अमित मेहरोत्रा ने जोर देते हुए कहा कि पोलियो के खिलाफ जंग में मीडिया ने यूनिसेफ का लम्बे समय तक भरपूर सहयोग किया है। अब हम मीडिया से यह सहयोग चाहते हैं कि वह सुनिश्चित करे कि देश के सभी बच्चों को टीकाकरण का लाभ मिल सके, भले ही वह किसी भी क्षेत्र में रहते हों। टीकाकरण बच्चों का जीवन बचाने के लिए ही नहीं बल्कि एक स्वस्थ और उत्पादक भविष्य देने के लिए भी बहुत ही सस्ती सार्वजानिक स्वास्थ्य सेवा है। वैक्सीन के सम्बन्ध में बताते हुए डाॅ0 वेद प्रकाश, महाप्रबंधक नियमित टीकाकरण,राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन,उ0प्र0 ने कहा कि भारत सन 2020 तक मीजिल्स के उन्मूलन और रूबेला/जन्मजात रूबेला सिंड्रोम (सीआरएस) के नियंत्रण के लिए संकल्पबद्ध है। विश्व के इस सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के तहत नौ माह से 15 साल तक के बच्चों का टीकाकरण करने का लक्ष्य है।
कार्यशाला में राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी, उत्तर प्रदेश सरकार डॉ. ए. पी. चतुर्वेदी ने राज्य में शुरू हो रहे मीजिल्स-रूबेला टीकाकरण अभियान के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि इसके तहत प्रदेश के 75 जिलों के लगभग 8 करोड़ बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य है। अभियान के तहत नौ माह से 15 साल तक के बच्चों को मीजिल्स-रूबेला (एमआर) वैक्सीन का एक अतिरिक्त डोज दिया जाएगा। अभियान के तहत लगने वाली एमआर वैक्सीन नियमित टीकाकरण का हिस्सा है और इसके साथ ही यह मीजिल्स वैक्सीन की जगह लेगी जो की अभी 9-12 माह और 16-24 माह के बच्चों को दी जाती है।
अभियान में स्कूलों की विशेष भागीदारी सुनिश्चित की गयी है। ज्ञात हो की मीजिल्स-रूबेला अभियान के तहत भारत में बच्चों के टीकाकरण कार्यक्रम में पहली बार रूबेला वैक्सीन को शामिल किया गया है। रूबेला जिसे सामान्य रूप से जर्मन मीजिल्स के नाम से जाना जाता है सामान्यतः ज्यादा हानिकारक नहीं है, किन्तु गर्भवती महिलाओं के लिए यह काफी हानिकारक है। छोटे बच्चों की मौत का कारण बनने वाली मीजिल्स से बचाने का काम देश में शुरू की गयी नई एमआर वैक्सीन करेगी।
गौरतलब है कि मीजिल्स- रुबेला अभियान का शुभारम्भ दिनांक 26 नवम्बर 2018 को प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा किया जायेगा।