71 देशों के 365 से अधिक कानूनविद् भाग लेगें
सुरेन्द्र अग्निहोत्री,लखनऊ, 4 नवम्बर। सिटी मोन्टेसरी स्कूल के तत्वावधान में ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 19वाँ अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ 16 नवम्बर से सी.एम.एस. में हो रहा है। सम्मेलन में माॅरीशस के कार्यवाहक राष्ट्रपति माननीय परमाशिवम पिल्ले व्यापूरी समेत 19 देशों के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, गवर्नर-जनरल, पार्लियामेन्ट के स्पीकर, न्यायमंत्री, इण्टरनेशनल कोर्ट के न्यायाधीश एवं विश्व प्रसिद्ध शान्ति संगठनों के प्रमुख लखनऊ पधार रहे हैं। इसके अलावा, 71 देशों के 365 से अधिक मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश व कानूनविद्् अपनी प्रतिभागिता दर्ज करा रहे हैं। उक्त जानकारी सम्मेलन के संयोजक एवं सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने दी। डा. गाँधी ने बताया कि ‘भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51’ पर आधारित यह ऐतिहासिक सम्मेलन विश्व एकता, विश्व शान्ति एवं विश्व के ढाई अरब से अधिक बच्चों के सुन्दर एवं सुरक्षित भविष्य को समर्पित है।
डा. गाँधी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बताया कि लखनऊवासियों के लिए यह गर्व का विषय है कि देश-दुनिया की तमाम प्रख्यात हस्तियाँ लखनऊ का नाम विश्वपटल पर आलोकित करने हेतु यहाँ पधार रही है, जिनमें परमाशिवम पिल्ले व्यापूरी, कार्यवाहक राष्ट्रपति, माॅरीशस, माननीय कगामे मोटलैन्थे, पूर्व राष्ट्रपति, दक्षिण अफ्रीका; स्टीपन मेसिक, पूर्व राष्ट्रपति, क्रोएशिया; सुश्री अमीनाह गुरीब-फाकिम, पूर्व राष्ट्रपति, माॅरीशस; माननीय एन्थोनी थाॅमस अकीनास कारमोना, राष्ट्रपति, त्रिनिदाद एण्ड टोबैको; श्री इकोबा टी. इटालेली, गवर्नर-जनरल, तुवालू; माननीय डा. पकालिथा बी. मोसिलिली, प्रधानमंत्री, लेसोथो; प्रो. ऐरोन मिशैल ओकाये, संसद सभापति, घाना; श्रीमती शान्तीबाई हनूमानजी, संसद सभापति, माॅरीशस; सुश्री रेबेका कडागा, संसद सभापति, उगांडा; माननीय डेनियल जेलाॅस नदाबिरबे, चेयरमैन, नेशनल असेम्बली, बुरूण्डी; मोहम्मद अवज्जार, न्यायमंत्री, मोरक्को; मोहम्मद ओगाड, न्यायमंत्री, माली; हारून अली सुलेमान, न्यायमंत्री, तंजानिया; कू खेमलिन, डेप्यूटी डायरेक्टर-जनरल आॅफ ज्यूडिशियल डेवलपमेन्ट, न्याय मंत्रालय, कम्बोडिया, डा. माॅम लुआंग राजदर्शी जयंकुरा, थाईलैण्ड की राजकुमारी; सुश्री हेलना एन केनेडी, संसद सदस्या, ग्रेट ब्रिटेन; डा. आगस्टो लोपेज क्लारोस, अन्तर्राष्ट्रीय अर्थशास्त्री, अमेरिका; श्री मैन ही ली, चेयरमैन, एचडब्ल्यूपीएल, साउथ अफ्रीका; डा. हांग टो टेज, प्रेसीडेन्ट, फेडरेशन आॅफ वल्र्ड पीस एण्ड लव, ताईवान; प्रो. हो चेंग हांग, प्रेसीडेन्ट, नेशनल सिंग हुआ यूनिवर्सिटी, ताईवान; माननीय न्यायमूर्ति श्री एन्टोनियो केसी-एमबी मिन्डुआ, न्यायाधीश, इण्टरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट, नीदरलैण्ड आदि प्रमुख हैं।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का यह अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन कई मायनों में बेजोड़ होगा, जहाँ पूरे विश्व को अराजकता, भुखमरी, गरीबी व अशिक्षा जैसी महामारियों से मुक्त कराने एवं प्रभावशाली अन्तर्राष्ट्रीय कानून व्यवस्था लागू करने का संकल्प लिया जायेगा। इस ऐतिहासिक सम्मेलन के अन्तर्गत 17, 18 व 18 नवम्बर को विभिन्न देशों के न्याय्विदों व कानूनविद्ों की परिचर्चाओं व विचार विमर्श के निष्कर्ष को 20 नवम्बर को ‘लखनऊ घोषणापत्र’ के रूप में जारी किया जायेगा।