सर्वोच्च न्यायालय में लंबित राम जन्म भूमि मसले पर कुछ संगठनों द्वारा अयोध्या में भारी संख्या में भीड़ लाकर देश व प्रदेश में साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने व माहौल खराब करने की कोशिश के प्रतिकार के लिए प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ने शिवपाल सिंह यादव के नेतृत्व में राजभवन तक पैदल मार्च किया और राजभवन जाकर महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। पैदल मार्च में सैकड़ों समर्थक थे जो सांप्रदायिक शक्तियों के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे थे।
ज्ञापन इस प्रकार है-
आदरणीय राज्यपाल महोदय,
जैसा कि विदित है कि सर्वोच्च न्यायालय में लंबित राम जन्म भूमि मसले पर कुछ संगठनों द्वारा अयोध्या में भारी संख्या में भीड़ लाकर देश व प्रदेश में साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने व माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। धारा 144 के लगाए जाने के बावजूद, भीड़ का एकत्र होना राज्य व जिला प्रशासन की मंशा पर संदेह पैदा करता है, क्योंकि पूर्व में भी ऐसा हो चुका है जब ऐसी परिस्थितियों में सर्वोच्च न्यायालय में हलफनामा देने के बावजूद सरकार उसका पालन नहीं कर सकी और पूरा देश दंगों की आग में जला और हजारों लोगों को जान व माल का नुकसान सहना पड़ा और देश की अर्थव्यवस्था व सामाजिक सद्भाव को भारी क्षति हुई।
अयोध्या बंधुत्व व सहअस्तित्व के साथ रहने वाला शहर है। आज तक वहां के स्थानीय लोगों में कोई आपसी साम्प्रदायिक विवाद नहीं हुआ ऐसे में अयोध्या में शांतिपूर्ण यथास्थिति सुनिश्चित की जानी चाहिए।
आदरणीय राज्यपाल महोदय आप राज्य के संवैधानिक प्रमुख है। ऐसे में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) आपसे यह मांग करती है कि, पूर्व अनुभव के आधार पर सरकार को यह निर्देश देने की कृपा करें कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा बनाई गई व्यवस्था भंग न होने पाए। किसी भी कीमत पर विवादित भूमि पर सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना नहीं होनी चाहिए। अगर राज्य व जिला प्रशासन स्थिति को नियंत्रित नहीं कर पा रहे हैं, तो प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के लोग आपसे राज्य में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करने की मांग करते है।