Archive | May, 2017

वरिष्ठ कंाग्रेस नेताओं को मंडलवार प्रभारी नियुक्त किया

Posted on 10 May 2017 by admin

नगर निकाय चुनाव को लेकर अखिल भारतीय कंाग्रेस कमेटी के महासचिव-प्रभारी उ0प्र0 श्री गुलाम नबी आजाद नेता प्रतिपक्ष राज्यसभा की सहमति से प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष श्री राजबब्बर सांसद ने वरिष्ठ कंाग्रेस नेताओं को मंडलवार प्रभारी नियुक्त किया है।
प्रदेश कंाग्रेस के प्रवक्ता आर0ए0 प्रसाद ने बताया कि मंडल नियुक्त किये गये प्रभारियों में मंडलवार क्रमशः आगरा मंडल में श्री पंकज मलिक पूर्व विधायक, अलीगढ़ मंडल में श्रीमती अन्नू टण्डन पूर्व सांसद, इलाहाबाद मण्डल में पूर्व सांसद श्री राजेश मिश्रा, आजमगढ़ मंडल में पूर्व विधायक श्री अखिलेश प्रताप सिंह, बरेली मंडल में श्री इमरान मसूद, बस्ती मंडल में श्री वीरेन्द्र चौधरी, चित्रकूट मंडल में श्री राहुल राय, देवीपाटन मंडल में पूर्व विधायक श्री नदीम जावेद, फैजाबाद मण्डल में विधायक श्रीमती अराधना मिश्रा‘मोना’, गोरखपुर मंडल में पूर्व विधायक श्री अजय राय, झांसी मण्डल में कंाग्रेस विधानमंडल दल के पूर्व नेता श्री प्रदीप माथुर, कानपुर मंडल में पूर्व विधायक श्री विनोद चतुर्वेदी, लखनऊ मंडल में पूर्व विधायक श्री ललितेशपति त्रिपाठी, मेरठ मण्डल में पूर्व एमएलसी श्री विवेक बंसल, मुरादाबाद मण्डल में श्री सोहेल अंसारी को प्रभारी नियुक्त किया गया है।

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आम लोगों को पारदर्शी एवं भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था के साथ-साथ त्वरित विभागीय सेवाएं भी उपलब्ध कराई जाएं: नंदी

Posted on 10 May 2017 by admin

*कार्यालय की स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए*

*कार्यालयों में शिकायत और सुझाव पेटी लगाने के निर्देश*

*राजस्व बढ़ाने के लिए अधिकारी मण्डल, जिला व तहसील स्तर पर साप्ताहिक समीक्षा करें*

*स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन मंत्री ने विभागीय समीक्षा की*
प्रदेश के स्टाम्प एवं रजिस्टेªशन मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि आम लोगों को पारदर्शी एवं भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था के साथ-साथ त्वरित विभागीय सेवाएं भी उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने कहा कि कार्यालयों में आधुनिक कार्य प्रणाली अपनायी जाए। विभाग द्वारा अधिक से अधिक राजस्व प्राप्ति के उपाय सुनिश्चित किए जाएं और बिना किसी जांच-पड़ताल के भूमि की रजिस्ट्री तथा एक ही भूमि की रजिस्ट्री बार-बार किए जाने की घटनाओं को रोके जाने के लिए प्रभावी कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि कार्यालय की स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए।
श्री नंदी ने यह विचार आज यहां आई0जी0 कैम्प कार्यालय, गोमतीनगर, लखनऊ में विभागीय राजस्व समीक्षा के दौरान व्यक्त किए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने कार्यालयों में शिकायत और सुझाव पेटी अवश्य लगायें, ताकि जनता की समस्याओं का त्वरित निस्तारण हो सके।
स्टाम्प एवं रजिस्टेªशन मंत्री ने कहा कि कार्यालयों में अधिकारी तकनीकी दक्षता हासिल करें। उन्होंने कहा कि राजस्व प्राप्तियों के लक्ष्य में हो रही कमी को गम्भीरता से लिया जाए। माह अप्रैल, 2017 में राजस्व लक्ष्य 1270 करोड़ रुपए का था, जिसके सापेक्ष 880.17 करोड़ रुपए की प्राप्ति हुई, जिस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की। माह अप्रैल 2017 में 100 प्रतिशत से अधिक राजस्व प्राप्त करने वाले जनपद मऊ, गाजीपुर, अमेठी, सुल्तानपुर एवं कुशीनगर की प्रगति पर उन्होंने संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राजस्व बढ़ाने के लिए अधिकारी मण्डल, जिला व तहसील स्तर पर साप्ताहिक समीक्षा करें और शत्-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करें। उन्होंने स्टाम्प वाद शीघ्रता व गुणवत्तापरक रूप से निपटाने व एक माह में सारे वाद, विभागीय पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश भी दिए।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव स्टाम्प एवं रजिस्टेªशन श्री अनिल कुमार, महानिरीक्षक सुश्री कामिनी चैहान रतन एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आज यहां लोक भवन में सम्पन्न मंत्रिपरिषद की बैठक में निम्नलिखित महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए

Posted on 10 May 2017 by admin

*नगर पालिका परिषद मथुरा एवं नगर पालिका परिषद वृन्दावन को मिलाकर नगर निगम मथुरा-वृन्दावन के गठन का फैसला*

मंत्रिपरिषद ने नगर पालिका परिषद मथुरा एवं नगर पालिका परिषद वृन्दावन को मिलाकर नगर निगम मथुरा-वृन्दावन के गठन का फैसला लिया है। साथ ही, इसके लिए अधिसूचना की अन्तर्वस्तु में संशोधन अथवा परिवर्तन किए जाने की आवश्यकता पर आवश्यक सुसंगत संशोधन हेतु नगर विकास मंत्री को अधिकृत करने का निर्णय लिया गया है।
ज्ञातव्य है कि मथुरा एवं वृन्दावन एक प्रमुख धार्मिक नगरी है एवं श्रीकृष्ण की जन्म स्थली होने के कारण राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन के क्षेत्र में मथुरा एवं वृन्दावन का महत्वपूर्ण स्थान है। मथुरा एवं वृन्दावन के धार्मिक, सांस्कृतिक एवं अन्तर्राष्ट्रीय महत्व को देखते हुए स्थानीय निवासियों व वहां आने वाले विदेशी पर्यटकों सहित देश के विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले नागरिकों को बेहतर सुविधाएं देने हेतु नगर पालिका परिषद मथुरा एवं नगर पालिका परिषद वृन्दावन को मिलाकर नगर निगम बनाया जाना आवश्यक है।
नगर निगम का गठन होने से निकाय की आय में वृद्धि होगी, जिससे नगर निगम को वहां अवस्थापना सुविधाओं के विकास हेतु पर्याप्त वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता होगी। इसके अतिरिक्त इस वर्णित कारणों से इन क्षेत्रों के समुचित विकास एवं वहां निवास करने वाले व्यक्तियों को रोजगार आदि के पर्याप्त अवसर प्रदान किए जाने के उद्देश्य से नगर पालिका परिषद मथुरा एवं नगर पालिका परिषद वृन्दावन को मिलाकर नगर निगम मथुरा-वृन्दावन के गठन का फैसला लिया गया है।
*नगर पालिका परिषद अयोध्या एवं नगर पालिका परिषद फैजाबाद को मिलाकर नगर निगम अयोध्या बनाए जाने का प्रस्ताव मंजूर*
मंत्रिपरिषद ने नगर पालिका परिषद अयोध्या एवं नगर पालिका परिषद फैजाबाद को मिलाकर नगर निगम अयोध्या बनाए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी है। साथ ही, इसके लिए अधिसूचना की अन्तर्वस्तु में संशोधन अथवा परिवर्तन किए जाने की आवश्यकता पर आवश्यक सुसंगत संशोधन हेतु नगर विकास मंत्री को अधिकृत किया गया है।
ज्ञातव्य है कि फैजाबाद एवं अयोध्या एक प्रमुख धार्मिक नगरी है एवं मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की जन्म स्थली होने के कारण राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन के क्षेत्र में इन स्थलों का महत्वपूर्ण स्थान है। फैजाबाद एवं अयोध्या के धार्मिक, सांस्कृतिक एवं अन्तर्राष्ट्रीय महत्व को देखते हुए स्थानीय निवासियों व वहां आने वाले विदेशी पर्यटकों सहित देश के विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले नागरिकों को बेहतर सुविधाएं देने हेतु नगर पालिका परिषद फैजाबाद एवं नगर पालिका परिषद अयोध्या को मिलाकर नगर निगम बनाया जाना आवश्यक है।
नगर निगम का गठन होने से निकाय की आय में वृद्धि होगी, जिससे नगर निगम को वहां अवस्थापना सुविधाओं के विकास हेतु पर्याप्त वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता होगी। इसके अतिरिक्त इस वर्णित कारणों से इन क्षेत्रों के समुचित विकास एवं वहां निवास करने वाले व्यक्तियों को रोजगार आदि के पर्याप्त अवसर प्रदान किए जाने के उद्देश्य से नगर पालिका परिषद फैजाबाद एवं नगर पालिका परिषद अयोध्या को मिलाकर नगर निगम अयोध्या के गठन का फैसला लिया गया है।
*उ0प्र0 पथ विक्रेता नियमावली, 2017 अनुमोदित*
मंत्रिपरिषद ने उत्तर प्रदेश पथ विक्रेता (जीविका संरक्षण एवं पथ विक्रय विनियमन) नियमावली, 2017 को अनुमोदित कर दिया है। भारत सरकार के पथ विक्रेता (जीविका संरक्षण एवं पथ विक्रय विनियमन) अधिनियम, 2014 (अधिनियम संख्या-7 सन् 2014) की धारा-36 के अधीन प्रदत्त शक्तियों के अन्तर्गत नगरीय पथ विक्रेताओं के अधिकारों का संरक्षण और पथ विक्रय की गतिविधियों तथा इससे सम्बद्ध या अनुषांगिक मामलों के विनियमन के दृष्टिगत यह फैसला लिया गया है।
नियमावली में विहित व्यवस्थानुसार प्रत्येक निकाय में यथास्थिति नगर आयुक्त/अधिशासी अधिकारी की अध्यक्षता में नगर पथ विक्रय समिति का गठन किया जाएगा। समिति का कार्यकाल प्रथम बैठक की दिनांक से 5 वर्ष की अवधि के लिए होगा। किन्तु नियमावली के अनुरूप कार्य नहीं करने पर राज्य सरकार समिति को भंग कर सकती है। भंग किए जाने की दिनांक से 03 माह के भीतर नई नगर पथ विक्रय समिति का गठन किया जाएगा।
नगर पथ विक्रय समिति सभी विद्यमान पथ विक्रेताओं का सर्वेक्षण, पथ विक्रय परिक्षेत्र की धारण क्षमता और पथ विक्रय परिक्षेत्र में पथ विक्रेताओं को स्थान देना सुनिश्चित करेगी। पथ विक्रय प्रमाण पत्र दिए जाने के पश्चात् पथ विक्रेताओं को समिति द्वारा परिचय पत्र भी जारी किया जाएगा। नई अवस्थापना विकास योजनाओं द्वारा हटाए गए पथ विक्रेताओं को समायोजित किया जाएगा, ताकि वह नई अवस्थापना द्वारा उत्पन्न आजीविका अवसरों का उपयोग कर सकें।
प्रत्येक नगर पथ विक्रय समिति में नगर आयुक्त या अधिशासी अधिकारी अध्यक्ष होगा। समिति की सदस्य संख्या नगर पंचायत के मामले में अनधिक 10, नगर पालिका परिषद के मामले में अन्यून 10 और अनधिक 20 और नगर निगम के मामले में अन्यून 20 और अनधिक 40 होगी। समिति में गैर सरकारी संगठनों और समुदाय आधारित संगठनों का प्रतिनिधित्व करने के लिए नगर आयुक्त या अधिशासी अधिकारी द्वारा कम से कम 10 प्रतिशत सदस्य नामनिर्दिष्ट किए जाएंगे। समिति में नगर पालिका क्षेत्र के पथ विक्रेताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले सदस्यों की संख्या 40 प्रतिशत से कम नहीं होगी। पथ विक्रेताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले सदस्यों के एक तिहाई सदस्य महिला पथ विक्रेताओं में से होंगी। साथ ही, अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों, अन्य पिछड़े वर्गों तथा अल्पसंख्यकों व निःशक्त पथ विक्रेताओं को समुचित प्रतिनिधित्व प्रदान किया जाएगा। प्रथम बार पथ विक्रय कार्य करने वाले का पथ विक्रेता के रूप में आवेदन करना होगा और उन्हें यह शपथ पत्र देना होगा कि उनके पास आजीविका का कोई अन्य साधन नहीं है।
14 वर्ष से कम आयु के लोगों को पथ विक्रेता के रूप में पंजीकृत नहीं किया जाएगा। प्रत्येक स्थिर पथ विक्रेता को पथ विक्रय परिक्षेत्र में, जहां समुचित रूप से उपलब्ध हो, 2ग2 मीटर से अनधिक क्षेत्र इस रीति से उपलब्ध कराया जा सकेगा कि यानीय और पैदल यातायात में बाधा उत्पन्न न हो और दुकानों एवं आवासों तक की पहुंच बन्द न हो। पैदल सेतुओं, ऊपरिगामी सेतुओं और फ्लाईओवर के ऊपर पथ विक्रय क्रिया-कलाप नहीं किया जाएगा। राज्य स्तर पर पथ विक्रय से सम्बन्धित समस्त मामलों के समन्वय के लिए निदेशक, स्थानीय निकाय या उसके द्वारा इस निमित्त प्राधिकृत कोई अधिकारी राज्य नोडल अधिकारी होगा।

*भारतीय स्टाम्प अधिनियम के तहत जारी 16 सितम्बर, 2016 की अधिसूचना में संशोधन का निर्णय*
मंत्रिपरिषद ने भारतीय स्टाम्प (उत्तर प्रदेश संशोधन) अधिनियम, 2015 प्रवृत्त हो जाने के फलस्वरूप, साधारण खण्ड अधिनियम, 1897 (अधिनियम संख्या-10, सन् 1897) की धारा-21 के साथ पठित भारतीय स्टाम्प अधिनियम, 1899 (अधिनियम संख्या-2, सन् 1899) की धारा-76क के खण्ड (ख) के अधीन शक्ति का प्रयोग करके और इस निमित्त जारी पूर्ववर्ती अधिसूचना संख्या- 24/2016-889/94 स्टा0नि0-2-16-500(5)91 टी0सी0 दिनांक 16 सितम्बर, 2016 में संशोधन का निर्णय लिया है।
इस निर्णय के तहत स्टाम्प शुल्क की सुनवाई हेतु ‘न्यायिक सदस्य राजस्व परिषद’ के स्थान पर ‘सदस्य/न्यायिक सदस्य राजस्व परिषद’ किया गया है। साथ ही, उपायुक्त, स्टाम्प, सम्बन्धित मण्डल/वृत्त की स्टाम्प शुल्क के विवादों की अधिकारिता की सीमा में भी संशोधन किया गया है। इसके अन्तर्गत मुख्य नियंत्रण राजस्व प्राधिकारी की शक्तियां विभागीय उपायुक्त, स्टाम्प के अतिरिक्त मण्डलायुक्त एवं अपर मण्डलायुक्त को अपीलों के निस्तारण हेतु प्रतिनिधानित किया गया है।
साथ ही, सदस्य/न्यायिक सदस्य, राजस्व परिषद को 25 लाख रुपए से अधिक, मण्डलायुक्त को 25 लाख रुपए तक तथा अपर मण्डलायुक्त/उपायुक्त स्टाम्प को 10 लाख रुपए तक की सीमा तक स्टाम्प वाद के मामलों में सुनवाई का अधिकार दिया गया है। उपायुक्त स्टाम्प, सम्बन्धित मण्डल/वृत्त की स्टाम्प शुल्क के विवादों की अधिकारिता में संशोधन करते हुए 10 लाख रुपए तक की सीमा तक का अधिकार दिया गया है, जिससे जनसामान्य के स्थानीय स्तर पर स्टाम्प वाद के प्रकरणों का शीघ्रता से निस्तारण किया जा सके।

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श्री आदित्य यादव की अध्यक्षता में प्रबन्ध समिति की दूसरी बैठक सम्पन्न

Posted on 09 May 2017 by admin

  • पारदर्शिता लाने हेतु ई-टेण्डरिंग व्यवस्था लागू किये जाने का निर्णय लिया गया
    पी0सी0एफ0 कृषक सेवा केन्द्रों/सहकारी समितियों के माध्यम से निर्धारित मूल्य पर लक्ष्य के अनुरूप अधिक से अधिक गेहूँ खरीद की जाए
    आदित्य यादव

press-photo-1यू0पी0 कोआपरेटिव फेडरेशन लि0, (पीसीएफ) मुख्यालय 32 स्टेशन रोड, लखनऊ में आज दिनांक 08, मई 2017 को माननीय सभापति श्री आदित्य यादव की अध्यक्षता में प्रबन्ध समिति की बैठक सम्पन्न हुई। जिसमें गत बैठक की कार्यवाही की पुष्टि की गई तथा प्रदेश में किसानों से पी0सी0एफ0 कृषक सेवा केन्द्रों/सहकारी समितियों के माध्यम से निर्धारित मूल्य पर लक्ष्य के अनुरूप अधिक से अधिक गेहूँ खरीद कराने, खरीदे हुये गेहूँ को तत्काल डिलीवरी कर भुगतान शीध्र प्राप्त करने हेतु निर्देशित किये जाने का निर्णय लिया गया तथा पी0सी0एफ0 के पूर्व में बकाया सी0एम0आर0 की शीध्र डिलीवरी कराने व पी0सी0एफ0 की सी0एम0आर0 के मद में बकाया धनराशि की तत्काल वसूली किये जाने का निर्णय लिया गया। उक्त बैठक में पी0सी0एफ0 के बजट व बैलेंसशीट पर निर्णय लेते हुये मा0 सभापति श्री आदित्य यादव द्वारा प्रबन्ध निदेशक पी0सी0एफ0 को समस्त व्यवसायों में गत वर्ष की अपेक्षा इस वित्तीय वर्ष में उत्तरोत्तर वृद्वि कर संघ को अधिक से अधिक लाभ अर्जित करने हेतु निर्देष दिये गये। उक्त के अतिरिक्त पी0सी0एफ0 में उर्वरक, बीज एवं अन्य कृषि निवेषों की आपूर्ति कृषकों को निर्धारित मूल्य पर पी0सी0एफ कृषक सेवा केन्द्रों/सहकारी समितियों के माध्यम से बिक्री करने का निर्णय लिया गया है । संघ में शासन की नीति के अनुसार पारदर्शिता लाने हेतु ई-टेण्डरिंग व्यवस्था लागू किये जाने का निर्णय लिया गया तथा आलू खरीद के सम्बन्ध में एवं उक्त व्यवस्था में किसी प्रकार की पी0सी0एफ0 को हानि न हो उस पर भी विस्तृत विचार-विमर्श हुआ।
पी0सी0एफ0 के अधिकारियों को उ0प्र0 शासन व भारत सरकार से पी0सी0एफ0 की बकाया धनराशि शीध्र प्राप्त करने हेतु निर्देशित किया गया तथा पी0सी0एफ0 प्रबन्ध समिति द्वारा पूर्व की भांति मा0 सभापति व प्रबन्ध निदेशक को अधिकार दिये जाने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया।
पी0सी0एफ0 प्रबन्ध समिति के सदस्यों को विभिन्न व्यवसायों की उप-समिति/कार्यकारिणी समिति में नामित करने हेतु मा0 सभापति महोदय को अधिकृत किये जाने व आगामी बैठक दि0 12 जुलाई को आहूत किये जाने का भी निर्णय लिया गया।
अन्त में प्रबन्ध निदेषक पीसीएफ द्वारा बैठक में आये प्रबन्ध समिति के समस्त सदस्यों का आभार प्रकट कर धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

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दस से घर-घर दस्तक देगी भाजपा - विजय बहादुर पाठक

Posted on 09 May 2017 by admin

शताब्दी अल्पकालीन विस्तारक हर घर पहुंचाएंगे

भारतीय जनता पार्टी जनसम्पर्क अभियान में हर घर तक दस्तक देने पहुॅचेगें शताब्दी अल्पकालीन विस्तारक। प्रतिदिन 50 नये सदस्य बनाकर 15 दिन में 750 लोगों को भाजपा से जोडेगें। प्रदेश महामंत्री विजय बहादुर पाठक ने बताया कि जिला कार्यसमिति बैठक सम्पन्न होने के बाद अब 10 मई से 25 मई तक जनसम्पर्क अभियान के तहत प्रदेश के 13091 सेक्टरों पर 15 दिन विस्तारक प्रवास करंेगें ।
प्रदेश महामंत्री विजय बहादुर पाठक ने कहा कि पं0 दीन दयाल उपाध्याय जन्मशताब्दी वर्ष में जनसेवा के दायित्व के साथ 20 हजार विस्तार प्रदेश के 13091 सेक्टरों में 15 दिन प्र्रवास करेंगें। मण्डल स्तर से उपर के कार्यकर्ता शताब्दी अल्पकालिक विस्तारक के रूप में सेक्टरों पर जाकर टोल फ्री नम्बर 18002661001 पर मिस्ड काल से प्रतिदिन 50 नये भाजपा सदस्य बनाएगें। अपना मण्डल छोडकर किसी दूसरे मण्डल के सेक्टर पर निवास करते हुए 15 दिन में 750 लोगों को भाजपा से जोडेगें। इस तरह प्रदेश में 13091 सेक्टरों पर 98 लाख से अधिक लोग भाजपा परिवार के सदस्य बनेगें।
श्री पाठक ने कहा कि पं0 दीन दयाल उपाध्याय जी के राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक चिंतन से ही सबका साथ-सबका विकास सम्भव है। एकात्ममानववाद का विचार है सत्ता गरीब की झोपड़ी के बाहर खड़ी दासी है और दासी का कार्य स्वामी की सेवा करना हैं। दीन दयाल जी के अंत्योदय के विचारों का पत्रक लेकर विस्तारक हर घर तक पहुॅचेगें। ताकि राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक उत्थान का कार्य समग्र रूप से सम्भव हो सके। दीन दयाल जी का दर्शन समष्टि के उत्थान का मार्गदर्शन करता है। शताब्दी अल्पकालीन विस्तारक ग्राम चैपाल, छात्रों से चर्चा, लोक कलाकारों के साथ सांस्कृतिक संध्या, कैशलेस प्रशिक्षण, स्वच्छता अभियान जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से जनसम्पर्क करेगें।
श्री पाठक ने कहा कि 15 दिवसीय जनसम्पर्क अभियान में विस्तारक बूथ समितियों के साथ बूथ पर रहने वाले प्रत्येक कार्यकर्ता के घर पर भाजपा का झण्डा लगायेगें तथा मेरा घर भाजपा का घर लिखा हुआ स्टीकर भी चिपाकायेंगें। शताब्दी अल्पकालीन विस्तारक केन्द्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों की सूची भी तैयार करेगें तथा युवाओं के बीच मोदी एप एवं भीम एप का प्रजंेटेशन करके सोशल मीडिया का उपयोग करने वालो से भी सम्पर्क करेगें। 15 दिनों में विस्तारक संगठनात्मक, राजनीतिक एवं दार्शनिक विचारों एवं कार्यक्रमों के प्रवाह से जनसम्पर्क अभियान में जुटेगें।

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बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई

Posted on 09 May 2017 by admin

उत्तर प्रदेश विधान सभा के मा0 अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित ने बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई दी है।
मा0 अध्यक्ष, विधान सभा श्री दीक्षित ने अपने सन्देश में कहा है कि महात्मा गौतम बुद्ध ने अपने धार्मिक व सांस्कृतिक विचारों से भारत ही नहीं बल्कि विश्व को एक नई शिक्षा दी ।

गौतम बुद्ध ने मानवता, अहिंसा व भारतीय संस्कृति का जो संदेश दिया वह आज भी प्रासंगिक है ।

श्री दीक्षित ने कहा कि बुद्ध जी की जयन्ती के अवसर पर उनके दर्शन व आदर्शों से हम सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए

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काशी की धरोहर असि नदी के पुनर्जीवन में प्रशासन को पूरा सहयोग प्रदान करेंगे जन संघटन

Posted on 09 May 2017 by admin

काशी की धरोहर असि नदी की मुक्ति और पुनर्जीवन के लिए जनता की तरफ से कुछ व्यवहारिक सुझाव लेकर साझा संस्कृति मंच एवं असि नदी मुक्ति अभियान के कार्यकर्ताओं ने आज मंडलायुक्त को एक सुझाव पत्र दिया. गत दिनों इन प्रतिनिधियों से एक मुलाकात के दौरान मंडलायुक्त नितिन रमेश गोकर्ण ने सुझाव आमंत्रित किये थे. पत्रक में कहा गया कि काशी के पर्यावरणीय मुद्दों पर आपसे दिनांक 24 अप्रैल को हुयी मुलाक़ात के दौरान आपने असि नदी के पुनर्जीवन के लिए कुछ व्यावहारिक सुझाव आमंत्रित किये थे, उस क्रम में निम्न सुझाव है

1. ‘असि’ में मलजल और औद्योगिक अवजल का गिरना तत्काल रोका जाय, केवल शोधित किया हुआ जल ही असि में जाने दिया जाय.

2. उद्गम स्थल कन्दवा तालाब से असि संगमेश्वर तक सभी जलस्रोतों (कुएं और तालाब) को पुनर्जीवित किया जाय. कर्दमेश्वर तालाब,कंचन पुर ताल,कन्दवा पोखरा,और अन्य असि नदी के प्रवाह क्षत्र के कूप,बावली ,तालाब की सफाई करा दी जाय तो उसमें स्वच्छ जल प्रवाह का संकट स्वतः समाप्त हो जायेगा ।

3. जिस स्थान पर असि की चौड़ाई अधिक है वहां किनारे पर हरित पट्टी एवं पार्क का विकास किया जाय.

4. गंगा से लिफ्ट पम्प से पानी उठाकर असि उद्गमस्थल पर नियमित सप्ताह में कम से कम दो बार छोड़ा जाय.

5. असि में स्थान स्थान पर चेक डैम बना कर पानी को क्रमशः उतरने दिया जाय.

6. असि में अस्थायी अतिक्रमण हटाया जाय तथा नया अतिक्रमण न होने दिया जाय.

प्रतिनिधिमंडल ने असि के पुनर्जीवन की दिशा में किये जा रहे प्रत्येक सार्थक प्रयास का भरपूर सहयोग करने का भी आश्वासन दिया.

इस क्रम में ज्ञातव्य है कि इन संगठनों द्वारा विगत कई रविवार को प्रातः असि नदी के प्रवाह क्षेत्र में साप्ताहिक श्रमदान कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है इस क्रम में 7 मई रविवार को अस्सी के निकट सहोदर वीर पुलिया के पास श्रमदान किया जाएगा.

प्रतिनिधिमंडल में डा आनंद प्रकाश तिवारी, जागृति रही, वल्लभाचार्य पाण्डेय, डा अनूप श्रमिक, रवि शेखर, धनज्जय त्रिपाठी, विनय सिंह, महेंद्र कुमार, दिवाकर, मुकेश उपाध्याय, लक्ष्मण, दीन दयाल, फादर दयाकर आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे.

भवदीय

साझा संस्कृति मंच

वाराणसी

सम्पर्क : 9839058528 (डा आनंद तिवारी)

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अमिताभ ठाकुर पर रामपुर मुक़दमा झूठा पाया गया

Posted on 09 May 2017 by admin

आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर के खिलाफ एक और मुक़दमा झूठा पाया गया है. रामपुर जिले के पूर्व सिपाही मोहम्मद रफ़ी ने स्थानीय एक्टिविस्ट दानिश खान के खिलाफ दर्ज कराया गया मुक़दमा वापस लेने के लिए अमिताभ और उनकी पत्नी एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर द्वारा 30 अप्रैल 2015 को उन्हें जान से मारने की धमकी देने के सम्बन्ध में सीजेएम कोर्ट रामपुर में परिवाद दिया था.

परिवाद के लम्बे समय तक लंबित रहने पर अमिताभ और नूतन ने 03 मार्च 2017 को रामपुर आ कर सीजेएम कोर्ट के सामने प्रार्थना किया था कि चूँकि श्री रफ़ी का आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है और इस कारण वे पिछले दो साल से अदालत के सामने अपना बयान तक नहीं करा रहे हैं, अतः मामले की त्वरित सुनवाई की जाए.

सीजेएम रामपुर ने सीओ सिटी रामपुर को आरोपों की जाँच करते हुए अपनी आख्या देने के आदेश दिए थे. सीओ सिटी दिनेश कुमार शकला ने इस सम्बन्ध में आज (06 may) सीजेएम कोर्ट में अपनी आख्या दी जिसके अनुसार परिवाद असत्य एवं भ्रामक तथ्यों के आधार पर दिया गया पाया गया. जाँच में पाया गया कि अमिताभ ने श्री रफ़ी को कोई फोन नही किया था और जिस नंबर से नूतन द्वारा फोन किये जाने की बात कही जा रही थी, वह किसी और का नंबर था. जाँच से पाया गया कि नूतन ने एक बार श्री रफ़ी को फोन अवश्य किया था लेकिन उसमे धमकी जैसी कोई बात नहीं थी, बल्कि उन्होंने मात्र दानिश खान की गिरफ़्तारी के सम्बन्ध में जानकारी मांगी थी.

इससे पूर्व अमिताभ के खिलाफ गाजियाबाद की एक महिला द्वारा बलात्कार का आरोप तथा रामपुर में भड़काऊ भाषण देने का आरोप विवेचना में गलत साबित हो चुका है.

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वाराणसी में फेरी पटरी व्यवसायियों का उत्पीडन रोकने के लिए सामाजिक कार्यकर्ताओं का प्रतिनिधिमंडल द्वारा एसएसपी से अपील की गयी

Posted on 09 May 2017 by admin

पथविक्रेता आजीविका संरक्षण अधिनियम 2014 की व्यवस्था के अनुरूप कार्यवाही की मांग की गयी

आज साझा संस्कृति मंच से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ताओं और नेशनल हाकर्स फेडरेशन के प्रतिनिधियों का संयुक्त प्रतिनिधिमंडल आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच कर प्रभारी अधिकारी से मिला और उन्हें इस छोटे व्यापारियों की समस्या से अवगत कराते हुए इनके साथ क़ानून की व्यवस्था के अनुरूप न्याय की गुहार की.

ssp-officeज्ञापन में कहा गया कि देश मे 4 मार्च 2014 को पथविक्रेता ( आजीविका का संरक्षण और पथ विक्रय विनियमन) अधिनियम 2014 लागू कर रेहडी पटरी खोमचे वालो के आजीविका की सुरक्षा एवं पुलिस के उत्पीड़न से निजात दिलाते हुए सम्मान पूर्वक रोजगार का अधिकार दिया गया है।

उक्त अधिनियम के अनुपालन मे परियोजना अधिकारी (डूडा) के अध्यक्ष जिलाधिकारी महोदय एवं नगर आयुक्त महोदय के संयुक्त प्रयास से 12 नवम्बर 2014 को टाउन वेन्डिग कमेटी बनाई गयी है, उक्त कमेटी के अध्यक्ष, नगरायुक्त महोदय नामित है। उक्त कानून के परिप्रेक्ष्य मे नगरनिगम एवं डूडा के माध्यम से वाराणसी मे 24472 वेन्डरो का सर्वे भी हो चुका है। उक्त अधिनियम मे स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि सर्वे किये गये वेन्डरो को व्यवस्थित किया जाय और जब तक व्यवस्थित नही किया जाता तब तक उनको बेदखल /स्थानांतरित नही किया जायेगा।

पुलिस लंका थाना ने 23 मार्च को 150 सर्वे वेन्डरो को लंका-बीएचयू मुख्य रोड व लंका-ट्रामा सेंटर बीएचयू रोड से हटा दिया जिससे इन दुकानदारो के घर मे चुल्हे नही जल रहे है उनके बच्चे भूख से बिलबिला रहे है तथा उनके बच्चो की पढाई लिखाई बन्द है, वे सपरिवार भूखमरी के कगार पर है।

ज्ञातव्य है कि गुमटी व्यवसायी कल्याण समिति और नेशनल हॉकर्स फेडरेशन ने इस सम्बन्ध में दिनॉक 24 मार्च वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वाराणसी, नगर आयुक्त नगर निगम, साँसद जनसम्पर्क कार्यालय, कमिश्नर वाराणसी, आईजी. पुलिस वाराणसी और माननीय नगर विकास मंत्री यूपी को पत्रक देकर वेंडरों की आजीविका सुनिश्चित और नियोजित करने की मॉग भी की है किन्तु कोई न्याय नही मिला

विगत 2 मई 2017 को गुमटी व्यवसाइयों के संदर्भ में एक बैठक अपर नगर आयुक्त नगर निगम, एसीएम-प्रथम, डूडा परियोजना अधिकारी और सीओ भेलूपुर, लंका थानाध्यक्ष, स्थानीय पार्षद श्री सोनू सेठ, बीएचयू छात्रों और टाउन वेंडिंग कमिटी सदस्य वेंडर चिंतामणि सेठ के साथ हुई है। इस बैठक में भी पटरी दुकानदारों की आजीविका के प्रति संवेदना और राष्ट्रीय फेरी पटरी कानून 2014 को संदर्भ लिया गया और सम्मानित अधिकारियो द्वारा सुझाव दिया गया कि वेंडरों और शहर के सामाजिक कार्यकर्ताओं की ओर से कोई प्रतिनिधिमंडल आदरणीय एसएसपी साहब से मिले तो ही इस समस्या का कोई समुचित हल निकल पाएगा

उक्त आलोक में आज सामाजिक कार्यकर्ताओं ने एसएसपी कार्यालय में उनके प्रतिनिधि से मिल कर पटरी दुकानदारों की सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति और उनकी पारिवारिक जरूरतों और विकल्पहीनता को ध्यान में रखते हुए उनके स्वावलम्बी होने को न्यायोचित और मानवीय रास्ता राष्ट्रीय फेरी नीति कानून के आलोक में निकालने का अनुरोध किया.

प्रतिनिधिमंडल में डा आनंद प्रकाश तिवारी, दिवाकर, फादर आनंद, धनञ्जय त्रिपाठी, चिंतामणि सेठ, वल्लभाचार्य पाण्डेय, जागृति राही, ड़ा अनूप श्रमिक, राम जनम भाई, लक्ष्मण प्रसाद, रविशेखर आदि शामिल रहे.

भवदीय

साझा संस्कृति मंच

वाराणसी

संपर्क 7376848410 (धनंजय)

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उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त

Posted on 09 May 2017 by admin

पूरा प्रदेश अराजकता की स्थिति में। पुलिस का मनोबल टूटा। भाजपा के नेताओं ने कानून व्यवस्था को तार-तार किया। इलाहाबाद के नवाबगंज में माता-पिता के सामने दो बेटियों के साथ बलात्कार और पति-पत्नी के साथ ही दोनों बेटियों की भी निर्मम हत्या कर दी गयी, जिसने निर्भया काण्ड की दरिंदगी को भी मात दे दिया। योगी जी बतायें- कि इस प्रदेश में कानून का राज है अथवा अपराधियों का?

उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के महामंत्री/प्रवक्ता द्विजेन्द्र त्रिपाठी ने आज जारी बयान में कहा कि योगी सरकार के शपथ लेते ही लखीमपुर में दो बेटियों की हत्या कर शव को लटका दिया गया एवं इलाहाबाद के (मऊआइमा) में पूर्व ब्लाक प्रमुख एवं विधानसभा चुनाव लड़ चुके व्यक्ति की घर में घुसकर हत्या कर दी गयी। इलाहाबाद के नवाबगंज में दो लड़कियों के साथ सामूहिक बलात्कार कर उसके मां-बाप के साथ उनकी भी निर्मम हत्या कर दी गयी। बस्ती में ब्लाक प्रमुख प्रत्याशी केा भाजपा के लोगों ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा वहीं सहारनपुर में एस0एस0पी0 के घर पर हमला कर तोड़-फोड़ की गयी। चित्रकूट के राजापुर थाना क्षेत्र में जहां एक साथ चार लोगों की हत्या कर दी गयी वहीं हरदोई में भाजपा के विधायक ने एक पुलिस अधिकारी केा थप्पड़ जड़ दिया। इतना ही नहीं हद तो तब हो गयी जब मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र गोरखपुर में भाजपा विधायक द्वारा महिला पुलिस अधिकारी के साथ सार्वजनिक रूप से बदसलूकी की गयी। आज जिस तरह से सहारनपुर में जातीय हिंसा भड़की और दलितों के साथ ज्यादती गयी, इसकी चिनगारी कई दिन से सुलग रही थी फिर भी प्रशासन और सरकार ने इसको नहीं रोका।
गोरखपुर में महिला पुलिस अधिकारी के साथ हुए र्दुव्यवहार मामले में जिस प्रकार प्रदेश और देश के आई0पी0एस0 एसोसिएशन ने दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है, हम नैतिक रूप से इस कदम का समर्थन करते हैं।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि उ0प्र0 में जिस तरह से भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एक समानान्तर व्यवस्था कायम कर रखी है और जो लगातार पुलिस पर हमले कर उनके मनोबल को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, इससे यह साफ होता है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से अपील की है कि इसके पहले कि प्रदेश के पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों का धैर्य जवाब दें, उसके पूर्व ही अपनी पार्टी के लेागों पर लगाम लगावें अन्यथा इस प्रदेश में संवैधानिक संकट पैदा होने का डर है।

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