पथविक्रेता आजीविका संरक्षण अधिनियम 2014 की व्यवस्था के अनुरूप कार्यवाही की मांग की गयी
आज साझा संस्कृति मंच से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ताओं और नेशनल हाकर्स फेडरेशन के प्रतिनिधियों का संयुक्त प्रतिनिधिमंडल आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच कर प्रभारी अधिकारी से मिला और उन्हें इस छोटे व्यापारियों की समस्या से अवगत कराते हुए इनके साथ क़ानून की व्यवस्था के अनुरूप न्याय की गुहार की.
ज्ञापन में कहा गया कि देश मे 4 मार्च 2014 को पथविक्रेता ( आजीविका का संरक्षण और पथ विक्रय विनियमन) अधिनियम 2014 लागू कर रेहडी पटरी खोमचे वालो के आजीविका की सुरक्षा एवं पुलिस के उत्पीड़न से निजात दिलाते हुए सम्मान पूर्वक रोजगार का अधिकार दिया गया है।
उक्त अधिनियम के अनुपालन मे परियोजना अधिकारी (डूडा) के अध्यक्ष जिलाधिकारी महोदय एवं नगर आयुक्त महोदय के संयुक्त प्रयास से 12 नवम्बर 2014 को टाउन वेन्डिग कमेटी बनाई गयी है, उक्त कमेटी के अध्यक्ष, नगरायुक्त महोदय नामित है। उक्त कानून के परिप्रेक्ष्य मे नगरनिगम एवं डूडा के माध्यम से वाराणसी मे 24472 वेन्डरो का सर्वे भी हो चुका है। उक्त अधिनियम मे स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि सर्वे किये गये वेन्डरो को व्यवस्थित किया जाय और जब तक व्यवस्थित नही किया जाता तब तक उनको बेदखल /स्थानांतरित नही किया जायेगा।
पुलिस लंका थाना ने 23 मार्च को 150 सर्वे वेन्डरो को लंका-बीएचयू मुख्य रोड व लंका-ट्रामा सेंटर बीएचयू रोड से हटा दिया जिससे इन दुकानदारो के घर मे चुल्हे नही जल रहे है उनके बच्चे भूख से बिलबिला रहे है तथा उनके बच्चो की पढाई लिखाई बन्द है, वे सपरिवार भूखमरी के कगार पर है।
ज्ञातव्य है कि गुमटी व्यवसायी कल्याण समिति और नेशनल हॉकर्स फेडरेशन ने इस सम्बन्ध में दिनॉक 24 मार्च वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वाराणसी, नगर आयुक्त नगर निगम, साँसद जनसम्पर्क कार्यालय, कमिश्नर वाराणसी, आईजी. पुलिस वाराणसी और माननीय नगर विकास मंत्री यूपी को पत्रक देकर वेंडरों की आजीविका सुनिश्चित और नियोजित करने की मॉग भी की है किन्तु कोई न्याय नही मिला
विगत 2 मई 2017 को गुमटी व्यवसाइयों के संदर्भ में एक बैठक अपर नगर आयुक्त नगर निगम, एसीएम-प्रथम, डूडा परियोजना अधिकारी और सीओ भेलूपुर, लंका थानाध्यक्ष, स्थानीय पार्षद श्री सोनू सेठ, बीएचयू छात्रों और टाउन वेंडिंग कमिटी सदस्य वेंडर चिंतामणि सेठ के साथ हुई है। इस बैठक में भी पटरी दुकानदारों की आजीविका के प्रति संवेदना और राष्ट्रीय फेरी पटरी कानून 2014 को संदर्भ लिया गया और सम्मानित अधिकारियो द्वारा सुझाव दिया गया कि वेंडरों और शहर के सामाजिक कार्यकर्ताओं की ओर से कोई प्रतिनिधिमंडल आदरणीय एसएसपी साहब से मिले तो ही इस समस्या का कोई समुचित हल निकल पाएगा
उक्त आलोक में आज सामाजिक कार्यकर्ताओं ने एसएसपी कार्यालय में उनके प्रतिनिधि से मिल कर पटरी दुकानदारों की सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति और उनकी पारिवारिक जरूरतों और विकल्पहीनता को ध्यान में रखते हुए उनके स्वावलम्बी होने को न्यायोचित और मानवीय रास्ता राष्ट्रीय फेरी नीति कानून के आलोक में निकालने का अनुरोध किया.
प्रतिनिधिमंडल में डा आनंद प्रकाश तिवारी, दिवाकर, फादर आनंद, धनञ्जय त्रिपाठी, चिंतामणि सेठ, वल्लभाचार्य पाण्डेय, जागृति राही, ड़ा अनूप श्रमिक, राम जनम भाई, लक्ष्मण प्रसाद, रविशेखर आदि शामिल रहे.
भवदीय
साझा संस्कृति मंच
वाराणसी
संपर्क 7376848410 (धनंजय)