प्रकाशनार्थ
लखनऊ 13 मार्च 2019, भारतीय जनता पार्टी प्रदेश मुख्यालय पर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह की प्रेसवार्ता के मुख्य बिन्दु:-
श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति में श्रीमती प्रियंका वाड्रा ने कहा कि देशभक्ति का मतलब ’जागरुकता’ और ’सही निर्णय’ यानि ’सही वोट’ ही जनता की सबसे बड़ी देश भक्ति है। आज अनेक दैनिक समाचार पत्रों ने कहा है कि भाजपा के राष्ट्रवाद पर श्रीमती प्रियंका वाड्रा ने चलाया देशभक्ति का दांव। इस संबंध में श्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने प्रियंका वाड्रा से पूछे 6 सवाल: -
क्या आतंकी को ’जी’ लगाकर सम्बोधित करना देश भक्ति की श्रेणी में है या नही ?
क्या सन् 2016 में हुई सर्जिकल स्ट्राइक पर कांग्रेस के नेताओं द्वारा भारतीय सेना से सबूत मांगना देशभक्ति है या नहीं ?
क्या पुलवामा के बाद भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान की सीमाओं में घुसकर आतंकियों के बड़े ठिकानों को ध्वस्त करना और फिर कांग्रेस द्वारा सबूत मांगना देश भक्ति है या नहीं ?
क्या 26/11/2008 के आतंकी हमले के बाद मनमोहन सिंह की सरकार ने भारतीय सेना को पाकिस्तान पर कोई कार्रवाई करने की इजाजत न देना देशभक्ति की नीति के तहत आता है या नही ?
भारत तेरे टुकड़े होंगे…..इंशा अल्लाह, इंशा अल्लाह..’कहने वालों के साथ उनके समर्थन में खड़े होना,क्या देशभक्ति की श्रेणी में है या नही?
उच्च राजनीतिक पदों पर बैठे लोगों के परिवार द्वारा आम जनता की गाढ़ी कमाई को लूटना क्या देशभक्ति की श्रेणी में आता है या नही ?
श्री सिंह ने कहा कि हम उम्मीद करेंगे कि श्रीमती प्रियंका वाड्रा ने जो देश भक्ति को परिभाषित करने का प्रयास किया है- ’सही वोट’ से। उसका ’सही निर्णय’ लेने के लिए ऊपर पूछे गये प्रश्नों का जवाब देश की जनता को जल्द से जल्द दंेगी।
पत्रकार वार्ता में प्रियंका वाड्रा बोलने पर पूछे गए सवाल का जबाव देते हुए उन्होंने कहा कि जिस प्रकार इन्दिरा गांधी है उन्हें इन्दिरा नेहरू गांधी नहीं है कहा जाता और जिस तरह सोनिया जी राजीव जी से विवाह करके सोनिया गांधी है ठीक वैसे ही प्रियंका वाड्रा है।
एयर स्ट्राइक पर विपक्ष द्वारा सबूत मांगे जाने पर कहा कि 1971 के युद्ध के बाद अटल जी ने संसद में इन्दिरा जी को बधाई दी थी इस तरह का शिष्टाचार होना चाहिए। मनमोहन सिंह सरकार में 26/11 के बाद सेना तैयार थी लेकिन किस कारण आपने अनुमति नही दी थी? जबकि एलओसी पार करने के लिए सरकार की अनुमति की आवश्यकता होती है।
राहुल गांधी को भाजपा द्वारा सीरियस न लिए जाने पर पूछे प्रश्न के जबाब में कहा कि उन्हें तो कांग्रेस ही सीरियस नहीं ले रही है। क्योंकि सोनिया जी और राहुल के होने के बाद भी प्रियंका को मैदान में उतारना पड़ा ?