Posted on 22 October 2014 by admin
जिलाधिकारी अदिति सिंह ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि तहसील दिवस शासन की प्राथमिकता कार्यक्रमों में से है। तहसील दिवस को गम्भीरता से न लेने वाले तथा समय से शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण न करने पर सम्बन्धित के खिलाफ कड़ी कार्यवाही होगी। जिलाधिकारी ने शिकायत लम्बित रहने पर तीन अधिकारियों का स्पष्टीकरण मांगा। जिलाधिकारी आज तहसील जयसिंहपुर में आयोजित तहसील दिवस में जन शिकायतें सुन रही थी।
जिलाधिकारी ने इस अवसर पर पिछले तहसील दिवसों में लम्बित शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा की जिसमें कुल 03 शिकायतें लम्बित रही। उन्होनें तीनो अधिकारियों अवर अभियन्ता विद्युत दियरा, जिला कार्यक्रम अधिकारी तथा खण्ड विकास अधिकारी मोतिगरपुर का स्पष्टीकरण मांगते हुए तीन दिन के अन्दर लम्बित शिकायतों का निस्तारण करके उपजिलाधिकारी जयसिंहपुर को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। आज तहसील दिवस में विभिन्न विभागों से सम्बन्धित कुल 198 शिकायतें प्राप्त हुई जिनमें राजस्व, पुलिस, विद्युत, व नलकूप से सम्बन्धित अधिक शिकायतें थी। जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने विभाग से सम्बन्धित शिकायती आवेदन पत्र आज ही प्राप्त करके एक सप्ताह में गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करें। उन्होनें यह भी कहा कि शिकायतकर्ता की संतुष्टि के लिए उसके शिकायती पत्र पर हस्ताक्षर अवश्य लिये जाय तथा मोबाइल नम्बर दर्ज किया जाय। यदि शिकायतकर्ता के पास मोबाइल न हो तो ग्राम प्रधान, आंगनवाडी या आशा, में से किसी एक का मोबाइल नम्बर अवश्य अंकित किया जाय जिससे जिला स्तर से शिकायत के निस्तारण की जानकारी प्राप्त की जा सके।
जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग के अधिशाषी अभियन्ता को निर्देशित किया कि पिछले दिनों आई आंधी/वर्षा से कही- कही पेड़ गिरने से विद्युत के पोल व लाइन क्षतिग्रस्त हो गयी थी, जिससे उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति सही ढंग से अभी भी नही प्राप्त हो रही है। ऐसी शिकायतें आज तहसील दिवस में भी प्राप्त हुयी। अधिशाषी अभियन्ता सम्बन्धित सभी एस0डी0ओ0 से तत्काल सर्वे करा लें और जहां पर विद्युत आपूर्ति की समस्या हो उसका तत्काल निस्तारण सुनिश्चित कराये। जिलाधिकारी ने नलकूप विभाग के अधिशाषी अभियन्ता को निर्देशित किया कि वे विद्युत दोष अथवा यान्त्रिक खराबी के कारण जो नलकूप खराब है उन्हें तत्काल ठीक कराने की कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होनें जल निगम के अधिशाषी अभियन्ता को रिबोर की सूची में सम्मिलित हैण्डपम्पों को यथाशीध्र रिबोर कराने हेतु निर्देशित किया।
जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य, पंचायतीराज, कृषि आदि विभागों से सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे तहसील दिवस में कैम्प लगाये तथा विभागीय योजनाओं की जानकारी जन सामान्य को दें। तहसील दिवस में पुलिस अधीक्षक सौैमित्र यादव, सी0डी0ओ0 श्रीकान्त मिश्र, सी0एम0ओ0 डा0 के0बी0सिंह, डी0डी0ओ0 हरिशंकर सिंह, डी0एफ0ओ0 डी0के0 सिंह, पी0डी0 पी0सी0जायसवाल, एस0डी0एम0 नलिनीकान्त सिंह, क्षेत्राधिकारी विनोद कुमार सिंह, तहसीलदार रामशंकर, डी0पी0आर0ओ0 हरिकेश बहादुर, बी0एस0ए0 रमेश यादव, डी0आई0एस0 अनूप श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे।
कादीपुर में आयोजित तहसील दिवस की अध्यक्षता अपर जिलाधिकारी प्रशासन कृष्णलाल तिवारी ने की तथा प्राप्त 77 शिकायतों को सुना एवं एक सप्ताह के अन्दर सम्बन्धित को निस्तारण के निर्देश दिये। उन्होनें लम्बित शिकायतों से सम्बन्धित अधिकारियों का स्पष्टीकरण मांगते हुए तीन दिन के अन्दर निस्तारण के निर्देश दिये।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 22 October 2014 by admin
विकास क्षेत्र के गाॅवों में मनरेगा योजना बंदरबांट का जरिया बनी है। समरथपुर गाॅव में मनरेगा कार्यो में जमकर धांधली से प्रभावित विकास कार्य को लेकर ग्रामीणों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
बतातें चलें कि मनरेगा योजना के माध्यम से गाॅवों में विकास की सरकारी योजना बंदरबांट के चलते कागजी बनकर रह जा रही है। कागज में बड़े-बड़े कार्यो को दर्शाकर हुए भुगतान के बाद भी जमीनी हकीकत कुछ अलग ही बयां हो रही है। विकास खण्ड समरथपुर गाॅव को ही अगर बात करें तो लाखों खर्च के बाद भी विकास की स्थिति जहां की तहां बनी हुयी है। रक्षक से भक्षक बने सरकारी कमचारी मध्यस्थ बनकर उच्चाधिकारियों को बंदरबांट में सरीक कर काले कारनामों पर परदा डालने का काम कर रहे है। विकास के पैसों से गाॅव का विकास भले न हुआ हो, परन्तु ग्राम प्रधान के विकास की चर्चा गली चैराहों पर आम है। सूत्रों की मानें तो सत्ता पक्ष से नजदीकी के चलते अधिकारी और कर्मचारी भी हाथ डालने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे है। ग्रामीणों का आक्रोश यह है कि पारदर्शिता कायम रखने के लिए गाॅवों में नियुक्त मनरेगा कर्मियों पर हो रहा भारी भरकम व्यय अनावश्यक साबित हो रहा है। विकास की यह हकीकत वानगीभर है। यही हाल लगभग दर्जनभर गाॅवों का है जहंा मनरेगा के नामपर जमकर धांधली के बाद भी महकमा जाॅच की हिम्मत नहीं जुटा पाता है।
बाक्स में डालें-
जब इस बावत मुख्य विकास अधिकारी श्रीकान्त मिश्र से बात की गयी तो उन्होंने मनरेगा में धांधली की शिकायत होने पर कड़ी कार्यवाही की बात कही। ज्यादा खर्च करने वाले गाॅवों को चिन्हित कर कार्याे का भौतिक सत्यापन कराया जा रहा है। अगर खामियां उजागर हुई तो कार्यवाही जरूर होगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 22 October 2014 by admin
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर चोरी के खुलासे न होने पर आन्दोलन की चेतावनी दी है।
एसपी को दिये गये ज्ञापन में आशीष कुमार त्रिपाठी भा.रा.छात्र संगठन के सद्स्य के यहां पिछले दिनों ग्राम धरौली में चोरी हो गयी जिसकी प्राथमिकी स्थानीय थाना कोतवाली देहात में उनके पिता कौशल किशोर त्रिपाठी द्वारा दर्ज करायी गयी थी, लेकिन अभी तक चोरों को पुलिस गिरफ्तार कर पाने में अस्मर्थ रही। जिसके एवज में दिनेश मिश्रा अध्यक्ष गनपत सहाय पी.जी. काॅलेज के नेतृत्व में एसपी से मिलकर चोरी की जल्द खुलासे की मांग करते हुए आन्दोलन की चेतावनी दी है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 22 October 2014 by admin
जिला कारागार में हत्या के मामले में बीते दिन पहले बंद कैदी ने आज फांसी लगाकर जान दे दी। फांसी लगाने के कारणों का पता नहीं चल सका।
प्राप्त जानकारी के अनुसार करमदासपुर परसड़ा निवासी हनुमान प्रसाद मिश्रा जो की अपनी छः वर्षीय बच्ची की हत्या के जुर्म में सोमवार को जिला कारागार में बन्द किया गया। जहां पर संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 22 October 2014 by admin
दीपावली पर्व में आतिशबाजी व रोशनी से नहलाने के लिए लगी पटाखे की मार्केट का उद्घाटन राधेरमण वैद्य वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने फीता काटकर किया।
खुर्शीद क्लब में लगी पटाखों की दुकानों पर तरह-तरह के रंग विरंगे पटाखे व फुलझडि़या लोगों को खूब भा रही है। शुरूआती दिन से लोगों ने पटाखे की खरीददारी जोरों पर की। इस मौके पर बार एसोसिएशन अध्यक्ष रामशंकर, महासचिव विजय श्रीवास्तव, सचिव खुर्शीद क्लब धर्मपाल सिंह, सचिव पुस्तकालय अशोक शुक्ला आदि लोग उपस्थित रहे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 22 October 2014 by admin
दीपावली पर्व पूर्व पवन सुत हनुमान जन्मोत्सव आज शाम 5 बजकर 6 मिनट से मनाया जायेगा। श्री शिव शक्ति धाम शिव चैक कुड़वार नाका के प्रधान पुरोहित पण्डित अमरनाथ तिवारी ने यह जानकारी लोकहित में देते हुए बताया है कि मेष लग्न के शुभ मुहुर्त में कलयुग के देव पवनपुत्र हनुमान जी का जन्मोत्सव सायं 5 बजकर 6 मिनट से 6 बजकर 45 मिनट तक पंचाग अनुसार मनाया जायेगा। पुरोहित श्री तिवारी ने शिव चैक पर सुधी हनुमत भक्तों से मन्दिर में इस अवसर पर आयोजित श्री सुन्दर काण्ड पाठ में लोगों से अधिक संख्या में पहुंचने की अपील की है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 22 October 2014 by admin
सरस्वती विद्या मन्दिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, विवेकानन्दनगर, सुलतानपुर में अवकाश के पूर्व आज धनतेरस को विद्यालय में दीपावली उत्सव का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें दीपों की रंगोली प्रतियोगिता भी हुई। विद्यालय के दशम एच की छात्राओं को प्रथम स्थान के लिए पुरस्कृत किया गया।
विद्यालय के वन्दना सभा में आयोजित दीपावली उत्सव को सम्बोधित करते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य डाॅ. लालता प्रसाद पाण्डेय ने दीपावली पर्व की प्राचीनता पर जोर देते हुए कहा कि आज वह पुराने बटासा, गट्टे, जलेवी व घी के दीये गायब हो गये हैं। स्वास्थ को हानि पहुंचाने वाली मिठाईया ज्यादा पसन्द की जा रही है। जो पटाखें आपको अच्छे लगते हैं वह हृदयरोगियों के लिए बेहद कष्टदायी होते है। यह देश त्यौहारों का हैं, इसमें हमंे ऋतुओं का ध्यान रखना चाहिए। इन ऋतुओं में सुन्दर निहितार्थ देंखे। विज्ञान के आचार्य बाल कृष्ण सिंह ने दीपावली के वैज्ञानिक तथ्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दीपावली में घी के दीये जलाने के पीछे एक वैज्ञानिक सोच भी है किन्तु आज घी के दीयों की जगह झालरों ने ले ली है। घी के दीये जलाने से उसकी खुशबू आसपास के प्रदूषण को खत्म कर वातावरण को शुद्ध करता है तथा पटाखे हानिकारक गैस फैलाकर वातावरण के संतुलन को बिगाड़ रहे हैं। दीपावली पर अधिक पटाखें दगाकर और अधिक से अधिक बिद्युत झालर लगा कर प्रसन्न होते हैं। हम दीपावली पर मन का दीप जलायें। आज प्रतिस्पर्धा की नहीं सहयोग की जरूरत है जिससे सामाजिक समरसता लाये जाने के साथ पर्यावरण के बिगड़ते संतुलन को रोका जा सके।
अंग्रेजी आचार्य शेषमणि दूबे ने दीपावली के आध्यात्मिक पक्ष पर बोलते हुए कहा कि यह पर्व भगवान श्रीराम के चैदह वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या वापसी के समय मनाया गया था। हमें इस पर विचार करने की आवश्यकता है कि श्रीराम के किस कर्म और कार्य के कारण देशी घी के दीये जलाकर उनकी वापसी का स्वागत किया गया था। पूरे समाज ने अमावस्या की रात्रि को दीये जलाकर पूर्णिमा की रात्रि में बदल दिया था। श्रीराम के उन कार्यो को हमे आत्मसात करना चाहिए। माता-पिता और गुरू को सुबह सबसे पहले प्रणाम करना चाहिए। ऐसे कार्य करे जिससे हमारे माता-पिता हर्षित और आस पास क्षेत्रों के लोग भी प्रसन्न हो। छात्र संसद के पूर्व प्रधानमंत्री छात्र अंकित सिंह ने दीपावली गीत और महत्व पर प्रकाश डाला। बालिकाओं व बालकों ने गीत प्रस्तुत किया। रंगोली की विजेता टीम को कक्षाचार्या स्नेहा सिंह के साथ वरिष्ठ आचार्य महेन्द्र तिवारी व प्रधानाचार्य ने पुरस्कृत किया। रंगोली का मूल्यांकन आचार्या शालिनी साहू व चिंत्राशी सिंह ने किया। कार्यक्रम का संचालन छात्र संसद प्रमुख आचार्य राज नारायण शर्मा ने किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 22 October 2014 by admin
नगर में स्थित रामराजी सरस्वती बालिका विद्या मन्दिर इण्टरमीडिएट विद्यालय में रामचन्दर सिंह चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के आकस्मिक निधन पर विद्यालय परिवार ने दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना किया । स्वर्गीय रामचन्दर सिंह मूलतः टिकरी जनपद अमेठी के निवासी थे । नौरंगीलाल सरस्वती शिशु मन्दिर शाहगंज में अन्तिम क्षण तक अपना पूरा जीवन विद्यालय की सेवा में दिया ।
विद्यालय प्रबन्ध समिति की बैठक में भी स्वर्गीय रामचन्द्रर सिंह को उनकी आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना की गयी । इस अवसर पर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राम अकबाल पाण्डेय, प्रबन्ध समिति की अध्यक्ष श्रीमती सरोज गर्ग, उपाध्यक्ष श्रीमती चन्द्रकान्ति तिवारी, प्रबन्ध सुमन सिंह, डा0गीता सिंह, बबिता जायसवाल प्रधानाचार्या कुसुम ंिसंह , सुधाबाला अग्रवाल आदि की उपस्थिति रही ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 22 October 2014 by admin
मंत्रिपरिषद ने सुनिश्चित कैरियर प्रोन्नयन (ए.सी.पी.) की व्यवस्था में विसंगतियों के निराकरण तथा शासनादेशों को स्पष्ट किए जाने हेतु समेकित शासनादेश निर्गत करने का निर्णय लिया है।
इसके अनुसार ऐसे कार्मिक, जिन्हें प्रथम वित्तीय स्तरोन्नयन दिनांक 01 दिसम्बर, 2008 को 10 वर्ष से अधिक की सेवा पर प्राप्त हुआ था, उन्हें प्रथम वित्तीय स्तरोन्नयन में 06 वर्ष की सेवा का प्रतिबंध होने के कारण द्वितीय वित्तीय स्तरोन्नयन 16 वर्ष से अधिक की सेवा पर मिल रहा था। प्रस्तावित संशोधन के अनुसार अब उन्हें द्वितीय वित्तीय स्तरोन्नयन कुल 16 वर्ष पर देय होगा।
ऐसे पदधारक, जिनकी पदोन्नति दिनांक 01 दिसम्बर, 2008 के बाद समयमान वेतनमान की पूर्व व्यवस्था में प्राप्त वैयक्तिक वेतनमान में हो जाती है तो द्वितीय वित्तीय स्तरोन्नयन दिए जाने हेतु ऐसी पदोन्नतियों का संज्ञान नहीं लिया जाएगा।
ऐसे पदधारक, जिन्हें समयमान वेतनमान की पूर्व व्यवस्था में द्वितीय वैयक्तिक वेतनमान प्राप्त हो रहा हो, उनकी वास्तविक पदोन्नति निम्न वेतनमान में अथवा दिनांक 01 दिसम्बर, 2008 के पश्चात् समान या उच्च वेतनमान में हो जाती है तो तृतीय ए.सी.पी. की अनुमान्यता हेतु ऐसी पदोन्नति का संज्ञान नहीं लिया जाएगा।
वरिष्ठ कार्मिक को समयमान वेतनमान और कनिष्ठ कार्मिक को ए.सी.पी. मिलने की स्थिति में वरिष्ठ का वेतन कम होने पर उसे कनिष्ठ के समान कर दिया जाएगा।
समयमान वेतनमान की अनुमन्यता विषयक विभागीय आदेश निर्गत होने से 90 दिन के अंदर विकल्प प्रस्तुत करने की व्यवस्था की जा रही है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 22 October 2014 by admin
मंत्रिपरिषद ने उत्तर प्रदेश उप खनिज (परिहार) (सैंतीसवां संशोधन) नियमावली, 2014 के प्रख्यापन के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी है। नई व्यवस्था में पट्टाधारक का चयन टेण्डर के आधार पर होगा। रायल्टी/डेडरेण्ट के अतिरिक्त अधिकतम एवं संतोषजनक धनराशि देने वाले आवेदक को चयनित किया जाएगा, जिससे पट्टाधारक के चयन में निष्पक्षता एवं पारदर्शिता आएगी तथा सरकार को रायल्टी/डेडरेण्ट के अतिरिक्त काफी बड़ी धनराशि प्राप्त होगी। चयनित पट्टाधारक से रायल्टी वसूल की जाएगी।
इस प्रक्रिया से रायल्टी/डेडरेण्ट के अतिरिक्त प्राप्त धनराशि में से 50 प्रतिशत धनराशि अगले वित्तीय वर्ष में बजट के माध्यम से खनिज विकास निधि को उपलब्ध कराई जाएगी, जिसका उपयोग खनिज क्षेत्रों के विकास एवं अन्य सम्बद्ध प्रयोजनों हेतु किया जाएगा। शेष 50 प्रतिशत धनराशि राज्य सरकार के लेखे में रहेगी।
उप खनिजों जैसे-बालू, मोरंग, बजरी, बोल्डर इत्यादि के लिए खनन क्षेत्रों के विस्तार की सीमा न्यूनतम 05 हेक्टेयर तथा अन्य उप खनिजों के लिए न्यूनतम 01 हेक्टेयर की गई है। लेकिन इस विस्तार का क्षेत्र उपलब्ध न हो पाने की स्थिति में न्यूनतम क्षेत्र का प्रतिबन्ध लागू नहीं होगा। इस व्यवस्था से छोटे-छोटे रिक्त क्षेत्रों का भी व्यवस्थापन किया जा सकेगा।
बाढ़ आदि के कारण कृषि भूमि पर एकत्र होने वाली बालू इत्यादि के निस्तारण की व्यवस्था शासनादेश जारी करके पूर्व में की गई थी, लेकिन नियमावली में इसकी व्यवस्था न होने के कारण यह शासनादेश मा0 न्यायालय द्वारा स्थगित कर दिया गया है। नियमावली में व्यवस्था करके एक कृषि वर्ष में अधिकतम 3 माह की अवधि के लिए भूमिधर अथवा उसकी स्वतंत्र सहमति रखने वाले आवेदक के पक्ष में खनन अनुज्ञा-पत्र स्वीकृत कर कृषकों की इस व्यावहारिक कठिनाई का निवारण किया जाएगा।
मिट्टी के बर्तन आदि बनाने के लिए सामान्य मिट्टी की खुदाई, यदि यह 2 मीटर से अधिक गहरी न हो, को खनन संक्रियाओं से मुक्त किया गया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com