लखनऊ 18 सितम्बर 2017, पं दीनदयाल शताब्दी आयोजन अभियान के अन्तर्गत प्रदेश भर में ‘किसान कल्याण सम्मेलन‘ आजमगढ में बोलते हुए किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह मस्त ने कहा कि किसान अपनी मेहनत से अपने साथ दूसरों का भी जीवन बचाता है। भारत एक कृषि प्रधान देष है। जब तक हमारे देष का किसान समृद्ध नहीं होगा तब तक देष का विकास संभव नही है। आजमगढ़ ऋषियों, साहित्यकारों, किसानों व पहलवानों की भूमि है। उत्तर प्रदेष सरकार ने अपने वादें को पूरा करते हुए लघु व सीमांत किसानों का कर्ज माफ किया है, लेकिन मात्र कर्ज माफी से किसानो का उत्थान संभव नहीं है, उनके कल्याण के लिए सरकार द्वारा अनेक कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। नीम कोटेड यूरिया, फसल सुरक्षा बीमा, मिट्टी की जांच, सिंचाई व्यवस्था, उन्नत किस्म के बीज आदि अनेक कार्य किसानों के उत्पादन बढ़ाने के लिए किये जा रहा हैं यह दुखद है कि संसद में कुछ ऐसे लोग जो खेती के बारे में जानकारी नहीं रखते है वो बहस करते हैं।
उन्होंने कहा कि अब इस देश की राजनीति किसान तय करेगा। किसान विपरीत परिस्थतियों मे कर्ज लेता है, सरकार का यह कर्तव्य है कि वह उसे उसके कर्ज से मुक्ति दिलाये और यह कार्य प्रदेश की येगी सरकार ने किया है। हमारी सरकार द्वारा दस लाख तालाबों का निर्माण, मनरेगा के माध्यम से कराया जा रहा है। सिचांई व्यवस्था के और दुरूस्त करने का कार्य किया जा रहा है। सभी खेतों तक पानी पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है। किसानों को अन्न उत्पादन, फल उत्पादन, सब्जी उत्पादन दुग्ध उत्पादन व पशुपालन के माध्यम से समृद्धि बनाया जा रहा है। आज जरूरत किसानों को जागरूक कर उनकी आय बढ़ाने की है।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री विजय बहादुर पाठक ने इस अवसर पर आयोजित किसान कल्याण सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए कहा कि पहली बार भाजपा की सरकार ने आलू खरीद नीति को मंजूरी प्रदान कर आलू किसानों के चेहरे पर मुस्कान लाने का कार्य किया है हमारी सरकार बिना भेदभाव के संकल्प पत्र के अनुसार 1 पैसे से 1 लाख तक का कर्ज माफी की पहले चरण को पूरा कर लिया है। इस योजना में लगभग 86 लाख किसानों को लाभ मिलेगा।
इसीक्रम में आज वाराणसी में केन्द्रीय मंत्री मनोज सिन्हा व विशिष्ठ अतिथी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राजा वर्मा, शामली में सत्यपाल सिंह राज्यमंत्री व सुरेश राणा, संासद हुकुम सिंह, विधायक तेजेन्द्र निर्वाल, सांसद रामचरन निषाद, विधायक अवधेश सिंह, अनीता कमल, सीतापुर में राज्यमंत्री रणवेन्द्र प्रताप सिंह धुन्नी, विधायक सुरेश राही, विधायक ज्ञान तिवारी, बाराबंकी में सुधीर कुमार सिद्धू एंव विधायक बैजनाथ रावत, फतेहपुर में कैबिनेट मंत्री मुकुट विहारी वर्मा, केन्द्रीय मंत्री सांध्वी निरंजन ज्योति, विधायक विक्रम सिंह, विधायक करन सिंह, बदायूं में बीएलवर्मा, विधायक महेश गुप्ता, विधायक कुशाग्र सागर बतौर वक्ता एंव मुख्यअतिथि उपस्थित रहे।