समाजवादी पार्टी मुख्यालय, लखनऊ में आज बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की जयंती समारोह पूर्वक मनाई गई। राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने डाॅ0 अम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण के उपरांत अपने सम्बोधन में कहा कि बाबा साहब ने एक ऐसा नया समाज बनाने का सपना देखा था जिसमें ऊँच-नीच के लिए कोई स्थान नहीं होगा। वह मानते थे कि विषमता समाप्त किए बिना स्वस्थ समाज नहीं बन सकता है। बाबा साहब ने भारतीय संविधान में नागरिकों को सम्मान के साथ रहने-जीने का अधिकार देकर सामाजिक न्याय की भी व्यवस्था की। उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है।
पार्टी कार्यालय में डाॅ0 अम्बेडकर जयंती अनुसूचित जाति एवं जन जाति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष एवं विधायक श्री सुभाष पासी की अध्यक्षता में मनाई गई। भारी संख्या में आए दलित समाज के स्त्री-पुरूषों और नौजवानों द्वारा ‘डा0ॅ अम्बेडकर अमर रहे‘ के नारे लगाए जाने से परिसर देर तक गूंजता रहा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री अखिलेश यादव ने कहा कि यह हमारे लिए गौरव की बात है कि डाॅ0 लोहिया और डाॅ0 अम्बेडकर में कई मामलों पर मतैक्य था और दोनों महान नेताओं ने राष्ट्र निर्माण का एक जैसा सपना देखा था। उन्होंने कहा कि समाज को तोड़ने और बहकाने वाली कुछ ताकतें आज सक्रिय हैं। बहकावे से सत्ता में पहुंचना लोकतंत्र के साथ मजाक है। जो ताकतें समाज को अंधेरी सुरंग में ले जाना चाहती है उनसे सावधान रहने की जरूरत है।
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि डाॅ0 अम्बेडकर ने जीवनपर्यन्त उपेक्षित वंचित और दलित समाज के ऊपर हो रहे सैकड़ो वर्षांे के अत्याचार के विरूद्ध संघर्ष किया। उन्होंने सामाजिक दासता की उन बेड़ियों को तोड़ दिया था जिसमें अमानवीय और पशुवत व्यवहार होते है। उन्होंने मानवाधिकारों का सम्मान करना सिखाया। भारतीय संविधान के वे प्रमुख वास्तुकार थे।
श्री यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार ने समता मूलक समाज की कल्पना को साकार करने के लिए कई काम किये जिनसे दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों सहित समाज के सभी वर्गो को लाभ पहुंचा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के पास तो अपनी कोई योजना ही नहीं है। समाजवादी सरकार के कामों को अपना बताया जा रहा है। भाजपा सरकार सब पर अपना दावा कर रही है। केंद्र की भाजपा सरकार के पास तो अब समय ही नहीं बचा है। उसके तीन साल के कार्यकाल में कोई भी उल्लेखनीय कार्य सामने नहीं आया है। अब आगे उनसे क्या उम्मीद है?
श्री यादव ने कहा कि समाज का भला तभी होगा जब सरकारें पूरी ईमानदारी और निष्पक्षता के साथ सेवा करेगी। समता मूलक समाज की सथापना से ही व्यवस्था बाबा साहब के सपनों को पूरा किया जा सकेगा। समाजवादियों का संकल्प है कि सामाजिक अन्याय और आर्थिक गैर बराबरी के विरूद्ध संघर्ष जारी रहेगा।
डाॅ0 अम्बेडकर जयंती के कार्यक्रम में सर्वश्री माता प्रसाद पाण्डेय, राजेंद्र चौधरी, एसआरएस यादव, शैलेंद्र यादव (ललई), सुशीला सरोज, शिवकुमार बेरिया, डाॅ0 भूपेन्द्र दिवाकर, अरविन्द कुमार सिंह, जुगल किशोर बाल्मीकि, रामबृक्ष यादव, मंजू कौशल, हेमंत कुमार, डाॅ0 राजपाल कश्यप, अनूप बारी, प्रेमचंद्र गुप्ता, जयसिंह जयंत, अनिल सोनकर वारसी, श्रीराम दलित, गौरव रावत, हरिओम सोनकर आदि की कार्यक्रम में विशेष भागीदारी रही।