Posted on 29 July 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के स्टाम्प एवं पंजीयन मंत्री राजा महेन्द्र अरिदमन सिंह ने जिलाधिकारियों द्वारा नान जुडिशियल स्टाम्प पेपर के प्रयोग में न आने के कारण आवेदकों की धन वापसी अपने स्तर से न करते हुए प्रकरण शासन को सन्दर्भित किए जाने पर अप्रसन्नता व्यक्त की हैं। उन्होंने कहा है कि भारतीय स्टाम्प अधिनियम के तहत बिगड़े हुए स्टाम्प (अन रजिस्टर्ड) की वापसी की व्यवस्था की गयी है, जिसमें आवेदक द्वारा 06 माह के अन्दर स्टाम्प मूल्य वापसी का आवेदन जिलाधिकारी को कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारियों को दो वर्ष के अन्दर बिगड़े हुए स्टाम्प /खराब स्टाम्प की वापसी का अधिकार दिया गया है।
स्टाम्प एवं पंजीयन मंत्री ने बताया कि शासन के संज्ञान में आया है कि दो वर्ष के अन्दर खरीदे गये स्टाम्प, जो किन्हीं कारणों से प्रयोग में नहीं लाया जा सके और उनका स्वरूप बिगड़ गया है, ऐसे स्टाम्प मूल्यों का भुगतान नियमानुसार आवेदकों को जिलाधिकारियों द्वारा नहीं किया जा रहा है तथा प्रकरण को अनावश्यक रूप से शासन को सन्दर्भित कर दिया जा रहा है, जो अत्यन्त ही खेदजनक है। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारियों को भारतीय स्टाम्प अधिनियम 1899 की धारा 49 एवं 50 में दी गयी व्यवस्था के अनुसार प्रकरण का परीक्षण कराते हुए नियमानुसार स्टाम्प पेपरों की वापसी के सन्दर्भ में कार्यवाही अपने स्तर से ही कर देनी चाहिए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 29 July 2014 by admin
प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अहमद हसन ने कहा है कि प्रदेश में प्रत्येक वर्ष लगभग 45 हजार बच्चों की मृत्यु सिर्फ डायरिया (दस्त) से होती है। बच्चों की अकाल मृत्यु होने का यह दूसरा सबसे बड़ा कारण है। यदि दस्त आने पर बच्चे को ओ0आर0एस0 का घोल एवं जिंक समय से मिल जाये तो उसे कुपोषित होने एवं मृत्यु से बचाया जा सकता है। बच्चों की मृत्युदर में कमी लाने एवं उन्हें कुपोषण से बचाने के लिए प्रदेश भर में ‘‘सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा’’ 28 जुलाई से 8 अगस्त तक मनाया जायेगा।
यह बात आज यहाँ गोमती होटल में सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़े का उद्घाटन करते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्री अहमद हसन ने कही। उन्होंने कहा कि डायरिया एक गम्भीर बीमारी है। इसके प्रति लोगों को जागरूक करना लाजमी है। जन्म के एक घण्टे बाद बच्चे के लिए माँ का दूध अमृत हैं जिसमें डायरिया व अन्य बीमारियों से लड़ने की भरपूर क्षमता होती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर ओ0आर0एस0 एवं जिंक की उपलब्धता व वितरण सुनिश्चित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा आम जनता को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही है। सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ी है। आम लोंगो का विश्वास भी बढ़ा है। उन्होंने कहा कि सभी चिकित्सकों को कम से कम 40 मरीज ओ0पी0डी0 में देखना जरूरी है। इससे कम मरीज देखने वाले चिकित्सकों के वेतन रोकने के निर्देश दिये गये हैं। इस अवसर पर उन्होंने मेडिकों रिफ्रेशर पुस्तक का विमोचन भी किया।
कार्यक्रम में प्रमुख सचिव चिक्त्सिा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री अरविन्द कुमार ने कहा कि डायरिया देखने में साधारण सी बीमारी लगती है, लेकिन थोड़ी सी असावधानी के कारण बहुत से बच्चों की इससे मृत्यु हो जाती है। प्रदेश में 11 प्रतिशत मृत्यु दस्त आने से होती है। यह बीमारी खतरनाक हैं। इसके रोकथाम हेतु घर-घर ओ0आर0एस0 एवं जिंक के वितरण कराने का कार्य किया जायेगा। साथ ही सभी सरकारी अस्पतालों में इसकी उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी। इसके वितरण एवं परामर्श हेतु आशा, ए0एन0एम0, एवं आगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के परिवारों में भेजा जायेगा। कुपोषित बच्चों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने हेतु चिकित्सकों की विशेष व्यवस्था भी की जायेगी। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं एवं एक वर्ष तक के बच्चों को निःशुल्क इलाज एवं उनको घर से अस्पताल ले जाने और उनको घर तक छोड़ने हेतु 102 एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध है। इससे मातृ एवं शिशु मृत्युदर में कमी आई है। प्रसव के बाद कम से कम तीन दिन तक मां और बच्चे को अस्पताल में रखा जायेगा।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक श्री अमित कुमार घोष ने बताया कि भारत सरकार के निर्देशानुसार सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा कार्यक्रम का आयोजन प्रदेश में किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य 5 वर्ष तक के बच्चों की मृत्युदर में कमी लाना है। उन्होंने कहा कि 42 प्रतिशत बच्चे कुपोषण का शिकार हो जाते हैं। शिशु को जन्म के उपरान्त मां का दूध न मिलने वह से बच्चा कुपोषण का शिकार हो जाता है। उन्होंने बताया कि जन्म से पहले घण्टे में बच्चे को सिर्फ 36 प्रतिशत महिलायें दूध पिलाती है तथा 6 माह तक बच्चों को स्तन पान केवल 20 प्रतिशत महिलायें कराती हैं। उन्होंने कहा कि बच्चे को समय से मां का दूध न मिलने के कारण वह कुपोषित हो जाता है।
श्री घोष ने बताया कि बच्चों को दस्त आने पर सिर्फ 45 प्रतिशत लोग ओ0आर0एस0 एवं 2 प्रतिशत जिंक देते हैं जो बहुत कम है। दस्त आने पर यदि बच्चे को समय से ओ0आर0एस0 एवं जिंक दे दिया जाये तो काफी संख्या में बच्चों की जान बचाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि मां का दूध बच्चे के लिए प्रकृति की ओर से पहला पोषाहार और औषधि है जो उसे डायरिया, पीलिया एवं अन्य रोगों से बचाता है। प्रसव के उपरान्त तीन दिन तक यह खासियत मां के दूध में पायी जाती है। उन्होंने कहा कि 6 माह तक बच्चों को सिर्फ मां का दूध पिलाना चाहिए जिससे बहुत सी बीमारियों से बच्चे को बचाया जा सकता हैं उन्होंने कहा कि बच्चों को समय से ओ0आर0एस0 एवं जिंक उपलब्ध हो सके, इसके लिए निदेशालय स्तर पर जांच टीम भी बनाई जा रही है, जो प्रदेश में भ्रमण करके इसकी उपलब्धता एवं वितरण पर रिपोर्ट शासन को उपलब्ध करायेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 29 July 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री नारद राय, रेशम मंत्री श्री शिवकुमार बेरिया, प्रमुख सचिव श्री मुकुल सिंहल एवं प्रमुख सचिव श्री नवतेज सिंह ने ईद-उल-फित्र के पावन पर्व पर समस्त प्रदेश वासियों विशेषकर मुस्लिम भाइयों को दिली मुबारकबाद और शुभकामनाएं दी है। बधाई संदेश सभी वर्गों और धर्मों के लोगों से आपसी भाई-चारे के साथ इस पर्व को मिलकर मनाने की अपील की गयी है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 29 July 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने हिन्दी तथा अन्य क्षेत्रीय भाषी छात्रों के भविष्य एवं संघ लोक सेवा आयोग की प्रशासनिक सेवा परीक्षा में समानता की मूल भावना को ध्यान में रखते हुए सी-सैट प्रणाली पर पुनर्विचार करने की मांग की है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को आज यहां लिखे गए एक पत्र में कहा है कि संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रशासनिक सेवा परीक्षा में उत्तर प्रदेश से काफी तादाद में परीक्षार्थी सम्मिलित होते हैं, जिनकी मूल भाषा हिन्दी है।
श्री यादव ने लिखा है कि वर्तमान में आयोजित परीक्षा पद्धति में सी-सैट के अन्तर्गत जो प्रश्नपत्र हिन्दी/अन्य भाषाओं के माध्यम के परीक्षार्थियों को उपलब्ध कराए जाते हैं, उसमें मूलतः अंग्रेजी भाषा का रूपान्तरण साॅफ्टवेयर के द्वारा कर दिया जाता है। इससे रूपान्तरण के बाद प्रश्न के मूल अर्थ में विसंगतियां उत्पन्न हो जाती है जिसके कारण परीक्षार्थी के द्वारा उनका उत्तर देने में संशय की स्थिति उत्पन्न होती है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 29 July 2014 by admin
गंगा स्वच्छता हेतु भारतीय जनता पार्टीए गंगा प्रकोष्ठ का प्रत्येक कार्यकर्ता संकल्पबद्ध हैए इसी निमित्त भाजपा गंगा प्रकोष्ठ ने श्गंगा सेवा.भारत सेवाश् एवं श्नमामि गंगेश् ;हरियाली कार्यक्रमद्ध के तहत प्रदेश के समस्त प्रमुख गंगा तटो पर छायादार एवं फलदार वृक्षों का रोपण करने का फैसला लिया हैद्य वृक्ष के साथ लगाव और उसकी नियमित देखभाल सुनिश्चित करने हेतु हर 5 वृक्षों पर एक अभिवाहक नियुक्त किया जाएगा जो कि आस पास के क्षेत्र का निवासी होगा और उसी के हाथो से वृक्षों का रोपण भी कराया जाएगाद्य यह निर्णय भाजपा गंगा प्रकोष्ठ की प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में लिया गयाद्य बैठक की संबोधित करते हुए प्रदेश संयोजक ब्रज किशोर मिश्र ने कहा कि गंगा स्वच्छता बेहद ही संवेदनशील मुद्दा है क्योकि इससे हर भारतवासी की संवेदनाये जुडी हुई हैद्य केंद्र में पिछले 10 सालों तक राज करने वाली कांग्रेस सरकार ने कभी भी इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया जिसका परिणाम है कि गंगा का जल आचमन योग्य भी नहीं बचाए किन्तु श्री नरेन्द्र मोदी ने गंगा माँ की स्वच्छता हेतु अपनी प्रतिबद्धता दिखाते हुए गंगा स्वच्छता हेतु न सिर्फ अलग से मंत्रालय बनाया बल्कि बजट में भी इसका ध्यान रखाद्य उन्होंने कहा कि प्रकोष्ठ अब गंगा की सहायक नदियों की स्वच्छता पर भी ध्यान केन्द्रित करते हुए उनकी स्वच्छता हेतु प्रथम चरण में सभी जिलाधिकारियों को ज्ञापन सौप उनसे नदियों में गिरने वाले नालोंए वस्त्रो की धुलाई एवं आखेट को बंद करने एवं विधुत शवदाह गृहों को नियमित रूप से चलाये जाने की मांग करेगा यदि जिलाधिकारियो द्वारा नियत समय में कोई प्रभावी कार्यवाही न की गई तो उन्हें चेताने हेतु जिलाधिकारी कार्यालयों का घेराव कर जबरदस्त प्रदर्शन किया जाएगाद्य
बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश कार्यसमिति सदस्य आशीष बाजपेयी ने कहा कि यदि माँ गंगा के प्रवाह को अविरल कर दिया जाए तो काफी हद तक प्रदूषण की समस्या समाप्त हो सकती हैद्य
बैठक को संबोधित करते हुए अवध क्षेत्र प्रभारी सुरेश पाण्डेय ने कहा कि उच्च न्यायालय ने नालो का पानी बिना किसी ट्रीटमेंट के सीधे नदीयों गिराने पर रोक लगाई हुई है लेकिन प्रशासन की संवेदनहीनता के कारण नालो का पानी सीधे नदियों में गिर रहा हैए और उद्योगपतियों के दबाब में प्रशासन कोई कार्यवाही नहीं कर रहाद्य उन्होंने मांग की कि नदीयों में सीधे गिरने वाले नालो को प्रशासन तत्काल बंद करायेद्य
बैठक में प्रमुख रूप से रमाशंकर त्रिपाठीए भूपेंद्र सिंहए रुद्रसेन सिंहए सरदार बघेलए जयनारायण मिश्रए राजनारायण मिश्रए राजीव शुक्लाए सुधीर दुबेए नरेन्द्र प्रताप सिंह चौहानए भागीरथी निषादए अजय अग्निहोत्रीए अमित पटेलए शुभम मिश्रए मयंक सिंह आदि लोग मौजूद रहेद्य
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 28 July 2014 by admin
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार के विकास कार्यो से लोगों का ध्यान बंटाने और प्रदेश में कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की नीयत से विपक्षी दल धरना-प्रदर्शन और दंगा भड़काने का काम कर रहे हैं। बिना किसी मुद्दे के उनकी जो गतिविधि हंै जनहित में इसका कोई औचित्य नहीं हैं। कांग्रेस और भाजपा विधान सभा चुनावों में तीसरे चैथे नम्बर की प्रतियोगिता में थे अब वे एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में लग गए हैं। कांठ (मुरादाबाद) में कांग्रेस और भाजपा दोनों का एक ही दिन कथित मार्च और विरोध प्रदर्शन इसी का परिणाम है।
कांठ (मुरादाबाद) में बाहरी तत्वों के उकसावे पर हुए अप्रिय कांण्ड के बाद अब वहां शांति है। भाजपा को यह शांति और लोगों का सामान्य जीवन में लौटना रास नहीं आ रहा है। वे वहां लगातार अशांति फैलाने में लगे हैं ताकि कांठ भी मुजफ्फरनगर में तब्दील हो जाए। भाजपा का तो चरित्र ही सांप्रदायिक है और वह इसी के सहारे अपने राजनीतिक स्वार्थ साधती है। विडंबना है कि कांग्रेस भी शांति मार्च के नाम पर उनके ही एजेण्डा को आगे बढ़ाने में लगी है।
लखनऊ और सहारनपुर में भी अशांति की कार्यवाहियों के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त करने की घटनाएं हुई हैं। विरोध के नाम पर हिंसा और तोड़फोड़ को उचित नहीं ठहराया जा सकता है। जिन विवादों को आपसी बातचीत से सुलझाया जा सकता है उसके लिए भड़काऊ कार्यवाहियां करना कानून को अपने हाथ में लेना है। यह अनुचित एवं गैर कानूनी है।
यह बात सभी को भली भांति समझ लेनी चाहिए कि राजनीति अव्यवस्था और अराजकता पैदा करने के लिए नहीं होती है। लोकतंत्र में विपक्ष की एक रचनात्मक भूमिका होती है। प्रदेश में विकास और खुशहाली हो इसमें सबका सहयोग मिलना चाहिए। दंगोे से सद्भाव एवं विकास कार्यो में अवरोध उत्पन्न होता है और जनसामान्य की तकलीफों में बढ़ोत्तरी होती है। गत दो वर्शो में विपक्ष ने नकारात्मक भूमिका निभाने के अलावा कभी सकारात्मक सुझाव नहीं दिये।
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव सबकी सुनते हैं और सबके प्रति शालीनता बरतते हैं। समाजवादी सरकार प्रदेश में कानून का राज बरकरार रखने के लिए कृतसंकल्प है। किसी भी दंगा या हुड़दंग को रोकने में यह सरकार सक्षम है। शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन की लोकतंत्र में अनुमति है लेकिन कानून व्यवस्था से खिलवाड़ की किसी को इजाजत नहीं दी जा सकती है। जो शांति व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश करेगा प्रशासन उसके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने को बाध्य होगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 28 July 2014 by admin
लखनऊ जनपद के समस्त हस्तशिल्प पहचान पत्र धारक हस्तशिल्पियों को सूचित किया जाता है कि राज्य सरकार द्वारा संचालित हस्तशिल्प विपणन सहायता योजना वर्ष 2014-15 के अन्तर्गत आगामी आयोजित होने वाले मेले/प्रदर्शनियों का वितरण निम्नवत है अतः इच्छुक हस्तशिल्पी जो मेले/प्रदर्शनियों में भाग लेना चाहते हैं, कार्यालय महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र , 8 कैन्ट रोड कैसरबाग लखनऊ में किसी कार्यदिवस में सम्पर्क कर सकते हैं। मेले/प्रदर्शनियों में प्रतिभाग करने वाले हस्तशिल्पियों को वर्ष में एक बार हस्तशिल्प विपणन सहायता योजनान्तर्गत अधिकतम 10,000 रुपये तक की धनराशि स्टाल किराये/माल भाड़ा मद में प्रदान किये जाने का प्राविधान है। गोर्वधन मन्दिर मेला, कन्नौज जलालपुर पनवारा 01 से 20 अगस्त, 2014 तक, कजरी मेला कीरत सागर तट महोबा 01 से 14 अगस्त तक, सावन मेला लखीमपुर खीरी गोला गोकरन नाथ जलाई से एक माह तक, माँ कामाख्या धाम मेला गाजीपुर सितम्बर मंे 09 दिन तक, मेला गुधाल सहारनपुर अम्बाला रोड 25 सितम्बर से 09 अक्टूबर तक, गणेश चैथ मेला मुरादाबाद सितम्बर में 25 दिन तक, मेला रामपुर तहसील पलारपुर रेलवे स्टेशन के पास महराजगंज 17 सितम्बर से 16 अक्टूबर तक, मेला गुधाल सहारनपुर आम्बला रोड़ सहारनपुर 4 सितम्बर से 18 अक्टूबर तक, बबूगंज कजरी मेला बबूगंज कुण्डा प्रतापगढ़ 27 सितम्बर से 11 अक्टूबर तक, कार्तिक गढ़ मेला टी0सी0एफ0मैदान शाहजहांपुर सितम्बर से अक्टूबर तक आयोजित होगा। इन मेले में भग लेने वाले हस्तशिल्पी अपने वर्ग के साथ सम्पर्क करें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 28 July 2014 by admin
प्रदेश की वर्तमान सरकार विकलांगजनों को विकास की मुख्यधारा पर लाने के लिए संवेदनशील है। प्रदेश के प्रत्येक जनपद में विकलांग व्यक्तियों तक सुविधायें पहंुचाना सरकार का लक्ष्य है। ईद के पवित्र पर्व के पूर्व कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण वितरण कार्यक्रम कीे शुरूआत बहुत ही सकून भरा है।
यह बातें प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं विकलांग कल्याण मंत्री श्री अम्बिका चैधरी ने आज यहां गांधी भवन स्थित प्रेक्षागृह में एडिप योजना के अन्तर्गत विकलांगजनों को निःशुल्क कृत्रिम अंग/सहायक उपकरण वितरण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में कहीं। यह कार्यक्रम भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय तथा राज्य सरकार के संयुक्त तत्वावधान में विकलांग कल्याण विभाग एवं एलिम्को द्वारा आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की शुरूआत विकलांग कल्याण मंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि अभूतपूर्व प्रतिभा के धनी विकलांग बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रदेश सरकार सहयोग करेगी तथा विकलांगजनों की समस्याओं का त्वरित निदान भी किया जायेगा। उन्होंने कहा कि डा0 शकुन्तला मिश्रा पुनर्वास विश्वविद्यालय में विकलांगजनों के लिए अनुभूत कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं।
कार्यक्रम के दौरान मूक-बधिर एवं मानसिक मन्दित बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्य मंत्री श्री अभिषेक मिश्रा ने कहा कि वर्तमान सरकार शारीरिक रूप से विकलांग व्यक्तियों की हर सम्भव सहायता करेंगी। उन्होंने कहा कि दृृढ़निश्चय हो तो विकलांगता भी किसी मुकाम को हासिल करने से रोक नहीं सकती। कार्यक्रम को विकलांग कल्याण विभाग के उप निदेशक श्री एस0के0श्रीवास्तव तथा अखलेन्द्र कुमार ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में 1000 कृत्रिम अंग/सहायक उपकरण विकलांगजनों को निःशुल्क वितरित किये गये, जिसमें विभागीय मंत्री द्वारा भी पांच-पांच उपकरण लाभार्थी विकलांगजनों को दिये गये। शिविर में चिन्हित विकलांगजनों को ट्राई साइकिल, बैशाखी, वाकिंग स्टिक, ब्लाइंड स्टिक, कृत्रिम हाथ व पैर, हियरिंग मशीन आदि उपकरण वितरित किये गये।
कार्यक्रम में लखनऊ के मुख्य विकास अधिकारी श्री योगेश कुमार, जिला विकलांग कल्याण अधिकारी श्री अखिलेश बाजपेई के साथ अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 28 July 2014 by admin
भारतीय जनता पार्टी ने मोहनलालगंज प्रकरण में फारेन्सिक रिपोर्ट को सपा सरकार के मुॅह पर जोर दार तमचा बताया। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डाॅ0 मनोज मिश्र ने सपा सरकार और उसकी पुलिस जोरदार हमला करते हुए कहा कि फारेन्सिक जाॅच ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट की धज्जियां उड़ा दी। उन्होंने आरोप लगाया कि अब वे अधिकारी अपना मुॅह कहां पर दिखायेंगें जो रोज-रोज नये-नये तथ्य प्रस्तुत कर रहे थे। डा0 मिश्र ने सपा सरकार को फटकारते कहा कि इस जाॅच को प्रभावित करने व भ्रम फैलाने वाले अधिकारियों को दण्डित किया जाना चाहिए तथा सत्यपरक एवं पारदर्शी जाॅच प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए।
डाॅ0 मिश्र ने सपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस फारेन्सिक जाॅच से प्रदेश की पुलिस का एक और झूठ उजागर हो गया है। सरकार और उसकी पुलिस बलात्कार जैसे गम्भीर मामलों को भटकाने की कोशिश करती है। मोहनलालगंज में युवती के मामलें में पुलिस की झूठी खुलासे की थ्योरी तार-2 हो गई है। पुलिस की बची- खुची साख ध्वस्त हो गई है। पुलिस के अधिकारिक वक्तव्यों में जमीन-आसमान के विरोधभास से प्रदेश की पुलिस का मखौल बन गया है। कभी कहा जाता है कि बलात्कार नहीं हुआ, कभी 5-6 लोग शामिल थे तो खुलासा केवल एक का होता है और फारेन्सिक रिपोर्ट घटनाओं में 2 से अधिक लोंगो की पुष्टि करती है। डाॅ0 मिश्र ने सपा सरकार और उसके अधिकारियों से पूछा कि आखिर आपकी नजर में अन्तिम सत्य क्या है ?
प्रदेश प्रवक्ता डाॅ0 मिश्र ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट को झूठ का पुलिन्दा बताया और कहा कि ये रिपोर्ट सरकार के इशारे पर बनाई गई लगती है। झूठी पोस्टमार्टम रिपोर्ट बनाने वाले और बनवाने वाले लोगांे पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए। दो या तीन किड़नी का मामला हो या पुलिस का खुलासा, हर मामला झूठ और सिर्फ झूठ ।
प्रदेश डाॅ0 मिश्र ने सपा सरकार को लताड़ते हुए कहा कि जब पीडि़त पक्ष को न्याय पाने के लिए अमरण अनशन करना पडे़ तो समझ लेना चाहिए प्रदेश में जंगलराज कायम है। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश के इस जंगलराज को समाप्त करने के लिए कृत संकल्प है। संघर्ष चाहे जितना लम्बा और कड़ा क्यों न हो ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 28 July 2014 by admin
भारतीय जनता पार्टी ने सपा सरकार के मंत्री आजमखान के बयान को सम्वेदनहीन, निर्जज्जता तथा अहंकार की पराकष्ठा बताया। पार्टी के प्रदेश डाॅ0 मनोज मिश्र ने आजम खान के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भयंकर साम्प्रदायिक दंगो को ‘साईकिल टकराने ‘ जैसी कहना सपा सरकार के मंत्री की सोच प्रदर्शित करता है।
डाॅ 0 मिश्र ने आरोप का प्रतिकर करते हुए कहा कि भाजपा अध्यक्ष डाॅ0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी उनसे निजी तौर पर नाराज है, कहा कि डाॅ0 बाजपेयी उनसे नही उनकी सोच और कृत्यों के विरोधी है। आजमखान उत्तर प्रदेश के साम्प्रदायिक सौहार्द को चुनौती है। डाॅ0 मिश्र ने मांग की आजमखान जैसे सम्वेदन हीन, गैर जिम्मेदार और साम्प्रदायिक सोच के व्यक्ति को तत्काल प्रदेश सरकार के मन्त्रिमंडल से बर्खास्त किया जाये।
प्रदेश प्रवक्ता डाॅ0 मिश्र ने सपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में 200 से अधिक दंगे इस सरकार की नाकामी का जीता-जागता उदाहरण है। प्रदेश में सपा सरकार की नीतियां,उनके लोग, मंत्री, सांसद और विधायक चुनौती बने हुए है। प्रदेश के ज्यादातर पुलिस अधिकारी एक ही जाति के होने तथा अक्षम होने के कारण प्रदेश में दंगो के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही नहीं हो पा रही है।
प्रदेश प्रवक्ता ने मांग की कि प्रदेश के साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए जिम्मेदार सपा सरकार के कवीना मंत्री श्री आजमखान को तत्काल बर्खास्त किया जाय। उन्होंने कहा कि एैसा क्या कारण की हर मामले में, चाहे मुजफ्फरनगर, चाहे लखनऊ या सहारनपुर का दंगा हो आजमखान का नाम आ ही जाता है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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