Posted on 05 October 2015 by admin
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक और मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर विधान भवन के तिलक हाॅल में आयोजित एक कार्यक्रम में उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारम्भ राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम’ के गायन से हुआ। इसके पश्चात् महात्मा गांधी के प्रिय भजन ‘वैष्णव जन तो तेने कहिए, जो पीर पराई जाने रे’ एवं राम धुन ‘रघुपति राघव राजा राम’ प्रस्तुत की गयी। इस दौरान महात्मा गांधी के जीवन आदर्शों व शिक्षाओं को भी याद किया गया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ।
इस अवसर पर श्री अहमद हसन, श्री राजेन्द्र चैधरी सहित राज्य सरकार के अन्य मंत्रिगण, अन्य जनप्रतिनिधिगण, राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष श्री एन0सी0 बाजपेयी, मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन, प्रमुख सचिव सूचना श्री नवनीत सहगल सहित वरिष्ठ प्रशासनिक, पुलिस अधिकारीगण मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 05 October 2015 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर शुक्रवार को जी.पी.ओ. स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी व शासन-प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 05 October 2015 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा कि आज के परिप्रेक्ष्य में भारत ही नहीं पूरी दुनिया की सुख-समृद्धि के लिए महात्मा गांधी की विचारधारा और अधिक प्रासंगिक हो गई है। उन्होंने कहा कि खादी आत्मनिर्भरता एवं स्वाभिमान का प्रतीक है। खादी के विकास के लिए सतत् प्रयास करते रहने की जरूरत पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से गांव एवं गरीब को तरक्की करने का मौका प्रदान किया जा सकता है। उन्होंने आश्वस्त किया कि वर्तमान राज्य सरकार खादी के विकास के लिए हर सम्भव सहयोग प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को श्री गांधी आश्रम, हजरतगंज में महात्मा गांधी की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गांधी जी की विचारधारा और उनके द्वारा बताए गए रास्ते को पूरी दुनिया में मान्यता मिल रही है। महात्मा गांधी एक मात्र ऐसी शख्सियत हैं, जिन्हें विश्व के लगभग सभी देशों में सम्मान दिया जाता है। निश्चित रूप से पूरे विश्व में अब तक उनके समकक्ष का कोई नेता नहीं हुआ। गांधी जी के आर्थिक दर्शन पर चलकर ही नगरों एवं गांवों का विकास किया जा सकता है और उनकी कठिनाइयों को दूर किया जा सकता है। समाज को आर्थिक विषमता एवं मंदी से बचाने के लिए कुटीर उद्योग को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
श्री यादव ने अधिक से अधिक खादी उत्पादों को अपनाने की अपील करते हुए कहा कि वे स्वयं खादी के वस्त्र पहनते हैं। उन्होंने इस बात पर खुशी जतायी कि प्रदेश के नौजवान भी खादी वस्त्रों को अपना रहे हैं। वर्तमान युग को ब्राण्डिंग एवं बाजार का युग बताते हुए उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी की वजह से पूरा विश्व एक बाजार में तब्दील हो गया है। इसलिए खादी की अधिक से अधिक बिक्री के लिए ऐसे तौर-तरीके अपनाने होंगे, जिससे खादी के उत्पादों की मांग बढ़े। उन्होंने कहा कि धर्म निरपेक्षता एवं समाजवादी विचारधारा पर चलकर ही देश को आगे ले जाया जा सकता है। देश का संविधान धर्मनिरपेक्षता एवं सोशलिस्ट व्यवस्था को ही मान्यता देता है और यही एक मात्र रास्ता है, जिस पर पूरा देश सामूहिक रूप से आगे बढ़ सकता है।
वर्तमान राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के विकास के लिए किए जा रहे कार्यों की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में हो रहे अभूतपूर्व विकास से बड़ी संख्या में निवेशक आगे आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धी व्यापार के मामले में प्रदेश की रैंकिंग काफी अच्छी है। राज्य सरकार जहां मैट्रो रेल की परियोजनाओं पर काम कर रही है, वहीं नगरों में साइकिल के लिए टैªक बनवाने का काम भी कर रही है। सोशल मीडिया के प्रभाव का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के प्रभाव एवं पहुंच को नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता। हाल ही में, लखनऊ की एक घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस कार्मिकों को लोगों से अच्छा बर्ताव करने का प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके बावजूद कुछ पुलिसकर्मी अपने दायित्व को भूल जाते हैं, जो ठीक नहीं है।
श्री यादव ने कहा कि व्यक्तियों, संस्थाओं एवं सरकारों के फैसलों एवं कार्यों को दुनिया पैनी निगाह से देख रही है। समाज में भाईचारा कायम रखने के लिए सभी को सक्रिय एवं सतर्क रहने की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक और समाज को अपने रीति-रिवाज और खान-पान के अनुरूप जीवन यापन करने का अधिकार है। इसमें किसी भी प्रकार का व्यावधान उत्पन्न नहीं किया जाना चाहिए। बाद में मीडिया के प्रश्नों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि जनपद गौतमबुद्धनगर के बिसाहडा गांव की दुःखद घटना पर कानून के अनुसार सख्ती से कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि समाज में भाईचारा बिगाड़ने एवं अमन-चैन को चुनौती देने वाले तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा।
इस अवसर पर खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री नारद राय ने कहा कि मुख्यमंत्री की पहल पर वर्ष 2002-03 से 2014 तक गांधी आश्रमों के अवशेष रिबेट 108.99 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया। पिछली राज्य सरकार ने खादी उत्पादों के लिए निर्धारित 108 दिन के रिबेट को घटाकर 60 दिन कर दिया था, जिसे वर्तमान राज्य सरकार ने पुनः बहाल कर 108 दिन करने का काम किया है। इसके साथ ही गांधी आश्रमों के भवनों एवं अन्य व्यवस्थाओं के लिए 50 लाख रुपए के रिवाॅल्विंग फण्ड की व्यवस्था की गई है। खादी उत्पादों को छोटे एवं साप्ताहिक हाट-बाजारों तक पहुंचाने के लिए मोबाइल वैन चलाने की व्यवस्था के साथ ही अब 09 स्थानों पर खादी उत्पादों के लिए प्रदर्शनी लगाने का निर्णय भी लिया गया है।
गांधी आश्रम, हजरतगंज के मंत्री श्री आर0एन0 मिश्र ने मुख्यमंत्री सहित अन्य सभी लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने गांधी आश्रमों के बकाए रिबेट का भुगतान कराकर परोक्ष रूप से संस्था की काफी मदद की है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में खादी उत्पादों को बल मिला है।
कार्यक्रम में राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी, गणमान्य नागरिक तथा गांधी आश्रम से जुड़े कार्यकर्ता उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 05 October 2015 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा कि गांधी जी ने भारत को आजाद कराने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने अहिंसा व ईमानदारी का जो पाठ पढ़ाया, वह आज के जीवन में अत्यधिक प्रासंगिक है। उन्होंने हमेशा सादा जीवन जीने एवं उच्च विचार अपनाने की शिक्षा दी। वर्तमान सरकार उनके इस विचार को आगे बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत है।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को जनेश्वर मिश्र पार्क में गांधी जयंती के अवसर पर खेल-खिलाड़ी उत्थान संस्थान व चैम्पियंस साइकिलिंग क्लब के तत्वावधान में आयोजित साइकिल रेस-2015 के अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि साइकिल एकता, स्वास्थ्य व पर्यावरण का प्रतीक है। उन्होंने लोगों को इसके प्रति जागरूक करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार साइकिल को बढ़ावा देने के लिए लगातार कार्य कर रही है। इसके तहत गुरूगोविन्द सिंह स्पोटर््स काॅलेज, लखनऊ में एक वेलोड्रोम का निर्माण कराया जा रहा है। इसके बन जाने से प्रदेश के साइकिलिस्ट भी देश-विदेश में अपनी प्रतिभा दिखा सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क का जिक्र करते हुए कहा कि यह पार्क सिटी के लंग्स (फेफड़े) के रूप में जाना जाता है, जहां पर हमें भरपूर मात्रा में आॅक्सीजन प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि साइकिल जीवन में बेहतर संतुलन बनाकर चलने की सीख देती है। उन्होंने कहा कि गरीब, किसान, मेहनतकश, नौजवान और छात्र के लिए यह आवागमन का सबसे सस्ता साधन है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा संकट तथा बढ़ते प्रदूषण के वर्तमान दौर में साइकिल को प्रोत्साहित करना आवश्यक है। साइकिल सेहत के नज़रिए से भी एक उपयोगी सवारी है। इसके दृष्टिगत, उत्तर प्रदेश की समाजवादी सरकार ने साइकिल व साइकिलिंग को बढ़ावा देने के लिए अनेक कदम उठाए है। इसी के तहत कई शहरों में साइकिल ट्रैक्स का निर्माण भी कराया गया है।
श्री यादव ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने लखनऊ और आगरा को साइकिल फ्रैण्डली नगर के तौर पर विकसित करने का निर्णय लिया है। इसी के साथ लखनऊ में साइकिल टैªक का निर्माण भी कराया जा रहा है, जिससे आमजन को काफी सुविधा मिलेगी और वे इसके प्रति आकर्षित होंगे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने साइकिल रेस-2015 के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया। इस साइकिल रेस में बालक व बालिकाओं ने प्रतिभाग किया। बालक वर्ग में प्रथम स्थान पाने वाले श्री आलम खां को 21 हजार रु0, द्वितीय स्थान पाने वाले श्री रवि यादव को 11 हजार रु0 व तीसरा स्थान पाने वाले श्री अमनदीप सिंह को 5,100 रु0 का चेक प्रदान किया गया। वहीं बालिका वर्ग में प्रथम स्थान पाने वाली सुश्री सोनाली सिंह को 21,000, द्वितीय स्थान पाने वाली सुश्री दीपाली सिंह को 11,000 व तीसरा स्थान पाने वाली सुश्री दिव्या सिंह को 5,100 रु0 का चेक प्रदान किया गया। इसके अलावा बालिकाओं में सुश्री नेहा सिंह, सुश्री सोनाली सिंह व सुश्री जानकी साहू को सांत्वना पुरस्कार तथा बालकों में श्री अमरेन्द्र चन्द्र, श्री मो0 सुहैल व श्री मुलायम यादव को एक-एक साइकिल प्रदान की गई। खेल-खिलाड़ी उत्थान संस्थान के प्रमुख श्री अनुराग बाजपेयी ने मुख्यमंत्री का स्वागत फूलों से बनी एक साइकिल भेंट कर किया।
इससे पूर्व, व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्य मंत्री श्री अभिषेक मिश्र ने प्रतियोगिता का झण्डी दिखाकर शुभारम्भ किया। यह प्रतियोगिता बालकों के लिए 12 कि0मी0 व बालिकाओं के लिए 05 कि0मी0 की थी।
कार्यक्रम में राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी, खेल निदेशक श्री आर0पी0 सिंह, यूनियन बैंक के महाप्रबन्धक श्री एल0डी0 रेवतकर सहित बड़ी संख्या में खेल प्रेमी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 05 October 2015 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि महिलाओं की समुचित भागीदारी और टीम के रूप में कार्य करने से राष्ट्र शक्तिशाली होगा। नारी शक्ति, राष्ट्र शक्ति का आवश्यक अंग है, इसका सम्मान राष्ट्र को मजबूत बनाता है।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को यहां के0डी0 सिंह बाबू स्टेडियम में आयोजित ए0पी0एन0 शक्ति सम्मान-2015 एवं महिला फुटबाॅल टूर्नामेण्ट के शुभारम्भ अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर फुटबाॅल खिलाड़ी सुश्री सोना चैधरी, ताइक्वांडो खिलाड़ी सुश्री अदीबा अख्तर, कुश्ती खिलाड़ी सुश्री अलका तोमर, बास्केट बाल खिलाड़ी सुश्री प्रशांति सिंह, एथलीट सुश्री सुमन देवी यादव, हाॅकी खिलाड़ी सुश्री रजिया जैदी एवं तैराक सुश्री पुष्पा मिश्रा को ए0पी0एन0 शक्ति सम्मान-2015 से सम्मानित किया।
श्री यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार प्रदेश के सेक्युलर ताने-बाने को बनाए रखते हुए राज्य को तरक्की और खुशहाली की ओर ले जाने के लिए प्रयासरत है। लेकिन कई ताकते ऐसी भी हैं जो सदैव माहौल खराब करने की ताक में रहती हैं। सभी को ऐसी ताकतों से सावधान रहने के लिए आगाह करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश की ताकत और तरक्की की सम्भावनाओं के मद्देनजर हम सभी को राज्य में सौहार्द, सद्भाव एवं भाईचारा बनाए रखने पर विशेष ध्यान देना होगा।
श्री यादव ने कहा कि फुटबाॅल दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल है। यह स्टेमिना, ताकत और मेहनत का खेल है। साथ ही, यह टीम और ताल-मेल का खेल भी है। इस खेल में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी सराहनीय है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी केवल खिलाड़ी होता है, खिलाड़ी की कोई जाति या धर्म नहीं होता। खिलाडि़यांें में आपस में काफी लगाव होता है। वे एक-दूसरे का बहुत सम्मान करते हैं। इनके व्यवहार से काफी कुछ सीखा जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार खेल और खिलाडि़यों को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। स्पोट्र्स हाॅस्टल में प्रशिक्षण के दौरान खिलाडि़यांे को राज्य सरकार द्वारा काफी सुविधाएं मुहैय्या करायी जाती हैं। हाॅस्टल के बाद खिलाडि़यों को बेहतर रोजगार मिल सके, इसके लिए भी राज्य सरकार काम करेगी। अपनी उपलब्धियों के मद्देनजर पद्मश्री एवं पद्म भूषण से सम्मानित खिलाडि़यों के लिए प्रतिमाह 20 हजार रुपये की पेंशन की योजना शुरू की गई है।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री का स्वागत फलों की टोकरी प्रदान कर किया गया। उन्होंने टूर्नामेण्ट की सभी टीमों की खिलाडि़यों से परिचय प्राप्त करने के बाद फुटबाॅल किक करके टूर्नामेण्ट का शुभारम्भ किया। पुस्तक ‘वेदान्त के विभिन्न सिद्धान्त’ का विमोचन भी उनके द्वारा किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री को एक स्मृति चिन्ह भी प्रदान किया गया।
इस अवसर पर राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी, पर्यटन मंत्री श्री ओम प्रकाश सिंह, ग्राम्य विकास राज्य मंत्री श्री अरविन्द कुमार सिंह गोप, प्रमुख सचिव सूचना श्री नवनीत सहगल, खेल निदेशक श्री आर0पी0 सिंह, ए0पी0एन0 न्यूज के प्रबन्ध सम्पादक श्री विनय राय सहित न्यूज चैनल के अन्य पदाधिकारी, शासन-प्रशासन के अधिकारी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 05 October 2015 by admin
अखिल भारतीय मैनेजमेंट एशोसिएशन (ए0आई0एम0ए0) ने सदस्यों की संख्या के आधार एवं अन्य चार प्रकार की श्रेणियों में सक्रियता के फलस्वरूप लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन (एल0एम0ए0) को सर्वोत्कृष्ट स्थानीय प्रबन्धन संगठन-श्रेणी 2 का पुरस्कार (बेस्ट लोकल मैनेजमेंट अवार्ड) आज ताज होटल नई दिल्ली में प्रदान किया गया है।
अखिल भारतीय मैनेजमेंट एसोसिएसन के पूर्व प्रेसिडेंट व पेप्सीको इण्डिया रीज़न के सीईओ, श्री डी. शिवकुमार की अध्यक्षता में पुरस्कार निर्णायक समिति द्वारा लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन (एल0एम0ए0) को यह पुरस्कार वर्ष 2014-15 के लिए प्रदान किया गया है। समारोह का आयोजन ए0आई0एम0ए0 के 42वें राष्ट्रीय मैनेजमेंट कन्वेंशन में नई दिल्ली में किया गया।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन एल.एम.ए. के वर्तमान अध्यक्ष हैं। अखिल भारतीय मैनेजमेंट एसोसिएशन से सम्बद्ध, लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएषन (एल0एम0ए0) एक उच्च श्रेणी की संस्था है। कई विधाओं से जुड़े लगभग 1700 प्रोफेशनल सदस्यों वाली इस संस्था में व्यापार, शिक्षा, नाॅन-प्राॅफिट संस्थाओं तथा सरकार से संबंधित 100 संस्थागत् सदस्य हैं।
एल.एम.ए. के वर्तमान अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन के नेतृत्व में एल.एम.ए. के प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार हुआ है तथा एसोसिएशन सार्वजनिक नीति निर्धारण हेतु एक विश्वसनीय थिंक-टैंक के रूप में उभरा है। हाल के वर्षों में संस्था द्वारा विशिष्ट-विषय आधारित उच्च प्रभाव वाले सम्मेलनों का आयोजन किया गया, जैसे- ‘ड्राइविंग यूपीज़ ग्रोथ थ्रू पावर सेक्टर’, ‘हारनेसिंग ह्यूमन कैपिटल फाॅर यूपीज़ ग्रोथ’, ‘ट्रांसफाॅर्मिंग उत्तर प्रदेश थ्रू एग्रीकल्चर’ आदि महत्वपूर्ण विषयों व क्षेत्रों पर विषय विशेषज्ञों सार्थक चर्चा की। इन कार्यक्रमों में किए गए विचार-विमर्श के निष्कर्षों को लिपिबद्ध किया गया तथा सरकार की कार्यवाही हेतु उपयोगी संस्तुतियाँ प्रदान की। लखनऊ मैनेजमेन्ट एसोसिएशन का अगला वार्षिक सम्मेलन 05 दिसम्बर, 2015 को प्रस्तावित है। इसमें स्मार्ट सिटीज के विकास ‘‘आवश्यकताएं तथा चुनौतियां’’ विषय पर भारत तथा विदेशोें के विशेषज्ञों द्वारा चर्चा की जायेगी।
लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएषन समाज के विभिन्न क्षेत्रों के सफल व्यक्तियों व विशेषज्ञों की एक सक्रिय एवं उच्च श्रेणी की संस्था है, जो सकारात्मक विचार-विमर्ष, नवीन संवाद व अन्य लोकहित के कार्यक्रमों को आयोजित कर राज्य व समाज की उन्नति के लिए एक उत्प्रेरक की भांति निरन्तर क्रियाशील है।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव एवं एल0एम0ए0 संस्था के अध्यक्ष श्री आलोक रंजन ने लखनऊ मैनेजमेन्ट एसोसिएशन के समस्त सदस्यों को बेस्ट लोकल मैनेजमेंट अवार्ड प्राप्त होने पर बधाई दी है। यह पुरस्कार विगत वर्ष 2013-14 में भी लखनऊ मैनेजमेन्ट एसोसिएशन को ही प्राप्त हुआ था।
यह पुरस्कार भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री श्री राज्यवर्धन राठौर के कर-कमलों द्वारा एल0एम0ए0 के सचिव श्री ए0के0माथुर तथा संयुक्त सचिव श्री एम0ए0खान को दिया गया। अवार्ड ए0आई0एम0ए0 के अध्यक्ष श्री एच0एम0 नेरूलकर की उपस्थिति में नई दिल्ली में दिया गया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 05 October 2015 by admin
जिलाधिकारी श्री राजशेखर ने कर करेत्तर के अन्तर्गत मण्डी समितियों की समीक्षा के दौरान पाया कि मण्डी समिति लखनऊ वित्तीय वर्ष 2015-16 के माह अगस्त,2015 हेंतु मण्डी शुल्क रू0 140.89 लाख के सापेक्ष प्राप्ति रू0 160.32 लाख है जो कि लक्ष्य के सापेक्ष 113.52 प्रतिशत है, क्रमिक लक्ष्य 1103.74 लाख के सापेक्ष प्राप्ति 998.76 है जो कि 90.49 प्रतिशत है। क्रमिक लक्ष्य के सापेक्ष प्राप्ति कम है जिसे लक्ष्य के सापेक्ष पूरा करने के निर्देश सम्बधित अधिकारियों को दिये है। प्रवर्तन कार्य के अन्तर्गत गतवर्ष अगस्त,2014 में 6.07 लाख शमन शुल्क प्राप्ति के सापेक्ष इस वर्ष माह अगस्त 2015 में 4.01 लाख की प्राप्ति हुई है जो कि गतवर्ष से 33.93 प्रतिशत कम है जिसे पूरा करने के निर्देश दिये है। प्राथमिक आवक में गतवर्ष की आवक 507812 कु0 के सापेक्ष 550007 कु0 अर्थात 8.31 प्रतिशत की वृद्वि हुई है।
जिलाधिकारी ने समीक्षा के दौरान मण्डी सचिव को निर्देश दिये कि अधिकाधिक प्रवर्तन कार्य करके कमी दूर करने हेतु विशेष प्रयास करना सुनिश्चित करे। प्रर्वतन कार्य में तैनात कर्मियों का स्पष्टीकरण प्राप्त कर प्रस्तुत करे, बाहर से फार्म 38 से आने वाली आवक पर नियंत्रण एवं करापवंचन की रोकथाम हेतु वाणिज्य कर से समन्वय स्थापित कर, जाॅच करें तथा तदानुसार मण्डी देयको एवं शमन शुल्क की वसूली करना सुनिश्चित करे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 05 October 2015 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद के अध्यक्ष को पत्र लिखकर स्नातक योग्यताधारी एवं दूरस्थ शिक्षा विधि के माध्यम से दो वर्षीय प्रशिक्षण उत्तीर्ण कर चुके शिक्षामित्रों को शिक्षक पात्रता परीक्षा (टी0ई0टी0) उत्तीर्ण करने की अनिवार्यता से छूट प्रदान किये जाने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि मा0 उच्च न्यायालय द्वारा शिक्षामित्रों के सहायक अध्यापक पद पर समायोजन के सम्बन्ध में निर्गत अधिसूचना को निरस्त कर दिये जाने के फलस्वरूप अध्यापक पात्रता परीक्षा (टी0ई0टी0) से दी गई छूट समाप्त हो गई है। उन्होंने कहा कि मा0 उच्च न्यायालय, इलाहाबाद द्वारा पारित आदेश के फलस्वरूप परिषदीय विद्यालयों में जहां एक तरफ अध्यापकों की संख्या में वृृहद स्तर पर कमी हो जायेगी, वहीं दूसरी ओर लगभग 1,70,000 शिक्षामित्रों के सम्बन्ध में दुविधा की स्थिति उत्पन्न होने के कारण प्रदर्शन व आन्दोलन पूरे प्रदेश में प्रारम्भ हो गये हैं। उन्होंने कहा कि अपने वेतन की मांग इनके द्वारा सतत रूप से की जा रही है तथा जनान्दोलन एवं आत्मदाह के प्रयास/चेतावनी दी जा रही है, जिसके कारण राज्य सरकार के समक्ष एक विषम स्थिति उत्पन्न हो गयी है।
मुख्य सचिव ने उत्तराखण्ड राज्य में कार्यरत शिक्षामित्रों को शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने से छूट प्रदान किये जाने को अध्यक्ष राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद के संज्ञान में लाते हुये कहा कि उत्तराखण्ड राज्य में कार्यरत शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक पद पर समायोजन हेतु अनुमति पूर्व में प्रदान की जा चुकी है तथा शिक्षामित्रों का समायोजन भी किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड राज्य के सम्बन्ध में शिक्षामित्रों की स्थिति एक जैसी ही है। उन्होंने कहा कि आर0टी0ई0 एक्ट-2009 के प्रभावी होने के पूर्व से ही उत्तर प्रदेश में शिक्षा मित्र लगभग 15-16 वर्षों से सकुशलता के साथ शिक्षण दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं तथा स्नातक योग्यता एवं दूरस्थ विधा से दो वर्षीय बी0टी0सी0 प्रशिक्षण भी पूर्ण कर चुके हैं।
श्री रंजन ने पत्र के माध्यम से कहा कि प्रदेश की प्राथमिक शिक्षा की विषम स्थिति को दृष्टिगत रखते हुये प्राथमिक विद्यालयों में 1ः40 के अनुसार अध्यापक छात्र अनुपात स्थापित करने हेतु एवं निःशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 के सफल क्रियान्वयन हेतु सर्व शिक्षा अभियान के अन्तर्गत कुल लगभग 1.70 लाख शिक्षा मित्र रखे गये थे और इनकी संविदा के स्वतः नवीनीकरण का प्रावधान लागू किया गया। उन्होंने कहा कि निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम-2009 लागू होने के फलस्वरूप राज्य सरकार द्वारा शासनादेश दिनांक 02.06.2015 द्वारा शिक्षामित्रों की नवीन नियुक्तियां बन्द कर दी गयी। उन्होंने कहा कि अधिनियम-2009 में यह प्राविधान किया गया था कि एक्ट के लागू होने के उपरान्त कोई अध्यापक अप्रशिक्षित कार्यरत न रहे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रशिक्षित शिक्षकों की पर्याप्त संख्या न होने के दृष्टिगत विद्यालय में कार्यरत इन अप्रशिक्षित शिक्षकों (शिक्षामित्र) की न्यूनतम अर्हता पारित करने के उददेश्य से राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने शिक्षा के अधिकार अधिनियम-2009 में निहित प्रावधानों के अनुपालन हेतु स्नातक शिक्षामित्रों हेतु दूरस्थ विधा से दो वर्षीय प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाये जाने की अनुमति प्रदान की गयी।
मुख्य सचिव ने पत्र में कहा कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम-2009 में निहित प्रावधानों के अनुपालन में स्नातक अर्हताधारी अप्रशिक्षित शिक्षामित्रों को दूरस्थ शिक्षाविधि माध्यम से दो वर्षीय प्रशिक्षण प्रदान करने की व्यवस्था की गई। उन्होंने कहा कि प्रथम बैच में 60,000 शिक्षामित्रों का प्रशिक्षण तथा द्वितीय बैच में लगभग 91,000 शिक्षामित्रों का प्रशिक्षण पूर्ण हुआ तथा कुछ शिक्षामित्र प्रशिक्षणरत है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा दूरस्थ शिक्षा विधि माध्यम से दो वर्षीय बी0टी0सी0 प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षामित्रों को प्राथमिक विद्यालयों में रिक्त सहायक अध्यापक स्तर पर समायोजित करने हेतु उ0प्र0 निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार नियमावली-2011 में संशोधन करते हुए एवं उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा अधिनियम-1972 की धारा-19 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए उ0प्र0 बेसिक अध्यापक सेवा नियमावली-1981 में 19वां संशोधन करते हुए शिक्षामित्रों को अध्यापक पात्रता परीक्षा से छूट दिये जाने का प्राविधान किया गया। उन्होंने कहा कि प्राविधानों के अन्तर्गत बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालयों में पूर्व से कार्यरत स्नातक प्रशिक्षित अर्हताधारी शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक के रिक्त पदों पर नियुक्त करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि दूरस्थ शिक्षा विधि माध्यम से द्विवर्षीय बी0टी0सी0 प्रशिक्षण उत्तीर्ण 1,36,442 स्नातक शिक्षामित्रों (प्रथम चरण में 60442 एवं द्वितीय चरण में लगभग 76000) को सहायक अध्यापक पद पर समायोजित किया जा चुका है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 05 October 2015 by admin
उत्तर प्रदेश की आकांक्षा समिति की प्रदेश अध्यक्षा एवं समाज सेविका श्रीमती सुरभि रंजन ने कहा है कि जरूरतमंद, असहाय एवं गरीब लोगों के सहायतार्थ रक्तदान कर उन्हें निःशुल्क रक्त उपलब्ध कराना सबसे बड़ा पुण्य कार्य है। उन्होंने कहा कि आकांक्षा समिति ऐसे लोगों के साथ-साथ कैंसर पीडि़त रोगियों को भी निःशुल्क रक्त उपलब्ध कराने हेतु ब्लड डोनेशन कैम्पों का आयोजन करा रही है। उन्होंने कहा कि असहाय एवं कैंसर पीडि़त रोगियों के इलाज हेतु हर संभव सहायता देने हेतु आकांक्षा समिति की सभी शाखायें प्रयत्नशील हैं।
आकांक्षा समिति की प्रदेश अध्यक्षा श्रीमती सुरभि रंजन ने यह उद्गार आज यहां महानगर सचिवालय क्लब में आयोजित स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का शुभारम्भ करने के उपरान्त व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि आकांक्षा समिति की प्रदेश अध्यक्षा होने के नाते प्रदेश के समस्त जनपदों में सक्रिय जिला आकांक्षा समिति की अध्यक्षाओं, जो जिलाधिकारियों की पत्नियां पदेन अध्यक्ष होती हैं, को निर्देश दिये गये हैं कि गरीब, असहाय एवं कैंसर पीडि़त रोगियों के सहायतार्थ निःशुल्क रक्त उपलब्ध कराने हेतु जनपद स्तर पर स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों का आयोजन कराकर अधिक से अधिक रक्त एकत्र कराकर मेडिकल काॅलेजों एवं सम्बन्धित शासकीय चिकित्सालयों में उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि आकांक्षा समिति अपने अनेक जनकल्याणकारी कार्यों से समाज के गरीब लोगों के उत्थान हेतु प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की अनेक जनकल्याणकारी योजनाओं से आम नागरिकों को लाभान्वित कराने हेतु समाजसेवी संस्थाओं को अपनी विशेष भागीदारी, जिसका निर्माण और अधिक तन्मयता से किया जाना चाहिये, ताकि कोई भी पात्र व्यक्ति शासकीय योजनाओं से लाभान्वित होने से छूटने न पाये।
स्वैच्छिक रक्तदान शिविर के शुभारम्भ के उपरान्त श्रीमती सुरभि रंजन ने रक्तदाताओं को प्रमाण पत्र एवं उपहार भी भेंट किये। आयोजित रक्तदान शिविर में लगभग 50 से अधिक लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराकर स्वैच्छिक रक्तदान किया। स्वैच्छिक रक्तदान शिविर आयोजन में आकांक्षा समिति की वरिष्ठ सदस्यायें एवं के0जी0एम0सी0 की वरिष्ठ चिकित्सक डाॅ0 तूलिका चन्द्रा भी उपस्थित थीं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 05 October 2015 by admin
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि समाजवादी पार्टी ने हमेशा किसान, गांव और खेती को अपनी प्राथमिकता में रखा है। पार्टी की स्पष्ट मान्यता रही है कि किसानों की तरक्की के बिना देश-प्रदेश की तरक्की भी सम्भव नहीं है। इसी नीति के चलते समाजवादी सरकार ने किसानों की कर्ज माफी, मुफ्त सिंचाई, बंधक जमीन की नीलामी पर रोक तथा आपदाग्रस्त किसानों को राहत देने जैसी योजनाओं को कार्यान्वित किया। राज्य सरकार गन्ना किसानों की समस्याओं को विशेषकर ध्यान में रखकर कड़े कदम उठा रही है ताकि उनके साथ कोई अन्याय न हो।
भारत के कुल गन्ना क्षेत्रफल का लगभग 43 प्रतिशत से अधिक क्षेत्रफल अकेले उत्तर प्रदेश में है। प्रदेश में निजी क्षेत्र के अलावा सहकारी क्षेत्र में तथा कुछ अधिग्रहीत मिलें भी स्थापित है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने पेराई सत्र में देरी करने और बकाया भुगतान में हीलाहवाली करनेवाली मिलों को सख्त चेतावनी दी है। किसानों एवं प्रदेश के हित में मिल मालिकों को पेराई का काम समय से शुरू करना होगा अन्यथा उनके विरूद्ध कड़ी वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकारें जब भी रही हैं गन्ना किसानों को लाभकारी मूल्य मिला है। श्री मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्रित्व काल में रिकार्ड चीनी उत्पादन हुआ और शत प्रतिशत भुगतान हुआ था। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने चीनी के भावो में निरंतर गिरावट के बावजूद गन्ना किसानों के हितों की रक्षा की। गन्ना किसानों को भुगतान हेतु चीनी मिलों को 16,360 करोड़ रूपए का भुगतान हो चुका है और 4284 करोड. रूपए की राशि शीघ्र खाते में डाल दी जाएगी। भुगतान चुकाने को अब तक 3700 करोड़ रूपए की मदद दी जा चुकी है।
समय से पेराई हो और गन्ना किसान को दिक्कत न आए इसलिए सरकार ने सहकारी चीनी संघ की 22 मिलों को 139Û30 करोड़ रूपए की शासकीय गारंटी दी है। यह गारंटी शुल्क भी माफ रहेगा।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार और मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव की नीति और नीयत यही रही है कि किसान को उसकी फसल का लाभप्रद मूल्य मिले। अपने संसाधनों के बल पर राज्य सरकार चीनी मिलो की समस्याएं सुलझाती रही है लेकिन प्रदेश के चीनी उद्योग और गन्ना किसानों के हित में आवश्यक है कि केन्द्र सरकार बाजार में चीनी के दामो में स्थायित्व लाने के लिए कदम उठाए। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने इस सम्बन्ध में प्रधानमंत्री जी को पत्र भी लिखा है क्योंकि ऐसे नीति निर्धारण केेवल कन्द्र सरकार ही कर सकती है। विडंबना यह है कि प्रदेश से 73 भाजपा सांसद और दर्जनों मंत्रियों के रहते भी राज्य से सौतेला व्यवहार हो रहा है। भाजपा किसानों के प्रति संवेदना शून्य व्यवहार कर रही है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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