Archive | October 28th, 2015

भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ दल के नेता ही नहीं अधिकारी भी प्रशासनिक विफलता पर सुविधानुसार बयानबाजी कर रहे है।

Posted on 28 October 2015 by admin

भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ दल के नेता ही नहीं अधिकारी भी प्रशासनिक विफलता पर सुविधानुसार बयानबाजी कर रहे है। प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कानपुर में एक ओर बयान आता है कि पुलिस बल की संख्या अधिक होती तो घटनाओं पर नियत्रंण करने में सुविधा होती वहीं दूसरे अधिकारी इस तरह की संभावनाओं को नकारते है। कन्नौज में पुलिस बल के मुस्तैदी की बात करते हुये अभिसूचना तंत्र के फेल होने की बात की जा रही है किन्तु सवाल उठता है कि बार-बार हर घटना पर फेल होता अभिसूचना तंत्र कहा पास हुआ है ?
उन्होने कहा सरकार कत्र्तव्य पालन में शिथिलता बरतने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही की बात करती है किन्तु अपने राजनैतिक आकाओं के प्रति प्र्रतिबद्ध अधिकारी सरकार के इन बयानों का मखौल उड़ाते हुए नजर आते है। हर विवाद के बाद प्रशासनिक कार्यवाही सवालो के घेरे में खड़ी होती है, अपनी नाकामी को छुपाते अधिकारी राजनैतिक पेशबंदी में कार्यवाही करने में जुटते है जिससे जहां एक ओर सरकार की छवि खराब होती वहीं वातावरण को सामान्य बनाने की कार्यवाही पर प्रश्न उठता है।
श्री पाठक ने कहा कि भ्रमित अखिलेश सरकार के अधिकारी भी भ्रम का शिकार है इसी कारण मैनपुरी से लेकर कन्नौज कानपुर तक अधिकारी अलग-अलग स्वरों में बोल रहे हैं। जिसके कारण कई बार व्यवस्था बनने के बजाये बिगड़ रही है। सपाई नेताओं की तरह उनके प्रशासनिक अधिकारी भी बयानबाजी कर अपने ऊपर उठते सवालों को टाल दूसरे पर मढ़ने की कोशिश करते है। उन्होंने कहा कि जिम्मेदारियों के पलायन की बजाय जिम्मेदारियों का एहसास करते हुए अखिलेश यादव अपनी मंशा अधिकारियों तक पहुंचाये ताकि राजनैतिक कार्यवाही की बजाय जो उपद्रवी तत्व है उन्हें चिन्हित कर कठोर कार्यवाईयों को अंजाम दिये जाए।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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युवा जागृति संगठन के एक प्रतिनिधिमंडल ने केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री से की मुलाकात

Posted on 28 October 2015 by admin

देश में सर्वनाश का कारण पाॅलिथिन है जो कि बहुत ही अप्राकृतिक दृश्य है। उक्त बात केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कही।
युवा जागृति संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से उनके आवास पर मुलाकात की तथा 6 सूत्रीय ज्ञापन भी सौंपा।
इस दौरान युवा जागृति संगठन के सचिव विशाल पंडित ने उनको शहरों में पाॅलिथिन से हो रहे प्रदूषण के बारे में विस्तार से बताया। तथा संगठन ने के मांग पत्र को पढ़कर सुनाया। 1.- षहर में पाँच पर्यटक स्थल तथा दो गंगा घाट हैं - जिनमें अचलताल, खैरेश्वर धाम, घंटाघर पार्क, षेखा झील, अलीगढ़ का किला तथा रामघाट व सांकरा घाट पर माँ गंगा का अविरल जल का महत्वपूर्ण किस्सा हो या पूरे षहर में प्लास्टिक पाॅलिथिन का विकराल रूप को नियंत्रण करने में न तो षासन के कानों पर जूँ रेंगती और न ही प्रषासन की । आखिर स्मार्ट सिटी कैसे बनेगा यह षहर । यह एक विचारणीय प्रश्न है।2. केन्द्र सरकार व प्रदेष सरकार द्वारा प्लास्टिक थैलियों में सामान बेचने अथवा देने को रोकने हेतु अनेक उपाय किये गए हैं । फिर भी जनता या व्यापारी प्लास्टिक का प्रयोग करना बंद नहीं कर रहे हैं। जो कि अति आवष्यक है। 3.- षहरों में कई-2 स्थानों पर ऐसे स्थान हैं जहाँ आम राहगीर प्लास्टिक पाॅलिथिनों में गायों हेतु खाने, पीने का सामान लाते है जिसे खाकर गायों के पेट व षरीर में बीमारियाँ होने लगती हैं। 4. - पाॅलिथिन से  फसल की बर्बादी व उपज बेहद कम हो जाती है जिससे देष में हर खाद्य पदार्थ महंगा हो जाता है जिसके कारण गरीबों की थाली तक खुषहाली नहीं पहुंच पाती। 5.- पाॅलिथिन से महानगर में नाले, नालियाँ भी चैक हो जाती हैं जिससे नगर निगम का सबसे बड़ा बजट पाॅलिथिन खा जाता है जिससे नगर में विकास तो रह जाता है परन्तु इतने बड़े बजट में पाॅलिथिन भी साफ नहीं हो पाती । 6.- अलीगढ़ जो कि मा. प्रधानमंत्री के 11 स्मार्ट सिटी घोशित जिले में युवा जागृति संगठन ने ‘पाॅलिथिन हटाओ-षहर बचाओं’ अभियान छेड़ रखा है जिसमें हजारों युवा तथा अनेक संगठन भी  भागीदारी  कर रहे हैं।
इस दौरान मा. पर्यावरण मंत्री ने आश्वासन देते हुए कहा है कि मेरे द्वारा ‘‘पाॅलिथिन हटाओ-शहर बचाओं’’ अभियान में जो भी उचित व्यवस्था हो सकेगी वह पूरे मन से करूँगा। उन्होनें यह भी वायदा किया कि अलीगढ़ आऊँगा तथा सारे पर्यटक स्थलों का निरीक्षण कर सौन्दर्यीकरण  में जो भी भागीदारी हो सकेगी निभाऊँगा।
ज्ञापन देने वालों में अध्यक्ष दीपक दुबे, सचिव विषाल पंडित, महानगर अध्यक्ष संदीप दुबे, संदीप ठाकुर,  हिंमाशु, मनीष, राहुल आदि लोग मौजूद थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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केन्द्र पुरोनिधानित योजनाओं के परिमेयकरण ;त्ंजपवदंसपेंजपवदद्ध के लिए गठित मुख्य मंत्रियों के सब-ग्रुप की ड्राफ्ट रिपोर्ट की संस्तुतियों से प्रदेश सरकार सैद्धान्तिक रूप से कतिपय शर्तों के साथ सहमत: मुख्यमंत्री

Posted on 28 October 2015 by admin

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि केन्द्र पुरोनिधानित योजनाओं के परिमेयकरण ;त्ंजपवदंसपेंजपवदद्ध के लिए गठित मुख्य मंत्रियों के सब-ग्रुप की ड्राफ्ट रिपोर्ट में शामिल संस्तुतियों से प्रदेश सरकार सैद्धान्तिक रूप से कतिपय शर्तों के साथ सहमत है। इस सम्बन्ध में उन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान को एक पत्र लिखा था। श्री चौहान नीति आयोग द्वारा गठित इस सब-गु्रप के अध्यक्ष हैं।
अपने पत्र में मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने इन शर्तांे को उल्लिखित किया है। इसके अनुसार, सब-ग्रुप द्वारा की गई संस्तुतियों के परिणामस्वरूप राज्य को केन्द्र सहायतित परियोजनाओं के केन्द्रांश के रूप में होने वाले वित्तीय नुकसान की भरपाई केन्द्र सरकार द्वारा किसी अन्य रूप में अवश्य की जाए, ताकि राज्य द्वारा संचालित विकास कार्यों पर किसी भी प्रकार का प्रतिकूल प्रभाव न पड़ने पाए। यदि राज्य किसी वैकल्पिक योजना विशेष में प्रतिभाग नहीं करना चाहता है, तो उक्त वैकल्पिक योजना हेतु अनुमन्य केन्द्रांश को किसी अन्य केन्द्र सहायतित योजना में अतिरिक्त केन्द्रांश के रूप में अनुमन्य किया जाना भी इन शर्तों में शामिल है।
ज्ञातव्य है कि विगत 17 अक्टूबर को मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव इस सम्बन्ध में अपने विचारों को प्रस्तुत करने तथा श्री चैहान के साथ चर्चा करने के लिए भोपाल गए थे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार का पक्ष रखते हुए कहा था कि भारत सरकार के वर्ष 2015-16 के बजट में केन्द्रीय योजनाओं के लिए केन्द्रांश परिवर्तन एवं कुछ अन्य योजनाओं में बजट व्यवस्था न होने से राज्य को मिलने वाली धनराशि में करीब 18,257 करोड़ रुपए की कमी अनुमानित है। यह कमी ब्मदजतंस क्मअवसनजपवद से मिलने वाली धनराशि (7,584 करोड़ रुपए) से कहीं अधिक है। इस पूरी प्रक्रिया में राज्य को कोई फायदा नहीं, बल्कि नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015-16 के केन्द्रीय बजट में राज्यों से अभिमत प्राप्त किए बिना एकाएक केन्द्र पुरोनिधानित योजनाओं के पुनर्गठन का जो निर्णय लिया गया है, उसके कारण राज्यों पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ेगा।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री यादव केन्द्र पुरोनिधानित योजनाओं के परिमेयकरण (त्ंजपवदंसपेंजपवद) हेतु नीति आयोग द्वारा श्री चैहान की अध्यक्षता में गठित मुख्य मंत्रियों के सब-ग्रुप के सदस्य हैं। मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने योजनाओं के त्ंजपवदंसपेंजपवद के सम्बन्ध में राज्य सरकार के पक्ष को रखते हुए श्री चैहान से यह अनुरोध भी किया था कि राज्य सरकार के मत को सब-ग्रुप की रिपोर्ट में अवश्य शामिल किया जाए।
श्री यादव ने यह भी कहा था कि चैदहवें वित्त आयोग की रिपोर्ट के आधार पर केन्द्र से राज्यों के क्मअवसनजपवद को यद्यपि 32 से 42 प्रतिशत बढ़ाया गया है, परन्तु फाॅरेस्ट कवर को अत्यधिक महत्व दिए जाने की वजह से उत्तर प्रदेश को नुकसान हुआ है और एक अनुमान के आधार पर राज्य को 9,000 करोड़ रुपए इस फार्मूले के लागू होने की वजह से कम प्राप्त होंगे।
मुख्यमंत्री ने यह उल्लिखित भी किया था कि ब्वतम व िब्वतम ेबीमउमे में मनरेगा तथा सोशल इन्क्लूजन की मात्र 07 योजनाओं को ही शामिल किया गया है। ब्वतम व िब्वतम ेबीमउमे में कई अन्य योजनाओं को भी शामिल किया जाना चाहिए और उनके वर्तमान वित्त पोषण की व्यवस्था बनाये रखनी चाहिए। अन्यथा चाहे वे किसानों की योजनाएं हों, अथवा स्वास्थ्य योजनाएं हों या शिक्षा की योजनाएं हों, सभी ब्वतम ैमबजवत की योजनाओं का आकार कम हो जायेगा और राज्य के विकास पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
श्री यादव ने कम-से-कम कोर सेक्टर की योजनाओं में केन्द्र द्वारा उपलब्ध कराए गए संसाधनों में कोई कमी न किए जाने की बात भी कही थी। इन सभी योजनाओं को ब्वतम व िब्वतम ैबीमउमे में शामिल किया जाये, ताकि राज्य की जनता के प्रति वचनबद्धता पूरी हो सके और प्रधानमंत्री का ब्व.वचमतंजपअम थ्मकमतंसपेउ का सिद्धान्त वास्तव में साकार हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा था कि ब्वतम व िबवतम ेबीमउमे में मनरेगा तथा ेवबपंस पदबसनेपवद की योजनाओं के साथ-साथ शहरी और ग्रामीण इलाकों में अवस्थापना सुविधाओं का सृजन, कृषि, ऊर्जा, मानव संसाधन विकास, स्वास्थ्य, नगरीय विकास, गरीबी उन्मूलन, ग्राम्य विकास आदि से जुड़ी योजनाओं को भी सम्मिलित किया जाना चाहिए।
श्री यादव ने सब-ग्रुप द्वारा इन क्षेत्र की योजनाओं को 60ः40 अनुपात में वित्त पोषित किए जाने की संस्तुति के संदर्भ में कहा था कि राज्यों के लिये राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, स्वच्छ भारत मिशन (निर्मल भारत अभियान), राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एन.एच.एम.), त्वरित सिंचाई लाभ परियोजना (ए.आई.बी.पी.), इन्दिरा आवास योजना (आई.ए.वाई.), मध्यान्ह भोजन योजना (एम.डी.एम.), सर्व शिक्षा अभियान (एस.एस.ए.), समेकित बाल विकास कार्यक्रम (आई.सी.डी.एस.), प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पी.एम.जी.एस.वाई.) इत्यादि योजनाओं में पूर्ववत् वित्त पोषण के आधार पर केन्द्रीय सहायता उपलब्ध करायी जाए।
मुख्यमंत्री ने सब-ग्रुप द्वारा आशाकर्मियों, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों तथा अनुबन्धित शिक्षकांे के वेतन इत्यादि हेतु वर्तमान स्तर के आधार पर आगामी दो वर्षों तक राज्यों को सहायता उपलब्ध कराए जाने की संस्तुति के सम्बन्ध में कहा था कि ये सभी महत्वपूर्ण कार्यक्रम हैं तथा आगे भी चलेंगे। इसलिये वेतन आदि हेतु सहायता दो वर्षों के आगे भी जारी रहनी चाहिए।
श्री यादव ने कहा था कि केन्द्र सरकार द्वारा राज्यों को देय सहायता ब्लाॅक ग्राण्ट के रूप में उपलब्ध करायी जाए। जिन योजनाओं में विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (क्च्त्) तैयार किया जाना अनिवार्य हो, उन योजनाओं की क्च्त् को अनुमोदित करने का अधिकार भी राज्य को दिया जाए।
मुख्यमंत्री के अनुसार केन्द्रीय बजट में कुछ प्रमुख योजनाओं को केन्द्रीय सहायता से डी-लिंक कर दिया गया है। प्रदेश में विकास योजनाओं को जनमानस तक पहँुचाने, त्वरित सुविधाएं उपलब्ध कराने तथा योजनाओं के प्रभावी अनुश्रवण हेतु कम्प्यूटराइजेशन को बढ़ावा देने के लिये भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय ई-गवर्नेन्स एक्शन प्लान (छमळ।च्) के अन्तर्गत शत-प्रतिशत सहायता उपलब्ध करायी जाती थी। साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में अवस्थापना सुविधाओं के विकास हेतु पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि (ठत्ळथ्) के अन्तर्गत शत-प्रतिशत सहायता उपलब्ध होती थी। इसके अतिरिक्त पुलिस बलों के आधुनिकीकरण हेतु भी राज्य को केन्द्रीय सहायता उपलब्ध करायी जाती थी। इन महत्वपूर्ण योजनाओं को केन्द्रीय सहायता से डी-लिंक न किया जाए और पूर्ववत् केन्द्रीय सहायता राज्य को उपलब्ध करायी जाए। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि केन्द्र पोषित योजनाओं में राज्यों के अन्तरण का जो फार्मूला बनाया जाए, उसे बनाते समय राज्यों से परामर्श अवश्य किया जाए।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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देखिए जिन्दगी के असली हीरो एचआरएक्स हीरोज विद ह्रितिक रोशन 2 नवम्बर रात 9 बजे डिस्कवरी चैनल पर प्रसारित

Posted on 28 October 2015 by admin

डिस्कवरी चैनल अपनी आगामी सीरीज़ एचआरएक्स हीरोज विद ह्रितिक रोशन में वास्तविक जि़न्दगी के हीरोज़ के साहस, दृढ़निश्चय और इच्छाशक्ति को सलाम करता है जिन्होंने अपनी सीमाओं और चुनौतियों पर पाई और आज समूची दुनिया के लिए जीती जागती प्रेरणा हैं।
नौ खण्डों की इस सीरीज़ को भारत के सुपरस्टार ह्रितिक रोशन पेश करेंगे। इसमें समूचे भारत में से कुछ ऐसे पुरुष और महिलाओं की जि़न्दगी की वास्तविक कहानियां दिखलायी जाएँगी जिनके पास कुछ भी नहीं था मगर उन्होंने अपने सपनों से मुंह नहीं मोड़ा और आखिरकार हीरो बनकर निकले।  उपलब्धियों की नायाब कहानियों में  आप देखेंगे रू विमान का  निर्माण, राष्ट्रमंडल हैवीवेट प्रतियोगिता को जीतने वाले ,  विख्यात उद्यमी , प्रेरक वक्ता , भारत की दृष्टिहीन  क्रिकेट टीम के कप्तान , नामचीन अभिनेता और नर्तक तथा भारत की पहली महिला फायर इंजीनियर की कहानियां।
एचआरएक्स हीरोज विद ह्रितिक रोशन का आगाज़ 2 नवम्बर को होगा और यह डिस्कवरी चैनल पर प्रत्येक सोमवार और मंगलवार को रात नौ बजे प्रसारित होगा और शनिवार और रविवार को रत 8 बजे इसे पुनः प्रसारित इया जायेगा।
सीरीज़ की शुरुवात करते हुए ह्रितिक रोशन ने कहा कि ’ मैं विश्व से यह बात साझा करना चाहता हूँ और चारों ओर यह विश्वास फैलाना चाहता हँू कि विपत्तियों का सामना करना और उन पर काबू पाकर सफलता प्राप्त करना संभव है। एचआरएक्स रियाल हीरोज इनकी अविश्वसनीय प्रतीत होती वास्तविक कहानियों पर ध्यान केंद्रित करेगा जिसे वास्तव में पूरे देश को सराहना करनी चाहिए। मेरा विश्वास है कि सहस और दृढ़ निश्चय के सन्देश को फ़ैलाने के लिए डिस्कवरी चैनल एक बेहतरीन प्लैटफॉर्म है जिससे ऐसे हज़ारों और हीरोज़ को प्रेरणा मिल सकेगी।’
राजीव बख्शी, उपाध्यक्ष-विपणन, दक्षिण एशिया, डिस्कवरी नेटवक़र्स एशिया-पैसेफिक का कहना है कि, ‘‘डिस्कवरी चैनल पिछले 20 वर्षों से भारतीय दर्शकों को बेहतरीन गुणवत्ता और तथ्यों पर आधारित मनोरंजन प्रस्तुत कर रहा है। एचआरएक्स हीरोज़ विद ऋतिक रौशन असल जिं़दगी के नायकों की एक प्रेरणादायक श्रृंखला है। डिस्कवरी चैनल मानवीय जीत की अविश्वसनीय कहानियों को प्रस्तुत करेगा और लाखों दर्शकों को उनके अपने अंदर छुपे नायक को खोजने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
एचआरएक्स हीरोज विद ह्रितिक रोशन इन नौ हीरोज़ की जि़न्दगियों, उनकी खुशियों और कष्टों का वर्णन करेगीः
हर्षिणी कान्हेकर
हर्षिणी का सपना यूनिफार्म पहनने का था और वह सपना उन्हें नागपुर के फायर सर्विस कॉलेज तक ले गया। उसे शायद ही पता था की वह एक केवल-पुरुषों-के लिए कॉलेज था।  परन्तु वह यह सुनने के लिए तैयार नहीं थीं की ष्एक लड़की यह नहीं कर सकतीष् .  वह भारत की पहली महिला फायर इंजीनियर बनीं।

कल्पना सरोज
गरीब घर में जन्म लेने वाली, छोटी ही उम्र में विवाह कर दिए जाने वाली और अन्याय और अत्याचार धाए जाने वाली कल्पना सरोज ने इन सबका डटकर मुकाबला किया और एक प्रेरणा बनकर उभरीं। उन्होंने विषम परिस्थितियों से लड़ाई की और अपनी जि़न्दगी अपने हांथों से संवारी। आज वह एक विख्यात उद्यमी हैं।
नवीन गुलिया
स्वभाव से जोखिमपसंद और सेना में एक कैडेट बनने की उम्मीद पालने वाले नवीन गुलिया की आकांक्षाओं मे तब एक विराम लग गया जब एक दुर्घटना में वे लकवाग्रस्त हो गए। परन्तु उनका अपने आप में  विश्वास कभी कम नहीं हुआ।  वह मुश्किल हालातों से लड़े, हतोत्साहित करने वालों को उन्होंने गलत साबित किया और अपनी जि़न्दगी को फिर हासिल किया। जोखिम से खेलना उन्हें आज भी पसंद हैं और अब वे लाखों के प्रेरणास्रोत हैं।  आज नवीन गुलिया को एक एडवेंचरर, परोपकारी और एक प्रेरक वक्ता के रूप में जाना जाता है।
साजी थॉमस
साजि थॉमस जन्म से मूक और बधिर हैं मगर उन्हें समूचे केरल के दूर दराज़ के क्षेत्रों में एक विलक्षण प्रतिभाशाली बालक करूप में जाना जाता था।  एक बालक के रूप में उन्होंने हवाई जहाज़ और कारों के लिए कार्डबोर्ड के मॉडल्स बनाये। उनके सपनों को तब पंख लग गए जब उन्होंने अपना खुद का हवाई जहाज़ बना डाला।
संग्राम सिंह
कुश्ती के अखाड़े में आने से पूर्व ही संग्राम सिंह अनेकों मानसिक और शारीरिक दंगल लड़ चुके थे।  वह बमुश्किल तीन साल के थे जब उन्हें रयूमैटॉइड आर्थराइटिस हो गया था।  अपनी बीमारी पर काबू पाने की दशकों की मेहनत के  बाद 2015 में उन्होंने राष्ट्रमंडल हैवीवेट प्रतियोगिता पर विजय हासिल की।
सुधा चंद्रन
17 वर्ष की उम्र में सुधा चंद्रन एक प्रखर भरतनाट्यम नृत्यांगना थीं।  अपने परिवार के साथ यात्रा करते वक्त वह दुर्घटना का शिकार हो गयीं और उन्हें फ्रैक्चर हो गया।  जटिलताएं इतनी बढ़ गयीं की डॉक्टरों ने एक समय कह दियारू अंग चाहिए या जीवन।  अपनी एक टांग गंवाने के बाद वह दो वर्षों तक अपने जयपुर के पाँव के साथ बहुत कष्ट में रहीं। फिर लगातार अभ्यास के साथ उन्होंने फिर से नृत्य करना सीखा।  आज वह एक सफल नृत्यांगना और अभिनेत्री हैं।
शेखर नायक
शेखर नायक दृष्टिहीन थे और एक निर्धन परिवार से सम्बन्ध रखते थे।  इसलिए  खेलों में उनकी बेहद रूचि का लोग मज़ाक उड़ाया  करते थे।  लेकिन ऐसा तब तक ही हुआ जब तक उनकी  कप्तानी में  भारत की दृष्टिहीन क्रिकेट टीम ने विश्व कप नहीं जीता था।
शुभरीत कौर
शुबरीत का बचपन सुहाना नहीं था। काफी छोटी उम्र में उनके पिता की मृत्यु हो गयीऔर उनकी माँ ने ही उन्हें बड़ा किया। उसके बाद एक दुर्घटना हो जाने पर उनकी जि़न्दगी बदल ही गयी और उन्हें एक टांग गंवानी पड़ी। परन्तु वह अपना पैशन रू नृत्य कहाँ छोड़ने वाली थीं।  एक प्रख्यात नृत्यांगना के रूप में उन्होंने कई प्रतिष्ठित कार्यक्रमों में भाग लिया।
विरेंदर सिंह
विरेंदर सिंह सुन नहीं सकते मगर बलिष्ठ पहलवानों लड़ना उन्हें खूब आता है।  उन्होंने अनेकों चुनौतियों का सामना किया, विकलांग होने के कारण  उनके साथ भेदभाव भी किया गया। मगर कोई भी परेशानी उन्हें भारत के सबसे सफल बधिर एथलीट होने से नहीं रोक पायी।
डिस्कवरी चैनल
डिस्कवरी चैनल डिस्कवरी चैनल का प्रमुख नेट्वर्क है और यह विश्व में सबसे उच्च ऊंचे स्तर की टीवी प्रोग्रामिंग के लिए समर्पित है और यह विश्व के सबसे अधिक विविधतापूर्ण नेट्वक्र्स में से एक है। डिस्कवरी सबसे  पहली बार बार 1985 में शुरू हुआ और अब यह एशिया प्रशांत में करीब 209 मिलियन दर्शकों तक पहुचता है। यह ब्लू चिप नेचर, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, प्राचीन और समसामयिक इतिहास, एडवेंचर, सांस्कृतिक एवं टॉपिकल डॉक्युमेंट्रीज़ के क्षेत्रों में उच्चस्तरीय नॉन-फिक्शन मनोरंजन प्रदान करता है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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त्यौहारों के इस सीज़न में ग्रुप एसईबी इंडिया की बाजार से उम्मीदें

Posted on 28 October 2015 by admin

त्यौहारों के इस सीज़न में ग्रुप एसईबी इंडिया की बाजार से उम्मीदें

    पूरे भारत में उच्च बिक्री की उम्मीद, विशेषकर उत्तर एवं पूर्व भारत के बाजारों से
    सोशल मीडिया के जरिए ग्राहकों तक पहुंच में बढ़त
    ईकाॅमर्स बिक्री के लिए बड़ा माध्यम बन कर उभरा

नई दिल्ली,   अक्टूबर 2015ः छोटे घरेलू उपकरणों (ैक्।) में विश्व लीडर ग्रुप एसईबी इंडिया त्यौहारों के इस सीजन में अपने भारतीय ब्रांड - महाराजा व्हाइटलाइन से बिक्री में भारी वृद्धि की उम्मीदें लगाए हुए है। बेहद सफल 2014 के बाद यह ब्रांड इस साल भी बदस्तूर कामयाबी के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। इस वर्ष कई नए उत्पाद लांच किए गए तथा गर्मियों के मौसम में बिक्री बहुत दमदार रही। अब इन त्यौहारों के सीजन में महाराजा व्हाइटलाइन का लक्ष्य अपने अच्छे प्रदर्शन को बेहतर करने और सेल्स रेवेन्यू बढ़ाने का है। पिछले तीन वर्षों में महाराजा व्हाइटलाइन ने अपना व्यवसाय तिगुना कर लिया है। उत्तर भारत में, फूड प्रिपेरेशन कैटेगरी में नंबर एक पोजि़शन के साथ महाराजा व्हाइटलाइन अब इन त्यौहारों में देश के अन्य क्षेत्रों में भी अपनी सफलता के माॅडल को दोहराने के लिए तैयार है। इस साल फूड प्रिपेरेशन के साथ ही ब्रांड अपनी होम कम्फर्ट रेंज के जरिए भी बाजार में अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश में है।

यह वर्ष का वो समय है जब बाजारों में सबसे ज्यादा खरीददारी होती है; जाहिर सी बात है कि त्यौहारों पर लोग उपहार देते हैं और घर के लिए नई चीजें खरीदते हैं और इसीलिए इन दिनों विभिन्न ब्रांड व ईकाॅमर्स पोर्टल बहुत से आॅफर एवं डिस्काउंट भी पेश करते हैं। इन सभी मापदंडों के आधार पर महाराजा व्हाइटलाइन ब्रांड एक विशद मार्केटिंग योजना पर काम करता आ रहा है जिसमें फेस्टिव सीजन पर खास ध्यान दिया गया है। इस योजना में शामिल हैंः सोशल मीडिया के जरिए ग्राहकों तक पहुंच विस्तार, ईकाॅमर्स के माध्यम से बिक्री बढ़ाना, विशेष फेस्टिव गिफ्टिंग रेंज का लांच और जमीनी स्तर पर प्रचार।

ग्रुप एसईबी इंडिया छोटे घरेलू उपकरण उद्योग में सबसे तेजी से बढ़ती कंपनी है। 2014 में कंपनी की समग्र वृद्धि 40ः तथा 2015 में 30ः रही है। एक ओर परम्परागत कारोबार काफी तेजी से बढ़ रहा है (पारम्परिक कारोबार 31ः, माॅडर्न रिटेल $55ः व टीवी शाॅपिंग $45ः) और दूसरी तरफ ईकाॅमर्स चैनल 8 गुना बढ़ गया है, इस प्रकार कंपनी को अतिरिक्त कारोबार हासिल हुआ है।

त्यौहारों में मुनाफा कमाने के लिए ईकाॅमर्स चैनलों के बीच जबरदस्त प्रतिस्पर्धा चल रही है जो कि खरीददारों एवं विक्रेताओं दोनों के ही लिए फायदे का सौदा है। महाराजा व्हाइटलाइन की मौजूदगी बहुत से ईकाॅमर्स पोर्टलों पर है और हाल ही में ब्रांड ने अग्रणी ईकाॅमर्स प्लेटफाॅम्र्स के लिए कई ऐक्सक्लूसिव उत्पाद लांच किए हैं जो त्यौहारों के इस मौसम में उपलब्ध होंगे। इस बारे में ग्रुप एसईबी इंडिया (प्रा.) लि. के वाइस प्रेसिडेंट-मार्केटिंग श्री इमैन्युएल सेरो अल्मेरास ने कहा, ’’ईकाॅमर्स साइट्स के जरिए हम दमदार बिक्री की उम्मीद कर रहे हैं। ग्राउंड स्टोर और हमारी वैबसाइट से होने वाली बिक्री में भी काफी इजाफा हुआ है। पिछले साल के शानदार प्रदर्शन को आगे बढ़ाते हुए इस साल हम अपने बैनर को और भी ऊंचा ले जाएंगे, खासकर उत्तरी भारत में; जहां हम फूड प्रिपेरेशन कैटेगरी में पहले ही नंबर-1 ब्रांड हैं।’’

इस सीजन भी कंपनी को भारी बिक्री की आशा है इसलिए लाॅजिस्टिक्स, बैक ऐंड इन्वेंट्री आदि सारा इंतजाम इसी मुताबिक किया गया है। श्री अल्मेरास ने बताया, ’’सोशल मीडिया रीचआउट के मोर्चे पर बहुत सारे डिजिटल ऐक्टिवेशन की योजना तय की जा चुकी है। हमारा मानना है कि लघु घरेलू उपकरण उद्योग में हम सबसे ज्यादा डायनमिक डिजिटल ब्रांड हैं क्योंकि फेसबुक पर हमारे 2.70 लाख से ज्यादा प्रशंसक हैं, हमारे यूट्यूब चैनल पर 1.2 मीलियन से ज्यादा व्यूज़ हैं और हमारा ऐंगेजमेंट लैवल काफी अच्छा है। अपने बड़े डिजिटल फैन-बेस का फायदा उठाने के लिए हमने अपने बहुत से नए उत्पादों के वीडियो यूट्यूब पर डाले हैं और अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए हम फेस्टिवल स्पेशल कैम्पेन भी चला रहे हैं।’’

इन त्यौहारों के सीजन के दौरान ब्रांड की बाजार अपेक्षाओं के बारे में ग्रुप एसईबी इंडिया (प्रा.) लि. के सीईओ श्री सुनील वाधवा ने कहा, ’’महाराजा व्हाइटलाइन हमेशा से उपभोक्ताओं का पसंदीदा रहा है, खास कर फूड प्रिपेरेशन कैटेगरी में। हमारी केन्द्रित विपणन रणनीति और फूड एवं होम कम्फर्ट श्रेणियों में नए उत्पादों के जुड़ने से हमें विश्वास है कि त्यौहारों के इस सीजन में हम काफी अच्छा प्रदर्शन करेंगे।’’

हालांकि फूड प्रिपेरेशन श्रेणी में महाराजा व्हाइटलाइन बहुत मजबूत है, पर अब यह ब्रांड होम कम्फर्ट रेंज में बहुत से नए उत्पाद लांच कर के अपनी पहुंच का विस्तार कर रहा है। सर्दियां करीब हैं तो ब्रांड ने रूम एवं वाटर हीटरों की उत्कृष्ट रेंज प्रस्तुत कर दी है। कई नए लांच हुए हैं जो निश्चित तौर पर आधुनिक भारतीय परिवारों को पसंद आएंगे जैसे नया क्रांतिकारी मार्वेलो ओटीजी, वेक्टो डीलक्स रूम हीटर, वाटर हीटर की क्लेमियो रेंज आदि। ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए ब्रांड ने विशेष फेस्टिव कलेक्शन भी पेश किया है जिसमें केसरिया और सफेद रंगों के संयोजन वाले घरेलू उपकरण भी शामिल हैं। इसके अलावा, हर किसी के बजट के मुताबिक उपहारों के भी बहुत से विकल्प हैं- हैंड ब्लेंडर, मिक्सर ग्राइंडर, इंडक्शन कुकटाॅप, गारमेंट स्टीमर आदि की विस्तृत रेंज में से आप चयन कर सकते हैं। ये सभी उत्पाद भारत में निर्मित हैं और बेहतरीन अतंर्राष्ट्रीय क्वालिटी के साथ आते हैं।

इन सभी नई पेशकशों, स्पेशल फेस्टिव कैम्पेन और सभी जानेमाने ईकाॅमर्स चैनलों पर उपलब्धता के साथ महाराजा व्हाइटलाइन ब्रांड त्योहारों के इस मौसम के लिए बिल्कुल तैयार है।

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ग्रुप एसईबी इंडिया के बारे में
ग्रुप एसईबी इंडिया मिक्सर ग्राइंडर, जूसर मिक्सर ग्राइंडर, एयर कूलर और रूम हीटर श्रेणियों में मार्केट लीडर है। 22 ब्रांच आॅफिस, 500 वितरक और 35000 डीलरों के साथ कंपनी समग्र भारत में फैली हुई है। कंपनी का मुख्यालय दिल्ली में है और इसकी इन-हाउस विनिर्माण सुविधा हिमाचल प्रदेश के बद्दी में स्थित है, जो 10 एकड़ से भी ज्यादा खुले क्षेत्र में फैली हुई है। कंपनी किचन ऐप्लायंसिस, होम कम्फर्ट व गारमेंट केयर - इन तीन श्रेणियों में अपने उत्पाद प्रस्तुत करती है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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डेबिट कार्ड धोखाधड़ीरू सचेत रहें

Posted on 28 October 2015 by admin

डेबिट कार्ड धोखाधड़ीरू सचेत रहें
डेबिट कार्ड धोखाधड़ी तब होती है जब साइबर अपराधीए अनधिकृत लेन.देन के लिए इसके शिकार होनेवाले व्यक्ति के कार्ड नंबर और पिन पर गैरकानूनी ढंग से कब्जा कर लेता है। पीड़ित की जानकारी हासिल करने के ढेर सारे तरीके हैंए रीटेलर के असुरक्षित कंप्यूटर से गैरकानूनी ढंग से डेटा हासिल करने में धोखेबाज कर्मचारी से लेकर हैकर तक लगे हुए हैं। कपटपूर्ण लेनदेन के बाद एक बार जब खाते से धन की निकासी हो जाती हैए तो यह की हुई गड़बड़ी मिटाने के लिए शिकार व्यक्ति को अनपेक्षित औपचारिकताओं के माध्यम से परख सकता है और धन पुनः खाते में जमा कर सकता है।

डेबिट कार्ड धोखाधड़ी का पता कैसे लगाएंघ्
डेबिट कार्ड धोखाधड़ी का पता लगाने के लिए किसी विशेष दक्षता की कोई आवश्यकता नहीं। समस्याओं को जल्दी खोजने का सबसे आसान तरीका ऑनलाइन बैंकिंग के लिए साइन अप करना है। इसमें उपयोगकर्ता खाते के शेष और रोजाना हुए लेनदेनों की जांच कर सकता है। अगर इसमें कोई अस्वाभाविक लेनदेन हुआ हैए तो पीड़ित व्यक्ति को तुरंत बैंक को कॉल करना चाहिए। डेबिट कार्ड लेनदेनों की रसीद का एक रिकार्ड रखना हमेशा एक सुरक्षित तरीका हैए जिससे उन्हें बाद में ऑनलाइन लेनदेनों के साथ मिलाकर देखा जा सके।
वैकल्पिक रूप सेए उपयोगकर्ता फोन बैंकिंग के जरिए सभी लेनदेनों पर नजर रख सकते हैं। कम से कमए बैंक के मासिक विवरण की बारीकी से ब्योरेवार समीक्षा की जानी चाहिए और खाते की शेष राशि की जांच नियमित रूप से होनी चाहिए।
सुरक्षा के कुछ आसान तरीके
यह तो शायद संभव नहीं होगा कि हैकरों और अन्य चोरों पर कोई काबू पाया जा सकेए लेकिन ऐसे कई तरीके हैं जिनसे स्वयं को शिकार बनने से बचा जा सकता है।
बैंकिंग एलर्ट लेंरू वर्तमान परिस्थितियों में बैंकिंग एलर्ट के लिए साइन अप करना बहुत महत्वपूर्ण है। अगर खाते में कोई ऐसी संदेहास्पद गतिविधि होती हैए जैसे निर्दिष्ट राशि से ज्यादा राशि निकालना या पते में कोई परिवर्तन करना तो बैंक पीड़ित व्यक्ति से ईमेल या टेक्स्ट संदेश द्वारा संपर्क कर सकता है।
कागज.रहित ;पेपरलेसद्ध लेन.देन करेंरू कागजरहित बैंक विवरण के लिए साइनिंग अप करने से आपके मेलबॉक्स से संवेदनशील बैंक खाते संबंधी जानकारियों के चोरी होने की संभावनाएं पूरी तरह समाप्त हो सकती हैं। अगर आप अपने कूड़ेदान में मौजूद बैंक विवरणों तथा डेबिट कार्ड की रसीदों को तेज धार वाली कतरनी से काट कर छोटे.छोटे टुकड़े कर देते हैं तो इससे आपके बैंक खाते की सूचनाएं चोरी होने की संभावनाएं बहुत कम हो जाती हैं।
डेबिट कार्ड से खरीदारी के दौरान सतर्कतारू डेबिट कार्ड के माध्यम से किसी भी खरीदारी के दौरान प्रत्येक उपयोगकर्ता के लिए आवश्यक सतर्कता बरतना बेहद जरूरी है।
बैंक के एटीएम का इस्तेमाल ज्यादा करेंरू सुविधात्मक दुकानोंए रेस्टोरेंटों और अन्य स्थानों पर अवस्थित एटीएम मशीनों की बजाय बैंक के एटीएम में सुरक्षा की बेहतर व्यवस्था ;वीडियो कैमराद्ध की संभावना रहती है। इसके अलावाए बैंक की कार्यावधि के बाद बैंक के एटीएम के इस्तेमाल से सतर्कतापूर्वक परहेज करना चाहिए।
पुराने डेबिट कार्ड नष्ट कर देंरू धोखाधड़ी से बचने का यह भी एक बुद्धिमान तरीका है। यद्यपिए बहुत से बैंक अब ष्चिप तथा पिनष् कार्ड मुहैया कराते हैं। जब भी उपयोगकर्ता एक नया कार्ड प्राप्त करता है और अपना पहला लेनदेन करता हैए तो बैंक यह सुनिश्चित कर देते हैं कि पुराने डेबिट कार्ड की वैधता स्वतः निरस्त हो जाए और उपयोगकर्ता किसी भी बैंकिंग धोखाधड़ी से सुरक्षित रहे।
अपनी सभी धनराशि एक ही स्थान पर न रखेंरू हालांकि यह जाहिरा तौर पर एक बुद्धिमत्तापूर्ण काम तो नहीं लगेगाए लेकिन उपयोगकर्ता की वित्तीय आवश्यकताओं के लिहाज से यह एक बेहतर तरीका है। अगर उपयोगकर्ता का खाता किसी तरीके से गड़बड़ी का शिकार हो गया हो तोए वह इसके माध्यम से कम से कम उस समय तक तो अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा कर सकता हैए जबतक समस्या का समाधान नहीं हो जाता है। आपातकालीन बचत खाते को अन्य खातों से लिंक करना भी एक बेहतर तरीका है।
अपना पिन नियमित रूप से बदलते रहेंरू साइबर अपराधी अब बहुत होशियार हो गए हैं। इसके लिए एटीएम पिन को हर माह बदलने की आदत एक सरल और विश्वसनीय तरीका है। ज्यादातर बैंकों में इसका प्रावधान हैए जिससे उपयोगकर्ताओं को किसी तरह की परेशानी न हो।
अपने फोन में अपना पिन न रखेंरू कभी.कभी भुलक्कड़ किस्म के लोग अपना पिन अपने मोबाइल में सेव कर लेते हैं जो किसी भी तरह सुरक्षित नहीं है। चोर आपके फोन में सुरक्षित की हुई जानकारियों तक पहुंचने के लिए आपके फोन में सेंध लगा सकते हैं। अगर वे इस प्रकार की संवेदनशील सूचनाएं जानने में सफल हो गएए तो पहचान की चोरी की संभावना बढ़ जाती है।
फिशिंग धोखाधड़ी से सावधान रहेंरू ई.मेल चेक करते हुएए उपयोगकर्ता को हमेशा ई.मेल के स्रोतध् प्रेषक की जांच करनी चाहिए। संदेहास्पदध् अनजान स्रोतों से आनेवाले ई.मेल तुरंत नष्ट कर दिए जाने चाहिए।
अपने कंप्यूटर को सुरक्षित करेंरू ई.स्कैन जैसे अनुशंसित एंटी.वायरस तथा एंटी.स्पाईवेयर सॉफ्टवेयर के उपयोग से कंप्यूटरए लैपटॉप तथा अन्य उपकरणों को मेलवेयर के हमले से सुरक्षित किया जा सकता है। इसे नियमित रूप से अद्यतन करते रहने से किसी भी तरह की गड़बड़ी होने की संभावना को समाप्त किया जा सकता है।
सुरक्षित नेटवर्क का इस्तेमाल करेंरू जब ऑनलाइन वित्तीय लेनदेन करना होए तो उपयोगकर्ता को सतर्क रहना चाहिए कि यह किसी सार्वजनिक स्थान या किसी असुरक्षित नेटवर्क के जरिए न किया जाए। जिससे उपयोगकर्ता परिचित होए ऐसे सुरक्षित नेटवर्क के इस्तेमाल से किसी भी तरह की धोखाधड़ी की संभावना से बचा जा सकता है।
अगर यह आपके साथ घटित हो तो क्या करना चाहिएघ्
अगर किसी के डेबिट कार्ड की सूचनाएं चोरी हो जाएंए तो चोर द्वारा होनेवाली हानि को कम से कम करने के लिएए बैंक से तुरंत संपर्क किया जाना चाहिए। इसके बाद की कार्रवाई के तौर पर एक विस्तृत पत्र लिखा जाना चाहिएए जिसमें बैंक के उस कर्मचारी का पूरा विवरण दिया गया हो जिसके साथ जालसाजी वाले लेनदेन पर चर्चा की गई थी। बैंक से ऐसे किसी भी एनएसएफ शुल्क को माफ करने का अनुरोध भी किया जाना चाहिएए जो किसी धोखाधड़ी तथा निकासी की गई राशि को खाते में वापस लाने के लिए आरोपित किया जा सकता है।
अगर बैंक का रुख सहयोगात्मक नहीं हैए तो उपयोगकर्ता किसी वैध उपभोक्ता हिमायती समूह की मदद ले सकते हैंए यद्यपि यह संबंधित बैंक के प्रकार पर निर्भर करता है। उन्हें धोखाधड़ी के बारे में सूचना और जानकारी दी जानी चाहिएए जिससे आवश्यक कदम उठाए जा सकें। भुगतानों के पुनर्निर्धारण से पीड़ित को थोड़ी राहत मिल सकती है। ऊपर वर्णित सभी एहतियाती उपायों से खाते की सुरक्षा होगी और किसी डेबिट कार्ड धोखाधड़ी का शिकार बनने की संभावनाएं कम से कम होंगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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पवित्र महाकाव्य रामायण के रचयिता आदि कवि महर्षि बाल्मीकि की जयंती आज यहां प्रदेश कंाग्रेस मुख्यालय में प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डाॅ0 निर्मल खत्री की अध्यक्षता में मनायी गयी। कार्यक्रम की शुरूआत महर्षि बाल्मीकि के चित्र पर पुष्पांजलि से हुई।

Posted on 28 October 2015 by admin

पवित्र महाकाव्य रामायण के रचयिता आदि कवि महर्षि बाल्मीकि की जयंती आज यहां प्रदेश कंाग्रेस मुख्यालय में प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डाॅ0 निर्मल खत्री की अध्यक्षता में  मनायी गयी। कार्यक्रम की शुरूआत महर्षि बाल्मीकि के चित्र पर पुष्पांजलि से हुई।
इस मौके पर प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डाॅ0 खत्री ने कांग्रेसजनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि बाल्मीकि जी ने पावन ग्रन्थ रामायण की रचना करके हमारे समाज को सही दिशा दिखाई। हम सभी को बाल्मीकि जी के आदर्शों और उनके बताये रास्ते पर चलने का संकल्प लेना चाहिए।
प्रदेश कंाग्रेस के प्रवक्ता सुरेन्द्र राजपूत ने बताया कि इस मौके पर डाॅ0 खत्री सहित प्रदेश कंाग्रेस के उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री श्री सत्यदेव त्रिपाठी, पूर्व एमएलसी श्री राजेशपति त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष एवं पूर्व एमएलसी श्री हरीश बाजपेयी, सुश्री अनुसुइया शर्मा, पूर्व विधायक श्री श्यामकिशोर शुक्ल, श्री हनुमान त्रिपाठी, श्री मारूफ खान, श्री संजीव सिंह, चै0 सत्यवीर सिंह, श्री सुबोध श्रीवास्तव, श्री के0के0 आनन्द, श्री शिव पाण्डेय, श्री गिरिजाशंकर अवस्थी, श्री नरेश बाल्मीकि, श्री एस0जे0एस0 मक्कड़, श्री विजय बहादुर, श्री अवधेश सिंह, श्री वी0एन0 त्रिपाठी एड., श्री रंजन दीक्षित, श्री सुभाष श्रीवास्तव, श्रीमती लक्ष्मी वर्मा, श्रीमती सिद्धिश्री, श्री बृजेन्द्र सिंह, श्री सुरेश चन्द्र वर्मा, श्री कृष्णकान्त पाण्डेय, श्री के0के0 शुक्ला, श्री वेद प्रकाश त्रिपाठी, श्री मेंहदी हसन, श्री सुशील बाल्मीकि, श्री अयूब सिद्दीकी, श्री प्रदीप गौड, श्री होरी लाल, श्री के0डी0 शुक्ला, सहित भारी संख्या में कांग्रेसजनों ने पुष्पांजलि अर्पित की है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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हरियाणा में दो दलित बच्चों को जलाकर मार दिये जाने की घटना को लेकर केन्द्रीय मंत्री श्री वी0के0 सिंह द्वारा दिये गये विवादास्पद बयान के विरोध में कल विधान

Posted on 28 October 2015 by admin

हरियाणा में दो दलित बच्चों को जलाकर मार दिये जाने की घटना को लेकर केन्द्रीय मंत्री श्री वी0के0 सिंह द्वारा दिये गये विवादास्पद बयान के विरोध में कल विधान परिषद दल के नेता श्री नसीब पठान एवं युवा कंाग्रेस पश्चिमी जोन के अध्यक्ष श्री अमानतउल्ला सहित युवा कंाग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा श्री वी0के0 सिंह के गाजियाबाद स्थित आवास के पास कर रहे शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर उ0प्र0 शासन के इशारे पर जिला प्रशासन द्वारा की गयी बर्बर लाठीचार्ज एवं प्रदर्शन में शामिल नेताओं व कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज किये गये आपराधिक मुकदमे की उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डाॅ0 निर्मल खत्री ने कड़ी निन्दा की है।
डाॅ0 खत्री ने राजनीतिक द्वेषवश शासन के इशारे पर कंाग्रेस विधान परिषद दल के नेता श्री नसीब पठान सहित गाजियाबाद के युवा कंाग्रेस कार्यकर्ताओं  पर दर्ज  किये गये मुकदमें को तुरन्त वापस लेने एवं दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही किये जाने की मांग की है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में साम्प्रदायिक तनाव व हिंसा की घटनाओं को देखते हुए

Posted on 28 October 2015 by admin

उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में साम्प्रदायिक तनाव व हिंसा की घटनाओं को देखते हुए समाज में शांति स्थापना के लिए उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डाॅ0 निर्मल खत्री के आवाहन पर आगामी 31अक्टूबर, 2015 को पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 इन्दिरा गांधी जी की पुण्यतिथि के अवसर पर प्रदेश के सभी जनपदों में जिला/शहर कंाग्रेस कमेटियों द्वारा ‘‘मौन शांति मार्च’’ निकाला जायेगा।
प्रदेश कंाग्रेस के इंचार्ज प्रवक्ता वीरेन्द्र मदान ने बताया कि इस मौन शांति मार्च के दौरान शांति व सद्भाव से सम्बन्धित प्लेकार्ड, गांधी जी के भजनों का कैसेट आदि का ही प्रयोग कांग्रेस के झण्डे के साथ किया जायेगा।
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डाॅ0 खत्री ने इस मौन शांति मार्च के सफल आयोजन हेतु प्रदेश के सभी 18 मण्डलीय मुख्यालयों पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है। जिसके तहत फैजाबाद मंडल मुख्यालय पर स्वयं प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डाॅ0 निर्मल खत्री जी मौजूद रहकर मौन शांति मार्च का नेतृत्व करेंगेे। इसी प्रकार मुरादाबाद में कांग्रेस विधान परिषद दल के नेता श्री नसीब पठान, लखनऊ में पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री श्रीप्रकाश जायसवाल, कानपुर में पूर्व प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष एवं विधायक डाॅ0 रीता बहुगुणा जोशी, मेरठ में पूर्व सांसद श्री हरेन्द्र मलिक, झांसी में पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री प्रदीप जैन आदित्य, गोण्डा में पूर्व मंत्री श्री रामकृष्ण द्विवेदी तथा बस्ती में पूर्व सांसद श्रीमती अन्नू टण्डन सहित सभी मण्डल मुख्यालयों पर वरिष्ठ नेतागण मौन शांति मार्च का नेतृत्व करेंगे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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