Posted on 24 August 2015 by admin
उत्तर प्रदेश की समाजवादी सरकार की जनविरोधी नीतियों के विरोध में उत्तर प्रदेश कंाग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डाॅं0 निर्मल खत्री के आवाह्न पर 17 अगस्त, 2015 को विशाल प्रदर्शन एवं विधान सभा घेराव कार्यक्रम को वृहद रूप देने की श्रृखला में प्रदेश के कंाग्रेसजनों को लामबन्द किये जाने के उद्देश्य से आज उत्तर प्रदेश कंाग्रेस कमेटी के विभिन्न विभागों एवं प्रकोष्ठों की एक बैठक प्रदेश कंाग्रेस मुख्यालय, लखनऊ में विभाग एवं प्रकोष्ठों के प्रभारी महासचिव श्री दीपक सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।
बैठक को सम्बोधित करते हुए श्री दीपक सिंह ने उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के समस्त विभाग एवं प्रकोष्ठों के चेयरमैनों/संयोजकों से इस विधानसभा घेराव एवं प्रदर्शन को ऐतिहासिक बनाने की अपील करते हुए कहा कि आप अपने सभी प्रदेश पदाधिकारियों एवं जिला/शहर अध्यक्षों के साथ भारी संख्या में राजधानी लखनऊ के लक्ष्मण मेला मैदान में पहुॅंच कर कार्यक्रम को सफल बनायें।
बैठक में उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन श्री सिराज मेंहदी-पूर्व एम.एल.सी., उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष एवं प्रभारी संगठन श्री हरीश बाजपेयी-पूर्व एम.एल.सी., विचार विभाग के चेयरमैन-डाॅं0 सम्पूर्णानन्द, चिकित्सा प्रकोष्ठ के चेयरमैन-डा0 जियाराम वर्मा, जनसमस्या प्रकोष्ठ की चेयरमैन-श्रीमती नूतन बाजपेयी, खेल-कूद प्रकोष्ठ के चेयरमैन-श्री अरशी रजा सहित समस्त विभाग एवं प्रकोष्ठों के चेयरमैन मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 24 August 2015 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रदेशवासियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु अनेक जनकल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन कराकर आम नागरिकों को लाभान्वित कराने हेतु प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि डाॅ0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान से पढ़कर निकलने वाले युवा चिकित्सक अपना उद्देश्य व्यावसायिक न बनाकर बल्कि अपने प्रदेश के नागरिकों की सामाजिक सेवा के समर्पण हेतु बनाये। उन्होंने कहा कि शासकीय चिकित्सा संस्थान छात्रों से बेहतर चिकित्सक बनाने हेतु न्यूनतम फीस लेकर अधिकतम धनराशि राज्य सरकार स्वयं खर्च करती है। उन्होंने कहा कि जबकि निजी चिकित्सा संस्थायें शासकीय विद्यालयों की अपेक्षा कई गुना फीस वसूलती हैं।
मुख्य सचिव कल डाॅ0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के अनेक फैकल्टी अपार्टमेंट का लोकार्पण करने के बाद अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने लोहिया संस्थान में कार्य करने वाले स्टाफ के लिये भी बेहतर आवासों का निर्माण कराया है। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों का भी दायित्व है कि प्रदेश के आम नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराकर उनका समुचित इलाज समय से उपलब्ध करायें।
श्री रंजन ने कहा कि प्रदेश सरकार का प्रयास है कि डाॅ0 राम मनोहर लोहिया संस्थान की पहचान गुणवत्ता के आधार पर पूरे देश में बने। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने गंभीर/असाध्य रोगों (किडनी, लीवर, हृदय व कैंसर) से ग्रसित निर्धन वर्ग के लोगों को निःशुल्क इलाज की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की मंशा है कि बीमारी से ग्रसित सभी व्यक्तियों को समुचित इलाज समय से अवश्य प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार प्रदेशवासियों को बेहतर चिकित्सा सुविधायें उपलब्ध कराने हेतु निरन्तर प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों का भी दायित्व है कि आने वाले मरीजों का इलाज बेहतर ढंग से कर अपने दायित्वों का समुचित निर्वहन सुनिश्चित करें।
मुख्य सचिव एवं प्रमुख सचिव वित्त तथा प्रमुख सचिव चिकित्सा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आम नागरिकों को बधाई देते हुये पौधा रोपण भी किया।
मुख्य सचिव द्वारा कल किये गये लोकार्पण में रैम्प एण्ड मल्टीपरपज हाॅल, इमरजेन्सी ओ0टी0 एण्ड इमरजेन्सी वार्ड, रोबोटिक गेट ट्रेनर इन फिजिकल मेडिसिन एण्ड रिहैबिलिटेशन डिपार्टमेंट, लाण्ड्री सर्विसेज, रेजिडेंट हाॅस्टल एण्ड पी0आर0ए0 बिल्डिंग और कैण्टीन शामिल है।
कार्यक्रम में प्रमुख सचिव वित्त श्री राहुल भटनागर एवं प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री आर0पी0सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 24 August 2015 by admin
उत्तर प्रदेश आकांक्षा समिति की अध्यक्षा श्रीमती सुरभि रंजन ने आकांक्षा समिति द्वारा गरीब बच्चों को निःशुल्क शिक्षा दिलाये जाने हेतु संचालित आकांक्षा विद्या केन्द्र बटलर पैलेस काॅलोनी में स्वतंत्रता दिवस की 69वीं वर्षगांठ पर ध्वजारोहण करते हुये अध्ययनरत प्राइमरी स्कूल के बच्चों के समक्ष भारत को स्वतंत्रता दिलाने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियांे के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने बच्चों को बताया कि हमारे भारत के राष्ट्रीय ध्वज की ऊपरी पट्टी का केसरिया रंग, देश की शक्ति और साहस को दर्शाता है, बीच की पट्टी का श्वेत रंग धर्म चक्र के साथ शांति और सत्य का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि निचली हरी पट्टी उर्वरता, वृद्धि और भूमि की पवित्रता को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि सफेद पट्टी पर बने चक्र को धर्म चक्र कहते हैं, जो जीवन की गतिशीलता को दर्शाता है।
श्रीमती सुरभि रंजन ने अध्ययनरत गरीब बच्चों को मिठाईयां वितरित करते हुये उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। आकांक्षा विद्या केन्द्र के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के साथ-साथ दर्शकों का मन मोह लिया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 24 August 2015 by admin
देश की लोकप्रिय एवं पुरातन चिकित्सा पद्धतियाँ आयुर्वेद एवं यूनानी विधा के प्रति लोगों का रूझान तेजी से बढ़ रहा है वहीं राजकीय आयुर्वेद एवं यूनानी चिकित्सकों के प्रति आम जनता को सम्यक जानकारी न होने के कारण लोग भ्रामक प्रचार कर रहे क्षद्मचर वैद्य (अयोग्य चिकित्सक) एवं हकीमों के जाल में फंसकर अपमिश्रित एवं अनुपयुक्त औषधियों का सेवन कर जहां हजारों रूपया गवाँ बैठते है वही उनके दुष्प्रभाव से रोग की दशा सुधरने की बजाय और भी जटिल एवं गम्भीर हो जाती है जिससे समाज में आयुर्वेद एवं यूनानी विधा की प्रतिष्ठा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है जनपद लखनऊ में प्रदेश सरकार के 39 आयुर्वेदिक एवं 7 यूनानी चिकित्सालय संचालित हंै जो क्षेत्रीय आयुर्वैदिक एवं यूनानी अधिकारी लखनऊ कार्यक्षेत्र के अन्तर्गत हंै। आयुर्वेद एवं यूनानी विधा में प्रति जागरूक करने एवं आम जनता को उसका लाभ पहँुचाने के उद्देश्य को लेकर वन महोत्सव के उपलक्ष्य में चिकित्सालयों में खाली पड़ी जमीन में औषधीय पौधे यथा- कचनार, अर्जुन हरसिंगार, बेल, आंवला, सीता अशोक, अमलतास, गिलोय निर्गुण्डी, शतावरी आदि का रोपण तथा चिकित्सालयों में तुलसी, एलोवेरा, भ्रंगराज, कालमेघ, ज्वराकुंश, मीठी नीम, अश्वगंधा औषधीय पौधों को गमलों में लगाकर प्रदर्शित किया जा रहा है। इसी दिशा में अब आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सालयों में विभिन्न रोगों यथा - हेपेटाइटिस (यकृत रोग), माइग्रेन, जटिल चर्मरोग (सोरियासिस) बवासीर, भगन्दर, आमवात, गठिया, स्पाॅन्डलाइटिस आदि अनेक जीर्ण रोगों की चिकित्सा के लिए आयुर्वेदीय निदान एवं विशिष्ट चिकित्सा शिविरों का आयोजन भी प्रारम्भ किया गया है। प्रथम शिविर तेलीबाग स्थित राजकीय आयुर्वैदिक चिकित्सालय में दिनांक 12.08.2015 को आयोजित किया गया। इस शिविर में वात एवं संधि रोग (आमवात, गठिया, स्पान्डलाइटिस) त्वचा रोग एवं मूत्र रोगों से सम्बन्धित 154 रोगियों को प्रभारी चिकित्साधिकारी डा0 सीमा कुन्द्रा एवं आयुर्वेद विशेषज्ञ डा0 कमल सचदेवा द्वारा उपचारित किया गया और उन्हें निःशुल्क औषधियाँ भी प्रदान की गई। क्षेत्रीय आयुर्वैदिक एवं यूनानी अधिकारी लखनऊ डा0 शिव शंकर त्रिपाठी ने बताया कि इस तरह के विशिष्ट चिकित्सा शिविरों का आयोजन लखनऊ क्षेत्र में राजकीय आयुर्वैदिक एवं यूनानी चिकित्सालयों में जारी रहेंगे और उन्होंने अपेक्षा की है कि जन सामान्य को प्रदेश सरकार द्वारा संचालित आयुर्वेद एवं यूनानी चिकित्सालों में उपलब्ध विशेषज्ञ सुविधाओं का लाभ अधिक से अधिक उठाना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि जो चिकित्सक एवं औषधि निर्माता रोग एवं औषधियों के गुणों व प्रभावों को बढ़ा-चढ़ाकर भ्रामक एवं अतिश्योक्तिपूर्ण विज्ञापन पटोें तथा समाचार पत्रों के माध्यम से चिकित्सा का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं उनके विरूद्ध क्तनह - डंहपब तमउमकपमे ;व्इरमबजपवदंइसम ंकअजण्द्ध 1954 में विहित प्राविधानों के आलोक में कार्यवाही भी की जाएगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 13 August 2015 by admin
दलितों की ज़मीन ग़ैर-दलितों द्वारा ख़रीदे जाने पर लगी क़ानूनी रोक समाप्त करने का उ.प्र. सपा सरकार का फैसला ’’घोर दलित-विरोधी व उसकी जातिवादी सोच व साजि़श का परिणाम’’। दलितों को आजीवन शोषित-पीडि़त व भूमिहीन एवं खेतिहर मज़दूर ही बनाये रखने की सपा की ज़हरीली साजि़श: बी.एस.पी. प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सुश्री मायावती जी
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष, सांसद (राज्यसभा) व पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सुश्री मायावती जी ने उत्तर प्रदेश में दलितों की ज़मीन ग़ैर-दलितों द्वारा ख़रीदे जाने पर लगी क़ानूनी रोक को समाप्त करने सम्बंधी प्रदेश समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार द्वारा हाल ही में लिये गये फैसले की तीखी आलोचना करते हुये कहा कि यह घोर दलित- विरोधी फैसला वास्तव में दलितों को पूर्ण रूप से भूमिहीन बनाये रखने की जातिवादी सोच व साजि़श का ही परिणाम है और इससे अब ख़ासकर सपा के गुण्डों व माफि़याओं द्वारा प्रदेश भर में दलितों की ज़मीन पर जबरन क़ब्ज़ा करने की होड़ लग जाने की आशंका बढ़ गयी है।
बी.एस.पी. प्रमुख सुश्री मायावती जी ने आज यहाँ जारी एक बयान में कहा कि वैसे तो दलित समाज के लोग इस देश में व्याप्त वर्ण व्यावस्था के कारण सदियों से ही भूमिहीन रहे हैं, परन्तु परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के अथक प्रयासों के कारण यहाँ देश में उनके द्वारा बनाये गये मानवतावादी संविधान व उसमें आरक्षण की व्यावस्था के कारण देश की आज़ादी के बाद इस शोषित वर्ग के लोग जो थोड़ी भूमि अपनी रोज़ी-रोटी के लिये अर्जित कर पाये हैं, उसे भी उत्तर प्रदेश की सपा सरकार अपनी जातिवादी सोच व ज़हरीली नीति के कारण उन दलितों से छीन करके उन्हें आजीवन भूमिहीन ही बने रहने को विवश करना चाहती है। इसी कारण सम्बन्धित क़ानून में संशोधन करने का प्रस्ताव प्रदेश मंत्रिमंण्डल द्वारा दिनांक 4 अगस्त सन् 2015 को पारित किया गया है।
जबकि उत्तर प्रदेश ज़मीनदारी विनाश एवं भूमि व्यवस्था क़ानून, 1950 की धारा 157 (क) में स्पष्ट प्रावधान है कि अनुसूचित जाति के भूमिधर व्यक्ति कलेक्टर की पूर्व स्वीकृत के बिना दलित वर्ग के व्यक्ति के अलावा किसी अन्य व्यक्ति को ना तो ज़मीन बेच सकते हैं और ना ही दान, बंधक, या पट्टा द्वारा अंतरित कर सकते हैं। साथ ही, कलेक्टर दलित समाज के व्यक्ति को किसी अन्य वर्ग के लोगों को ज़मीन बेचने की अनुमति तभी दे सकते हैं जब दलित के पास कम-से-कम 1.26 हेक्टेयर से अधिक ज़मीन हो। यही नहीं, बेचने के बाद भी इतनी ही ज़मीन उसके पास बची भी रहनी चाहिये।
इसी ही क़ानूनी प्रतिबन्ध के कारण दलित समाज के कुछ लोगों के पास आज थोड़ी भूमि बच पायी है, वरना इस वर्ग की ज़्यादातर आबादी भूमिहीन हैं और खेतिहर मज़दूरी व दैनिक मजदूरी करके अपना जीवन किसी प्रकार गुज़र-बसर करने को विवश हैं।
ठीक ऐसे समय में जबकि आरक्षण की संवैधानिक व्यवस्था को निष्क्रिय व निष्प्रभावी बनाकर दलित समाज के लोगों को सरकारी नौकरियों से भी वंचित रखने का षड़यंत्र रचा जा रहा है व साथ ही वर्षो पहले प्रमोशन पाने वाले सरकारी कर्मचारियों को नीचे के पद पर ढकेलने का जुल्म ढाया जा रहा है, उत्तर प्रदेश सपा सरकार द्वारा दलित वर्ग के लोगों को भूमिहीन बनाये रखने का फैसला दलित वर्ग के लोगों के हितों पर एक बड़े कुठारघात जैसा है।
निश्चित रूप से वर्तमान सपा सरकार का यह फैसला भी उन फैसलों जैसा ही है जोे बी.एस.पी. सरकार बनने पर उसे फौरन ही रद्द करके कूड़े की टोकरी में डाल दिये जाने योग्य है। वर्तमान में भी विधानमण्डल सत्र के दौरान इस विधेयक का डटकर विरोध करके इसे पारित होने से रोकने का हर संभव लोकतांत्रिक प्रयास किया जायेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 13 August 2015 by admin
पल्लव चैरिटेबल वेलफेयर सोसायटी एवं भव्य इवेन्ट्स मैनेजमेंट द्वारा दिनांक 16 अगस्त 2015 को सायं 5 बजे से रात 9 बजे तक स्थान फीनिक्स (ए0सी0 बैन्कुवेट हाल एण्ड लाॅन) निकट फीनिक्स माॅल, बाराबिरवा आलमबाग कानपुर रोड़ लखनऊ। भव्य हरियाली तीज उत्सव कार्यक्रम में बेबी शो, डान्स टैलेन्ट शो, नृत्य प्रतियोगिता (महिलाओं के लिए), मेंहदी प्रतियोगिता, लखनऊ तीज क्वीन का चुनाव होगा।
इस कार्यक्रम में बेबी शो 5 वर्ष के बच्चों के लिए, डान्स टैलेन्ट शो 3 वर्ष से 16 वर्ष के बच्चों के लिए, मेंहदी प्रतियोगिता एवं नृत्य प्रतियोगिता (महिलाओं के लिए), के लिए, लखनऊ तीज क्वीन ग्रीन काॅरपेट फैशन शो का आयोजन किया जायेगा। भव्य इवेेन्टस मैनेजमेंट के मैनेजिंग डायरेक्टर सुनील सिंह ने बताया कि सभी प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए पंजीकरण एस0एम0एस0, व्हाट्सएप के जरिए मो0 नं0 9696238218, 9473650217 पर तथा ईमेल-इींअलंमअमदजेउंदंहमउमदज/हउंपसण्बवउ पर कराया जा सकता है। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मा0 श्री शारदा प्रताप शुक्ला जी, विधायक (सपा) सरोजनीनगर, विशिष्ट अतिथि मा0 श्री मनीष कुमार वर्मा जी (अध्यक्ष) अवध सर्राफा एसोशिएसन चेयरमैन अवध व्यापार मण्डल लखनऊ , मा0 श्री डा0 एम0एल0 श्रीवास्तव जी, अतिथिगण मा0 श्री राधेलाल यादव सभासद, मा0 श्री सुन्दरलाल, मा0 श्री हरसरण लाल गुप्ता सभासद (भाजपा), आदि उपस्थित होगें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 13 August 2015 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने शिक्षा विभाग केे अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्राथमिक विद्यालयों मेे शिक्षा की गुणवत्ता को प्रत्येक दशा में बेहतर बनाने हेतु निर्धारित कार्ययोजना के अनुसार निरन्तर अनुश्रवण सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों की शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार न होने पर सम्बन्धित अध्यापक से लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी तक जिम्मेदारी नियत कर सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा निदेशक को स्वयं भी तथा मुख्यालय एवं फील्ड में तैनात शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को विद्यालयों का औचक निरीक्षण करने हेतु फील्ड में जाकर अपनी आख्या उच्च अधिकारियों को प्रस्तुत करनी होगी।
श्री रंजन ने माध्यमिक शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिये कि कक्षा-11 एवं 12 के पाठ्यक्रमों को अन्य बोर्डों (सी0बी0एस0ई0 एवं आई0सी0ए0सी0 आदि) के समतुल्य अद्यतन (अपडेट) करने तथा इण्टरमीडिएट के पाठ्यक्रम में कक्षा-11 एवं 12 हेतु पृथक-पृथक परीक्षा कराने हेतु पाठ्यक्रम को विभाजित करने की कार्यवाही आगामी 30 सितम्बर, 2015 तक अवश्य पूर्ण करा ली जाये, ताकि संशोधित व्यवस्था आगामी परीक्षा वर्ष 2017 से अवश्य लागू की जा सके। उन्होंने कहा कि नवोदय विद्यालय पैटर्न पर न्यूनतम 06 माॅडल स्कूलों के संचालन हेतु कार्य योजना तैयार कर ली जाये। उन्होंने कहा कि विद्यालयों के शैक्षिक गुणवत्ता संवर्धन हेतु प्रस्तुत कार्ययोजना एवं विद्यालयों के श्रेणीकरण की कार्यवाही सितम्बर माह तक पूर्ण करा ली जाये। उन्होंने प्रदेश के चयनित 25 राजकीय इण्टर काॅलेजों को ‘सेण्टर आॅफ एक्सीलेन्स’ के रूप में विकसित किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि राजकीय बालिका विद्यालयों में शौचालय एवं फर्नीचर की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये। उन्होंने कहा कि कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों से कक्षा-8 उत्तीर्ण करने वाली छात्राओं को माध्यमिक शिक्षा हेतु अवसर प्राप्त कराने के उद्देश्य से बालिका छात्रावास योजनान्तर्गत छात्रावासों का निर्माण शीघ्र प्रारम्भ कराया जाये। उन्होंने कहा कि मण्डलीय/जनपदीय अधिकारियों को निरीक्षण का लक्ष्य निर्धारित कर उसका नियमित अनुश्रवण किया जाये।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में माध्यमिक एवं बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने विद्यालयों में शैक्षिक स्तर को सुधारने हेतु सख्त निर्देश देते हुए कहा कि मण्डलीय एवं जनपदीय अधिकारियों को प्रत्येक माह 10 विद्यालयों का औचक निरीक्षण कर अपनी निरीक्षण आख्या उच्च अधिकारियों को प्रेषित करनी होगी। उन्होंने कहा कि प्राप्त निरीक्षण आख्याओं का त्रैमासिक मूल्यांकन कर शिक्षा विभाग के अधिकारियों के वार्षिक गोपनीय आख्या में प्रविष्टि की जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विद्यालय में शैक्षिक पंचांग को अनिवार्य रूप से लागू कराते हुए निरीक्षण के समय यह अवश्य देखना होगा कि माहवार निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार अध्यापकों द्वारा छात्रों को पढ़ाया गया है कि नहीं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विद्यालयों में शिक्षक डायरी को प्रभावी रूप से लागू कर निरीक्षण के समय देखना अनिवार्य होगा।
श्री रंजन ने यह भी निर्देश दिए कि प्रदेश के 25 राजकीय इण्टर कालेजों को वर्ष 2015-16 में सेन्टर आॅफ एक्सीलेन्स के रूप में विकसित किया जाये। उन्होंने कहा कि राजकीय इन्टर कालेजों से उत्तीर्ण ऐसे पूर्व छात्र (एल्यूमिनाई) जो उच्च पदों पर तैनात हैं उनसे सम्पर्क कर उनका संवाद छात्रों से कराया जाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में राजकीय इन्टर कालेजों में अंग्रेजी शिक्षण हेतु विशेष कार्यक्रम संचालित कराये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही यथाशीघ्र सुनिश्चित कराई जाये। उन्होंने कहा कि विगत 31 मार्च, 2015 तक 734 नवीन राजकीय हाईस्कूलों का निर्माण पूर्ण हो जाने के उपरान्त अवशेष 512 राजकीय हाईस्कूलों का निर्माण वर्तमान वित्तीय वर्ष में ही निर्धारित मानक एवं गुणत्ता के साथ पूर्ण कराया जाये।
मुख्य सचिव ने कहा कि विद्यालयों के शैक्षिक स्तर को सुधारने हेतु क्षेत्र के इच्छुक एवं अनुभवी तथा प्रभावशाली व्यक्तियों की भी भागीदारी सुनिश्चित कराई जाये ताकि अध्ययनरत छात्रों को गुणवत्तापरक शिक्षा प्राप्त हो सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि प्रत्येक दशा में सुनिश्चित किया जाये कि विद्यालयों के अध्ययनरत छात्रों को समय से किताबों का वितरण अवश्य सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि सड़क किनारे स्थित विद्यालयों की बाउण्ड्रीवालों को सड़क की ऊँचाई को दृष्टिगत रखते हुए अधिक ऊँचा करा दिया जाये ताकि सड़क पर खड़ा कोई व्यक्ति विद्यालय के ग्राउण्ड में छात्र-छात्राओं को देख न सके। उन्होंने कहा कि अवशेष विद्यालयों में शौचालयोें का निर्माण प्रत्येक दशा में निर्धारित अवधि में सुनिश्चित कराया जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि अध्ययनरत छात्रों को मिड डे मील योजनान्तर्गत शुद्ध एवं स्वादिष्ट भोजन दूध या फल के साथ अवश्य उपलब्ध कराया जाये।
बैठक में प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा श्री जितेन्द्र कुमार, प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा श्रीमती डिम्पल वर्मा, सचिव बेसिक शिक्षा श्री हीरालाल गुप्ता सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 13 August 2015 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने निर्देश दिए हैं कि गोमती नदी में निर्माणाधीन डायाफ्राम वाल तथा अन्य तट विकास कार्यों में तीव्र गति लाई जाये। उन्होंने कहा कि गांधी सेतु तथा एन0आर0 ब्रिज 469 के मध्य गोमती नदी के बांये तटबन्ध पर स्थित पुलिस चैकी (कार्यालय क्षेत्राधिकारी पुलिस) को दिये गये निर्देशों के अनुपालन में अन्यत्र यथाशीघ्र विस्थापित कराया जाये। उन्होंने मण्डलायुक्त लखनऊ को निर्देश दिए कि कल 13 अगस्त को सम्बन्धित विभागों की बैठक कर गोमती रिवर फ्रन्ट के कार्यों से सम्बन्धित समस्याओं का निराकरण कराना सुनिश्चित करें।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में गोमती रिवर फ्रन्ट के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को निर्देश दिए कि हार्डिंग ब्रिज से गोमती वियर तक गोमती नदी केे दोनों किनारों पर स्थित तटबन्धों के मध्य की राजकीय भूमि सिंचाई विभाग के नाम दर्ज कराने हेतु नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही यथाशीघ्र सुनिश्चित कराई जाये। उन्होंने कहा कि गोमती नदी के बांये तथा दांये किनारों के साथ गोमती बैराज से वीयर के मध्य थ्सवूमत ठमक तथा डनेपबंस थ्वनदजंपद बनाये जाने हेतु प्रस्तावित प्रस्ताव पर आवश्यक कार्यवाही समय से सुनिश्चित कराई जाये। उन्होंने कहा कि तटबन्धों के मध्य रिवर फ्रन्ट के अन्तर्गत विकसित स्थलों पर आवागमन की व्यवस्था के लिए विभिन्न स्थलों से रास्ता बनाने हेतु परामर्शदात्री संस्था ।म्ब्व्डए सिंचाई विभाग तथा जिला प्रशासन के साथ संयुक्त निरीक्षण कर चिन्हीकरण कर अग्रिम कार्यवाही अतिशीघ्र सुनिश्चित कराई जाये।
श्री रंजन ने निर्देश दिए कि निशातगंज पुल से हनुमान सेतु के मध्य डायाफ्राम वाल के कार्य की प्रगति में गति लाई जाये। उन्होंने कहा कि इण्टरसैप्टिंग ड्रेन का निर्माण आर0सी0 बाक्स कल्वर्ट के स्थान पर भ्क्च्म् की लाइनिंग युक्त आर0सी0सी0 पाईप से कराने हेतु आवश्यक कार्यवाही प्राथमिकता से सुनिश्चित कराई जाये।
बैठक में प्रमुख सचिव सिंचाई श्री दीपक सिंघल, मण्डलायुक्त लखनऊ श्री महेश कुमार गुप्ता सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 11 August 2015 by admin
भारतीय जनता पार्टी ने सीतापुर के महमूदाबाद में पुलिस थाने में लड़की द्वारा फांसी लगाने बरेली में शोहदों से परेशान छात्रा के आत्मदाह की घटनाओं पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि अखिलेश सरकार के तमाम दावो के बावजूद राज्य में महिलाएं कब सुरक्षित होगी ? प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि अखिलेश राज में राज्य के थाने हत्या/आत्महत्या के केन्द्र क्यों बनते जा रहे है। जिन पुलिसकर्मियों पर जनता की रक्षा की जिम्मेदारी है, वे आरोपों की जद में है। शाहजहांपुर का जगेन्द्र काण्ड, बाराबंकी का कोठी काण्ड और अब सीतापुर के महमूदाबाद थाने में लड़की की मौत को हर बार पुलिस आत्महत्या करार देती है और पुलिस का विरोध करने पर नागरिकों पर कहर बरपाया जाता है।
श्री पाठक ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आज ही एक निजी टी.वी. चैनल के कार्यक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत उनके आलाधिकारी प्रदेश में नारी सुरक्षा के बेहतर होने के दावे कर रहे थे, दूसरी ओर राजधानी से सटे सीतापुर में नारी सुरक्षा को लेकर लोग सड़क पर थे। राज्य की बेरहम नासमझ पुलिस स्थिति को नियंत्रण करने की बजाय गोली चलाने में भरोसा रखती है, इस घटना पर संजीदगी का परिचय देने की बजाय पुलिस ने एक बार फिर गोली चला भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास किया।
उन्होंने कहा कि हमीरपुर में यही हुआ विवार में घटी घटना पर लोग न्याय की मांग कर रहे थे, पुलिस बजाय संजीदगी और संयम का परिचय देती उनसे गोली चलाना बेहतर समझा पुलिस की गोली से एक व्यक्ति की मृत्यु हो गयी और आज सीतापुर में यही हुआ। घटना आक्रोशित जनता के नियंत्रित करने के लिये पुलिस ने गोली चलाना ठीक समझा।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि आखिर नारी सुरक्षा के दावे करने में जुटी अखिलेश सरकार महज तकनीकी, विज्ञापनों, नेताओ के वक्त्वयों से महिलाओं की सुरक्षा कैसे करेगी। सीतापुर में भीड़ अनियंत्रित हो रही थी तो परिस्थितियों का पूर्वानुमान कर उसके अनुरूप व्यवस्था क्यों नहीं की गयी।
श्री पाठक ने घटना की तीव्र शब्दों में भत्र्सना करते हुए दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित करते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 11 August 2015 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से आज उनके आवास पर राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद के राष्ट्रीय महासचिव, इंजी0 मयंक श्रीवास्तव के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमण्डल ने भेंट कर हमीरपुर जिलेे में पिछले दिनों हुयी घटना के संबंध में एक ज्ञापन सौंपा।
मुख्यमंत्री ने उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुये उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया। श्री यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने इस घटना को अत्यंत गम्भीरता से लिया है तथा इसमें किसी भी प्रकार की ढिलाई या कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने बताया कि इस घटना की जानकारी मिलते ही तत्परता से कार्यवाही करते हुये पुलिस अधीक्षक सहित प्रथम दृष्टया दोषी कर्मियों को निलम्बित किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव गृह को निर्देशित किया है कि इस घटना मंे पंजीकृत अभियोग की विवेचना पूरी तरह निष्पक्ष रूप से करायी जाये तथा यह सुनिश्चित किया जाये कि कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाये तथा किसी निर्दोष व्यक्ति का उत्पीड़न न हो। इस घटना के संबंध में शासन द्वारा अब तक की गयी कार्यवाही की विस्तृत जानकारी भी मुख्यमंत्री को दी गयी, जिस पर उन्होंने संतोष व्यक्त किया।
श्री यादव ने पीडि़त परिवारों को सुरक्षा उपलब्ध कराये जाने की मांग पर प्रमुख सचिव गृह को निर्देशित किया कि एक-एक गनर उनकी सुरक्षा में तैनात कर दिया जाये। साथ ही उन्होंने इस घटना में गम्भीर रूप से घायल दो व्यक्तियों की सहायता राशि को बढ़ाकर दो-दो लाख रुपये दिये जाने के भी निर्देश दिये है। उल्लेखनीय है कि इस घटना में मृत व्यक्तियों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश पूर्व में ही दिये जा चुके है।
प्रतिनिधि मण्डल में सर्वश्री विनोद बिहारी वर्मा, प्रदीप कुमार सिन्हा, सुनील सिन्हा, नीरा सिन्हा, सोम निगम, अनुपम श्रीवास्तव, मनोज श्रीवास्तव व हृदय नारायण श्रीवास्तव आदि सम्मिलित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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