Posted on 25 May 2015 by admin
मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार इत्र उद्योग को एक प्रमुख उद्योग के रूप में स्थापित करना चाहती है। अपने अनुभव और सुगन्ध के क्षेत्र में महारत के बल पर फ्रांस इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। फ्रांस और भारत के बीच मजबूत वाणिज्यिक सम्बन्ध रहे हैं। राज्य सरकार चाहती है कि इत्र उद्योग के क्षेत्र में प्रभावी पहल कर इन सम्बन्धों को और मजबूती प्रदान की जाए।
मुख्यमंत्री आज यहां फ्रांस के सुगन्ध केन्द्र ग्रासे में इत्र उद्योग को बढ़ावा दिए जाने के सम्बन्ध में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ग्रासे दुनिया की सुगन्ध राजधानी के तौर पर मशहूर है। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश की इत्र राजधानी कन्नौज भी इस क्षेत्र में विश्व प्रसिद्ध है। ग्रासे और कन्नौज के बीच कारोबारी सम्बन्ध स्थापित होने से इत्र उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि इत्र के व्यवसाय से जुड़े सभी पहलुओं पर विचार कर हम इस उद्योग को नई ऊंचाइयां दे सकते हैं।
श्री यादव ने कहा कि इत्र निर्माण की नई तकनीकों के आधार पर इत्र उद्योग को लाभकारी बनाया जा सकता है। इससे फूलों की खेती को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, रोजगार की नई सम्भावनाओं का सृजन होगा। फूलों की खेती कर रहे किसानों को समृद्ध किया जा सकेगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इत्र के कारोबार में उत्तर प्रदेश दुनिया में एक प्रमुख केन्द्र के तौर पर उभर सकेगा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा गुलकन्द को वैट से मुक्त किए जाने का निर्णय फूलों की खेती को बढ़ावा देने की दिशा में एक कदम है।
इस अवसर पर व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्य मंत्री
श्री अभिषेक मिश्रा, कन्नौज की सांसद श्रीमती डिम्पल यादव, प्रबन्ध निदेशक यू0पी0एस0आई0डी0सी0 श्री मनोज सिंह, मुख्यमंत्री के विशेष सचिव श्री जी0एस0 नवीन कुमार, कन्नौज इत्र उद्योग के प्रतिनिधि श्री मुशीद अहमद खान तथा श्री पुष्प राज जैन, ग्रासे के मेयर श्री जीरोम वाॅयड, परफ्यूम एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री फिलिपे मासे, सुप्रसिद्ध परफ्यूम कम्पनियों लुई विटाॅन और शैनल के प्रतिनिधि एवं अनेक उद्योगपति मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 25 May 2015 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के निर्देशों के क्रम में राज्य सरकार द्वारा नेपाल में आए भूकम्प पीडि़तों को राहत पहुंचाने का कार्य निरन्तर किया जा रहा है। आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने वाले विभागों को हाई एलर्ट पर रहने, राहत शिविरों के गठन, संचालन एवं प्रबन्धन तथा इच्छुक संस्थाओं/व्यक्तियों द्वारा उपलब्ध करायी जा रही राहत सामग्री एवं आर्थिक सहायता को भेजने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। भूकम्प पीडि़तों की जरूरतों के मुताबिक टेण्ट, गद्दे, तिरपाल, कम्बल, पानी शुद्धिकरण की दवाइयां, स्वच्छता किट, बर्तन आदि को राहत सामग्री के रूप में वरीयता देते हुए भेजा जा रहा है।
यह जानकारी देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि राहत सामग्री के रूप में अब तक सोनौली इण्डो-नेपाल बार्डर होते हुए कुल 1,313 ट्रक राहत सामग्री भेजी गयी है, जिसमें 575 ट्रक में खाद्य सामग्री (चावल, दाल, आटा, आलू, प्याज, नमक इत्यादि), 242 ट्रक बिस्कुट एवं अन्य ड्राई फूड, 12 ट्रक मैगी/नूडल्स इत्यादि, 104 ट्रक मिनरल वाटर, 46 ट्रक दवाइयां/क्लीनिकल सामग्री, 215 ट्रक कम्बल/ तिरपाल/टेण्ट, 19 ट्रक बर्तन, 10 ट्रक गद्दे, 06 ट्रक कपड़े तथा 84 ट्रक जिनमें ट्रांसफार्मर/इलेक्ट्रिकल उपकरण शामिल हैं। इसके साथ ही, 66,139 कम्बल, 56,300 तिरपाल/प्लास्टिक शीट्स, 8,583 तौलिए, 18,328 चटाई, 5,431 टार्चें तथा 3,400 सोलर लालटेनें भी भेजी गयी हंै।
नेपाल से आ रहे भूकम्प पीडि़त शरणार्थियों को मदद करने एवं राहत सामग्री के अनुश्रवण एवं समन्वयन हेतु आयुक्त गोरखपुर मण्डल गोरखपुर के निर्देशन में वर्तमान में सोनौली (महराजगंज) में राहत शिविर संचालित है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 25 May 2015 by admin
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने आज यहां कहा है कि समाजवादी चितंक डा0 राम मनोहर लोहिया कहते थे कि वादा खिलाफी भी भ्रष्टाचार है। भाजपा नेता देश के मतदाताओं से जो वायदे करके सत्ता में आए थे, उनमें एक भी वादा पूरा नहीं हुआ। न तो नौजवानों को रेाजगार मिला और नहीं महंगाई कम हुई। सरकार बनते ही कालाधन विदेशों से लाने का दावा करनेवाले यह भी कहते थे कि हर नागरिक के खाते में 10-15 लाख रूपए भी जमा हो जाएगें। 26 मई,2015 को मोदी सरकार का एक वर्ष पूरा हो रहा है। इस पूरे वर्ष में सिवाय वादा खिलाफी के दूसरा केाई रिकार्ड बनता नहीं दिखाई दिया है।
इस एक वर्ष में उत्तर प्रदेश के साथ सौतलापन ही होता रहा है। प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, रक्षामंत्री सहित दर्जनभर मंत्री और 73 साॅसद भाजपा के उत्तर प्रदेश से हैं। बावजूद इसके प्रदेश के विकास में सहयोग से किनाराकशी हो रही है। प्रदेश के किसानों, गरीबों और आम आदमी के लिए एक साल में कुछ नहीं किया गया। अल्पसंख्यको में असुरक्षा का भाव घर कर गया है। बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से पीडि़त किसानों को केन्द्र से कोई मदद नहीं मिली। वहां से अब तक केवल 253 करोड़ रूपए मिले हैं। उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार 2,447 करोड़ 85 लाख रूपए की धनराशि किसानों को राहत देने के लिए स्वीकृत कर चुकी है।
भाजपा का मेक इन इंडिया केवल बयानबाजी तक सीमित है। स्वच्छ भारत अभियान और नमामि गंगे अभियान सब हवाई साबित हो रहे हैं। भाजपा सरकार जहां किसानों की जमीन जबरन छीने जाने की व्यवस्था में लगी है वहीं उद्योगपतियों को हर तरह की सुविधाएं बांटी जा रही हैं। किसानों के हित में नहीं बल्कि कारपोरेट और पंूजीवादी व्यवस्था को मजबूत करना भाजपा का आर्थिक एजेण्डा है।
सामाजिक सद्भाव के विरूद्ध अलगाव और सांप्रदायिकता फैलाना भाजपाई चरित्र है। इनका अपना एक निश्चित एजेण्डा है और ये इसी पर काम करते रहेगें। वैचारिक असहिष्णुता का आचरण लोकतंत्र के लिए खतरनाक हो सकता है। समाजवादी पार्टी देश में विघटन और प्रदेश के विकास में रोड़ा बननेवाली सभी अलोकतांत्रिक प्रवृत्तियों से सचेत है और उन्हें कभी सफल नहीं होने देगी। सच तो यह है कि जनहित का कोई भी काम किए बगैर केवल अपनी वाहवाही के लिए वार्षिकोत्सव मनाया जा रहा है। इसी तरह साल दर साल लोकसभा चुनाव 2019 तक इनकी जश्न की नौटंकी चलती रहेगी।
सरकार बनने के पूर्व और सरकार के एक वर्ष बाद फिर वही जनता को भ्रमित करने का कर्मकाण्ड, आखिर लोकतंत्र को किस दिशा में ले जाना चाहते हैं भाजपाई ? भाजपा नेतृत्व का यह आचरण हिटलर के मंत्री गोएबल्स का नया संस्करण ही तो है कि बार-बार उसी झूठ को दुहराते जाओ जब तक लोग उसे सच न मान लें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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