उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव 13 नवम्बर, 2013 को जनपद प्रतापगढ़ ग्राम गधियावां में स्व0 राजाराम पाण्डेय के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए।
Posted on 14 November 2013 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव 13 नवम्बर, 2013 को जनपद प्रतापगढ़ ग्राम गधियावां में स्व0 राजाराम पाण्डेय के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए।
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लखनऊ के व्यस्ततम मार्ग विधान सभाअम्बेडकर मार्ग एवं अशोक मार्ग के रायल होटल से हजरतगंज व सिकन्दराबाद चौराहे तक कल दिनांक 14 नवम्बर 2013 (बाल दिवस के अवसर पर) को प्रात: 09:30 बजे से अपरान्ह 01:30 बजे तक रोजाना की भांति नागरिक सडकों पर जब निकलेगे तो उन्हें यातायात नियंत्रण का नजारा बदला हुआ मिलेगा। मौके पर बावर्दी तैनात चुस्त दुरूस्त महिला विधालय पी0जी0 कालेज, लखनऊ की 20 यू0पी0 गल्र्स बटालियन की लगभग 60 से 70 एन0सी0सी0 कैडिटस द्वारा नागरिकों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक कराने हेतु एवं यातायात नियंत्रण में यातायात पुलिस का सहयोग प्रदान किया जायेगा। इस अवसर पर विधालय की कैडेटस एन0 सी0 सी0 आफिसर ले0 डा0 उषा रानी सिंह के नेतृत्व में कार्य करेगी एवं यातायात पुलिस अपर पुलिस अधीक्षक यतायात लखनऊ के नेतृत्व में उनके अधीनस्थ अधिकारियों के साथ यातायात नियंत्रण के कार्य को सम्पादित करेंगी।
उक्त जानकारी महिला विधालय की प्रेस विज्ञपित में प्रदान की गयी। अत: आपसे अनुरोध है कि इस अवसर पर अपने सम्मानित समाचार पत्रन्यूज चैनल से प्रेस प्रतिनिधिसवांददाता एवं छायाकारटी0 वी0 क्रयू को मीडिया कवरेज हेतु उपलब्ध कराने की कृपा करें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 14 November 2013 by admin
भारत में पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के लिए अंतरंग वस्त्र बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी ब‚डीकेयर इंटरनेशनल ने सर्दियों के लिए थर्मल वियर की नवीनतम कलेक्शन बाजार में उतारी है। आधुनिक और स्टाइलिश डिजार्इन वाली थर्मल वियर की ये नयी कलेक्शन बहुत उपयोगी है और सही मायने में बहुत गर्म है किवट निट की नयी तकनीक का इस्तेमाल करके ब‚डीकेयर थर्मल इस कदर बनाये गए है कि उसमे से हवा आर पार न जा पाए और सर्दी बाहर तथा गर्मी अन्दर बनी रहे। विभिन्न रंगों, बेहतर डिजार्इन और मुलायम कपड़े में उपलब्ध यह समस्त श्रृंखला शरीर को आरामदायक और गर्म रखने के लिए एक गजब की चीज है। थर्मल के साथ जुड़े आमतौर पर थोक में बनने वाले हल्के डिज़ाइन से अलग नयी ब‚डीकेयर थर्मल कलेक्शन नीरस सर्दियों में ग्लैमर लाते हुए नयी कूल विंटर वियर बन गयी है। नयी कलेक्शन के बारे में बात करते हुए ब‚डीकेयर इंटरनेशनल के निदेशक श्री मिथुन गुप्ता ने कहा, ”इस सीजन में विंटर वियर की नयी कलेक्शन पेश करते हुए हमें बेहद खुशी हो रही है और यह सिर्फ आरामदायक ही नहीं है बलिक गर्माहट से कोर्इ समझौता किये बिना इसकी बनावट पर विशेष ध्यान दिया गया है। इस पूरी श्रृंखला में किवट निट की नयी तकनीक द्वारा मुलायम कपड़े से थर्मल बनाये गए हैं। इस मुलायम कपड़े में एक प्रकार की आरामदायक आधार परत है जिसे किसी भी पोशाक के नीचे आसानी से पहना जा सकता है। यह रोमांचक कलेक्शन पूरे परिवार के लिए विभिन्न रंगों और डिजाइनों का मिक्स एंड मैच है। इस स्पृहणीय संग्रह को पेश करते हुए हमें यकीन है कि नए ब‚डीकेयर थर्मल ग्राहकों को बहुत पसंद आयेंगे। मुलायम कपड़े की परत वाले, नमी नियंत्रण, गंध रोधी खासियत वाले ये हल्के थर्मल बेसिक और प्रीमियम रेंज में तरह-तरह के स्टाइल में उपलब्ध हैं। पूरे परिवार के लिए एक आदर्श सर्दियों के समाधान प्रदान करने वाले ब‚डीकेयर थर्मल में किवट निट तकनीक वाले लगभग 40 और गोल्ड रेंज में करीब 30 स्टाइल शामिल हैं। महिलाओं के लिए ”परफेक्ट फिट थर्मल बारह तरह के डिजार्इन में लोअर, केमिसोल, मिनी सिलप से ब्लाउज तक की बड़ी रेंज उपलब्ध है। गोल गले पूरी स्लीव और बिना स्लीव वाले फैशनेबल और हल्के थर्मल महिलाओं के लिए बनाये गए हैं और स्मार्ट तथा कैसुअल पोशाक के साथ पहने जा सकते हैं। इसके इलावा ”पुरुषों की प्रीमियम थर्मल रेंज चार से दस तरह के डिजार्इन में कयू के टी और गोल्ड रेंज के अंतर्गत उपलब्ध है। प्रीमियम क्वालिटी के सूती कपड़े से निर्मित इस कलेक्शन में गोल गले और पूरी स्लीव वाले थर्मल अ‚फ वाइट तथा गहरे रंगों में उपलब्ध हैं। इनके साथ-साथ ब‚डीकेयर इंटरनेशनल ने छोटे बच्चों को गर्म और आरामदायक रखने के लिए नरम और मुलायम कपड़े से बने पंæह से अधिक प्रकार के थर्मल पेश किये हैं। सामने से खुले पूरी स्लीव गोल गले वाले इन थर्मल पर विभिन्न रंगों में काटर्ून कैरेक्टरस प्रिंट किये हुए हैं जो बच्चों को बहुत आकर्षित करते हैं। ब‚डीकेयर की बच्चों के लिए गोल्ड रेंज के कलेक्शन में डिज्नी और बार्बी विभिन्न रंगों में प्रिंट किये गए हैं। अपने गोल्ड रेंज पोर्टफोलियो को और आगे बढ़ाते हुए कंपनी ने 115 और 120 साइज़ के थर्मल भी पेश किये हैं जो विशेष रूप से बड़े साइज़ के लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए बनाये गए हैं। ज्यादातर सफेद रंग में मिलने वाले थर्मल से आगे जाकर यह नयी रेंज विभिन्न रंगों में उपलब्ध है। दशकों के अनुभव और नवीन प्रौधोगिकी के उपयोग से ब‚डीकेयर इंटरनेशनल थर्मल वियर बाज़ार में अग्रणी बन गया है। फैशनेबल और स्मार्ट ब‚डीकेयर थर्मल बहुत खूबसूरत हैं और पुरुषों, महिलाओं, बच्चों, युवाओं और बुजुगोर्ं के बीच लगातार लोकप्रिय हो रहे हैं। पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के लिए यह सारी कलेक्शन 170 रुपये से लेकर 599 रुपये तक में सभी प्रमुख दुकानों में उपलब्ध है।
ब‚डीकेयर के बारे में-
विश्वास, गुणवत्ता और उत्—ष्टता के मूल्यों से प्रेरित ब‚डीकेयर इंटरनेशनल लिमिटेड पिछले दो दशकों में इनरवियर मार्किट में एक बड़ा नाम बन गया है। वर्ष 1992 में श्री सतीश गुप्ता द्वारा स्थापित कंपनी ने आज देश में बच्चों के अंडरवियर, छोटे बच्चों के कपड़ों, पूरे परिवार के लिए थर्मल तथा लाउन्जवियर की अग्रणी निर्माता और आपूर्तिकर्ता कंपनी होने का गौरव प्राप्त कर लिया है। अत्याधुनिक अनुसंधान और तकनीक पर लगातार काम करने के साथ, कंपनी को पथप्रदर्शक उत्पादों के लिए श्रेय दिया जाता है जिन्होंने इनरवियर परिधान उधोग में क्रांतिकारी परिवर्तन किया है। एक गतिशील दूरदर्शी श्री सतीश गुप्ता के सक्रिय नेतृत्व के तहत और तीन सबसे सक्षम और प्रतिषिठत निदेशकों, श्री सचिन गुप्ता, श्री अमित गुप्ता और श्री मिथुन गुप्ता के प्रबंधन के अंतर्गत कंपनी ने सभी राज्यों में अपनी पैठ बनाकर यह देश के शीर्ष पाँच इनरवियर बनाने वाले ब्रांडों में शामिल हो गयी है। ऐसे स्टाइल को दर्शाते हुए जो शहरी निवासी की भावनाओं और आकांक्षाओं को प्रतिध्वनित कर दे, ब‚डीकेयर इंटरनेशनल उन फैशन प्रेमी उपभोäाओं, जो पैसे के मूल्यों को समझते हैं और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद चाहते हैं, के लिए स्टाइलिश उत्पादों को प्रदान करने का पर्याय बन गया है। बदलते समय और ट्रेंडस के अनुरूप उत्पादों के साथ ब्रांड मध्यम, उच्च मध्यम और उच्च वर्ग को सस्ती कीमतों पर उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद उपलब्ध करता है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 14 November 2013 by admin
उत्तर प्रदेश के अवस्थापना एवं औधोगिक विकास आयुक्त श्री आलोक रंजन ने आज कुशीनगर अन्तर्राष्ट्रीय हवार्इ अडडा परियोजना के लिए अनुरोध प्रस्ताव (रिक्वेस्ट फार प्रपोजल) बिड डाक्युमेंट को अनुमोदित कर दिया है। उन्होंने पर्यटन विभाग को निर्देश दिया है कि कार्यारम्भ पूर्व की समस्त औपचारिकताएं 15 दिसम्बर तक पूरी कर ली जाएं।
श्री आलोक रंजन ने यह निर्णय आज अपने कार्यालय कक्ष में कुशीनगर अन्तर्राष्ट्रीय हवार्इ अडडा परियोजना को गति देने के लिए पर्यटन एवं कंसल्टेंट आर्इ0एल0एण्ड एफ0एस0 तथा वित्त विभाग के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर रहे थे। श्री आलोक रंजन ने कहा कि यह परियोजना साकार होने पर पूर्वी उत्तर प्रदेश में पर्यटन एवं वाणिजियक गतिविधियों में पंख लग जाएंगे। उन्होंने कहा कि संतुलित क्षेत्रीय विकास सुनिशिचत करने के लिए आवश्यक है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के इस महत्वपूर्ण अन्तर्राष्ट्रीय हवार्इ अडडे की परियोजना को तेजी से अमल में लाया जाए। उन्होंने विचारार्थ प्रस्तुत किए गए फिजिबिल्टी रिपोर्ट और रियायत-सहमति को भी विचारोपरान्त उपयुक्त पाए जाने पर अनुमोदित किया।
उल्लेखनीय है कि कुशीनगर में अंतर्राष्ट्रीय हवार्इ अडडा न होने के कारण बौद्ध पर्यटकों को दूरस्थ हवार्इ अडडों का अवलम्बन लेना पड़ता है और इस कारण इस क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि नहीं हो पा रही है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस कठिनार्इ को दूर करने के लिए कुशीनगर सिथत हवार्इ अडडे का विस्तार कर वहां 3200 मीटर लम्बे रनवे के निर्माण का निर्णय लिया है और इस तरह बौद्ध परिपथ में यह सबसे बड़ा रनवे होगा, जिसके कारण इस हवार्इ अडडे में जापान, कोरिया, यूरोप इत्यादि जगहों से सीधी उड़ानें आ सकेंगी। इसपर 354.78 करोड़ रुपए की लागत आएगी।
पर्यटन विभाग द्वारा कराए गए अध्ययन के अनुसार इस अंतर्राष्ट्रीय हवार्इ अडडे के निर्माण के बाद 7 बौद्ध देशों-थार्इलैण्ड, श्रीलंका, जापान, साउथ कोरिया, वियतनाम, म्यांमार और तार्इवान से 3,15,000 पर्यटकों के प्रतिवर्ष अकेले कुशीनगर आने का आंकलन किया गया है। इतनी बड़ी संख्या में इस क्षेत्र में पर्यटकों के आने से हासिपटैलिटी, ट्रान्सपोर्ट उधोग सहित तमाम स्थानीय उधोगों के विकास के कारण बड़ी संख्या में रोजगार नवयुवकों और दक्ष कारीगरों को प्राप्त होगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 14 November 2013 by admin
उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री मोहम्मद आज़म खाँ ने नगर पालिका परिषदों और नगर पंचायताें का आहवान किया है कि वे जाति, धर्म, वर्ग, सम्प्रदाय जैसी भावनाओं से उठकर समाज के हर वर्ग के लिये, प्रदेश के लिये और मुल्क के लिये सोचें और उनके लिये पूरी जिम्मेदारी और निष्ठा के साथ काम करें। उन्होंने कहा कि लोग उन (आज़म खाँ) पर तरह-तरह के आरोप लगाते हैं, लेकिन उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों से कभी भी मुंह नहीं मोड़ा और सभी के लिये निष्पक्ष होकर काम किया। श्री आज़म खाँ आज यहाँ इनिदरा गाँधी प्रतिष्ठान में क्षेत्रीय नगर एवं पर्यावरण अध्ययन संस्थान एवं स्थानीय निकाय निदेशालय, उ0प्र0 द्वारा प्रदेश की नगर पालिका परिषदों और नगर पंचायतों के अध्यक्षों के सम्मेलन को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने सभी स्थानीय निकायों को किसी पक्षपात के बिना विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों के तहत धन उपलब्ध कराया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय निकायों के दायित्वों में काफी इजाफा हो रहा है जिसकी वजह से जलापूर्ति, स्वच्छता, कूड़ा प्रबंधन, जल निकासी, सड़क, परिवहन, पर्यावरण संरक्षण जैसी सेवाओं में निरंतर सुधार की आवश्यकता महसूस की जा रही है। स्थानीय निकायों को इन बढ़ती हुयी आवश्यकताओं के अनुरूप कार्य करना होगा। इन कायार्ें के लिए धन की कोर्इ कमी आड़े आने नहीं दी जायेगी।
श्री आज़म खाँ ने स्वयं पर लगाये जा रहे आरोपों का जिक्र करते हुये कहा कि वे अपने ऊपर हर पत्थर सहने को तैयार हैं लेकिन वे कभी भी सच को झूठ और झूठ को सच नहीं कहेंगे। उन्होंने कहा कि आज हम जिस दौर से गुजर रहे हैं उसमें यह जरूरी है कि हर किसी को अच्छे-बुरे की पहचान होनी चाहिये, तभी हम बेहतर ढंग से काम कर सकेंगे।
स्थानीय निकायों में अधिशासी अधिकारियों की कमी का जिक्र करते हुये नगर विकास मंत्री ने कहा कि इन अधिकारियों की नियुकित संबंधी प्रक्रिया पर शीघ्र ही निर्णय लेकर इनकी कमी को पूरा किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जिन स्थानीय निकायों में सफार्इ कर्मचारियों की कमी है वे अपना प्रस्ताव शासन को भेजें ताकि उन्हें सफार्इ कर्मचारी रखने की अनुमति दे दी जाये। उन्होंने अध्यक्षों से कहा कि स्थानीय निकाय द्वारा कराये जा रहे निर्माण कायोर्ं पर स्वयं भी पैनी नजर रखें ताकि इन निर्माण कायोर्ं की गुणवत्ता बनी रहे और कारामद साबित हों। उन्होंने सड़कों के किनारों और फुटपाथों की लैण्ड स्केपिंग कराये जाने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि फुटपाथों पर इण्टर लाकिंग टाइल्स पुख़्ता ठंग से लगार्इ जायें। उन्होंने अतिक्रमण पर भी सख्ती किये जाने की बात अध्यक्षों से कही और साथ ही सड़क के किनारे व फुटपाथों पर कारोबार करने वाले गरीब खोखे वालों के लिये स्थानीय निकाय की जमीन पर स्थायी दुकानें बनाये जाने की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि वे लोग अपनी रोजी-रोटी कमाते रहें। उन्होंने कहा कि हर स्थानीय निकाय अपने शहर में चौराहा चुनकर उसका सौन्दर्यीकरण कराये जाने का प्रस्ताव भेजें। इस कार्य के लिये उन्हें जल निगम से पाँच लाख रुपये तक की धनराशि दिलायी जायेगी। उन्होंने सालिड वेस्ट मैनेजमेंट, कूड़े से बिजली बनाये जाने की परियोजनाओं और कामर्शियल काम्लेक्स जैसी योजनाओं की ओर भी अध्यक्षों का ध्यानाकर्षण किया।
अध्यक्षों द्वारा धन की कमी के कारण सफार्इ कर्मियों को कर्इ महीनों से वेतन न दिये जाने की बात पर श्री आज़म खाँ ने कहा कि यह बड़ी शर्म की बात है कि अधिकारियों को नियमित रूप से मिलता रहे और गरीब सफार्इ कर्मी को कर्इ महीनों तक वेतन से वंचित रखा जाये, यह बात अच्छी नहीं है। इस ओर संबंधित अधिकारियों को तत्काल ध्यान देकर इस समस्या को हल करना चाहिये। अध्यक्षों के महासंघ द्वारा प्रस्तुत मांगों के सम्बन्ध में नगर विकास मंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये नगर विकास एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री श्री चितरंजन स्वरूप ने कहा कि प्रदेश सरकार शहरी गरीबों विशेषकर अल्पसंख्यक गरीबों के उत्थान एवं उनकी वर्तमान सिथति में सुधार हेतु कर्इ योजनाएँ यथा-सामाजिक सुरक्षा योजना, आसरा योजना, अल्पसंख्यक बाहुल्य, मलिन बस्ती योजना, रिक्शा योजना आदि चला रही है। इन योजनाओं का उद्देश्य शहरी गरीबों की सिथति में गुणात्मक सुधार लाना है। शहरी गरीबों की सिथति में अपेक्षित सुधार राज्य सरकार की योजनाओं से पूर्ण रूप से तभी सम्भव है, जब इस दिशा में सभी स्थानीय निकायों का सक्रिय सहयोग प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन के आयोजन का एक उद्देश्य यह भी है कि हम सभी मिलकर प्रदेश के शहरी परिदृश्य को एक नर्इ दिशा दें। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि शहरों के विकास की दिशा में शासन के प्रयासों में सभी स्थानीय निकायों का सक्रिय सहयोग प्राप्त होगा।
नगर विकास विभाग के विशेष सचिव श्री एस0पी0 सिंह ने मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर सचिव श्रीमती अनिता मेश्राम, निदेशक सूडा, निदेशक स्थानीय निकाय, रीजनल रिसर्च सेंटर के श्री निथीश राय व अन्य अधिकारी मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 14 November 2013 by admin
प्रदेश के प्रमुख सचिव गन्ना एवं चीनी उधोग श्री राहुल भटनागर ने बताया कि उ0प्र0 राज्य चीनी निगम की जनपद मेरठ में सिथत मोहीउददीनपुर चीनी मिल जो विगत तीन वषोर्ं से बन्द पड़ी हुर्इं थी। वर्तमान पेरार्इ सत्र 2013-14 में गन्ने की पेरार्इ का कार्य करने के लिये तैयार है। पेरार्इ का शुभारम्भ प्रदेश के मुख्यमंत्री आगामी 24 नवम्बर को मोहीददीनपुर में करेंगे। इस चीनी मिल के पुन: चालू हो जाने से क्षेत्रीय किसानों को बहुत राहत मिलेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 14 November 2013 by admin
प्रदेश के प्रमुख सचिव आबकारी श्री जे0पी0 शर्मा ने कहा है कि आबकारी विभाग के अधिकारियों की कार्य के प्रति ढिलार्इ क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कर्इ जनपदों मेें नकली शराब के सेवन से जो घटनाएँ हुर्इं हैं वह दोबारा नहीं होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि आबकारी विभाग के अधिकारी जनपद की पुलिस का सहयोग लेकर नकली शराब के विरुद्ध संयुक्त रूप से अभियान चलायें।
श्री शर्मा आज यहाँ उ0प्र0 आवास विकास परिषद के सभागार में प्रदेश के आबकारी विभाग के जिला, मण्डल, जोनल एवं प्रदेश स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक करके आबकारी राजस्व वसूली तथा विभागीय कायोर्ं की समीक्षा कर रहे थे।
श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने जनपदों के लिए राजस्व वसूली का जो क्षम्य निर्धारित किया है, उसे शत-प्रतिशत पूरा किया जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि लक्ष्य के सापेक्ष 95 प्रतिशत से कम वसूली करने वाले जनपदों के आबकारी अधिकारियों को कारण बताओं नोटिस जारी किया जाये। उन्होंने कहा कि जो जनपद शत-प्रतिशत वसूली करेंगे वहां के अधिकारियों को प्रशसित पत्र दिया जायेगा। श्री शर्मा ने कहा कि कर्इ जनपदों में ओवर रेटिंग की शिकायतें आ रही हैं। जिन जनपदाें से इस तरह की शिकायतें आ रही हैं, उन पर रोक हेतु तत्काल कार्यवाही करें। बैठक में आबकारी आयुक्त श्री अनिल गर्ग सहित जनपद, मण्डल एवं जोनल स्तर के अधिकारियों ने भाग लिया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 13 November 2013 by admin
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री श्री राजेन्द्र चौधरी ने बताया है कि कुछ लोगों को खून लगाकर शहीद बनने का शौक होता है। प्रदेश में अचानक कुछ दलों को गन्ना किसानों की चिन्ता सताने लगी है। धरना-प्रदर्शन और आंदोलन के अखबारी बयान आने लगे हैं। वह भी तब जबकि मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने चीनी मिलों को इसी महीने पेरार्इ शुरू करने के निर्देश दे दिए हैं। उन्होने यह भी कहा है कि तय वक्त पर पेरार्इ शुरू न होने पर चीनी मिलों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। इस फैसले के बाद भी अगर कोर्इ दल आंदोलन या प्रदर्शन की बात करता है तो यह अवसरवादी राजनीति का भोंड़ा प्रदर्शन ही कहा जाएगा। ऐसा करनेवाले किसानों के हित चिन्तक नहीं बलिक उसके हितों से खिलवाड करने वाले हैं।
श्री मुलायम सिंह यादव की सरकार के कार्यकाल में ही उत्तर प्रदेश में रिकार्ड चीनी उत्पादन के साथ गन्ना उत्पादकों को सर्वाधिक मूल्य प्रदान करने वाला देश में यह पहला राज्य बना था। तभी राज्य में भी चीनी मिलों की स्थापना हुर्इ थी और गन्ना उत्पादन के लिए विभाग द्वारा 7 नर्इ गन्ना प्रजातियां विकसित की गर्इ थी। इसके विपरीत केन्द्र से कांग्रेस की किसान विरोधी नीतियों के चलते गन्ना किसानों की दशा बिगड़ती गर्इ है। सम्पूर्ण कृषि क्षेत्र ही सिकुड़ता गया है।
पिछली बसपा सरकार के समय तो किसानों की बड़ी दुर्दशा हुर्इ। न तो किसानों को उचित और लाभप्रद दाम मिले और नहीं चीनी मिलो से बकाया भुगतान हुआ। उस दौर में तो पशिचमी उत्तर प्रदेश में कर्इ जगह किसानों को अपना गन्ना खेत में ही जलाना पड़ गया था। तब समाजवादी पार्टी ने ही गन्ना किसानों के हितो की लड़ार्इ लड़ी थी। आज समाजवादी पार्टी सरकार ही किसानों के लिए सर्वाधिक योजनाएं अमल में ला रही है। मुख्यमंत्री जी ने गन्ना किसानों का 2500 करोड़ रूपए गन्ना मूल्य बकाया का भुगतान करने का भी निर्देश दिया है। जल्द ही लाभप्रद गन्ना मूल्य का निर्धारण भी होने वाला है।
समाजवादी पार्टी सरकार विकास के जिस एजेण्डा पर काम कर रही है उसमें विपक्षी रोड़ा अटकाने में लगे हंै। कांग्रेस और भाजपा को मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव की बढ़ती लोकप्रियता से परेशानी है तो बसपा अपनी सत्ता खोकर बौखलार्इ हुर्इ है। रालोद जैसे दल अपने असितत्व के लिए संघर्ष कर रहे है। उनकी कहीं कोर्इ जमीन नहीं बची है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 13 November 2013 by admin
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री श्री राजेन्द्र चौधरी ने बताया है कि पिछड़ों के न्यायिक अधिकारों के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए समाजवादी पार्टी की सामाजिक न्याय रथयात्रा और 17 पिछड़ी जातियों की रथयात्रा 24 अक्टूबर,2013 से प्रारम्भ हुर्इ जिनका प्रथम चरण 29 अक्टूबर,2013 को पूरा हुआ था। अगले चरण में 9 नवम्बर,2013 से प्रारम्भ दोनों रथयात्राओं का समापन आज 12 नवम्बर,2013 को हुआ।
17 पिछड़ी जातियों की अधिकार रथयात्रा आज मिर्जापुर से श्री गायत्री प्रसाद प्रजापति, (राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार) तथा डा0 राजपाल कश्यप (राज्यमंत्री स्तर) के नेतृत्व में प्रारम्भ हुर्इ और प्रमुख बाजारों से होते हुए राबर्टसगंज में सांयकाल पहुची। राबर्टसगंज की एक बड़ी जनसभा में श्री प्रजापति ने कहा कि पिछड़ों के हक छीनने की कोशिशें हो रही है। कांग्रेस, भाजपा और बसपा तीनों पिछड़ा वर्ग विरोधी दल हैं। श्री मुलायम सिंह यादव और समाजवादी सरकारों में ही पिछड़ों को मान-सम्मान मिला। बसपा ने उन्हें उससे वंचित किया। पुन: श्री अखिलेश यादव, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश ने पिछड़ी जातियों के पक्ष में केन्द्र पर दबाव बनाया है और इस सम्बन्ध में शासनादेश प्रक्रिया में हैं।
समाजवादी सामाजिक न्याय रथयात्रा आज पडरौना से प्रारम्भ हुर्इ और देवरिया में उसका समापन हुआ। रास्ते में कर्इ जगह स्वागत और सभाएं हुर्इ। पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष श्री नरेश उत्तम तथा पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष श्री राम आसरे विश्वकर्मा के नेतृत्व में सामाजिक न्याय रथयात्रा जिन क्षेत्रो से गुजरी वहां बड़ी संख्या में लोगों ने आकर अपनी एकजुटता प्रदर्शित की। श्री नरेश उत्तम ने कहा कि प्रदेश में पिछड़ी जातियों की जनसंख्या लगभग 60 प्रतिशत है जबकि उनको 27 प्रतिशत आरक्षण तक ही सीमित कर दिया गया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 13 November 2013 by admin
उत्तर प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक रंजन ने अलीगढ़ में आयोजित रबी गोष्ठी में किसानों को बताया कि राज्य सरकार ने कामधेनु योजना के अन्तर्गत 100 दुधारू पशुओं की डेयरी खोलने के वर्तमान 75 के लक्ष्य को बढ़ाकर उसकी संख्या 425 डेयरी की कर दी है। उन्होंने कहा कि किसानों में कामधेनु योजना की लोकप्रियता को देखते हुए मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कामधेनु डेयरी की लक्ष्य संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि अब 50 दुधारू जानवरों की क्षमता वाली डेयरियों पर भी अनुदान योजना जल्द ही शुरू कर दी जाएगी।
श्री आलोक रंजन आज अलीगढ़ में रबी गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे थे। इसमें प्रमुख सचिव कृषि श्री देबाशीष पाण्डा, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास श्री अरुण कुमार सिंघल, कृषि निदेशक श्री देव मित्र सिंह, निदेशक बीज प्रमाणीकरण संस्था श्री ए0के0विश्नोर्इ, मण्डलायुक्त अलीगढ़ श्री टी0वेंकटेश, मण्डलायुक्त कानपुर श्री महेश कुमार गुप्ता, मण्डलायुक्त आगरा श्री प्रदीप भटनागर और तीनों मण्डलों के प्रगतिशील किसान तथा कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपसिथत थे। श्री रंजन ने कहा कि अलीगढ़ मण्डल में 9 हजार एकड़ भूमि सुधार कार्यों को गति देने के लिए राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अन्तर्गत कार्य कराया जाएगा। उन्होंने ट्रैक्टर लोन के लिए अधिक भूमि बंधक बनाए जाने की समस्या पर कहा कि इस सम्बन्ध में केन्द्र सरकार से राज्य सरकार की बातचीत चल रही है और प्रयास चल रहा है कि टै्रक्टर पर अधिक भूमि बंधक न बनार्इ जाए।
कृषि उत्पादन आयुक्त ने मण्डलों के उधान अधिकारियों को निर्देश दिया कि उन सभी आलू बीज आपूर्तिकर्ताओं के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए, जो किसानों को खराब गुणवत्ता वाले आलू बीज बिक्री कर रहे हैं। उन्होंने किसानों की मांग के अनुसार फसल बीमा योजना को संशोधित करने का भी आश्वासन दिया है और कहा कि अब हर महीने जिलाधिकारी इस योजना के लाभार्थियों की समस्याओं के समाधान हेतु बैठक करेंगे। इस मौके पर उन्होंने किसानों से कुक्कुट पालन तथा मत्स्य पालन की सरकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की।
गोष्ठी में अनेक किसानों ने अपने नए प्रयोगों से हुए लाभों एवं कृषि समस्याओं पर प्रकाश डाला। अलीगढ़ के कृषक तेजवीर सिंह ने मूंगफली की खेती से जुड़े उपकरणों पर अनुदान दिए जाने तथा किसान अजब सिंह ने फसल बीमा की सुविधा के लिए न्याय पंचायत स्तर को इकार्इ बनाए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि अलीगढ़ कि अलीगढ़ में बन्द पड़ी कृषि कार्यशाला को पुन: शुरू किया जाए। अलीगढ़ के राधेश्याम शर्मा ने वर्मी कम्पोस्ट के फायदे गिनाए। एटा जनपद के किसान दूरबीन सिंह ने खारे पानी की समस्या को दूर करने के लिए किए गए अपने प्रयासों को साझा किया। कासगंज के कृषक मोरमुकुट भारद्वाज ने आत्मा योजना के लाभों को गिनाया। हाथरस के रामबाबू शर्मा ने उधान विभाग में भी विभिन्न योजना पर 90 प्रतिशत तक के अनुदान की मांग की। आगरा के किसान बंगाली बाबू ने कहा कि उधान विभाग की ओर से ट्रैक्टर पर 150000 रुपए का अनुदान किया जा रहा है, जबकि कृषि विभाग में मात्र 45000 रुपए का दिया जाता है। इस असमानता को दूर किया जाए। उन्होंने हर गांव में कृषि निवेश उपलब्ध कराने के लिए किसान कैन्टीन खोले जाने का सुझाव दिया। मथुरा के किसान मूर्ति सिंह ने समय से किसान दुर्घटना बीमा योजना का लाभ नहीं मिल पाने की समस्या रखी। मैनपुरी के नीरज कुमार ने मूंगफली की खेती के लिए सरकारी गोदामों पर पर्याप्त मात्रा में पोटाश उपलब्ध नहीं होने की समस्या रखी। कानपुर देहात के बाबूलाल निषाद ने खाद-बीज समय से पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराए जाने की मांग की। फरर्ूखाबाद के किसान अरविन्द सिंह ने कहा कि सघन मिनी डेयरी योजना का लाभ सभी किसानों को दिया जाना चाहिए। इटावा के किसान अमर सिंह यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भी अनुदान पर कम्बाइन उपलब्ध करार्इ जाए। औरया के मथुरा प्रसाद ने नील गायों की समस्या रखी।
गोष्ठी का समापन करते हुए कृषि उत्पादन आयुक्त ने रिकार्ड उत्पादकता के लिए तीनों मण्डलों को बधार्इ दी। मण्डलायुक्तों ने कृषि उत्पादन आयुक्त को अपने-अपने मण्डलों में रबी हेतु उत्पादन लक्ष्य की जानकारी करार्इ और खाद व बीज की उपलब्धता के बारे में विस्तार से बताया। मण्डलायुक्त अलीगढ़ ने मिटटी की गुणवत्ता में गिरावट पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि भूमि में 0.9 प्रतिशत जीवांश कार्बन का मानक है, जबकि मौजूदा समय में अलीगढ़ मण्डल में यह घटकर मात्र 0.1 से 0.3 प्रतिशत पर है। उन्होंने कहा कि इसे ठीक करने के लिए हरी खाद, वर्मी कम्पोस्ट और बायोफर्टिलाइजर के प्रयोग हेतु किसानों को तैयार कराने के लिए एक अभियान चलाने की आवश्यकता है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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