Posted on 20 May 2019 by admin
लखनऊ 20 मई 2019, भारतीय जनता पार्टी के राज्य मुख्यालय पर आज लोकसभा मतगणना प्रमुखों की कार्यशाला संपन्न हुई। प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल ने लोकसभा मतगणना प्रमुखों की कार्यशाला में उपस्थित कार्यकर्ताओं को मतगणना के सूत्र बताएं। कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए श्री बंसल ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले पं0 दीनदयाल उपाध्याय की जयंती 25 सितंबर 2018 से पार्टी के द्वारा तय किये गये रोड मैप के अनुसार पार्टी द्वारा चलाए जाने वाले अभियानों और कार्यक्रमों को कार्यकर्ताओं ने परिश्रम की पराकाष्ठा करके क्रियान्वित किया।
श्री बंसल ने कहा कि इस बार ई-पोस्टल बैलट में आर.ओ. कोड लगाकर निर्वाचन आयोग ने किसी भी प्रकार की होने वाली सम्भावित गड़बड़ी को समाप्त कर दिया है। ई.वी.एम. की खराबी के कारण दस-पाँच बूथ पर पुनर्मतदान को छोड़ दें तो किसी विवाद के कारण कहीं पुनर्मतदान नहीं हुआ, ये उत्तर प्रदेश की जनता के लिए सुखद अनुभव की बात है। किसी प्रकार की हिंसा, अनियमितता या गड़बड़ी से रहित चुनाव कराने के लिए भारत निर्वाचन आयोग को बधाई देता हूँ।
कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष व प्रदेश चुनाव प्रभारी जेपीएस राठौर ने कहा कोई भी मत पड़ने के बाद अमूल्य हो जाता है। मतदाता की अन्तर-आत्मा से निकली भावना की रक्षा करना, उसका सही रूप में प्रकटीकरण होना पूरे तन्त्र का परम दायित्व बनता है। श्री राठौर ने आगे कहा कि इस बार पोस्टल बैलट व ई.वी.एम. मतों की गिनती समानान्तर चलती रहेगी। ई-पोस्टल बैलट के आर.ओ. कोड की स्कैनिंग के आॅन-लाइन स्कैनर लगाकर की जायेगी। स्कैनिंग व पोस्टल बैलट की गिनती के लिए अतिरिक्त मतगणना अभिकर्ता बनाए जायेंगे। इस बार प्रत्येक विधानसभा के पाँच मतदान केन्द्रों की वीवीपैट पेपर स्लिप गिनी जायेगी।
प्रदेश महामंत्री गोविन्द नारायण शुक्ला ने कहा कि लोकसभा के सभी मतगणना अभिकर्ताओं का प्रशिक्षण व परिचय कार्यक्रम 21 या 22 मई को लोकसभा स्तर पर किया जायेगा।
कार्यशाला में प्रमुख रूप से श्री संजय राय, अरूण कान्त त्रिपाठी, प्रशान्त सिंह ’अटल’, अशोक द्विवेदी, कामेश्वर मिश्रा, नितिन माथुर, प्रखर मिश्रा आदि उपस्थित रहे, कार्यशाला का संचालन चुनाव आयोग सम्पर्क प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक अखिलेश अवस्थी ने किया।
Posted on 20 May 2019 by admin
लखनऊ 20 मई 2019, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा है कि भाजपा गठबंधन धर्म निभाने व अपने सहयोगियों का पूरा सम्मान एवं भागेदारी करने वाला दल है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रदेश में हमारे गठबंधन सहयोगी रहे श्रीमान ओमप्रकाश राजभर ने हर कदम पर गठबंधन धर्म की मर्यादा का न केवल उल्लंघन किया बल्कि उसे तार-तार भी किया। इसलिए पार्टी और सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ जी दोनों को ही सख्त निर्णय लेने पर विवश होना पड़ा है।
डॉ पांडेय ने कहा कि पिछड़ावर्ग कल्याण और दिव्यांग जनकल्याण मंत्री श्री ओम प्रकाश राजभर को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्णय स्वागत योग्य है। श्री राजभर ने गठबंधन में रहते हुए लगातार भाजपा व भाजपा सरकार के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिए। सरकार की नीतियों का विरोध किया और उसके अनुपालन में बाधा उत्पन्न कर अपने संवैधानिक दायित्वों की भी धज्जियां उड़ाईं। सरकार में उनकी पार्टी और कार्यकर्ताओं का समुचित समायोजन कर उन्हें पूरा सम्मान दिया गया। हमें उम्मीद थी की राजभर समाज ने जिस तरह से निरंतर भाजपा का सहयोग व समर्थन किया है, श्री राजभर उनके हित के लिए कार्य करेंगे लेकिन, उस समाज के हित के लिए लागू की गई गरीब व वंचित केंद्रित योजनाओं का भी वे विरोध करते रहे। जिस समाज ने इन्हें पहचान दी, उससे भी धोखा करते रहे। श्री राजभर ने सिर्फ अपने पारिवारिक व निजीहितों को ही प्राथमिकता दी। इसके बाद भी भाजपा ने गठबंधन धर्म का निर्वाह करते हुए उनसे नाता बनाए रखा।
भाजपा की इस मर्यादा और सहनशीलता को श्री राजभर हमारी कमजोरी समझ बैठे। उन्होंने भाजपा के खिलाफ लोकसभा चुनाव में न केवल अपने उम्मीदवार खड़े किए, बल्कि कुछ सीटों पर उन्होंने खुलकर विपक्ष का समर्थन भी किया। इसके बाद भी हमने संयम बनाए रखा। लेकिन, उन्होंने पार्टी व कार्यकर्ताओं के खिलाफ अमयार्दित भाषा व गाली- गलौच का प्रयोग कर सभी मर्यादाएं व हदें तोड़ दी। इसलिए अब भाजपा को कड़े फैसले लेने पर विवश होना पड़ा है। श्री पांडेय ने राजभर समाज का लोकसभा चुनाव में अपार समर्थन के लिए आभार जताया है और आश्वस्त किया है कि पार्टी उनकी भागीदारी को सशक्त बनाए रखेगी और उनके हितों का पूरा ख्याल रखा जाएगा।