लखनऊ 20 मई 2019, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा है कि भाजपा गठबंधन धर्म निभाने व अपने सहयोगियों का पूरा सम्मान एवं भागेदारी करने वाला दल है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रदेश में हमारे गठबंधन सहयोगी रहे श्रीमान ओमप्रकाश राजभर ने हर कदम पर गठबंधन धर्म की मर्यादा का न केवल उल्लंघन किया बल्कि उसे तार-तार भी किया। इसलिए पार्टी और सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ जी दोनों को ही सख्त निर्णय लेने पर विवश होना पड़ा है।
डॉ पांडेय ने कहा कि पिछड़ावर्ग कल्याण और दिव्यांग जनकल्याण मंत्री श्री ओम प्रकाश राजभर को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्णय स्वागत योग्य है। श्री राजभर ने गठबंधन में रहते हुए लगातार भाजपा व भाजपा सरकार के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिए। सरकार की नीतियों का विरोध किया और उसके अनुपालन में बाधा उत्पन्न कर अपने संवैधानिक दायित्वों की भी धज्जियां उड़ाईं। सरकार में उनकी पार्टी और कार्यकर्ताओं का समुचित समायोजन कर उन्हें पूरा सम्मान दिया गया। हमें उम्मीद थी की राजभर समाज ने जिस तरह से निरंतर भाजपा का सहयोग व समर्थन किया है, श्री राजभर उनके हित के लिए कार्य करेंगे लेकिन, उस समाज के हित के लिए लागू की गई गरीब व वंचित केंद्रित योजनाओं का भी वे विरोध करते रहे। जिस समाज ने इन्हें पहचान दी, उससे भी धोखा करते रहे। श्री राजभर ने सिर्फ अपने पारिवारिक व निजीहितों को ही प्राथमिकता दी। इसके बाद भी भाजपा ने गठबंधन धर्म का निर्वाह करते हुए उनसे नाता बनाए रखा।
भाजपा की इस मर्यादा और सहनशीलता को श्री राजभर हमारी कमजोरी समझ बैठे। उन्होंने भाजपा के खिलाफ लोकसभा चुनाव में न केवल अपने उम्मीदवार खड़े किए, बल्कि कुछ सीटों पर उन्होंने खुलकर विपक्ष का समर्थन भी किया। इसके बाद भी हमने संयम बनाए रखा। लेकिन, उन्होंने पार्टी व कार्यकर्ताओं के खिलाफ अमयार्दित भाषा व गाली- गलौच का प्रयोग कर सभी मर्यादाएं व हदें तोड़ दी। इसलिए अब भाजपा को कड़े फैसले लेने पर विवश होना पड़ा है। श्री पांडेय ने राजभर समाज का लोकसभा चुनाव में अपार समर्थन के लिए आभार जताया है और आश्वस्त किया है कि पार्टी उनकी भागीदारी को सशक्त बनाए रखेगी और उनके हितों का पूरा ख्याल रखा जाएगा।