Archive | March, 2016

अवमुक्त की गयी धनराशि के सापेक्ष खर्च न करने पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी शिवपाल सिंह यादव

Posted on 15 March 2016 by admin

उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण, सिंचाई, सहकारिता एवं राजस्व मंत्री  शिवपाल सिंह यादव ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जहां-जहां पैसा जिस काम के लिए दिया जा चुका है यदि उस काम पर पैसा नहीं खर्च किया जाता है तो सम्बन्धित अधिकारी के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने मुख्य अभियन्ता एवं अधिशासी अभियन्ताओं को निर्देश देते हुए कहा कि तत्काल बन्धों  एवं बैराजों पर जाकर निरीक्षण करके अवगत करायें। श्री यादव ने कहा कि जहां-जहां शिकायत मिलेगी वहां पर मैं खुद मौके पर जाकर निरीक्षण करूंगा। उन्हांेेंने कहा कि शाहजहांपुर का मै खुद निरीक्षण करूंगा। यहां की काफी शिकायत सुनने को मिल रही है।
श्री यादव आज सिंचाई विभाग के सभागार में अधिकारियों एवं अभियन्ताओं के साथ विभाग की प्रगति एवं अब तक अवमुक्त की गयी धनराशि के सापेक्ष किये गये खर्च की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बडी नदियों की गहराई एवं जल छमता को बढ़ाने के लिए सिल्ट की सफाई करें। श्री यादव ने कहा कि बड़े बैराजों की भी सिल्ट सफाई करके पानी  की सप्लाई सुनिश्चित की जाये। उन्होंने अभियन्ताओं को निर्देश देते हुए कहा कि सभी जिलों की नदियों, नहरों, माइनरों एवं रजबहों की सिल्ट सफाई हर-हाल मे हो जानी चाहिए इसमें लापरवाही करने  वाले के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि जहां पर आवश्यकता हो वहां पर विभाग अपना डेेªजर मशीन  भी खरीद लें ताकि सफाई में कम खर्च आये। श्री यादव ने कहा कि राप्ती, गंगा, यमुना, घाघरा आदि नदियों पर बने बन्धों के कटाव निरोधक कार्यों का प्रस्ताव बनाकर अविलम्ब भेज दें। श्री यादव ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि छोटे कामों की अपेक्षा बड़े कामों को प्राथमिकता से नयी तकनीकि से कराने पर बल दिया जाये।
सिंचााई मंत्री ने कहा कि जहां भी जे0ई0 और ए0ई0 की कमी है तथा सेवानिवृत हो रहे हैं उनकी कमी को दूर करने के लिए जब तक नयी भर्ती नहीं होती है तब तक के लिए या दो साल के लिए संविदा पर रखने का प्रस्ताव बनाकर अविलम्ब भेज दें। जिलाधिकारी द्वारा काम में व्यवधान डालने पर उन्होंने अभियन्ताओं को निर्देश दिये कि ऐसे सभी अधिकारियों को चिन्हित करके अवगत करा दें। उनसे बात करके समस्या का समाधान निकाला जायेगा।
बैठक में राज्य मंत्री श्री सुरेन्द्र सिंह पटेल, प्रमुख सचिव सिंचाई श्री दीपक सिंघल, सचिव श्री अनिल कुमार सागर, राहत आयुक्त श्री अनिल कुमार, प्रमुख अभियन्ता लोक निर्माण विभाग श्री ए0के0 गुप्ता तथा प्रमुख अभियन्ता सिंचाई श्री सी0के0 वर्मा एंव सभी जिला के मुख्य अभियन्ता, अधीक्षण अभियन्ता एवं अधिशासी अभियन्ता उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

‘‘शख्सियत एवार्ड’’ से सम्मानित हुयी अनीता सहगल । अभिनेता अनुपम श्याम ओझा ने सम्मानित किया।

Posted on 15 March 2016 by admin

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बेटी बचाओ अभियान के तहत दिल्ली के कान्स्टीट्यूशन क्लब आफ इन्डिया में ‘शख्सियत अवार्ड-2016’’ के चैथे भव्य समारोह में लखनऊ निवासी उ0प्र0 की बहुमुखी प्रतिभा की धनी, बहुप्रतिष्ठत एंकर, समाज सेविका, राष्ट्रपति डाॅ0 ए0पी0जे0अब्दुल कलाम द्वारा सम्माानित डाॅ0 अनीता सहगल वसुन्धरा को बालीवुड अभिनेता अनुपम श्याम ओझा द्वारा सम्मानित किया गया । इस अवसर पर अनुपम श्याम ओझा ने कहा कि अद्धितीय प्रतिभा रखने वाली अनीता सहगल की वाणी मे ं सरस्वती का वास है, यह जब बोलती हैं तो कार्यक्रम और भी खूबसूरत हो जाता है। इनके द्वारा बोली गयी शेरो-शायरी से कार्यक्रम में चार चांद लग जाते हैं।
अन्त में कार्यक्रम की संयोजिका सुश्री दीप्ति शर्मा ने कहा कि अनीता सहगल की जितनी भी तारीफ की जाये वह कम है। इनके द्वारा किये गये कार्यों को जब जूरी के सम्मुख रखा गया तो सबने यही कहा कि ऐसी बहुआयामी प्रतिभा कोे जरूर सम्माानित किया जाना चाहिये। अनीता सहगल कला व संस्कृित के क्षेत्र में एक जाना पहचाना नाम है। इस अवसर पर बालीवुड की प्रसिद्ध अभिनेत्री पदमिनी कोल्हापुरे, वरिष्ठ केसरी क्लब की अध्यक्षा किरण चैपड़ा, पीयूष शर्मा, दिल्ली इन्टेरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के राम किशोर पारचा, सुषमा पारचा, इन्टेरनेशनल फिल्म फेस्टिवल, प्रयाग के हसन हैदर, फिल्म प्रोड्यूसर/निर्देशक मंयक श्रीवास्तव, ब्रजेश श्रीवास्तव, प्रताप यादव,सनोज मिश्रा, मनु शर्मा,  आदि शहर की जानी मानी हस्तियां मौजूद थीं। शरबनी इन्टेरनेशनल द्धारा आयोजित कार्यक्रम में अभिनेत्री पदमिनी कोल्हापुरेे ने अनीता को देश की शख्सियत बताते हुए कहा कि आज उनको शख्सियत अवार्ड से उनकी शख्सियत को पूर्णतः प्रदान हुयी, जो शख्सियत अवार्ड के लिये गर्व की बात है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

मुख्यमंत्री ने जनपद सम्भल स्थित स्व0 के0पी0 यादव के आवास पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी

Posted on 15 March 2016 by admin

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज जनपद सम्भल स्थित स्व0 के0पी0 यादव के आवास पहुंचकर उनके चित्र पर माल्यार्पण किया और उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने परिजनों से भेंट कर स्व0 के0पी0 यादव की आकस्मिक मृत्यु पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए हर सम्भव सहायता का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री ने स्व0 यादव के माता-पिता से शोक-संवेदना प्रकट की तथा बच्चों से पढ़ाई के बारे में पूछा। उन्होंने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ परिवार को आर्थिक मदद दिए जाने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्यमंत्री श्री अभिषेक मिश्र, सांसद श्री धर्मेद्र यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन व प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

मुख्यमंत्री ने जनपद मुरादाबाद पहुंचकर दिवंगत विधायक श्री मोहम्मद इरफान को श्रद्धांजलि दी

Posted on 15 March 2016 by admin

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज जनपद मुरादाबाद पहुंचकर बिलारी विधानसभा क्षेत्र के दिवंगत विधायक श्री मोहम्मद इरफान को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी। वे स्व0 मोहम्मद इरफान के आवास गए और दिवंगत विधायक के परिजनों से भेंटकर उन्हें ढांढ़स बंधाया। उन्होंने कहा कि दुःख की इस घड़ी में सभी समाजवादी लोग उनके परिवार के साथ हैं।
मुख्यमंत्री ने स्व0 मोहम्मद इरफान के परिजनों से मुलाकात कर वहां कुछ समय रुकने के बाद मोहम्मद अली जौहर एम0आई0 इण्टर काॅलेज, बिलारी में उपस्थित शोकाकुल जनसमुदाय को सम्बोधित किया। श्री यादव ने कहा कि श्री मोहम्मद इरफान अत्यन्त लोकप्रिय, संवेदनशील एवं व्यवहार कुशल जनप्रतिनिधि थे। वे एक नेक दिल इन्सान होने के साथ-साथ अपने मृदु व्यवहार और शालीन भाषा से लोगों को जोड़े रहते थे। स्व0 इरफान सदैव क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता देते थे। श्री यादव ने कहा कि कुछ बातें विधाता के हाथों में होती हैं, जिन पर किसी का वश नहीं होता। शोक की इस घड़ी में सभी लोग दिवंगत विधायक के परिवार के साथ हंै। स्व0 मोहम्मद इरफान के तमाम अधूरे कामों को उत्तर प्रदेश सरकार पूरा करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री इरफान की कमी हमेशा महसूस की जाएगी।
इस अवसर पर जनसमुदाय ने स्व0 मोहम्मद इरफान की आत्मा की शान्ति के लिए दो मिनट का मौन धारण किया। इस मौके पर अनेक जनप्रतिनिधिगण, शासन व प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

स्वर्णिम भारत बनाने के मंजिल की ओर चलने का संकल्प

Posted on 15 March 2016 by admin

मानवता के उत्कर्ष के महान् मकसद से ‘मानवमित्र’ भूखे को भोजन, प्यासे को पानी, नंगे बदन को कपड़ा, अशिक्षित को शिक्षा, बीमार को दवाई, सम्यक अर्थव्यवस्था व त्वरित न्याय के जरिये मानव कल्याण हेतु सेवक होने का संकल्प है। 11 सितम्बर 1893 को शिकागो में हुई विश्व धर्म समिति में पारित प्रस्तावों को लखनऊ की ऐतिहासिक और क्रांतिकारी धरती पर विश्व के सभी धर्मों की प्रतिनिधियों द्वारा सर्वसम्मति से मानव कल्याण सेवा धर्म के तत्वावधान में लागू किये जाने हेतु विश्व धर्म संसद के आयोजन का संकल्प ‘प्रथम मानव मित्र’ के सम्मान के साथ लिया गया। मानवमित्र इस अभियान की धुरी है इन्सानियत की रक्षा के लिए भारी संख्या में ‘मानवमित्र’ बनकर जीवन की सार्थकता का आवाह्न किया गया।
राॅय उमानाथ बली प्रेक्षागृह के जयशंकर हाॅल में आयोजित मानवमित्र सम्मान समारोह में ईसाई धर्म के बिशप अंथोनी, गुरूद्वारा सदर के अध्यक्ष श्री हरपाल सिंह जग्गी, भारतीय बौद्ध महासभा के प्रदेशाध्यक्ष श्री जगजीवन प्रसाद, सनातन धर्म शंकराचार्य सरस्वती जी महाराज त्रिकाल भवन्ता की प्रतिनिधि श्रीमती प्रेमकला श्रीवास्तव आदि सभी धर्मों के अनुयायियों के साथ किसान मंच के अध्यक्ष श्री शेखर दीक्षित, प्रबुद्ध अम्बेडकर क्लब के अध्यक्ष श्री बी0डी0भारती महामंत्री श्री के0पी0 चैधरी, प्रसिद्ध समाज सेवी श्री पंचम लाल, राष्ट्रीय पत्रकार परिषद के अध्यक्ष श्री आर0के0गुप्ता, श्री नरेन्द्र सिंह मोगा, प्रख्यात सामाजिक चिंतक डा0 नरेश सिंह, श्री गिरीश अवस्थी प्रदेश अध्यक्ष भारतीय मानवाधिकार एसोसिएशन, वरिष्ठ रंगकर्मी श्रीमती मुन्नी देवी आदि ने सारगर्भित ढंग से अपने विचार व्यक्त किये मानव कल्याण सेवा धर्म के प्रवर्तक मो0इकबाल द्धारा विस्तार से राष्ट्र के निर्माण में मानवता के पथ पर चलकर स्वर्णिम भारत बनाने के मंजिल की ओर चलने का संकल्प लिया और राष्ट्रपति जी, प्रधानमंत्री जी, गृहमंत्री जी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, विदेश मंत्री जी को लखनऊ में विश्व धर्म संसद आयोजित किये जाने हेतु सांसद श्री कौशल किशोर जी के प्रयासों से अवगत कराया। समारोह में ‘प्रथम मानवमित्र’ का सम्मान भागीदारी आन्दोलन के राष्ट्रीय संयोजक श्री पी0सी0 कुरील को सभी उपस्थित धर्म गुरूओं ने प्रदान किया।
समारोह की अध्यक्षता पूर्व निर्दलीय विधायक निर्वेन्द कुमार ‘‘मुन्ना’’ तथा संचालन महामंत्री श्री एस0पी0 रावत द्वारा

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

फीचर अपनी परम्परागत शैलियों और परिभाषाओं की सीमा तोड़ कर नए-नए रूप बदल रहे है- सुरेन्द्र अग्निहोत्री

Posted on 15 March 2016 by admin

राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक के हिन्दी अधिकारी तथा गृह पत्रिका सृजना के संबाददाताओं की 15 वीं बैठक आज राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक मुख्यालय लखनऊ में सम्मन्न हुई। बैठक में देश भर से आये सृजना के संबाददाताओं को बरिष्ठ पत्रकार तथा दैनिक भास्कर के लखनऊ ब्यूरो प्रमुख सुरेन्द्र अग्निहोत्री ने फीचर की संभावना, फीचर लेखन में सावधानियां, गृह पत्रिका में फीचर का उपयोग बिषय पर अपना आलेख प्रस्तुत किया श्री अग्निहोत्री ने कहा कि प्रत्येक संपादक कि यह इच्छा होती है की उसका पत्र या पत्रिका अधिक से अधिक लोगों द्वारा पढी जाए। इसलिए आवश्यक है कि उसमें रुचिकर, ज्ञानवर्धक एवं विश्वसनीय सामग्री प्रकाशित की जाए। फीचर इसी उद्देश्य की पूर्ति में सहायक होते हैं। इसमें किसी भी सूचना अथवा समाचार को यथातथ्य रूप में नहीं रखा जाता। फीचर लेखक अपनी कल्पनाशक्ति और लेखन कौशल के बल पर समाचारों में निहित तथ्यों को कथात्मक रूप में प्रस्तुत करता है, जिससे पाठक पढने में अधिक रुचि दिखाता है। फीचर लेखन की तकनीक और तरीके बदलने के कारण गृह पत्रिका में फीचर का उपयोग अब तेजी के साथ हो रहा रहें हैं। वर्तमान में सृजना,सुंगन्ध,भारतीय रेल,यूनियन धारा,बिकास प्रभा आदि गृह पत्रिका में फीचर अपनी परम्परागत शैलियों और परिभाषाओं की सीमा तोड़ कर नए-नए रूप बदल रहे हैं।कार्यक्रम में मुख्य महाप्रबंधक वी. डी. बोहरा, सृजना की संपादिका नीना लंाम्बा,सहायक महाप्रबंधक रांची, पद्मनाभ पान्डेय, सहायक महाप्रबंधक अशोक सिंह चैहान,यशवंत गहलौत आदि ने भाग लिया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

री विष्णु सहाय मुजफ्फरनगर दंगा जाँच रिपोर्ट सिर्फ लीपापोती। सपा सरकार को ’’क्लीन चिट’’ दिये जाने से ख़ासकर मुस्लिम समाज व अन्य निर्दोष लोगों को यह सोचना होगा कि इस सपा सरकार में उनका जान-माल व मज़हब कितना सुरक्षित व न्याय पाना कितना ज़्यादा मुश्किल ही नहीं बल्कि एक प्रकार से असम्भव: बी.एस.पी. प्रमुख सुश्री मायावती जी।

Posted on 11 March 2016 by admin

बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, सांसद (राज्यसभा) व पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सुश्री मायावती जी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में कल पेश की गयी मुजफ्फरनगर जि़ले में सन् 2013 में हुये भीषण साम्प्रदायिक दंगों से सम्बन्धित विष्णु सहाय न्यायिक आयोग की रिपोर्ट को केवल ’’लीपापोती’’ करके राज्य सरकार को बचाने वाला बताते हुये कहा कि इससे यह साबित होता है कि केन्द्र में भाजपा व प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार में ग़रीबों, महिलाओं, किसानों, बेरोज़गारों आदि के साथ-साथ दलितों, अन्य पिछड़ों व धार्मिक अल्पसंख्कों में से ख़ासकर मुस्लिम समाज के लोगों को ‘‘जान-माल व मज़हब की सुरक्षा व न्याय‘‘ मिल पाना कितना ज़्यादा मुश्किल ही नहीं, बल्कि एक प्रकार से असम्भव सा हो गया है।
यह एक काफी कड़वा सच है और इसको मानकर ही इन वर्गों के लोगों को आगे सतर्क रहना होगा व साथ ही उसी के अनुसार अपने हित की रक्षा के लिये राजनीतिक क़दम भी उठाने होंगे।
सुश्री मायावती जी ने आज यहाँ जारी एक बयान में कहा कि मुजफ्फरनगर दंगों के दौरान लोगों के जान-माल की व्यापक हानि हुई क्योंकि प्रदेश की सपा सरकार की भाजपा से साफतौर पर मिलीभगत थी। दंगों में व्यापक जान-माल की हानि के साथ-साथ बड़े पैमाने पर घर-बार छोड़कर पलायन करने वाले लोगों के प्रति भी सपा सरकार का रवैया काफी असंवेदनशील व अमानवीय बना रहा था।
और जहाँ तक प्रथम दृष्टि में दोषी पाये गये भाजपा के लोगों आदि के खि़लाफ सख़्त क़ानूनी कार्रवाई करके पीडि़त लोगों को इन्साफ दिलाने की बात थी, तो इस मामले में भी सपा सरकार पूरी तरह से लचर व विफल साबित हुई है।
दंगाई, बलवाई, हत्यारे व दंगा भड़काने का षडयंत्र करने वाले लोग इस सपा सरकार के अत्याधिक लचर रवैये के कारण खुलेआम हीरो बने घूमते रहे। इस कारण अन्ततः आमजनता के दबाव में सपा सरकार को न्यायिक आयोग बनाने को मजबूर होना पड़ा था। परन्तु अब जस्टिस (रि.) विष्णु सहाय की जाँच रिपोर्ट ने इन्साफ पसन्द लोगों को वैसे ही मायूस किया है, जैसाकि इस दंगों के प्रति सपा सरकार के लचर व ग़लत रवैये ने देश व प्रदेशवासियों को मायूस किया था।
वास्तव में सर्वसमाज के लोगों के साथ-साथ ख़ासकर उत्तर प्रदेश के मुस्लिम समाज के लोगों के लिये अब यह सोचने व समझने का समय है कि इस सपा सरकार में उनके जान-माल व मज़हब की क़ीमत क्या रह गई है?
इस मुजफ्फरनगर दंगा जाँच आयोग की रिपोर्ट से इस आरोप को भी बल मिलता है कि वास्तव में न्यायिक जाँच आयोग का सही मकसद दोषियों को सज़ा व पीडि़तों को न्याय दिलाना नहीं होता है, बल्कि सरकारों को क्लीन चिट देना व मामले को रफा-दफा करना व लीपापोती करना होता है। पूर्व में यही काम कांग्रेस व भाजपा की सरकारें भी लगातार करती रही हैं। श्री विष्णु सहाय आयोग की रिपोर्ट भी इसी की एक कड़ी है।
मुजफ्फरनगर के भीषण दंगे व उस सम्बन्ध में सपा सरकार की घोर व गम्भीर आपराधिक लापरवाही के बारे में हालांकि माननीय उच्चतम न्यायालय ने अखिलेश यादव सरकार को काफी फटकार लगाते हुये कई सख़्त टिप्पणियाँ की थी, लेकिन विष्णु सहाय जाँच आयोग रिपोर्ट ने काफी निचले स्तर पर छोटे पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों पर दोष डालकर अपनी रिपोर्ट का खुद ही उपहास उड़ाया है क्योंकि ऐसी रिपोर्टें शायद कमिश्नर स्तर पर भी नहीं लिखी जाती है। इतने बड़े व सुनियोजित दंगे में राज्य सरकार को एक प्रकार से क्लीनचिट दे देना वास्तव में व्यवस्था पर से भरोसा उठाने वाला कदम है।
इस रिपोर्ट के बल पर विभिन्न अपराधबोधों से घिरी अखिलेश यादव सरकार भले ही अपने आप में काफी राहत महसूस कर रही हो, परन्तु इस भीषण दंगे की काली छाया व इसमें प्रदेश सपा सरकार की षडयंत्रकारी नीति से दंगा पीडि़त परिवार ही नहीं बल्कि आमजनता के दिल-दिमाग पर भी अंकित हैं और वह उन्हें विचलित करती रहती है। इसका दुष्परिणाम तो अखिलेश यादव सरकार को अवश्य ही झेलना पड़ेगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

7 मार्च, 2016 को राजभवन में आयोजित पत्रकार परिषद हेतु माननीय राज्यपाल श्री राम नाईक का उद्बोधन

Posted on 11 March 2016 by admin

राजभवन में आयोजित इस पत्रकार वार्ता में आप सबका स्वागत है। आज भोलेनाथ भगवान शिव शंकर का पर्व महाशिवरात्रि है। आप सभी को महाशिवरात्रि की हार्दिक बधाई। काफी समय के अंतराल पर एक साथ आपसे बात करने का अवसर मिला है। जैसा कि आप जानते हैं कि समय-समय पर स्वयं द्वारा किये गये कार्यों की जानकारी से आपको अवगत कराता रहा हूँ, इसी क्रम में आज आपसे कुलाधिपति की हैसियत से विश्वविद्यालयों पर बात करूंगा।
उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए मैं प्रयासरत हूँ। विश्वविद्यालयों के शैक्षिक कलेण्डर में दीक्षान्त समारोह का महत्वपूर्ण स्थान होता है। राज्य के 25 विश्वविद्यालयों में से 20 के दीक्षान्त समारोह सम्पन्न हो चुके हैं। चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कानपुर का दीक्षान्त समारोह 18 मार्च को होना है तथा डाॅ0 शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय लखनऊ का दीक्षान्त समारोह शीघ्र ही प्रस्तावित है। 03 विश्वविद्यालय नवगठित होने के कारण जिनमें दीक्षान्त समारोह अभी अपेक्षित नहीं है, वे हैं ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती उर्दू, अरबी-फारसी विश्वविद्यालय लखनऊ, मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर एवं सिद्धार्थ विश्वविद्यालय, कपिलवस्तु, सिद्धार्थ नगर।
इसके अतिरिक्त इस वर्ष दीक्षान्त समारोह में भारतीय वेशभूषा धारण करना एक अच्छी और सराहनीय पहल रही। ब्रिटिश काल से दीक्षान्त समारोह की निर्धारित वेशभूषा (गाउन और हैट) दासता सूचक होने के कारण कुलपति सम्मेलन में इसे आंचलिक परिवेश के अनुरुप निर्धारित करने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हुआ था। मुझे प्रसन्नता है कि सम्पन्न हुए दीक्षान्त समारोहों में सभी विश्वविद्यालयों ने भारतीय एवं आंचलिक पृष्ठभूमि को ध्यान में रखते हुए नई वेशभूषा निर्धारित कर धारण की।
वर्तमान समय विश्वविद्यालयों में परीक्षा का समय है। मेरे द्वारा सभी राज्य विश्वविद्यालयों को 26 फरवरी को पत्र भेजकर सुचितापूर्ण ढंग से नकल विहीन परीक्षा कराने, परीक्षाओं के परिणाम ससमय घोषित करने के निर्देश दिये गये हैं। मैं यह सुनिश्चित करने का प्रयास भी कर रहा हूँ कि आदेशों का पालन हों।
कल 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है। मैं अपनी ओर से सभी को महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित करता हूँ तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ। यह सर्वविदित है कि गत वर्षों में महिलाओं ने सभी क्षेत्रों यथा शिक्षा, शोध, खेल, प्रशासनिक, पर्वतारोहण आदि में अपना परचम फहराया है। इसका मूल उद्देश्य समाज में बढ़ती जागरूकता और बेटियों का भी बेटों की तरह ही पालन पोषण करना एवं उन्हें उच्च शिक्षा प्रदान कराना है।
सम्पन्न हुए दीक्षान्त समारोहों में पदकों हेतु चयनित उत्कृष्ट छात्र/छात्राओं के आकड़ों से जो तथ्य उभर कर आये है उनमें छात्रों की तुलना में छात्राओं का प्रदर्शन अत्यन्त सराहनीय है, जिसे मुझे आपके साथ साझा करने में अत्यन्त हर्ष हो रहा है। महिला सशक्तिकरण का यह सुखद अनुभव है।
1ण्    कुल 6,35,930 विद्यार्थियों को दीक्षान्त समारोह में उपाधियाँ वितरित की गई, जिनमें लगभग 40 प्रतिशत छात्राएं रही, किन्तु इन समारोहों में कुल वितरित पदकों में से छात्राओं की संख्या कम होने के बावजूद भी उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु कुल वितरित 1,196 पदकों में से 67 प्रतिशत (806) पदक छात्राओं के पक्ष में गये। राज्य के विभिन्न क्षेत्र में स्थापित विश्वविद्यालयों में प्राप्त पदकों में सर्वाधिक 79 प्रतिशत (49) पदक छात्राओं द्वारा प्राविधिक शिक्षा क्षेत्र में प्राप्त किये। कृषि शिक्षा में छात्राओं का रूझान कम होने के कारण मात्र 34 प्रतिशत (21) पदक ही छात्राओं के पक्ष में गये।
2ण्    विश्वविद्यालयों द्वारा कुल 191 छात्र/छात्राओं को ‘चान्सलर मेडल‘ प्रदान करने हेतु चयनित किया गया, जिनमें से 62 प्रतिशत (118) पदक पर छात्राओं द्वारा कब्जा किया गया।
3ण्    कुल 964 छात्र/छात्राओं को ‘स्वर्ण पदकों‘ से सम्मानित किया गया, उनमें 63 प्रतिशत (609) स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाली छात्राएं हैं। विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित विश्वविद्यालयों में प्रदत्त स्वर्ण पदकों के अवलोकन से स्पष्ट होता है कि प्राविधिक शिक्षा मंे 71 प्रतिशत पदक छात्राओं ने प्राप्त किये, वहीं सामान्य विश्वविद्यालय, चिकित्सा शिक्षा एवं राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में भी छात्राओं द्वारा क्रमशः 65, 65 एवं 63 प्रतिशत पदक प्राप्त किए गए।
4ण्    ‘रजत पदक‘ प्राप्त करने वाले कुल 142 छात्र/छात्राओं में से 66 प्रतिशत (94) पदक छात्राओं ने प्राप्त किये। प्राविधिक शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा एवं सामान्य विश्वविद्यालयों द्वारा वितरित किये गये रजत पदकों में से छात्राओं द्वारा क्रमशः 81, 70 एवं 72 प्रतिशत पदक हासिल किये गये।
5ण्    ‘कांस्य पदक‘ हेतु चयनित कुल 134 छात्र/छात्राओं में से 73 प्रतिशत (98) पदक छात्राओं ने प्राप्त किये। प्रदत्त कांस्य पदकों की संख्या के अवलोकन से स्पष्ट होता है कि लगभग तीन चैथाई पदक छात्राओं द्वारा प्राप्त किए गए। चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में छात्राओं द्वारा 89 प्रतिशत पदक प्राप्त किये गये।
6ण्    ‘अन्य श्रेणी‘ पदक (जो किसी व्यक्ति विशेष के नाम से दिये जाते हैं) के अन्तर्गत विश्वविद्यालय स्तर पर कुल 255 पदक भी वितरित किये गये। इस श्रेणी से 76 प्रतिशत (193) पदक छात्राओं द्वारा प्राप्त किये गये, जो लगभग तीन चैथाई से अधिक है।
7ण्    कुल 69 दिव्यांग छात्र/छात्राओं को भी विभिन्न पदकों से सम्मानित किया गया जिनमें से 33 प्रतिशत (23) पदक प्राप्त करने वाली छात्राएं रही।
आॅकड़ों के विश्लेषण से यह भी स्पष्ट होता है कि जिन संकायों में छात्राओं का अध्ययन में रूझान कम देखा गया, वहाॅं भी छात्राओं के प्रदर्शन में वृद्धि हो रही है।
उच्च शिक्षा क्षेत्र में कुल प्रवेश अनुपात (ळतवेे म्दतवसउमदज त्ंजपव) प्रगतिशील देशों यथा अमेरिका, इग्लैण्ड में जहाँ 89 प्रतिशत एवं 59 प्रतिशत है वहीं भारत में यह मात्र 17.90 प्रतिशत है। देश में छात्राओं की उच्च शिक्षा में प्रवेश की दर और भी कम है जो मात्र 12.70 प्रतिशत है। ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च शिक्षण संस्थाओं के अभाव में स्थिति और भी दयनीय है। अतः छात्राओं की शिक्षा के विकास हेतु यथा सम्भव सभी स्तर पर प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है।
वर्तमान समाजिक परिवेश में किन्ही कारणों से दिव्यांग छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने हेतु प्रोत्साहित नहीं किया जाता है। अतः परिवार एवं समाज का दायित्व है कि दिव्यांग छात्राओं को भी समाज की मुख्य धारा से जोड़ने हेतु प्रोत्साहित किया जाय।
उच्च शिक्षा के संस्थानों में उन्मुक्त प्रतिस्पर्धी वातावरण में बेटियाँ उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में सक्षम हुई है। उच्च शिक्षा महिला सशक्तिकरण का प्रतिबिम्ब है और यदि बेटियों को उच्च शिक्षा प्रदान करने हेतु सुअवसर प्रदान किया जाय तो वह आने वाले समय में देश के विकास को नई दिशा प्रदान करने में महत्वपूर्ण योगदान कर सकेंगी। राजनैतिक क्षेत्र में आरक्षण प्रदान कर नीति निर्धारण एवं समाज के विकास में उनकी सहभागिता सुनिश्चित किया जाना देश के चहुँमुखी विकास हेतु समय की मांग है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

भारतीय जनता पार्टी ने कहा मुजफ्फरनगर दंगों के लिए सपा सरकार और उसकी नीतियां ही जिम्मेदार है।

Posted on 11 March 2016 by admin

भारतीय जनता पार्टी ने कहा मुजफ्फरनगर दंगों के लिए सपा सरकार और उसकी नीतियां ही जिम्मेदार है। प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि सरकार की साम्प्रदायिक नीतियों के चलते जनधन की व्यापक हानि हुई है। भाजपा की मांग है कि इस पूरे दुर्भाग्यपूर्ण मामले की नए सिरे से गहन जांच जरूरी है। यह जांच सी0बी0आई0 करे तो दंगों के असली कारण व असली अभियुक्त कानून की गिरफ्त में होंगे। श्री पाठक ने सपा सरकार और भाजपा की मिली भगत का का संदेश देने में जुटी बसपा प्रमुख को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बसपा प्रमुख ये क्यों नहीं खुलाशा करती कि जब यह सब हो रहा था तो तत्कालीन केन्द्र की यूपीए सरकार को सपा के साथ गलबंहिया डाले बसपा समर्थन दे रही थी।
सोमवार को पार्टी मुख्यालय पर विष्णु सहाय आयोग को लेकर बसपा प्रमुख द्वारा भाजपा पर राजनैतिक आरोप लगाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि आयोग की रिपोर्ट से केन्द्र में भाजपा की सरकार की गरीब, महिला, किसान, बेरोजगार के साथ किये जा रहे न्याय और अन्याय का प्रश्न कहा से आ गया। अब विष्णु सहाय आयेाग पर आयी रिपोर्ट पर सियासी बयानबाजी में जुटी बसपा प्रमुख केन्द्र की तत्कालीन यूपीए सरकार के समर्थन के मुद्दे पर सपा के साथ खड़ी थी, आज भी बयानबाजी में वे मुस्लिम समाज व अन्य निर्दोषों को सोचने और समझने की बात तो करती है पर इसकी सच्चाई बाहर आए इस पर मौन है। आखिर विष्णु सहाय आयोग रिपोर्ट के बावजूद जो सच सामने नहीं आया है उस पर बसपा प्रमुख का क्या दृष्टिकोण है ?
उन्होंने कहा कि भाजपा का निश्चित मानना है कि मुजफ्फरनगर दंगो पर विष्णु सहाय आयोग की रिपोर्ट दंगों के कारण व तत्सम्बन्धी तथ्यों का खुलासा नहीं करती। आयोग को सौंपे गए मुख्य चार बिन्दुओं (ज्मतउे व ितममितमदबम) में प्रथम बिन्दु “तथ्यों को सुनिश्चित करना और घटनाओं के कारणों का पता लगाना” था। आयोग ने इस प्रमुख बिन्दु “तथ्य और कारण” पर भी लीपापोती की है। भाजपा की सुनिश्चित राय है कि दंगो की दोषी सपा सरकार है। सरकार और स्थानीय प्रशासन तंत्र से लगातार बाते हुई हैं। वरिष्ठ मंत्रियों व राजधानी में बैठे नौकरशाहों ने स्थानीय प्रशासन तंत्र को पंगु बनाया। आयोग ने उस समय के ‘काल डिटेल’ को जांचना जरूरी नहीं समझा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

राज्यपाल ने पत्नी सहित ‘सोनचम्पा‘ के फूल का अवलोकन किया

Posted on 11 March 2016 by admin

राज्यपाल श्री राम नाईक ने आज अपनी पत्नी श्रीमती कुंदा नाईक सहित राजभवन में खिले सोनचम्पा के पहले फूल को देखा। राज्यपाल ने गत 26 फरवरी को राजभवन के प्रांगण में महाराष्ट्र से आये ‘सोनचम्पा‘ के पौधों को रोपित किया था। सोनचम्पा अपने सुनहरे रंग के पुष्प एवं सुगंध की लिए विख्यात है। सोनचम्पा का पुष्प गणपति को बहुत प्रिय है ऐसी मान्यता है। महाराष्ट्र सहित अन्य प्रदेशों में भी इसकी व्यवसायिक खेती की जा रही है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

Advertise Here

Advertise Here

 

March 2016
M T W T F S S
« Feb   Apr »
 123456
78910111213
14151617181920
21222324252627
28293031  
-->









 Type in