Posted on 08 April 2014 by admin
सूचना प्रौद्योगिकी रोजमर्रा के कार्यों में समावेशित होकर हमें लाभान्वित करती आई है। इस प्रौद्योगिकी का प्रभाव वर्तमान में भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ में भी देखा गया। जिसने नेट-2014 की परीक्षा पहली बार आॅनलाइन करा के बुलन्दियों को छू लिया है। कृषि वैज्ञानिक चयन आयोग, नई दिल्ली समय-समय पर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, कृषि मंत्रालय, नई दिल्ली के लिए विभिन्न परीक्षायें कराता रहता है। यह परीक्षायें भारत के विभिन्न राज्यों में 30 से अधिक केन्द्रों में होती है और जिसके लिए धन, श्रम और समय की अत्यधिक आवश्यकता होती है। विगत वर्षों में आयोग ने इन संसाधनों को कम करने के लिए एन.ए.आई.पी. की मदद से 23 केन्द्रों में आॅनलाइन परीक्षा भवनों का निर्माण कराया और इन्हें आॅनलाइन परीक्षा के लिए जरूरी संसाधनों से लैस किया। भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ को भी इस कार्य के लिए चुना गया और 100 सीट का एक केन्द्र इस परिसर में विकसित किया गया।
डा. एस. अयप्पन, महानिदेशक, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् और सचिव डेयर ने नई दिल्ली से आॅनलाइन तरीके से इन केन्द्रों का 25 मार्च को उद्घाटन कर भविष्य में आॅनलाइन तरीके से परीक्षा कराने के लिए ए.एस.आर.बी. को समर्पित कर दिया। इन परीक्षा केन्द्रांे का शुभारम्भ नेट-2014 की पहली आॅनलाइन परीक्षा से किया गया जो विगत 26 मार्च से 4 अप्रैल, 2014 तक संम्पन्न हुआ। डा. पी.के. बाजपेयी, प्रधान वैज्ञानिक और डा. एस.एस. हसन, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं आनलाइन परिक्षा के नोडल आॅफिसर ने बताया कि कुल 1585 पात्र इस परीक्षा केन्द्र में 55 विषयों में परीक्षा देने के लिए आमंत्रित किए गए। जिनमें से 1211 पात्रों ने इस केन्द्र में प्रत्येक दिन 2 पालियों में परीक्षा दी। डा. हसन ने यह भी बताया कि लखनऊ केन्द्र में नई दिल्ली के उपरान्त सबसे अधिक पात्रों ने परीक्षा दी जो संस्थान के लिए गर्व का विषय है। डा. एस. सोलोमन, निदेशक, भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान ने वैज्ञानिकों तथा नोडल आॅफिसर को इस केन्द्र की स्थापना के लिए बधाई दिया और यह भी आश्वस्त किया कि भविष्य में भी इस केन्द्र में आने वाले परिक्षार्थियों को हर सुविधा प्रदान करने के लिए उचित बदलाव करते रहेंगे तथा आवश्यक निवेश एवं संसाधन उपलब्ध कराए जायेंगे। संस्थान के मीडिया प्रभारी डा0 ए0 के0 साह, वरिष्ठ वैज्ञानिक ने इस आॅलाइन परीक्षा केन्द्र को सूचना प्रौद्यौगिकी क्रांति की दिशा में एक अतुलनीय तथा नवोन्मेषी कदम बताया। यह कदम मानव संसाधन तथा लागत में बचत के लिए आवश्यक पहल है साथ ही परीक्षा में नकल जैसी गड़बड़ी से भी छुटकारा दिलाएगा। इस प्रकार के परीक्षा आयोजन से परीक्षार्थियों का मूल्यांकन भी त्वरित तथा भेद-भाव रहित हो पायेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 08 April 2014 by admin
सरकार मच्छरों से होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए कमर कस के तैयार है लेकिन जब तक आम जनता अपने घरों के आस.पास मच्छरों को पनपने से नहीं रोकेगी तब तक इन बीमारियों पर पूरा नियंत्रण मुमकिन नहीं होगा। आज विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक डॉण् एण्एस राठौर ने कहा कि विभाग मच्छरों से होने वाली बीमारियों जैसे डेंगूए मलेरियाए चिकनगुनियाए फाइलेरिया औऱ दिमागी बुखार से लड़ने के लिए पूरी तैयारी के साथ मुस्तैद है। लेकिन मच्छरों के पनपने वाली जगहों को खत्म करना जरूरी है औऱ इसके लिए आम जनता की भागीदारी बेहद आवश्यक है। उत्तर प्रदेश में वेक्टर जनित बीमारियों की हालत और उनकी रोकथाम के लिए किये जा रहे उपायों की जानकारी देते हुए श्री राठौर ने बताया कि पूरे प्रदेश में चिकनगुनिया का सिर्फ एक मामला पिछले साल सामने आया थाए वहीं कालाजार के सिर्फ 11 मामले सामने आये थे और वो भी बिहार से जुड़े सीमावर्ती इलाकों में। फाइलेरिया के लिए भी विभाग लगातार दवाएं खिलाने का अभियान छेड़े हुए है और प्रदेश के पचास जिलों में से सिर्फ पांच जिलों में ही अब ये रोग रह गया है। अगले साल तक योजना इस रोग के प्रतिशत को एक से भी कम तक लाने की है। इसके लिए विभाग लगातार इन जिलों में रात्रिकाली कैंप लगा रहा है ताकि खून के नमूने लिये जा सकें।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में महामारी की तरह फैलने वाली दिमागी बुखार की बीमारी के लिए भी पूरी तैयारी कर दी गई है। पिछले साल इस बीमारी के 3096 मामले सामने आये थे जिसमें से 609 मौतें हुई थीं। लेकिन इस बार तराई के इलाकों के सभी मेडिकल कॉलेजों में इसकी जांच किट औऱ दवाएं पहले से ही पहुंचाई जा चुकी हैं। विभाग को आशंका है कि हर तीन से चार साल बाद भयंकर रूप लेने वाली ये बीमारी इस साल ज्यादा फैल सकती है। इसी तरह डेंगू और मलेरिया से रोकथाम के लिए भी दवाएं और जरूरी उपकरण तैयार कर लिए गए हैं। इसके लिए हर जिले के अस्पताल में डेगूं वार्ड बनाने के लिए 50 हजार रुपये का अनुदान भी दिया गया है। यही नहीं मलेरिया के इलाज में भी 2010 के बाद से नई तकनीक रेडिकल ट्रीटमेंट का सहारा लिया जा रहा है। डेंगू की पहचान के लिए भी प्रदेश में 25 लैब तैयार रखी गई हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 08 April 2014 by admin
उपराष्ट्रपपति मोहम्म्द हामिद अंसारी ने राम नवमी के पावन अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं।
अपने संदेश में उन्होंिने कहा है कि भगवान राम के जन्मम उत्ससव पर हमें यह याद रखना चाहिए कि हम उनके न्यामयए करूणा और सत्यमनिष्ठार के आदर्शों पर चलें तथा एक न्याहयपूर्ण और सामंजस्ययपूर्ण समाज का निर्माण करें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 08 April 2014 by admin
भारत के राष्ट्रपतिए श्री प्रणब मुखर्जी ने रामनवमी के अवसर पर अपने संदेश में कहा हैरू.
ष्रामनवमी के पावन अवसर परए मैं अपने सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम निस्वार्थ सेवाए उच्चतम मनोबल तथा नैतिकतापूर्ण सिद्धांतों के मूर्त रूप हैं। यह त्योहार हमें अपने जीवन को श्री राम के जीवन और उनके कार्यों के अनुरूप ढालने की प्रेरणा दे। आइएए हम सदाचार के उनके महान संदेश के प्रसार का प्रयास करें तथा एक महान राष्ट्र के निर्माण के लिए स्वयं को पुनरू समर्पित करें।ष्
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 08 April 2014 by admin
प्रधानमंत्री डॉण् मनमोहन सिंह ने अफगानिस्ता न में राष्ट्रभपति चुनावों के पहले दौर के सफल संचालन पर राष्ट्र पति श्री हामिद करजई को आज फोन करके उन्हें बधाई दी है। राष्ट्रपपति श्री करजई के व्य क्ति गत नेतृत्व और अफगानिस्ताजन की जनता की हिम्मातए संकल्पक और दृढ़ता के प्रति सम्मावन व्यगक्तस करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इनके बल पर आतंकवाद और हिंसा पराजित हुई है और जनता ने अपने देश के लोकतांत्रिक और समृद्ध भविष्यै के लिए मतदान किया है। राष्ट्रयपति श्री करजई ने प्रधानमंत्री के प्रति कृतज्ञता व्यषक्तय करते हुए कहा कि अफगानिस्तान भारत की ओर से निरंतर सहायता और समर्थन के लिए उसका आभारी है। उन्होंहने कहा कि अफगानिस्तायन की जनता एक सच्चेए मित्र के रूप में भारत का आदर करता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अफगानिस्तािन के साथ निरंतर खड़ा रहेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 08 April 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने रामनवमी के पर्व पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एव शुभकामनाएं दी हैं।
आज यहां जारी एक सन्देश में मुख्यमंत्री ने कहा कि मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम ने अपने जीवन में समस्त मर्यादाओं का पालन करते हुए कर्तव्य परायणता और त्याग का जो संदेश दिया, वह वर्तमान परिवेश में भी प्रासंगिक है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 08 April 2014 by admin
बाराबंकी क्षेत्र से बीजेपी की लोकसभा प्रत्याशी प्रियंका सिंह रावत ने सोमवार सुबह 11 बजे नामांकन किया इस मौके पर उनके साथ भारतीय जनता पार्टी के जि़ला अध्यक्ष शरद अवस्थी, लोकसभा पालक केदार बक्श सिंह, पूर्व जिला अध्यक्ष संतोष सिंह, रमेश सिंह मौजूद रहे। भारी संख्या में कार्यकर्ता प्रियंका सिंह रावत के समर्थन में पहुंचे। सुबह 9 बजे प्रियंका सिंह रावत का काफिला उनके कार्यालय से निकल कर डीएम कार्यालय तक गया जिसमे भारी संख्या में कार्यकर्ता पैदल चलकर नरेन्द्र मोदी, राजनाथ सिंह और प्रियंका रावत के नारे लगाते हुए डीएम कार्यालय पहुंचे। जहाॅं बेरिकेटिंग पर सभी कार्यकर्ता रुके और प्रियंका सिंह रावत और उनके साथ 4 प्रस्तावक अन्दर गये, प्रियंका सिंह रावत ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। पर्चा भरने के बाद प्रियंका सिंह रावत मीडिया से मुखातिब हुई उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए महत्त्वपूर्ण कदम उठाने की बात की और जनता की हर समस्या के निदान की बात की। नामांकन करने के बाद प्रियंका सिंह रावत ने जन सभा को संबोधित करते हुए कहा की वो इस देश की बेटी है और वो बाराबंकी के चैमुखी विकास के लिए जो भी संभव होगा वो सब कदम उठाएँगी। जन सभा में लगभग हज़ार से ज्यादा जनता मौजूद थी जिसने एक सुर में प्रियंका सिंह रावत को सांसद और नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने का संकल्प लिया.
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 08 April 2014 by admin
रीयल एस्टेट, इलेक्ट्रोनिक और प्रिन्ट मीडिया के क्षेत्र में क्रान्तिकारी बदलाव लाने के बाद श्री ग्रुप ने अपनी एक मैगज़ीन ‘‘श्री वल्र्ड’’ के लाॅन्च की घोशणा की है। मौजूदा एवं सामाजिक मामलों पर आधारित इस मासिक मैगज़ीन का प्रकाषन हिन्दी में किया जाएगा।
श्री राजेन्द्र प्रसाद सिंह, जो 2011 से श्री मीडिया वेन्चर्स का नेतृत्व कर रहें हैं, इस मैगज़ीन के सम्पादक होंगे। उन्हें समाचारों को समझने तथा तटस्थता एवं निश्पक्षता को बनाए रखने के लिए जाना जाता है। उनके पास पत्रकारिता में 27 सालों का समृद्ध अनुभव है। इस अवधि के दौरान वे दष के कई अग्रणी प्रकाषनों जैसे दैनिक भास्कर, स्वतन्त्र भारत, हिन्दुस्तान, जनसत्ता एक्सप्रैस, आज, राश्ट्रीय सहारा आदि से जुड़े रहें हैं।
षुरूआत में मैगज़ीन को उत्तर प्रदेष, दिल्ली, बिहार, मध्य प्रदेष और राजस्थान में वितरित किया जाएगा और अगले दो सालों में अन्य राज्यों में भी इसके विस्तार की योजना बनाई गई है।
श्री वल्र्ड सामाजिक, राजनैतिक, आर्थिक, खेल, युवा, महिलाओं, स्वास्थ्य, साहित्य, अन्तरराश्ट्रीय मामलों, रोजगार, मनोरंजन, भोजन, जीवनषैली, धर्म और त्योहारों सहित सभी क्षेत्रों को कवर करेगी।
इस लाॅन्च के अवसर पर श्री ग्रुप के चेयरमैन एवं प्रबन्ध निदेषक श्री मनोज द्विवेदी ने बताया, ‘‘हम एक ऐसे समय में जी रहें हैं जहां जनतन्त्र पर लोगों का भरोसा खत्म होता जा रहा है। इन परिस्थितियों में मीडिया की जि़म्मेदारी बनती है कि हमारे देष के लोगों को अन्धकार से बाहर निकाले। श्री न्यूज़ चैनल, दैनिक अखबार- श्री टाइम्स और उर्दू डेली आवामी नज़र के माध्यम से हमने इस दिषा में अपना कुछ योगदान देने का प्रयास किया है। अब ‘‘श्री वल्र्ड’’ हमारे इसी मिषन को आगे बढ़ाएगी।
श्री इंफ्राटेक के बारे में
भारी मात्रा में भूमि अधिग्रहण और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के क्षेत्र में श्री इंफ्राटेक एक प्रख्यात नाम है। व्यापार एवं सोषल फ्रंट पर उच्चतम गुणवता मानदंड को बनाए रखने वाली यह कंपनी आईएसओ: 9001ः2000 प्रमाणित है। रियल्टी सेक्टर में एक ट्रेंड सेटर कंपनी श्री इंफ्राटेक अपने विषिश्ट ग्राहकों को एलाईड रियल इस्टेट सर्विस भी प्रदान करती है। इन सेवाओं में कानूनी परामर्ष, टाउनषिप प्लैनिंग, मार्केटिंग एवं सेल्स सपोर्ट और सड़क, सीवर और वाटर लाईन जैसे भूमि विकास कार्य षामिल हैं।
बेहतर भविश्य बनाने के लिए श्री इंफ्राटेक की फिलाॅसफी के केंद्र में विष्वास, साहस और दूरदर्षिता षामिल है। भारत में कंपनी के पास रियल इस्टेट परियोजनाओं के लिए वृहत योजनाएं हैं। कंपनी विभिन्न परियोजनाओं में अगले पांच सालों में 5000 करोड़ रुपए निवेष करेगी। इस प्रयास के तहत ही कंपनी इंटीग्रेटड टाउनषिप और बिजनेस बे को बना नही है। 7000 एकड़ का लैंड बैंक और 12000 करोड़ रुपए की कई पाईपलाईन परियोजनाओं के साथ कंपनी का भविश्य पूरी तरह से नियोजित है। श्री इंफ्राटेक ने सोलर पाॅवर के निर्माण के साथ स्वच्छ उर्जा के क्षेत्र में भी प्रवेष किया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 08 April 2014 by admin
कल दि0 7 अप्रैल 2014 को आम आदमी पार्टी के मोहनलालगंज लोकसभा सीट के प्रत्याषी सुनील गौतम आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अपना नामंाकन दाखिल करेंगे। अंसल सिटी सेन्टर, हजरतगंज स्थित पार्टी के जिला कार्यालय से नामांकन जुलूस पदयात्रा के रुप में सुबह 11 बजे षुरु होकर कलेक्ट्रेट परिसर पहुँचेगा, जहाँ पर 1 बजे दिन में पार्टी प्रत्याषी अपना नामंाकन पत्र दाखिल करेंगे। नामांकन जुलूस पदयात्रा में प्रदेष एवं जिला कार्यकारिणी के सभी सदस्य, पार्टी कार्यकर्ताओं के अलावा लखनऊ लोकसभा सीट से आप प्रत्याषी जावेद जाफरी मोहनलालगंज लोकसभा सीट के प्रत्याषी सुनील गौतम के समर्थन में मौजुद रहेंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 08 April 2014 by admin
आयतुल्लाह सैयद अली नकी जो विश्व भर में सैयदुलउलमा के नाम से प्रसिद्ध हैं के जीवन और उनके कामों पर हो रहे सेमिनार के दूसरे दिन आज देश विदेश की विभिन्न यूनिवर्सिटियों से आए विद्धान और उलमा ने सैयदुलउलमा के जीवन और कारनामों पर प्रकाश डाला। दिन भर में चार सत्रों में विद्वानों और उलमा ने अपने वक्तव्य और लेखनी के माध्यम से दिखाया कि सैयदुलउलमा एक ऐसे व्यक्ति थे जो अपने जमाने से 100 साल पहले पैदा हुए।
पहले सत्र की अध्यक्षता प्रोफैसर ईराक रजा जैदी और श्री आजम अली निजामी ने की। इस सत्र में डाक्टर सनाउल्लाह मीर, प्रो सैयद रजा मूसवी, डाक्टर तौकीर आलम फलाही, डाक्टर अबू सूफियान इस्लाही, प्रोफैसर अत्हर रजा बिलग्रामी और प्रोफैसर अजीजुद्दीन हुसैन ने सैयदुलउलमा के बारे में अपने विचार व्यक्त किए। प्रोफैसर सैयद रजा मूसवी ने उनकी लेखनी के बारे में लिखते हुए उन्होंने बताया कि शायद ही ऐसा कोई लेखक हुआ हो जिसने अरबी, फारसी और उर्दू में एक समान लिखा। प्रोफैसर अत्हर रजा बिलग्रामी ने बताया कि उन्होंने जिन्दगी में जो कुछ सीखा वह सैयदुलउलमा के साथ रहते हुए सीखा।
दूसरे सत्र की अध्यक्षता प्रोफैसर अख्तरूल वासे, प्रोफैसर अजीजुद्दीन हुसैन और प्रोफैसर अत्हर रजा बिलग्रामी ने की। इस सत्र में मौलाना फरमान हुसैन, डाक्टर मौहम्मद आसिम खां, श्री लईक रिजवी, डाक्टर मौहम्मद मुश्ताक, डाक्टर हसनैन अख्तर, प्रोफैसर मसूद अनवर अलवी, प्रोफैसर जाफर रजा बिलग्रामी और प्रोफैसर अबुल कलाम कासमी के सैयदुलउलमा के जीवन और कार्य पर लेखों को पढ़ा गया। डाक्टर मौहम्मद आसिम खां कहा कि सैयदुलउलमा बीसवीं सदी के सब से बड़े आलिम थे। श्री लईक रिजवी ने सैयदुलउलमा की उर्दू शायरी पर अपने लेख में कई हवालों से बताया कि सैयदुलउलमा एक ऐसे शायर थे जो उर्दू, अरबी और फारसी तीन भाषाओं में शायरी करते थे। उनकी शायरी को तीनों जबानों में अदबी हैसियत हासिल है। डाक्टर मौहम्मद मुश्ताक ने सैयदुलउलमा के द्वारा की गई कुरान की तफसीर को सबसे बेहतरीन तफसीर में से है। इसी प्रकार डाक्टर हसनैन अखतर ने सैयदुलउलमा की अरबी लेखनी के बारे में बताते हुए कहा कि ईराक, लेबनान और मिस्र में आज भी सैयदुलउलमा का नाम अदब के साथ लिया जाता है। प्रोफैसर मसूद अनवर अलवी ने सैयदुलउलमा की अरबी शायरी पर अपने लेख को पढ़ते हुए कहा कि ऐसे कम ही आलिम होते हैं जिन्होंने शायरी के मजमूए कहे हैं और जो अरबी साहित्य का आज अंग बन गए हैं। प्रोफैसर अबुल कलाम कासमी ने सैयदुलउलमा के बारे में जो उर्दू में शायरी हुई है उसपर अपने लेख में बताया कि उर्दू के कई बड़े शायरों ने सैयदुलउलमा पर कविताएं लिखी हैं।
तीसरे सत्र की अध्यक्षता प्रोफैसर अनीस अशफाक, मौलाना जकी बाकरी और आगा अहमद मूसवी ने की। इस सत्र में सैयद महबूब अली, मौलाना रजा रिजवी गरवी, डाक्टर मौहम्मद इस्माईल और प्रोफैसर सउद आलम कासमी ने अपने लेख पढ़े। प्रोफैसर सउद आलम कासमी ने सैयदुलउलमा की अदभुत लेखनी पर प्रकाश डाला। प्रोफैसर अनीस अश्फाक ने क्हा कि दुनिया में जो भी बड़ी सोच रखने वाले लोग हैं वह एक समान सोचते हैं। उन्होंने कहा कि सैयदुलउलमा ने अरस्तु और प्लेटो की लेखनी शायद न पढ़ी हो लेकिन उनके विचार बहुत समान हैं।
चैथे और अंतिम सत्र की अध्यक्षता प्रोफैसर फज्ले इमाम और मौलाना मौहम्मद रजा दाउदानी ने की। इस सत्र में श्री गुलाम मुरतजा रिजवी, डाक्टर हयात आमिर, मौलाना शाहवार नकवी, डाक्टर लतीफ काजमी और मौलाना सैयद रजा हैदर ने अपने लेख प्रस्तुत किए। श्री गुलाम मुरतजा रिजवी ने सैयदुलउलमा की करबला पर लेखनी के बारे में बात करते हुए क्हा कि करबला को पहचनवाने में जो काम सैयदुलउलमा ने किया वह किसी ने नहीं किया। मौलाना रजा हैदर ने मुस्लिम देशों में सैयदुलउलमा को जिस इज्जत से देखा उसका ब्योरा दिया।
मौलाना कल्बे सादिक ने कहा कि मैं जो कुछ भी हूं वह सैयदुलउलमा के साथ रहने के कारण हूं। इस मौके पर ईराक से आयतुल्लाह अब्बास काशिफुल गिता, पाकिस्तान से मौलाना तालिब तबातबाई, मौलाना अली मौहम्मद नकवी और पाकिस्तान के ही मौलाना मौहम्म्द रजा दाउदानी भी मौजूद थे।
विश्व भर में प्रसिद्ध और भारतीय उपमहाद्वीप के 20वीं शताब्दी के सब से बड़े इस्लामी विद्वान और शोधकर्ता आयतुल्लाहिल उजमा सैयद अली नकी उर्फ नक्कन साहब जो सैयदुलउलमा के नाम से अधिक प्रख्यात हैं की 25वीं पुण्यतिथी के अवसर पर 75 वर्ष से भी पुरानी संस्था यादगारे हुसैनी की ओर से लखनऊ के शाह नजफ में आज एक तीन दिवसीय महान अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार का यह दूसरा दिन था।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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