Posted on 02 March 2016 by admin
लखनऊ (विसंके)। समाज जागरण का कार्य करने के लिये आपसी संवाद व परस्पर स्नेह बहुत जरूरी है। जिससे ही समाज नयी दिशा की ओर आगे बढ़ेगा। यह बात शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अवध प्रान्त की ओर से आयोजित त्रिदिवसीय शाखा टोली शिविर के उद्घाटन सत्र में नौ जिलों से आये स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुये प्रान्त प्रचारक संजय जी ने कही।
साथ ही संजय जी ने कहा कि शिविर में एक साथ रहने से आपसी संवाद के कारण हम सब एक दूसरे के आत्मीय होगंे, स्नेह के संबल के स्वयंसेवकत्व की यात्रा को आधार देगें। जीवन में कई बार हम सब यह जान नहीं पाते हंै कि क्या अच्छा है और क्या बुरा है क्योंकि हमारी ‘वृति’ स्वभाव वैसी नही होती परन्तु जब हम किसी श्रेष्ठ वातावरण में पहुँचते है तो श्रेष्ठ कार्य करने का सुअवसर मिल जाता है।
उद्घाटन सत्र में सरकार्यवाह मा. सुरेश भैया जी जोशी, अखिल भारतीय कार्यकारणी सदस्य मधुभाई कुलकर्णी, प्रान्त संघचालक प्रभुनारयण जी, पूर्वी उ.प्र. क्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक शिवनारायण समेत अन्य क्षेत्रीय व अवध प्रान्त के अधिकारी व समेत 500 शाखाओं के लगभग 2500 प्रवासी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 02 March 2016 by admin
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने आज 70वें नेशनल कांफ्रेंस आॅफ टूयबरकलोसिस एण्ड चेस्ट डिजीज (नेटकाॅन) का उद्घाटन साइंटिफिक कंवेन्शन सेंटर में किया। कांफे्रंस का आयोजन डिपार्टमेंट आॅफ रेस्पीरेटरी मेडिसन, किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय एवं यू0पी0 टयूबरकलोसिस एसोसिएशन के संयुक्त तत्वाधान में किया गया था। राज्यपाल ने इस अवसर पर विशेषज्ञ चिकित्सकों को प्रशस्ति पत्र व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में स्मारिका एवं प्रो0 सूर्यकांत द्वारा रचित पुस्तक का विमोचन भी किया गया।
राज्यपाल ने संगोष्ठी का उद््घाटन करते हुए कहा कि क्षय रोग स्लो किलर है। क्षय रोग ज्यादा खतरनाक है क्योंकि इससे दूसरे लोगों को भी संक्रमण हो सकता है। क्षय रोग की संक्रामकता रोकने के लिए विचार करने की जरूरत है। सही उपचार के लिए समय पर जाँच जरूरी है। उन्होंने कहा कि क्षय रोग से लड़ने के लिए संगठित रणनीति की आवश्यकता है।
श्री नाईक ने कहा कि देशवासी देश की पूंजी हैं। देश की प्रगति के लिए स्वस्थ एवं सशक्त नागरिक आवश्यक हैं। हमारी संस्कृति में ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया‘ का बड़ा महत्व है। सही जानकारी मिले तो रोगों की संभावना कम की जा सकती है। जागरूकता बढ़ाने के लिए छोटी-छोटी किताबों को अपनी भाषा में अनुवाद करके आम आदमी तक पहुँचाने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि स्वस्थ भारत मिशन को सफल बनाने के लिए औद्योगिक क्षेत्रों में कार्य करने वाले लोगों को प्रदूषण से बचाने हेतु चिकित्सकों द्वारा जानकारी घर-घर पहुँचाने की आवश्यकता है।
राज्यपाल ने कहा कि धुएं के कारण भी क्षय एवं श्वास रोग हो सकते हैं। जब वे पेट्रोलियम मंत्री थे तो उन्होंने धुआं रहित रसोई कार्यक्रम के तहत रसोई गैस की एक करोड़ दस लाख की प्रतीक्षा सूची को समाप्त करते हुए चार करोड़ नये गैस कनेक्शन भी जारी किये थे। चिकित्सा विज्ञान में बहुत तरक्की हुई है। समय रहते असाध्य रोगों को भी ठीक किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र की अद्यतन जानकारी प्राप्त करने के लिए ऐसे मंच महत्वूपर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
इस अवसर पर प्रो0 रविकांत कुलपति किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, डाॅ0 सुनील के0 कपाडे, श्री आर0सी0 दीक्षित सहित अन्य लोगों ने भी अपने विचार रखें। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन प्रो0 सूर्यकांत द्वारा दिया गया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 02 March 2016 by admin
भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश में यूपी वोर्ड की हाई स्कूल और इण्टर मीडिएट की परीक्षाओं को मजाक बताया। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं की शुचिता की धज्जियां उड़ रही है। खुलेआम नकल, अराजकता और अव्यवस्था का आलम है।
डा0 मिश्र ने सरकार से पूछा कि साढे़ सात लाख परीक्षार्थियों ने परीक्षा क्यों छोड़ दी ? यह एक बड़ा घपला है, घोटाला है। बोर्ड की परीक्षाओं की धज्जियां उड़ रही है। नकल करने और कराने की फोटो अखबारों और टी.वी. पर दिख रहे है। नकल का लाइव प्रसारण हो रहा है। सरकार को शायद पता नहीं है ?
प्रवक्ता डा0 मिश्र ने कहा कि इस प्रतियोगी वातावरण में उत्तर प्रदेश कहां ठहरेगा ? प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रदेश के छात्रों की संख्या घटती जायेगी। सरकार के कान पर जूँ नहीं रेंग रहा है। सरकार कानों में तेल डाले बैठी है। शिक्षा का रोम जल रहा है मुख्यमंत्री (नीरो) बांसुरी बजा रहा है। सपा सरकार ने प्रदेश की शिक्षा चैपट कर दी।
प्रवक्ता डा0 मिश्र ने कहा कि प्रदेश की माध्यमिक शिक्षा न तो भविष्योन्मुखी है और न ही परिणामोन्मुखी। ठेके पर नकल आम बात है। सरकार की जानकारी में नकल हो रही है। सरकार का नकल को संरक्षण प्राप्त है।
डा0 मिश्र ने मांग की कि सरकार तत्काल शुचिता पूर्ण, पारदर्शी, नकल विहीन परीक्षाऐं सुनिश्चित कराये।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 02 March 2016 by admin
भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा आज जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में लगे देश विरोधी नारों एवं आतंकवाद समर्थित राजनेताओं के दिवालियेपन का विरोध किया गया। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा जे0एन0यू0 में देश द्रोहियों का समर्थन करना देश को शर्मसार करने वाला है। उनके लखनऊ आगमन पर युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष कुमार राय के नेतृत्व में राहुल गांधी के आगमन पर अवध चैराहे पर काले झण्डे दिखाये गये तथा जोरदार नारेबाजी हुई राहुल गांधी वापस जाओ, वापस जाओ के नारे लगे तथा उनके काफिले के निकलते समय काले गुब्बारे छोड़कर उनकी मानसिकता खराब का विरोध किया गया। युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष राय ने कार्यकर्ताओं सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत की एकता, अखंडता को तोड़ने या देश में रहकर देश का विरोध करने वालों का सार्वजनिक बहिष्कार करना चाहिए। भाजयुमो भारत की एकता और अखंडता एवं प्रगति के लिए देश भर 19 एवं 20 फरवरी को प्रदेश व्यापी जन स्वाभिमान अभियान आयोजित करेंगा।
आज के विरोध प्रदर्शन में प्रमुख रूप से प्रदेश उपाध्यक्ष साकेत सिंह सोनू, राघवेन्द्र तिवारी, महामंत्री अभिजात मिश्रा, टिन्कू सोनकर, हर्षवर्धन सिंह, संतोश राय, सौरभ शुक्ला, शैलेन्द्र शर्मा, सुमित सोनकर, पृथ्वी गुप्ता, मनमोहन अप्पू, राहुल तिवारी, अभिनाश पाठक, राजविमल, राजकिशोर रावत, राजेश सिंह, अवधेश, रामबाबू आदि अनेक कार्यकर्ताओं ने इस प्रदर्शन को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 02 March 2016 by admin
हिन्दुस्तान एरोनाॅटिक्सि एम्पलाईज एसोसिएशन (एच0ए0इ0ए0) के अध्यक्ष श्री प्रमोद मलिक एवं महामंत्री श्री राजन लाल ने एक संयुक्त विज्ञप्ति में बताया कि प्रबन्धक वर्ग की हठधर्मिता के कारण मेडिकल समस्या के विरोध में एच0ए0इ0ए0 का क्रमिक अनषन आज छठवें दिन भी जारी है।
आज क्रमिक अनषन पर कार्यकारिणी सदस्य श्री विजय शंकर कनौजिया एवं मो0 लईक सिद्दीकी बैठे हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 02 March 2016 by admin
इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, क्षेत्रीय केन्द्र लखनऊ एवं उ0 प्र0 सतर्कता अधिष्ठान के संयुक्त तत्वावधान में इग्नू के पाठ्यक्रमों की प्रासंगिकता विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
श्री भानु प्रताप सिंह, निदेषक, सर्तकता अधिष्ठान ने दीप जला कर कार्यशाला का शुभारम्भ किया एवं अपने सम्बोधन में बताया कि दूरस्थ शिक्षा कार्यरत् लोगों महिलाओं, दूर दराज के लोगों के लिए रामबाण औषधि है। शिक्षा किसी भी राष्ट्र के विकास की रीढ़ है तथा मानव के सर्वांगीण विकास में सहायक है । निदेशक महोदय ने अपने सम्बोधन में कहा कि उच्च शिक्षा जन मानस को उपलब्ध कराने हेतु इन्दिरा गाॅंधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) विगत 30 वर्षो से प्रयासरत है। यह विश्वविद्यालय के प्रयासों का ही नतीजा है कि आज इग्नू केवल भारत में ही नहीं अपितु विदेशों में भी रह रहे लोगों की शैक्षिक आकांक्षाओं की पूर्ति करने हेतु प्रयासरत है । अतः इग्नू द्वारा संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्राप्त कर व्यक्ति अपने कौशल का विकास एवं ज्ञानवर्धन कर सकता है। साथ ही व्यस्त रहकर व्यक्ति अपने तनाव एवं चिन्ता से बचाव कर सकता है। श्री भानु प्रताप सिंह ने सभी अधिकारियो एवं कर्मचारियों को अपनी रूचि के अनुसार इग्नू के पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्राप्त कर अपने कौशल एवं ज्ञानवर्धन हेतु प्रोत्साहित किया।
डाॅ. मनोरमा सिंह, क्षेत्रीय निदेशक, इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ ने अपने सम्बोधन में बताया कि इग्नू की स्थापना भारत में दूर शिक्षा को प्रोत्साहित करने, आयु, क्षेत्र, धर्म और लिंग पर विचार किये बिना शिक्षा पाने के आतुर लोगों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुलभ कराने के उद्देश्य से की गयी। इग्नू सन् 1999 कामनवेल्थ आफ लर्निंग द्वारा दूर शिक्षा सामग्री के लिये उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। युनेस्को ने सन् 2010 में इग्नू को विश्व में उच्च शिक्षा का सबसे बड़ा संस्थान घोषित किया। डाॅ. सिंह ने बताया कि इग्नू के माध्यम से दूर-दराज के गांवों में रह रहे नवयुवको को दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से शिक्षा प्राप्त कर अपने कौशल का विकास करने का एक सुनहरा अवसर मिला है और महिलाएं अल्पसंख्यक, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं विकलांग लोग जो किन्ही कारणों से अपनी शिक्षा को पूर्ण नहीं कर पाये हैं उनको इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए। क्षेत्रीय निदेशक ने बताया कि इग्नू द्वारा संचालित प्रमुख कौशल विकास आधारित पाठ्यक्रमों में मानवाधिकार में प्रमाण पत्र, साइबर लाॅ में स्नातकोत्तर प्रमाण पत्र, भोजन एवं पोषण में प्रमाण पत्र, आपदा प्रबन्धन में प्रमाण पत्र, अंग्रेजी शिक्षण में प्रमाण पत्र, कार्यकारी अंग्रेजी भाषा में प्रमाण पत्र, मार्गदर्षन में प्रमाण पत्र मूल्य शिक्षा में प्रमाण पत्र पर्यावरण अध्ययन में प्रमाण पत्र, पर्यटन अध्ययन में प्रमाण पत्र, सूचना प्रौद्योगिकी में प्रमाण पत्र पोषण एवं बाल देखभाल में प्रमाण पत्र उपभोक्ता संरक्षण में प्रमाण पत्र, मानव तस्करी रोकथाम में प्रमाण पत्र। विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों का ज्ञानवर्धन सुनिश्चित करने हेतु परामर्श कक्षाओं का संचालन करने के साथ-साथ उन्हें रोजगार प्रदान करने हेतु विभिन्न प्रकार की सहायता मुख्यालय एवं क्षेत्रीय केन्द्र स्तर पर प्रदान करता है। विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर प्लेसमेंट सर्विसेज नामक एक लिंक है जिसपर अगर इग्नू का विद्यार्थी अपना बायोडाटा प्रेषित करता है तो विश्वविद्यालय उसे उसकी योग्यतानुसार रोजगार दिलाने का प्रयास करता है। डाॅ. सिंह ने यह भी बताया कि इग्नू के पाठ्यक्रम रोजगार मूलक है एवं विद्यार्थियों के कौशल का विकास करने में सहायक है और यह सभी पाठ्यक्रम भारतीय विश्वविद्यालय संघ (एआईयू) के सभी सदस्य संस्थानों द्वारा मान्यता प्राप्त है और सभी भारतीय विश्वविद्यालयों/मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों, संस्थानों की उपाधियों/डिप्लोमा/ प्रमाण पत्रों के समतुल्य है।
डा. रीना कुमारी, सहायक क्षेत्रीय निदेशक, इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ ने अपने सम्बोधन के दौरान बताया कि इन्दिरा गाॅंधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) की महत्वपूर्ण विशेषता इसके लचीले प्रवेश नियम, अन्तर्राष्ट्रीय क्षेत्राधिकार, कार्यक्रमों के माड्यूलर उपागम एवं आधुनिक शिक्षा पद्धति के द्वारा शिक्षा प्रदान करना है। डा. रीना ने यह भी बताया कि वर्तमान समय में इग्नू द्वारा 226 पाठ्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है जिसमें न्यूनतम एवं अधिकतम अवधि निर्धारित है। जून और दिसम्बर माह में सत्रांत परीक्षा का आयोजन वर्ष में दो बार किया जाता है साथ ही यह भी बताया कि सत्रांत परीक्षा में बैठने से पूर्व निश्चित समयावधि के भीतर विद्यार्थियों को अपने सत्रीय कार्य को अपने अध्ययन केन्द्र पर जमा करना अनिवार्य होता है। सत्रीय कार्य किसी भी पाठ्यक्रम को पूरा करने के लिए आवष्यक है तथा सत्रीय कार्य सम्बन्धी प्रष्नपत्र को इग्नू की वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है। सत्रीय कार्य का भार 25 से 30 प्रतिषत के बीच होता है। डाॅ0 रीना कुमारी ने यह भी बताया कि जिन व्यक्तियों ने कोई औपचारिक शिक्षा ग्रहण नहीं की है और न्यूनतम आयु 18 वर्ष है तो ऐसे व्यक्ति उच्च शिक्षा से जुड़ने की चाह रखते हैं तो वह इग्नू द्वारा संचालित बी0पी0पी0 (बैचलर प्रिपेटरी प्रोग्राम) में प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं। छः माह के बी0पी0पी0 पाठ्यक्रम को पूरा कर विद्यार्थी इग्नू द्वारा संचालित बी0ए0/बी0काॅम एवं अन्य डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्राप्त कर अपना भविष्य संवार सकते हैं।
श्री अंशुमान उपाध्याय, सहायक क्षेत्रीय निदेशक ने बताया किसी भी पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु शिक्षार्थी को रू0 200/- प्रदान कर क्षेत्रीय केन्द्र लखनऊ अथवा इसके अध्ययन केन्द्रों से सामान्य विवरणिका प्राप्त की जा सकती है। साथ ही प्रवेश फार्म भर कर वांछनीय फीस का डिमाण्ड ड्राफ्ट एवं सम्बन्धित दस्तावेज के साथ इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र पर जमा करना होता है। इग्नू की महत्वपूर्ण विशेषता है, जब चाहो तब प्रवेश पाओ। विद्यार्थी वर्ष भर कभी भी प्रवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं। इग्नू के द्वारा दो सत्रों (जनवरी एवं जुलाई सत्र)का आयोजन किया जाता है। प्रवेश हेतु किसी प्रकार के टी0सी0 अथवा माईग्रेसन की आवश्यकता नहीं होती है। इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र लखनऊ शिक्षार्थियों की समस्याओं का समाधान फोन, ई-मेल, एस0एम0एस के माध्यम से करता है। समय समय पर कैरियर काउन्सलिंग, प्री-एडमिशन काउन्सलिंग सुविधा भी प्रदान की जाती है।
सम्बोधन के अन्त में प्रश्नोत्तर सत्र के दौरान प्रतिभागियांे द्वारा पूछे गये प्रश्नों के उत्तर क्षेत्रीय निदेशक, डा. मनोरमा सिंह एवं सहायक क्षेत्रीय निदेशक, श्री अंशुमान उपाध्याय एवं डा. कीर्ति विक्रम सिंह द्वारा दिये गये।
कार्यक्रम का संचालन डा. रीना कुमारी, सहायक क्षेत्रीय निदेशक, द्वारा किया गया।
इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक श्री अरूण दीक्षित एवं श्री लाल भरत पाल जी उपस्थित थे। इस अवसर पर उ0 प्र0 सतर्कता अधिष्ठान के कार्यरत् अधिकारी/कर्मचारी एवं मीडियाकर्मी भी उपस्थित रहे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 02 March 2016 by admin
उत्तर प्रदेश के सचिव, बेसिक शिक्षा श्री आशीष कुमार गोयल ने निर्देश दिये हैं कि प्रदेश में संचालित समस्त प्राथमिक विद्यालयों की परीक्षा व्यवस्था विद्यालय प्रबन्ध समिति के पर्यवेक्षण में कराई जाये तथा समिति के सदस्यों को कक्षा-कक्षों में परीक्षाओं के निरीक्षण हेतु अधिकृत किया जाये। उन्होंने कहा कि जनपदीय स्तर पर परीक्षाओं के प्रश्न पत्र जिला शिक्षा एवं परीक्षण संस्थान में प्राचार्य, जिला शिक्षा एवं परीक्षण संस्थान की निगरानी में रखा जाना सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि परीक्षा प्रारम्भ होने से 03 दिन पूर्व प्राचार्य, जिला शिक्षा एवं परीक्षण संस्थान द्वारा सम्बन्धित शिक्षा खण्ड अधिकारी को उनकेे क्षेत्र में स्थित समस्त प्राथमिक विद्यालयों के लिए प्रश्न पत्रों के सील्ड पैकेट उपलब्ध कराये जायें तथा सम्बन्धित खण्ड शिक्षा अधिकारी प्राप्त प्रश्न पत्रों को अपनी निगरानी में रखा जाना सुनिश्चित करें।
श्री गोयल ने बेसिक शिक्षा निदेशक को यह निर्देश परिपत्र के माध्यम से दिये हैं। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा परीक्षा प्रारम्भ होने के 02 दिन पूर्व प्रश्न पत्रों के सील्ड पैकेट विद्यालयों की संख्या के अनुसार केन्द्रीय (संकुल) विद्यालय के प्रधानाध्यापक को प्राप्त कराकर यह सुनिश्चित किया जाये कि प्रश्न पत्रों को प्रधानाध्यापक अपनी निगरानी में रखा जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिये कि केन्द्रीय विद्यालय (संकुल विद्यालय) के प्रधानाध्यापक द्वारा परीक्षा की तिथि को प्रातः सभी विद्यालयों को प्रश्न पत्र इस प्रकार भेजे जायें कि परीक्षा प्रारम्भ होने से कम से कम 01 घण्टा पूर्व विद्यालय के प्रधानाध्यापक को प्रश्न पत्र का सील्ड पैकेट प्राप्त हो जाये। उन्होंने कहा कि समस्त विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों द्वारा सील्ड पैकेट विद्यालय के एक अध्यापक तथा विद्यालय प्रबन्ध समिति के दो सदस्यों के समक्ष खोला जायें तथा पैकेट खोलने की तिथि एवं समय सहित हस्ताक्षरित कराया जाना सुनिश्चित किया जाये।
सचिव, बेसिक शिक्षा श्री आशीष कुमार गोयल ने निर्देश हैं कि विद्यालय में परीक्षा आयोजित करने हेतु प्रधानाध्यापक एवं 01 सहायक अध्यापक सम्बन्धित विद्यालय के होंगे तथा आवश्यकतानुसार अन्य अध्यापकों की ड्यूटी आस-पास के दूसरे विद्यालयों से लगाया जाना सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा प्रत्येक विद्यालय के लिए अध्यापकों को चिन्हित किया जाये तथा उनकी विद्यालयवार परीक्षा ड्यूटी लगाई जाये। उन्होंने कहा कि समस्त जिलाधिकारियों द्वारा बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों तथा अन्य विभाग के अधिकारियों के सचल दस्ते बनाय जाये जो परीक्षा के दौरान विद्यालय में परीक्षा व्यवस्था का अनुश्रवण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सचल दस्ते के लिए वाहनों की व्यवस्था सम्बन्धित जनपद के जिलाधिकारियों द्वारा सुनिश्चित कराई जाये।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 02 March 2016 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने प्रदेश में चिकित्सकों की कमी को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश में संचालित 13 मेडिकल कालेजों के अतिरिक्त जौनपुर, चन्दौली, नजीबाबाद (बिजनौर) में नये मेडिकल कालेज खोलने के अतिरिक्त जिला अस्पताल फैजाबाद, बस्ती, बहराइच, शाहजहांपुर, फिरोजाबाद को अपग्रेड कर मेडिकल कालेज खोले जाने के प्रस्ताव पर यथाशीघ्र आवश्यक कार्यवाही प्राथमिकता से सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में संचालित मेडिकल कालेजों में 1740 एमबीबीएस सीटें, 751 पी0जी0 एवं 112 सुपर स्पेशियालिटी (डी0एम0/एम0सी0एस0) सीटों को बढ़ाने तथा खोले जाने वाले नये प्रत्येक मेडिकल कालेज में 100-100 सीटों की व्यवस्था कराने के भी निर्देश दिये। उन्होंने चिकित्सा विश्वविद्यालय गे्रटर नोएडा में 150 सीटें व लोहिया मेडिकल संस्थान लखनऊ में 150 सीटों में आगामी सत्र 2017 से ही पढ़ाई शुरू कराने हेतु आवश्यक कार्यवाही प्राथमिकता से सुनिश्चित कराई जाये। उन्होंने गरीब लोगों के असाध्य रोग के इलाज हेतु प्रदेश सरकार द्वारा मेडिकल कालेजों में उपलब्ध कराई गई धनराशि 05 लाख रूपये का उपयोग पारदर्शिता के साथ कर पात्र लोगों को लाभान्वित कराने हेतु वरिष्ठ चिकित्सकों को सख्त निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आयुष मिशन संचालित कराने हेतु लगभग 60 करोड़ रूपये की धनराशि का उपयोग पारदर्शिता से कराने हेतु कार्य योजना यथाशीघ्र बनाकर प्रस्तुत की जाये।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में चिकित्सा विभाग की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डेंगू, स्वाइन फ्लू रोग की जांच की सुविधा प्रदेश के समस्त मेडिकल कालेजों में कराने हेतु आवश्यक उपकरण एवं स्टाफ की व्यवस्था सुनिश्चित करा दी गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पैरामेडिकल शिक्षा व्यवस्था के नियामक व्यवस्था को सरल एवं सुदृढ़ कराये जाने हेतु यथाशीघ्र पैरामेडिकल एजुकेशन पालिसी का भी प्रस्ताव बनाकर सक्षम स्तर से अनुमोदन प्राप्त किया जाये।
श्री रंजन ने निर्देश दिये हैं कि लखनऊ में नवनिर्मित संचालित ट्रामा सेन्टर की 30 बेड की क्षमता को 180 बेड करने हेतु आवश्यक कार्यवाही प्राथमिकता से सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि सुपर स्पेशियालिटी बाल्य चिकित्सालय एवं शैक्षणिक संस्थान नोएडा को माह आगामी मार्च तक पूर्ण रूप से क्रियाशील कराने हेतु आवश्यक व्यवस्थाएं समय से सुनिश्चित करा ली जायें। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि प्रदेश के गोरखपुर, मेरठ, झांसी तथा इलाहाबाद मेडिकल कालेजों का उच्चीकरण करने हेतु प्रत्येक मेडिकल कालेज के लिए भारत सरकार के सहयोग से 150 करोड़ रूपये की योजना से सुपर स्पेशियालिटी विभाग स्थापित कराये जाने हेतु प्रदेश सरकार द्वारा भारत सरकार को भेजे गये प्रस्ताव का अनुस्मारक पुनः भेजकर स्वीकृत कराये जाने का अनुरोध करते हुए धनराशि प्राप्त करने के प्रयास किये जायें।
मुख्य सचिव ने कहा कि लखनऊ में निर्माणाधीन कैंसर अस्पताल का ओ0पी0डी0 एवं रेडियोलाॅजी विभाग को आगामी दिसम्बर माह से प्रारम्भ कराने हेतु आवश्यक उपकरणों एवं स्टाफ की व्यवस्था समय से सुनिश्चित करा ली जाये। उन्होंने पी0जी0आई0 लखनऊ व मेडिकल कालेज झांसी में टर्शरी केयर कैंसर केन्द्र एवं बोनमैरोट्रान्स प्लान्ट यूनिट क्रियाशील कराने हेतु आगामी 31 मार्च तक वित्तीय स्वीकृति अवश्य निर्गत करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रदेश के उच्च शिक्षण संस्थानो में शोध कार्यों को प्रोत्साहित करने हेतु लैबोरेटरी एवं आनलाइन जनरल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये ताकि रिसर्च करने हेतु छात्रों एवं अध्यापकों को बेहतर सुविधा उपलब्ध हो सके।
बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 अनूप चन्द्र पाण्डेय सहित स्वास्थ्य विभाग केे वरिष्ठ अधिकारीगण तथा पी0जी0आई0 एवं राम मनोहर लोहिया संस्थान सहित अन्य संस्थानों के वरिष्ठ चिकित्सकगण उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 02 March 2016 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने प्रदेश के मण्डलायुक्तोें एवं जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि प्रदेश के समस्त जनपदों के समस्त ग्रामों का एक डाटाबेस यथाशीघ्र तैयार कर फीड किया जाये जिसमें ग्रामवार क्रियान्वित योजनाओं की प्रगति की जानकारी एवं लाभान्वित होने वाले लाभार्थियों का विवरण आदि की सूचनाएं सम्बन्धित वेबसाइट पर अवश्य फीड की जाये ताकि एक क्लिक करने से सम्बन्धित ग्राम के विकास की प्रगति एवं लाभार्थियों की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को प्राप्त हो सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा संचालित हाईस्कूल-इण्टरमीडिएट परीक्षाओं को शान्तिपूर्ण ढ़ंग से कराने के साथ-साथ औचक निरीक्षण कर यह व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाये कि परीक्षा केन्द्रों में नकल कतई न होने पाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि प्राथमिक विद्यालयों की वार्षिक परीक्षा आगामी 14 मार्च से 21 मार्च तक प्रदेश के समस्त जनपदों में स्थानीय स्तर पर कराने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि प्राथमिक परीक्षाओं में कड़ाई से परीक्षा कराकर यह सुनिश्चित कराया जाये कि किसी भी स्तर पर किसी प्रकार की लापरवाही न होने पाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश के समस्त जनपदों में होने वाली साक्षरता परीक्षा में नवसाक्षरों को भी शामिल होने का पूरा अवसर अवश्य प्रदान किया जाये।
मुख्य सचिव ने यह निर्देश आज योजना भवन में वीडियोकान्फ्रेन्ंिसग के माध्यम से मण्डलायुक्तांे, जिलाधिकारियों को दे रहे थे। उन्होंने प्रदेश के कुछ जनपदों में 1422 हैण्डपम्पों को अभी तक न स्थापित होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कड़े निर्देश दिये कि चिन्हित प्राथमिक विद्यालयों में इन हैण्डपम्पों को स्थापित कराने का कार्य आगामी 24 घन्टे के अन्दर प्रारम्भ न होने पर सम्बन्धित अधिकारियों की जिम्मेदारी नियत कर दण्डित किया जाये। उन्होंने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों को बेहतर शिक्षा दिलाने के साथ-साथ स्वच्छ पानी आदि की व्यवस्था अवश्य सुनिश्चित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी यह सुनिश्चित करायें कि प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण सम्बन्धित प्रति उप-विद्यालय निरीक्षकों द्वारा समय से अवश्य कर पढ़ाई की गुणवत्ता की जांच करने के साथ-साथ विद्यालयों में स्वच्छ पानी, शौचालय तथा अन्य आवश्यक सुविधायें छात्रों को अवश्य उपलब्ध कराना सुनिश्चित करायें।
श्री रंजन ने जिलाधिकारी तथा मुख्य विकास अधिकारी द्वारा पोषण मिशन के अन्तर्गत गोद लिये गांवो को योजनाओं से पात्र लोगों को लाभान्वित कराने हेतु अभियान चलाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश के समस्त प्रधानों को आगामी 30 मार्च तक पोषण मिशन के नियमों की जानकारी के साथ-साथ अन्य आवश्यक जानकारियां भी प्रशिक्षण के माध्यम से अवश्य दिला दी जाये ताकि प्रदेश की जनहितकारी योजनाओं का क्रियान्वयन नये ग्राम प्रधानों के सहयोग से और अधिक हो सके तथा अधिक से अधिक पात्र लोग लाभान्वित हो सके।
मुख्य सचिव ने कामधेनु तथा सघन मिनी डेरी योजना के अन्तर्गत पात्र किसानों को लाभान्वित कराने के निर्देश देने के साथ-साथ कहा कि सम्बन्धित जिलाधिकारी बैंक प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर यह सुनिश्चित करायें कि लाभान्वित होने वाले पात्र किसानों को बैंक से मिलने वाली धनराशि समय से उनके खाते में अवश्य पहुंच जाये। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर यह भी देखा जाये कि योजना से लाभान्वित होने वाले किसानों की प्रगति के साथ-साथ पशुओं की नस्ल सुधार में अद्यतन स्थिति क्या है। उन्होंने कहा कि योजना का क्रियान्वयन पारदर्शिता के साथ कराने के साथ-साथ सम्बन्धित लाभार्थी किसान को दिये गये शासकीय सहयोग का सही उपयोग करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आगामी 15 दिन में समस्त जिलाधिकारी अपने स्तर पर शासकीय योजनाओं से लाभान्वित होने वाले पात्र किसानों को दी जा रही सुविधाओं को समय से लाभान्वित कराने हेतु आगामी 15 दिन में समीक्षा करना अवश्य सुनिश्चित करें।
वीडियोकान्फ्रेन्सिंग में कृषि उत्पादन आयुक्त श्री प्रवीर कुमार, प्रमुख सचिव समाज कल्याण श्री सुनील कुमार, प्रमुख सचिव, माध्यमिक शिक्षा श्री जितेन्द्र कुमार, सचिव बेसिक शिक्षा श्री आशाीष कुमार गोयल, सचिव कार्यक्रम क्रियान्वयन एवं प्रमुख स्टाफ आफिसर श्री आलोक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 02 March 2016 by admin
मण्डलायुक्तयुक्त श्री महेश कुमार गुप्ता ने आज उ0प्र0 प्रशासनिक अकादमी में समुदाय संचालित सम्पूर्ण स्वच्छता (सी0एल0टी0एस0) विषय पर पंचायत राज विभाग के संयोजकत्व में एक दिवसीय मण्डलीय गोष्ठी का दीप जलाकर उद्घाटन किया।
गोष्ठी का आयोजन स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अन्तर्गत किया गया है जिसमें मण्डल के सभी सी0डी0ओ0, डी0पी0आर0ओ0, जिला कन्सल्टेन्ट, ब्लाक को-आर्डिनेटर्स डिप्टी सी0एम0ओ0 और डी0पी0ओ0 शामिल हुए। मुख्य अतिथि मण्डलायुक्त लखनऊ मण्डल श्री महेश कुमार गुप्ता, ने इस बैठक में उपस्थित अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में खुले मे शौच जाने से आम लोगों को विरक्त करने और स्वच्छ शौचालयों के लिए प्रोत्साहित करने के लिए सी0एल0टी0एस0 के महत्व को समझाते हुए उपस्थित अधिकारियों से अपेक्षा की कि अपने-अपने जनपद में ग्रामीण जन को समुदाय संचालित सम्पूर्ण स्वच्छता के प्रति जागरूकता व रूचि पैदा करने हेतु आवश्यक कदम उठायेगें।
ं सचिव मुख्यमंत्री व निदेशक राष्ट्रीय स्वच्छता मिशन श्री अमित गुप्ता ने अधिकारियों को मनोयोग से कार्य करने हेतु प्रेरित किया। श्री अमित गुप्ता ने सी0एल0टी0एस0 के सम्बन्ध में अपने प्रयास एवं अनुभव की जानकारी देते हुए कहाकि स्वच्छता के लिए अग्रणी व गम्भीर प्रयास किये जाने की आवश्यकता है।
कार्यशाला का संचालन उप निदेशक, पंचायत, लखनऊ मण्डल द्वारा किया गया। तदुपरान्त उप निदेशक, पंचायत श्री संजय कुमार बरनवाल द्वारा प्रशिक्षण के उद्देश्य, सम्भावित परिणाम तथा सी0एल0टी0एस0 की रणनीति के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी गयी। उक्त के अतिरिक्त स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की अपने-अपने जनपद की जनपदवार प्रस्तुति लखनऊ मण्डल के समस्त जिलाधिकारियों द्वारा की गयी। श्री वकील अहमद, राज्य सलाहकार, डब्ल्यू0एस0पी0 द्वारा वार्षिक कार्ययोजना 2016-17 की तैयारी पर चर्चा की गयी। समुदाय संचालित सम्पूर्ण स्वच्छता के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी विशेषज्ञ विशिष्ट अतिथि श्री सीतारमण शरणागत के द्वारा दी गयी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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