Posted on 01 December 2015 by admin
आगामी 30 नवम्बर को सुदर्शन जयन्ती समारोह कैपिटल सिनेमा हाल हजरतगंज में मनायी जाएगी इसी को लेकर आज प्रेसवार्ता डा0 भीमराव अम्बेडकर महासभागार हजरतगंज मंे की गयी। समिति के अध्यक्ष श्री लालजी सुदर्शन ने सुदर्शन जयन्ती समारोह के बारे में विस्तार पूर्वक पत्रकारों को जयन्ती के बारे में जानकारी दी, जिसमंे प्रमुख रूप से समिति के अध्यक्ष श्री लालजी सुदर्शन, महामंत्री सुदर्शन मनोज भारती, सलाहकार डी0के0 सुदर्शन, प्रदेश उपाध्यक्ष/मीडिया प्रभारी रामबाबू सुदर्शन, रंजीत सुदर्शन, जिलाध्यक्ष विशाल सुदर्शन मुख्य रूप से उपस्थित थे।
सुदर्शन-अम्बेडकर जयन्ती समारोह समिति के तत्वावधान में आयोजित ‘‘सुदर्शन जयन्ती समारोह’’ के माध्यम से समारोह मंे भाग लेने वाले सुदर्शन समाज को आदि गुरू सुदर्शन जी के तथा बाबा साहब डा0 भीम राव अम्बेडकर जी के आदर्शो एवं सन्देशों को प्रचारित-प्रसारित करने एवं समाज में असामाजिक नेता तत्व जो अपने निजी स्वार्थ की पूर्ति हेतु शासन-प्रशासन एवं समाज में, धानुक, धानक, घरकार, हेला, डोम, डुमार, बसोर, बसफोर, तुरैहा, कठेरिया और महार समाज को बाल्मीकि समाज एवं स्वच्छकार समाज की उप जातियां बताते हैं ऐसे असामाजिक नेता तत्वों से होशियार एवं दूरी बनाए रखने को आगाह किया जाएगा।
मा0 अध्यक्ष श्री लालजी सुदर्शन जी ने कहा कि वर्ष 1950 में हिमांचल प्रदेश, वर्ष 1951 में दिल्ली प्रदेश, वर्ष 1956 मंे जम्मू काश्मीर में, चूड़ा, चूहरे, चूहड़ा, मेहतर, स्वीपर, भंगी, लालबेगी, जल्लाद, हलालखोर, शेखड़ा, जमादार जातियों को बाल्मीकि नाम लिखने का आदेश पारित किया गया था। इसके पश्चात वर्ष 1993 मंे देश की संसद ने उपरोक्त जातियों को पूरे देश में बाल्मीकि नाम लिखने का अधिकार देने का प्रयास किया गया जो असफल रहा। तब से इन जातियों के लोग बाल्मीकि नाम जाति के रूप में प्रयोग कर रहे हैं। श्री अध्यक्ष जी ने कहा कि हिन्दू धर्म मंे प्रत्येक जातियों की एक से अधिक उप जातियां होती हैं तब ही वह उन जातियों को मिलाकर समाज का रूप लेता है, परन्तु कुछ असामाजिक नेता तत्वों से जब बाल्मीकि समाज की उप जातियों के बारे में पूछा जाता है तो वे सुदर्शन समाज को बदनाम व कमजोर करने की नियत से सुदर्शन समाज की उप जातियों को, बाल्मीकि समाज की उप जातियां बताते हैं और शासन-प्रशासन तथा समाज में भ्रम फैलाते हैं।
मा0 अध्यक्ष श्री लालजी सुदर्शन जी ने आगे कहा कि देश में जैसे अन्य अनुसूचित जातियां तथा समाज हमारे अपने भाई व सहयोगी है और अपने-अपने समाज के नाम से पहचान बनाए हुए हैं, जैसे पासी समाज, चमार समाज, धोबी समाज, सोनकर समाज व कोरी समाज वैसे ही सुदर्शन समाज व बाल्मीकि समाज की अपनी-अपनी अलग-अलग पहचान है। हमारी अपनी पहचान जो सुदर्शन समाज के नाम से है इसकी रक्षा-सुरक्षा एवं हक अधिकारों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर जनजागरण कर समाज को तथा शासन-प्रशासन को इस भ्रम से अवगत कराकर दूर किया जाएगा तथा भ्रम फैलाने वाले समाज के असामाजिक नेता तत्वों का सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा, जरूरत पड़ी तो इस सम्बन्ध में कानूनी लड़ाई भी लड़ी जाएगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 01 December 2015 by admin
गोमती तट स्थित झूलेलाल पार्क में २५ नवम्बर २०१५ को प्रातः हर्षोल्लास के साथ लखनऊ के ओडिआ समुदाय द्वारा कार्तिक पूर्णिमा तथा बोइत बन्दाण(पूजन) उत्सव मनाया गया।
लखनऊ शहर के कोने कोने से ओडिआ समुदाय के सदस्य प्रातः गोमती तट पर एकत्र हुए थे । सैकडों महिलायें अपनी पारम्परिक वेशभूषा में आयी थीं। उन्होनें केले की छाल से बनी हुई छोटी छोटी नावों को गोमती नदी में प्रवाहित किया।
’बोइत बन्दाण’ ओडिआ समुदाय का एक मुख्य पर्व है, जो कि प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह की पूर्णिमा के दिन प्रातः अनुष्ठित किया जाता है। यह उत्सव ओडिशा कि गौरवमय सामुद्रिक यात्रा की स्मृति में मनाया जाता है। प्राचीन काल में ओडिशा के साधव गण(सामुद्रिक व्यापारी गण) व्यापार के लिए सुदूर जावा,सुमात्रा,बोर्निओ,बाली तथा सिलोन आदि द्वीपों को बडी बडी नाव(बोइत) में सवार होकर जाते थें। साधव कुलवधूओं के द्वारा साधव गण पूजित होकर विदाई लेते थें। वह समय अब इतिहास बन चुका है परन्तु उसकी स्मृति आज भी शेष है। आज के समय में कार्तिक पूर्णिमा के दिन ओडिशा के लोग केले की छाल से छोटी छोटी नाव बना कर उन दिनों को याद करते हुए पानी में बहाते हैं। यह ’बोइत बन्दाण’ के नाम से जाना जाता है।
इस अवसर पर लखनऊ ओडिआ समाज द्वारा एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिस में ओडिशा की प्रख्यात पार्श्वगायिका श्रीमती सुस्मिता दास अनेक नये एवं पुराने ओडिआ गीतों को प्रस्तुत कर श्रोताओं को मन्त्रमुग्ध किया।
लखनऊ ओडिआ समाज के अध्यक्ष श्री गोपबन्धु पट्टनायक जी ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा का यह उत्सव ओडिआ समाज द्वारा वर्ष २०११ में मनाना प्रारम्भ किया गया था और तभी से प्रतिवर्ष एक पारम्परिक एवं सांस्कृतिक उत्सव के रूप में निरन्तरता से आयोजित किया जा रहा है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 01 December 2015 by admin
सुश्री केन्द्र की मोदी सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के चलते आज देश का मध्यम एवं निर्बल वर्ग का व्यक्ति मंहगाई की भीषण मार से त्रस्त है। एक तरफ जहां खाद्य तेल, दाल, सब्जी आदि रोज मर्रा की जरूरत की वस्तुओं के दामों में डेढ़ से दो गुने तक बेतहाशा वृद्धि हुई है वहीं जनहित के सभी मोर्चे पर मोदी सरकार विफल साबित हुई है यही कारण है कि कभी बीफ तो कभी सहिष्णुता-असहिष्णुता का राग छेड़कर पूरे देश में आरएसएस और भाजपा के नेता आम जनता का ध्यान मंहगाई से हटाने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रदेश कंाग्रेस के प्रवक्ता अमरनाथ अग्रवाल ने आज जारी बयान में कहा कि चाहे सांसद साक्षी महराज हों, चाहे योगी आदित्यनाथ हों, साध्वी प्राची हों या उमा भारती हों, इन सभी नेताओं ने अनर्गल बयानबाजी करके पूरे देश और प्रदेश में धार्मिक उन्माद फैलाने का कार्य कर रहे हैं किन्तु सहिष्णुता के सबसे बड़े आलम्बरदार बनने वाले प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ऐसे एक भी नेताओं पर कोई कार्यवाही नहीं की।
प्रवक्ता ने कहा कि आज देश और प्रदेश में गरीब की थाली से रोटी छीनने का काम मोदी सरकार कर रही है। जहां प्रदेश का किसान सूखे की मार से त्रस्त है वहीं भाजपा नेताओं द्वारा रोजाना दिये जा रहे समाजविरोधी बयानों से आम जनता में आका्रेश व्याप्त है। लोकसभा चुनाव के दौरान आम जनता से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सौ दिन में मंहगाई कम करने के वायदे का क्या हुआ? प्रदेश की जनता सब देख रही है और आने वाले विधानसभा चुनाव में इन्हें सबक अवश्य सिखायेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 01 December 2015 by admin
उत्तर प्रदेश कंाग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष-चेयरमैन कम्युनिकेशन विभाग सत्यदेव त्रिपाठी पूर्व मंत्री ने आज यहां प्रदेश कंाग्रेस मुख्यालय में प्रेस प्रतिनिधियों से वार्ता करते हुए कहा कि आगामी 09दिसम्बर,2015 -कंाग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी जी के जन्मदिन से 31दिसम्बर, 2015 तक प्रदेश में जनसमस्याओं को उजागर करने के लिए पदयात्राओं का कार्यक्रम प्रदेश के प्रमुख शहरों में आयोजित किया जायेगा।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि इन पदयात्राओं में बढ़ती महंगाई, साम्प्रदायिक तनाव, ध्वस्त कानून व्यवस्था, सूखाग्रस्त किसानों को अब तक राहत का कुछ न मिलना और प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न भर्ती घोटालों में प्रदेश के नौजवानों को धोखा देना आदि प्रमुख मुद्दे शामिल हैं।
श्री त्रिपाठी ने कहाकि इन पदयात्राओं में अखिल भारतीय कंाग्रेस कमेटी के महासचिव-प्रभारी उ0प्र0 श्री मधुसूदन मिस्त्री, सांसद, प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डाॅ0 निर्मल खत्री, अ0भा0 कंाग्रेस कमेटी के प्रदेश सहप्रभारी सचिवगण एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेतागण अपनी सुविधानुसार स्थानों पर शामिल होंगे।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि पदयात्रा का तिथिवार विवरण निम्न प्रकार है-
09दिसम्बर, 2015 को मेरठ, 10 दिसम्बर को मुजफ्फरनगर, 14 दिसम्बर को बरेली, 15 दिसम्बर को मुरादाबाद, 16 दिसम्बर को अलीगढ़, 17 दिसम्बर को आगरा, 21 दिसम्बर को वाराणसी, 22 दिसम्बर को इलाहाबाद, 23 दिसम्बर को कानपुर, 24 दिसम्बर को झांसी, 29 दिसम्बर को गोरखपुर एवं 31 दिसम्बर को लखनऊ में पदयात्रा का कार्यक्रम सुनिश्चित किया गया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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