इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ ने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आत्मरक्षा प्रशिक्षण एवं स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई, इग्नू, क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ के स्वयंसेवकों सहित लगभग 200 व्यक्तियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का प्रारम्भ दीप प्रज्जवलन एवं सरस्वती वन्दना से हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो0 खान मसूद अहमद, कुलपति, ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती उर्दू-अरबी-फारसी विश्वविद्यालय, लखनऊ थे। यह कार्यक्रम डैªगन एकेडमी आॅफ मार्शल आटर््स, लखनऊ एवं मेडिक्स सुपर स्पेश्यालिटी हाॅस्पिटल, लखनऊ के सहयोग से आयोजित किया गया।
क्षेत्रीय निदेषक, डाॅ0 मनोरमा सिंह ने इस संगोष्ठी में आये सभी वक्ताओं एवं छात्रों का स्वागत करते हुए कहा कि शिक्षा एक ऐसा अस्त्र है जो समाज में व्यापक परिवर्तन ला सकता है और इस परिवर्तन के माध्यम से समाज में समानता की स्थापना की जा सकती है। डाॅ0 सिंह ने यह भी कहा कि शिक्षा से सशक्तीकरण एक सुदृढ़ विकल्प है जिसके माध्यम से महिलाओं को शिक्षित करते हुए रोजगार तथा अनेक उद्यमों को प्रारम्भ करने के लिए अवसर प्रदान किया जा सकता है। अनेक उदाहरणों को देते हुए क्षेत्रीय निदेशक ने कहा कि इग्नू द्वारा संचालित पाठ्यक्रमों का लाभ महिलाओं ने लिया एवं अपने क्षेत्र में उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया है जो सराहनीय है।
डाॅ0 कीर्ति विक्रम सिंह, सहायक क्षेत्रीय निदेशक ने क्षेत्रीय केन्द्र लखनऊ द्वारा महिला शिक्षा के प्रसार में किये जा रहे प्रयासों का एक संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया। उन्होने क्षेत्रीय केन्द्र द्वारा अभियान महिला षिक्षा से सषक्तीकरण के अन्तर्गत अनेक कार्यक्रमों तथा क्षेत्रीय केन्द्र द्वारा दिये गये नारे बेटियों को पढ़ाओ, परिवार का गौरव बढ़ाओं को जन-जन तक विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में पहुँचाने के प्रयास का वर्णन किया।
डाॅ0 विनोद गंगवार, मेडिक्स सुपर स्पेश्यालिटी हाॅस्पिटल, लखनऊ ने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों को कैंसर सहित अन्य बिमारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी और इसे रोकने के उपायों पर भी प्रकाश डालते हुए इन सभी रोगों के लक्षण के बारे में भी अवगत कराया।
श्री शिवम् शर्मा, एडवोकेट, हाईकोर्ट ने अपने सम्बोधन में विद्यार्थियों को महिलाओं से जुडे़ कानूनी प्रावधानों पर प्रकाश डाला और घरेलू हिंसा अधिनियम - 2005 के बारे में विस्तार से चर्चा की।
श्री ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, सचिव, डैªगन एकेडमी आॅफ मार्शल आटर््स, लखनऊ ने आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए, आत्मरक्षा की कुछ तकनीकों का प्रदर्शन भी किया।
प्रो0 खान मसूद अहमद, कुलपति, ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती उर्दू-अरबी-फारसी विश्वविद्यालय, लखनऊ ने अपने वक्तव्य में कहा कि जिन समस्याओं का सामना महिलायें करती है, उन्हें मूल रूप से समझने की आवश्यकता है जिससे समाज में एक स्थिर संतुलन की स्थापना हो सके। लगभग 50 प्रतिशत की आबादी को सशक्त करने हेतु, सशक्तीकरण को भारतीय परिप्रेक्ष्य में समझने की आवश्यकता है। प्रो0 खान ने विभिन्न महिला आन्दोलनों की भूमिका की चर्चा की जिससे समाज में महिला सशक्तीकरण लाने में सहजता हुई।
डाॅ0 अनामिका सिन्हा, सहायक क्षेत्रीय निदेषक, क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ ने महिला सशक्तीकरण को प्रोत्साहित करने वाले विधियों पर चर्चा की। इसके अतिरिक्त पुलिस एवं प्रशासन द्वारा महिलाओं की सहायता हेतु चलाये जा रहे विभिन्न योजनाओं के बारे में भी डाॅ0 सिन्हा ने विस्तार से बताया।
अन्त में एक प्रश्नकाल रखा गया जिसमें उत्सुक व्यक्तियों प्रश्न पूछे जिनका समाधान वक्ताओं ने किया। इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में डाॅ0 अश्विनी कुमार, उप-निदेशक, डाॅ0 रीना कुमारी, सहायक क्षेत्रीय निदेशक एवं डाॅ0 अजय भट्ट आदि उपस्थित रहे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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