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री-माॅनेटाइजेशन के बाद एक्सप्रेस मनी भारत में फुल कैश पेमेंट्स मुहैया करा रहा है

Posted on 11 March 2017 by admin

अकाउंट से रोजाना की विदड्राल लिमिट (नकदी निकासी की सीमा) में ढील के भारत सरकार के फैसले के साथ अब भारत में उपभोक्ता विदेश से अपने प्रियजनों की ओर से भेजा पैसा बिना किसी चिन्ता या परेशानी के एक्सप्रेस मनी के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। अब जब कैश की उपलब्धता सामान्य हो रही है, उपभोक्ता भारत में एक्सप्रेस मनी के 55 हजार एजेंट लोकेशन से अपना पूरा पैसा कैश में तुरंत प्राप्त कर सकते हैं।
विदेश में रह रहे अपने सगे-संबंधियों या प्रिय जनों की ओर से भेजा गया पैसा प्राप्त करने वाले उपभोक्ता अब एक्सप्रेस मनी से पूरी तरह कैश में पेमेंट लेने का लाभ हासिल कर रहे हैं। डीमाॅॅनिटाइजेशन (विमुद्रीकरण या नोटबंदी) के प्रारंभिक दौर में उन्हें यह पैसा बैंक ट्रांसफर या चेक के माध्यम से प्राप्त हो रहा था।
एक्सप्रेस मनी के सीओओ सुधेश गिरियन ने बताया, ’’हम जानते हैं कि हाल में हुए विमुद्रीकरण से देश के लोगों और हमारे कुछ उपभोक्ताओं को भी कुछ परेशानी हुई। उस समय अकाउंट या खाते से रोजाना नकदी निकासी की सीमा (विदड्राॅल लिमिट) तय करने के फैसले का मतलब था कि उपभोक्ताओं को भुगतान करने के लिए पर्याप्त मात्रा में कैश उपलब्ध नहीं था। उस समय स्थ्तिि नियंत्रण से बाहर थी, लेकिन इस समय हम उपभोक्ताओं को कैश भुगतान के मामले में टाॅप पर है। अब भारत के विभिन्न भागों में स्थित अपने एजेंट्स के जरिए एक्सप्रेस मनी के माध्यम से पैसे प्राप्त करने वाले अपने उपभोक्ताओं को पूरी तरह कैश पेमेंट कर काफी प्रसन्नचित और प्रफुल्लित महसूस कर रहे हैं।’’
पिछले साल के आखिर में सरकार ने 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों पर बैन लगाने का फैसला किया था। इसके साथ ही उस समय नकदी संकट को दूर करने या सीमित संख्या में उपलब्ध नोट के खत्म होने की आशंका को खत्म करने के लिए एटीएम से रोजाना 2000 रुपये निकालने की सख्त विदड्राल लिमिट तय की गई थी। इसके नतीजे से उत्पन्न स्थिति में एक्सप्रेस मनी के एजेंट्स उपभोक्ताओं को प्रभावी ढंग से मनी ट्रांसफर कर उनके पैसों का विवरण नहीं कर पा रहे हैं। उस समय वैकल्पिक उपाय के तौर पर एजेंट पार्टनर्स ने उपभोक्ताओं को चेक और बैंक ट्रांसफर के जरिये पैसा मुहैया करवाया था।
नकदी संकट की बदतर स्थिति खत्म होने के साथ रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया (आरबीआई) धीरे-धीरे नकदी निकासी की सीमा (विदड्राल लिमिट) बढ़ा रहा है। हाल ही में आरबीआई को नए सर्कुलर के अनुसार 1 फरवरी 2017 से करंट और ओवरड्राफ्ट अकाउंट की विदड्राल लिमिट को पूरी तरह हटा लिया गया है। एक्सप्रेस मनी के साथ पे-आउट एजेंट्स का करंट अकाउंट है, जिसे वह अपने उपभोक्ताओं की कैश की डिमांड पूरी करने में अब सक्षम हुए हैं। 20 फरवरी 2017 से प्रभावी आदेश में आरबीआई ने बचत खाते से एक हफ्ते में विदड्राॅल लिमिट 50 हजार रुपये तक बढ़ा दी है। यह लिमिट 13 मार्च 2017 से पूरी तरह हटा ली जाएगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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