Archive | March 29th, 2017

कानून का राज प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता: मुख्यमंत्री

Posted on 29 March 2017 by admin

  • पुलिस अपनी कार्य पद्धति और प्रणाली में परिवर्तन लाए, जिससे आम जनता को राहत और सुरक्षा महसूस हो
  • पुलिस आम जनता से सीधा संवाद स्थापित करे और छोटी से छोटी घटनाओं का संज्ञान ले
  • पुलिस से जुड़े सभी विभाग कार्य योजना बनाकर शीघ्र ही प्रस्तुत करें और अच्छी पुलिसिंग की दिशा में कार्य करना सुनिश्चित करें
  • मुख्यमंत्री भविष्य में कानून व्यवस्था और पुलिस की कार्य प्रणाली के सन्दर्भ में जमीनी हकीकत जानने के लिए फील्ड विजिट करेंगे
  • पुलिस अधिकारी अपने अतिव्यस्त समय में से कुछ समय अपने अधीनस्थ पुलिस कर्मियों के साथ अलग-अलग क्षेत्रों में कुछ किलोमीटर पैदल भ्रमण करें
  • मुख्यमंत्री ने सुरक्षा और शान्ति के लिए खतरा पैदा करने वाले लोगों को चिन्ह्ति कर कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए
  • उत्पीड़न और एसिड अटैक जैसी घटनाओं पर भी शीघ्रता से कार्रवाई की जाए
  • पुलिस अधिकारियों को बैंक खुलने के समय और बाजार बन्द होने के समय विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश
  • थाने में आने वाले फरियादियों के लिए बैठने की समुचित व्यवस्था और उनके प्रति सद्व्यवहार होना चाहिए
  • नवरात्रि और पर्वोें के दौरान मन्दिरों व मेले वाले स्थानों पर  पेयजल, सफाई, पुलिस सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की जाए
  • खनन, वन, गो-माफियाओं व भू-माफियाओं के विरुद्धअभियान चलाकर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश
  • मुख्यमंत्री ने राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने कानून के राज को सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए कहा है कि पुलिस अपनी कार्य पद्धति और प्रणाली में परिवर्तन लाए, जिससे आम जनता को यह महसूस हो कि उसे राहत मिली है, वह सुरक्षित है और नई सरकार के आते ही एक नया वातावरण बना है। उन्होंने कहा कि पुलिस आम जनता से सीधा संवाद स्थापित करे और छोटी से छोटी घटनाओं का संज्ञान लेते हुए, उसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर कार्रवाई करे, जिससे ऐसी घटनाएं किसी बड़े खतरे का कारण न बन सकें। इस सन्दर्भ में उन्होंने ग्रेटर नोएडा और संतकबीरनगर में हुई घटनाओं की चर्चा की। उन्होंने इन घटनाओं की गहरी छानबीन कर रिपोर्ट प्रस्तुत किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री आज यहां शास्त्री भवन में राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पुलिस से जुड़े सभी विभाग कार्य योजना बनाकर शीघ्र ही प्रस्तुत करें और अच्छी पुलिसिंग की दिशा में कार्य करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि वे भविष्य में कानून व्यवस्था और पुलिस की कार्य प्रणाली के सन्दर्भ में जमीनी हकीकत जानने के लिए फील्ड विजिट करेंगे, तब तक पुलिस की कार्य प्रणाली में सुधार आना चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी अपने अतिव्यस्त समय में से कुछ समय अपने अधीनस्थ पुलिस कर्मियों के साथ अलग-अलग क्षेत्रों में कुछ किलोमीटर पैदल भ्रमण करें, इससे जनता में विश्वास और सुरक्षा की भावना पैदा होगी।
मुख्यमंत्री ने थानों और पुलिस से सम्बन्धित अन्य कार्यालयों व आवासों की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने के साथ-साथ पुलिस को नियमित पेट्रोलिंग करने के भी निर्देश दिए। श्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश एक बड़ा राज्य है और संसाधनों की कमी भी है। किन्तु पुलिस अपनी कार्य प्रणाली में परिवर्तन लाए, जिससे अपराधियों और असामाजिक तत्वों के अन्दर भय पैदा हो और आम जनता को सुरक्षा का एहसास हो।
श्री योगी ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं होनी चाहिए। राज्य के प्रत्येक व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान करने का नैतिक दायित्व हम सबका है। उन्होंने सुरक्षा और शान्ति के लिए खतरा पैदा करने वाले लोगों को चिन्ह्ति कर कार्रवाई किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि सतर्कता और सक्रियता ही पुलिस का मूल मंत्र होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के साथ जो कोई भी खिलवाड़ करे, उसे सख्ती से रोका जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि रंगदारी और जबरन वसूली की कुछ घटनाएं प्रकाश में आयी हैं, इन घटनाओं में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि उत्पीड़न और एसिड अटैक जैसी घटनाओं पर भी शीघ्रता से कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री ने पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त कार्य प्रणाली अपनाए जाने पर जोर देते हुए कहा कि पुलिस विभाग के अन्दर भी ऐसे लोगों को चिन्ह्ति किया जाए, जो अपराधियों और असामाजिक तत्वों से जुड़े हुए हैं। उन्होंने पुलिस  अधिकारियों और कर्मियों के आन्तरिक अनुशासन पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि थाने में आने वाले फरियादियों के लिए बैठने की समुचित व्यवस्था और उनके प्रति सद्व्यवहार होना चाहिए। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को बैंक खुलने के समय और बाजार बन्द होने के समय विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।

श्री योगी ने कहा कि नवरात्रि और पर्वोें के दौरान काफी संख्या में लोग मन्दिरों व मेले वाले स्थानों पर आते हैं। इन स्थानों पर पेयजल, सफाई, पुलिस सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की जाए। ऐसे शक्ति स्थलों का वरिष्ठ अधिकारी नियमित भ्रमण करें। उन्होंने अयोध्या में रामनवमी के मेले के लिए भी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। साथ ही, यह भी कहा कि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।
मुख्यमंत्री ने खनन, वन, गो-माफियाओं व भू-माफियाओं के विरुद्ध भी अभियान चलाकर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस समन्वय बनाकर कार्यवाही करे। इस सन्दर्भ में उन्होंने डायल-100 का उदाहरण देते हुए कहा कि इसके साथ समन्वय बनाकर कार्य करना चाहिए। उन्होंने पुलिस आधुनिकीकरण और संसाधनों की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि पुलिस को आधुनिकतम उपकरणों और नवीनतम तकनीक से लैस रहना होगा।
श्री योगी ने कहा कि गर्मी के मौसम में आग की घटनाएं होती हैं, जिसके लिए फायर सर्विसेज को सतर्क और जागरूक रहना होगा। उन्होंने कहा कि आतंकवाद की घटनाओं के सन्दर्भ में सतर्कता जरूरी है। किसी भी घटना को सामान्य कहकर टालने की प्रवृत्ति से बचना होगा। गांव के स्तर पर भी घटना की जानकारी होनी चाहिए। नागरिक सुरक्षा बल को भी मजबूत बनाना होगा और इनका उपयोग सिर्फ विशेष अवसरों के लिए न हो। उन्होंने कहा कि महिलाओं और मानवाधिकारों की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती है, जिससे निपटना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।
बैठक में प्रमुख सचिव गृह श्री देबाशीष पण्डा, डी0जी0पी0 श्री जावीद अहमद, ए0डी0जी0 लाॅ एण्ड आॅर्डर श्री दलजीत सिंह चैधरी सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे।

Comments (0)

Advertise Here

Advertise Here

 

March 2017
M T W T F S S
« Feb   Apr »
 12345
6789101112
13141516171819
20212223242526
2728293031  
-->









 Type in