Posted on 04 January 2016 by admin
भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि गरीबों के लिए चलाई जाने वाली योजनाओं को समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार के भ्रष्टाचार का घुन चट करने में लगा है ताकि इससे अगले चुनाव में खर्च किया जा सके। पंचायत चुनाव में सपा नेताओं ने जिस तरह से बेहिसाब धन खर्च किया है उससे यह साबित हो गया है कि प्रदेश में चल रही सरकारी योजनाएं भ्रष्टाचारियों के लिए लूट का साधन बन चुकी हैं।
प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि गरीबों को जाड़े में बांटे जाने के लिए लखनऊ, अमेठी समेत एक दर्जन से अधिक जिलों ने कंबल नहीं खरीदे और जहां खरीद भी हुई वहां पर जमकर धांधली भी हुई है। फतेहपुर जिले में मुफ्त बांटे जाने वाले ये कंबल बाजार में बिकते मिले हैं। इन कंबलों की खरीद पंचायती राज विभाग ने की थी। इससे यह साफ जाहिर होता है कि गरीबों के लिए शुरू की गई योजनाएं किस तरह भ्रष्ट अधिकारियों और माफियाओं के गठजोड़ की भेंट चढ़ गई हैं।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि इससे पहले समाजवादी पेंशन योजना में भी बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार उजागर हो चुका है लेकिन सपा सरकार ने एक भी दोषी अधिकारी पर अबतक कोई कार्रवाई नहीं की है। वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार की सहायता वाली योजना कौशल विकास मिशन में भी सपा के भ्रष्टाचार ने अपनी सेंध लगा दी है। इस मिशन में छात्र-छात्राओं को नौकरी के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र भेजे जा रहे हैं। बदले में इन छात्र-छात्राओं से रकम वसूली जा रही है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि मेरठ जिले में कई छात्र-छात्राओं ने इसकी शिकायत कर पूरे मामले का भंडाफोड़ किया है। शिकायत मिलने के बाद भी सरकार ने अब तक किसी अधिकारी की जिम्मेदारी तय नहीं की है। इससे ही स्पष्ट हो जाता है कि गरीबों युवाओं की हितैषी होने का दावा करने वाली सपा के नेता अधिकारियों के साथ मिलकर असल में इनके हिस्से के धन पर कब्जा कर अपना खजाना भर रहे हैं। पंचायत चुनाव में जिस तरह से सपा नेताओं ने धन खर्च किया है वह गरीबों, किसानों, युवाओं के नाम पर शुरू की गई योजनाओं का ही पैसा है जिसे भ्रष्टाचार के जरिए नेताओं तक पहुंचाया गया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 04 January 2016 by admin
सैफई (इटावा) सैफई महोत्सव में बीती रात्रि स्वरांजलि एंटरटेनमेंट द्वारा रंगारंग संगीत संध्या का आयोजन किया गया जिसमें कई वालीबुड गायको, अभिनेत्रियों ने अपनी गायिकी लटको- झटको से पूरे पाण्डाल को खूब नचाया। गायक अंकिता कपूर, श्रति राने, शिवा मिश्रा, अपूर्व शाह, का जादू लोगो के सर चढकर बोला। वही अभिनेत्री इशिता भट्ट व मेघना नायडू के लटके झटको ने कोहरे मे आग लगा दी। जाॅनी लीवर के भाई जिमी ने काॅमेडी से खूब हॅसाया।
कार्यक्रम की शुरूआत मेरठ से आयी गायक आयुषी शर्मा ने ‘ ये मेरा दिल यार का दीवाना, से की। इसके बाद उन्होने अंग्रेजी गीत गाकर युवाओ को झूमने को बिबस कर दिया।
इनके बाद रेडियो सिटी पर अपनी गायिकी का जलबा बिखेर चुके प्लेबैक सिंगर शिवम मिश्रा ने ‘हर किसी को नही मिलता यहाॅ प्यार जिंदगी में, पिया रे पिया रे तेरे बिन लागे ना जिया रे, सहित कई गीत प्रस्तुत किये। वह पाण्डाल के बीच में भी गये और युवाओ को अपनी आवाज पर खूब नचाया। अभिनेत्री इशिता भटट ने ‘ चितियाॅ कलाइयाॅ, डी जे वाले वावू मेरा गाना बजा दे, में लवली हो गयी यार, अभिनेत्री मेघना नायडू ने ‘ तेरे बिन किक मुझे मिलती नही, वेवी डाॅल में सोने दी, राम चाहे लीला, गीतो पर नृत्य करके पूरे पाण्डाल को नचाया।
वालीवुड गायिका अंकिता कपूर व श्रुति राने के गाये गीतो ने कडकडाती सर्दी मे गर्मी का अहसास कराया। युवा इनके गीता पर जमकर नाचे। उन्होने ‘नाम गुम जायेगा, मै तेन्नु समझावाॅ, तेरी गलियाॅ गलियाॅ तेरी गलियाॅ, मुस्कराने की बजह तुम हो, पान खये सइयाॅ हमार, दम मारो दम, जैसे गीतो की प्रस्तुति देकर युवाओ के दिल पर अमिट छाप छोडी।
प्लेबैक सिंगर अपूर्व शाह ने ’तेरे नाम से ली लॅू, मुझे दुनियाॅ वालो शरावी न समझो, जिन्दगी एक प्यार का गीत है, सहित कई गीत गाकर वाहवाही लूटी। मशहूर काॅमेडियन जाॅनी लीवर के भाई जिमी ने भी खचाखच भरे पाण्डाल को खूब हॅसाया। इस अबसर पर सांसद तेजप्रताप यादव, प्रबंधक वेदब्रत गुप्ता, रविन्द्र श्री वास्तव गुडडू, रामनरेश यादव, राजवीर ठेकेदार, चंदगीराम यादव, राजवीर वावा, यश यादव मैनपुरी मौजूद रहे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 04 January 2016 by admin
मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने समस्त जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि उन्हें आगामी 11 जनवरी को अपने जनपद के ब्लाॅक स्तर तक के सभी सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बैठक कर मातृत्व सप्ताह के आयोजन हेतु रणनीति बनानी होगी। उन्होंने कहा कि इस समस्त अभियान को संचालित करने हेतु जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में कण्ट्रोल रूप स्थापित किया जाये। उन्होंने कहा कि मातृत्व सप्ताह का आयोजन मुख्यतः ए0एन0एम0 उपकेन्द्र के अन्तर्गत आने वाले गांवों में ए0एन0एम0 व आशा के सहयोग से किया जायेगा। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं की सूची मातृत्व सप्ताह से 07 दिन पूर्व आशा व आंगनबाड़ी केन्द्रों को बनानी होगी। उन्होंने कहा कि आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री को आपसी समन्वय स्थापित कर अद्यतन टैलीशीट 20 जनवरी तक ए0एन0एम0 के माध्यम से ब्लाॅक स्तर पर भेजना सुनिश्चित करना होगा, इस हेतु प्रत्येक दशा 15 जनवरी तक सभी ब्लाॅकों पर ए0एन0एम0, आशा व आंगनबाड़ी केन्द्रों को टैलीशीट उपलब्ध करा दी जाये। उन्होंने कहा कि निर्धारित दिवस पर सत्र स्थल पर गर्भवती महिलाओं की समस्त जांचों हेतु बैठाने, लिटाने एवं निजता सम्बन्धी सभी व्यवस्थायें सुनिश्चित कराने का दायित्व स्वास्थ्य विभाग का होगा और इसे सफल बनाने में आई0सी0डी0एस0 व पंचायती राज विभाग पूर्ण सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि इस आयोजन को सफल बनाने तथा व्यापक जनसहभागिता सुनिश्चित कराने हेतु जिलाधिकारियों को आई0सी0डी0एस0, पंचायती राज तथा स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभागों के सहयोग से विभिन्न माध्यमों से व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाये।
श्री रंजन ने यह निर्देश प्रदेश के समस्त जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को परिपत्र निर्गत कर दियें। उन्होंने कहा कि मातृत्व सप्ताह के पूर्व जिला प्रशासन को ए0एन0एम0, ग्राम प्रधान, नोडल अधिकारी पर्यवेक्षकों व ब्लाॅक मेडिकल आॅफिसर पर्यवेक्षकों तथा बाल विकास विभाग से इतर अधिकारियों/कर्मचारियों का प्रशिक्षण कराना होगा। उन्होंने कहा कि आगामी 05 फरवरी को चिन्हित सभी जटिलता वाली गर्भवती महिलाओं को ब्लाॅक चिकित्सा इकाइयों एवं जिला महिला/संयुक्त चिकित्सालयों पर लेकर आने का उत्तरदायित्व आशा का होगा और इस कार्य में सहयोग हेतु सभी ए0एन0एम0 को अपने ब्लाॅक स्तरीय चिकित्सालय में उपस्थित रहना अनिवार्य होगा। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि मातृत्व सप्ताह का अनुश्रवण दो स्तर पर किये जायेगा प्रथम विभागीय अनुश्रवण स्वास्थ्य विभाग द्वारा आई0सी0डी0एस0 के सहयोग से तथा द्वितीय वाह्य अनुश्रवण जिलाधिकारी द्वारा प्रत्येक ब्लाॅक में नामित दो नोडल अधिकारियों द्वारा किया जायेगा।
मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिये कि मातृत्व सप्ताह को सफल बनाने हेतु प्रत्येक ब्लाॅक में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम से 04 मेडिकल आॅफिसर और ब्लाॅक/अतिरिक्त/नया प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से 01 मेडिकल आॅफिसर अर्थात कुल 05 मेडिकल आफिसर पर्यवेक्षक के रूप में नामित किये जायें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ब्लाॅक में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी द्वारा ब्लाॅक के 25 उपकेन्द्रों को 05 कलस्टरों में विभाजित करते हुये प्रत्येक क्लस्टर पर एक मेडिकल आॅफिसर को पर्यवेक्षक बनाया जाये। उन्होंने कहा कि हर पर्यवेक्षक मेडिकल आॅफिसर के साथ टीम बनाते हुये मुख्य सेविका को जोड़ा जाये, ताकि दोनों विभागों का गतिविधि में योगदान के साथ-साथ अनुश्रवण में गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके। उन्होंने टीम को मातृत्व सप्ताह के आठों दिन अलग-अलग स्थलों का अनुश्रवण करना अनिवार्य होगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ब्लाॅक स्तर पर जिलाधिकारी द्वारा जनपद स्तरीय नोडल अधिकारियों को नामित किया जाये। उन्होंने कहा कि नोडल अधिकारियों को प्रत्येक दिन एक ब्लाॅक में से किन्हीं 05 स्थलों का अनुश्रवण करते हुये सूचना जिलाधिकारी को सौंपनी होगी।
मुख्य सचिव ने कहा कि मातृत्व सप्ताह के दौरान प्रत्येक दिन प्रातः 09 बजे से सायं 04 बजे तक ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस के स्थल/आंगनबाड़ी केन्द्र पर सभी गर्भवती महिलाओं की जांच की जायेगी। उन्होंने कहा कि मातृत्व सप्ताह में अधिक से अधिक गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण किया जाये, ताकि सभी गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य एवं पोषण की जांच कर, उन्हें स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध करायी जा सकें।
श्री रंजन ने कहा कि जटिलता से ग्रसित महिलाओं की पहचान कर उन्हें प्राथमिकता के आधार पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के साथ-साथ निरन्तर संपर्क स्थापित कर सुरक्षित संस्थागत प्रसव कराना सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने प्रत्येक ब्लाॅक चिकित्सा इकाइयों एवं जिला महिला/संयुक्त चिकित्सालयों पर चिन्हित हाई रिस्क प्रेग्नेन्सी वाली महिलाओं की क्लीनिक संचालित किये जाने के निर्देश देते हुये कहा कि क्लीनिक में चिन्हित हाई रिस्क प्रेग्नेन्सी वाली महिलाओं को उपचार प्रदान किया जाये। उन्होंने कहा कि मातृत्व सप्ताह के प्रत्येक दिवस पर हाई रिस्क प्रेग्नेन्सी वाली महिलाओं की सही तरह से पहचान कर 05 फरवरी, 2016 को उन्हें क्षेत्र की ब्लाॅक चिकित्सा इकाइयों अथवा जिला महिला/संयुक्त चिकित्सालयों पर हाई रिस्क क्लीनिक पर जांच व उपचार हेतु सन्दर्भित किया जाये।
मुख्य सचिव ने मातृत्व सप्ताह के पश्चात प्रत्येक ब्लाॅक में चिकित्सा प्रभारी द्वारा कुल गर्भवती महिलाओं, जिनकी जांच की गई तथा कुल हाई रिस्क प्रेग्नेन्सी वाली महिलाओं की सूची को संकलित कर सूचना जनपद स्तर को प्रेषित करनी होगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक उपकेन्द्र पर ए0एन0एम0 द्वारा गर्भवती महिलाओं की समस्त सूचना आर0सी0एच0 रजिस्टर में अंकित करते हुये महिलाओं की जांच प्रत्येक माह कराते हुये रजिस्टर को अद्यतन रखा जाये। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त आगामी माहों में नयी गर्भवती महिलाओं की सूचना को भी इसी रजिस्टर में दर्ज कराया जाये।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 04 January 2016 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव के निर्देशों के अनुपालन में बेसिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन की प्रगति का अनुश्रवण एवं स्थलीय निरीक्षण तथा सत्यापन करने हेतु वर्तमान माह जनवरी में सचिव बेसिक शिक्षा स्वयं तथा अपने अधीनस्थ तैनात 02 विशेष सचिवों सहित मुख्यालय स्तर के 14 वरिष्ठ शिक्षा अधिकारियों को 02-02 जनपद आवंटित कर निरीक्षण करने के निर्देश निर्गत किये गये हैं। जनपदवार नामित वरिष्ठ शिक्षा अधिकारियों को निरीक्षण आख्या आगामी 15 जनवरी तक सचिव बेसिक शिक्षा को भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये हैं।
सचिव बेसिक शिक्षा श्री आशीष कुमार गोयल ने बताया कि वर्तमान माह जनवरी, 2016 में वे स्वयं आगरा एवं मथुरा, विशेष सचिव श्री विजय बहादुर सिंह को अलीगढ़ एवं हाथरस, विशेष सचिव श्री गोविन्द राजू एन0एस0 को मुरादाबाद एवं बिजनौर, राज्य परियोजना निदेशक सर्व शिक्षा अभियान कानपुर नगर एवं कानपुर देहात, निदेशक मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण जनपद गोरखपुर एवं संतकबीर नगर, निदेशक राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद को भदोही एवं मिरजापुर, निदेशक साक्षरता एवं वैकल्पिक शिक्षा को वाराणसी एवं चन्दौली, शिक्षा निदेशक बेसिक को इटावा एवं औरेया, सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को जनपद सोनभद्र, श्री विनय कुमार पाण्डेय अपर शिक्षा निदेशक बेसिक को बांदा एवं चित्रकूट, श्रीमती रुबी सिंह अपर शिक्षा निदेशक को फैजाबाद एवं अम्बेडकर नगर, कु0 रमेश शर्मा अपर परियोजना निदेशक सर्व शिक्षा अभियान को जनपद गाजि़याबाद एवं हापुड़, श्रीमती राजकुमारी वर्मा अपर परियोजना निदेशक सर्व शिक्षा अभियान को जनपद गोण्डा एवं बलरामपुर, श्रीमती अनारपति वर्मा संयुक्त शिक्षा निदेशक को सुल्तानपुर एवं अमेठी, सुश्री कमलेश प्रियदर्शी संयुक्त शिक्षा निदेशक एवं वरिष्ठ विशेषज्ञ सर्व शिक्षा अभियान को जनपद बरेली एवं पीलीभीत, कु0 गायत्री संयुक्त शिक्षा निदेशक (महिला) को फतेहपुर एवं कौशाम्बी तथा श्री इश्तियाक अहमद संयुक्त शिक्षा निदेशक एस0सी0ई0आर0टी0 को जनपद आजमगढ़ एवं मऊ जनपद आवंटित किया गया है।
सचिव बेसिक शिक्षा श्री आशीष कुमार गोयल ने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत संचालित विद्यालयों एवं योजनाओं का निरीक्षण प्रभावी एवं सुनियोजित ढंग से कराने हेतु वरिष्ठ अधिकारियों को निरीक्षण से सम्बन्धित आइटम एवं चेक लिस्ट भी उपलब्ध करायी गयी है। उन्होंने बताया कि जनपदों के भ्रमण हेतु वरिष्ठ शिक्षा अधिकारियों को नामित जनपदों में पूर्ण रूप से तीन दिन रुकना अनिवार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि इन नामित अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि वे आवंटित जनपद में निरीक्षण के समय यथासंभव जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी से संपर्क कर विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन के सम्बन्ध में फीडबैक अवश्य प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि नामित वरिष्ठ अधिकारियों को यह सख्त निर्देश दिये गये हैं कि निरीक्षण के तीनों दिन विद्यालय समय का पूर्ण उपयोग विद्यालयों के निरीक्षण में किया जाये। उन्होंने कहा कि जनपद स्तर की समीक्षा बैठकें अथवा कार्यालयों का निरीक्षण विद्यालय समय में कतई न करने के निर्देश दिये गये हैं, ताकि अधिक से अधिक विद्यालयों का निरीक्षण नामित वरिष्ठ शिक्षा अधिकारियों द्वारा आवंटित जनपद में किया जा सके।
श्री गोयल ने बताया कि वरिष्ठ शिक्षा अधिकारियों को जनपदों के भ्रमण हेतु बेसिक शिक्षा से सम्बन्धित निरीक्षण आइटम एवं चेक लिस्ट के अनुसार विद्यालयों में तैनात शिक्षक की उपस्थित, बालक-बालिकाओं के लिये पृथक-पृथक शौचालयों के क्रियाशील होने की स्थिति, सफाई की व्यवस्था पेयजल की व्यवस्था, विद्यालय प्रांगण में सफाई की स्थिति तथा मध्यान्ह भोजन नियमित रूप से दिये जाने एवं निर्धारित मीनू के अनुसार मध्यान्ह भोजन उपलब्ध कराने एवं प्रति सप्ताह निर्धारित दिवस को दूध दिये जाने की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। उन्होंने कहा कि कक्षा-1 से 8 तक शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित कराने हेतु छात्र-छात्राओं से उन्हीं की पुस्तक में उन्हें पढ़ाये जा चुके हिन्दी भाषा के किसी पाठ से अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं को वाचन कराने के भी निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के समय छात्र-छात्राओं को ब्लैक बोर्ड पर अंकगणित के कम से कम 02 प्रश्न देकर उन्हें अपनी कापी में हल कराने के लिये छात्रों को समय देकर यह जानकारी प्राप्त की जाये कि कितने छात्र-छात्राओं ने प्रश्न हल करने का प्रयास किया है और कितने छात्रों ने सही हल किया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 04 January 2016 by admin
लखनऊ की सामजिक कार्यकत्री उर्वशी शर्मा ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के निलंबित आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर की पत्नी और सामाजिक कार्यकत्री नूतन ठाकुर के खिलाफ अधिवक्ता त्रिभुवन कुमार गुप्ता के मार्फत मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया है । उर्वशी ने लखनऊ की जुडिशिअल मजिस्ट्रेट दुर्गेश नंदिनी के समक्ष यह शिकायत दर्ज कराई है। अदालत ने उर्वशी का मुकदमा दर्ज कर लिया है और इस मामले में उर्वशी का बयान 05 जनवरी को दर्ज होगा। उर्वशी ने नूतन पर आईपीसी की धारा 499ए500ए501 और 502 में मानहानि करने वाला अपराध बताते हुए कार्यवाही की प्रार्थना की है।
बताते चलें कि लखनऊ स्थित सामाजिक संगठन येश्वर्याज सेवा संस्थान की सचिवए सामाजिक कार्यकत्री और आरटीआई एक्टिविस्ट उर्वशी शर्मा ने यूपी के निलंबित चल रहे आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर की पत्नी सामाजिक कार्यकत्री और आरटीआई एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर को इससे पहले हाई कोर्ट के अधिवक्ता त्रिभुवन कुमार गुप्ता के माध्यम से कानूनी नोटिस भेजकर नूतन पर कायराना एवं दूषित मानसिकता के तहत उनकी व उनकी संस्था येश्वर्याज की मानहानि करने का आरोप लगाया था ।
उर्वशी ने बताया कि उन्होंने बीते 5 नवम्बर को सामाजिक संस्था येश्वर्याज की सचिव की हैसियत से हाई कोर्ट इलाहाबाद की लखनऊ खंडपीठ में एक पीण्आईण्एलण् दायर करके न्यायालय से यूपी के निलंबित आईपीएस अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी नूतन ठाकुर के विरुद्ध लंबित रेप और धोखाधड़ी की तथा अमिताभ ठाकुर के विरुद्ध भ्रष्टाचार की एफण्आईण्आरण् की त्वरित विवेचना कराने के साथ साथ लोकायुक्त द्वारा अमिताभ ठाकुर के विरुद्ध की गयी जांच की अनुशंषाओं पर त्वरित कार्यवाही हेतु उत्तर प्रदेश सरकार को निर्देश देने का आग्रह किया था । इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने बीते 16 नवम्बर को येश्वर्याज की इस पीआइएल में किसी भी प्रकार का जनहित का मुद्दा नहीं बताते हुए इसे खारिज कर दिया था ।
उर्वशी ने बताया कि पीआईएल खारिज होने के बाद नूतन ठाकुर ने समाचार पत्रों के माध्यम से उन पर और उनकी संस्था येश्वर्याज पर यह पीआइएल यूपी के खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के इशारों पर दायर किये जाने का गलत और झूंठा और आधारहीन आरोप लगाया था ।
बकौल उर्वशी येश्वर्याज संस्था ने 2011.12 में पंजीकरण के बाद से आज तक किसी भी सरकारी या प्राइवेट संस्थान से किसी भी प्रकार की कोई भी मदद नहीं ली है और इसीलिये नूतन ठाकुर द्वारा उनकी संस्था पर सूबे के खनन मंत्री से मदद का आरोप लगाने से उनकी व उनके सामाजिक संगठन की घोर अपहानि कारित हुई थी ।
उर्वशी ने इस नोटिस के माध्यम से नूतन पर येश्वर्याज के प्रति दुर्भावना का आरोप लगाया था और नूतन ठाकुर को 15 दिन का समय देते हुए नूतन के ष्गायत्री के इशारों पर पीआइएल किये जानेष् संबंधी वक्तव्य के सम्बन्ध में ठोस साक्ष्य एवं सबूतों की मांग की गयी थे । नूतन द्वारा सबूत न देने की स्थिति में नूतन के खिलाफ कानूनी कार्यवाही किये जाने की बात भी इस नोटिस में कही गयी थी ।
उर्वशी के अधिवक्ता त्रिभुवन कुमार गुप्ता ने बताया कि नूतन ठाकुर की तरफ से कोई जबाब न आने पर आज उन्होंने वादिनी उर्वशी की ओर से यह मुकद्दमा न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया था जिसे न्यायालय ने स्वीकार कर लिया गया है ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 04 January 2016 by admin
लायन्स क्लब राजधानी अनिन्द की ओर से महिला बन्दी गृह गोसाईंगंज में निःशुल्क शाल वितरण 3 जनवरी 2016 को प्रातः 10 से किया जायेगा । इस कार्यक्रम को कवरेज हेतु अपने छायाकार और संवादाता को भेजने का कष्ट करें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 04 January 2016 by admin
प्रदेश सरकार के मुखिया पुलिस और पब्लिक के बीच मैत्रीपूर्ण रवैये को लेकर बार-बार जिले के अफसरों कों सचेत करते रहते हैं। जनता के बीच पुलिस की सकारात्मक छवि क्या है? इसी को लेकर एक बड़ी पहल मंडल के डीआईजी गोविन्द अग्रवाल ने की। अलीगढ़ पुलिस लाइन में शुक्रवार को डीआईजी ने वरिष्ठ फोटो जर्नलिस्ट मनोज अलीगढ़ी द्वारा कैमरे से कैद किये गये अलीगढ़ पुलिस के सकारात्मक क्रियाकलापों को कलैंडर के रूप में सामने रखा। मुख्य अतिथि के रूप में डीआईजी गोविन्द अग्रवाल ने कलैंडर का विमोचन करते हुए उसमें प्रस्तुत तस्वीरों की भूरि-भूरि प्रशंसा की और कहा कि मनोज अलीगढ़ी के प्रयास से ही यह संभव हो सका है।
पुलिस क्लब में आयोजित हुए कार्यक्रम में डीआईजी गोविन्द अग्रवाल ने कहा कि कलैंडर के रूप में जो पुलिस की सकारात्मक छवि सामने आई है, उससे स्पष्ट होता है कि यह असाध्य कार्य बिना मनोज अलीगढ़ी के सहयोग से संभव नहीं हो सकता था। एसपी सिटी डाॅ. ब्रजेश कुमार मिश्रा ने कहा कि यह कलैंडर जनपद के साथ-साथ प्रदेश स्तर पर मिसाल कायम करेगा और सांप्रदायिक सौहार्द का भी इसमें विशेष स्थान रहेगा। डीआईजी साहब द्वारा प्रस्तुत की गई पुलिस की यह सकारात्मक पहल उत्तर प्रदेश के लिए मिसाल कायम होगी। संचालन करते हुए एसपी ट्रैफिक एके सिंह ने कहा कि मनोज अलीगढ़ी के प्रयासों को विशेष स्थान देना चाहिए। कार्य के दौरान बहुत ही अड़चनें आने के बावजूद भी इन्होंने मिसाल कायम की है। समय पर जोखिम भरी तस्वीरों को लेकर पुलिस की पारदर्शिता को बनाये रखने का प्रयास किया है तथा जन-जन में पुलिस विभाग को लोकप्रिय बनाये रखा। कृष्णा इंटर नेशनल स्कूल के डायरेक्टर प्रवीण अग्रवाल ने कहा कि डीआईजी साहब द्वारा किया गया यह प्रयास प्रशंसनीय है और मनोज अलीगढ़ी की बेजोड़ तस्वीरों ने इस कलैंडर को और अद्भुत बना दिया। वह ऐसे कार्यों के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। फोटो जर्नलिस्ट मनोज अलीगढ़ी ने कहा कि डीआईजी साहब द्वारा पुलिस की सकारात्मक छवि को कैद करने का आदेश मिलते ही, मैं कार्य में जुट गया, लेकिन कुछ समय बाद समस्याओं का सामना करना पड़ा। लेकिन अफसरों के मनोबल बढ़ाने से कार्य को अंजाम तक पहुंचाया। इस दौरान उन्होंने सभी अधिकारियों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन जब-जब होंगे, उनका कैमरा पुलिस के लिए सदैव उपलब्ध रहेगा। इस मौके पर एसपीआरए संसार सिंह, सहायक पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा, क्षेत्राधिकारी तृतीय राजीव कुमार, सीओ द्वितीय सत्यप्रकाश यादव, आरआई राममोहन शर्मा, राजेन्द्र सिंह, रामेश्वर प्रसाद शर्मा, अशरफ हुसैन, ऊदल सिंह, विनोद यादव, विमलेश कुमार, मुकेश बाबू, विनोद कुमार, भूलन सिंह सहित तमाम पुलिस अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन- पुलिस लाइन के आॅफिसर्स मैस में मनोज अलीगढ़ी द्वारा तैयार किये गये कैलेंडर का विमोचन करते डीआईजी गोविंद अग्रवाल, कृष्णा इंटरनेशनल स्कूल के डायरेक्टर प्रवीन अग्रवाल, एसपी सिटी डाॅ. ब्रजेश कुमार, एसपी ट्रैफिक एके सिंह, एसपीआए संसार सिंह व अन्य।
फोटो कैप्शन- कार्यक्रम के दौरान मनोज अलीगढ़ी को सम्मानित करते डीआईजी गोविंद अग्रवाल।
फोटो कैप्शन- कार्यक्रम को संबोधित करते डीआईजी गोविंद अग्रवाल।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 02 January 2016 by admin
नये वर्ष-2016 के कल से आगमन की पूर्व संध्या पर आज यहाँ जारी एक बयान में सुश्री मायावती जी ने कहा कि वैसे तो हमारे लिये कर्म ही जीवन है और ख़ासकर परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर का जीवन संघर्ष की ’’बी.एस.पी. मूवमेन्ट’’ के लिये सतत् प्रेरणा का श्रोत है, फिर भी कुदरत से प्रार्थना है कि नया वर्ष आप सभी लोगों के जीवन में सुख, शान्ति व सम्पन्नता लेकर आये और साथ ही देश भर के ग़रीबों, उपेक्षितों व अन्य शोषितों के जीवन में भी ख़ुशी व ख़ुशहाली आये।
परन्तु इस मौक़े पर मैं ख़ासकर अपरकास्ट के ग़रीबों, दलितों, पिछड़ों व धार्मिक अल्पसंख्यकों में विशेष तौर से मुस्लिम समाज के लोगों से यह कहना चाहती हूँ कि इन उपेक्षित व शोषित वर्गों के लोगों को अपना जीवन-स्तर बेहतर बनाने अर्थात् सत्ता की मास्टर चाभी प्राप्त करके अपना उद्धार स्वयं करने हेतु आगे बढ़कर कड़ा संघर्ष करना होगा व साथ ही अपना भविष्य सवांरने के लिये अच्छी सूझ-बूझ भी अपनानी होगी, क्योंकि विभिन्न विरोधी पार्टियों की सरकारें किस प्रकार से इन लोगों के साथ छलावा करती रही हंै वह अब किसी से भी छिपा नहीं रहकर पूरी तरह से जग-ज़ाहिर हो चुका है।
इस मामले में ख़ासकर उत्तर प्रदेश के लोगों को नये वर्ष में पूरी जी-जान व कड़ी मेहनत करके आने वाले विधानसभा आमचुनाव की तैयारी करनी होगी, ताकि वर्तमान सपा सरकार की ग़रीब, किसान, मज़दूर, दलित, पिछड़े, अपरकास्ट व मुस्लिम समाज-विरोधी नीतियों व जंगलराज से उत्पन्न त्राहि-त्राहि के माहौल से उत्तर प्रदेश की लगभग 22 करोड़ जनता को अब आगे मुक्ति मिल सके। साथ ही, इस मामले में भाजपा की केन्द्र सरकार व इनकी विभिन्न राज्य सरकारों की जनविरोधी, साम्प्रदायिक व अन्य ग़लत नीतियों व कार्यशैली के कारण भी, कांग्रेस पार्टी की पूर्ववर्ती शासन की तरह ही एक शोषणकारी युग क़ायम है, जिस कारण ग़रीबों, मज़दूरों व आमजनता का जीवन पहले की ही तरह काफी ज़्यादा मुश्किल बना हुआ है।
इस प्रकार, आने वाले नये वर्ष में उत्तर प्रदेश के लोगों को ख़ासकर काफी गंभीर होकर अपने राजनैतिक भविष्य के बारे में काफी सोच-विचार करके निर्णय लेना होगा। इस मामले में पंचायत चुनाव में यहाँ की जनता ने काफी अच्छी पहल की है और बी.एस.पी. को पूरी उम्मीद है कि आने वाले चुनावों में भी वे इसी प्रकार, बिना किसी लोक-लुभावन बातों में आये हुये, अपने सुखद जीवन के लिये सही हितकारी फैसला लेंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 02 January 2016 by admin
श्री राजनारायण को इतिहास पुरुष बताते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव ने आज यहाँ कहा कि अन्याय का विरोध, किसानों गरीबों की भलाई और समाजवाद के उनके सपने को पूरा करना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होने कहा कि राजनारायण साधारण व्यक्ति को भी सम्मान देते थे और जरुरतमन्दों की मदद करते थे। उन्होंने अपनी खेती उसमें काम करने वालोें में बाँट दी थी और अपने परिवार के लिए भी कुछ नही छोड़ा था। श्री यादव ने कहा कि नौजवानों के संघर्ष के फलस्वरुप उ0प्र0 में बहुमत की सरकार बनी है।
श्री मुलायम सिंह यादव आज पार्टी मुख्यालय लखनऊ के डा0 लोहिया सभागार में लोकबन्धु तेजनारायण जी की 29वीं पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा एवं विचार गोष्ठी का संबोधित कर रहे थे। इसकी अध्यक्षता वरिष्ठ नेता श्री भगवती सिंह ने की। इस अवसर पर सर्वश्री अम्बिका चैधरी, पारसनाथ यादव, ओम प्रकाश, डा0 मधु गुप्ता, शतरुद्र प्रकाश, डा0 अशोक बाजपेयी, शारदा प्रताप शुक्ला, एस0आर0एस0 यादव, रंजना बाजपेयी और श्रीमती लीलावती कुशवाहा ने भी श्रंद्धाजलि दी।
श्री यादव ने कहा कि राजनारायण जी के साथ उनका लम्बे समय तक साथ रहा और राजनीति के कई उतार चढ़ाव में हम साथ रहे। डा0 लोहिया ने समाजवादी आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए अन्याय के सतत विरोध का नारा दिया था उसे श्री राजनारायण ने अपने कर्म से जमीन पर उतारा। उन्होंने कहा कि राजनारायण जी की विशेषता थी कि जिसे नेता मान लेते थे उसकी हर बात मानते थे। डा0 लोहिया बाद के प्रति वे जीवन के अंतिम क्षणों तक निष्ठावान रहे यद्यपि बाद में उनका अन्य नेताओं से मतभेद हो गया था।
श्री मुलायम सिंह यादव ने कहा कि दो ही ऐसी घटनांए हैं जबकि वर्तमान प्रधानमंत्री को राजनारायण को हराया और अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति को हार का मुह देखना पड़ा था। इमर्जेन्सी के बाद रायबरेली से राजनारायण द्वारा श्रीमती गाँधी को शिकस्त एक उल्लेखनीय घटना है। उन्होने श्री राजनारायण की लोकप्रियता का जिक्र करते हुए बताया कि उनके आवास पर जाने पर भोजन और वाराणसी की मिठाई जरुर मिलती थी। उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि राजनारायण के अंतिम दिन कष्ट में बीते। वे अकेले रह गये थे।
आज श्री राजनारायण की श्रद्धांजलि में सर्वश्री राजकिशोर मिश्र, जय प्रकाश अंचल, अमित त्रिपाठी, विद्यावती राजभर, बृजेश यादव, मो0 एबाद, विजय यादव, अशोक राय, सतीश दीक्षित, डा0 सुरभि शुक्ला, सुखदेवी वर्मा, नागलक्ष्मी, रजिया नवाज, नीलम रोमिला सिंह, मालती सिंह, सुरेश चैहान, कर्नल सत्यवीर सिंह, राजेन्द्र यादव, श्वेता सिंह, नईमा बानो, प्रेमा मिश्र, राहुल सिंह, हाजी इलाउद्दीन, शशि पाठक, दिलीप कमलापुरी, संजीव मिश्र, आशीष सिंह, राकेश पाण्डेय, धीरेन्द्र वर्मा, हसीना बानो, परवीन आदि की भी उल्लेखनीय रही।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 02 January 2016 by admin
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री राधा मोहन सिंह ने उत्तर प्रदेश सरकार से मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना में तेजी लाने का आग्रह किया है तथा राज्य के मुख्यमंत्री से सर्वोच्च स्तर पर इस कार्यक्रम की निगरानी करने की अपील की है जिससे कि इसे उचित प्राथमिकता प्राप्त हो सके।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को लिखे एक पत्र में श्री राधा मोहन सिंह ने कहा है कि मृदा स्वास्थ्य कृषि के सर्वाधिक महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है और मृदा के स्वास्थ्य में गिरावट का उत्पादकता पर दीर्घकालिक लिहाज से प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। सरकार समेकित पोषण प्रबंधन के द्वारा मृदा के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने पर काफी जोर देती रही है। सरकार ने मृदा नमूनों का संग्रह करनेए विश्लेषण संचालित करने तथा समयबद्ध तरीके से मृदा स्वास्थ्य कार्ड जारी करने के कार्यक्रम की भी घोषणा की है। जब 19 फरवरीए 2015 को इस योजना की घोषणा की गई थी तो परिकल्पना की गई थी कि तीन वर्षों की अवधि में 47ण्70 लाख किसानों से मृदा नमूने संग्रहित कर लिए जाएंगे और उन नमूनों की जांच करने के बाद उन्हें मृदा स्वास्थ्य कार्ड जारी कर दिए जाएंगे। 10 सितंबरए 2015 को सरकार द्वारा फैसला किया गया कि यह महत्वपूर्ण कार्य तीन वर्षों की जगह दो वर्षों में पूरा कर लिया जाना चाहिए। इसी के अनुरूप उत्तर प्रदेश सरकार को 14 एवं 17 सितंबरए 2015 को भेजे गए पत्रों में मृदा स्वास्थ्य कार्ड जारी करने के लक्ष्य को 2015.16 के 15ण्90 लाख बढ़ाकर 18 लाख कर दिये जाने का आग्रह कर दिया गया था। ठीक इसी प्रकार 2016.17 के लिए उत्तर प्रदेश के लक्ष्य को 15ण्90 लाख से बढ़ाकर 29ण्70 लाख कर दिया गया था।
उन्होंने कहा है कि विभिन्न राज्य सरकारों के प्रदर्शन की एक समीक्षा प्रदर्शित करती है कि उत्तर प्रदेश अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर रहा है। 9 दिसंबरए 2015 तक 18 लाख नमूनों के लक्ष्य के मुकाबले केवल 4ण्68 लाख नमूने ही संग्रहित किए गए हैं और केवल 22ए894 नमूनों का ही विश्लेषण किया गया है।
श्री राधा मोहन सिंह ने कहा है कि मृदा स्वास्थ्य कृषि में विशेष रूप से सिंचित क्षेत्रों मेंए जहां यूरिया के व्यापक उपयोग का दुष्परिणाम मृदा स्वास्थ्य में गिरावटए निक्षालन एवं सक्रियकरण के रूप में सामने आया है। इसे देखते हुए आपसे आग्रह किया जाता है कि आप कृपया इस कार्यक्रम की अपने स्तर पर निगरानी करें जिससे कि उत्तर प्रदेश के लिए निर्धारित लक्ष्य अर्जित किये जा सकें एवं इस कार्यक्रम को उतनी प्राथमिकता प्राप्त हो सके जितने का यह हकदार है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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