उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव के निर्देशों के अनुपालन में बेसिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन की प्रगति का अनुश्रवण एवं स्थलीय निरीक्षण तथा सत्यापन करने हेतु वर्तमान माह जनवरी में सचिव बेसिक शिक्षा स्वयं तथा अपने अधीनस्थ तैनात 02 विशेष सचिवों सहित मुख्यालय स्तर के 14 वरिष्ठ शिक्षा अधिकारियों को 02-02 जनपद आवंटित कर निरीक्षण करने के निर्देश निर्गत किये गये हैं। जनपदवार नामित वरिष्ठ शिक्षा अधिकारियों को निरीक्षण आख्या आगामी 15 जनवरी तक सचिव बेसिक शिक्षा को भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये हैं।
सचिव बेसिक शिक्षा श्री आशीष कुमार गोयल ने बताया कि वर्तमान माह जनवरी, 2016 में वे स्वयं आगरा एवं मथुरा, विशेष सचिव श्री विजय बहादुर सिंह को अलीगढ़ एवं हाथरस, विशेष सचिव श्री गोविन्द राजू एन0एस0 को मुरादाबाद एवं बिजनौर, राज्य परियोजना निदेशक सर्व शिक्षा अभियान कानपुर नगर एवं कानपुर देहात, निदेशक मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण जनपद गोरखपुर एवं संतकबीर नगर, निदेशक राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद को भदोही एवं मिरजापुर, निदेशक साक्षरता एवं वैकल्पिक शिक्षा को वाराणसी एवं चन्दौली, शिक्षा निदेशक बेसिक को इटावा एवं औरेया, सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को जनपद सोनभद्र, श्री विनय कुमार पाण्डेय अपर शिक्षा निदेशक बेसिक को बांदा एवं चित्रकूट, श्रीमती रुबी सिंह अपर शिक्षा निदेशक को फैजाबाद एवं अम्बेडकर नगर, कु0 रमेश शर्मा अपर परियोजना निदेशक सर्व शिक्षा अभियान को जनपद गाजि़याबाद एवं हापुड़, श्रीमती राजकुमारी वर्मा अपर परियोजना निदेशक सर्व शिक्षा अभियान को जनपद गोण्डा एवं बलरामपुर, श्रीमती अनारपति वर्मा संयुक्त शिक्षा निदेशक को सुल्तानपुर एवं अमेठी, सुश्री कमलेश प्रियदर्शी संयुक्त शिक्षा निदेशक एवं वरिष्ठ विशेषज्ञ सर्व शिक्षा अभियान को जनपद बरेली एवं पीलीभीत, कु0 गायत्री संयुक्त शिक्षा निदेशक (महिला) को फतेहपुर एवं कौशाम्बी तथा श्री इश्तियाक अहमद संयुक्त शिक्षा निदेशक एस0सी0ई0आर0टी0 को जनपद आजमगढ़ एवं मऊ जनपद आवंटित किया गया है।
सचिव बेसिक शिक्षा श्री आशीष कुमार गोयल ने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत संचालित विद्यालयों एवं योजनाओं का निरीक्षण प्रभावी एवं सुनियोजित ढंग से कराने हेतु वरिष्ठ अधिकारियों को निरीक्षण से सम्बन्धित आइटम एवं चेक लिस्ट भी उपलब्ध करायी गयी है। उन्होंने बताया कि जनपदों के भ्रमण हेतु वरिष्ठ शिक्षा अधिकारियों को नामित जनपदों में पूर्ण रूप से तीन दिन रुकना अनिवार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि इन नामित अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि वे आवंटित जनपद में निरीक्षण के समय यथासंभव जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी से संपर्क कर विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन के सम्बन्ध में फीडबैक अवश्य प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि नामित वरिष्ठ अधिकारियों को यह सख्त निर्देश दिये गये हैं कि निरीक्षण के तीनों दिन विद्यालय समय का पूर्ण उपयोग विद्यालयों के निरीक्षण में किया जाये। उन्होंने कहा कि जनपद स्तर की समीक्षा बैठकें अथवा कार्यालयों का निरीक्षण विद्यालय समय में कतई न करने के निर्देश दिये गये हैं, ताकि अधिक से अधिक विद्यालयों का निरीक्षण नामित वरिष्ठ शिक्षा अधिकारियों द्वारा आवंटित जनपद में किया जा सके।
श्री गोयल ने बताया कि वरिष्ठ शिक्षा अधिकारियों को जनपदों के भ्रमण हेतु बेसिक शिक्षा से सम्बन्धित निरीक्षण आइटम एवं चेक लिस्ट के अनुसार विद्यालयों में तैनात शिक्षक की उपस्थित, बालक-बालिकाओं के लिये पृथक-पृथक शौचालयों के क्रियाशील होने की स्थिति, सफाई की व्यवस्था पेयजल की व्यवस्था, विद्यालय प्रांगण में सफाई की स्थिति तथा मध्यान्ह भोजन नियमित रूप से दिये जाने एवं निर्धारित मीनू के अनुसार मध्यान्ह भोजन उपलब्ध कराने एवं प्रति सप्ताह निर्धारित दिवस को दूध दिये जाने की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। उन्होंने कहा कि कक्षा-1 से 8 तक शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित कराने हेतु छात्र-छात्राओं से उन्हीं की पुस्तक में उन्हें पढ़ाये जा चुके हिन्दी भाषा के किसी पाठ से अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं को वाचन कराने के भी निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के समय छात्र-छात्राओं को ब्लैक बोर्ड पर अंकगणित के कम से कम 02 प्रश्न देकर उन्हें अपनी कापी में हल कराने के लिये छात्रों को समय देकर यह जानकारी प्राप्त की जाये कि कितने छात्र-छात्राओं ने प्रश्न हल करने का प्रयास किया है और कितने छात्रों ने सही हल किया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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