Archive | December 22nd, 2014

बीमार औद्योगिक इकाइयों के पुनर्वास हेतु जिला उद्योग केंद्र में सम्पर्क करें

Posted on 22 December 2014 by admin

जनपद लखनऊ में कार्यरत ऐसी लघु औद्योगिक इकाइयां जो कि किसी कारणवश घाटे में चल रही है या सुचारू रूप से नहीं चल पा रही है। ऐसी इकाइयाँ जो कि इकाई का कोई ऋण खाता जो विगत 03 माह अथवा अधिक समय से एन0पी0ए0 (नाम परफार्मिंग एसेट) हैं। संचित नगद हानियों के कारण पूर्ववर्ती लेखा वर्ष में इसके वास्तविक मूल्य (नेट वर्थ) में इसके अधिकतम वास्तविक मूल्य (पीक नेट वर्थ) के 50 प्रतिशत अथवा 50 प्रतिशत से अधिक का अपक्षरण हुआ है। या किसी अन्य कारण से सुचारू रूप से संचालित/क्रियान्वित नहीं है। लखनऊ जनपद की पात्र उद्यमी ऐसे उद्योगों के पुनर्वास/समस्या निस्तारण हेतु अपनी समस्या सहित संबंधित अधिक जानकारी लेने हेतु कार्यालय उपायुक्त, जिला उद्योग केंद्र, 8 कैण्ट रोड, कैसरबाग, लखनऊ, कार्यालय टेलीफोन नं0 0522-2614083 से किसी भी कार्यदिवस में सम्पर्क कर सकते हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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हस्तशिल्प पहचान पत्रों का वितरण शिविर 27 दिसम्बर तक

Posted on 22 December 2014 by admin

सह निदेशक विपणन एवं विस्तार केन्द्र विकास आयुक्त हस्तशिल्प बाराबंकी द्वारा कुछ हस्तशिल्पियों के पहचान पत्र इस कार्यालय को प्राप्त कराये गये हैं जिनका वितरण 27 दिसम्बर, 2014 तक कार्यालय जिला उद्योग केन्द्र 8 कैण्ट रोड कैसरबाग लखनऊ में किये जायेंगे। कुछ आवेदन पत्रों को कतिपय कारणों से इस कार्यालय को वापस किये गये हैं।
जनपद के उन सभी हस्तशिल्पियों को सूचित किया जाता कि जिन्होंने इस कार्यालय में अपना आवेदन-पत्र जमा किया था वे अपना पहचान-पत्र जो कार्यालय में प्राप्त हो गये हैं कार्यालय से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं तथा जिनके आवेदन पत्र वापस आ गये हैं वे अपने साथ एक नवीनतम फोटो तथा निवास का प्रमाण पत्र लेकर सम्पर्क करें जिससे उनका आवेदन-पत्र की कमियों का निराकरण करते हुए पुनः सह निदेशक विपणन एवं सेवा विस्तार केन्द्र विकास आयुक्त हस्तशिल्प बाराबंकी को भेजा जा सके।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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महिला उद्यमी योजना (ब्याज उपादान) के आवेदन पत्र आमंत्रित

Posted on 22 December 2014 by admin

महिला उद्यमी प्रोत्साहन योजना (ब्याज उपादान) वित्तीय वर्ष 2013-14 व 2014-15 के अंतर्गत आवेदन करने वाले लखनऊ जनपद की ऐसी महिला उद्यमी जिनको इस योजना के अन्तर्गत संबंधित बैंक द्वारा ऋण स्वीकृति एवं वितरित कर दिया गया है, को सूचित किया जाता है कि वह 31 मार्च 2015 तक देय ब्याज का आंकलन करके विस्तृत विवरण कार्यालय सामान्य प्रबंधक जिला उद्योग केंद्र कैसरबाग लखनऊ को उपलब्ध कराने का कष्ट करें, जिससे आवश्यक बजट की व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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‘‘नहीं संभव पर्यावरण की कीमत पर विकास’’ -मनोज कुमार पाण्डेय

Posted on 22 December 2014 by admin

‘‘आज की अधिकतम आबादी पर्यावरण की परवाह नहीं करती है। जबकि लगातार हो रहे तकनीकी विकास से इंसान ही प्रकृति को प्रभावित कर रहा है। यदि हम अपनी पुरातन जीवन शैली की ओर लौट जाये तो धरती को बचाया जा सकता है लेकिन ऐसा संभव नहीं है। हमें अपनी आधुनिक जीवन शैली और पर्यावरण को बचाते हुये जीने की राह खोजनी होगी।’’ यह कहना है विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री, उ0प्र0 सरकार श्री मनोज कुमार पाण्डेय का।
स्कूल आॅफ मैनेजमेंट साइंसेज लखनऊ के तत्वावधान में आयोजित ‘‘ग्रीन क्वेस्ट’’ के समापन सत्र में श्री पाण्डेय मुख्य अतिथि के रूप में वक्तव्य दे रहे थे। उन्होंने कहा कि पर्यावरण हमारे लिये चुनौती है। इसके लिये हमे ही शुरुआत करनी होगी। हमें वृक्षारोपण पर ध्यान देना होगा। इससे पूर्व श्री पाण्डेय ने कालेज में प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
श्री पाण्डेय ने विभिन्न स्कूल से आये हुए विद्यार्थियों को बधाई देते हुए विजेता ट्राफी प्रदान की, जिसमें प्रथम पुरस्कार ट्राफी डायमण्ड पब्लिक स्कूल, फैजाबाद रोड, लखनऊ, प्रथम रनरअप पुरस्कार ट्राफी केंद्रीय विद्यालय, गोमती नगर, लखनऊ को तथा द्वितीय रनरअप पुरस्कार ट्राफी मैरी गार्डनर स्कूल, आशियाना लखनऊ को प्रदान की गयी। अंतिम दौर में पहुंचे 8 स्कूलों के 16 विद्यार्थियों को मेडल व प्रशस्ति पत्र से नवाजा गया।
इससे पूर्व विशिष्ट अतिथि माननीय कुलपति यू0पी0टी0यू0 प्रो0 आर0के0 खांडल ने एस0एम0एस0 के प्रबंधन को विद्यार्थियों में पर्यावरण सुरक्षा हेतु जागरुकता पैदा करने के लिये बधाई का पात्र बताया। उन्होंने वृह्द रूप से वृक्षारोपण पर बल देते हुये कहा ‘‘हमें धरती की भूख बचाने के लिये पेड़ों को काटना बंद करना होगा। हम अपनी भूख मिटाने के लिये जंगल काटते है और धरती को हमेशा के लिये बंजर बना देते है। पर्यावरण सुरक्षा का अर्थ केवल खूबसूरत ‘‘पाण्डा’’ को ही बचाना न होकर समस्त मानवजाति को बचाना है। इंसानों ने ही यह समस्या खड़ी की है, और हमें स्वयं ही इसका समाधान खोजना होगा।
ग्रीन क्वेस्ट में भाग लेने लखनऊ जनपद से आये हुए युवा प्रतियोगियों को वृक्षारोपण करते देख स्कूल आॅफ मैनेजमेंट साइंसेज के सचिव श्री शरद सिंह ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा ‘‘पेड़ांे के लगातार कटने से आज धरती का जल स्रोत लगातार नीचे जा रहा है तथा पर्यावरण सुरक्षा के लिये हम सभी जिम्मेदार और जवाबदेह है। आज की युवा पीढ़ी को पर्यावरण को बचाते हुए उससे सामन्जस्य बना कर जीना सीखना होगा।’’
इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी श्री आर0पी0 सिंह ने एस0एम0एस0 के प्रांगण में नव निर्मित बास्केट बाल कोर्ट का उद्घाटन किया और ग्रीन क्वेस्ट प्रतियोगिता की विजेता टीमों को बधाई देते हुए कहा ‘‘वृक्षारोपण धरती के जख्मों पर मरहम का काम करेगा।’’

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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सुखाडि़या विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह शिक्षा को रोजगार व कौशल विकास के साथ जोड़ने की आवश्यकता है: राज्यपाल

Posted on 22 December 2014 by admin

राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री कल्याण सिंह ने कहा है कि वर्तमान प्रसंगों में शिक्षा को रोजगार व कौशल विकास से जोड़ने की आवश्यकता है। यदि देश में हर हाथ को रोजगार मिल जाए तो अगले पन्द्रह वर्षों में भारत का नक्शा ही बदल जाएगा।

राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री सिंह रविवार को उदयपुर के मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय में बाईसवें दीक्षान्त समारोह में मौजूद विद्यार्थियों और शिक्षकों को संबोधित कर रहे थे।

श्री सिंह ने कहा कि युवा अशिक्षित है तो देश कभी आगे नहीं बढ़ सकता। शिक्षा को रोजगारपरक नहीं अपितु रोजगारसृजक बनाया जावे तथा शिक्षा इस प्रकार की हो कि विद्यार्थी नियुक्ति की ओर प्रयासरत न होकर स्वयं नियोक्ता बने।

श्री कल्याण सिंह ने कहा कि शिक्षा का मूल उद्देश्य संस्कारित नागरिकों का निर्माण करना है। हमारे प्राचीन गुरूकुल इसी मूल आधार पर अपने छात्रों को शिक्षित एवं संस्कारित करते रहे हैं। आज की शिक्षा पद्धति हमें अक्षर ज्ञान तो कराती है, किन्तु सुशिक्षित एवं संस्कारित नहीं बना पाती। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों को ज्ञान की हमारी अपनी परम्परा की पहचान बनाने और पाठ्यक्रमों में उनको जगह दिलाने की जरूरत है।  उन्होंने अभिभावकों से कहा कि वह अपने बच्चों के लिये गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का प्रबन्ध कर राष्ट्र निर्माण में सक्रिय सहयोग दें। बढ़ते तकनीकी विकास एवं संचार सुविधाओं ने शिक्षक तथा विद्यार्थी की भूमिका एवं इनके संबंध के स्वरूप को बदल दिया है, इन पर गंभीरतापूर्वक मनन एवं मार्गदर्शन में अभिभावकों की भूमिका भी महत्वपूर्ण हो जाती है।

कुलाधिपति श्री सिंह ने कहा कि आज इस बात की आवश्यकता है कि देश की प्रतिभाओं को देश के भीतर ही उचित माहौल मिले। उन्हें अपनी प्रतिभा निखारने के अवसर मिलें। विदेशी पलायन की ओर उनका ध्यान कम हो। इस कार्य में उच्च गुणवत्ता वाले शिक्षण केन्द्रों को आगे आना होगा ताकि प्रतिभावान युवाओं का देश के लिये उपयोग हो सके। उन्होंने उच्च शिक्षा में शोध के क्षेत्र की संभावनाओं को उजागर किया और कहा कि हमें इस दिशा में सतत् कार्य करते हुए नये विषयों एवं नई संभावनाओं की तलाश में रहना चाहिये।

श्री सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय का माहौल सद्भावना पूर्ण, संस्कारमय एवं मानवीय मूल्यों का पोषक बने, जो विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में सहायक होने के साथ ही उन्हें अपनी संस्कृति एवं सभ्यता को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिये प्रेरित भी करे। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों से अपेक्षा है कि श्रेष्ठ शिक्षकों तथा श्रेष्ठ पुस्तकों की उपलब्धता को सुनिश्चित करें और अनुशासनबद्ध शैक्षिक वातावरण का निर्माण करें। नवीन शोध एवं अनुसंधान को प्रोत्साहित करें, जिससे विद्यार्थियों को अपना भविष्य चुनने का सही व उपयुक्त अवसर मिल सके।

विद्यार्थियों को दिए पंचशील मंत्र:
दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल श्री कल्याण सिंह ने विद्यार्थियों को पंचशील मंत्र दिए और कहा कि इनको यदि विद्यार्थी अपने जीवन में उतारे तो वह सफलता की ऊचाइयों पर पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि पंचशील मंत्र है व्यक्ति चरित्रशील हो, अनुशासनशील हो, समयशील हो, अन्य के प्रति विनयशील हो तथा कत्र्तव्यशील हो।

मानद् उपाधि सौंपी:
समारोह में माननीय राज्यपाल ने जैव रसायन विज्ञान के क्षेत्र में कार्य करने वाले शौधकत्र्ता व वैज्ञानिक पद्मश्री प्रो. गौवर्धनलाल मेहता को डाॅक्टर आॅफ साईंस तथा राजस्थान पत्रिका के प्रधान संपादक व पत्रकार       डाॅ. गुलाब कोठारी को डाॅक्टर आॅफ लिटरेचर की मानद उपाधि सौंपी।

समारोह में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.आईवी त्रिवेदी ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। मुख्य वक्ता प्रो.एमआर माधव मेनन ने समय में बदलाव के साथ महिलाओं के शिक्षा के क्षेत्र में आगे आने की स्थितियों को स्वागतयोग्य बताया और ज्ञानवान समाज की आवश्यकता प्रतिपादित की। समारोह में सुखाडि़या विश्वविद्यालय द्वारा 2013 की परीक्षा में उत्तीर्ण हुए पीजी, एमफिल और पीएचडी में सफल रहने वालों को 172 को उपाधियां एवं स्वर्ण पदक प्रदान किये गये।

राष्ट्रगान व कुलगीत से प्रारंभ समारोह में प्रबन्ध मण्डल व अकादमिक परिषद् के सदस्यगण, समस्त अधिष्ठाता और पदक विजेता व उपाधिधारक विद्यार्थी और बड़ी संख्या में अन्य विद्यार्थी मौजूद थे। समारोह का संचालन  आर पी शर्मा ने किया।
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फोटो केप्शन:
1.    सुखाडि़या विश्वविद्यालय, उदयपुर के दीक्षांत समारोह में मानद उपाधि प्रदान करते राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री कल्याण सिंह।
2.     समारोह को संबोधित करते राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री कल्याण सिंह।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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मुख्यमंत्री ने खाद की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए

Posted on 22 December 2014 by admin

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने किसानों को खाद की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए अधिकारियों को सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यूरिया खाद का पूरा कोटा प्राप्त करने के लिए भारत सरकार से प्रभावी पैरवी किए जाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकार आवास पर आहूत एक बैठक में प्रदेश में खाद की उपलब्धता की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उर्वरकों के सम्बन्ध में किसानों को कोई समस्या न होने पाए। उन्होंने खाद की जमाखोरी और कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि रबी फसलों की बुवाई का कार्य लगभग पूरा हो गया है और ट्राॅप ड्रेसिंग के लिए यूरिया खाद के लिए किसानों की मांग काफी बढ़ गई है। यह जानकारी भी दी कि प्रदेश में उर्वरकों की उपलब्धता भारत सरकार द्वारा किए गए आवंटन पर निर्भर करती है। रबी की फसल के लिए यूरिया की मांग 38 लाख मी0टन थी, जिसके सापेक्ष 35 लाख मी0टन का आवंटन भारत सरकार द्वारा किया गया। परिणामस्वरूप यूरिया खाद की कमी उत्पन्न हो रही है।
समीक्षा के दौरान अधिकारियों ने यह भी बताया कि इफको ने अपने फूलपुर, इलाहाबाद के एक यूरिया संयंत्र को बन्द कर दिया है, जिसके कारण प्रदेश को यूरिया की आपूर्ति न्यूनतम स्तर 0.10 लाख मी0टन पर कर दी गई है, जबकि इससे कम से कम 0.60 लाख मी0टन यूरिया की आपूर्ति सुनिश्चित कराई जानी चाहिए थी। चूंकि यह कारखाना प्रदेश में स्थापित है, जिससे स्थानीय किसानों को जरूरत के मुताबिक खाद की तेजी से आपूर्ति हो सकती है। इसके अलावा, रेलवे का रूट परिवर्तन दर्शाकर उर्वरकों की रैक को रिस्ट्रिक्ट कर दिया गया है, जिसके कारण भी यूरिया की आपूर्ति बाधित हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार द्वारा यूरिया का मांग से कम आवंटन तथा इस आवंटित मात्रा को भी समय से उपलब्ध न कराने के कारण जो समस्या आ रही है, उसका समाधान कराया जाना जरूरी है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि यूरिया आपूर्ति के विभिन्न पहलुओं के बारे में केन्द्र सरकार के स्तर से जो कार्यवाही की जानी है, उसके मद्देनजर उनकी ओर से प्रधानमंत्री को भेजे जाने वाले पत्र का आलेख प्रस्तुत करें।
ज्ञातव्य है कि अक्टूबर, 2014 का यूरिया आवंटन 6.39 लाख मी0टन था, जिसके सापेक्ष केवल 4.95 लाख मी0टन यूरिया प्राप्त हुई। इसी प्रकार नवम्बर, 2014 में 6.50 लाख मी0टन के सापेक्ष 5.58 लाख मी0टन यूरिया प्रदेश को प्राप्त हुई। इस प्रकार इन दो माह में 2.36 लाख मी0टन यूरिया कम प्राप्त हुई। माह दिसम्बर, 2014 का आवंटन 8.50 लाख मी0टन है। 18 दिसम्बर, 2014 तक कुल 4.21 लाख मी0टन यूरिया ही मिली है। जिस गति से इस महीने यूरिया प्राप्त हो रही है, उसके चलते लगभग 1.25 लाख मी0टन कम प्राप्त होने की सम्भावना है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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मुख्यमंत्री से केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री ने भेंट की

Posted on 22 December 2014 by admin

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से आज यहां उनके सरकारी आवास पर केन्द्रीय जल संसाधन, नदी विकास तथा गंगा संरक्षण मंत्री सुश्री उमा भारती ने भेंट की। इस मौके पर सिंचाई परियोजनाओं तथा नदियों की साफ-सफाई के सम्बन्ध में विचार-विमर्श किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार गंगा व उसकी सहायक नदियों के साथ-साथ प्रदेश की अन्य नदियों को स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दिशा में राज्य सरकार अपने स्तर से प्रयास कर रही है। केन्द्र सरकार द्वारा गंगा की सफाई के लिए जो भी पहल और प्रयास किए जाएंगे, राज्य सरकार उसमें पूरा सहयोग करेगी। उन्होंने गंगा की सहायक नदियों का उल्लेख करते हुए कहा कि गंगा नदी को स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए जरूरी है कि इन नदियों पर भी पूरा ध्यान दिया जाए। उन्होंने काली नदी को सफाई के लिए भी केन्द्र सरकार से सहयोग करने की अपेक्षा की।
केन्द्रीय मंत्री ने गंगा विश्वविद्यालय की स्थापना की बात भी कही, जिसके लिए मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार के स्तर से हर सम्भव सहयोग का आश्वासन दिया। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री से प्रदेश में गंगा फ्लड कन्ट्रोल सेण्टर का एक कार्यालय स्थापित कराए जाने का अनुरोध किया। इस पर अपनी सहमति जताते हुए सुश्री उमा भारती ने कहा कि लखनऊ में यह कार्यालय खोला जाएगा। मुख्यमंत्री ने ए0आई0बी0पी0 कार्यक्रम के तहत राज्य की सिंचाई परियोजनाओं हेतु केन्द्रांश को उपलब्ध कराए जाने का अनुरोध भी किया।
बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि कानपुर, मथुरा और वृन्दावन में नालों को डायवर्ट किया जाए और यह भी सुनिश्चित किया जाए कि इनका पानी शोधन के बाद ही नदी तक पहुंचे। यह भी तय किया गया कि गंगा नदी के किनारे स्थित गढ़मुक्तेश्वर, कन्नौज, कानपुर, इलाहाबाद तथा वाराणसी आदि की रिवर फ्रन्ट विकास परियोजनाएं राज्य सरकार द्वारा भारत सरकार को प्रेषित की जाएं।
विचार-विमर्श के दौरान मुख्यमंत्री तथा केन्द्रीय मंत्री ने यह भी तय किया कि जिन मुद्दों पर चर्चा हुई है, उनके सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही कराने के लिए प्रदेश के मुख्य सचिव तथा केन्द्रीय जल संसाधन सचिव के मध्य अलग से बैठक की जाएगी।
इस मौके पर सिंचाई मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव, मुख्य सचिव
श्री आलोक रंजन, केन्द्रीय जल संसाधन सचिव तथा प्रमुख सचिव सिंचाई
श्री दीपक सिंघल भी मौजूद थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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‘‘महात्मा गांधी नरेगा के 9 वर्ष - जमीनी हकीकत एवं चुनौतियां’’ विषयक एक चिन्तन शिविर आज गांधी भवन, निकट शहीद स्मारक, लखनऊ पर अखिल भारतीय कंाग्रेस कमेटी के सदस्य संजय दीक्षित द्वारा आयेाजित किया गया।

Posted on 22 December 2014 by admin

‘‘महात्मा गांधी नरेगा के 9 वर्ष - जमीनी हकीकत एवं चुनौतियां’’ विषयक एक चिन्तन शिविर आज गांधी भवन, निकट शहीद स्मारक, लखनऊ पर अखिल भारतीय कंाग्रेस कमेटी के सदस्य संजय दीक्षित द्वारा आयेाजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं सांसद(राज्यसभा) डाॅ0 संजय सिंह ने सम्बोधित किया। इस शिविर में प्रदेश भर से सामाजिक कार्यकर्ता, नरेगा में कार्यरत कांग्रेसजन, संविदाकर्मी एवं पंचायत प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
कार्यकम को सम्बोधित करते हुए डाॅ0 संजय सिंह ने प्रदेश भर के कांग्रेसजन, सामाजिक  कार्यकर्ता, मनरेगा श्रमिक, पंचायत प्रतिनिधि एवं संविदाकर्मियों को एकजुट होकर शक्ति प्रदर्शन एवं मनरेगा के खिलाफ हो रहे षडयंत्र के विरोध में सड़कों पर उतरने का आवाहन किया। उन्होने कहा कि आजाद भारत की सबसे महत्वपूर्ण अधिनियम को एक सुनियोजित साजिश के तहत कमजोर एवं बदनाम करने की कुचेष्टा की जा रही है। उ0प्र0 के भ्रष्ट अधिकारी तंत्र इससे पल्ला छुड़ाना चाहता है। मनरेगा के धन को लूटकर अकूत सम्पत्ति अर्जित करने के बाद अब वह सीबीआई के डर से इस योजना को ही खत्म करना चाहती है। धन के प्रवाह को धीमा कर, संविदाकर्मियों को मानदेय न देकर एवं मजूदरों की मजदूरी  विलम्ब कर इस योजना के प्रति स्वतः आकर्षण समाप्त हो जाय, इस भ्रष्ट तंत्र की कार्ययोजना है।
श्री दीक्षित ने बताया कि चिंतन शिविर के दिन भर के व्यस्ततम सत्र के बाद यह निर्णय लिया गया कि आगामी फरवरी माह में डाॅ0 संजय सिंह के नेतृत्व में राजधानी लखनऊ में एक विशाल प्रदर्शन/चक्का जाम  किया जायेगा। जिसमें कांग्रेसजन के अतिरिक्त मनरेगा श्रमिक, पंचायत प्रतिनिधि एवं संविदाकर्मी भी बढ़चढ़कर हिस्सा लंेगे। इसके पूर्व जनवरी माह में पूर्वांचल, पश्चिमी उ0प्र0, बुन्देलखण्ड एवं मध्य उत्तर प्रदेश में इसी प्रकार के चिन्तन शिविर आयोजित करने का भी निर्णय लिया गया, जिसमें संरक्षक एवं मुख्य अतिथि के रूप में डाॅ0 संजय सिंह भाग लेंगे।
इस मौके पर डाॅ0 संजय सिंह ने प्रदेश सरकार को एक फरवरी  तक संविदाकर्मियों का बकाया मानदेय, संविदाकर्मियों को समान काम, समान वेतन का दर्जा, प्रदेश में मनरेगा श्रमिकों की बकाया 100 करोड़ की मजदूरी देने का अल्टीमेटम दिया।
कार्यक्रम का संचालन संजय दीक्षित ने किया एवं वक्ताओं में पूर्व गृह मंत्री श्री सुरेन्द्र सिंह, श्री सुबोध श्रीवास्तव, श्री प्रमोद सिंह, श्री आनन्द राय, श्री रामेश्वर शुक्ल, श्री मनीश सिंह, श्री जगदीश राय, श्री राजीव सिंह इत्यादि ने अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से श्री ओंकारनाथ सिंह, डा0 हिलाल अहमद, श्री अमित श्रीवास्तव, श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह, श्री शरद सिंह, श्री पुष्पेन्द्र सिंह, श्री रामबहादुर सहित सैंकड़ों की संख्या में कांग्रेसजन मौजूद रहे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव दिनांक 21 दिसम्बर, 2014 को लखनऊ में ‘स्वदेश’ के शुभारम्भ अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए।

Posted on 22 December 2014 by admin

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि सभी को समान रूप से उच्चकोटि की स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार लगातार काम कर रही है। स्वास्थ्य सेवाओं और इन्फाॅर्मेषन तकनीक में प्रगति की असीम सम्भावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि इन दोनों क्षेत्रों में राज्य सरकार पूरी गम्भीरता से काम कर रही है।
मुख्यमंत्री आज यहाँ सिलीकाॅन वैली, कैलिफोर्निया, संयुक्त राज्य अमेरिका के अनिवासी भारतीयों की विषेष पहल ‘स्वदेष’ ;ैपसपबवद टंससमल - ।अंकीष्े क्मअमसवचउमदज वित म्दजतमचतमदमनतपंस ैमतअपबमे वित भ्नउंदपजलद्ध का षुभारम्भ करने के बाद अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। षुभारम्भ के समय अमेरिका के षहर आॅकलैण्ड, कैलिफोर्निया कीे मेयर, लिबी षाफ ने वीडियो काॅन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री को हर सम्भव सहयोग प्रदान करने की बात कही है।
मेयर लिबी षाफ ने कहा कि सिलीकाॅन वैली और उत्तर प्रदेष स्वाभाविक रूप से सहयोगी हैं क्योंकि दोनों ही अन्वेषण को प्रोत्साहित करते हैं तथा तकनीक के उपयोग से सभी के लिए षिक्षा और स्वास्थ्य उपलब्ध करा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने आॅकलैण्ड की मेयर का स्वागत करते हुए कहा कि ‘स्वदेष’ से उत्तर प्रदेष के नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों को सिलीकाॅन वैली से जोड़ने में सहायता मिलेगी।
इस अवसर पर टेनासिटी ग्रुप, सिलीकाॅन वैली, कैलिफोर्निया, संयुक्त राज्य अमेरिका (यू.एस.ए.) एवं एन.आर.आई. विभाग, उ.प्र. के मध्य एक ‘इण्टेंट फाॅर को-आॅपरेषन’ भी हस्ताक्षरित किया गया, जिसके अन्तर्गत टेनासिटी ग्रुप उत्तर प्रदेष में कौषल विकास, अनुसंधान, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा, वैकल्पिक ऊर्जा, सेमी-कण्डक्टर से संबंधित उद्यम, अपषिष्ट प्रबन्धन आदि क्षेत्रों में परियोजनाएं स्थापित करने के साथ-साथ तकनीकी सहयोग भी प्रदान करेगा।
अमेरिका के अनिवासी भारतीयों एवं कम्पनियों की इस पहल की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कदम से सिलीकाॅन वैली के बे-एरिया से प्रदेष में निवेष, उच्च तकनीक, रिसर्च और रोज़गार सृजन को गति मिलेगी। उन्होंने भरोसा जताया कि ‘स्वदेष’ अमेरिका में सिलीकाॅन वैली के अनिवासी भारतीयों को उत्तर प्रदेष से सकारात्मक रूप से जोड़ने में अच्छी भूमिका अदा करेगा। टेनासिटी ग्रुप के माध्यम से जो रिष्ता बन रहा है उससे प्रदेष में तरक्की होगी। उन्होंनेे कहा कि सरकार चिकित्सा सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत् होने के साथ ही सूचना तकनीक को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रही है, जिसके तहत छात्रों को 15 लाख लैपटाॅप दिए गए हैं। सरकार के इन प्रयासों से राज्य में निवेश एवं उद्योग के अवसर भी बढ़ रहे हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने टेनासिटी ग्रुप के पदाधिकारियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए।
सलाहकार, वाह्य सहायतित परियोजना, उ.प्र. सरकार श्री मधुकर जेटली ने कहा कि ‘स्वदेष’ उत्तर प्रदेष में एन.आर.आई. विभाग की पहली बड़ी सफलता है। उन्होंने कहा कि बड़ी मात्रा में अनिवासी भारतीय राज्य के विकास और निवेष के लिए आगे आए हैं, उन्होंने विष्वास दिलाया कि इन लोगों को पूरा सहयोग दिया जाएगा। राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष श्री एन.सी. बाजपेयी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
मुख्य सचिव, श्री आलोक रंजन ने कहा कि एन.आर.आई. विभाग की नई वेबसाइट शुरु होने के बाद 15 दिनों में ही 40,000 से अधिक लोग जुड़ चुके हैं। सरकार अनिवासियों का डाटाबेस भी बनाएगी तथा अनिवासी भारतीयों के सहयोग की पेषकष को गम्भीरता से लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘स्वदेष’ के माध्यम से लखनऊ-कानपुर क्षेत्र को मेडिकल हब के रूप में विकसित किया जाएगा, जिससे जनता को उच्चकोटि की स्वास्थ्य सेवायें मिलेंगी।
‘स्वदेष’ के षुभारम्भ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली अमेरिका की एन.आर.आई. डाॅ नन्दिनी टण्डन एवं प्रिया टण्डन ने इस योजना के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाष डाला।
अमेरिका स्थित ड्यूक यूनिवर्सिटी के क्लिनीकल एण्ड ट्रांस्लेषनल रिसर्च के वाइस-चान्सलर एवं ड्यूक ट्रांस्लेषनल मेडिसिन इंस्टीट्यूट के निदेषक डाॅ राॅबर्ट एम. कैलिफ ने कहा कि तकनीक से विष्व के विभिन्न हिस्सों के लोग एक-दूसरे से जुड़ रहे हैं तथा सूचना और चिकित्सा का लोकतांत्रीकरण हो रहा है। लोगों तक स्वास्थ्य संबंधी सही जानकारी पहुंचाकर उनका जीवन स्तर सुधारा जा सकता है।
टेनासिटी ग्रुप बोर्ड के चेयरमैन एवं एन.एम.सी. हेल्थकेयर के सी.ई.ओ., पद्मश्री  डाॅ बी. आर. षेट्टी ने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में अच्छी गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवायें कम मूल्य पर मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चिकित्सक को पर्स नहीं बल्कि पल्स पर ध्यान देना चाहिए। ज्ञातव्य है कि कर्नाटक के मूल निवासी डाॅ षेट्टी के खाड़ी देषों में 12 चिकित्सालय संचालित हैं। उन्होंने कहा कि उ.प्र. सरकार द्वारा माहौल बेहतर बनाने तथा सरकार के तेजी से काम करने के कारण ही वे कर्नाटक की बजाय उत्तर प्रदेश में आए हैं।
इसके पूर्व प्रमुख सचिव, एन.आर.आई. विभाग श्री संजीव सरन ने सबका स्वागत करते हुए ‘स्वदेष’ के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सिलीकाॅन वैली आईटी एवं षोध व विकास में काफी आगे है। उन्होंने कहा कि वहाँ के निवेषकों और तकनीक का प्रदेष में स्वागत किया जाएगा। एन.आर.आई. विभाग प्रदेश के एन.आर.आई. के हितों व कल्याण एवं उनके द्वारा निवेष को सुगम बनाने हेतु अनेक कदम उठा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेष में प्रस्तावित बड़ी अवस्थापना परियोजनाओं में तकनीकी सहयोग हेतु कई अनिवासी भारतियों ने पेषकष की है।
ज्ञातव्य है कि स्वदेश की शुरुआत से अमेरिकी अनिवासी भारतीयों, विषेषतः कैलिफोर्निया स्थित अमरिकी कम्पनियों द्वारा उत्तर प्रदेष में विभिन्न क्षेत्रों में निवेष आकर्षित करने में सहायता मिलने के अतिरिक्त सिलिकाॅन वैली, कैलिफोर्निया के टेनासिटी ग्रुप से ‘इण्टेंट फाॅर को-आॅपरेषन’ पर हस्ताक्षर होने से राज्य में विकासोन्मुख परियोजनाओं व प्रयासों को प्रोत्साहन मिलेगा, जिसमें कौषल विकास एवं रोज़गार सृजन तथा सिलिकाॅन वैली में विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्ध अभिनव प्रषिक्षण तथा उद्यमिता विकास से रोज़गार सृजन में मदद मिलेगी। इसी प्रकार अमेरिका के उत्कृष्ट चिकित्सा विष्वविद्यालयों के सहयोग से राज्य के चिकित्सा विद्यालयों, नर्सिंग विद्यालयों तथा पराचिकित्सक प्रषिक्षण केन्द्रों में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य से संबंधित नवीनतम प्रषिक्षण दिया जाएगा। इससे प्रदेश की स्वास्थ्य सेवायें तथा चिकित्सा षिक्षा मजबूत होगी। इसके साथ ही सिलिकाॅन वैली, कैलिफोर्निया की टेली-मेडिसिन तथा टेली-षिक्षा तकनीकी का उपयोग करके प्रदेष के ग्रामीण क्षेत्रों में भी उच्च श्रेणी की स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध हो सकेंगी, जबकि सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग से स्मार्ट मेडिकल सिटी की स्थापना सम्भव हो सकेगी। इसके अलावा स्वास्थ्य व चिकित्सा अनुसंधान हेतु सर्वोत्कृष्ट षोध संस्थानों से सहयोग, विषेषकर हृदय रोगों से संबंधित अनुसंधान तथा सौर ऊर्जा, स्मार्ट ग्रिड परियोजनाओं की स्थापना व ठोस अपषिष्ट प्रबन्धन के साथ-साथ सेमीकण्डक्टर फैब से संबंधित अन्य व्यवसायों को प्रोत्साहन मिलेगा।
इस मौके पर राज्य के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अहमद हसन, राजनैतिक पेन्षन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी, यूनिवर्सिटी के स्ट्रेटिजी कन्सल्टेंट श्री सुरेष बालू, टेनासिटी ग्रुप बोर्ड के चेयरमैन एवं एन.एम.सी. हेल्थकेयर के सी.ई.ओ. डाॅ बी. आर. षेट्टी, किंग जाॅर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के वाइस चान्सलर प्रोफेसर रवि कान्त तथा सीतापुर नेत्र चिकित्सालय की डाॅ. प्रभा मेहरा व अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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श्रीमती डिम्पल यादव, सांसद द्वारा आकांक्षा समिति के कर्मचारियों को कम्बल तथा ऊनी वस्त्रों का वितरण

Posted on 22 December 2014 by admin

श्रीमती डिम्पल यादव, सांसद ने कहा है कि आकांक्षा समिति ने अपने उत्तम सामाजिक कार्यों से समाज में विशिष्ट पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक जनपद में आकांक्षा की मसाला मठरी केन्द्र की दुकानें खुलनी चाहिए ताकि लोगों को आकांक्षा समिति के शुद्ध एवं गुणवत्तापरक उत्पाद खाद्य पदार्थ सुलभ रूप से प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आकांक्षा समिति एक ब्राण्ड के रूप में अपने कार्यों का क्रियान्वयन सुनिश्चित कराये। उन्होंने कहा कि आकांक्षा समिति ने सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं अन्य सामाजिक क्षेत्रों में बेहतर किये गए कार्य सराहनीय ही नहीं अपितु अन्य के लिए अनुकरणीय हैं।उन्होंने कहा कि मुझें आकांक्षा समिति के कार्यक्रम में भाग लेकर बेहद खुशी हो रही है।
श्रीमती डिम्पल यादव आज बटलर पैलेस कालोनी में स्थित आकांक्षा समिति के मसाला मठरी केन्द्र के कर्मचारियों को कम्बल एवं ऊनी वस्त्रों का वितरण कर रही थीं। उन्होंने कहा कि वर्कशाॅप में काम करने वाले कर्मचारी शरीर के रीढ़ की हड्डी के समान होते हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को अपने लक्ष्य को हासिल करने हेतु आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि महिलाएं स्वयं शिक्षित हों तथा अपने बच्चों को भी भरपूर शिक्षा दिलायंे।
आकांक्षा समिति की प्रदेश अध्यक्षा श्रीमती सुरभि रंजन ने अपने सम्बोधन में कहा कि आकांक्षा समिति ने अपने सामाजिक कार्यों के तहत निःशुल्क चिकित्सा स्वास्थ्य शिविरों, विकलांगों को निःशुल्क कम्प्यूटर प्रशिक्षण, बालिकाओं को आत्म सुरक्षा हेतु जूडो-कराटे का निःशुल्क प्रशिक्षण, गरीब छात्र-छात्राओं को निःशुल्क कम्प्यूटर प्रशिक्षण, कैंसर पीडि़तों एवं गरीब व्यक्तियों के इलाज हेतु निःशुल्क रक्त उपलब्ध कराने हेतु रक्तदान शिविरों का आयोजन तथा नारी सुरक्षा कार्यशालाओं का आयोजन समय-समय पर कराकर समाज में अपनी सक्रिय भागीदारी निभा रही है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में लखनऊ शहर के विभिन्न स्थानों में आकांक्षा समिति की 03 मसाला मठरी केन्द्र की दुकानें संचालित हैं।
श्रीमती रंजन ने बताया कि मसाला मठरी केन्द्र में लगभग 100 से अधिक गरीब महिलाएं कार्यरत हैं जिन्हें रोजगार के साथ-साथ उन्हें तथा उनके बच्चों को भी निःशुल्क चिकित्सा सुविधा आवश्यकतानुसार उपलब्ध कराई जाती है। उन्होंने कहा कि मसाला मठरी केन्द्र की स्थापना का उद्देश्य गरीब महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराना तथा लोगों को शुद्ध एवं स्वादिष्ट मसाला एवं खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराना है।
अध्यक्षा आकांक्षा समिति ने बताया कि प्रत्येक जिले में आकांक्षा समिति को गठित कर सक्रिय बनाते हुए जनकल्याणकारी कार्यों में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कराकर आम गरीब लोगों को लाभान्वित कराने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनकल्याणकारी योजनाओं से ग्राम स्तर तक लोगों को लाभान्वित कराते हुए कन्या भू्रण हत्या आदि जानकारी भी उन्हें उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि गांव स्तर पर गरीब लोगों को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु स्वास्थ्य शिविरों का भी आयोजन समय-समय पर आकांक्षा समिति द्वारा कराया जा रहा है।
श्रीमती डिम्पल यादव सांसद ने आकांक्षा के मसाला मठरी केेन्द्र की सभी कर्मचारियों को कम्बल तथा ऊनी वस्त्र वितरित किये। कार्यक्रम में श्रीमती सुरभि रंजन, अध्यक्षा आकांक्षा, श्रीमती सिम्मी शर्मा, श्रीमती ऊषा शर्मा, शुभ्रा मित्तल सहित अनेक सदस्यायें भी उपस्थित थीं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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