Posted on 31 July 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने ग्लासगो काॅमनवेल्थ गेम्स में पदक जीतने वाले प्रदेश के सभी खिलाडि़यों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इन खिलाडि़यों ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से देश व प्रदेश का नाम रौशन किया है।
श्री यादव ने घोषणा की है कि इन पदक विजेताओं को राज्य सरकार द्वारा सम्मानित किया जाएगा और इन्हें नकद पुरस्कार भी प्रदान किया जाएगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 31 July 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश कम्बाइंड प्री-मेडिकल टेस्ट (सी.पी.एम.टी.) में सफलता प्राप्त करने वाले सभी अभ्यर्थियों को बधाई व शुभकामनाएं दी है। उन्होंने घोषणा की है कि इस परीक्षा की मेरिट में प्रथम 05 स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को राज्य सरकार सम्मानित करेगी। इन छात्र-छात्राओं की आगे की पढ़ाई के खर्च का वहन भी प्रदेश सरकार द्वारा किया जाएगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 30 July 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक एवं मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव 29 जुलाई, 2014 को ऐशबाग ईदगाह, लखनऊ में लोगों को ईद की मुबारकबाद देते हुए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 30 July 2014 by admin
भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया कि अखिलेश सरकार राज्य में साम्प्रदायिक संघर्ष व हिंसा की घटनाओं को रोक पाने में पूरी तरह असफल सबित हो रही है। प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक कहा कि सहारनपुर में अमन चैन बिगड़ने वालों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही होनी चाहिए। सुनियोजित तौर पर अराजकता को लोग अंजाम देते रहे, पुलिस पर हमले हुए, सम्पत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया। अब तो प्रदेश में हुए साम्प्रदायिक संघर्ष अंतराष्ट्रीय फोरम पर भी सुर्खियां बन रहे है।
मंगलवार को पार्टी के राज्य मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने यू0एस0 की एक मीडिया रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश को साम्प्रदायिक संघर्ष की घटनाआंे के मामले में पूरे देश में अव्वल बताये जाने पर गहरी चिन्ता व्यक्त की। उन्होने कहा मुजफ्फरनगर में हुए संघर्ष में लगभग 65 लोगों की मौत और जनधन की हानि के बावजूद राज्य में सत्तारूढ़ अखिलेश सरकार वोट बैंक की सियासत में जुटी रही। नतीजा यह रहा कि राज्य में अपराधों के साथ-साथ साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाएं भी बढ़ती गई। इसका परिणाम रहा कि न केवल देश के भीतर बल्कि विदेशों में भी उत्तर प्रदेश की पहचान साम्प्रदायिक हिंसाग्रस्त राज्य के रूप मेे होने लगी। श्री पाठक ने यू0एस0 की इन्टरनेशनल रिलिजियस फ्रीडम की रिपोर्ट 2013 की रिपोर्ट में प्रदेश को साम्प्रदायिक हिंसा वाले राज्यों में सर्वोच्य स्थान पर रखे जाने को दुखद बताते हुए कहा कि अखिलेश सरकार की वोट बैंक की सियासत ने उत्तर प्रदेश को शर्मसार किया है।
उन्होंने कहा कि प्रशासनिक लापरवाही और सरकार में जारी भ्रम के कारण लगातार छोट-छोटी घटनाएं राज्य में बड़ा रूप ले रही है। सरकार इन घटनाओं का सच स्वीकारने की बजाय इसका ठीकरा कभी विपक्ष तो कभी मीडिया पर फोड़ने में जुट जाती है, नतीजन जो असल अपराधी है वे बच जाते है। भाजपा पर राजनैतिक आरोप लगा अखिलेश सरकार अपनी नाकामी को छुपा तो सकती है, किन्तु आखिर जनादेश तो समाजवादी पार्टी को ही मिला है फिर जनादेश का सम्मान करते हुए राज्य के नागरिकों की रक्षा का दायित्व तो इन्ही का है, किन्तु बार-बार छोटी घटना साम्प्रदायिक हिंसा का रूप ले ले रही है।
श्री पाठक ने कहा कि पहले ही मुजफ्फरनगर में जो कुछ हुआ उसके कारण राज्य की छवि को नुकसान पहंुचा है। अब यू0एस0 मीडिया में आई इस रिपोर्ट के कारण एक बार फिर उत्तर प्रदेश की साख पर प्रश्न खड़े हुए है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि वास्तव में अखिलेश सरकार का मुख्य ऐजेण्डा वोट बैंक की सियासत का है। इसीलिए राज्य में लगातार बढ़ते अपराधों को रोकने के लिए कोई ठोस पहल नही हो रही। उपचुनाव जीतने के लिए पूरा का पूरा मंत्रिमण्डल लगा दिया जाता है लेकिन साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाओं के बाद शान्ति बहाली के लिए कोई निर्णायक पहल नही होती।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 30 July 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक तथा मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज ईद-उल-फितर के मुबारक मौके पर ऐशबाग ईदगाह पहुंचकर मुस्लिम समुदाय के लोगों को दिली मुबारकबाद दी।
इस अवसर पर राज्यपाल ने सभी के लिए खुशहाली की कामना करते हुए कहा कि यह त्योहार अमन-चैन व त्याग का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि ईद आनंद का पर्व है जिसे सभी लोग मिल-जुलकर मनाते हैं।
मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने इस अवसर पर सभी को बधाई देते हुए कहा कि आज पूरे देश में ईद मनाई जा रही है। जिस देश में खुशहाली होती है, वहीं तरक्की भी होती है। इसलिए हम सभी को संकल्प लेना चाहिए कि आपसी भाईचारे व सौहार्द के वातावरण को बनाए रखें, जिससे विश्व में हमारे मुल्क का नाम ऊँचा हो। भाईचारा देश की ताकत और समाज की पहचान है। उन्होंने भरोसा जताया कि जिस प्रकार प्रेम और सौहार्दपूर्वक ईद का पर्व आयोजित हो रहा है, उसी प्रकार आने वाले समय में अन्य त्यौहार भी मनाए जाएंगे। इस अवसर पर राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी, प्रमुख सचिव सूचना श्री नवनीत सहगल सहित शासन और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
इससे पूर्व ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने नमाज अदा करायी तथा मुल्क और दुनिया में अमन की दुआ मांगी।
ईदगाह पर लोगों को ईद की बधाई देने के बाद मुख्यमंत्री ने टीले वाली मस्जिद पहुंचकर वहां के इमाम मौलाना फ़ज़्लुर्रहमान वायज़ी तथा मुस्लिम समुदाय के अन्य गणमान्य लोगों को ईद की हार्दिक मुबारकबाद दी। इस अवसर पर सांसद एवं पूर्व रक्षा मंत्री श्री मुलायम सिंह यादव ने भी मौलाना वायज़ी को ईद की बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अहमद हसन, डाॅ0 अम्मार रिजवी, श्री बुक्कल नवाब, श्री मोहम्मद एबाद, श्री यामीन खाँ, श्री बाबी इरशाद, श्री मुदस्सर हसन, श्री ए0एम0खान एवं श्री कमाल खान के आवास पर जाकर उन्हें ईद की मुबारकबाद दी।
आज ही मुख्यमंत्री ने जनेश्वर मिश्र पार्क का निरीक्षण भी किया। इस अवसर पर सांसद श्रीमती डिम्पल यादव भी उपस्थित थीं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 30 July 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने ग्लासगो काॅमनवेल्थ गेम्स में पदक जीतने वाले प्रदेश के सभी खिलाडि़यों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इन खिलाडि़यों ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से देश व प्रदेश का नाम रौशन किया है।
श्री यादव ने घोषणा की है कि इन पदक विजेताओं को राज्य सरकार द्वारा सम्मानित किया जाएगा और इन्हें नकद पुरस्कार भी प्रदान किया जाएगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 30 July 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश कम्बाइंड प्री-मेडिकल टेस्ट (सी.पी.एम.टी.) में सफलता प्राप्त करने वाले सभी अभ्यर्थियों को बधाई व शुभकामनाएं दी है। उन्होंने घोषणा की है कि इस परीक्षा की मेरिट में प्रथम 05 स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को राज्य सरकार सम्मानित करेगी। इन छात्र-छात्राओं की आगे की पढ़ाई के खर्च का वहन भी प्रदेश सरकार द्वारा किया जाएगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 30 July 2014 by admin
अखिल भारतीय लोधी राजपूत टेलीफोन डायरेक्टरी के तत्वाधान मैं दिनांक 29ण्07ण्2014 दिन मंगलवार को शास्त्रीपुरम मैं जननी सुरक्षा योजना को लेकर शासन की नई नीति के विरोध मैं प्रदर्शन किया गया।
इस अवसर पर अखिल भारतीय लोधी राजपूत टेलीफोन डायरेक्टरी के सम्पादक मानसिंह राजपूत ने कहा कि सरकार कि नयी नीति नगद 1400 रुपये की जगह खाता खुलवाकर चेक से प्रसूताओं को भुगतान से जननी सुरक्षा योजना तमाशा बन कर रह गयी है। सुरक्षित जच्चा बच्चा के लिए विश्व बैंक द्वारा पोषित इस योजना को सफल बनाने के लिए सरकार द्वारा प्रतिमाह लाखों रुपये पानी की तरह बहाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रसूताएं चेक हांसिल करने के बाद 1400रुपये के लिए दर.दर भटकती हुई देखी जा रही हैं। चेक के पैसे के लिए प्रसूताओं को 1000 रुपये का बैंकों मैं खता खुलवाना पड़ रहा है। जो कि गरीब प्रसूताओं के बस कि बात नहीं है। यह योजना सरकार द्वारा प्रसूताओं के शिशु को जन्म देने के बाद उनके पोषण के लिए दी जा रही थी। लेकिन न तो गरीब प्रसूताओं को इसका लाभ मिल पा रहा है और न ही सरकार अपनी योजना मैं कामयाब हो पा रही है।
अखिल भारतीय लोधी राजपूत टेलीफोन डायरेक्टरी के उपसम्पादक ब्रहमानंद राजपूत ने कहा कि शासन द्वारा विगत 19 दिसंबर को नया शासनादेश जारी किया था जिसमे प्रसूताओं को नगद 1400 रुपये की जगह चेक से खाता खुलवाकर 1400 रुपये मिलेंगे। लेकिन प्रदेश सरकार के इस फैसले से प्रसूतायें लाभान्वित तो काम लेकिन परेशान ज्यादा हो रही हैं। और कई प्रसूताएं तो भाग दौड़ी और 1000 रुपये के खाता खुलने से चेक को भुनवाती तक नहीं है। इसलिए हम मांग करते हैं और सरकार से अपील करते हैं कि सरकार अपने विगत 19 दिसंबर को दिए आदेश को वापस ले और प्रसूताओं को विश्व बैंक द्वारा पोषित जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत चेक कि जगह नगद राशि दी जाए जिससे कि प्रसूता असल मैं इस योजना से लाभान्वित हो सके और प्रसूताओं को 1400 रुपये के लिए परेशान न होना पड़े
विरोध प्रदर्शन मैं सम्पादक मानसिंह राजपूतए अरब सिंह बॉसए ब्रहमानन्द राजपूतए प्रभावसिंहए दुष्यंत राजपूतए मोरध्वज लोधीए दीपक लोधीए विष्णु लोधीए लोकेन्द्र लोधीए नीतेश राजपूतए बंटी लोधीए राकेश राजपूतए अजय राजपूतए मुकेशए दिनेशए भूरीसिंहए जीतेन्द्र लोधीए राजवीर सिंहए सहित बड़ी तादाद मैं लोग उपस्थित रहे और महिलाओं की भी भागीदारी रही।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 30 July 2014 by admin
किस तरह घृणा और उपहास की
चीज हो गयी राजनीति
जरा कल्पना कीजिये मानव का संघर्ष
उत्थान की परणीति।
भूखे की भूख के आड़ मंे
निवारण की झूठी लच्छेदार भाषा में
अपनी पूरी करते रहे अभिलाषा
सौभाग्य की आकाश नीला है
संभावनाओं के सारे द्वार बन्द होने तक
आकाश नीला ही रहना है
यह बात हमारे पूर्वजों का कहना है
इस बजनदार दलील के पीछे
तर्क शास्त्री कई तरह के तर्क ढूढ़ सकते है?
अतिसंकीर्ण व्याख्या कर सकते है
पर में जो कहना चाहता हूॅ
उन वास्तविकताओं को कहकर रहूंगा
छिपाने की रत्ती भर दिलचस्पी नही है
चाहे जो हो, कवि अग्निवेद की इस कविता के विचारो की तरह भारतीय राजनैतिक दलो पर नजर डालते है तो देखते है कि भारतीय राजनैतिक पटल पर पहली बार भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनने के पीछे छिपी कहानी को जानना बहुत समाचीन रहेगा।वरिष्ठ कवि आलोक धन्वा का कथन देश का बहुसंख्य मतदाता लोकतांत्रिक व धर्मनिरपेक्ष परंपराओं के बीच पला-बढ़ा है। इसलिए मोदी का सत्ता में आना मुश्किल है वह यह भूल गये कि सारा धर्म निरपेक्षता का पाढ अब नई लोकतांत्रिक पीढ़ी वामपंथी इतिहास उनके चश्मे के इतर सच के धरातल पर महसूस करने के बाद ही पढ़ रही हैं मुज्जफ्फरनगर में हुए दंगे को सारी दुनियां ने देखा कि किस तरह तुष्टिकरण के कारण दंगों में मृत हिदुओं के परिजनों को मुआवजा देने से लेकर पुर्नवास तक में यूपी सरकार ने भेदभाव किया तब सुप्रीम कोर्ट की फटकार लगानी पड़ी थी तब जाके यह भेद भाव बन्द हुआ था। उस दौर में आलोक धन्वा सहित सभी वामपंथी बृद्धिजीवी खतरनाक चुप्पी साधे क्या कर रहं थे पता नहीं पर उनकी चुप्पी का परिणाम ही बहुसंख्यक समाज एकजुट होकर मतदान के माध्यम से छद्मवेशी ताकतों को सबक सिखाने के लिए विवश ही नही हुआ अपितु उसने तय कर लिया कि आतंकवाद का समर्थन करने वालों को आगे भी सबक सिखाते रहेंगे। भाजपा का उदय 1980 में हुआ था। लेकिन तब तक भारतीय जनता पार्टी का नारा राष्ट्रवाद, राष्ट्रीय एकता, लोकतंत्र तथा सकारात्मक धर्म निरपेक्षता के इर्द-गिर्द था। उस वक्त भाजपा ने गांधी वादी समाजवाद के माॅडल को अपना कर एक मध्यमार्गी राजनैतिक दल के रूप में जनसंघ से विलग रास्ते पर चलने की कोशिश की थी लेकिन गांधीवादी समाजवाद का माॅडल अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में चुनावी अभियान में बुरी तरह से पिट गया। जिसके कारण भाजपा का 1985 में दूसरा जन्म दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानव वाद के माॅडल के साथ शुरू हुआ। इस माॅडल के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक ने पूरी ताकत के साथ भाजपा का समर्थन किया और लालकृष्ण आडवाणी ने पहली बार भाजपा को दिल्ली में सरकार बनाने का सपना दिखाया। इस दौर में अटल जी की कविता जाऊ तो जाऊ कहाँ उनकी छटपटाहट को अभिव्यक्त करती है। दरअसल संघ ने भाजपा पर बिश्वास किया भाजपा तीव्र गति से आगे बढ़ने लगी। समाजविज्ञानी अभय कुमार दुबे के शब्दों में- भाजपा के तीसरे रूप को समझना हो तो यह जानना पड़ेगा कि लालकृष्ण आडवाणी का दिमाग कैसे काम करता है। वे राजनेता होने के साथ-साथ सिद्धांतकार भी हैं और ऐसी बातें कहने से भी नही हिचकते जो उन्हें अलोकप्रिय बना सकती है। 1999 के संसदीय निर्वाचनों के समय से ही वे यह कहते रहे है कि सरकार विचारधारा के आधार पर नही बल्कि आदर्शवाद के आधार पर चलती है। चूंकि सिद्धांत की बातें वे अंग्रेजी में बोलते है इसीलिए यह कहते समय आइडियालाजी और आइडजिल्म का सुंदर भाषिक संयोग बन जाता है। उससे उनके कथन की प्रभावोत्पादकता बढ़ जाती है। लेकिन बीबीसी पर करन थापर से बातचीत करते हुए जब आडवाणी ने अपना यह प्रिय सिद्धांत वाक्य दोहराया तो उन्हें पलभर के लिए मुंह की खानी पड़ी। करन थापर ने उलट कर कहा कि अगर विचारधारा की जरूरत नहीं तो फिर राजनैतिक दल की ही क्या जरूरत रह जाएगी। तब सक्षम और प्रतिबद्ध आईएएस अफसरों का एक वर्ग शासन चलाने के लिए प्रर्याप्त होगा। आडवाणी थापर की इस टिप्पणी का कोई संतोषजनक उत्तर नही दे पाए। थापर अपनी बात को और आगे बढ़ा सकते थे कि विचारधाराविहीन आदर्शवाद नौकरशाही की हुकूमत के खतरे से ही ग्रस्त नही होता वरन् वह समाज का गैर राजनीतिकरण भी करता है। तीसरे जन्म की भाजपा दिल्ली में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में सरकार बनाने में कामयाब तो रही पर अकेले न होने पर शाईनिंग इंडिया का नारा देकर एक बार फिर सत्ता आने के लिए संघर्ष करने लगे। भूमंडलीकरण के दौर में राष्ट्रीय स्वयंसेवकसंघ ने अपने पुराने कार्यकर्ता को गुजरात का मुख्यमंत्री बनवाकर भविष्य की भाजपा के बीज बोने शुरू कर दिये। दंगों के दबानल से गृस्त गुजरात को दंगा मुक्त बनाकर दंगों के दाग दामन में लिए पूरे देश में सभी राजनैतिक दलों के निशाने पर रहने वाले नरेन्द्र मोदी को जब भाजपा के चैथे जन्म यानि की युवा भाजपा के नेतृत्व की कमान सौपने का फरमान सुनाया गया तो पुराना नेतृत्व किसी भी हालत में अपनी पकड़ छोड़ने को तैयार न था। अन्तर विरोधों के बीच संघ के स्वयंसेवक ने समस्या ग्रस्त भाजपा का रिमोड कन्ट्रोल अपने हाथों में लेकर विकास रूपी समावेशी माॅडल के साथ भूमंडलीकरण के युग में सूचना प्रौद्योगिकी के प्रचार प्रसार के साधनों का सदुपयोग करते हुए पूरे देश को गम्भीर चिन्तन के लिए मजबूर कर दिया। कब तक बहुसंख्यक समाज टुकड़ों-टंुकड़ों में बटकर अल्पसंख्यकवाद के तुष्टीकरण करके सत्ता छद्मधर्म निरपेक्ष लोगों को दी जाती रहेगी जो समस्या ग्रस्त भारत की समस्या निपटाने के नाम पर पावर और बैलेन्स बनने वाले क्षेत्रीय दल के रूप में उभराते रहेंगे और पावर आॅफ ब्लेकमेल बनकर इस देश को रूढ़ीग्रस्त बनाते रहेंगे। लार्ड विवरेज का कथन शान्तिपूर्वक सरकार बदलने की शक्ति प्रजातन्त्र की आवश्यक शर्त है, इस शर्त को सार्थक करते हुए युवा भाजपा का जन्म नरेन्द्र दामोदर मोदी के नेतृत्व में करके भाजपा के शालकापुरुष को भी सशंकित कर डाला। इस बदलाव के साथ-साथ एकात्मक मानववाद के माॅडल को बाजारवाद और भूमंडलीकरण के प्रगति कांक्षी दौर में अपने आपको सार्थक सिद्ध करने की जुम्मेदारी बन गयी है। परम्परा और प्रयेाग की दहलीज पर युवा मतदाताओं ने चुनौती पूर्ण ढंग से सहयात्री बन भारत के विकास को गन्तव्य तक ले जाने के लिए दृढ़ उन्नत समर्थन देकर लूली- लंगढ़ी नहीं पूर्ण बहुमत की सरकार दिल्ली में देकर आकांक्षा की है कि अब विसम्बताओं और विसंगतियों के दवानल से मुक्ति का मार्ग सुलभ हो। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का यह कथन कानून के मकड़ जाल से नही अपितु विसमताओं और विसंगतियों को तथा रोजगार के सृजन के लिए समावेशी माॅडल बनाया जायेगा। जहाँ कहीं कोई तकलीप नही …….. न कष्ट खुशी, सुकून ही सुकून रहेगा। अच्छे दिन की उजाले की सुरंग कहाँ से किन पलों से गुजरती है और जिन्दगी के स्याह पन्नों को रंगीन बना देती है। इस प्रतीक्षा में सारा देश दो टक निगाहों से देख रहा है। 1950 की जनसंघ की स्थापना करने वाले श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बाद 1980 में भाजपा में परिवर्तित जनसंघ के चैथे जन्म का उपहार जनमानस को कब मिलता है। इस बात की प्रतीक्षा और एकात्म मानववाद के व्याख्यायित होना बाकी है।
-सुरेन्द्र अग्निहोत्री
ए-305 ओ.सी.आर. बिल्डिंग
विधानसभा मार्ग, लखनऊ
मो0ः 9415508695
Posted on 29 July 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं विकलांग कल्याण मंत्री श्री अम्बिका चैधरी, समाज कल्याण, अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण एवं सैनिक कल्याण मंत्री श्री अवधेश प्रसाद, पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष श्री चैधरी सुखराम सिंह यादव, पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्य मंत्री श्री राम मूर्ति सिंह वर्मा, समाज कल्याण, अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण एवं सैनिक कल्याण राज्य मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह वर्मा, उ0प्र0 राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष श्री राम आसरे विश्वकर्मा तथा पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के सलाहकार (राज्य मंत्री स्तर) डा0 हीरा ठाकुर ने ईद-उल-फितर के पावन पर्व पर समस्त प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।
ईद की पूर्व संध्या पर जारी बधाई संदेश में मंत्रियों ने प्रदेश के सभी वर्गों एवं धर्मों के लोगों से आपसी भाईचारा, प्रेम एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में इस पावन पर्व को आपस में मिलजुल कर मनाने की अपील की है। जिससे देश-दुनिया में हमारी एकता, बन्धुत्व, शान्ति एवं सामाजिक समरसता का संदेश जायेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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