Posted on 08 April 2016 by admin
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव ने आज यहाँ पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से कहा कि वे समाजवादी सरकार की उपलब्धियों को जन-जन गँाव-गाँव तक पहुँचाए और जनता के बीच सघन जन संपर्क करें। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने चुनाव घोषणा पत्र में जितने वादे किये थे उनमें अधिकंाश वादे पूरे कर दिये गये हैं। जनता को इस सबकी जानकारी होनी चाहिए।
श्री मुलायम सिंह यादव आज पार्टी मुख्यालय के डा0 लोहिया सभागार में बड़ी संख्या में एकत्र पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गंभीर बीमारियों का इलाज महंगा है, उसे मुफ्त कराने की व्यवस्था है। मेट्रो रेल अब बस दौड़ने वाली है। आगरा-एक्सप्रेस वे और पूर्वांचल एक्सप्रेस वे बनने से परिवहन, पर्यटन और रोजगार में भारी वृद्धि होगी। किसानों, नौजवानों, अल्पसंख्यकों को रोटी-रोजगार देने का काम समाजवादी सरकार ने किया है। नौकरियों में भर्ती खोली गई है। बिजली और सौर उर्जा के नए प्लांट लग रहे हैं। सड़क पुल बन रहे हैं।
श्री यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को सचेत किया कि वे सन् 2017 के विधान सभा चुनावों को हल्के में न लें। विकास विरोधी ताकतों की साजिशों से सावधान रहना है। जनता को बरगलाने वाले और अफवाहबाज सक्रिय हो सकते हैं। इसलिए हमें जनता के बीच सही बात बतानी होगी और विकास का जो शानदार रिकार्ड प्रदेश में समाजवादी सरकार ने बनाया है उसकी जानकारी घर-घर पहुँचानी होगी। हमें दुबारा फिर और ज्यादा बहुमत से अपनी सरकार बनाने का संकल्प लेना होगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 08 April 2016 by admin
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि भाजपा और बसपा दोनों में इन दिनों दलित प्रेम उमड़ने लगा है। लगता है पुराने भाई-बहन के रिश्ते को फिर निभाने का प्लान है। उत्तर प्रदेश में दोनो ही दलों को जनता ने तीसरे-चैथे स्थान पर रख रखा है। दोनांे में सत्ता की छटपटाहट साफ दिख रही है। इसलिए वे दिखावटी दलित प्रेम से अपनी राजनीतिक गोटियाँ लाल करने की साजिशें कर रहे हैं।
भाजपा और बसपा दोनो दलितों की विरोधी पार्टियाँ है लेकिन वे दलित प्रेमी होने का नाटक कर रही है। अभी भाजपा की ही एक महिला नेत्री ने अलीगढ़ में जाति संबन्धित जो बयान दिया उससे इस दल की दलितों के प्रति ओछी मानसिकता का अंदाजा होता है। वैसे भी भाजपा उच्चवर्णो की ही राजनीति करती आई है। उसे पूँजी घरानों की चिंता रहती है आम आदमी, गरीब, किसान, मजदूर की नही।
बसपा का हाल तो और भी बुरा है। अपने को दलित की बेटी बताने वाली बसपा प्रमुख जब मुख्यमंत्री बनी तो उनके दरवाजे दलितों के लिए पूरी तरह बंद थे। उनकी सरकार के समय दलित किशोरियों के अपहरण, बलात्कार और हत्या की घटनांए होती रही जिसमें बसपा के विधायक और मंत्री संलिप्त पाए गये। भाजपा की मदद से वे तीन बार मुख्यमंत्री बनी और इसका कर्ज उतारने के लिए वे स्वयं गुजरात में श्री मोदी के चुनाव प्रचार में गई थी।
भाजपा और बसपा दोनो वस्तुतः उत्तर प्रदेश में हो रहे विकास से चिंतित, हताश और निराश हैं। समाजवादी सरकार ने अपने चुनावी वादे चार साल में पूरे कर दिये जबकि भाजपा की केन्द्र सरकार ने दो साल में एक भी वादा नही निभाया है। उत्तर प्रदेश के प्रति उसका व्यवहार सौतेलेपन का है। बसपा तो लिखित में कोई चुनावी वादा ही नही करती है क्योंकि वह जनता के प्रति अपने को जवाबदेह नही मानती है। समाजवादी पार्टी और सरकार संप्रदाय-जाति की राजनीति करने वालों से हमेशा मोर्चा लिया है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव को इसीलिए प्रदेश की जनता ने अपना भरपूर विश्वास दिया है। समाजवादी पार्टी को भरोसा है कि जनता भविष्य में भी सरकार और मुख्यमंत्री के प्रति अपना अटूट विश्वास बनाए रखेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 08 April 2016 by admin
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी) के राज्य सचिव मण्डल की 4 अप्रैल 2016 की बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस तथा रामदेव के बयानों पर विचार किया गया। राज्य सचिव मण्डल का यह मानना है कि उनके बयानों का असर उ0प्र0 के अंदर माहौल को बिगाड़ने का काम करेगा। देवेन्द्र फड़नवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हैं, उन्होंने यह कहा कि जो भारत माता की जय बोलने को तैयार नहीं है, उन्हें देश में रहने का अधिकार नहीं है। उनका यह बयान मुख्यमंत्री के पद की संवैधानिक मार्यादाओं का उल्लंघन करने वाला तथा हिन्दुत्व के राष्ट्रवाद की धारणा को आगे बढ़ाने वाला है। ऐसा प्रतीत होता है कि उन्होंने संघ के कार्यकर्ता के रूप में बयान देकर सम्पूर्ण देश में संघीय राष्ट्रवाद को स्वीकार न करने वालों के खिलाफ अपने कार्यकर्ताओं को उकसाया है। अपने पद की गरिमा बनाये राख्ने हेतु देवेन्द्र फड़नवीस को यह बयान वापस लेते हुए इस पर खेद व्यक्त करना चाहिए।
देश में घृणा और असहिष्णुता भड़काने का माहौल पैदा करने में रामदेव फड़नवीस से भी आगे निकल गये। उनका साम्प्रदायिक उन्माद एवं पागलपन से भरा कथन कि वह भारत माता की जय न बोलने वलों के सिर काट देते, सीधे तौर पर साम्प्रदायिक नफरत और हिंसा को प्रोत्साहन देना है।
राज्य सचिव मण्डल मांग करता है कि सम्बद्ध अधिकारी तुरन्त भारतीय पैनल कोड के प्राविधान के अन्तर्गत रामदेव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्यवाही करे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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