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ड्यूटी फ्री ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए आकर्षक ऑफर शुरू किया

Posted on 18 October 2012 by admin

त्यौहारों के मौके, खासकर दीवाली पर भारत के सबसे बड़े ड्यूटी फ्री शॉप, आईजीआई एयरपोर्ट के टी3 टर्मिनल पर दिल्ली ड्यूटी फ्री ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए आकर्षक ऑफर शुरू किया है। इसे “ऑल दैट ग्लिटर्स इज माइन” नाम दिया गया है। इस ऑफर के तहत दिल्ली ड्यूटी फ्री के सभी ग्राहकों को लकी ड्रॉ के जरिए प्रोमोशन के अंत में 15 अक्तूबर 2012 से 10 जनवरी 2013 तक एक किलो सोना जीतने का मौका मिलेगा।
इस गोल्डन दीवाली प्रोमोशन से दिल्ली ड्यूटी फ्री ने भारतीय ड्यूटी फ्री रीटेल बाजार के लिए एक नई परंपरा शुरू की है। अभी तक यह मध्य पूर्वी ड्यूटी फ्री मार्केट की खासियत रही है। दीवाली के मौके पर सोना खरीदने की भारत के लोगों की चाहत को देखते हुए यह प्रोमोशन भारतीय यात्रियों के लिए दिल्ली ड्यूटी फ्री से अपने मन की पूरी खरीदारी करने और एख किलो सोना जीतने का आदर्श मौका मुहैया कराता है। इससे आप जितना ज्यादा खरीदारी करेंगे लकी ड्रॉ में ईनाम जीतने का मौका उतना ज्यादा बढ़ेगा। एक से 50 डॉलर की खरीद पर ग्राहक को 1 लकी ड्रॉ कूपन मिलेगा जबकि 51 से 100 डॉलर की खरीद पर तीन लकी ड्रॉ कूपन और 101 डॉलर से ऊपर की खरीद पर पांच लकी ड्रॉ कूपन मिलेंगे।
दिल्ली ड्यूटी फ्री सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ श्री स्टीव ओ कोन्नॉर ने कहा, हम अपने ग्राहकों के खरीदारी अनुभव को बेहतर करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। दिल्ली ड्यूटी फ्री को खुशी है कि वह अपने ग्राहकों के लिए ऐसा प्रोमोशन चला रहा है। भारतीय संस्कृति और परंपरा में सोना एक अभिन्न भाग है। सभी भारतीय त्यौहारों से यह बहुत करीबी से जुड़ा हुआ है। दीवाली की पहचान सोना खरीदने के लिए सबसे अच्छे मौके के रूप में की जाती है। हमें उम्मीद है कि यह प्रोमोशन डीडीएफएस के भारतीय ग्राहकों को खुश करेगा और प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित करेगा।
यात्री भिन्न किस्म के उत्पादों में से अपनी पसंद की चीजें जैसे परफ्यूम और कॉस्मेटिक्स, कनफेक्शनरी, भारतीय हस्त शिल्प के सामान, अंतरराष्ट्रीय लीकर और शिगार की खरीदारी कर सकते हैं। आगमन और प्रस्थान टर्मिनल पर स्थित दुकानों को गोल्डन दीवाली प्रोमोशन के लिए सोने को केंद्र में रखकर सजाया जाएगा। गोल्डन दीवाली प्रोमोशन स्थापना के बाद से दिल्ली ड्यूटी फ्री के सबसे बड़े हाईलाइट में से एक है। इरादा यह है कि यात्रियों को देश में पहुंचने के बाद से परिवार के साथ त्यौहार मनाने तक पूरे समय त्यौहारों का अहसास हो।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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प्रदेष में उद्योगों का विकास हो और विदेषी पूॅंजी निवेष बढ़े

Posted on 18 October 2012 by admin

उत्तर प्रदेष सरकार की मंषा है कि हर हाथ को काम मिले, प्रदेष में उद्योगों का विकास हो और विदेषी पूॅंजी निवेष बढ़े। प्रदेष के हस्तषिल्प एवं अन्य पारम्परिक उत्पादों की ब्राण्ड इमेज को विकसित करने एवं प्रदेष से मध्यपूर्व एषिया के देष में निर्यात को बढ़ावा दिये जाने के उद्देष्य से एक प्रतिनिधि मण्डल लघु उद्योग राज्य मंत्री केे साथ गत दिनों मध्य जापान के दौरे पर गया था जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों के साथ निर्यात के क्षेत्र में रूचि रखने वाले आगरा, मुरादाबाद, अलीगढ़ आदि जिलोें के 10 उद्यमी/हस्तषिल्पी शामिल थें। जापान के उद्यमियों के भारत आने से विदेषी करेंसी आयेगी और लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
यह बात आज यहाॅं बापू भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में लघु उद्योग एवं निर्यात प्रोत्साहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भगवत शरण गंगवार ने प्रेस प्रतिनिधियों से वार्ता के दौरान कही उन्होंने कहा कि जापान में ‘‘ताकाषिमाया’’ के बड़े-बड़े शहरों में माॅल बने  हुए हंै। उनके प्रबंधकों ने  उ0 प्र0 के हस्तषिल्प उद्यमियों के आफर को स्वीकार करतेे हुए हस्तषिल्प उत्पादों का आयात करने की बात कही हंै। उन्होंने कहा कि जूते के व्यवसायी भी वहाॅं गये थे, और उनके द्वारा एम0 ओ0 यू0 साइन किया गया। ताकाषिमाया के प्रबंधकों ने लखनऊ से चिकन के उत्पाद आयात करने की बात कही। जापान के कई उद्यमी प्रदेष में  उद्योग लगाने के लिए लालायित दिखे।
श्री गंगवार ने कहा कि जापान के उद्यमियों को यह आष्वस्त किया गया कि प्रदेष सरकार बाहरी उधमियों को उद्योग स्थापित करने हेतु विषेष सुविधा उपलब्ध करा रही है। उन्हें यह भी अवगत कराया गया है कि उ0 प्र0 आबादी के लिहाज से विष्व का पाॅंचवा देष है। यहाॅं पर उपभोक्ताओं की बड़ी संख्या है और मानव संसाधन आसानी से उपलब्ध है। वहाॅं के कुछ उद्यमियों द्वारा यहाॅं के भोजन और भाषा की समस्या उठाई गई थी इस पर उन्हें बताया गया कि प्रदेष मे औद्योगिक ईकाई स्थापित करने के लिए बड़ी संख्या में भूमि उपलब्ध हैं। आप लोग चाहे तो छोटा  मेाटा  अपना औद्योगिक षहर स्थापित कर सकते है, जिससे भाषा और भोजन की समस्या समाप्त हो जायेगी। उन्होंने बताया कि वहाॅं के कोबे चैम्बर अॅाफ कामर्स एण्ड इडस्ट्रीज, ओसामा चैम्बर आफ कामर्स एवं क्योटो संग्रहालय का भ्रमण करके वहाॅं के प्रतिनिधियों से वार्ता की गई। कोबे और ओसामा के चैम्बर आफ कामर्स द्वारा उ0 प्र0 में उद्योग लगाने तथा भारत के साथ व्यापार बढ़ाने पर बल दिया गया। ताकाषिमाया के प्रबन्धकों ने उ0 प्र0 से हस्तषिल्प के उत्पाद को क्रय करने में काफी रूचि दिखाई है। इसके सार्थक परिणाम शीघ्र ही सामने आयेगें।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव लघु उद्योग श्री मुकुल सिंघल विषेष सचिव श्री विजय कान्त दुबे, संयुक्त निर्यात आयुक्त श्री के0 पी0 मिश्रा आदि अधिकारी उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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एसबीआई लाइफ जल्द ही आरंभ करेगी योजनाओं की श्रंखला

Posted on 18 October 2012 by admin

नए दौर की अग्रणी जीवन बीमाकर्ता, एसबीआई लाइफ जल्द ही सेविग्ंस, सुरक्षा और पेंशन के क्षेत्रों में ढेर सारी योजनाओं का आरंभ करेगी। इन उत्पादों को मान्यता के लिए इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथाॅरिटी (आईआरडीए) के पास फाइल किया गया है।
डाॅ. अतनु सेन, एमडी और सीईओ, एसबीआई लाइफ ने कहा, ’’हम आईआरडीए की स्वीकृति के पश्चात जल्द ही चार नए उत्पादों का आरंभ करेंगे। इस प्लान्स में शामिल है, फैमिली इनकम प्रोटेक्शन प्लान, मंथली इनकम सेविंग्स प्लान, ट्रेडिशनल पेंशन प्लान और मार्केट लिंक्ड प्लान (यूलिया) जो युवा वर्ग को ध्यान में रखकर बनाया गया है। ये उत्पाद हमारे प्लान्स के मौजूदा समूह को सक्षम करेंगे, जिसकी बदौलत ग्राहकों को अपनी पसंद चुनने के लिए व्यापक विकल्प मिलेंगे।’’
ये उत्पाद एसबीआई लाइफ के मल्टी डिस्ट्रिब्यूशन चैनल्स के जरिए उपलब्ध होगें जिसमें बैंकाश्योरेंस - स्टेट बैंक की शाखाओं द्वारा रिटेल एजेंसी और इंस्टीट्यूशनल अलायंसेस (संस्थागत गठजोड) शामिल है।
टपनी उपस्थिति का विस्तार जारी रखते हुए एसबीआई लाइफ ने वित वर्ष 2012-13 के दौरान 39 नई शाखाओं की बढोत्तरी की है और 14000 अतिरिक्त इंश्योरेंस एडवाइजर्स और 2000 सर्टिफाइड इंश्योरेंस फैसिलिटेटर्स को भर्ती किया है।
पिछले वित वर्ष 2011-12 के दौरान, एसबीआई लाइफ ने विभिन्न प्रकार की जरूरतों के आधार पर अनेक नए उत्पादों को प्रस्तुत किया। इनमें शामिल थे हेल्थ इंश्योरेंस - हाॅस्पिटल कैश, वैरिएबल इंश्योरेंस - फ्लेक्सी स्मार्ट, ट्रेडिशनल सेविंग्स - स्मार्ट मनी बैंक और इमिजिएट एन्यूइटी - एन्यूइटी प्लस, अपने ग्राहक केंद्रित उपक्रमों के क्रम में कंपनी ने भारतीय वित्तीय क्षेत्र में अपनी तरह की पहली खास बहुभाषी वेबसाइट आरंभ की नौ प्रमुख भारतीय भाषाओं - हिंदी, मराठी, गुजराती, तमिल, तेलुगु, मलयालम, बंगाली, कन्नड और पंजाबी में यह बहुभाषी वेबसाइट दिनोदिन बढते इंटसेट का अयोग करने वाले विशाल भारतीय जनसंख्या समूह से संवाद की जरूरत का समाधान करती है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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डाबर ने ‘थर्टी प्लस’ एनर्जी कैपसूल को ‘यंगीन’ अवतार में दोबारा प्रस्तुत किया

Posted on 18 October 2012 by admin

ऽ    यह ब्रान्ड मूसली, शिलाजीत, और सोने सहित दूसरी शक्तिदायक औषधियों के साथ दोबारा लाॅन्च किया गया।
ऽ    मलाईका अरोड़ा ख़ान इसकी ब्रान्ड एम्बेसडर नियुक्त हुईं।

30malaika-aroraभारत की अग्रगामी प्राकृतिक और आयुर्वेदिक हेल्थ केयर कंपनी डाबर इन्डिया लि. भारत के पहले शक्तिदायक ब्रान्ड ‘थर्टी प्लस’ क¨ वापस मार्किट में ला रहा है । डाबर ने आज आपके स्वास्थ्य को नई शक्ति और ऊर्जा देने वाले ब्रान्ड ‘थर्टी प्लस’ क¨ एक यंगीन अवतार में दोबारा लाॅन्च करने की घोषणा की। नए यंगीन अवतार वाले ‘थर्टी प्लस’ क¨ आज के समय के अनुसार शारीरिक शक्ति की जरुरत को ध्यान में रखकर बनाया गया है।
डाबर ने बाॅलिवुड सिने सेलिब्रिटी मलाईका अरोड़ा खान को ‘थर्टी प्लस’ का नया ब्रान्ड एम्बेसडर नियुक्त किया है। ‘थर्टी प्लस’ का नया फाॅर्मुलेशन शक्तिदायक और ऊर्जा देने वाली विभिन्न आर्युवेदिक औषधियों का शक्तिशाली मिश्रण है, जो सभी 30-वर्ष से अधिक आयु वाले पुरुषों को दोबारा से नई शक्ति देकर उनमें युवापन का एहसास जगा देता है।
डाबर इन्डिया लि. के कैटेगरी हेड-ओटीसी बिज़नेस श्री अनिल वी. कौशल ने बताया, ‘‘थर्टी प्लस एक विश्वसनीय हेल्थ रिवाईटलाईज़र ब्रान्ड है, जिसे कुछ समय पूर्व डाबर ने अधिगृहीत किया था। प्राकृतिक और आयुर्वेदिक हेल्थकेयर में डाबर की विशेषज्ञता का उपयोग कर हमने इस उत्पाद को नई ऊर्जा देकर आज के 30-वर्ष से अधिक आयु वाले पुरुषों के लिए इसे अधिक उपयुक्त बनाया है। इसमें शक्तिशाली तत्वों जैसे सोना, मूसली और शिलाजीत का प्रयोग किया गया है। आज के व्यस्त जीवन के कारण भारत में 30-वर्षीय युवाओं की जरुरतें काफी अलग हो गई हैं। बाहरी कारण जैसे काम का बोझ, तनाव, डेडलाईन आदि पुरुषों की दिनभर की ऊर्जा को खत्म कर देते हैं, और यह शाम को परिवार के साथ अच्छा समय बिताने की क्षमता को भी प्रभावित करते हैं। आज ऐसा कोई भी उत्पाद उपलब्ध नहीं है, जो इस कमी को पूरा करता हो। डाबर ‘थर्टी प्लस’ में एैसे तत्व हंै, जो आपको युवापन का अहसास देने के साथ-साथ आपकी शक्ति, सामथ्र्य और ताकत को नियन्त्रित करने में मदद करते हैं। यह आपको दिन और रात ऊर्जा देकर, नवीन शक्ति प्रदान करता है और आपके शरीर को मजबूत बनाने में मदद करता है। और आप दोबारा से ‘यंगीला’ महसूस करते हैं।
डाबर ‘थर्टी प्लस’ ब्रान्ड को नए कम्यूनिकेशन ‘हो जा यंगीला रे!’ के साथ लाॅन्च किया गया है। यह नया अभियान बाॅलिवुड संुदरी मलाईका अरोड़ा खान प्रस्तुत करंेगी। यह जल्द ही प्रसारित होने लगेगा। उच्च ऊर्जा वाला यह रोचक अभियान अधेड़ उम्र के एक व्यक्ति के ऊपर बनाया गया है, जो ताकत और सामथ्र्य के लिए खुद से ही जंग करता है। वह अपने काल्पनिक युवा स्वरुप के साथ कदम नहीं मिला पाता है और हर बार खुद को हारा हुआ महसूस करता है। डाबर ‘थर्टी प्लस’ से शक्ति प्राप्त कर वह तैयार हो जाता है, और जब जरुरत पड़ती है तो वह मलाईका अरोड़ा खान को बिल्कुल फिल्मी स्वरुप में प्रभावित करने के लिए अपनी शक्ति और हीरोईज़्म का प्रदर्शन करता है।
डाबर इन्डिया लि. के बारे मेंः
डाबर इन्डिया लि. भारत की अग्रगामी एफएमसीजी कंपनी है। पिछले 127 सालों से गुणवत्ता और अनुभव की विरासत के साथ डाबर आज भारत का सबसे विश्वसनीय नाम है और विश्व की सबसे बड़ी आयुर्वेदिक और नैचुरल हेल्थकेयर कंपनी है। डाबर इन्डिया के एफएमसीजी पोर्टफोलियो में पांच मुख्य ब्रान्ड विभिन्न ब्रान्ड पहचान के साथ उपलब्ध हैं, जैसे- डाबर, सभी हेल्थकेयर उत्पादों के लिए नैचुरल हेल्थकेयर उत्पाद है, वाटिका प्रीमियम हेयर केयर ब्रान्ड है, हाजमोला पाचन के लिए और रियल फलों के रस के लिए होनिटस कफ और जुकाम के लिए और फेम फेयरनेस बीच का ब्रान्ड है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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औद्योगिक निवेश नीति 2012 से सम्बन्धित शासनादेश प्रत्येक दशा में 25 अक्टूबर तक निर्गत कर दें

Posted on 16 October 2012 by admin

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव, श्री जावेद उस्मानी ने विभागीय सचिवों को निर्देश दिये हैं कि अवस्थापना एवं औद्योगिक निवेश नीति 2012 से सम्बन्धित शासनादेश प्रत्येक दशा में 25 अक्टूबर तक निर्गत कर दें। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित विभाग शासनादेश निर्गत करने के पूर्व आलेख्य औद्योगिक विभाग को अवश्य दिखा लें। उन्होंने कहा कि आगामी नवम्बर माह में प्रत्येक दशा में अवस्थापना एवं औद्योगिक निवेश नीति 2012 की बुकलेट शासनादेशों की संलग्नक सहित प्रकाशित कराई जाय।
श्री उस्मानी ने बताया कि औद्योगिक सुरक्षा के अन्तर्गत उद्योग के विशेष आवश्यकताओं को देखते हुये पुलिस महानिरीक्षक के कार्यालय में उद्यमियों की समस्या निवारण हेतु ‘‘त्वरित शिकायत निवारण प्रकोष्ठ’’ (फास्ट ट्रैक ग्रीवेन्स रिड्रेसल सेल) वरिष्ठ पुलिस महानिरीक्षक के अधीन स्थापित होगा। जनपद स्तर पर त्वरित शिकायत निवारण प्रकोष्ठ अपर पुलिस अधीक्षक के अधीन गठित होगा। उन्होंने बताया कि औद्योगिक क्षेत्रों व आस्थानों में पुलिस पेट्रोलिंग व्यवस्था को सुदृढ़ीकरण किया जायेगा। उद्यमियों एवं व्यापारियों की सुरक्षा को और सुदृढ़ करने के लिए जनपद स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित ‘‘औद्योगिक-व्यापारिक सुरक्षा फोरम’’ को और अधिक प्रभावी बनाये जाने की कार्यवाही सुनिश्चित होगी। उन्होंने बताया कि औद्योगिक संगठनों द्वारा नामित सदस्यों को ‘‘औद्योगिक-व्यापारिक सुरक्षा फोरम’’ में विशेष दर्जा देते हुये सदस्य के रूप में नियुक्त किया जायेगा।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में अवस्थापना एवं औद्योगिक निवेश नीति 2012 के सम्बन्ध में सम्बन्धित विभागों द्वारा निर्गत किये जाने वाले शासनादेशों की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि श्रम विभाग के अन्तर्गत वोकेशनल ट्रेनिंग इंस्ट्रीटयूट की स्थापना कराई जायेगी। ऐसे उद्योगों को विशेष सहायता उपलब्ध कराई जायेगी, जिनके द्वारा 100 से अधिक अकुशल श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराते हुये उन्हें अपने उद्योग के अनुरूप विशेष प्रशिक्षण प्रदान कराते हुुए अर्द्धकुशल एवं कुशल श्रमिक में परिवर्तित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि सेवायोजकों तथा प्रशिक्षण संस्थानों के बीच समन्यव स्थापित करने हेतु लेबर मार्केट इंफारमेशन सेल का गठन किया जायेगा।  उन्होंने बताया कि यदि किसी व्यापारिक घराने, औद्योगिक समूह अथवा औद्याोगिक इकाई द्वारा शासकीय आई.टी.आई. अथवा पाॅंलीटेक्निक में अपने संसाधनों से कोई विशेष पाठ्यक्रम चलाये जाने हेतु प्रस्ताव दिया जाता है, तो उस पर तत्परता से कार्यवाही कर अनुमति प्रदान की जायेगी। उन्होने कहा कि आई.टी.आई., पालीटेक्निक तथा अन्य तकनीकी प्रशिक्षण संस्थानों में इण्डस्ट्रियल मैनेजमेंट कमेटी गठित कराकर ऐसे अधिकार दिये जायेंगे कि ऐसे संस्थाओं में संसाधनों की कमी न रहे तथा प्रशिक्षित कर्मियों को उद्योगों में रोजगार सुनिश्चित हो सके। आई.टी.आई., पाॅंलीटेक्निक तथा अन्य तकनीकी प्रशिक्षण संस्थानों को सार्वजनिक निजी सहभागिता के आधार पर विकसित किया जायेगा। प्रदेश में चल रहे आई.टी.आई., पाॅंलीटेक्निक तथा अन्य तकनीकी प्रशिक्षण संसाधनों को ख्याति प्राप्त औद्योगिक संस्थानों द्वारा एडाप्ट करने की अनुमति दी जायेगी।
श्री उस्मानी ने बताया कि श्रमिकों और उनके परिवार के लोगों को उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए स्थापित अस्पतालों को केन्द्र सरकार द्वारा चलाये जा रहे माॅंडल ई.एस.आई.सी. अस्पतालों के समकक्ष बनाया जायेगा। उन्होने बताया कि श्रम, पर्यावरण, कर एवं औषधि एवं खाद्य प्रशासन आदि विभाग शिकायत के आधार पर जाॅंच जिलाधिकारी की पूर्व अनुमति के आधार पर करेंगे। नये उद्यमियों को उद्यम स्थल के चयन को सुगम बनाने हेतु प्रदेश के प्रदूषण जोन को इंगित करते हुए समय-समय पर एटलस तैयार कर उ0प्र0 प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वेबसाईट पर अपलोड कराया जायेगा। हरित सूची में सम्मिलित प्रदूषण विहीन अथवा न्यून्तम प्रदूषणयुक्त उद्योगों को प्रदूषण विभाग से सहमति लेने की प्रक्रिया को सरलीकृत किया जायेगा। उन्होंने बताया कि उद्योगो को जल आपूर्ति प्राथमिकता पर उपलब्ध कराई जायेगी। इस हेतु रेन वाटर हार्वेिस्टंग, औद्याोगिक इकाइयों द्वारा उपयोगित जल की रिसाईक्लिंग एवं इन्डट्रियल वाटर यूज के लिए पेयजल से इतर पाईप लाईन बिछाने हेतु भू-गर्भ जल नीति के अनुसार प्रोत्साहित किया जायेगा।
बैठक में औद्योगिक विकास आयुक्त, डा0 अनिल कुमार गुप्ता, प्रमुख सचिव, व्यावसायिक शिक्षा, श्री आर0सी0श्रीवास्तव, सचिव वित्त, श्री एम0देवराज, सचिव ऊर्जा श्री संजय प्रसाद सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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सादा दही नये पालीपैक में बाजार में विक्रय करने का निर्णय

Posted on 16 October 2012 by admin

पराग प्रबन्धन ने उपभोक्ताओं की काफी समय से चली आ रही मांग को दृष्टिगत रखते हुए देश में अन्य मेट्रोपोलिटन शहरों की भांति दिनांक 16 अक्टूबर 2012 की प्रातः से 400 ग्राम का सादा दही नये पालीपैक में बाजार में विक्रय करने का निर्णय लिया है। यह पैक उपभोक्ताओं की घरेलू आवश्यकताओं को ध्यान मंे रखते हुये लाया गया है।
लखनऊ प्रोड्यूसर्स को-आपरेटिव मिल्क यूनियन के महाप्रबंधक श्री एस0के0 प्रसाद ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस दही का 5 डिग्री सेंटीग्रेड के तापमान पर 03 दिन तक सुरक्षित रखा जा सकता है। इसकी कीमत 22 रुपये प्रति पैक होगी। ज्ञातव्य है कि इसके पूर्व से ही पराग के सादा व मीठा दही 100 से 200 ग्राम के कप बाजार में उपलब्ध हैं, जो उपभोक्ताओं में काफी लोकप्रिय हैं। प्रदेश में इसके पूर्व अभी तक पालीपैक मंे दही विक्रय नहीं किया जा रहा था। उन्हांेने बताया कि इसके पश्चात शीघ्र ही उपभोक्ताओं की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुये एक के0जी0 के पैक में भी सादे दही की बिक्री किये जाने की योजना है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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अभिनेत्री प्रीती जिन्टा गीतांजली ज्वैलर्स पहुंची

Posted on 12 October 2012 by admin

preeti-zintaनवाबों के शहर लखनऊ की गति कुछ थम सी गयी जब बाॅलीवुड की चुलबुली अभिनेत्री प्रीती जिन्टा गीतांजली ज्वैलर्स लखनऊ पहुंची। इस खूबसूरत अभिनेत्री ने ’अनन्या’ नाम के कलेक्शन को जोकि आने वाले त्योहारों के लिए खास बनाया गया है उसको सबके सामने पेश किया। प्रीती जिन्टा अपनी जल्द ही रिलीज होने वाली फिल्म ’इश्क इन पेरिस‘ का प्रमोशन भी कर रहीं हैं। अभिनेत्री प्रीती जिन्टा ने बताया कि जल्द ही रिलीज होने वाली फिल्म ‘‘इश्क इन पेरिस‘‘हिन्दी सिनेमा की पहली फिल्म है जिसकी पूरी शूटिग पेरिस में हुई है। इस मौके पर गीतांजली ज्वैलर्स उत्तर प्रदेश के क्षेत्र प्रचालन प्रबन्धक श्री सौरभ श्रीवास्तव भी मौजूद थे।
गीतांजली ज्वैलर्स का ‘अनन्या‘ कलेक्शन में 18 कैरेट हीरे और मंहगे रत्नों को लेकर हाथ से बनाये गये आभूषण हैं, आभूषणों में पत्थरों की खास तरह से की गयी सेटिंग इन्हे डिजाइनर ज्वैलरी का रूप देती है। इस कलेक्शन के प्रोडक्ट अलग डिजाइन कान्सेप्ट है जोकि उसे आम आभूषणों से अलग बनाती है। इस कलेक्शन में त्योहार के मौके को और खूबसूरत बनाने के लिए विभिन्न तरह की श्रेणियांे और शैलियों उपलब्ध है।
इस मौके पर सौरभ श्रीवास्तव, उत्तर प्रदेश के क्षेत्र प्रचालन प्रबन्धक ने कहा,’’ हमारा नया अन्नया कलेक्शन बहुत खास है और सुन्दरता, पवित्रता और ताकत को दर्शाता है जोकि आज की नारी के गुण है। हमें बहुत खुशी है कि प्रीती जिन्टा जी ने इस नये कलेक्शन को आप सबके सामने पेश किया क्योंकि वे इस कलेक्शन के लिए बिलकुल उपयुक्त है हम उनकी जल्द ही रिलीज होने वाली फिल्म ‘‘इश्क इन पेरिस‘‘ के लिए उन्हें ढेरों शुभकामनाएं देते हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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गूगल इंडिया ने गेटइट को एसएमई साझीदार के रूप में नियुक्त किया

Posted on 29 September 2012 by admin

गेटइट इंफोसर्विसेज, देश की अग्रणी डिजिटल मार्केटिंग कंपनी, ने गूगल इंडिया के साथ अग्रणी एसएमई पार्टनर के रूप में गठबंधन की घोषणा की है। इस गठबंधन के अंतर्गत गेटइट छोटे और मंझोले आकार के उद्यमियों की डिजिटल विज्ञापन संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करेगी तथा गूगल ऐडवर्ड्स उत्पादों की मार्केटिंग करेगी। इन उत्पादों को छोटे एवं मझोले आकार की कंपनियों की आवश्यकतानुसार विकसित कर लाॅन्च किया जाएगा, जिससे कि इन कंपनियों के डिजिटल कैंपेन को प्रबंधित किया जा सकेगा।

गूगल और गेटइट के बीच का यह गठबंधन भविष्य में इस क्षेत्र की कंपनियों को संपूर्ण विक्रय एवं विपणन समाधान उपलब्ध कराने के साथ-साथ डिजिटल कैंपेंन्स को पूरी तरह से क्रियान्वित भी करेगा। इस व्यावसायिक भागीदारी में गेटइट की अहम् भूमिका होगी, क्योंकि गेटइट के पास 1,000 से अधिक लोगों की टीम है और इसने देशव्यापी स्तर पर अपनी पहुंच बना रखी है और इसका सीधा लाभ एसएमई क्षेत्र की कंपनियों को होगा। साथ ही साथ यह गठबंधन गूगल को अधिक से अधिक संख्या में भारतीय एसएमई को आकर्षित करने में सक्षम बनाएगा, जो अपने व्यवसाय के आॅनलाइन प्रचार-प्रसार के लिए इससे जुड़ेंगे और उसे गूगल के ऐडवर्ड्स उत्पाद के माध्यम से लीड उपलब्ध करायेंगे।

इस गठबंधन पर टिप्पणी करते हुए गेटइट इंफोसर्विसेज प्रा. लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सिद्धार्थ गुप्ता ने कहा, ‘‘ गेटइट के लिए विगत कुछ वर्ष काफी रोमांचकारी रहे हैं, क्योंकि इस अवधि में हमने स्वयं को एक डिजिटल कंपनी में परिवर्तित कर लिया है और गूगल के साथ यह गठबंधन भी बिल्कुल उचित समय पर हुआ है। हमारे पास देशव्यापी स्तर पर 1000 से अधिक एसएमई ग्राहक हैं और हम उनके लिए लाभकारी गूगल उत्पादों की पेशकश करेंगे। भारतीय परिदृश्य में एसएमई एक-दूसरे से बात कर व्यवसाय करने को प्राथमिकता देते हैं और उनके साथ निकटता से कार्य करते हुए हम गेटइट बंडल्स के अतिरिक्त उन्हें गूगल ऐडवडर््स के सर्वोत्तम लाभों की भी पेशकश करेंगे।‘‘

इस अवसर पर टिप्पणी करते हुए गूगल इंडिया के चैनल सेल्स प्रमुख श्री कार्तिक तनेजा ने कहा, ‘‘भारत में गेटइट को अपना प्रमुख एसएमई पार्टनर बनाने की घोषणा करते हुये हमें बेहद खुशी हो रही है। गेटइट की पहुंच 80 शहरों में हैं और इसने एसएमई क्षेत्र में अपनी सुदष्ढ़ उपस्थिति दर्ज करा रखी है। हमें पूरा भरोसा है कि गेटइट के साथ मिलकर हम एसएमई को अपनी सेवायें प्रदान करने और उन्हें इंटरनेट विज्ञापन का लाभ प्रदान करने में सक्षम हो पायेंगे।

एसएमई चैम्बर्स आॅफ इंडिया के अनुसार, भारत के औद्योगिक उत्पादन में एसएमई का योगदान 45 प्रतिशत और निर्यात में 40 प्रतिशत हैै। एसएमई क्षेत्र में तकरीबन 60 मिलियन कर्मचारी कार्यरत हैं और प्रतिवर्ष 1.3 मिलियन रोजार इस क्षेत्र में उत्पन्न होते है। इससे स्पष्ट है कि एसएमई भारतीय की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में अपना महत्वपूर्ण योगदान निभा रहे हैं। गेटइट अपने येलो पेजेज के साथ तकरीबन 25 वर्षों से भारतीय एसएमई को सेवायें प्रदान कर रहा है। गेटइट के साथ 30 लाख से अधिक एसएमई पंजीकृत हैं  और प्रतिवर्ष 1.5 मिलियन से अधिक सम्पर्क एसएमई के साथ स्थापित किये जाते हैं। इन सभी विशेषज्ञता के साथ गेटइट गूगल को एसएमई की तेजी से बढ़ती संभावनाओं का लाभ प्रदान करने में मदद करेगा।

गेटइट इंफोसर्विसेज(प्रा.) लिमिटेड के विषय में
गेटइट इंफोसर्विसेज, भारत की अग्रणी डिजिटल मार्केटिंग कंपनी है जो स्थानीय सर्च, वर्गीकृत विज्ञापनों, माइक्रो कम्युनिटीज, डील्स इत्यादि के लिये एक मंच की पेशकश करती है। कंपनी भाारत के 100 से अधिक देशों में परिचालन करती है और विभिन्न श्रेणियों में एसएमई के लिये गुणवत्तायुक्त सूचनायें उपलब्ध कराती है। प्रतिमाह 5 मिलियन से भी अधिक उपभोक्ता विभिन्न सेवाओं के आपूर्तिकर्ताओं से जुड़ने, तथा उत्पादों व सेवाओं की बिक्री/खरीदी के लिये गेटइट की सेवाओं की लाभ उठाते हैं।
गेटइट भारत में स्थानीय सर्च के लिये अग्रणी मोबाइल ऐप्पस प्रदाता है, जिसके उपयोगकर्ताओं की संख्या 1.5 मिलियन से भी अधिक है। यूजर्स विभिन्न उपकरणों/मंचों पर इस ऐप्पस का इस्तेमाल करते हैं, जिनमें आइओएस, ब्लैकबेरी, सिम्बियन, जावा, एंड्रायड और विंडोज फोन शामिल हैं। इसके अतिरिक्त इसकी एक 24ग्7 वाॅयस सर्विस भी है, उपभोक्ता किसी भी प्रकार की खरीदी/ बिक्री के लिये 44444444 पर काॅल कर सकते हैं।
गेटइट 25 वर्षों से भी अधिक समय से भारतीय एसएमई को सेवायें प्रदान कर रहा है और गुणवत्तायुक्त सूचनायें प्रदान कर तथा नये उपभोक्ता उपलब्ध कराकर उनके कारोबार के विकास में मदद कर रहा है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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औरा ने आध्यात्मिक पेंडेंट्स का अपना पंचधातु कलेक्शन पेश किया

Posted on 26 September 2012 by admin

bilv-priya-rudraत्यौहारी सीजन के लिए आध्यात्मिक ज्वैलरी
खुशियां मनाने के लिए त्यौहारों से बढ़कर कुछ नहीं होता! भारत में आध्यात्मिक ज्वैलरी के क्षेत्र में अग्रणी औरा ने आध्यात्मिक पेंडेंट्स का पंचधातु कलेक्शन पेश किया है। इन आध्यात्मिक पेंडेंट्स में पांच सबसे पवित्र तत्वों को संजोया गया - भूमि (पृथ्वी), तेज (अग्नि), जल (पानी), वायु (हवा) तथा आकाश (आसमान)।
पंचधातु के बने ये पेंडेंट, सोना, चांदी, तांबा, पीतल और जस्ते से बनाए गए हैं, जिन्हें गणेश, शिव, लक्ष्मी, कृष्ण और सूर्य, इन पांच देवताओं का आशीर्वाद प्रदान करने के लिए संयोजित किया गया है। सोना, रवि और गुरू से संबंधित है, चांदी चंद्रमा से, तांबा सूर्य से, पीतल मंगल से और जस्ता केतु से संबंधित हैं। नवग्रह के बहुमूल्य रत्नों से सुसज्जित ये पेंडेंट्स, पहनने वाले को अच्छे स्वास्थ्य और सौभाग्य का वरदान देते हैं।
पंचधातु कलेक्शन का एक-एक डिजाइन खुद में धार्मिक खासियत संजोए है। पंचधातु पेंडेंट्स के नाम हैं - देवी लक्ष्मी के लिए पùमालिनी, भगवान शिव के लिए बिल्वप्रिय रूद्र, भगवान कृष्ण के लिए तुलसी नारायण, भगवान सूर्य के लिए रक्तभुज भास्कर, भगवान गणेश के लिए रक्त हेराम्ब, तथा भगवान गणेश के लिए शुभ्र गणेश, जो कि प्लेटिनम से बना है।shubraganesha
श्री विजय जैन, सीईओ तथा डाॅयरेक्टर, औरा, ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि, ‘‘हर साल औरा, आध्यात्मिक ज्वैलरी की नई श्रृंखला लांच करते हैं जो गहरे धार्मिक और सांस्कृतिक महत्त्व वाली होती है। आध्यात्मिक ज्वैलरी की यह हमारी 16वीं श्रृंखला है। जहां यह कांसेप्ट एक ओर परम्पराओं से जुड़ा है, वहीं इसके डिजाइन एकदम आधुनिक अंदाज लिए हुए हैं, जिससे ये हर उम्र के लोगों का मन मोह लेते हैं। इन पेंडेंट्स को काफी अनुसंधान करने के बाद बनाया गया है जो पहनने वाले को सुख-शांति, अच्छा स्वास्थ्य और यश दिलाते हैं।’’
औरा का आध्यात्मिक पेंडेंट्स का पंचधातु कलेक्शन, कलेक्शन के हर पेंडेंट की खासियत बयां करने वाली पुस्तक ‘पोथी’ के साथ खूबसूरती से पैक किया गया है। यह पोथी, अपने-आप में जानकारियों का खजाना है जिसमें ये ज्वैलरी पहनने वाले को जीवन पथ पर आगे बढ़ने की प्रेरणा देने वाले श्लोक भी दिए गए हैं। औरा के आध्यात्मिक पेंडेंट्स के पंचधातु कलेक्शन की कीमत रू. 20,000 से शुरू होती है और यह लखनऊ में सभी औरा डायमंड बुटीक्स पर उपलब्ध है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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अक्षय कुमार को पीने की लत क्यों लगी है ?

Posted on 25 September 2012 by admin

red-label-04-12_0106सबके चहीते एक्शन स्टार अक्षय कुमार और उनकी विद्यमान चलचित्र नायिका सोनाक्षी सिन्हा के बीच आजकल कुछ छोटी छोटी लडाईयां हो रही हैं। हाल ही में, इन दो सितारों ने रावडी राठौर में अपने धमाकेदार काम से दर्शकों को खुश किया था। कुछ दिन पहले, सोनाक्षी के जन्मदिन पर अक्षय ने एक बडा आयोजन भी किया था लेकिन जब अक्षय को सोनाक्षी की नाराजगी झेलनी पड रही है। इन दोनों के बीच - इस विषय में कुछ अंतर्गत सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सोनाक्षी और अक्षय दोनों ही अपने फिटनेस का बहुत ध्यान रखते हैं और आधुनिक तकनीकों की मदद से अपने आप को तंदुरूस्त रखते हैं लेकिन कुछ दिनों से अक्षय एक नयी आदत के शिकार हुए हैं, जिसकी वजह से इन दोनों सहकलाकारों में झगडे हो रहे हैं। बाॅलीवुड के इस खिलाडी नं 1 को पीने की लत लगी है। और यही वो आदत है जो उनके आगामी चित्रों में उनके साथ काम कर रही सोनाक्षी नाराज है। लेकिन आप इस बात का गलत मतलब मत लीजिए, अक्षय अभी भी मदिरा प्राशन से दूर है।
दरअसल बात यह है कि हमारे इस एक्शन स्टार को शूटिंग के समय, शूटिंग के बीच में और बाद में भी एक के बाद एक चाय के पीने की आदत पडी है। हाल ही में चाय के शौकीन बने अक्षय अपने निजी सहायक को हर दिन पाइपिंग हाॅट टी का एक बडा फ्लास्क लेकर आने के लिए कहते हैं। हर दिन मार्शल आटर््स, जाॅगिंग, स्वीमिंग जैसी कसरत करके अपनी सेहत का ध्यान रखने वाले अक्षय अब अपनी नियमित दिनचर्या में दो कप से ज्यादा चाय पीने लगे हैं। इतना ही नहीं, अक्षय अब जोर देकर कह रहे हैं कि वो सोनाक्षी को भी पूरी तरह चायबाज बना देंगे।
लेकिन छम्मक छल्लो, छैल छबीली, अवतार में रजतपट पर धूम मचानेवाली मादक अदाकारा सोनाक्षी, अक्षय हमेंशा स्वास्थ्य और तंदुरूस्ती से जुडी जानकारी एक दूसरे को देते रहते हैं लेकिन यह नयी आदत एक पागलपन है। अक्षय तो पानी की तरह चाय पीते रहते हैं और इससे स्वास्थ्य को मिलने वाले फायदे भी बताते रहते हैं लेकिन मुझे इन बातों में बिल्कुल विश्वास नहीं है। एक बार हम एक गाने की शूटिंग कर रहे थे और उन्होंने एक स्टे पके बीच में ही मुझे छोड दिया क्योंकि उन्हें हर घंटे के तय समय पर चाय पीनी थी। क्या आप इसकी कल्पना कर सकते हैं ? लेकिन अक्षय अपने बचाव में कहते हैं, … अरे भाई आप बस रूको और देखते रहो ! यह खिलाडी कभी भी किसी चुनौती से हार नहीं मानता है। बहुत जल्द मैं उसे कुल्हड में मसाला चाय पिलाउंगा। ठीक है अक्षय, हम भी इस बात का इंतजार करना चाहेंगे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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