Posted on 10 October 2012 by admin
पुरवइया इंटरटेनमेंट की भोजपुरी फिल्म प्रेम विद्रोही की शूटिंग मंगलवार को बक्षी के तालाब क्षेत्र में की गई। इसमें भोजपुरी फिल्मों के नायक रवि किषन ने फिल्म में नायक की भूमिका अदा करते हुए खलनायक बने शक्कू राणा की जमकर ठुकाई की। बाजार में तोड़-फोड़ और केबिल की सहायता से की गई मारपीट देखने बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए।
अंजनी कुमार उपाध्याय और राजेष जायसवाल के निर्माण में बन रही इस फिल्म के निदेषक सनोज मिश्रा हैं। मारपीट के दृष्य फाइट मास्टर दिलीप के यादव के निर्देषन में फिल्माए गए। इसमें केबिल की मदद से दृष्यों में फोर्स लाया गया। बक्षी के तालाब के पास लगाए गए बाजार के सेट पर जबरदस्त मारपीट हुई। इसमें खलनायक की हत्या हो जाती है। इसके बाद खलनायक बने शक्कू के पिता बने अवधेष मिश्रा अपने लाव लष्कर के साथ वहां पहुंचते हैं। यह फिल्म का क्लाइमेक्स सीन रहा। अवधेष फिल्म में गृहमंत्री की भूमिका निभा रहे हैं। इस मौके पर उमड़े प्रषंसको को रवि किषन ने निराष नहीं किया और उन्हें आॅटोग्राफ दिए और तस्वीरे खिचवाईं। सह निदेषक धनंजय प्रताप सिंह के अनुसार फिल्म में सुरेन्द्र पाल सिंह, संगीता तिवारी, बाबी डार्लिंग, पुष्पा वर्मा, सीमा सिंह, कषिष गायकवाड़ अभिनय कर रहे है। एक से इक्कीस अक्टूबर तक इस फिल्म की शूटिंग लखनऊ और आसपास की जा रही है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 10 October 2012 by admin
कैपिटल सिनेमा हाल में स्पेशल हैण्डलूम एक्सपो लखनऊ-2012 प्रदर्शनी का उद्घाटन
छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश के हाथकरघा वस्त्रों के अनुपम संग्रह की स्पेशल हैण्डलूम एक्सपो लखनऊ-2012 का आयोजन कैपिटल सेन्टर विधानसभा मार्ग जी.पी.ओ. हजरतगंज के सामने किया गया है जो कि दिनांक 8 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक चलेगी।
स्पेशल हैण्डलूम एक्सपो लखनऊ-2012 प्रदर्शनी का उद्घाटन वैश्य स्वाभिमान के प्रधान सम्पादक डा. नीरज बोरा के द्वारा किया गया। इस अवसर पर वैश्य स्वाभिमान के सलाहकार सम्पादक मनीष खेमका जी भी उपस्थित थे तथा गुलहरे समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्यप्रकाश गुलहरे भी मौजूद थे। डा. नीरज बोरा ने इस अवसर छत्तीसगढ़ के हाथकरघा कारीगरों के काम की भूरि-भूरि प्रसंशा की और कहा कि यह काम छत्तीसगढ़ के बुनकर लोग ही करते है। और इस काम को बढ़ावा दिया जाय ताकि छत्तीसगढ़ के बुनकरों का जीवन स्तर बढ़ सके और वह राष्ट्र की मुख्य धारा में अपने कार्यो के वजह से शामिल हो सके। सलाहकार सम्पादक मनीष खेमका प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए कहा कि इन कारीगरों का हम सब लोगों को हौसला बढ़ाना चाहिए ताकि छत्तीसगढ़ की कारिगरी सारे देश में धूम मचा सके। इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता नदीम चैधरी भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर स्पेशन हैण्डलूम एक्सपो लखनऊ-2012 प्रदर्शनी के प्रभारी राजाराम देवांगन तथा ए.के. श्रीवास्तव ने मेहमानों को बुके भेंट कर सम्मान किया तथा शाॅल ओढ़ाकर उनका अभिनन्दन एवं स्वागत किया। देवांगन ने बताया कि प्रदर्शनी में हैण्डलूम एक्सपो में छत्तीसगढ़ के आदिवासी क्षेत्र की कलात्मक कलाकारी प्रसिद्ध कोसा वस्त्र उपलब्ध रहेंगे। इसके अलावा छत्तीसगढ़ की कोसा सिल्क साडि़या, सलवार-सूट, शाॅल एवं छत्तीसगढ़ की कोसा सिल्क साडि़यों में बस्तर आर्ट की साडि़यां एवं मध्य प्रदेश की चंदेरी साडि़यां उपलब्ध रहेंगी। प्रदर्शनी का प्रायोजक विकास आयुक्त वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार, नई दिल्ली एवं छत्तीसगढ़ शासन ग्रामोद्योग विभाग है और इसका आयोजन छत्तीसगढ़ राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ रायपुर द्वारा किया जा रहा है। प्रदर्शनी से आदिवासी क्षेत्र के कोसा सिल्क कला को प्रोत्साहन मिलेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 10 October 2012 by admin
पुरवइया इण्टरटेनमेण्ट के बैनर तले निर्माणाधीन भोजपुरी फिल्म प्रेम विद्रोही की शुटिंग सोमवार को इटौंजा में हुई। इसमें भोजपुरी फिल्मों के लोकप्रिय नायक रवि किषन ने 150 फुट ऊचांई से छलांग लगाने का हैरतअंगेज स्टंट किया।
नायक की भूमिका अदा करते हुए रवि किषन ने नदी के पुल से छलांग लगाई। इस दृष्य को देखने के लिए काफी संख्या में लोग जमा हो गए। इस अवसर पर फिल्म के निर्माता अंजनी कुमार उपाध्याय व राजेश जायसवाल निर्देशक सनोज मिश्रा, अभिनेता रविकिशन, संगीता तिवारी, शकुराना एक्शन मास्टर दिलीप यादव, सुरेन्द्र गिरी आदि उपस्थित रहे
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 05 October 2012 by admin
सूचना विभाग में पंजीकरण हेतु राज्य के लोककला दलों का आडीशन 29 अक्टूबर से शुरू होकर 10 नवम्बर तक चलेगा। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार दिनांक 29 अक्टूबर को वृहद सांस्कृतिक दल व नौटंकी, 30 को लघु सांस्कृतिक दल एवं आल्हा, 31 अक्टूबर व 01 नवम्बर को नाटक, 02 से 07 नवम्बर तक लोकगीत व कव्वाली, 08 को भजन व कठपुत्तली तथा 09 व 10 नवम्बर को जादू आदि विधाओं का साक्षात्कार होगा।
अपर निदेशक डा0 अनिल कुमार की अध्यक्षता में लगभग 400 दलों में से मानक के अनुसार प्रदर्शन करने वाले दलों का चयन किया जायेगा। इसमें कौरवी, बृज व अवधी क्षेत्र, रूहेलखण्ड, बुन्देलखण्ड तथा पूर्वान्चल के लोककला दल शामिल होंगे।
सूचना विभाग में पंजीकृत सांस्कृतिक दलों द्वारा सितम्बर माह के प्रचार अभियान में प्रदेश की दो प्रतिशत ग्राम पंचायतों में लोकरंजन के साथ सरकार के कार्यों एवं उपलब्धियों की जानकारी जन-जन तक पहुॅचायी गयी। यह जानकारी सहायक निदेशक एवं सचिव आॅडीशन डा0 दीवान सिंह ने दी है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 13 September 2012 by admin
उत्तर प्रदेश के कर एवं निबंधन विभाग के प्रमुख सचिव श्री वीरेश कुमार द्वारा केबिल, टी0वी0 नेटवर्क पर कराधन के संबंध में एकमुश्त समाधान योजना का शासनादेश जारी कर दिया गया है। इस वर्ष विगत वर्ष की तुलना में 30 प्रतिशत कर में वृद्धि की गयी है तथा यह वर्ष 2012-13 में प्रभावी रहेगी।
यह समाधान योजना वैकल्पिक होगी और विभिन्न जनपदों में तभी प्रभावी होगी जबकि संबंधित जनपद के मुख्य डाकघर में केबिल, टी0वी0 नेटवर्क विनियमन अधिनियम-1995 की धारा-3 के अंतर्गत पंजीकृत होगी। इस योजना का विकल्प इस संबंध में जारी होने वाले शासनादेश के 45 दिन के अंदर संबंधित जनपदों के जिला मजिस्ट्रेट को प्रस्तुत किया जायेगा तथा इस संबंध में जिला मजिस्ट्रेट द्वारा 60 दिन के अंदर तत्संबंधी आदेश निर्गत किया जायेगा। इस समाधान योजना के अंतर्गत विकल्प प्रस्तुत करने वाला केबिल आपरेटर देय मासिक समस्त कर का भुगतान उत्तर प्रदेश केबिल, टेलीविजन (प्रदर्शन) नियमावली-1997 की धारा-11 के अनुसार किया जायेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 05 September 2012 by admin
आनेवाली हिंदी फिल्म ’’रिवायत’’ कन्या भू्रण हत्या पर आधारित है। इसका निर्माण आॅस्टेªलिया में बसे दो विख्यात डाॅक्टरों ने किया है। यह फिल्म यथार्थ के धरातल पर बनी है, जैसे की लगभग 100 मिलियन कन्याएं सन् 1984 विश्व में जन्म ही नहीं ले सकी, अकेले सिर्फ इण्डिया में अंदाजन 40 मिलियन, इन कन्याओं को लडके की चाहत में जन्म लेने से पहले ही मार दिया गया, यह परंपरा आज भी जारी है क्योंकि लडकियों की अपेक्षा लडकों की संख्या भारत में बढती जा रही है, यह इस देश के लिए एक शर्मनाक हालात हैं।
ज्ञात हो कि कुछ साल पहले मुंबई के एक इवेंट में महानायक अमिताभ बच्चन ने कहा था, ’’हम अपने आप को सुपर स्टार देश के नागरिक कैसे कह सकते हैं जबकि हमारे देश में हजारो लाखों की संख्या में कन्या भू्रण हत्या होती है’’, और हाल ही में फिल्म अभिनेता आमिर खान ने अपने लोकप्रिय टाॅक शो ’’सत्यमेव जयते’’ में भी इस विषय को उठाकर पूरे देश में मानो जन जागरण का अभियान छेड दिया।
फिल्म के शीर्षक ’’रिवायत’’ का अर्थ है कहानी या केस हिस्ट्री, डाॅ. संजय पटोले (वेस्टर्न आॅस्ट्रेलिया के यूनिवर्सिटी में सह-प्रोफेसर और पर्थ के किंग एडवर्ड मेमोरियल हाॅस्पिटल में बतौर निओनाटोलोजिस्ट कार्यरत है) और डाॅ. अजय राणे (जेम्स कुक यूनिवर्सिटी में बतौर गैनोकोलोजिस्ट कार्यरत हैं) ने एक साथ होकर कन्या भ्रूण हत्या पर आधारित इस फिल्म ’’रिवायत’’ का निर्माण किया। डाॅ. संजय और डाॅ. अजय का विगत 25 वर्षों से अविकसित गर्भ के बच्चों को बचाने में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
फिल्म ’’रिवायत’’ एक मनोरंजन के साथ सामाजिक विषय को उजागर करती फिल्म है, इसे कई देशों से इंटरनेशनल अवार्ड भी मिल चुका है। ’’रिवायत’’ की कहानी तीन ऐसी औरतों की है जिनके गर्भ में कन्या भू्रण है और वे पारिवारिक व सामाजिक मर्यादा की उलझन के घेरे में है। फिल्म के निर्माण के साथ इसकी कथा - पटकथा डाॅ. संजय व डाॅ. अजय ने लिखा है, निर्देशन हिंदी व मराठी के विख्यात कलाकार व निर्देशक विजय पाटकर हैं, संवाद इम्तियाज हुसैन का संगीत सुशील लालजी का, गीत सुधाकर शर्मा व नुसरत बद्र का, कैमरा सुरेश सुवर्ण का, कला युनुस पठान की और दिनेश मेंगाडे का है।
फिल्म के कलाकार है सम्पिका, खालिद सिद्दीकी, सलिल अंकोला, अंचित कौर, सौरभ दुबे, आदित्य लाखिया, नरेन्द्र झा, राजेन्द्र गुप्ता, मंगल केंकरे, गौरी कुलकर्णी, मेजर विक्रम, राखी मिश्रा, तान्या तिवारी व सयाजी शिंदे आदि हैं, अन्य सह कलाकार हैं कम्मल अदीब, जयवंत वाडकर, जयराज नायर, मिलिंद जोशी, अल्पा जोशी व मिलिंद यशोद।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 03 September 2012 by admin
हजारों वर्ष प्राचीन वैदिक काल के समाज, ज्ञान-विज्ञान और दर्शन पर पत्रकार विधान परिषद सदस्य हृदयनारायण दीक्षित की किताब ‘मधुविद्या’का विमोचन उ0प्र0 हिन्दी संस्थान के निराला सभागार में पूर्व केन्द्रीय मंत्री, संसद की लोकलेखा समिति के सभापति डाॅ0 मुरली मनोहर जोशी ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उ0प्र0 विधानसभा के अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय ने की।
डाॅ0 जोशी ने कहा कि अंग्रेज विद्वान वैदिक ज्ञान को कमतर बताकर भारतीय संस्कृति नष्ट करना चाहते थे। मैक्समूलर ने अपनी पत्नी को लिखे पत्र में भारतीय संस्कृति और दर्शन को नष्ट करने की बात कही थी। लेकिन दयानंद, सायण, सातवलेकर आदि विद्वानों ने ऋग्वेद और वैदिक साहित्य के भाष्य किये। वेदों में विश्व को मधुमय बनाने की स्तुतियां हैं। श्री दीक्षित ने सरल, सुबोध भाषा में वेदों की मधुविद्या को पुस्तक रूप में तैयार किया है। उन्होंने दीक्षित की किताब ‘मधुविद्या’ को पढ़े जाने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्राचीन ज्ञान विज्ञान के सनातन प्रवाह के कारण ही भारत की प्रतिष्ठा है।
अध्यक्षीय भाषण में विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय ने कहा कि श्री दीक्षित पहले लड़ाकू विधायक थे। तमाम विषय उठाते थे। अब भारतीय संस्कृति व ज्ञान विज्ञान पर निरंतर लिख रहे हैं। ‘मधुविद्या’ के वैदिक ज्ञान को उन्होंने व्यावहारिक रूप में प्रस्तुत किया है। उम्मीद है कि यह पुस्तक खूब लोकप्रिय होगी और वे इसी प्रकार लगातार लिखते रहेंगे।
मुख्य वक्ता वेद विद्वान लखनऊ विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के पूर्व अध्यक्ष ओम प्रकाश पाण्डेय ने ऋग्वेद से लेकर उपनिषद् काल तक विस्तृत समाज को मधुमय प्रीतिमय बनाने का इतिहास बताया और कहा कि वैदिक मधुज्ञान, मधुगान को सरल शब्दों में लिख श्री दीक्षित ने बड़ा काम किया है।
लेखक हृदयनारायण दीक्षित ने बताया कि वैदिक समाज मधुप्रेमी था। मधुप्रिय था। मधुवाणी बोलता था। भारत मधुमय था। लेकिन आधुनिक समाज मधुहीन सुगर फ्री हो रहा है। समाज में प्रीति प्रेम और मधुमय एकात्मकता नहीं है। वैदिक ऋषि विश्व को मधुमय बनाने की हजारों गतिविधियां बता गए हैं। इसी का नाम मधुविद्या है और यह नाम ऋग्वेद में आया है। पुस्तक में दैनिक जीवन से जुड़े, विवाह, काम-सेक्स, राजनीति, पर्यावरण, समाज संगठन आदि विषयों पर 36 निबंध हैं। पुस्तक का उद्देश्य समाज को रागद्वैषविहीन मधुमय बनाना है।
कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रधर्म प्रकाशन के प्रबंधक पवन पुत्र बादल ने किया। प्रकाशन वी0एल0 मीडिया सोल्यूशन्स नई दिल्ली के प्रोपराइटर नित्यानंद ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर सदस्य विधान परिषद डाॅ0 महेन्द्र सिंह, रामू द्विवेदी, पूर्व सांसद सत्यदेव सिंह, भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन राकेश जैन, दयाशंकर सिंह, विजय पाठक, राजेन्द्र तिवारी, दिलीप श्रीवास्तव, मनीष दीक्षित, बार काउंसिल आॅफ यू0पी0 के सदस्य अखिलेश अवस्थी एडवोकेट, समाजसेवी जयपाल सिंह, रामप्रताप सिंह एडवोकेट, रामप्रताप सिंह चैहान एडवोकेट, प्रेमशंकर बाजपेयी एडवोकेट, अतुलेश सिंह एडवोकेट, प्रेमशंकर त्रिवेदी एडवोकेट, डाॅ0 उदयवीर सिंह एडवोकेट, सौरभ लवानिया एडवोकेट, संदीप दुबे आदि मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 01 September 2012 by admin
डिस्कवरी नैटवक्र्स एशिया-पैसिफि़क, बाल टेलीविजन श्रेणी में डिस्कवरी किड्स के जरिये भारत के 37 करोड़ बच्चों के लिए अपनी नई और अनोखी प्रस्तुति ला रहा है। डिस्कवरी इंडिया पोर्टफोलियो में ये आठवां चैनल है और यह 4 से 11 आयु वर्ग के बच्चों के लिए एक मजेदार, ज्ञानवर्द्धक और परिवर्तनकारी अनुभव उपलब्ध कराने का वादा करता है। डिस्कवरी किड्स हिन्दी, अंग्रेज़ी और तमिल में 24 घंटे उपलब्ध रहेगा।
इस चैनल का लक्ष्य है बच्चों की कल्पनाशीलता को जागृत करना। इस चैनल पर कई तरह के कार्यक्रम दिखाए जाएंगे, इनमें बेहद मशहूर अन्तर्राष्ट्रीय कार्यक्रमों से लेकर भारतीय विषय-वस्तु वाली अनेक श्रृंखलाएं भी होंगी। चैनल, टी वी देखने से जुड़ा एक ऐसा अनुभव मुहैया कराएगा, जिसमें सब कुछ शामिल होगा और ये भारतीय बच्चों की विविध मांगों को पूरा करेगा। इन कार्यक्रमों में उच्चतम गुणवत्ता वाला एनिमेशन और विविध श्रेणियों में आकर्षक लाइव एक्शन श्रृंखलाएं शामिल होंगी, ये श्रेणियां हैंः एडवैंचर, पुराणशास्त्र, प्रकृति, इतिहास और विज्ञान।
राहुल जौहरी, सीनियर वाइस प्रैजि़डैंट और जनरल मैनेजर - दक्षिण एशिया, डिस्कवरी नैटवक्र्स एशिया-पैसिफि़क ने कहा, ‘‘डिस्कवरी किड्स भारतीय बच्चों को अपनी प्राकृतिक उत्सुकता शांत करने का एक मनोरंजक तरीका उपलब्ध कराएगा और ये चैनल वादा करता है कि रोमांचक कार्यक्रमों के जरिये ये उनकी कल्पनाशीलता को जागृत करेगा। ये उनकी सामाजिक, समझ संबंधी, भावनात्मक और व्यक्तिगत महारतों के विकास के लिए पृष्ठभूमि मुहैया कराएगा। ये चैनल भारत में बच्चों के लिए मनोरंजन की एक लहर की शुरूआत करेगा - ये मनोरंजन उन्हें व्यस्त रखेगा और उनके माता-पिता को संतुष्ट’’।
ये चैनल सुबह, दोपहर और शाम को अलग-अलग तरह के कार्यक्रम दिखाएगा। इनमें ऐसे बच्चों के लिए भी कार्यक्रम है जो अभी स्कूल नहीं जाते, और उनके लिए भी जो किशोर उम्र के हैं। ऐसे कार्यक्रमों की कमी रही है जिनमें मनोरंजन और ज्ञान का मेल हो, इस कमी को पूरा करने के लिए डिस्कवरी किड्स एनैलाॅग और डी टी एच, दोनों ही प्लैटफाॅर्मों पर उपलब्ध रहेगा, इनमें डिश टी वी और वीडियोकाॅन डी टू एच शामिल है।
डिस्कवरी किड्स के प्रमुख सिद्धांतों में शामिल हैं- खेल-खेल में सीखना (इसके तहत मजेदार और अनोखे तरीके से सीखने की प्रक्रिया और कल्पनाशीलता को बढ़ावा देना), नयापन (इसके तहत उत्सुक मस्तिष्कों के लिए सृजनात्मक आश्चर्यो को प्रस्तुत करना) आमूल-चूल परिवर्तन लाना (इसके तहत एक ऐसी रोचक दुनिया उपलब्ध कराना जिसमें विस्मय और उत्सुकता जगाने की क्षमता हो) और ज्ञान (इसके लिए रचना की जाएगी एक भरोसेमंद और आकर्षक वातावरण की)
डिस्कवरी किड्स के कार्यक्रमों में मजेदार, ज्ञानवर्द्धक और मनोरंजक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे जैसे कि किम, जो रुडयर्ड किपलिंग का प्रसिद्ध नायक था। अदीबू एडवैंचर में उन सभी सवालों के जवाब दिए जा रहे हैं जो बच्चों के दिमाग में उठ सकते हैं। पपायरस में एक ऐसे साहसी लड़के और उसके जादुई शब्द की कहानी है जो मिस्र की सल्तनत को बचाता है। बिन्दी हमें दुनिया के हर कोने में ले जाएगी और बिन्दी द जंगल गर्ल में वन्य जीवों की अपनी शानदार दुनिया से मिलवाएगी। सैली अपनी अक्लमंदी और जासूसी की महारतों के जरिये हर मुश्किल से मुश्किल मामले को सुलझा लेती है। सैली बाॅलीवुड में आपको झलक मिलेगी बाॅलीवुड की। द लैजैंड आॅफ एनयो कार्यक्रम बच्चों को कल्पना, मौज-मस्ती और मजेदार रोमांच की शानदार यात्रा पर ले जाता है। अनूठी एनिमेशन श्रृंखला हाउइजैट में गली क्रिकेट एक बिल्कुल ही नए रोमांचक और रोचक रूप में नजर आएगा। डैक्स हैमिल्टन एक विश्व प्रसिद्ध परग्रहवासी कीट विज्ञानी और वाइल्डलाइफ एडवैंचरर है जो ब्रह्मांड के कुछ सबसे अजीबोगरीब और वीभत्स जानवरों से मुकाबला करता है। वाइल्ड क्रैट्स एक एनिमेटेड श्रृंखला है जो पेड़ों से लेकर महासागरों तक में मिलने वाले एकदम अनोखे जानवरों का लेखा-जोखा लेती है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 29 August 2012 by admin
मस्ती और ताजगी से भरपूर, अटपटा और चटपटा प्रोग्राम आज के बाॅलीवुड की मजेदार तस्वीर
25 अगस्त से शुरू, हर शनिवार, रात 8.00 बजे
अगस्त के इस महीने, प्रीमियर हिंदी फिल्मों तथा स्पेशल इवेंट्स के प्रमुख चैनल मैक्स ने बाॅलीवुड के क्रेजी फैन्स को अलग तरह के मनोरंजन से सराबोर कर देने और उनका मन बहलाए रखने का एक नया इंतजाम कर दिया है - ’डर्टी खबर’। इसमें बाॅलीवुड में नित नया रूप लेकर आने वाली गाॅसिप्स और खबरें एक ऐसे अंदाज में परोसी जाएंगी जिसे देख कर आप खुद महसूस करेंगे, यह है जरा हट के!
यह शो न्यूज रूम फाॅर्मेट में पेश किया जायेगा और इसके होस्ट होंगे हरफनमौला कलाकार, आरजे एवं प्रेजेंटर मंत्र और टेलीविजन की खूबसूरत स्टार करिश्मा तन्ना। मिमिकरी आर्टिस्टों की पूरी जमात, जिसमें वी आई पी, कपिल, राजा, प्रिया रैना, विकल्प, मुबीन, होवर्ड रोजमेयर, जसवंत वगैरह सभी शामिल हैं, बाॅलीवुड सेलिब्रिटीज का भेष धारण करते तथा फिल्मों पर अपने अलग अंदाज में राय देते और क्रिटिक्स के तौर पर विचार प्रकट करते मिलेंगे।
सप्ताह में एक बार दिखाया जाने वाले, आधे घंटे के इस शो में बाॅलीवुड के अलग अलग टाॅपिक्स की सिरीज होगी जिन्हें रंगीले प्रहसन के सजीले तरीके से पेश किया जाएगा। बाॅलीवुड की नयी गाॅसिप्स का चटपटापन पीछे पड जाने वाले छायाकारों पत्रकारों के स्टाइल से जुटाई गई ’अंदर की खबर’, कहकहे … डर्टी खबर जैसे आपको हंसा हंसा कर दोहरा कर डालने की गारंटी है!
थ्नराले अंदाज में गंदगुदाने वाले मनोरंजन का वादा है यह शो। इसके अलग अलग सेगमेंट्स में सबसे पहले दिखेंगी न्यूज बुलेटिन की हैडलाईन्स की पैरोडी। इन तेज रफ्तार उलझी खबरों को आप सुनेंगे होस्ट मंत्र तथा करिश्मा तन्ना सेमसालेदार इंटरव्यूज और सवाल जवाब के उस सेक्शन को तो आप मिस कर ही नहीं सकते जिसमें मंत्र आज के जमाने के किसी बी टाउन सेलिब्रिटी का पूरी गंभीरता के साथ मजाकिया इंटरव्यू करेंगे। यह सेलेब्रिटी भी कोई काॅमेडियन ही बनेगा यह कहने की कोई जरूरत है क्या ?
टगला सेगमेंट, जिसमें आपकी हंसी रोके न रुकेगी, नये नाम वाला है … ’एंड के बाद’! कल्पना की नयी उडान है यह जिसमें कहानी यह गढी जायेगी कि फिल्म के क्रेडिट्स दिखा दिये जाने के बाद क्या कुछ घट सकता था! दर्शक को हंसी की पूरी डोज यहां भी मिलेगी।
इसके लाॅन्च के बारे में मैक्स के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट तथा बिजनेस हैड श्री नीरज व्यास ने बताया, ’मैक्स की कोशिश हमेशा यही रही है कि बाॅलीवुड को लेकर कुछ नया और निराला मनोरंजन प्रदान किया जाए। इसके लिए एकदम नयी सूझ बूझ वाले ’डर्टी खबर’ से बेहतर और भला क्या हो सकता था ? बाॅलीवुड पर यह नया नजरिया है जो हर वर्ग के दर्शक की मनोरंजन की भूख को तृप्त करेगा। टेलेंटेड एक्टर्स और काॅमेडियंस का परफाॅमेंस देखना अपने आप में एक अनुभव होगा। हमें पूरा भरोसा है कि कलाकार आपके मन की मुराद भरपूर पूरी करेंगे।’
’डर्टी खबर’ को तैयार किया है जाने माने कुशल प्रोडक्शन हाउस आॅप्टिमिस्टक्स ने, प्रस्तुतकर्ता हैं रैलिस्प्रे और यह फाॅग बाॅडी स्प्रे के साथ पावर्ड बाई क्रिस्टल है।
डर्टी खबर की शुरुआत होने जाा रही है, 25 अगस्त 2012 से, देखिये हर शनिवार, रात 8.00 बजे से केवल मैक्स पर !
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 29 August 2012 by admin
मंथन श्रृंखला के अन्तर्गत ‘अवध की विरासत’ पर विचार गोष्ठी सम्पन्न
अवध की विरासत मिली-जुली संस्कृति की रही है। यहां के साहित्य, संगीत, नृत्य व शेरो-शायरी में यह सांझी संस्कृति नुमाया होती है। गंगा-जुमनी तहजीब की जो मिसाल लखनऊ में मिलती है, वह अन्यत्र नहीं है। लखनऊ विभिन्न संस्कृतियों के मेल-जोल का एक गुलदस्ता है, जो जाति, धर्म, सम्प्रदाय व संकीर्णता से परे है।
ये विचार सुप्रसिद्ध इतिहासविद् व लखनऊ की संस्कृति के जानकार डाॅ0 योगेश प्रवीन ने आज एनेक्सी स्थित मीडिया सेन्टर में व्यक्त किये। वे सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा आरम्भ की गई विचार गोष्ठी श्रृंखला ‘मंथन’ के अन्तर्गत ‘अवध की विरासत’ विषय पर आयोजित विचार गोष्ठी को मुख्य वक्ता के रूप में सम्बोधित कर रहे थे।
डाॅ0 योगेश प्रवीन ने कहा कि अवध की विरासत में हठधर्मिता नहीं रही है। लखनऊ शहर जोकि अवध क्षेत्र का केन्द्र है अपनी नजाकत, नफासत व तहजीब के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है। यह शहर जहां एक ओर मीर तकी मीर, मजाज लखनवी, हसरत मोहानी व सौदा की शेरो-शायरी से लबरेज है, वहीं दूसरी ओर यह शिवानी, अमृतलाल नागर व भगवती शरण वर्मा जैसे साहित्यकारों की रचनाओं का गवाह भी है। उन्हांेने कहा कि वाजिद अली शाह की रचनाएं और हादी रूसवा की उमराव जान अदा आज भी काफी मशहूर हैं।
डाॅ0 प्रवीन ने कहा कि जो पराजित न हो, वही अवध है। उन्हांेने कहा कि यह क्षेत्र प्रेम, न्याय, उपकार व करूणा से संपृृक्त है। उन्होंने कहा कि रामराज्य की अवधारणा अवध में विकसित हुई थी। उन्हांेेने कहा कि अवध सही मायनों में ‘कास्मोपाॅलिटन’ क्षेत्र है, जो सभी संस्कृतियों व धर्माें को समेटे हुए है। इसकी छाप यहां की स्थापत्य कला, साहित्य व संगीत में महसूस की जा सकती है। उन्होंने कहा कि अवध की विरासत, सादगी और मिल-जुल कर साथ रहने की अदा की विरासत है। उन्होंने कहा कि लखनऊ, अवध की विरासत की नायाब मिसाल है। उन्होंने कहा कि लखनऊ में वह ताकत है कि जो भी यहां पर आया, वो यही का होकर रह गया। सहजता व मेहमान नवाजी लखनऊ की विशेषता है। यहां की भाषा व बोली में मिठास है।
डाॅ0 प्रवीन ने इस बात पर अफसोस जाहिर किया कि आज की नौजवान पीढ़ी को अवध की विरासत व इसके इतिहास की जानकारी कम है। उन्होंने कहा कि हमारा यह कर्तव्य होना चाहिए कि हम आने वाली पीढ़ी को अवध की विरासत से रूबरू कराये।
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के संयुक्त निदेशक डाॅ0 अनिल कुमार ने सभी अतिथियों का स्वागत व अभिनन्दन करते हुए कहा कि संस्कृति हमारी प्राण वायु है इसके बिना जीवन की कल्पना असम्भव है। उन्होंने कहा कि अवध की विरासत पर विचार करते हुए हमें इस बात पर भी मंथन करना चाहिए कि आज हम अपनी परम्परा संस्कृति और विरासत से कितने दूर हो रहे हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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