Archive | कुम्भ मेला-2013

Shri Adhir Ranjan Chowdhury, Hon’ble Minister of State for Railways inspects Kumbh Mela arrangements and Allahabad Jn. Station

Posted on 04 February 2013 by admin

honble-minister-of-state-for-railways-shri-adhir-ranjan-chowdhury-discussing-about-the-kumbh-mela-arranagements-with-shri-alok-johri-general-manager-north-central-railwayShri Adhir Ranjan Chowdhury, Hon’ble Minister of State for Railways inspected today the Allahabad Jn. Station and Kumbh Mela arrangements of railways during his visit to Allahabad. On the occasion Hon’ble Minister inspected the various passenger facilities being developed by North Central Railway for Kumbh Mela pilgrim rush including directionwise colour coded passenger enclosures and facilities provided in them along with that Shri Chowdhury also asked the officers about the details regarding display boards and announcement systems for public information dessimnation system. During the inspection Shri Alok Johri, General Manager, North Central Railway explained about the traffic movement plan to Hon’ble Minister.
honble-minister-of-state-for-railways-shri-adhir-ranjan-chowdhury-talking-to-passengers-at-allahabad-2During the inspection Shri Adhir Ranjan Chowdhury also saw Platforms, Janahaar, crew lobby, and newly installed escalators on the station. Shri Chowdhury also talked to passengers regarding quality of food items in Janahaar and discussed with loco pilots present in crew lobby about the facilities available to them. Hon’ble Minister also saw the additional CCTV arrangements installed for strenthening security at Allahabad Jn. station. Shri Chowdhury directed the officials to ensure cleanliness during ensuing peak days of mela rush. During inspection he also took the views of general passengers about mela arrangements by railways. Shri Adhir Ranjan Chowdhury, Hon’ble Minister of State for Railways also inspected the facilities provided by North Central Railway in Sangam Mela area like ticket windows and had the views of passengers available there about these facilities.
On the occasion while talking to media persons he expressed satisfaction over the arrangements and said that the directionwise colour coding system is a very good and innovative effort of North Central Railway.
Shri Harindra Rao, Divisional Railway Manager, Allahabad Division, Principal Head of departments of North Central Railway headquarter alongwith officers of Allahabad division and were present on the occasion.

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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कुम्भ का आयोजन प्रदेश के लिए गौरव की बात: मुख्यमंत्री

Posted on 01 February 2013 by admin

कुम्भ मेला विश्व का सबसे बड़ा मेला
मुख्यमंत्री ने मेला क्षेत्र का भ्रमण कर  शासकीय व्यवस्थाओं का जायजा लिया

up-cm-shri-akhilesh-yadav-allahabad-visitउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि विश्व के सबसे बड़े मेले कुम्भ का आयोजन करने का सौभाग्य उत्तर प्रदेश को मिला है। ये हमारे प्रदेश के लिए गौरव की बात है। इस मेले में हमारे देश के ही नहीं विदेशों से भी बड़ी संख्या में लोग आते हैं, जिससे लोगों में आपसी सद्भाव एवं भाईचारे की भावना बढ़ती है तथा लोग एक-दूसरे की संस्कृति से परिचित होते हैं।
मुख्यमंत्री श्री यादव ने आज इलाहाबाद में कुम्भ मेला क्षेत्र में भ्रमण के दौरान ये बात कही। उन्होंने पूरे कुम्भ मेला क्षेत्र में लगभग ढाई घण्टे तक भ्रमण कर तीर्थ यात्रियों को शासन द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं का जायजा लिया। मुख्यमंत्री साधु-सन्तों तथा श्रद्धालुओं के साथ ही दुकानदारों से भी व्यक्तिगत रूप से मिले और सरकार द्वारा की गई व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्हांेने कहा कि वे स्वयं मेला क्षेत्र में इसलिए आए हैं कि प्रदेश सरकार द्वारा मेले के लिए जो व्यवस्थाएं की गईं हैं, उनकी जमीनी हकीकत की जानकारी हो सके। भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री सेक्टर-9, 10 सहित अन्य सेक्टरों में स्थित अखाड़ों व पण्डालों के पास गए और लोगों से एक सामान्य व्यक्ति की तरह बातचीत की। मुख्यमंत्री ने साथ चल रहे अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी श्रद्धालु अथवा मेले में आए व्यक्ति को किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। यदि किसी भी व्यक्ति को कोई समस्या मेला प्रशासन से हो, तो उसका तत्काल निराकरण सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने भ्रमण के दौरान किला परिसर में सरस्वती कूप व संगम बांध पर स्थित लेटे हनुमान जी के दर्शन किए। मुख्यमंत्री ने एक सामान्य नागरिक की तरह पूरे मेले का इस प्रकार भ्रमण किया कि किसी को भी किसी प्रकार की असुविधा नहीं हुई और यातायात व्यवस्था भी सामान्य तौर पर जारी रही। भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री के साथ लोक निर्माण एवं सिंचाई मंत्री
श्री शिवपाल सिंह यादव भी मौजूद रहे। लोक निर्माण मंत्री ने मेला क्षेत्र में सड़क, पानी, बिजली तथा पुलों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को कुम्भ के दौरान श्रद्धालुओं, महात्माओं, संतों और अखाड़ों का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए।
इसके पहले मुख्यमंत्री विधायक श्री विजय मिश्र के पुत्र के वैवाहिक समारोह में शामिल हुए और नवविवाहित वर-वधू को अपनी शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर लोक निर्माण व सिंचाई मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव सहित अन्य मंत्रीगण एवं सांसद श्री रामगोपाल यादव भी उपस्थित थे।
मेला भ्रमण के दौरान मण्डलायुक्त श्री देवेश चतुर्वेदी, पुलिस महानिरीक्षक श्री आलोक शर्मा, जिलाधिकारी इलाहाबाद श्री राजशेखर, मेलाधिकारी श्री मणि प्रसाद मिश्र व एस0एस0पी0 मेला श्री आर0के0एस0 राठौर सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Maha kumbh 2013 attracts foreign devotees tremendously

Posted on 31 January 2013 by admin

•    Till now pilgrims from USA, Britain & France have visited the Kumbh
•    Foreign pilgrims engrossed in Indian culture
In the ongoing Maha Kumbh at Tirthraj Prayag, Allahabad, everyone is eager to have a holy dip in the confluence of Ganga & Yamuna and Saraswati; no matter if he is from the different districts and states of India or abroad.
Thousands of foreign pilgrims have already started to reach Allahabad for the bath of Mauni  Amavasya which will take place on the 10th of February, 2013. These foreigners are seeking shelter in the residents of the Dharmacharyas, monks and their Gurus. Most of the foreign devotees are arriving in the ashram of Peethadheeshwar Swami Chidananda Saraswati of Parmartha Niketan, Rishikesh.  People from Ashram said that so far, more than five hundred foreign devotees have reached their ashram and many more are anticipated to arrive.
Most of the foreign devotees reaching the Mahakumbha are from the USA, France, UK, Germany, Italy and Switzerland. Hundreds of foreign pilgrims have arrived in the camps of Juna Akhara, Niranjani Akhara, Mahanirvani Akhara and Yogi Satyam. Pilgrims from abroad reaching the Mahakumbh are embracing Indian culture and gastronomy entirely. Foreign devotees start their day with morning yoga and after that, they meditate and pray. Foreign devotees can be seen eating pulses, rice, vegetables, roti and salad in the dining hall of the ashram of Swami Chidanand Saraswati. The foreign devotees residing in the ashram are been taught to dress decently and to behave courteously.
Ashram devotees clean the vicinity of the Sangam area before they proceed for the holy dip. Swami Chidananda Saraswati told that the foreign devotees residing in his ashram regularly take part in the campaign to clean the river. He proclaimed that the purity of Ganga should remain intact. Uttar Pradesh government has made good arrangements for the Mahakumbha. They are fully satisfied with the arrangements made by the government and administration. He expected the administration to retain all the arrangements till the end of the fair. Swami Chidananda says that so far everything is going on well and we hope that by God’s grace it will continue. He wished all the success for the bath of Mauni Amavasya to the Uttar Pradesh government and all the officials related to the Mela.

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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सुरक्षा व्यवस्था में फोर्स के साथ हर क्षेत्र में तैनात है 4500 होमगार्डस के जवान

Posted on 31 January 2013 by admin

होमगार्डस के जवान सेवाभाव एवं लगन से निभा रहे है ड्यूटी।
गंगा यमुना और सरस्वती के इस समागम स्थल पर दुनियाँ के सबसे विषालतम् समागम हो रहा है, यहाँ पर देष-विदेष के कोने-कोने से आये हुए स्नानार्थियों की सुविधा व सुरक्षा के पुख्ता इन्तजाम किये गये है। इस कुम्भ मेला में आये हुए स्नानार्थियों की सुरक्षा में पुलिस, पी0ए0सी0, कमाण्डों तथा पैरामिलिट्री फोर्स जल पुलिस तैनात है, पुलिस बल के साथ उनके कंधों से कंधा मिलाकर उनकी सुरक्षा में उत्तर प्रदेष होमगार्डस के 1 कमांडेण्ट, 5 इंस्पेक्टर, 15 प्लाटून कमाण्डर, 40 ब्लाग अर्गेनाइजर, 50 हवलदार, 50 चतुर्थ श्रेणी के साथ 4500 जवान भी तैनात है।
कुम्भ मेला के होमगार्ड के कमाण्डेन्ट सुधारकराचार्य पाण्डेय ने बताया कि होमगार्डस पूरे कुम्भ मेला क्षेत्र व सभी थानों मंे अपनी सेवाए दे रहे है। होमगार्डो को रहने के लिए चार जगहो पर पुलिस लाइन बनायी गयी है। जो काली सड़क, आइजर ब्रिज, अरैल, और झँूसी में स्थापित है।
उन्होंने बताया कि सभी होमगार्डस पूरी मुस्तैदी के साथ सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट, पुलिस के यातायात बैरियर, स्नानघाट, जल पुलिस, पाण्डालों व अखाड़ों आदि की सुरक्षा मंे तैनात किये गये है जो अपने कार्य को पूरे सेवाभाव, ईमानदारी एवं लगन के साथ अपनी ड्यूटी कर रहे है।
होमगार्डस की ड्यूटी आठ-आठ घण्टों के लिए लगाई जाती है परन्तु मुख्य स्नान पर्वो पर वे अपनी ड्यूटी से अधिक अपने दायित्वों एवं कर्तव्यों को ध्यान में रखकर अपना कार्य कर रहे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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मण्डलायुक्त ने कुंभ मेला में किया विभिन्न सेक्टरों का निरीक्षण

Posted on 31 January 2013 by admin

कमियाँ शीघ्र पूर्ण कराने हेतु सम्बन्धित विभागों को दिये निर्देष।
मण्डलायुक्त इलाहाबाद श्री देवेष चतुर्वेदी ने गत दिवस कुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 11,12,13 एवं 14 के विभिन्न स्नान घाटों एवं सफाई व्यवस्था का स्थलीय निरीक्षण किया। आयुक्त श्री चतुर्वेदी ने त्रिवेणी डाउन पाण्टून पुल के बीच निरीक्षण के दौरान पाया कि गंगा नदी के किनारे काफी अतिक्रमण कर पण्डाल लगा दिये गये है। वर्तमान मंे गंगा नदी में हो रही अत्यधिक कटान के कारण दुर्घटनायें हो सकती है अतः सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए सेक्टर मजिस्ट्रेट 11 को निर्देषित किया कि इस स्थान पर हुए अतिक्रमण को हटवायें।
उन्होंने पाया कि त्रिवेणी पाण्टून एवं जगदीष रैम्प से महाबीर पाण्टून तक अत्यधिक कटान होने के कारण कोई भी स्नान घाट बनाया जाना सम्भव नही हो पा रहा है। जगदीष एवं महावीर पाण्टून पुलों के बीच नदी के किनारे गाटा रोड पर कई स्थानों पर कीचड़ हो गया है। कीचड़ का कारण, नल का पानी रोड पर आने की वजह पायी गयी। उन्होेंने जल निगम विभाग को निर्देष दिया कि गढ्ढा बनाकर पानी एक स्थान पर एकत्रित करें, अथवा विकल्प के रूप में प्लास्टिक की पाइप डालकर पानी को सीवर लाइन से जोड़ा जाय।
जगदीष एवं महावीर पाण्टून के पुलों के बीच नदी के किनारे अत्यधिक गन्दगी भी पायी गयी। देखने से ऐसा प्रतीत हुआ कि कई दिनों से सफाई नहीं हुयी है, ब्लीचिंग न डालने के कारण बदबू आ रही है। आयुक्त ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देष दिया कि अतिशीघ्र इस स्थान पर सफाई व्यवस्था सुनिष्चित करायें।
निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने पाया कि महावीर मार्ग के उत्तरी पटरी पर गढ्ढा एवं ड्रेन का पानी सीधे गंगा नदी में जा रहा है। उन्होंने जल निगम को शीघ्र ही इस पानी को रोककर पानी के निस्तारण के वैकल्पिक व्यवस्था सुनिष्चित करने का निर्देष दिये।
सेक्टर नं. 12 के निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने पाया कि महावीर पाण्टून और अक्षयवट पाण्टून के मध्य 600 फीट स्नान घाट उपलब्ध है परन्तु इस स्थान की चैड़ाई कम है। इस घाट पर कहीं भी यूरिनल नहीं बनाया गया है और न ही कोई चेन्ज रूम है। उन्होने स्वास्थ्य विभाग को  निर्देष दिया कि इस घाट पर शीघ्रातिषीघ्र यूरिनल बनाया जाना सुनिष्चित करें।
अक्षयवट पाण्टून पुल के आगे निरीक्षण करते हुए उन्होंने पाया कि लगभग 500 फीट का घाट कटान के कारण समाप्त हो गया हैं। कटान होने का मुख्य कारण यह था कि दिनांक 26 व 27 जनवरी को अतिरिक्त जल नदी में छोड़ा गया था। यह बताया गया कि माननीय उच्चन्यायालय के आदेषों के क्रम में यह जल छोड़ा गया है। स्नान के एक दिन के पहले जल स्तर का बढ़ना सुरक्षा की दृष्टिकोण से उचित नहीं है इसका प्रभाव यह होता है कि जो घाट स्नान के पहले तैयार किये गये है वह असुरक्षित हो जाते है। सिंचाई विभाग को निर्देषित किया गया कि माननीय उच्चन्यायालय के समक्ष पक्ष रखते हुए यह निवेदन करें कि स्नान के दो दिन पहले जल न बढ़ाया जाय। यदि माननीय उच्चन्यायालय द्वारा भी अतिरिक्त जल छोड़ने के लिए निर्देष दिये जाते है तो कम से कम पांच दिन पहले जल छोड़ने का अनुरोध किया जाय। जिससे कि पूर्व में बनाये हुए घाट को सुरक्षित बचाये जा सके।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि सरस्वती घाट पर कटान की वजह से बोरियां बह गयी है और घाट का स्लोप समाप्त हो गया है। अतः  आवष्यक है कि 10 फरवरी के स्नान को दृष्टिगत रखते हुए यहां पर स्नान घाट हेतु स्लोप बनाया जाय जिससे तीर्थ यात्री सुविधापूर्वक स्नान कर सकें। उन्होंने सिंचाई विभाग को निर्देष दिये कि उक्त कार्य शीघ्र करायें।
सरस्वती मार्ग संगम लोअर से पूर्व डी0आर0डी0ओ0 द्वारा शौचालय स्थापित कराया गया है। निरीक्षण के समय आयुक्त ने कोई भी सफाईकर्मी व कार्य प्रभारी मौके पर उपस्थित नहीं पाया। शौचालय में अत्यधिक गन्दगी पायी गयी एवं बदबू भी आ रही थी जिसके कारण आस-पास का वातावरण दूषित हो रहा था। उन्होंने निर्देष दिये कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्थापित शौचालय की भांति गैर परम्परागत शौचालयों में सफाईकर्मी एवं कार्य प्रभारी का नाम एवं मोबाइल नम्बर अंकित कराये जाए।
सेक्टर नं. 12 के पुल नं. 17 के अपस्ट्रीम में लगभग 3500 फीट एवं डाउनस्ट्रीम में लगभग 2500 फीट अच्छा स्नान घाट उपलब्ध पाया गया। सेक्टर 14 के सेक्टर मजिस्ट्रेट द्वारा अवगत कराया गया कि लगभग 400 फीट स्नान घाट सोमेष्वर महादेव मन्दिर के सामने विकसित हो सकता है, क्योंकि नदी का जलस्तर दो से तीन फीट रहेगा। उचित होगा कि 10 फरवरी के स्नान हेतु घाट के निर्माण पर विचार किया जाय।
आयुक्त श्री चतुर्वेदी ने पाया कि डी0पी0एस0 स्कूल के सामने लगभग 800 फीट का स्नान घाट बना है क्योंकि यह स्नान घाट सबसे दूर का स्नान घाट है। उन्होने निर्देष दिया कि मुख्य मार्गों पर संकेत चिन्हों के माध्यम से स्नान घाट को इंगित किया जाय जिससे स्नानार्थी घाट का उपयोग कर सकें।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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कल्पवासियों की संख्या में वृद्धि हो जाने के कारण राषन कार्ड निर्गत किये जाने हेतु दबाव बढ़ गया है

Posted on 31 January 2013 by admin

कुंभ मेला में 14 सेक्टरों में अखाड़ों/संस्थाओं के साथ-साथ कल्पवासी स्थापित हो चुके है। जिलापूर्ति अधिकारी कुंभ मेला आर0आर0 शुक्ला ने बताया कि 27-01-2013 को अचानक आये हुए कल्पवासियों की संख्या में वृद्धि हो जाने के कारण राषन कार्ड निर्गत किये जाने हेतु दबाव बढ़ गया है। प्रयास यह किया जा रहा है कि यथाषीघ्र सभी कल्पवासियों के राषन कार्ड नियमानुसार निर्गत कर दिये जाये। सभी क्षेत्रीय खाद्य अधिकारियों को निर्देष दिया गया है कि सभी क्षेत्रों में राषन कार्ड का लाभ निर्धारित करके प्रति-दिन उसकी मानीटरिंग करें। पूरे मेला क्षेत्र में 205 लेखपालों को राषन कार्ड बनवाने के लिए लगाया गया है। जो लगातार राषन कार्ड बना रहें है।
उन्होंने बताया कि 29 जनवरी  तक कुल 39287 राषन कार्ड जारी हो चुके है। जिसमें सेक्टर 1 में 230, 2 में 168, 4 में 1012, 5 में 604, 6 में 1997, 7 में 2575, 8 में 3088, व 9 में 7162, 10 में 5442, 11 में 2110, 12 मंे 711, 13 में 947, 14 में 261 कार्ड जारी हो चुके है, सभी कार्डधारकों को खाद्यान्न सामग्री उपलब्ध हो इसके लिए सभी सेक्टरों में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की 125 दुकाने खुली है जहां से कार्डधारकों को प्रातः 8 बजे से 5 बजे तक चीनी, आटा, मिट्टी का तेल, चावल निर्धारित दर पर कार्डधारकों को दिया जा रहा है। वे अपने-अपने सेक्टरों की दूकानों पर राषन प्राप्त कर रहे है। सभी सेक्टर कार्यालय हेतु अब तक कुल 9205.05 कुन्तल आटा, 7637.00 कुन्तल चावल, 8320.10 कुन्तल चीनी, 312.00 कु0 गेहँू का परमिट गोदामों हेतु जारी किया जा चुका है।
कुकिंग गैस आदि से आग के बचाव हेतु सेक्टर वार बनायी गयी चेकिंग टीम के विषय में उन्होंने बताया कि टीमें संस्थाओं, षिविरों का निरीक्षण कर रहे है और जहाँ खराब पाइप आदि मिल रहे है उन्हे बदलवाया जा रहा है। मेले में 14.2 किलों के कुल 1696 नये कनेक्षन, 4275 सिलेण्डरों का रिफिल एवं 19 किलों के 237 नये कनेक्षन एवं 1486 सिलेण्डरों को रिफिल किया गया है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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वन प्रभाग द्वारा एक बहुप्रयोगी, रोचक एवं आकर्षक प्रर्दषनी

Posted on 30 January 2013 by admin

कुंभ मेला के सेेक्टर 11 के क्षेत्र मे वन प्रभाग इलाहाबाद द्वारा एक बहुप्रयोगी, रोचक एवं आकर्षक प्रर्दषनी लगायी गयी है। जिसमें विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटियों एवं औषधीय पौधों का सजीव प्रस्तुतिकरण किया गया है। प्रदर्षनी के माध्यम से यह बताया जा रहा है कि महत्वपूर्ण जड़ी-बूटियाँ आस-पास के क्षेत्रों में प्रचुरता में उपलब्ध है। परन्तु इनको पहचान न पाने के कारण, जन सामान्य इन औषधीय पौधों के समुचित लाभ से वंचित हैं। कौन सा पौधा किस रोग की दवा है, इसकी जानकारी भी दी गयी है। कुछ ऐसी दिव्य औषधियों जैसे ब्राह्मी, गुडमार, हडजोड, गिलोय, इसबगोल आदि को भी प्रदर्षन किया गया है, जिसको घर के अन्दर गमलों में लगाकर एवं नित्य प्रयोग कर अपने को स्वस्थ्य रखा जा सकता हैै।
प्रभागीय निदेषक समाजिक वानिकी इलाहाबाद ने बताया है कि हमारे पौराणिक और धार्मिक ग्रन्थों में वर्णित विभिन्न वृ़क्ष समूहों का दुर्लभ साहित्य की भी प्रदर्षनी लगायी गयी। जैसे पंचवटी, हरिषंकरी, नवग्रह वाटिका, नक्षत्र वृक्ष, बुद्ध वाटिका आदि इन वृक्षों के स्थापना से जहाँ एक तरफ धार्मिक, आध्यात्मिक एवं स्वच्छ वातावरण निर्मित होता है, वहीं अपनें नक्षत्र/ग्रहों से सम्बन्धित पौधों के पूजन, वन्दन, सींचन आदि से प्रतिकूल ग्रह भी मित्रवत हो जातेे हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदर्षनी में वन उत्पादों का भी प्रदर्षन किया गया है। बाँस एवं लाख से निर्मित विभिन्न आकर्षक, सजावटी एवं उपयोगी वस्तुओं का मनमोहक संकलन उपलब्ध है। ये वस्तुएँ यथोचित मूल्य पर बिक्री हेतु भी उपलब्ध है इसके अतिरिक्त वनों, वृक्षों तथा पर्यावरण पर आधारित वन विभाग द्वारा रचित विभिन्न साहित्य भी प्रदर्षित है। इनमें वनस्पतियों के अन्य लाभों के अतिरिक्त उनके दुर्लभ आध्यात्मिक पक्ष का विषेष उल्लेख किया गया है पोस्टर आदि के माध्यम से यह दर्षाया गया है कि नीलगाय वास्तव में गोवंष की प्रजाति नही है। इनके मारने का लाईसेन्स खण्ड विकास अधिकारी से प्राप्त किया जा सकता है।
विभिन्न प्रकार के पोस्टर-फोल्डर आदि भी प्रदर्षनी में रखे गये है। जिनका निःषुल्क वितरण किया जा रहा है। वनों के साथ जनसामान्य की सहभागिता, कृषि वानिकी से सम्बन्धित फिल्मों का प्रदर्षन भी किया जा रहा है। चलचित्र के माध्यम से वन्य जीवन आदि से सम्बन्धित फिल्में भी दिखाई जा रही है। जादू के माध्यम से वन्य जीवांे तथा पर्यावरण का सजीव एवं मनोरंजक चित्रण भी प्रदर्षनी में किया जा रहा है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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उत्तर प्रदेष सरकार राष्ट्रीय मीडिया केंद्र,कुम्भ मेला-2013 - Press Release

Posted on 30 January 2013 by admin

snapshot47
•    The use of small cylinders totally banned in the Mela.
•    Officials and employees of gas companies, police, fire department, electric board; Sector magistrate & supervisor will make a sector wise team in the Mela area starting today to keenly inspect and to create awareness about the preventions related to fire accidents, proper utilization of gas cylinders and to make them according to the regulated standards. In case of any faults, written complaints can be given to the team and the team can be asked to rectify the problem. Copy of complaints should be kept.
•    In case of any defected pipes and regulators, they will be exchanged at place on the payment of Rs.170/-  & Rs.250/-
•    More than 6 cylinders should not be kept together at a time.
•    All the residents of Kalpa are requested to keep 2 sacks full of sand and 2 buckets full of water.
•    Strict checking of vehicles running on gas; police to check for small cylinders on barriers.
The saints, Gurus, Kalpavasis and pilgrims residing at the Kumbh Mela are using gas cylinders and electronic items. If not used properly, these devices can become the cause of accidents.
snapshot32Commissioner Mr. Devesh Chaturvedi convened a meeting in the office of Meladhikari with the officials of gas distribution companies, sector magistrates, fire control police and other departments on the prevention of accidents related to fire. He said that the officials and employees of gas companies, police, fire department, electric board, Sector magistrate & supervisor will make a sector wise team in the Mela area starting today to keenly inspect and to create awareness about the preventions of fire accidents. The use of synthetic clothes is totally prohibited in the Mela area. The gas distribution companies were ordered to diligently check and weigh the cylinders before delivery and to accept written receipts. All sectors in charge were directed to inspect the cylinders during the invigilation in their respective sectors and not to allow storage of more than 6 cylinders at a time. The entry and exit of big tents and the wire connections should be checked for safety. Besides, the residents should be told that the high energy consuming devices like heaters should not be connected at CFL or bulb points.
snapshot45During this meeting advise of gas companies, to use of small cylinders totally banned in the Mela and LPG motor vehicle prohibited in mela area.  He ordered the Jal Nigam to arrange water for the fire extinguishers and Electricity Board to mark the vulnerable spots. The Health Department was directed to make arrangements for the spray of medicines and hygiene. In case of any emergency, only administrative route should be taken.
To create awareness at a greater level, the LEDs and loudspeakers are been used. In case of any emergency, police control number (1944), fire control room (1945), head fire control officer (9454418358), ambulance (1946) & (108) and Meladhikari (9415041010) can be contacted.

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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उत्तर प्रदेष सरकार राष्ट्रीय मीडिया केंद्र,कुम्भ मेला-2013 - पे्रस विज्ञप्ति

Posted on 30 January 2013 by admin

ऽ    गैस सिलेण्डरों के सही ढं़ग से उपयोग एवं उपकरणों के मानक के अनुसार कराने हेतु भौतिक रूप से गैस कंपनियों, पुलिस, फायर विभाग, सेक्टर मजिस्ट्रेट व सुपर वाईजर/लेखपाल, विद्युत विभाग के अधिकारी/कर्मचारी की एक-एक टीम बनाकर 29 जनवरी से सेक्टरवार सघन जांच/निरीक्षण करते हुए मेला क्षेत्र के उपभोगताओं में आग से बचाव की जन जागृति लाई जाए। कमी पाये जाने पर सम्बन्धितों को मौके पर ही लिखकर दें एवं उनसे कमियां सही कराने हेतु कहें। प्राप्ति की एक प्रति भी रखें।
ऽ    छोटे सिलेण्डरों के प्रयोग पर पूर्णतः प्रतिबन्ध।
ऽ    खराब गैस पाईप व रेग्यूलेटर मिलने पर कम्पनी दर रूपये 170 व 250 में मौके पर ही बदलवाने हेतु कहा जाये।
ऽ    एक जगह पर भरे हुए 6 सिलेण्डर से अधिक न रखे जाए।
ऽ    सभी संस्थाए व कल्पवासी 2 बोरी बालू व 2 बाल्टी/घड़ा पानी कैम्प के पास अवष्य रखंे।
ऽ    गैस से चलने वाले वाहनों की सघन जांच। पुलिस बैरियर पर छोटे सिलेण्डरों की होगी जांच।
- आयुक्त इलाहाबाद देवेष चतुर्वेदी

snapshot47कुम्भ मेला इलाहाबाद मेला क्षेत्र में स्थित अखाडों साधु-सन्तों, कल्पवासियों एवं तीर्थयात्रियों द्वारा गैस सिलेण्डरों व इलेक्ट्रानिक उपकरणों का प्रयोग किया जा रहा है। गैस सिलेण्डर व इलेक्ट्रानिक उपकरणों का लापरवाही से प्रयोग करने पर दुर्धटना की सम्भावना बनी रहती है।
दुर्घटनाओं से बचाव के सम्बन्ध में मण्डलायुक्त श्री देवेष चतुर्वेदी की अध्यक्षता में गैस वितरण कम्पनियों के अधिकारियों, सेक्टर मजिस्ट्रेटों व अग्निषमन, पुलिस तथा अन्य सभी विभाग के अधिकारियों के साथ मेलाधिकारी कार्यालय मंेे एक बैठक आहूत की गयी। बैठक में आग से बचाव और अन्य सावधानियों पर विस्तार से चर्चा हुई। आयुक्त श्री चतुर्वेदी ने कहा कि लोगों को सुरक्षा की दृष्टि से वितरण कम्पनियों, लेखपाल, खाद््य विभाग, विद्युत विभाग, फायर व पुलिस विभाग के snapshot32अधिकारी/कर्मचारियों की एक-एक टीम बनाकर प्रत्येक सेक्टर में जांच करते हुए, उन कमियों को दूर करते हुए लिखित एवं मौखिक चेतावनी दंे उन्होंने आग से बचाव के सुनिष्चित उपाय कराने, प्रत्येक कल्पवासियों को जागृत करने के लिए कहा। किसी भी पाण्डाल या टेन्ट में सेन्थेटिक कपड़ों का प्रयोग न करें और दो बोरी बालू एवं दो बाल्टी पानी रखने का निर्देष भी दिया जाय। गैस वितरण कम्पनियों को निर्देषित किया कि वे कल्पवासियों को गैस सिलेण्डर देते समय लीकेज और तौल की जांच करके दंे और उनसे लिखित रसीद लें। सभी सेक्टर प्रभारियों को निदेर्षित किया कि अपने सेक्टरों भ्रमण के दौरान भरे हुए गैस सिलेण्डरों के भण्डारण की स्थिति को जांच ले और एक जगह पर  भरे हुए 6 सिलेण्डर से अधिक न रखने दें तथा बड़े पाण्डालों में प्रवेष और निकासी की मार्गो की जांच कर लें और कमी होने पर आवष्यक व्यवस्था को सुनिष्चित कराये। विद्युत तारों के कनेक्षन ठीक प्रकार से हों, इसकी भी जांच कर लेें। साथ ही लोगों को ये भी बताया जाय कि सी.एफ.एल./बल्ब के प्वाइंट से हीटर आदि अधिक वाट वाले खपत के संयत्र न जलाये।snapshot45
बैठक के दौरान गैस कम्पनियों के सुझाव पर छोटे सिलेण्डरों को मेला क्षेत्र में प्रयोग हेतु पूर्णतः प्रतिबन्धित कर दिया गया। तथा गैसे से चलने वाले वाहनों एवं छोटे सिलेण्डरों को मेला क्षेत्र में आने से रोकने के लिए पुलिस बैरियर पर जांच करने के निर्देष दिये। उन्होंने जल निगम को निदेर्षित किया कि फायर टैकों के लिए पानी उपलब्ध कराने के लिए व्यवस्था रखें। विद्युत विभाग को संवेदनषील स्थानों को चिन्हित करने के लिए कहा। स्वास्थ्य विभाग को दवा आदि के छिड़काव एवं साफ-सफाई को लगातार बनाये रखने के लिए कहा। किसी भी आपात स्थिति में एम्बुलेंस को प्रषासनिक मार्ग का उपयोग करने के लिए निर्देषित किया।
लोगों को जागरूक करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करने हेतु एल0ई0डी0 व ध्वनि विस्तारक यंत्रों से आवष्यक निर्देष को भी प्रसारित किया जायेगा। किसी भी आपात स्थिति में पुलिस कंट्रोल न0 1944, अग्निषमन कंट्रोल रूम न0 1945 मुख्य अग्निषमन अधिकारी 9454418358 एम्बुलेन्स 1946 व 108 तथा मेलाधिकारी 94150411010 पर सम्पर्क कर सकते है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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उत्तर प्रदेश और कुम्भ नगरी प्रयाग की अद्भुत झांकी ने मेरी कुम्भ मेले की यात्रा को स्मरणीय बना दिया

Posted on 30 January 2013 by admin

ट्रिनीडाॅड और टोबैगो के उच्चायुक्त श्री चन्द्रदत्थ सिंह पिछले दिनों कुम्भ दर्शन के लिए प्रयाग पहुंचे जहाॅं पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित विभिन्न संस्कृतियों का संगम ‘थीम पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन करने के पश्चात उन्होंने अपनी अनुभूति को कुछ इस ढंग से व्यक्त किया। वहीं उच्चायुक्त के साथ पधारी श्रीमती अनीता चन्द्रदत्थ सिंह ने उत्तर प्रदेश की ऐतिहासिक व आध्यात्मिक समृद्धि के सुव्यवस्थित प्रस्तुतीकरण के माध्यम से प्राप्त हुई जानकारी को कुम्भ मेले का सुफल बताया। ‘विभिन्न संस्कृतियों का संगम’ थीम पर निर्मित इस प्रदर्शनी में देश-विदेश की संस्कृतियों का संगम देखने को मिल रहा है। प्रदर्शनी में आकर्षक चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित उत्तर प्रदेश और कुम्भ नगरी प्रयाग के विविधतापूर्ण आकर्षणों से रूबरू होकर श्रद्धालु, पर्यटक और विशिष्टजन एक दूसरी ही दुनिया में खो जाते हैं।
प्रदर्शनी में प्रदर्शित ताजमहल, फतेहपुर सीकरी, बृजभूमि, बुन्देलखण्ड, बौद्ध तीर्थ स्थल, वाराणसी, विन्धक्षेत्र, लखनऊ, नैमिषारण्य, बृहमावर्त, देवाशरीफ, अयोध्या तथा कुम्भ नगरी प्रयाग के आकर्षक चित्रों की झांकी को देखकर इजरायल की सुश्री चाना कूपर, चीन के पीटर बेरी और झेझियान्ग जैन्गजिन हाई और यू. के. की सुश्री अन्ना किमटी अभिभूत हो गये। उन्होंने उत्सुक्तापूर्वक इन सभी स्थानों के बारे में विस्तृत जानकारी पर्यटन विभाग के अधिकारियों से प्राप्त की।
प्रदर्शनी में पर्यटकों का स्वागत क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी श्री अमित ने किया। इस अवसर पर पर्यटन विभाग के अन्य अधिकारीगण श्री वृतशील शर्मा, श्रीमती दीपिका सिंह श्री दीपांकर चैधरी आदि उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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