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दिल्ली के करन छाबड़ा सुपरस्टड बने!

Posted on 27 September 2011 by admin

रो डियो प्रजेन्ट्स यूटीवी बिन्दास सुपरस्टड! पावर्ड बाई स्प्रेमिंट का ग्रैंड फिनाले

120855331एक मात्र ऐसा शो जो महिलाओं की जटिल मनःस्थिति को खंगालने के लिये लक्षित है-यानि ‘सुपरस्टड‘ जो 3 सप्ताह की गहरी जद्दोजहद के बाद अपने परवान पर पंहुचा है और इसमें से एक शक्स सुपरस्टड के रूप में उभर कर सामने आया है।

समूचे भारत में हजारों लोगों ने आॅडिशन दिया, जिसमें से 13 चुने गये और इसमें से 3 फाइनल में पंहुचे और इनमें से करन छाबड़ा को डेनवर रो डियो प्रजेन्ट्स यूटीवी बिन्दास सुपरस्टड का विजेता घोषित किया गया। करन ने दिल्ली के ही अपने साथी लड़कों हर्षित और सिद्धान्त को पराजित किया, जो काफी जुझारू प्रतिभागी थे, लेकिन करन ने अपने आकर्षण, सुरूचिपूर्णता एवं सहजता से सभी को चमत्कृत कर दिया।

इस शो के दौरान ये लड़के न सिर्फ स्टड गुरू अस्मित पटेल द्वारा दी गयी चुनौतियों से रू-ब-रू हुये, बल्कि उन्हें इस शो में आने वाली अनेक हस्तियों एवं आकर्षक महिलाओं के अनुरूप भी प्रदर्शन करना पड़ा। ये स्टड्स अनेक टास्क्स में एक दूसरे के साथ सफलतापूर्वक जद्दोेजहद करते रहे और इस दौरान न सिर्फ उनकी शारीरिक, बल्कि मानसिक तेजी एवं व्यक्तित्व के करिश्में का आकलन भी किया गया।

अपनी विजय पर टिप्पणी करते हुये करन छाबड़ा ने कहा कि, ‘‘सुपरस्टड जीतना निश्चित रूप से आत्मविश्वास को बढ़ाने वाला रहा है और इस शो का हिस्सा बनने  से निश्चित रूप से मेरे व्यक्तित्व में निखार आया है। मैंने अपनी बुद्धि एवं आकर्षण से इस शो को जीता है और मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह अनेक युवाओं को प्रेरित करेगा। और अंत में सबसे महत्वपूर्ण बात मैं यह कहना चाहंुगा कि सुपरस्टड मेरे व्यक्तित्व को पूरी तरह से बदल देने वाली घटना रही है और इसने मुझे अपना सर्वोत्तम प्रदर्शन करने के लिये प्रेरित किया है।’’

फाइनल टास्क के लिये स्टड गुरू अस्मित पटेेल ने इन तीनों लड़कों को एक रोचक टास्क दिया, जो कि फाइनल में सफलता का चरम बिंदु था, इस चार स्तरीय चुनौती की शुरूआत कुछ सहज वार्तालाप के साथ एक लड़की के दिल को लुभाने से हुयी, इसके बाद उसे एक मादक संदेश देने की बारी थी और इसके बाद एक सेक्सी साल्सा धुन पर उसे नचाने का मौका आया और अंततः जो सबसे बड़ी चुनौती थी उस लड़की का चुंबन हासिल करना, और वह भी उसे प्रभावित कर उसकी इच्छा से।

करन ने इन सारे टास्क्स को बखूबी अंजाम देने में अदम्य आत्मविश्वास का प्रदर्शन किया और दो लोगों के लिये एक खूबसूरत अन्तर्राष्ट्रीय गंतव्य के लिये पेड ट्रिप का हकदार बना। करन के जीवन की यह एक अत्यंत यादगार यात्रा रही, जिसमें उसे एक बिलकुल नया आत्मविश्वास प्राप्त हुआ और अब वह दुनिया भर में और खास कर लाॅस वेगास में अपना जलवा बिखेरने के लिये तैयार है।

करन की विजय पर टिप्पणी करते हुये स्टड गुरू अस्मित पटेल ने कहा कि, ‘‘करन सही मायनों में विजय का हकदार था, उसमें किसी भी महिला को आकर्षित करने के लिये आवश्यक गुण मौजूद हैं। सुपरस्टड में आकर उसे अपने आत्मविश्वास एवं तेवर को दिखाने का अवसर मिला है। मैं उसके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं और मुझे पूर्ण विश्वास है कि वह जिस क्षेत्र में भी जायेगा वहां पर अपनी चमक बिखेरेगा। मुझे पूरी आशा है कि वह इस यात्रा में खूब मस्ती करेगा और अपने दिमाग से सोचेगा और दिल से फ्लर्ट करेगा।’’

बिन्दास के विषय मेंः
सितम्बर 2007 में लाॅन्च, बिन्दास भारतीय युवाओं के लिये पहला सम्पूर्ण एंटरटेनमेंट ब्रांड है। मस्ती, मजा, निडरता और भारतीयता के बिन्दास ब्रांड मूल्यों ने एक ऐसा कम्युनिटी बिल्डिंग प्लेटफार्म तैयार किया है, जो भारतीय युवाओं को टीवी, फिल्मों, वेब, मोबाइल, जमीनी और कैम्पस आयोजनों की ताकत के इस्तेमाल के जरिये एक सूत्र में पिरोता है।

युवाओं को आकर्षित करने वाली, अच्छी तरह अनुसंधानित शैलियों, एक्शन थ्रिलर्स, काॅमेडी, मैजिक, रियलिटी, गेम शो आदि के कार्यक्रमों का अनूठा संयोजन बिन्दास पेश करता है। इस वक्त बिन्दास 64 फीसदी भारतीय युवाओं तक पहुंचता है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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एक्स्ट्रा शाॅट्स चैलेन्ज

Posted on 15 September 2011 by admin

dsc_0011अग्रणी हिन्दी मूवीज एवं स्पेशल इवेंट्स चैनल मैक्स अपनी नवीनतम पेशकश ‘एक्स्ट्रा शाॅट्स चैलेन्ज‘ के साथ अपने दीवानो का मनोरंजन करने के लिये तैयार है, यह चुलबुली अभिनेत्री दिव्या दत्ता की मेजबानी में पेश किया जाने वाला एक अनूठा ओरिजिनल फाॅर्मेट क्विज शो है।

फिल्म प्रेमियों के लिये एक्स्ट्रा शाॅट्स का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है, खासकर उनके लिये जो मैक्स पर नियमित रूप से फिल्म देखते हंै। एक्स्ट्रा शाॅट्स चैलेन्ज पहला और अपने तरह का अनूठा फिल्म क्विज शो है, जो निश्चित रूप से आप के फिल्मी ज्ञान की परीक्षा लेगा।

तीन जुनूनी फिल्म प्रेमी फिल्मों एवं पर्दे के पीछे की घटनाओं से संबंधित अपने ज्ञान का इस्तेमाल कर एक त्रिचक्रीय मुकाबले में एक दूसरे को पटकनी देने की कोशिश करेंगे। पहला चक्र एक निष्कासन चक्र होगा, जिसमें सबसे कम अंक हासिल करने वाला प्रतिभागी निष्कासित हो जायेगा तथा अन्य दो प्रतिभागी दूसरे चक्र में प्रवेश कर जायेंगे। दूसरे चक्र के प्रश्नों को फिल्म स्टार्स के साथ रिकार्ड किये गये क्लिप्स के द्वारा प्रस्तुत किया जायेगा। इसके बाद फाइनल मुकाबले की बारी आयेगी और इसमें एक रैपिड फायर बजर राउंड में 90 सेकेंड के अंदर अनेक प्रश्नों का उत्तर देना होगा और इसमें निगेटिव स्कोरिंग भी होगी। अंत में सबसे अधिक ‘बाॅक्स आॅफिस कलेक्शंस’ वाला प्रतिभागी विजेता घोषित किया जायेगा। इस शो का प्रस्तुतकर्ता लक्स है तथा इसका प्रायोजक कोहिनूर बासमती राइस है एवं इसका प्रसारण प्रत्येक रविवार को रात्रि 8.30 बजे केवल मैक्स पर किया जायेगा।

इस लाॅन्च पर टिप्पणी करते हुये श्री नीरज व्यास, ईवीपी एवं बिजनेस प्रमुख, मैक्स, ने कहा कि, ‘‘एक्स्ट्रा शाॅट्स अत्यंत लोकप्रिय एवं व्यापक रूप से प्रशंसित रहा है तथा यह मैक्स का पर्याय बन गया है। एक्स्ट्रा शाॅट्स चैलेन्ज इस ब्रांड का एक विस्तार है जो मैक्स की प्रोग्राम संबंधी खोजपरकता को आगे बढ़ायेगा तथा अपने करोड़ों दर्शकों के फिल्म देखने के अनुभव को समृ़द्ध करेगा। मुझे पूर्ण विश्वास है कि दर्शक दिव्या दत्ता के साथ इस शो का भरपूर लुत्फ उठायेंगे।’’

एक्स्ट्रªा शाॅट्स चैलेन्ज में अपनी भूमिका का वर्णन करते हुये दिव्या दत्ता ने कहा कि, ‘‘मैं अग्रणी हिन्दी मूवी चैनल्स में से एक मैक्स के साथ संबद्ध होकर अत्यधिक रोमांचित महसूस कर रही हूं। एक जोरदार फिल्म प्रेमी होने के नाते यह मेरे लिये अपने फिल्मी जुनून को अभिव्यक्त करने का उपयुक्त मंच है। इस शो के माध्यम से मैं फिल्मों की अज्ञात बातों, फीचर्स, तथ्य एवं फिल्मों व फिल्मी सितारों के पर्दे के पीछे के राज का खुलासा कर लोगों को रोमांचित कर दंूगी, जिसके विषय में वह जानने के लिये लालयित रहते हैं।’’

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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संगीत प्रेमियों को दुर्लभ उपकरणों - रबाब, जलतरंग और नदास्वरम के अनूठे अनुभव मिलेंगे

Posted on 10 September 2011 by admin

आईडिया जलसा यह सब ज़ी टीवी पर 11 सितंबर को दिन में 10.30 बजे पेश करेगा

1-photographs-of-idea-jalsa-11th-sept-2011तीन अपेक्षाकृत अनजाने संगीत उपकरणों - रबाब, जलतरंग और नदास्वरम की एक झलक पाइए। ज़ी टीवी पर आईडिया जलसा देखिए। 11 सितंबर 2011 को दिन में 10.30 बजे। इसे रात 11.30 बजे दोबारा प्रसारित किया जाएगा।

दुर्लभ उपकरण रबाब को इसकी शानदार संगीत के लिए जाना जाता है और आपके लिए कलाकार चिन्टू सिंह इसे पेश करेंगे। इनके साथ आप युवा उस्ताद सिद्धेश को लाजवाब जलतरंग की मधुर धुन निकालते सुन और देख सकते हैं।

नदास्वरम भी ऐसे ही दुर्लभ उपकरणों में एक है। दक्षिण भारत के त्यौहारों और मंदिरों में इसे महŸवपूर्ण मौके पर बजाया जाता है। आईडिया जलसा में जानेमाने संगीतकार एमकेएस शिवा इसे प्रस्तुत करेंगे।

आर्ट एंड आर्टिस्ट्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड तथा इंडियन म्युजिक ऐकेडमी की पिछली श्रृंखला को संगीत के कद्रदानों ने खूब पसंद किया था और इसी से प्रेरित होकर एक बार फिर यह सीरिज पेश की जा रही है। इस बार भी श्रृंखला को अन्नू कपूर और दुर्गा जसराज की जोड़ी प्रस्तुत करेगी। इनलोगों ने बेहद लोकप्रिय टीवी कार्यक्रम अंताक्षरी की शुरुआत की थी जो 1990 के दशक में सबसे लोकप्रिय शो था।

आईडिया जलसा - म्युजिक फाॅर सोल की अवधारणा दुर्गा जसराज की है और आर्ट एंड आर्टिस्ट्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड ने प्रोड्यूस किया है। इसने खुद को भारतीय संगीत के सभी रूपों के लिए अकेले सबसे बड़े प्लैटफाॅर्म के रूप में स्थापित कर लिया है। यह एक अनूठा प्रदर्शन आधारित फाॅर्मैट शो है जो जानी-मानी हस्तियों, कलाकारों, युवा उस्तादों और नई प्रतिभाओं को एक मंच पर लाता है ताकि भारतीय संगीत के समृद्ध और विविध रूपों को प्रस्तुत किया जा सके।

आईडिया जलसा वीडियो और अपडेट के लिए कृपया हमारे वेबसाइट www.imaindia.in पर लाॅग आॅन करें और इसके नए फेसबुक वेबसाइट www.facebook.com/ideajalsamusicforthesoul पर आएं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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राइजिं़गः रीबिल्डिंग ग्राउंड ज़ीरो

Posted on 10 September 2011 by admin

स्टीवन स्पीलबर्ग और डिस्कवरी चैनल प्रस्तुत कर रहे हैं
एक विशेष श्रृंखला जो ग्राउंड ज़ीरो के ऐतिहासिक पुर्ननिर्माण को दिखा रही है

aerial-view-of-ground-zerolएग्जीक्यूटिव प्राॅड्यूसर स्टीवन स्पीलबर्ग और डिस्कवरी चैनल एक कहानी प्रस्तुत कर रहे हैं जो अंध्ेरे से उजाले, निराशा से आशा और दुःस्वप्न से जन्मे एक खूबसूरत सपने को सजीव बना रही है। राइजिं़गः रीबिल्डिंग ग्राउंड ज़ीरो का प्रसारण 12 से 17 सितम्बर तक हर रात 9 बजे डिस्कवरी चैनल पर किया जाएगा। इस कार्यक्रम में उन पुरूषों और महिलाओं को दिखाया जा रहा है जिन्होंने एक पवित्रा स्थान को पुर्ननिर्मित और बहाल करने की ठान रखी है। वे 104 मंजिल का एक नया वल्र्ड ट्रेड सेंटर बनाने के प्रति कृतसंकल्प हैं।
राइजिं़गः रीबिल्डिंग ग्राउंड ज़ीरो को 11 सितम्बर की दसवीं बरसी पर दिखाया जा रहा है । यह निर्माताओं, योजनाकारों और स्वप्न दृष्टाओं की हिम्मत, जोश और कल्पना की कहानी प्रस्तुत रहा है, जो दुख में एक साथ जुड़े हैं लेकिन साथ ही एक उद्देश्य के लिए एकजुट भी हैं। इस कार्यक्रम में लोहे का काम करने वाले वे लोग भी हैं जिन्होंने अपने भाइयों और दोस्तों को खोया, वे वास्तुकार भी जिन्होंने न्यूयाॅर्क सिटी के लिए एक नई सुबह का सपना देखा और वे परिवारों के वे सदस्य भी जो सुकून पाने की कोशिश में हैं। राइज़िंगः रीबिल्डिंग ग्राउंड ज़ीरो कार्यक्रम उन लोगों को एक स्थान पर ला रहा है जो अपनी पेशेवर जिंदगियों में सबसे बड़ी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। ये चुनौतियां हैं निर्माण से जुड़ी डैडलाइन तक काम खत्म करना और मृतकों तथा उनके परिवारों के सम्मान को बहाल करना।
इस श्रृंखला के बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए राहुल जौहरी, सीनियर वाइस प्रैज़िडैंट और जनरल मैनेजर, दक्षिण एशिया, डिस्कवरी नैटवक्र्स एशिया पैसिपिफ़क ने कहा, ‘‘राइजिं़गः रीबिल्डिंग ग्राउंड ज़ीरो इस प्रयास से जुड़ी जीवंतता को सलाम करता है और इस महानिर्माण परियोजना में लोगों के पेशेवर सम्मिलन की भावनापूर्ण दास्तानों को पेश कर रहा है। यह कार्यक्रम उन बहादुर लोगों के प्रति एक श्र(ांजलि है जिन्होंने 9/11 के हादसे में अपनी जानंे गंवाई, और जिन्होंने इस मैमोरियल को एक वास्तविकता में बदल दिया।’’
राइज़िंगः रीबिल्डिंग ग्राउंड ज़ीरो कार्यक्रम अमरीका में अंजाम दिए जाने वाले सबसे मुश्किल निर्माण कार्यों में से एक पर नजर डालता है। इस प्रयास में चार आसमान छूती इमारतें, एक परिवहन केन्द्र, एक संग्रहालय और एक मैमोरियल का निर्माण शामिल है और साथ ही मानव निर्मित एक सबसे बड़ा झरना भी है। इसी जगह पर और इसी समय इंजीनियरिंग से जुड़ी कुछ अभूतपूर्व चुनौतियां भी सामने आईं। राइज़िंगः रीबिल्डिंग ग्राउंड ज़ीरो कार्यक्रम में डिजाइन से लेकर सामग्री, मनोभावों और उदास हृदयों तक को दिखाने के साथ-साथ उस टीमवर्क और नई-नई खोजों को भी प्रस्तुत किया जा रहा है जो योजनाकारी, समयब( कार्यक्रम और संयोजन से जुड़ी एक विशालकाय परियोजना को मुमकिन बनाने से जुड़ी रही हैं। यह विशेष श्रृंखला लोअर मैनहैटन के उन नागरिकों के नजरिये से इस स्थान के पुर्नजन्म पर भी नजर डालती है जो 9/11 की विनाशकारी घटना में जीवित बच गए थे और जिन्होंने अपने इस इलाके का पिफर से निर्माण किया है।
एक सप्ताह तक चलने वाला ये विशेष कार्यक्रम डिस्कवरी चैनल पर सोमवार,
12 सितम्बर से शुरू होकर शनिवार, 17 सितम्बर को समाप्त होगा और इसे हर रात
9 बजे दिखाया जाएगा।
द राइजिं़गः रीबिल्डिंग ग्राउंड ज़ीरो कार्यक्रम में न्यूयाॅर्क के वल्र्ड ट्रेड सैंटर वाले स्थान ग्राउंड ज़ीरो के ऐतिहासिक पुर्ननिर्माण को दिखाया जा रहा है, डिस्कवरी चैनल की ये दिलकश श्रृंखला आम लोगों की बहादुरी से भरी एक दास्तान है, इनमें इंजीनियर, निर्माणकर्मी, नगर योजनाकार और वास्तुकार शामिल हैं। इन लोगों ने मनोभावों और उद्देश्य से सराबोर एक असाधारण यात्रा को अंजाम दिया। कामगारों के सामने बेहद मुश्किल समस्याएं आती रहीं। 9/11 की तबाही के बाद ट्विन टावर्स वाली जगह पर जब इन्होंने ऐतिहासिक पुर्ननिर्माण शुरू किया तो ये समस्याएं भावनाओं के स्तर पर भी थीं और विज्ञान के स्तर पर भी। ग्राउंड ज़ीरो का निर्माण समाज के विभिन्न वर्गों को आपस में जोड़ता है, इन लोगों में कामगार, परिवारों के बचे हुए सदस्य, चुने हुए अध्किारी और प्रथम प्रतिक्रिया देने वाले लोग शामिल हैं जिन्होंने एक त्रासदी के बाद दुनिया के एक महानतम शहर को पिफर से बहाल करने के लिए एक साथ मिलकर काम किया।
राइजिं़गः रीबिल्डिंग ग्राउंड ज़ीरो सचमुच इंसान और तकनीकी कामयाबियों की एक गजब की दास्तान है।
डिस्कवरी चैनल के बारे में
डिस्कवरी चैनल, डिस्कवरी कम्यूनिकेशन्स का प्रमुख नैटवर्क है, यह दुनिया में गैर-कथात्मक कार्यक्रमों की उच्चतम गुणवत्ता कायम रखने के लिए समर्पित है और टेलीविजन पर सबसे क्रियाशील नैटवर्कों में से एक बना हुआ है। डिस्कवरी चैनल का शुभारंभ 1985 में हुआ था और अब यह एशिया-पैसिपिफक में 17 करोड़ 70 लाख सबस्क्राइबरों तक पहुंचता है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर डिस्कवरी चैनल दुनिया के सबसे अध्कि वितरित होने वाले टेलीविजन ब्रैंडों में से एक है, यह 200 से अध्कि देशों में 42 भाषाओं में कुल मिलाकर 40 करोड़ 20 लाख सबस्क्राइबरों तक पहुंचता है। यह दर्शकों को अनेक विषयों पर उच्च गुणवत्ता वाले गैर-कथात्मक कार्यक्रम दिखाता है, इनमें प्रकृति, विज्ञान और टैक्नोलाॅजी, प्राचीन और समकालीन इतिहास, एडवैंचर, सांस्कृतिक और विषय आधरित वृतचित्रा शामिल हैं। और अधिक जानकारी के लिए देखें - www.discoverychannelasia.com

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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महेश भट्ट ने अपनी बेवफाई को स्वीकार किया इमोशनल अत्याचार सीजन-3

Posted on 07 July 2011 by admin

untitled-2इस सत्र में, जब संबंधों को एक भिन्न चरम पर परखा जा रहा है, शो इस बात पर बल दे रहा है कि युवा पीढ़ी में अपने प्यार के प्रति प्रतिबद्धता, विश्वास एवं इमानदारी में कमी आयी है।

इमोशनल अत्याचार 3 में इस सप्ताह के सेलिब्रिटी मेहमान कोई और नहीं अनोखे महेश भट्ट और उनके सुपर स्टार भतीजे इमरान हाशमी थे। दोनों मेहमान लीड के साथ बातचीत कर रहे थे और हमारे लवगुरु प्रवेश राणा को अपनी सलाह दे रहे थे। एपिसोड के शूट के दौरान प्रवेश राणा, जो महेश भट्ट के साथ बातचीत कर रहे थे ने उनसे एक व्यक्तिगत प्रश्न किया- क्या किसी ने कभी आपको धोखा दिया है? हैरान होने के बजाये अथवा प्रश्न को टालने के बजाये श्री भट्ट ने इस राष्ट्रीय प्रसारण में शांति पूर्वक कहा ‘‘किसी ने तो धोखा दिया है, लेकिन कौन कहता है कि मैं ने भी वफा किया है। ‘‘श्री भट्ट के इस स्पष्ट जबाब से प्रवेश हैरान रह गये और उनकी साफगोई से उन्होंने सबक लिया।

शायद आज की युवा पीढ़ी श्री भट्ट से यह सबक ले सके कि कोई व्यक्ति आपसी संबंधो में कितना स्पष्ट और ईमानदार हो सकता है और किसी को कोसने अथवा धोखा देने की आवश्यंकता नहीं है।

देखिये इमोशनल अत्याचार सीजन 3

8 जुलाई, शुक्रवार शाम 7.00 बजे यूटीवी बिन्दास पर
धोखेबाजों सावधान आपका दुःस्वप्न शुरु हो रहा है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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स्त्रियों व पुरुषों के बीच भारत का सबसे बड़ा युद्ध: `बिन्दास दादागीरी 4´

Posted on 20 January 2011 by admin

untitled-3जहां पर एक मात्र नियम है `लड़कियों को चित्त करो´ तथा `लड़कों को मारो´

एक साथ ढेर सारी चरचराहट……झटके… शक्ति…..वीरता और आह का दर्शन होने वाला है । सात सनसनाती सुन्दरियां बनाम सात जीवट मर्द - पसीने, रक्त और जोश के साथ एक दूसरे से मुकाबला करते नज़र आयेंगे। या तो मदोंZ की बिग्रेड जीतेगी अथवा सुन्दरियों की बटालियन विजयी होगी। यह मुकाबला पुरुषों और महिलाअों का है। मंगल (मार्स) बनाम शुक (वीनस) यूटीवी बिन्दास-दादागीरी 4।

यूटीवी बिन्दास प्रस्तुत कर रहा है भारत में जेण्डर पर आधारित सबसे बड़ा युद्ध, यानि लड़कों व लड़कियों के बीच का मुकाबला `दादागिरी 4´। जहांं पर दिया जाने वाला टास्क यह निर्धारित करेगा कि क्या वे एक दूसरे के विरुद्ध घातक आक्रमण करने में सफल हो पायेंगे या नहीं। इस जनवरी में प्रारंभ हो रहे इस मुकाबले में जहां पर लड़कियां लड़कों के साथ एक स्तर पर उतर कर जोरदार मुकाबला करेंगी, जहां पर उनका नारी होना सबसे बड़ा शत्रु बन कर उभरेगा। पिछले सत्र से पूर्णत: भिन्न इस वर्ष बिन्दास एक दूसरे से भिड़ने का अवसर प्रदान करेगा तथां प्रतिपक्षी द्वारा सबसे जंगली किस्म की चुनौती का सामना करने के लिये बाध्य कर देगा। ये दोनो टीमें एक दूसरे से अनेक प्रकार के टास्क में प्रतिस्पद्धाZ करने के लिये मैदान-ए-जंग में उतरेंगी, और पुराने व घिसे-पिटे रवायतों, भ्रान्तियों तथा सदियों पुरानी परंपरा को विध्वंस करती नज़र आयेंगी। यूटीवी बिन्दास इस बात को ले कर आश्वस्त है कि दादागीरी की यह नयी पेशकश उनकी खोजपरक प्रोग्रामिंग के ताज में एक और सम्मानजनक पंख का अलंकरण करने में सफल रहेगी तथा समूचे राष्ट्र को अपने टेलीविजन सेट के सम्मुख आनन्द एवं उत्साह के दिलफरेब माहौल में खो जाने के लिये विवश कर देगी। इस चौथे सत्र का शुभारंभ 15 जनवरी को होगा और दूसरा प्रसारण प्रत्येक शनिवार को सायं 7 बजे होगा, केवल यूटीवी बिन्दास पर।

यह रियलिटी शो प्रतिभागियों के न सिर्फ शारीरिक, बल्कि मानसिक चपलता एवं तेजी का भी परीक्षण करेगा। देखिये टीमों को टास्क पर परफॉर्म करते हुये, जिसके अन्तर्गत वे अपने कोहनी से एक गड्ढे को खोदते हुये दूसरे हाथ से एक  केकडे़ को पकड़ कर रखने जैसा

कार्य करेंगे तथा एक बकरी की आन्त से एक पांच रुपये का सिक्का निकालने के लिये बकरी के नेत्र गोलक को दबाने जैसा वीभत्स कार्य करेेंगे। दादागीरी 4 में एक नया टि्वस्ट भी होगा, जिसमें एक प्रतिशोध टास्क का प्रयोजन भी किया जा रहा है। जिसके तहत मुख्य टास्क जीतने वाली टीम अपने प्रतिपक्षी से बदला ले सकेगी।

डी4 के लॉन्च पर टिप्पणी करते हुये यूटीवी बिन्दास के बिजनेस हेड, श्री निखिल गांधी ने कहा कि “यूटीवी के अन्तर्गत हम अपने दर्शकोें को नवीनतम एवं अत्यन्त कल्पनातीत सामग्री पेश करने में विश्वास रखते हैं। दादागीरी के तीन सफल सत्र के उपरान्त हम लिंगों के युद्ध की नई थीम के साथ वापस आ रहे हैं। यह वार्ता का शतिब्दयों पुराना विषय रहा है और अब हम इसे परीक्षण के घरातल पर रखने जा रहे हैं। इस दिलचस्प परिकल्पना के साथ हमारा लक्ष्य घिसी-पिटी, परंपरागत तथा दकियानूसी प्रथा को समाप्त करना भी है तथा मानवीय स्वभाव के उन बेहतरीन लक्षणों को उजागर करना है जो हमारे द्वारा निर्धारित सजगतापूर्ण टास्क में सिन्नहित है। 3 सत्रों के बाद सत्र 4 में साजिश का माहौल काफी आला दर्जे का होगा और एक ऐसे प्रारुप की पेशकश करेगा, जिसमें महिलाओं का सशक्तीकरण प्रमुख मुद्दा होगा। हमें वास्तव में यह पूर्ण विश्वास है कि यह काल दोनों लिंगों को समय के घरातल पर तोलेगा और इस प्रकार हम दादागिरी 4 में स्त्रियों एवं पुरुषों के बीच ऐतिहासिक युद्ध के सृजन में सफल होंगे। अपनी सृजनात्मक सर्वोच्चता की पुनरावृत्ति करते हुये दादागीरी 4 भारत में लिंगों का सबसे बड़ा युद्ध साबित होगा तथा यह शो क्रमबद्ध रुप से शक्तिशाली होता चला जायेगा।´´

डी4 पर एक मेजबान के रुप में अपने प्रवेश के विषय में बोलते हुये बहुमुखी प्रतिभा संपन्न अमित टण्डन ने कहा कि, “यह एक ऐसा शो है जिसके पहले 3 सत्रों को लोगों ने खूब पसन्द किया तथा इसकी वापसी सेे वे बेहद उत्साहित हैं। डी4 इस बार और अधिक मुश्किल संघर्ष को पेश करेगा और दोनो लिंगों को आमने-सामने खड़ा करेगा। बिना किसी पक्ष की तरफदारी किये मैं दोनो पक्षों के बीच एक समर्थन-सेतु का काम करुंगा, जबकि वे उत्तेजक एवं जुनूनी टास्क के माध्यम से युद्ध एवं सर्वाइवल में संलग्न रहेंगे। एक ऐसे चैनल के साथ संबद्ध होना बहुत प्रसन्नतादायी ह,ै जो अपने दर्शकों के लिये ताजगी भरे कंटेंट को ले आने के लिये कृतसंकल्प रहता है। मैं लिंगों के बीच के इस युद्ध के लिये अपने आप को तैयार कर रहा हूं, जिसमें ये जवां मर्द और महिलायें एक दूसरे को या तो मार डालेंगे या खुद मर मिटेंगे।´´

अत: आप का रुझान किस पक्ष की तरफ है र्षोर्षो देखिये टीमों को अपनी कटारों के साथ जंग में उतरते हुये और मैदान-ए-जंग में गजब का उत्पात मचाते हुये, केवल दादागीरी 4में।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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खान फेस्टिवल, सिर्फ मैक्स पर

Posted on 09 November 2010 by admin

विद्रोही किस्म की उन हिन्दुस्तानी लड़कियों की टीम का कोच, जिन्हें हिन्दुस्तान की प्रतिष्ठा वापस लाने के लिये वल्र्ड कप में जीतना जरूरी था, आधुनिक समय का वह सीधा सादा पति जो अपनी पत्नी का प्यार जीतने के लिये किसी भी सीमा तक जाने को तैयार था और जिसने खुद को पूरी तरह बदल लेना उचित समझा, पुनर्जन्म लेकर अपने प्यार का बदला चुकाने वाला प्रेमी, प्यार जगा कर दिल जीत लेने वाला रोमियो– एक अभिनेता जिसने हर रोल को बखूबी जिया है, जो हिन्दी फिल्म जगत का बेजोड़ बादशाह है, उसी का नाम है, शाहरूख खान।
प्रमुख हिन्दी फिल्मों और विशेष इवेंट्स के चैनल मैक्स पर 15 नवंबर से एक फिल्म फेस्टिवल के अन्तर्गत बादशाह शाहरूख खान की उन फिल्मों का पुनरावलोकन प्रस्तुत किया जा रहा है जिन्होंन विविध भावनाओं को साक्षात किया है। इस फेस्टिवल का नाम है, `किंग खान´। इसमें शाहरूख की विविध विषयों वाली फिल्में शामिल की गई हैं जो त्योहारों के इस मौसम में पूरे परिवार के लिये स्वस्थ मनोरंजन का साधन रही है। फिल्में देखने के शौकीनों का मन मोह लेने वाली शाहरूख खान की ये फिल्में मैक्स पर सोमवार से गुरूवार तक रात 8.00 बजे से दिखाई जाएंगी।

मैक्स पर दिखाये जाने वाले इस खान फेस्टिवल में जो फिल्में शामिल की गई हैं, उनमें प्रमुख हैं, `रब ने बना दी जोड़ी´, रब ने बना दी जोड़ी ऐसे विवाह की कहानी है जिसमें पत्नी पति को नही चाहती लेकिन पति शाहरूख खान उसे धीरे धीरे प्यार की राह पर ले आता है। `दिल वाले दुल्हनिया ले जाएंगे´ असामान्य लोगों की असामान्य परिस्थितियों में परवान चढ़ी प्रेम कहानी है, `चक दे इण्डिया´ चक दे में शाहरूख ने हॉकी कोच की भूमिका बखूबी निभाई है, `ओम शान्ति ओम´ - ओम शान्ति ओम प्यार और पुनर्जन्म से सम्बंध रखती है। इनके अलावा भी जो फिल्में हैं सभी दशZकों को बांधे रखने वाली हैं।
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मैक्स पर, रात 8.00 बजे से, सोमवार से शुक्रवार 15 नवंबर से 25 नवंबर 2010

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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यूटीवी बिन्दास की नई पेशकश `द चेयर´,

Posted on 23 September 2010 by admin


जिसमें वास्तविक दुनिया जुडे़गी अलौकिक संसार से
परालौकिक संसार के रहस्यों को जानने के लिये तैयार हो जाइये

याद कीजिये उन एकान्तमय यात्राओं और अपने दोस्तों के साथ बिताए गए पलों को, जब बिस्तर में सिकुड़ते हुए और खुद को मोटे कंबल में लपेटकर आप एक-दूसरे से `प्रेतात्माओ´ं का सामना करने के किस्से सुनते थे
या उन रातों को याद कीजिये, जब आप सुनसान सड़क से गुजर रहे थे और आपको विश्वास था कि कोई डरावनी चीज आपका पीछा कर रही थी…

उस समय आपको कैसा महसूस हुआ थार्षोर्षो
भूतों, आत्माओं और अमानवीय शक्तियों की कहानियों ने हर पीढ़ी के लोगों को रोमांचित किया है।
परालौकिक शक्तियों का दूसरा नाम `डर´ है: एक ऐसा एहसास, जो आपके रोंगटे खड़े कर देता है…
जापानी में यूरेई, हिन्दी में भूत, वेल्श में जीनेवर और पुर्तगाली में फैंटसमास के नाम से विख्यात `मृत्यु उपरान्त जीवन´ की परिकल्पना पर पूरे विश्व के अधिकांश लोग विश्वास करते हैं और प्राय: इसका तात्पर्य बुरी शक्तियों से नहीं होता है…

स्नबादवूए 22 ैमचजमउइमत 2010: यूटीवी बिन्दास पेश करते हैं भारत का पहला हॉरर रियालिटी शो- `द चेयर´, जिसमें अवचेतन मस्तिष्क अमानवीय शक्ति से संपर्क साधकर स्तब्ध कर देने वाले अनुभवों को उजागर करेगा। इस शो की शुरूआत 12 सितम्बर से होने जा रही है। अपने प्रकार के इस पहले रियलिटी शो में 13 साहसी व्यक्ति अपने भय पर विजय प्राप्त करने के लिये भारत भर के भयावह स्थानों पर जाएंगे और मृत व्यक्तियों से संपर्क स्थापित करने का प्रयास करेंगे। युवाओं के लिये हमेशा नवीनतम विषय-वस्तु प्रस्तुत करने और रोमांचक मंच प्रदान करने के अपने प्रयास को जारी रखते हुए यूटीवी बिन्दास एक और सफल कार्यक्रम की शुरूआत करने जा रहा है, जो न केवल मनोरंजक होगा, बल्कि इस विषय से सम्बंधित रहस्यों को भी उजागर करेगा।

यूटीवी बिन्दास हर बार उन विश्वासों को चुनौती देने वाली नवीनतम विषय-वस्तु प्रस्तुत करने का प्रयास करता है, जिनके बारे में हम कोई प्रश्न नहीं उठाते हैं। `दूसरी दुनिया´ के कुछ रहस्यमय तथ्यों को उजागर करने पर आधारित `द चेयर´ में भाग लेने वाले व्यक्तियों को सम्मोहन द्वारा अवचेतन अवस्था में पहुंचाया जाएगा(ूपजी ीमसच वि ं तमदवूदमक ेचपतपजनंस ीमंसमतए ैूंजप च्तंोंीद्ध…अर्थात् सामान्य अवस्था से अलौकिक अवस्था में… जिसमें उनकी कुर्सी वास्तविक संसार और उसके पीछे छुपे परिदृश्य के बीच एक `मार्ग´ का कार्य करेगी। मृत व्यक्तियों के संसार के कुछ अनबूझे पहलूओं को उजागर करने वाली इस यात्रा को देखिये 12 सितम्बर से प्रत्येक रविवार शाम 7 बजे केवल यूटीवी बिन्दास पर!
`द चेयर´ की शुरू

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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