Posted on 19 February 2013 by admin
इलाहाबाद 18 फरवरी
कुम्भ मेला विगत दिनों हुई बारिस से कुंभ मेला क्षेत्र में हुए जल भराव के बाद मुख्य सचिव के निर्देश पर प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग डा0 रजनीष दुबे ने लोक निर्माण विभाग द्वारा कराये गये कार्याे की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बारिस के बाद क्षतिग्रस्त मार्गों को ठीक करने के लिए लोक निर्माण विभाग द्वारा कराये जा रहे कार्यों की गति को देखते हुए असंतोष जाहिर किया और संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर कार्य करने के निर्देष दिये। प्रमुख सचिव ने कुंभ मेला क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाये गये मार्ग, अक्षयवट, महाबीर मार्ग, काली सड़क, ओल्ड जी0टी0 मार्गो का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि बारिस की वजह से जगह-जगह पर चकर्ड प्लेटें धंस गयी है और नट-बोल्ट भी ढीले हो गये है, जिनको ठीक करने के लिए चकर्ड प्लेटों द्वारा पूरे कुंभ मेला क्षेत्र में बने 97 किमी0 लम्बे मार्ग को दो श्रेणी मेें बांटा गया है, अतिमहत्वपूर्ण मार्ग और महत्वपूर्ण मार्ग, जिसमें पाण्टून पुल भी शामिल है। अतिमहत्वपूर्ण मार्ग के अन्तर्गत अक्षयवट, त्रिवेणीमार्ग, काली मार्ग, संगम अपर, ओल्ड जी0टी0, संगम लोवर और मुक्ति मार्ग शामिल हैं जिनकी कुल लम्बाई लगभग 33 किमी0 है। इन्हें 48 घन्टे के भीतर ठीक कराने के निर्देष दिये गये हैं। शेष 64 किमी0 मार्ग को महत्वपूर्ण मार्ग की श्रेणी में रखा गया है जिनको 4 दिनों के भीतर ठीक करने के निर्देष दिये गये। इसके अलावा पाण्टून पुल पर लगी चकर्ड प्लेट और नट-बोल्ट को चेक कर आज रात 2 बजे तक रिपोर्ट देने का निर्देश लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं को दिया गया है।
प्रमुख सचिव ने बताया कि इन मार्गों को ठीक करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करने के निर्देष दिये गये हंै। उन्होंने यह भी बताया की कुंभ मेले में तैनात अवर अभियंता और सहायक अभियंता की संख्या बढ़ायी जायेगी और इनसे दो षिफ्टों में कार्य लिया जायेगा। इसी आधार पर श्रमिकों की संख्या भी बढ़ा कर दो षिफ्टों में कार्य कराया जायेगा। कुंभ मेला क्षेत्र की तरफ आने वाली सड़कों के किनारे जहां पर जल भराव की स्थिति है वहां पर बालू डालकर उन्हें सुखाया जायेगा जिसके लिए बालू की व्यवस्था करने के लिए संबन्धित को आवष्यक निर्देश दिया गया है।
प्रमुख सचिव ने बताया कि निर्देश के बाद यदि किसी प्रकार की कमी पायी जाती है तो उसके लिए अधिषासी अभियंता, अधीक्षण अभियंता और मुख्य अभियंता सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे, जिनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। संबन्धित अधिकारियों को प्रतिदिन हुए कार्यों की प्रगति आख्या शासन को उपलब्ध कराने के निर्देष दिये गये है। प्रमुख सचिव के साथ इलाहाबाद मण्डल के आयुक्त देवेश चतुर्वेदी भी निरीक्षण के दौरान थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 19 February 2013 by admin
इलाहाबाद 18 फरवरी
कुम्भ मेला क्षेत्र में रिक्शा चालकों एवं विक्रम चालकों की लाटरी निकल आयी है रेलवे स्टेशन सहित आदि स्टेशनों एवं बस अडडों पर जाने के लिए मन माफिक किराया ले रहे है। श्रद्वालु मजबूर वश उनके मांगे गये किराये पर ही संतुष्ट होकर जा रहे है। मेला क्षेत्र में आने या जाने के लिए जेब में खाने पाने के लिए पैसा भले न हो लेकिन किराया देने के लिए पैसा रखना जरूरी है। कब कौन रिक्शावाला या विक्रम वाला क्या किराया मांग बैठे यह कोई नही जानता। रिक्शा वाले मेला क्षेत्र से बाहर निकलने के लिए पचास से सौ रूपये तक मांग रहे है और मजबूरन श्रद्वालुओं को यह किराया देना पड रहा है। यदि आपकों इलाहाबाद रेलवे स्टेशन रामबाग रेलवे स्टेशन प्रयाग स्टेशन सिविल लाइन्स बस अडडा या अस्थायी रूप से बने बस अडडे पर जाना है तो रिक्शे वालों की चांदी ही चांदी है। ऐसे स्थानों पर जाने के लिए पूरा रिक्शा लेंगे तो ढाई सौ रूपये और प्रति सवारी डेढ सौ रूपये तक वसूले जा रहे है। उसके बाद रिक्शे वालों को नखर भी सहनेे पड रहे है। भीड या चढाई मिल गयी तो किराये बढाने के साथ साथ कुछ दूर पैदल भी चला दे रहे है। यही हाल विक्रम चालकों का है फिलहाल विक्रम चालक प्रति सवारी के हिसाब से नही चल है। अगर आपकों को कह जाना है तो पूरी विक्रम बुक कराना जरूरी है। दाम सुनकर होश उड जाते है लेकिन मजबूरी है कि विक्रम चालकों के अनुसार ही चलना पडेगा। पांच सौ से उनकी शुरूआत होती है चाहे रेलवे स्टेशन जाना हो या फिर आनन्द भवन या अन्य तीर्थस्थल हो।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 19 February 2013 by admin
इलाहाबाद 18 फरवरी
कुम्भ मेला क्षेत्र में अब भी कल्पवासी एवं श्रद्वालु संत महात्मा जलभराव, दुर्गन्ध और गन्दगी के ढेर से उठ रही दुर्गन्ध से श्रद्वालुओं का हाल बेहाल हो उठे है। जिम्मेदार पदों पर बैठे विभागीय अधिकारी महज बयानबाजी कर रहे है और मेला में हर तरफ दुव्र्यवस्था हावी है। कुम्भ नगरी में गत दिनों लगातार दो दिनों से हुई बरसात के बाद मेला क्षेत्र में हर तरफ गन्दगी ही गन्दगी का अम्बार देखने को मिल रहा है। जलभराव के चलते तम्बु मे रहने वाले श्रद्वालुओं के लिए आसान नही है। सडकों पर फैले कीचड और तम्बुओं के आसपास गडडों में भरे पानी में वाहन फंस जा रही है हर तरफ जैसे त्रिवेणी मार्ग काली सडक मोरी सडक हरिश्चद्र मार्ग नागबासु की मार्ग तुलसी मार्ग संगम लोवर मार्ग सहित मेला की अधिकांश सडकें बरसात में बह गयी है बडे बडे गडडे हो गया है। जो दुर्घटना को निमंत्रण दे रहे है। उबड खाबड सडकों को दुरूस्त करते करते मेला सम्पन्न हो जायेगा। बरसात ने अधिकारियों के दावों और इंतजामों के दावे की पोल खोल कर रख दी है। जल निकासी का इंतजाम न होने से अभी भी लोग मेला क्षेत्र मे गंदगी एवं जलभराव के बीच रहने के लिए विवश हुए जलभराव और सफाई का इंतजाम न होने से तम्बुओं में रहने वाले श्रद्वालुओं के लिए अत्यन्त परेशानी हो रही है। कई स्थानों पर बने मूत्रालय और शौचालयों आदि की सफाई न होने तथा गडडों में कई दिनों से भरे पानी से उठ रही दुर्गन्ध से लोगों का राह चलना दूभर हो गया है। जिसमें मेला क्षेत्र में हर तरफ दुव्र्यवस्था देखने को मिल रही है मेले में जलनिकासी और सफाई के पर्याप्त इंतजाम नही है। और यदि समय रहते अधिकारी न चेते तो मेला क्षेत्र में महामारी फैलने की आशंका है।
मेले में बारिश की बूंदों को अमृत मानकर है कल्पवासी कुम्भ नगरी में आज भी संगम नगरी में बंसत पंचमी के स्नान के बाद हुई बारिश के बाद जहां मेला क्षेत्र में आये श्रद्वालु एवं कल्पवासी दुव्र्यवस्थाओं से आजिज आकर मेला छोडने का फैसला किया वही पर कल्पवास को आये अधिकांश बुजुर्ग बरसात की बूंदों को अमृत मानते हुए अपने व्रत को आगे बढा रहे है। कुम्भ नगरी में तम्बुओं की नगरी में बरसात और हवा के तेज झोंको से बडी संख्या में तम्बु गिर गये थे। हर तरफ जल भराव की स्थिति बन गयी मेला में दुव्र्यवस्थाओं के बाद भी कल्पवासियों की आस्था कम नही हुई तथा पूरी श्रद्वा के साथ कल्पवासी भगवत भजन में जुटे हुए है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 18 February 2013 by admin
हर परिस्थिति को सहना ही कल्पवास का असली पुण्य -कल्पवासी।
गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में आस्था के संगम का अनूठा प्रमाण प्रस्तुत कर रहे हैं। संगम नगरी में कल्पवास कर रहे कल्पवासी बीते दिन हुयी बारिष के बावजूद कुंभ मेले में रूके है। बाहर से स्नान करने के लिए आने वाले श्रद्धालु स्नान करने के उपरान्त अपने गन्तव्य की तरफ प्रस्थान कर रहे हैं, लेकिन संगम नगरी में निवास करने वाले कल्पवासी अपने दृढ़ संकल्प को लेकर अडिग है जो किसी भी परिस्थिति का सामना कर अपने पूर्ण कल्पवास के लिए तैयार है।
वर्तमान में पूरे कुंभ मेला परिसर के विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 5 लाख कल्पवासी कल्पवास कर रहें है। जो हर हाल में अपना कल्पवास पूरा करने के बाद ही कुंभ मेले से प्रस्थान करेंगे। बारिष के बाद आज विभिन्न क्षेत्रों में ठहरे कल्पवासियों से बातचीत की गयी। सेक्टर नम्बर 10 में गंगा तट के पास कल्पवास करने वाले कल्पवासी कौषाम्बी जिले के पुरूषोत्तम दास केसरवानी बताते है कि वह अपनी पत्नी के साथ मकर संक्रान्ति से कल्पवास कर रहे है। अभी तक तो सब कुछ अच्छा था लेकिन कल से मौसम खराब होने की वजह से काफी दिक्कत हो रही है। हम लोग रात भर जागते रहे और तम्बू की बल्ली को पकड़ कर बैठे रहे ताकि तम्बू गिर न जाय। आगे बताते है कि इंद्र देव चाहे जितना हमें परेषान करें हम लोग कल्पवास छोड़कर नहीं जायेंगे। और जो होना होगा वो तो होकर ही रहेगा। वहीं कौड़ीहार बाजार के निवासी कपिल देव त्रिपाठी बीती रात की बारिष को कल्पवास की कठिन अग्नि परीक्षा मानते है। उनका मानना है कि गंगा मईया कल्पवासियों की परीक्षा ले रही है। उन्होंने कहा कि इस परीक्षा में जो पास होगा वहीं पुण्य का भागी होगा, इसलिए ज्यादातर कल्पवासी अपना कल्पवास पूरा कर के ही जायेंगे।
सेक्टर 4 में कल्पवास कर रहे चण्डीगढ़ के रहने वाले मंगत राम कहते है कि इलाहाबाद में लगने वाले कुंभ का महत्व ही कुछ और है। उन्होंने कहा कि पूर्ण कल्पवास करने वाले को ही मोक्ष की प्रप्ति होती है। हम कल्पवास पूरा करके ही जायेंगे। राजस्थान के रहने वाले मनोज सिंह ने कहा कि यह सच है कि प्राकृतिक आपदा के आगे किसी का बस नहीं चलता है लेकिन इसका मतलब यह नही है कि कल्पवास को बीच में ही छोड़ दिया जाय। कुंभ मेला प्रषासन की तरफ से भी कल्पवासियों के लिए मेला क्षेत्र में पानी, बिजली एवं साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था बारिष होने के बाद तेजी से सुनिष्चित की जा रही है। कोई कल्पवासी पलायन नहीं कर रहा है।
कल्पवासी गंगा मईया की गोद में मरते दम तक रहने के लिए तैयार है। संगम नगरी में तमाम ऐसे भी कल्पवासी है जिनके घर का रास्ता कुंभ मेला से महज 10 मिनट का है लेकिन कल्पवास का पुण्य लाभ कमाने के लिए पुण्यमासी तक कल्पवास करने के लिए दृढ़ संकल्पित है। इलाहाबाद जिले के ही कल्पवासी कमलेष तिवारी कहते है कि कुंभ मेला हर साल लगे तो भी मैं कल्पवास करता लेकिन ऐसी पावन घड़ी 12 साल बाद आयेगी। मैं कल्पवास पूर्ण करके ही जाऊंगा। इसी तरह इलाहाबाद के कल्पवासी पंकज उपाध्याय, हरिषंकर सिंह और भी ऐसे कल्पवासी है जो हर परिस्थिति का सामना करते हुए कल्पवास पूरा करना चाहते है।
कल्पवासियों की गंगा माँ के प्रति आस्था, कल्पवास पूरा करने का दृढ़ संकल्प और पुण्य लाभ कमाने की इच्छा शाक्ति अडिग है, जिसे कल्पवासी हर हाल में पूरा करना चाहते हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 16 February 2013 by admin
आज़म खाॅं सख्त नाराज़, प्रधान मंत्री को लिखा पत्र
इलाहाबाद में चल रहे कुम्भ के दौरान आज शाही स्नान के दिन बी.एस.एफ. के एक उच्च अधिकारी द्वारा उच्च न्यायालय के आदेशों व अन्य नियमों का उल्लंघन किये जाने पर प्रदेश के नगर विकास मंत्री मोहम्मद आज़म खाॅं ने कड़े शब्दों में आपत्ति जताते हुए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है।
प्रधानमंत्री को सम्बोधित अपने पत्र श्री आज़म खाॅं ने लिखा है कि उच्च न्यायालय ने निर्देंश दिये हैं कि शाही स्नान के दिन या विशेष मौकों पर कोई वी.आई.पी. मेला परिसर तथा स्नान स्थल पर नहीं जायेंगे और न ही उनके वाहन जायेंगे। लेकिन आज शाही स्नान के दिन प्रातःकाल बी.एस.एफ. के एक उच्च अधिकारी द्वारा उच्च न्यायालय के इस आदेश का उल्लंघन किया गया और उत्तर प्रदेश सरकार को एक नयी परेशानी का सामना करने के लिए विवश किया गया। इतना बड़ा अधिकारी अपने रूतबे और पद का दुरूपयोग करेगा तो क्या स्थिति उत्पन्न होगी, इसका अंदाज़ा लगाया जा सकता है। रेलवे स्टेशन पर हुयी दुर्घटना के बाद यह दूसरी घटना है जिसके फलस्वरूप मेला प्रशासन व प्रदेश सरकार को अप्रिय हालात का सामना करना पड़ा है।
अपने पत्र में श्री आज़म खाॅं ने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि वह तत्काल इलेक्ट्राॅनिक मीडिया अथवा जो भी माध्यम वह उचित समझें उसके ज़रिये यह संदेश देने का कष्ट करें कि मेला परिसर में वी.आई.पी.,वी.वी.आई.पी., नेतागण, पूॅजीपति, कार्पोरेट जगत के लोग, अधिकारी व ब्यूरोके्रट सभी उच्च न्यायालय के आदेशों का पालन करें और कुम्भ मेला परिसर व स्नान स्थलों पर प्रदेश सरकार को सुचारू व्यवस्था बनाये रखने में सहयोग दें।
श्री खाॅं ने लिखा है कि कुम्भ मेले में बहुत बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए आते हैं, जिनके लिए सुचारू व्यवस्था करना, स्नान कराना और हिफ़ाजत के साथ उन्हें वापस लौटाना एक बहुत बड़ी चुनौती है। विगत 10 फरवरी को इलाहाबाद स्टेशन पर हुयी अप्रिय घटना का जि़क्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस घटना ने प्रदेश सरकार की सारी मेहनत पर पानी फेर दिया है। इसलिए यह बहुत ही ज़रूरी है कि कुम्भ के सिलसिले में उच्च न्यायालय के आदेशों व अन्य प्रचलित नियमों का अक्षरशः पालन सुनिश्चित कराया जाये।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 12 February 2013 by admin
महाकुम्भ (मौनी अमावस्या) के पर्व पर अत्यधिक संख्या में श्रद्धालु विभिन्न साधनों से इलाहाबाद आगमन किये और स्नान के पश्चात् श्रद्धालुगण वापस जाने के लिये ट्रेन पकड़ने के लिये रेलवे स्टेशन इलाहाबाद जंक्शन पर पहंुचने लगे जिससे इलाहाबाद जंक्शन पर अत्यधिक भीड़ हो गयी। जिसके कारण हुई भगदड़ में 36 श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गयी तथा 39 श्रद्धालु घायल हो गये हैं। 39 घायलों में से 03 की हालत गम्भीर है। घायलों में 30 का एस0आर0एन0 (मेडिकल कालेज) में, 05 का तेज बहादुर सप्रू अस्पताल में, 02 का मोतीलाल नेहरू अस्पताल (काल्विन) में तथा 02 का रेलवे अस्पताल में उपचार चल रहा है ।
36 मृतकों में अभी तक 20 की पहचान हो सकी है। 16 मृतकों की पहचान अभी तक नहीं हो पायी है ।
घटना के सही कारणों की जानकारी हेतु उ0प्र0 शासन द्वारा दिनांक 10-02-13 को अध्यक्ष राजस्व परिषद, उ0प्र0 को जाॅच अधिकारी नामित कर दिया गया है ।
शिनाख्त हुए मृतक श्रद्धालुओं के नाम
1-श्री अरविन्द कुमार तिवारी उम्र 75 वर्ष पुत्र स्व0 एस0के0 तिवारी निवासी न्यू कालोनी इटावा उ0प्र0
2-श्रीमती आशा देवी उम्र 40 वर्ष पत्नी श्री अनिल तिवारी निवासी एलआईसी 86 छिन्दवा आरा बिहार
3-श्रीमती बबिता गुप्ता उम्र 40 वर्ष पत्नी श्री सुभाष चन्द गुप्ता नि0 370/71 गुरूरामदास दिल्ली
4-श्रीमती बिल्लो उम्र 50 वर्ष पत्नी श्री सुभाष निवासी धारीपुर जौनपुर
5-श्रीमती चन्द्रा बाई उम्र 55 वर्ष पत्नी श्री कृष्णा सिंह निवासी दही महोठा, पन्ना म0प्र0
6-श्री चैथी लाल मीना उम्र 45 वर्ष पुत्र श्री सुखराम मीना नि0 दौसा राजस्थान
7-श्रीमती इन्द्रसोनी उम्र 60 वर्ष पत्नी श्री गोफतेसवारी राव नि0 एलआईसी 86 छिदवा आरा बिहार
8-श्रीमती कांता बाई उम्र 65 वर्ष पत्नी श्री गोपीनाथ सांवरे नि0 संजयनगर लाइन नं0 2 औरंगाबाद महाराष्ट्र
9-श्रीमती किरन बाला उम्र 55 वर्ष पत्नी श्री हरेन्द्र कौर निवासी राजा गार्डेन कपूरथला रोड जालंधर पंजाब
10-श्रीमती मालतीदेवी उम्र 60 वर्ष पत्नी श्री बृजराज सिंह निवासी बामचक गाजीपुर उ0प्र0
11-कु0 मुस्कान उम्र 8 वर्ष पुत्री श्री बेदीलाल निवासी हरदी फुकरी मडरवा जबलपुर म0प्र0
12-श्री नत्थूलाल त्रिवेदी उम्र 72 वर्ष पुत्र श्रीराम त्रिवेदी निवासी आशानगर थाना कोतवाली हरदोई उ0प्र0
13-श्रीमती फूलादेवी उम्र 40 वर्ष पत्नी श्री सेवाराम निवासी कुशियारी सिहोरा जबलपुर म0प्र0
14-श्री रामबोध उम्र 58 वर्ष पुत्र श्री मोहन निवासी म0नं0 6 शालीमार दिल्ली
15-श्री राम कैलाश श्रीवास्तव उम्र 35 वर्ष पुत्र श्री गया प्रसाद श्रीवास्तव निवासी मोहदीनगर थाना हथिगवाॅ जनपद प्रतापगढ़
16-श्रीमती राम सहदेवी उम्र 35 वर्ष पत्नी श्री जितेन्द्र सिंह चैहान निवासी गली0 नं0 भिण्ड म0प्र0
17-श्रीमती संध्या शुक्ला उम्र 46 वर्ष पत्नी श्री आर0के0 शुक्ला निवासी 180 शिवकटरा हरजेन्दरनगर थाना चकेरी जनपद कानपुर नगर
18-श्रीमती शिवकुमारी उम्र 45 वर्ष पत्नी श्री रमेश सिंह निवासी कृष्णानगर आरा बिहार
19-श्रीमती उर्मिला देवी उम्र 70 वर्ष पत्नी श्री छोटे लाल निवासी रामबे बक्सर बिहार
20-श्रीमती बिपता बाई उम्र 60 वर्ष पत्नी श्री रेवा प्रसाद निवासी मझोला वार्ड नं0 7 जबलपुर म0प्र0 ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 12 February 2013 by admin
- श्रद्धालुओं को सुरक्षित उनके गन्तव्य तक पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने किया समुचित इंतजाम
- हादसे की जांच के लिए अध्यक्ष, राजस्व परिषद की अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन
उत्तर प्रदेश सरकार ने इलाहाबाद जंक्शन रेलवे स्टेशन पर रविवार की शाम को हुए हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उत्तर प्रदेश के पंचायतीराज मंत्री श्री बलराम यादव ने आज इलाहाबाद में एक पत्रकार वार्ता में कहा कि इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर जो घटना घटी वह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। लोग संगम पर स्नान कर मोक्ष की कामना के साथ महाकुंभ में आए थे, लेकिन हादसे में उनकी दुःखद मौत हो गई। श्रद्धालुओं की मौत पर हमें गहरा दःुख है। हादसे में घायल हुए लोगों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराना प्रदेश सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित वापस उनके गंतव्य तक भेजने के लिए राज्य सरकार सभी समुचित इंतजाम कर रही है। सरकार ने पूरे प्रदेश से बसें मंगाकर श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य भेजना शुरू कर दिया है।
श्री बलराम यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के निर्देश पर वह और परिवहन मंत्री श्री दुर्गा प्रसाद यादव, मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी, पुलिस महानिदेशक श्री अंबरीश चन्द्र शर्मा के साथ इलाहाबाद आए हैं। उन्होंने कहा कि मौनी अमावस्या के मौके पर अनुमान से ज्यादा भीड़ जुटने की वजह से हादसा हुआ। हादसे की जांच के लिए अध्यक्ष, राजस्व परिषद की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है। जांच कमेटी को एक महीने के अंदर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कि जांच में जो भी लोग दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
श्री बलराम यादव ने कहा कि जांच कमेटी को यह पता लगाने के निर्देश दिए गए हैं कि हादसा क्यों हुआ, हादसे की वजह क्या है और इसके लिए कौन-कौन से लोग जिम्मेदार हैं। जांच कमेटी को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए वह सुझाव भी दे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार मृतकों के परिजनों और घायलों को आर्थिक मदद देने का काम प्रशासन ने शुरू कर दिया है।
मुख्य सचिव ने बताया कि इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर हादसे में रविवार की शाम कुल 36 लोगों की मौत हुई है। जिसमें 7 पुरुष और 29 महिलाएं (एक बच्ची) शामिल है। उन्होंने बताया कि हादसे में 39 लोग घायल हुए, जिसमें 3 लोगों की हालत अत्यंत गंभीर है। स्वरूपरानी अस्पताल में 33, जे.एन. सप्रू अस्पताल में 5 और मोतीलाल नेहरू अस्पताल में एक घायल को भर्ती कराया गया है। मुख्य सचिव ने बताया कि 24 शव स्वरूपरानी अस्पताल पहुंच चुके हैं। 14 शवों की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है। 22 शवों का पोस्टमॉर्टम कराया जा चुका है। 19 लोगों के शवों को उनके निवास भेजा चुका है।
श्री उस्मानी ने हादसे पर गहरी संवेदना जताते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के हर शख्स को श्रद्धालुओं की मौत पर गहरा दुख है। हमें श्रद्धालुओं की मौत का दिल से गम है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने महाकुंभ मेले में अच्छी व्यवस्थाएं और सुरक्षा के समुचित प्रबंध किए हैं। लेकिन इतना बड़ा हादसा होने का मतलब है कि कहीं न कहीं चूक जरूर हुई है। अगर सारी व्यवस्थाएं ठीक ढंग से क्रियान्वित होती तो इतनी बड़ी दुर्घटना नहीं होती। उन्होंने कहा कि आम आदमी से लेकर साधु-संतों और महंतों ने मेले में किए गए इंतजामों पर खुशी जताई थी। मेले में की गई व्यवस्थाओं से सभी लोग पूरी तरह संतुष्ट थे।
मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देश पर प्रशासन रेलवे के साथ बेहतर तालमेल बिठाकर काम कर रहा था। दुर्घटना का कारण क्या था, रेलिंग का टूटना या फिर भारी भीड़…, इसकी विस्तृत जानकारी जांच कमेटी की रिपोर्ट मिलने के बाद ही पता चल सकेगी। उन्होंने बताया कि आगामी 15 फरवरी को बसंत पंचमी के पावन अवसर पर महाकुंभ में होने वाले स्नान के लिए श्रद्धालुओं को पूरी सुरक्षा उपलब्ध कराई जाएगी।
पुलिस महानिदेशक श्री अंबरीश चन्द्र शर्मा ने बताया कि मौनी अमावस्या के मौके पर मेला क्षेत्र में हुई 2 लोगों की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए अलग से एक जांच कमेटी बनाई जाएगी। जांच रिपोर्ट मिलने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
पत्रकार वार्ता में उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक श्री आलोक जौहरी और रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी श्री देवी प्रसाद पांडेय भी मौजूद थे। श्री जौहरी ने बताया कि मौनी अमावस्या के मौके पर रेलवे ने जितने श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद की थी उससे कहीं बहुत ज्यादा श्रद्धालु आए। रेलवे ने श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए जो प्रबंध किए थे वो कम पड़ गए।
इससे पहले मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक ने इलाहाबाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक, चार, प्लेटफार्म नंबर छः और फुट ओवर ब्रिज पर जाकर रेलवे अधिकारियों के साथ मौका-मुआयना किया और हादसे के बारे में जानकारी ली। मुख्य सचिव और डीजीपी ने रेलवे कंट्रोल रूम का भी निरीक्षण किया। मुख्य सचिव और डीजीपी ने इलाहाबाद पहुंचने के तुरंत बाद पुलिस लाइन्स के सभागार में प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियो के साथ बैठक कर घटना की विस्तार से जानकारी प्राप्त की।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 12 February 2013 by admin
मुख्यमंत्री को भेजा त्याग पत्र
उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री तथा कुम्भ मेला समिति के अध्यक्ष श्री मोहम्मद आज़म खाॅं ने इलाहाबाद रेलवे जक्शन पर हुए हादसे में श्रद्धालुओं की आकस्मिक मौत से आहत होते हुए तथा इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए कुम्भ मेले के अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे दिया है।
मुख्यमंत्री को भेजे गये अपने त्याग पत्र में श्री आज़म खाॅं ने कहा है कि महाकुम्भ स्नान और मेले का पूरी नेक नियती, मेहनत, ईमानदारी एवं लगन से अपने दायित्वों का ठीक उसी प्रकार से निर्वहन किया जैसे तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री मुलायम सिंह यादव ने अर्द्ध कुम्भ के मौके पर जिम्मेदारियां दी थीं तथा अर्द्ध कुम्भ सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ था। उन्होंने यह भी लिखा है कि यह मेरा दुर्भाग्य है कि तमाम कोशिशों के बावजूद एक ऐसी अनहोनी हुई जिसके लिए शायद कोई तैयार नहीं था। तीन करोड़ से ज्यादा लोगों ने स्नान किया और बहुत इत्मीनान से किया तथा इसमें सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का सहयोग रहा।
श्री आज़म खां ने आगे लिखा है कि पहले तो एक चैनल द्वारा मेला परिसर में भगदड़ की पट्टी चलायी गयी जो सिरे से गलत था। दो लोगों की नाले में गिरने की वजह से, जिसका कुछ भी कारण हो सकता है, मौत हो गयी लेकिन स्नान आस्थापूर्वक शालीनता के साथ व्यवस्थित रूप से जारी रहा। उन्होंने कहा है कि सब कुछ सकुशल निपट जाने के बाद इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर एक नाखुशगवार वाकया पेश आया जिसे हम खुली तौर पर रेल विभाग की उदासीनता ही नहीं बल्कि अनदेखी कह सकते हैं। हादसा कभी कहकर नहीं होता, इसलिए ह़ादसों का इंतेजाम पहले से किया जाता है, क्योंकि कि यह का रेलवे स्टेशन मेला परिसर और स्नान स्थल से बहुत दूर है तथा तकनीकी तौर पर मुझे उसकी जिम्मेदारी भी हासिल नहीं थी।
उन्होंने अपने त्याग पत्र में यह भी लिखा है कि इस हादसे ने मुझे बहुत आहत किया है और सभी धर्मों का खुले मन से आदर और सम्मान करते हुए तथा हमेशा अपने बारे विपरीत टिप्पणियों को सहते हुए भी कभी मेरे कदम अपनी जिम्मेदारियों के रास्ते से नहीं डिगे लेकिन कहीं न कहीं खुद मेरा जमीर मुझसे सवाल कर रहा है कि मुझे इस बारे में क्या जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने कहा है कि जब भी देश भर में इंसानियत को नुकसान हुआ है, चाहे उसके कारण कुछ भी रहे हों, मैंने उससे इत्तेफाक नहीं किया है और आज भी चाहे यह कुदरत की ओर ही इम्तेहान क्यों न हो, इसे मैं अपनी अखलाकी जिम्मेदारी समझते हुए कुम्भ मेले के अध्यक्ष की जिम्मेदारियों को त्याग करते हुए त्याग पत्र दे रहा हूॅं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 11 February 2013 by admin
ऽ विदेषी पर्यटक भी आयुर्वेद चिकित्सा के प्रति हो रहे आकर्षित।
कुंभ मेला में राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय द्वारा अब तक मेला क्षेत्र के विभिन्न सेक्टरों में स्थापित 11 चिकित्सालयों के माध्यम से कुल दो लाख से अधिक मरीजों का उपचार किया जा चुका है। यह जानकारी डा0 मनोज कुमार द्विवेदी नोडल अधिकारी/क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी इलाहाबाद ने देते हुए बताया कि अस्पताल में एक इनडोर भी है जिसके द्वारा बाहर के रोगियों को इनडोर की सुविधा दी जाती है एवं आयुर्वेद चिकित्सा के माध्यम से निःषुल्क दवाइयां उपलब्ध करायी जाती है। चिकित्सालय श्रद्धालुओं, कल्पवासियों एवं स्नानार्थियों के लिए 24 घन्टे खुला रहता है। किसी को असुविधा होने पर डा0 अवधेष मिश्रा, प्रभारी अधिकारी आयुर्वेद मो0 09412970180 एवं डा0 मनोज कुमार द्विवेदी नोडल अधिकारी आयुर्वेद मो0 09415392183 पर सम्पर्क कर सकते है। कुंभ मेले में 33 चिकित्सा अधिकारी लगाये गये हैं जो आने वाले मरीजों का 24 घंटे उचित देखभाल कर दवाईया वितरित करते है। उन्होंने बताया कि मेले में खांसी, स्वास, जोड़ो की गठिया, पेट के मरीज, स्किन के मरीज, भूख न लगना, हाजमा सही न होना, ज्यादा आ रहे है। मुख्य रूप से खांसी, स्वास, गठिया के मरीज ज्यादा है जिनकी समुचित देखभाल कर दवाईयां उपलब्ध करायी जा रही है।
प्रषासनिक षिविर आयुर्वेद एवं राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय सेक्टर नम्बर 2 काली मार्ग परेड ग्राउन्ड में स्थापित है। जिसमें मरीजों के उपचार हेतु 4 शायिकाओ की व्यवस्था है। इसके अलावा अन्तर्विभाग, वाह्य कक्ष, बहिरंग विभाग, औषधि वितरण कक्ष, फार्मेसिस्ट की भी व्यवस्था है। श्री द्विवेदी ने बताया कि देष के लोगों के अलावा विदेषी लोग भी अब आयुर्वेद के प्रति जागरूक हो रहे है। उन्होंने बताया कि इसका ताजा उदाहरण सेक्टर 11 में स्लोवेनिया देष के विदेषी पर्यटकों ने चिकित्सालय में आकर आयुर्वेद पद्धति, दवाइयां, और औषधियों आदि की जानकारी ली और दी जा रही सेवाओं के प्रति प्रसंसा व्यक्त की। उन्होंने बताया कि उ0प्र0 षासन की तरफ से पर्याप्त बजट उपलब्ध कराया गया है पूरा मेला क्षेत्र में कहीं पर भी औषधियों की कोई कमी नहीं है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 10 February 2013 by admin