Posted on 05 January 2013 by admin
उत्तर प्रदेश सरकार ने कुम्भ मेला-2013 के आयोजन के लिये शासन द्वारा स्वीकृत की जाने वाली धनराशि की उपयोगिता अवधि बढ़ा दी है।
यह जानकारी विशेष सचिव नगर विकास श्री श्रीप्रकाश सिंह ने दी है। उन्होंने बताया कि कुम्भ मेला क्षेत्र के भीतर पड़ने वाले कार्यों की उपयोगिता समयावधि 31 दिसम्बर, 2012 से बढ़ाकर 15 जनवरी, 2013 कर दी गयी है। इसी प्रकार मेला क्षेत्र के बाहर इलाहाबाद शहर के निर्माण कार्यों की समयावधि भी बढ़ाकर 31 जनवरी, 2013 कर दी गयी है। इस आशय का निर्देश मेलाधिकारी कुम्भ मेला इलाहाबाद को भेज दिया गया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 04 January 2013 by admin
इलाहाबाद कुम्भ-2013 के दौरान गंगा नदी को स्वच्छ व निर्मल बनाये रखने की अपनी प्रतिबद्धता के मद्देनजर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 149 एम.एल.डी. शोधन क्षमता के चार नये सीवेज ट्रीटमेन्ट प्लाण्ट के निर्माण की व्यवस्था की गयी है। साथ ही नैनी स्थित पुराने सीवेज ट्रीटमेन्ट प्लाण्ट की क्षमता में 20 एम.एल.डी. की अतिरिक्त वृद्धि किये जाने की व्यवस्था की गयी है।
इन कार्यों के अतिरिक्त जल निगम द्वारा पांच नये सीवेज पम्पिंग स्टेशनों के निर्माण के साथ ही चार पुराने सीवेज पम्पिंग स्टेशनों का पुनरोद्धार किये जाने की व्यवस्था है। जे.एन.एन.यू.आर.एम. तथा नेशनल गंगा नदी रीवर बेसिन अथाॅरिटी के तहत छूटे हुये नालों के शोधन हेतु बायो-रेमेडिएशन तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है। कुम्भ मेला क्षेत्र में गंगा नदी के किनारे चार स्थाई घाटों का प्रबन्ध किया गया है।
मेला एरिया में श्रद्धालुओं व पर्यटकों को बेहतर सुविधायें उपलब्ध कराने के लिये वर्ष 2012-13 में कुल 76 परियोजनाओं पर कार्य शुरू हुआ। इनमें से 32 परियोजनायें लोक निर्माण विभाग, 8 परियोजनायें नगर निगम, इलाहाबाद, 8 परियोजनायें नगर पंचायत झूंसी, 07 परियोजनायें उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम, एक परियोजना वन विभाग, 02 परियोजनायें गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई, एक परियोजना सिंचाई विभाग, 05 परियोजनायें इलाहाबाद विकास प्राधिकरण, 10 परियोजनायें दुग्ध संघ और 02 परियोजनायें पर्यटन विभाग से संबंधित हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 04 January 2013 by admin
उत्तर प्रदेश सरकार ने कुम्भ मेले में पर्यटन विभाग को प्रचार-प्रसार के कार्यों हेतु 20 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत करते हुये इसे अवमुक्त कर दिया है।
यह जानकारी नगर विकास विभाग के विशेष सचिव श्रीप्रकाश सिंह ने आज यहां दी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 01 January 2013 by admin
कुम्भ मेला क्षेत्र में इस बार लगभग 40 मेगावाट विद्युत भार आयेगा। मेला क्षेत्र में अबाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये 770 कि0मी0 लम्बाई की अस्थाई विद्युत लाइनें बिछाने की व्यवस्था की गयी है जबकि 2001 के कुम्भ में 565 कि0मी0 व 2007 के अर्द्ध-कुम्भ में 665 कि0मी0 लम्बाई की अस्थाई विद्युत लाइनें बिछायी गयी थीं। मेला क्षेत्र के लिये इस बार 22000 अस्थाई स्ट्रीट लाइट्स स्वीकृत की गयी हैं। इसके विपरीत वर्ष 2001 में 16865 व वर्ष 2007 में 18000 स्ट्रीट लाइट्स स्वीकृत की गयी थीं। इस बार कुम्भ में 1,30,000 निजी विद्युत कनेक्शन दिया जाना अनुमानित है, वहीं वर्ष 2001 में 69489 व वर्ष 2007 में 94000 निजी विद्युत कनेक्शन दिये गये थे। विद्युत आपूर्ति की निरन्तर उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये इस बार कुम्भ क्षेत्र में विभिन्न श्रेणी के 73 विद्युत उपकेन्द्र सक्रिय रहेंगे जबकि वर्ष 2001 में 49 व 2007 में 62 केन्द्र सक्रिय थे।
इसी प्रकार मेला क्षेत्र में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध कराने के लिये 14 एलोपैथिक अस्पताल कायम किये जाने की व्यवस्था की गयी है जिसमें 370 बेड उपलब्ध होंगे। मेला एरिया में स्वच्छता के मद्देनज़र विशिष्ट शिविरों हेतु 35,000 शौचालयों की स्थापना अनुमानित है। वर्ष 2001 व 2007 में इन शौचालयों की संख्या क्रमशः 20481 व 17000 थी। सार्वजनिक शौचालयों के तहत दस-दस सीट वाले 340 सुलभ काॅम्प्लेक्स मेला क्षेत्र में उपलबध होंगे। वर्ष 2001 व 2007 इस प्रकार के शौचालय की संख्या क्रमशः 20 व 105 थी। साथ ही लगभग 1000 गैर पराम्परागत शौचालयों की भी व्यवस्था की गयी है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 31 December 2012 by admin
उत्तर प्रदेष सरकार ने कुम्भ मेला में कल्पवासियों, साधु-संतों एवं तीर्थ यात्रियों के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से खाद्यान्न वितरण के लिए 16,200 मी0 टन0 गेहूॅं तथा 9600 मी0 टन0 चावल का आवंटन किया है। इसके अलावा 6000 मी0 टन0 चीनी, 13,200 किलो लीटर मिट्टी का तेल तथा 400 कि0ली0 दुग्ध का आवंटन किया है।
खाद्यान्न वितरण के लिए मेला क्षेत्र में 125 सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानें तथा दुग्ध वितरण हेतु 150 दुग्ध वितरण की दुकानें स्थापित की गयी हैं। अब तक लगभग 2,00,000 राषन कार्ड जारी किए गये हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 31 December 2012 by admin
इलाहाबाद में आयोजित हो रहे कुम्भ में लाखों की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों को बेहतर आवागमन की सुविधायें उपलब्ध कराने के उद्देष्य से मेला क्षेत्र में 156.20 किमी लम्बाई की अस्थाई सड़कंे व 18 पाॅन्टून पुल होंगे। वर्ष 2001 में हुए कुम्भ में 96.40 कि.मी. लम्बाई की अस्थाई सड़कों व 13 पाॅन्टून पुलों का निर्माण किया गया था, जबकि वर्ष 2007 में हुए अर्द्धकुम्भ में 116.50 कि. मी. लम्बाई की अस्थाई सड़के व 14 पाॅन्टून पुल बनाये गये थे।
इसी प्रकार इस कुम्भ के दौरान मेला क्षेत्र में लगभग 80,000 किलो लीटर पेयजल की आपूर्ति की जायेगी, जबकि वर्ष 2001 व वर्ष 2007 में यह मात्रा क्रमषः 56000 कि. ली. व 76,000 कि. ली. रही। पेयजल की आपूर्ति के लिए मेला क्षेत्र में 40 नलकूप संचालित होंगे, जबकि 2001 में 28 व 2007 में 38 नलकूप सक्रिय किये गये थे। इस बार 05 ओवर हेड टैकों की व्यवस्था की गयी है। वर्ष 2001 व 2007 में इनकी संख्या दो-दो थीं। जलापूर्ति के लिए इस बार मेला क्षेत्र में 550 कि. मी. लम्बाई की अस्थाई पाइप लाइन बिछाने की व्यवस्था की गयी है। इसके विपरीत वर्ष 2001 में 340 कि. मी. व 2007 में 458 कि. मी. लम्बाई की अस्थाई पाइप लाइनें बिछायीं गयी थीं। मेला क्षेत्र में इस बार 20,000 जल कनेक्षन दिये जाने का अनुमान है। वर्ष 2001 में 15430 व वर्ष 2007 में 18523 जल कनेक्षन दिये गये थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 30 December 2012 by admin
- मेला क्षेत्र का फैलाव 1936.56 हेक्टेयर में
- 30 पुलिस थानों व 12461राज्य पुलिस कर्मियों की व्यवस्था
इस बार इलाहाबाद में हो रहे कुम्भ मेले का फैलाव 1936.56 हेक्टेयर क्षेत्र में रहेगा जबकि 2001 में हुए कुम्भ व 2007 के अर्धकुम्भ में यह फैलाव क्रमशः 1495.31 एवं 1613.80 हेक्टेयर था। कुम्भ मेला क्षेत्र को 14 सेक्टरों में बांटा गया है। इसके विपरीत 2001 के कुम्भ व 2007 के अर्धकुम्भ के दौरान 11-11 सेक्टर बनाए गए थे। भारी संख्या में श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आने की संभावना के मद्देनजर इस बार 99 पार्किंग स्थल बनाये गए हैं जबकि 2001 में 35 एवं 2007 में 44 पार्किंग स्थल बनाए गए थे।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश के नगर विकास मंत्री मोहम्मद आजम खां ने कहा कि मेला क्षेत्र में शांति-व्यवस्था बनाये रखने व तीर्थ यात्रियों की सहायता के लिए 30 पुलिस थाने स्थापित किये गए हैं और 12,461 राज्य पुलिस कर्मियों के तैनाती की व्यवस्था की गयी है। इसके मुकाबले 2001 व 2007 में क्रमशः 28-28 थाने कायम किये गए थे और 9965 व 10913 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था। उन्होंने ने बताया कि बाढ़ कंपनी सहित पीएसी की 46 कम्पनियाँ और आरएएफ समेत केन्द्रीय अर्ध सैनिक बल की 40 कम्पनियाँ मेला एरिया में कार्यरत रहेंगी। उन्होंने कहा कि 2001 व 2007 में पीएसी की क्रमशः 35 एवं 45 तथा केन्द्रीय अर्ध सैनिक बल की क्रमशः 7 एवं 40 कम्पनियाँ तैनात की गयी थी।
श्री खां ने कहा की 2001 में कुम्भ मेला क्षेत्र में कोई भी सीसीटीवी कैमरा नहीं लगाया गया था जबकि मेले की गतिविधियों पर पैनी नजर रखने के लिए 2007 में 19 कैमरे लगाये गए और इस बार 85 कैमरे कार्यरत रहेंगे। कुम्भ मेले में पहली बार 30 वैरिएबुल साइनेज बोर्ड लगाये जा रहे हैं। उन्होंने ने कहा कि आग लगने की संभावित घटनाओं पर तुरंत काबू पाने के लिए इस बार मेला एरिया में 30 फायर स्टेशन स्थापित किये जा रहे हैं। इसके विपरीत 2001 व 2007 में 28-28 फायर स्टेशन बनाए गए थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 28 December 2012 by admin
चुनिन्दा स्थलों पर 1000 मोबाइल शौचालयों की व्यवस्था
एल.ई.डी. स्क्रीन पर रास़्ता भूल जाने वालों के चित्र दिखाए जायेंगे
आगामी 14 जनवरी से इलाहाबाद के संगम तट पर शुरू होने वाले कुम्भ मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं व पर्यटकों की सुविधा के लिए उत्तर प्रदेष सरकार द्वारा कुछ अभिनव व्यवस्थायें की गयी हैं। यह जानकारी देते हुए प्रदेष के नगर विकास मंत्री मोहम्मद आज़म खाँ ने बताया कि इस मेला क्षेत्र के महत्वपूर्ण स्थलों पर एल0 ई0 डी0 स्क्रीन लगाये जायेंगे। इस स्क्रीन पर न केवल मेले में भटक जाने वालों या रास्ता भूल जाने वालों के चित्र दिखायें जायेंगे, बल्कि जन सुविधा से संबंधित महत्वपूर्ण सूचनाओं व जनहित से संबंधित शासकीय योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जायेगा।
नगर विकास मंत्री ने बताया इस बार मेला क्षेत्र को स्वच्छ व प्रदूषण मुक्त बनाये रखने के लिए पाॅलीथीन उत्पादों से बने कैरी बैग आदि के प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया। साथ ही श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये गंगा नदी के दोनों तटों पर चुने हुए स्थानों पर 1000 गै़र-परम्परागत मोबाइल शौचालय बनाये जाने की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने कहा कि कुम्भ के दौरान गंगा नदी के प्रवाह को भरपूर व निर्मल बनाये रखने के लिए पर्याप्त जल की उपलब्धता सुनिष्चित की गयी है।
श्री आज़म खाँ ने बताया कि पहली बार सुरक्षा एवं जन सुविधा से जुड़े समतुल्य शासकीय विभागों की सेक्टरों में समूहवार स्थापना की जायेगी। साथ ही श्रद्धालुओं को आवष्यक वस्तुओं की त्वरित उपलब्धता सुनिष्चित करने के लिए प्रत्येक सेक्टर में ‘सेक्टर मार्केट’ की व्यवस्थाा की जा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्य मार्गो पर आकर्षक साइनेजेज लगाये जायेंगे तथा प्रमुख संस्थाओं को मानचित्र पर प्रदर्षित किया जायेगा। साथ ही मेले के दौरान आवंटित की जाने वाली सभी सुविधाओं को आॅनलाइन किया जायेगा तथा मेला क्षेत्र की बसावट को जी0 पी0 एस0 तकनीक से जोड़ा जोयगा। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद आने वाले सभी राष्ट्रीय राजमार्गों के चयनित स्थलों पर एम्बुलेंस व के्रन की सुविधा की भी पहली बार उपलब्धता रहेगी। साथ ही इलाहाबाद आने वाले प्रमुख राजमार्गों तथा मेला क्षेत्र में इलेक्ट्रानिक वैरियेबुल मेसेज साइन बोर्डों की स्थापना की जा रही है।
नगर विकास मंत्री ने कहा कि इस बार कुम्भ मेले की सभी व्यवस्थाओं को पूरी तरह से चुस्त-दुरूस्त बनाये रखने के हर संभव प्रयास किये जायेंगे। साथ ही इस महत्वपूर्ण अवसर से जुड़े सभी लोगों की धार्मिक भावनाओं को पूरा-पूरा सम्मान दिया जायेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com