Posted on 21 April 2011 by admin
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत 90 करोड़ से अधिक धनराशि व्यय कर जिला ग्राम्य विकास अभिकरण (डीआरडीए) खुद की अपनी पीठ थपथपा रहा है। इसकी तह में जाएं तो कड़वी सच्चाई का पता चलता है। नतीजतन 33 हजार लाभार्थियों में महज 29 ऐसे सौभाग्यशाली अति गरीब हैं जिन्हें इस योजना का लाभ मिला है। यह वह लाभार्थी हैं जो इंदिरा आवासों में रहते हैं।
मनरेगा योजना की सबसे बड़ी मंशा यही थी कि गांव के गरीब परिवारों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने में सहयोग किया जा सके। इसके लिए श्रम शक्ति के बदले उन्हें अच्छी मजदूरी देकर शहरों की तरफ उनका पलायन रोका जाना था। योजना के तहत फैजाबाद में भी अब तक हजारों बीपीएल परिवारों को लाभांवित करने की बात कही जा रही है लेकिन हकीकत कुछ और ही है। डीआरडीए द्वारा संचालित इंदिरा आवास योजना के तहत बीते तीन वर्षो में 11 हजार से अधिक बीपीएल परिवारों को आवासीय सुविधा मुहैया कराई गई है। इसके अलावा वित्तीय वर्ष 2010-11 में ही तीन हजार 669 बीपीएल परिवारों को इंदिरा आवास आवंटित किए गए हैं। इन हजारों परिवारों में से तीन दर्जन परिवारों को भी मनरेगा में शामिल नहीं किया गया। इतना ही नहीं विभाग के पास यह सूची भी नहीं है कि इंदिरा आवास के लाभार्थियों में से कितनों को मनरेगा के तहत लाभ दिया गया? वहीं मनरेगा की वेबसाइट हकीकत से पर्दा उठाती है।
वेबसाइट में वित्तीय वर्ष 2010-11 के दौरान उत्पन्न रोजगार की टेबल के 11वें खाने में उन परिवारों की संख्या दर्ज की गई है जो इंदिरा आवास योजना और भूमि सुधार योजना के लाभार्थी हैं और उन्हें रोजगार मुहैया कराया गया है। सूची साफ करती है कि मयाबाजार, मिल्कीपुर, पूराबाजार और रुदौली विकासखंड में एक भी इंदिरा आवास धारक को रोजगार नहीं मुहैया कराया गया। हालांकि परियोजना निदेशक अजय प्रकाश कहते हैं कि योजना के तहत काम करने के इच्छुक परिवारों को रोजगार उपलब्ध कराने में कोई कोताही नहीं बरती जाती।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 12 April 2011 by admin
शहीदों के विचारों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने की अलख जगाने की योजना अशफाक उल्ला खां मेमोरियल शहीद शोध संस्थान ने बनाई है। संस्थान के प्रबंध निदेशक सूर्यकांत पांडेय ने बताया कि जिले के पांच अलग-अलग स्थानों पर गोष्ठियों का आयोजन माह के दूसरे पखवारे में किया जाएगा। गोष्ठियां शहीदों के जीवन एवं विचार पर आधारित होंगी। श्जरा याद करो कुर्बानीश् विषय पर आधारित गोष्ठियों को संबोधित करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिलब्ध लोगों को बुलाया जाएगा। अशफाक उल्लाह मेमोरियल शहीद शोध संस्थान विगत 12 वर्षों से काकोरी के शहीदों पर विभिन्न कार्यक्रम कर रहा है। संस्थान के प्रबंध निदेशक का कहना है कि यह अभियान शहीदों के विचारों को नई पीढ़ी से जोड़ने का एक माध्यम है। श्री पांडेय के अनुसार गोष्ठी में युवाओं की भागीदारी निश्चित करने के लिए संस्थान पांच टोलियां बनाएगा। यह टोलियां गोष्ठियों के प्रस्तावित स्थान फैजाबाद शहर, अयोध्या शहर, पूराबाजार एवं सोहावल विकास खंड में सघन जनसंपर्क करेंगी तथा कार्यक्रम में युवाओं की सहभागिता निर्धारित करेंगी। गोष्ठी में काकोरी के शहीद रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां, रोशन सिंह, राजेंद्र लाहिणी एवं अमर शहीद भगत सिंह के पत्रों का सारांश एवं जीवन परिचय फोल्डर के रूप में वितरित किया जाएगा। साथ ही इन शहीदों के चित्र कैलेंडर के रूप में बांटे जाएंगे
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 04 April 2011 by admin
जिलाधिकारी एमपी अग्रवाल ने राजकीय निर्माण निगम के अधिशासी अभियंता के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखने का निर्देश दिया है। वह बैठकों में लगातार अनुपस्थित चल रहे थे। अधिशासी अभियंता रविवार को आयोजित मासिक समीक्षा बैठक में भी अनुपस्थित थे। बैठक में जिलाधिकारी ने 25 से 31 मार्च की अवधि में लाभार्थीपरक योजनाओं के तहत लाभार्थियों को धनराशि का आहरण नहीं करने वाले बैंकों के विरुद्ध भी कार्यवाही करने के आदेश दिए। कलेक्ट्रेट स्थित सभाकक्ष में जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री के जनपद भ्रमण के दौरान बताई गई खामियों के अनुपालन की विस्तार से समीक्षा की तथा आवश्यक दिशा-निर्देश संबंधित विभागों एवं कार्यदायी संस्थाओं को दिए। मुख्य विकास अधिकारी ब्रह्मानंद के साथ नवीन प्राथमिकता वाले 28 बिंदुओं की समीक्षा के तहत विभिन्न योजनाओं के तहत कराए जाने वाले कार्यो की शासन से प्राप्त मानकों के अनुसार पांच हजार से अधिक आबादी वाले चालू वित्तीय वर्ष के 16 डॉ. अंबेडकर ग्रामों में कार्ययोजनाओं को तैयार कर आवश्यक कार्य आदेश दिए हैं। जिलाधिकारी अग्रवाल द्वारा कांशीराम शहरी गरीब आवास योजना की समीक्षा के दौरान जनपद के रामघाट स्थित आवासों में सीसी रोड तथा आवश्यक दिशा-निर्देशों के अनुसार अवधि निर्धारित करते हुए कार्य कराने के आदेश विकास प्राधिकरण तथा जल निगम को दिए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 19 October 2010 by admin
तीसरे चरण के चुनावी दंगल में जिला पंचायत सदस्य पद के लिए कई सूरमा अपनों से ही घिरे नज़र आ रहे हैं। ऐसे में वे प्रतिद्वन्द्वियों को पटकनी देने का दांव लगाने से पहले ही मुकाबला कर रहे हैं। जीत-हार जिसकी भी हो लेकिन इस चुनाव में कई चर्चित चेहरों की साख दांव पर है। कारण इस पद के लिए कई दलों के पदाधिकारी या उनके परिवारीजन मैदान में हैं। कतिपय उम्मीदवार जिला पंचायत का चुनाव जीतने के बाद अध्यक्ष पद की दावेदारी की होड़ में शामिल बताये जा रहे हैं। बाहुबली व दागी छवि के लोगों के चुनाव से जुड़े होने के कारण अनहोनी की आशंका भी कम नहीं है। तीसरे चरण के तहत आगामी 20 अक्टूबर को मया, पूरा व मसौधा ब्लाक क्षेत्रों में मतदान होगा। इन क्षेत्रों में विभिन्न पदों के लिए चुनाव प्रचार सवाब पर है। सबस ज्यादा जंग जिला पंचायत सदस्य पद को लेकर है। आरक्षित सीटों पर चुनाव संग्राम कुछ नम है तो सामान्य सीटों पर सभी प्रत्याशी ऐनकेन प्रकारेण बाजी मारने की फिराक में हैं। मया ब्लाक क्षेत्र के सभी जिला पंचायत सदस्य पद पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित हो गये हैं। इस कारण इन सीटों पर उतना घमासान नहीं है। वहीं पूरा ब्लाक में स्थिति उलट है। यहां पूरा प्रथम क्षेत्र से बसपा नेता विकास सिंह की पत्नी अंजू सिंह चुनाव मैदान में हैं। उनके लिए विधायक जितेन्द्र सिंह बब्लू, एमएलसी मनोज सिंह गुìू के अलावा इन्द्र प्रताप तिवारी खब्बू व पार्टी के अन्य पदाधिकारियों द्वारा पुरजोर कोशिश की जा रही है। विकास सिंह विधायक बंधु के जहां काफी करीबी हैं वहीं उनके समर्थन में पार्टी कार्यकर्ता लगे हैं। इसी क्षेत्र से सपा प्रत्याशी के रूप में दीपू सिंह की मां चुनाव मैदान में हैं। उनके समर्थन में सपा के पदाधिकारी लगे हैं। कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में प्रधान संघ के अध्यक्ष अनिल तिवारी की पत्नी भी चुनाव लड़ रही हैं जिनकी मदद में सांसद निर्मल खत्री व अन्य पार्टी नेताओं की टीम लगी है।
पूरा द्वितीय क्षेत्र अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होने के कारण वहां से सभी दलों ने अपने-अपने प्रत्याशी उतारे हैं। तृतीय क्षेत्र से बसपा नेता व जिला पंचायत सदस्य करुणाकर पाण्डेय चुनाव मैदान में हैं। उनके लिए अयोध्या के राजसदन से लेकर व्यापारी नेता तक आगे आये हैं। क्षेत्र में उन्हें व्यापक जनसमर्थन भी मिल रहा है। वहीं दो बार जिला पंचायत सदस्य रह चुके एकादशी सिंह का चुनाव क्षेत्र इस बार आरक्षित हो जाने से वह भी इसी क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। उनकी लोकिप्रयता व सक्रियता से अन्य दलों के प्रत्याशी भौचक हैं। इसी क्षेत्र से सपा ने लìू लाल यादव को चुनाव मैदान में उतारा है जिनकी मदद के लिए सपाई कुनबा लगा है।
मसौधा प्रथम क्षेत्र में जिला पंचायत चुनाव का असली घमासान नज़र आ रहा है। इस क्षेत्र से वर्तमान जिला पंचायत सदस्य के पति गिरीश पाण्डेय उर्फ डिप्पुल चुनाव लड़ रहे हैं। उनकी मदद में समाजवादी पार्टी पूरी दमखम से लगी है। गौरतलब है कि डिप्पुल लगभग चार महीने तक जेल में निरुद्ध रहे, बीती 14 अक्टूबर को वह जमानत पर रिहा होने के बाद चुनाव मैदान में डटे हैं। इसी क्षेत्र से सहकारी बैंक के सभापति व बसपा नेता बलराम मौर्य की मां पार्वती मौर्या भी चुनाव लड़ रही हैं। पार्वती देवी को बसपा के वरिष्ठ नेता परमदेव यादव की पत्नी कमला देवी से ही मुकाबला करना पड़ रहा है। दोनों के चुनाव मैदान में होने से बसपाई खेमा बंटा नज़र आ रहा है। इसी क्षेत्र से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष स्व. अखण्ड प्रताप सिंह के पुत्र अमन प्रताप सिंह व साकेत के पूर्व प्राचार्य डा. एचबी सिंह के पुत्र राना रोहित सिंह चुनाव लड़ रहे हैं। इन दोनों प्रत्याशियों ने प्रचार की मुहिम में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।
मसौधा द्वितीय क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य चन्द्रभान सिंह की मां रालोद प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रही हैं। वहीं जिला पंचायत सदस्य कुलभूषण सिंह राजू की पत्नी तथा इन्दर वर्मा की पत्नी और सपा से रमापति यादव की पत्नी चुनाव मैदान में हैं। मसौधा तृतीय क्षेत्र से बसपा से हरीराम रावत व अमरेन्द्र प्रताप सिंह बाबू भाजपा से इन्द्रभान सिंह व अरविन्द सिंह चुनाव में अपनी ताकत दिखा रहे हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 25 September 2010 by admin
किसानों से खरीदे जाने वाले धान का चावल (सीएमआर) और राइस मिलर्स से सरकार को चावल के रूप में मिलने वाली लेवी अब सीधे भारतीय खाद्य निगम के गोदामों में जायेगी। यह व्यवस्था धान खरीद के नये सीजन में लागू कर दी गई है। बकाया लेवी के लिए भी यही व्यवस्था प्रभावी है। नयी व्यवस्था के कारण राइस मिलर्स की मुश्किलें बढ़ सकती हैं जिसका असर धान खरीद पर भी पड़ सकता है।
धान खरीद के लिए इस बार सेंट्रल पूल की व्यवस्था लागू होने से क्रय नीति में दो अहम परिवर्तन हुए हैं। पहला लेवी व सीएमआर चावल की डिलीवरी एफसीआई के गोदामों में होगी। दूसरा राइस मिलर्स का भुगतान संभागीय वित्त एवं लेखा कार्यालय के बजाय एफसीआई द्वारा किया जायेगा। वहीं राइस मिलर्स को संभागीय खाद्य नियन्त्रक कार्यालय में शुल्क जमा कर रजिस्ट्रेशन भी कराना होगा।
गत वर्ष चावल का भण्डारण खाद्य एवं विपणन विभाग के नियन्त्रण में था। उसे विभाग द्वारा राज्य भण्डारण निगम व निजी गोदामों में भण्डारित किया जाता था। वहीं राइस मिलर्स का भुगतान एसआरएओ के कार्यालय से होता था। इस बार राइस मिलर्स का बिल बनाकर विपणन निरीक्षक सीधे भारतीय खाद्य निगम को भेजेगा जहां से भुगतान किया जायेगा। जानकारों का कहना है कि यह व्यवस्था लागू होने से राइस मिलर्स की मुश्किलें बढ़ जायेंगी। कारण चावल की गुणवत्ता व अन्य पहलू आड़े आएंगे। संभागीय खाद्य एवं विपणन अधिकारी डा. सुधाकर मिश्र ने बताया कि वर्तमान में मण्डल की राइस मिलों पर 55 हजार मीट्रिक टन चावल लेवी के रूप में बकाया है। इसकी रिकवरी नये सीजन में होने की उम्मीद है जो सीधे एफसीआई को देय होगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 25 September 2010 by admin
रौजागांव चीनी मिल ने क्रय केन्द्र रामपुर जनक के ग्राम नौरोजपुर बघेड़ी में —षक रामनरेश पुत्र ठाकुर बक्श के खेत पर शरदकालीन गन्ना बुआई का शुभारम्भ मन्त्रोच्चारण के साथ प्रारंभ किया। बुआई के समय उपस्थित क्षेत्र के गणमान्य —षकों को सम्बोधित करते हुए चीनी मिल के वरिष्ठ महाप्रबंधक (गन्ना) बीके यादव के बताया कि —षक भाई शरदकालीन गन्ना बुवाई के अन्तर्गत अधिक से अधिक क्षेत्रफल में गन्ने की बुवाई करें। उन्होंने उपस्थिति —षकों को आश्वस्त किया कि गन्ना आपूर्ति में किसी प्रकार की कठिनाई नहीं उत्पन्न होगी। चीनी मिल गन्ना मूल्य का भुगतान समय से एवं नियमानुसार करने हेतु कटिबद्ध है।
चीनी मिल ने आईवीआरएस के माध्यम से —षकों के गन्ना क्षेत्रपुल, सट्टा, गन्ना मूलय भुगतान आदि की जानकारी मोबाइल नम्बर - 8953003451 एवं 8953003452 पर भी उपलब्ध करा दी है। —षक किसी भी समय उपरोक्त नम्बर डायल कर वांछित सूचना प्राप्त कर सकते है। इसके साथ ही साथ —षकों द्वारा उपलब्ध कराये जा रहे नम्बरों पर —षकों को पर्ची, गन्ना तौल वजन एवं गन्ना मूल्य भुगतान की भी जानकारी एसएमएस के माध्यम से —षकों के नम्बर उपलब्ध होती रहेगी। चीनी मिल के वरिष्ठ महाप्रबंधक (वाणिज्य) मधुकर मिश्रा ने शरदकालीन गन्ना बुवाई हेतु को.शा. 8436, को.शा. 8432, को.शा., 767 एवं को.से. 98231 आदि प्रजातियों की बुवाई को अधिक उपयुक्त बताया। उन्होंने —षकों को अवगत कराया कि को.श. 8102 की बुवाई कदापि न करें क्योंकि इस प्रजाति के गन्ने में लाल सड़न रोग का भयंकर रूप से प्रकोप हो गया है तथा जिन —षकों ने इस प्रजाति के गन्ना बुवाई किया है उनका प्लाट सूख रहा है। इस मौके पर चीनी मिल के वरिष्ठ गन्ना प्रबंधक शैलेन्द्र कुमार मिश्र उप गन्ना प्रबंधक दिनेश सिंह, उप गन्ना प्रबंधक शशिकान्त दुबे, गन्ना पर्यवेक्षक गंगासागर, त्रिभुवन यादव, मथुरा यादव, रामनरायन यादव आदि भसी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 25 September 2010 by admin
फैजाबाद, किसानों से खरीदे जाने वाले धान का चावल (सीएमआर) और राइस मिलर्स से सरकार को चावल के रूप में मिलने वाली लेवी अब सीधे भारतीय खाद्य निगम के गोदामों में जायेगी। यह व्यवस्था धान खरीद के नये सीजन में लागू कर दी गई है। बकाया लेवी के लिए भी यही व्यवस्था प्रभावी है। नयी व्यवस्था के कारण राइस मिलर्स की मुश्किलें बढ़ सकती हैं जिसका असर धान खरीद पर भी पड़ सकता है।
धान खरीद के लिए इस बार सेंट्रल पूल की व्यवस्था लागू होने से क्रय नीति में दो अहम परिवर्तन हुए हैं। पहला लेवी व सीएमआर चावल की डिलीवरी एफसीआई के गोदामों में होगी। दूसरा राइस मिलर्स का भुगतान संभागीय वित्त एवं लेखा कार्यालय के बजाय एफसीआई द्वारा किया जायेगा। वहीं राइस मिलर्स को संभागीय खाद्य नियन्त्रक कार्यालय में शुल्क जमा कर रजिस्ट्रेशन भी कराना होगा।
गत वर्ष चावल का भण्डारण खाद्य एवं विपणन विभाग के नियन्त्रण में था। उसे विभाग द्वारा राज्य भण्डारण निगम व निजी गोदामों में भण्डारित किया जाता था। वहीं राइस मिलर्स का भुगतान एसआरएओ के कार्यालय से होता था। इस बार राइस मिलर्स का बिल बनाकर विपणन निरीक्षक सीधे भारतीय खाद्य निगम को भेजेगा जहां से भुगतान किया जायेगा। जानकारों का कहना है कि यह व्यवस्था लागू होने से राइस मिलर्स की मुश्किलें बढ़ जायेंगी। कारण चावल की गुणवत्ता व अन्य पहलू आड़े आएंगे। संभागीय खाद्य एवं विपणन अधिकारी डा. सुधाकर मिश्र ने बताया कि वर्तमान में मण्डल की राइस मिलों पर 55 हजार मीट्रिक टन चावल लेवी के रूप में बकाया है। इसकी रिकवरी नये सीजन में होने की उम्मीद है जो सीधे एफसीआई को देय होगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 25 September 2010 by admin
, रौजागांव चीनी मिल ने क्रय केन्द्र रामपुर जनक के ग्राम नौरोजपुर बघेड़ी में —षक रामनरेश पुत्र ठाकुर बक्श के खेत पर शरदकालीन गन्ना बुआई का शुभारम्भ मन्त्रोच्चारण के साथ प्रारंभ किया। बुआई के समय उपस्थित क्षेत्र के गणमान्य —षकों को सम्बोधित करते हुए चीनी मिल के वरिष्ठ महाप्रबंधक (गन्ना) बीके यादव के बताया कि —षक भाई शरदकालीन गन्ना बुवाई के अन्तर्गत अधिक से अधिक क्षेत्रफल में गन्ने की बुवाई करें। उन्होंने उपस्थिति —षकों को आश्वस्त किया कि गन्ना आपूर्ति में किसी प्रकार की कठिनाई नहीं उत्पन्न होगी। चीनी मिल गन्ना मूल्य का भुगतान समय से एवं नियमानुसार करने हेतु कटिबद्ध है।
चीनी मिल ने आईवीआरएस के माध्यम से —षकों के गन्ना क्षेत्रपुल, सट्टा, गन्ना मूलय भुगतान आदि की जानकारी मोबाइल नम्बर - 8953003451 एवं 8953003452 पर भी उपलब्ध करा दी है। —षक किसी भी समय उपरोक्त नम्बर डायल कर वांछित सूचना प्राप्त कर सकते है। इसके साथ ही साथ —षकों द्वारा उपलब्ध कराये जा रहे नम्बरों पर —षकों को पर्ची, गन्ना तौल वजन एवं गन्ना मूल्य भुगतान की भी जानकारी एसएमएस के माध्यम से —षकों के नम्बर उपलब्ध होती रहेगी। चीनी मिल के वरिष्ठ महाप्रबंधक (वाणिज्य) मधुकर मिश्रा ने शरदकालीन गन्ना बुवाई हेतु को.शा. 8436, को.शा. 8432, को.शा., 767 एवं को.से. 98231 आदि प्रजातियों की बुवाई को अधिक उपयुक्त बताया। उन्होंने —षकों को अवगत कराया कि को.श. 8102 की बुवाई कदापि न करें क्योंकि इस प्रजाति के गन्ने में लाल सड़न रोग का भयंकर रूप से प्रकोप हो गया है तथा जिन —षकों ने इस प्रजाति के गन्ना बुवाई किया है उनका प्लाट सूख रहा है। इस मौके पर चीनी मिल के वरिष्ठ गन्ना प्रबंधक शैलेन्द्र कुमार मिश्र उप गन्ना प्रबंधक दिनेश सिंह, उप गन्ना प्रबंधक शशिकान्त दुबे, गन्ना पर्यवेक्षक गंगासागर, त्रिभुवन यादव, मथुरा यादव, रामनरायन यादव आदि भसी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 23 September 2010 by admin
फैजाबाद,अयोध्या विवाद पर न्यायालय के फैसले की तिथि 24 सितम्बर को अयोध्या में बाहरी लोग नहीं रह सकेंगे। इस दिन नगर में चार पहिया वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। मीडिया से जुड़े वाहन भी नगर के तीनों प्रवेश द्वारों नयाघाट, बंधा तिराहा व टेढ़ीबाजार से आगे नहीं बढ़ सकेंगे। शान्ति व्यवस्था बनाये रखने के लिए दोनों समुदायों के आधा दर्जन नेताओं पर खास निगाह रखी जा रही है। इन नेताओं के पल-पल की गतिविधियों को लेकर खुफिया संगठन सक्रिय हैं।
इस दिन अधिग्रहीत परिसर जाने वाले प्रत्येक मार्ग पर हजारों सशस्त्र सुरक्षाकर्मियों की तैनाती होगी। परिसर के अन्दर चारों ओर बुलेटप्रूफ वाहनों पर सवार कमाण्डो दस्ते भ्रमण करते रहेंगे। परिसर की बाहरी दीवार से सटे अन्दर व बाहर चारों ओर अत्याधुनिक शस्त्रों से लैस सुरक्षाकर्मी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार होंगे। कमाण्डो दस्ता पलक झपकते ही प्रतिकूल परिस्थितियों ने निपटने के लिए तैयार होगा। अयोध्या के डेढ़ दर्जन प्रवेश द्वारों से प्रवेश करने वाला कोई भी व्यक्ति बगैर चेकिंग के नगर में प्रवेश नहीं कर सकेगा। शक होने पर उसको नगर में प्रवेश का ठोस कारण भी बताना पड़ेगा। समूह में अनावश्यक घूमने वाले, नारा लगाने वाले अथवा उत्तेजक भाषण देने वालों को पुलिस के वाहनों में लादकर सीधे हवालात में डाल दिया जायेगा। विहिप के शीर्ष नेताओं की अयोध्या में गैर मौजूदगी को लेकर प्रशासन राहत महसूस कर रहा है। योजना के अमली जामा पहनाने के लिए पुलिस उप महानिरीक्षक राजेश कुमार राय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरकेएस राठौर, यलो जाने प्रभारी पुलिस अधिकारी गुलाब सिंह, पुलिस अधीक्षक नगर अनिल कुमार राय व पुलिस क्षेत्राधिकारी ने कई चक्र मीटिंग के बाद रणनीति बनायी है।
पुलिस क्षेत्राधिकारी अयोध्या राकेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि हर अयोध्या वासी को सुरक्षा प्रदान करना हमारा कर्तव्य है। इस –ष्टि से अयोध्या की सुरक्षा में करीब 20 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किये गये हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 23 September 2010 by admin
जिले की शान्ति एवं सुरक्षा व्यवस्था में कोई चूक न रह जाय, इसके लिए अनुभवी लोगों की सेवाएं भी ली जा रही हैं। इसी कड़ी में पूर्व में फैजाबाद व करीबी जिलों में तैनात रहे पुलिस एवं खुफिया विभाग के अधिकारियों की तैनाती खासतौर पर करायी गई है। जिला प्रशासन के आग्रह पर शासन ने काफी भरोसे के साथ यह कदम उठाया है। अब तक आधा दर्जन से अधिक राजपत्रित अधिकारी यहां अपनी आमद दर्ज करा चुके हैं जबकि अन्य कर्मचारियों की संख्या दर्जनों में है। इसके अलावा अयोध्या-फैजाबाद शहरों में तैनात रहे आधा दर्जन निरीक्षकों व दो दर्जन से अधिक उपनिरीक्षकों को विभिन्न जिलों व शाखाओं से यहां तैनात किया गया है। सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इन अधिकारियों, कर्मचारियों की तैनाती उन्हीं क्षेत्रों में की जा रही है जिसके बारे में उन्हें बखूबी जानकारी हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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