तीसरे चरण के चुनावी दंगल में जिला पंचायत सदस्य पद के लिए कई सूरमा अपनों से ही घिरे नज़र आ रहे हैं। ऐसे में वे प्रतिद्वन्द्वियों को पटकनी देने का दांव लगाने से पहले ही मुकाबला कर रहे हैं। जीत-हार जिसकी भी हो लेकिन इस चुनाव में कई चर्चित चेहरों की साख दांव पर है। कारण इस पद के लिए कई दलों के पदाधिकारी या उनके परिवारीजन मैदान में हैं। कतिपय उम्मीदवार जिला पंचायत का चुनाव जीतने के बाद अध्यक्ष पद की दावेदारी की होड़ में शामिल बताये जा रहे हैं। बाहुबली व दागी छवि के लोगों के चुनाव से जुड़े होने के कारण अनहोनी की आशंका भी कम नहीं है। तीसरे चरण के तहत आगामी 20 अक्टूबर को मया, पूरा व मसौधा ब्लाक क्षेत्रों में मतदान होगा। इन क्षेत्रों में विभिन्न पदों के लिए चुनाव प्रचार सवाब पर है। सबस ज्यादा जंग जिला पंचायत सदस्य पद को लेकर है। आरक्षित सीटों पर चुनाव संग्राम कुछ नम है तो सामान्य सीटों पर सभी प्रत्याशी ऐनकेन प्रकारेण बाजी मारने की फिराक में हैं। मया ब्लाक क्षेत्र के सभी जिला पंचायत सदस्य पद पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित हो गये हैं। इस कारण इन सीटों पर उतना घमासान नहीं है। वहीं पूरा ब्लाक में स्थिति उलट है। यहां पूरा प्रथम क्षेत्र से बसपा नेता विकास सिंह की पत्नी अंजू सिंह चुनाव मैदान में हैं। उनके लिए विधायक जितेन्द्र सिंह बब्लू, एमएलसी मनोज सिंह गुìू के अलावा इन्द्र प्रताप तिवारी खब्बू व पार्टी के अन्य पदाधिकारियों द्वारा पुरजोर कोशिश की जा रही है। विकास सिंह विधायक बंधु के जहां काफी करीबी हैं वहीं उनके समर्थन में पार्टी कार्यकर्ता लगे हैं। इसी क्षेत्र से सपा प्रत्याशी के रूप में दीपू सिंह की मां चुनाव मैदान में हैं। उनके समर्थन में सपा के पदाधिकारी लगे हैं। कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में प्रधान संघ के अध्यक्ष अनिल तिवारी की पत्नी भी चुनाव लड़ रही हैं जिनकी मदद में सांसद निर्मल खत्री व अन्य पार्टी नेताओं की टीम लगी है।
पूरा द्वितीय क्षेत्र अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होने के कारण वहां से सभी दलों ने अपने-अपने प्रत्याशी उतारे हैं। तृतीय क्षेत्र से बसपा नेता व जिला पंचायत सदस्य करुणाकर पाण्डेय चुनाव मैदान में हैं। उनके लिए अयोध्या के राजसदन से लेकर व्यापारी नेता तक आगे आये हैं। क्षेत्र में उन्हें व्यापक जनसमर्थन भी मिल रहा है। वहीं दो बार जिला पंचायत सदस्य रह चुके एकादशी सिंह का चुनाव क्षेत्र इस बार आरक्षित हो जाने से वह भी इसी क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। उनकी लोकिप्रयता व सक्रियता से अन्य दलों के प्रत्याशी भौचक हैं। इसी क्षेत्र से सपा ने लìू लाल यादव को चुनाव मैदान में उतारा है जिनकी मदद के लिए सपाई कुनबा लगा है।
मसौधा प्रथम क्षेत्र में जिला पंचायत चुनाव का असली घमासान नज़र आ रहा है। इस क्षेत्र से वर्तमान जिला पंचायत सदस्य के पति गिरीश पाण्डेय उर्फ डिप्पुल चुनाव लड़ रहे हैं। उनकी मदद में समाजवादी पार्टी पूरी दमखम से लगी है। गौरतलब है कि डिप्पुल लगभग चार महीने तक जेल में निरुद्ध रहे, बीती 14 अक्टूबर को वह जमानत पर रिहा होने के बाद चुनाव मैदान में डटे हैं। इसी क्षेत्र से सहकारी बैंक के सभापति व बसपा नेता बलराम मौर्य की मां पार्वती मौर्या भी चुनाव लड़ रही हैं। पार्वती देवी को बसपा के वरिष्ठ नेता परमदेव यादव की पत्नी कमला देवी से ही मुकाबला करना पड़ रहा है। दोनों के चुनाव मैदान में होने से बसपाई खेमा बंटा नज़र आ रहा है। इसी क्षेत्र से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष स्व. अखण्ड प्रताप सिंह के पुत्र अमन प्रताप सिंह व साकेत के पूर्व प्राचार्य डा. एचबी सिंह के पुत्र राना रोहित सिंह चुनाव लड़ रहे हैं। इन दोनों प्रत्याशियों ने प्रचार की मुहिम में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।
मसौधा द्वितीय क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य चन्द्रभान सिंह की मां रालोद प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रही हैं। वहीं जिला पंचायत सदस्य कुलभूषण सिंह राजू की पत्नी तथा इन्दर वर्मा की पत्नी और सपा से रमापति यादव की पत्नी चुनाव मैदान में हैं। मसौधा तृतीय क्षेत्र से बसपा से हरीराम रावत व अमरेन्द्र प्रताप सिंह बाबू भाजपा से इन्द्रभान सिंह व अरविन्द सिंह चुनाव में अपनी ताकत दिखा रहे हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com