फैजाबाद,अयोध्या विवाद पर न्यायालय के फैसले की तिथि 24 सितम्बर को अयोध्या में बाहरी लोग नहीं रह सकेंगे। इस दिन नगर में चार पहिया वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। मीडिया से जुड़े वाहन भी नगर के तीनों प्रवेश द्वारों नयाघाट, बंधा तिराहा व टेढ़ीबाजार से आगे नहीं बढ़ सकेंगे। शान्ति व्यवस्था बनाये रखने के लिए दोनों समुदायों के आधा दर्जन नेताओं पर खास निगाह रखी जा रही है। इन नेताओं के पल-पल की गतिविधियों को लेकर खुफिया संगठन सक्रिय हैं।
इस दिन अधिग्रहीत परिसर जाने वाले प्रत्येक मार्ग पर हजारों सशस्त्र सुरक्षाकर्मियों की तैनाती होगी। परिसर के अन्दर चारों ओर बुलेटप्रूफ वाहनों पर सवार कमाण्डो दस्ते भ्रमण करते रहेंगे। परिसर की बाहरी दीवार से सटे अन्दर व बाहर चारों ओर अत्याधुनिक शस्त्रों से लैस सुरक्षाकर्मी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार होंगे। कमाण्डो दस्ता पलक झपकते ही प्रतिकूल परिस्थितियों ने निपटने के लिए तैयार होगा। अयोध्या के डेढ़ दर्जन प्रवेश द्वारों से प्रवेश करने वाला कोई भी व्यक्ति बगैर चेकिंग के नगर में प्रवेश नहीं कर सकेगा। शक होने पर उसको नगर में प्रवेश का ठोस कारण भी बताना पड़ेगा। समूह में अनावश्यक घूमने वाले, नारा लगाने वाले अथवा उत्तेजक भाषण देने वालों को पुलिस के वाहनों में लादकर सीधे हवालात में डाल दिया जायेगा। विहिप के शीर्ष नेताओं की अयोध्या में गैर मौजूदगी को लेकर प्रशासन राहत महसूस कर रहा है। योजना के अमली जामा पहनाने के लिए पुलिस उप महानिरीक्षक राजेश कुमार राय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरकेएस राठौर, यलो जाने प्रभारी पुलिस अधिकारी गुलाब सिंह, पुलिस अधीक्षक नगर अनिल कुमार राय व पुलिस क्षेत्राधिकारी ने कई चक्र मीटिंग के बाद रणनीति बनायी है।
पुलिस क्षेत्राधिकारी अयोध्या राकेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि हर अयोध्या वासी को सुरक्षा प्रदान करना हमारा कर्तव्य है। इस –ष्टि से अयोध्या की सुरक्षा में करीब 20 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किये गये हैं।