Posted on 03 November 2016 by admin
मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की समाजवादी सरकार तकनीक के साथ चलने वाली सरकार है। प्रदेश सरकार का हमेशा यह प्रयास रहा है कि तकनीक का ज्यादा से ज्यादा उपयोग कर जनता को बेहतर सुविधाएं और सेवाएं दी जाएं। इस दिशा में राज्य सरकार के प्रयासों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि ‘108‘ समाजवादी स्वास्थ्य सेवा तथा ‘102‘ नेशनल एम्बुलेन्स सर्विस का भरपूर लाभ जनता को मिल रहा है। मेगा कॉल सेन्टर संचालित हो गया है, शीघ्र ही डायल ‘100‘ परियोजना भी शुरू हो जाएगी। इसके अलावा अन्य विभागों में भी तकनीक आधारित विभिन्न योजनाएं व कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर ‘108‘ समाजवादी स्वास्थ्य सेवा का मोबाइल एप लॉन्च करने के बाद अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इससे पूर्व, उन्होंने ‘108‘ तथा ‘102‘ एम्बुलेन्स सेवाओं के कॉल सेन्टर के कर्मियों से बातचीत कर इन सेवाओं के सम्बन्ध में उनसे फीड बैक भी प्राप्त किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मोबाइल एप के लॉन्च हो जाने से प्रदेशवासियों को इसका सीधा लाभ मिलेगा तथा एम्बुलेन्स सेवा के प्रति लोगों के विश्वास में और बढ़ोत्तरी होगी। मोबाइल एप के माध्यम से कॉलर अब एम्बुलेन्स सेवा पर ऑनलाइन नज़र रख सकेंगे। कॉलर को एक क्लिक में जी0पी0एस0 के जरिए न सिर्फ एम्बुलेन्स की लोकेशन मिलेगी बल्कि वे अपने स्मार्टफोन से यह भी देख सकेंगे कि एम्बुलेन्स किस रास्ते से आ रही है। इसके लिए प्रदेश सरकार ने एक एम्बुलेन्स ट्रैकर सिस्टम व वेब पोर्टल तैयार किया है।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री अरुण कुमार सिन्हा ने इस मौके पर बताया कि ‘108‘ समाजवादी स्वास्थ्य सेवा के जरिए अब तक 69 लाख से अधिक लोगों को मदद पहुंचाई गई है। इसी प्रकार ‘102‘ नेशनल एम्बुलेन्स सर्विस का निःशुल्क लाभ 1.5 करोड़ से अधिक गर्भवती महिलाओं और 1 साल तक के बीमार बच्चों को उपलब्ध कराया गया जो एक रिकॉर्ड है। वर्तमान में ‘108‘ समाजवादी स्वास्थ्य सेवा के तहत 1,488 तथा ‘102‘ नेशनल एम्बुलेन्स सर्विस के अन्तर्गत 2,270 वाहन संचालित किए जा रहे हैं।
ज्ञातव्य है कि ‘108‘ समाजवादी स्वास्थ्य सेवा को और अधिक सुविधाजनक तथा पारदर्शी बनाने के लिए राज्य सरकार ने ऑनलाइन निगरानी के लिए एक वेब पोर्टल बनाया है। इसके जरिए यह देखा जा सकेगा कि उस समय कितनी एम्बुलेन्स तैयार खड़ी हैं, और कितनी एम्बुलेन्स मरीजों की सेवा में लगी हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को वेबसाइट पर कॉलर तथा एम्बुलेन्स के ड्राइवर के फोन नम्बर दिखाई देंगे, जिसके माध्यम से वे कभी एम्बुलेन्स सेवा की हकीकत परख सकेंगे।
अभी तक कॉलर को यह पता नहीं चल पाता है कि उसने जो एम्बुलेन्स बुलाई है उसकी लोकेशन क्या है। कई बार कॉल सेन्टर से जो लोकेशन बताई जाती है, उससे कॉलर संतुष्ट नहीं हो पाते हैं। अब एम्बुलेन्स ट्रैकर के जरिए इस समस्या का भी समाधान हो जाएगा। कॉलर ने जिस मोबाइल नम्बर से एम्बुलेन्स बुक कराई है उस नम्बर को वेबपोर्टल के एम्बुलेन्स ट्रैकर सिस्टम में डालने पर कॉलर को जो एम्बुलेन्स आवंटित की गई उसकी लोकेशन मिल जाएगी।
मोबाइल एप में गूगल मैप भी डाला जा रहा है। स्मार्टफोन में इंस्टॉल करने पर इस एप के जरिए बगैर कॉल किए हुए भी एम्बुलेन्स बुलाई जा सकेगी। साथ ही एम्बुलेन्स किस-किस रास्ते से होकर कॉलर के पास आ रही है स्मार्टफोन पर इसका भी पता चल जाएगा। इसके लिए स्मार्टफोन में जी0पी0एस0 व लोकेशन ऑन रखनी होगी।
वेबपोर्टल का डैशबोर्ड इस तरह से डिजाइन किया हुआ है कि इसमें एम्बुलेन्स सेवा से जुड़ी प्रत्येक जानकारी तुरन्त मिल जाएगी। इसमें आज कितने लोगों ने कॉल सेन्टर पर कॉल की उसकी जानकारी के साथ ही कितनी इमरजेन्सी कॉल आई, इसका डाटा सामने ही दिख जाएगा। पूरे महीने में एम्बुलेन्स सेवा ने कितने मरीजों को अस्पताल पहुंचाया, उसमें किस-किस श्रेणी के कितने मरीज थे, इसकी जानकारी भी दी जाएगी।
राज्य सरकार ने वेबपोर्टल पर एक फीडबैक का भी ऑप्शन तैयार करवाया है। इसमें लोग एम्बुलेन्स से जुड़ी शिकायत व सुझाव दे सकेंगे। जैसे ही कोई व्यक्ति इसमें कोई शिकायत दर्ज कराएगा उसे एक टिकट नम्बर मिल जाएगा। जब तक वह शिकायत दूर नहीं होगी उस शिकायत को बन्द नहीं किया जाएगा। एम्बुलेन्स सेवा के सर्वश्रेष्ठ केस भी इसमें तस्वीरों के साथ साझा किए जाएंगे।
मोबाइल एप लॉन्चिग के अवसर पर राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चौधरी, प्रमुख सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री अरुण कुमार सिन्हा, प्रमुख सचिव सूचना श्री नवनीत सहगल, नेशनल हेल्थ मिशन के मिशन निदेशक श्री आलोक कुमार सहित अन्य अधिकारीगण तथा सेवा प्रदाता संस्था के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 03 November 2016 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि शायर और कवियां ने हमेशा समाज को एक नयी दिशा दी है। साहित्यकार अपनी कला के जरिए शोहरत ही नहीं हासिल करता बल्कि समाज की विभिन्न समस्याओं को उजागर करने के ही साथ उनके समाधान के लिए रास्ता भी दिखाता है।
मुख्यमंत्री ने यह विचार आज यहां अपने सरकारी आवास पर सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग की उर्दू मासिक पत्रिका ‘नया दौर‘ के ‘जाँ निसार अख्तर‘ विशेषांक (प्रथम भाग) के विमोचन के मौके पर व्यक्त किए। उन्होनें कहा कि समाजवादी सरकार उर्दू भाषा एवं साहित्य के विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी, फख़रूददीन अली अहमद मेमोरियल सोसाइटी एंव सूचना विभाग के विभिन्न कार्यां का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने उर्दू शिक्षा से जुड़े सभी लोगों के प्रोत्साहन व कल्याण लिए प्रभावी कदम भी उठाए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘जाँ निसार अख़्तर‘ उर्दू के उन प्रगतिशील शायरों में शामिल हैं जिन्होंने इन्सान की बुनियादी जरूरतों और मानवीय संवेदनाओं का अपनी लेखनी के माध्यम से बखूबी चित्रण किया। उनकी शायरी में देश की गंगा जमुनी तहजीब की झलक मिलती है। प्रदेश के लिए यह गौरव की बात है कि वे इस माटी के सपूत थे।
श्री यादव ने ‘जाँ निसार अख़्तर‘ विशेषांक का हिन्दी संस्करण शीघ्र प्रकाशित किये जाने के भी निर्देश दिये ताकि हिन्दी जानने वाले साहित्य प्रेमी भी इसका अध्ययन कर सके। उन्हांने ने कहा कि ‘नया दौर‘ ऐसी साहित्यक पत्रिका है जो देश-विदेश में काफी लोकप्रिय है।
गौरतलब है कि उर्दू मासिक पत्रिका ‘नया दौर‘ पिछले 70 साल से प्रकाशित हो रही है। इसके विशेषांक स्तरीय एवं दस्तावेजी होते है। वर्तमान सरकार के कार्यकाल में पत्रिका के सम्पादक डॉ0 वजाहत हुसैन रिज़वी के कुशल सम्पादन में असरारूल हक मजाज़, द्वारिका प्रसाद उफुक, खुमार बाराबंकवी, तरक्कीयात एवं अली बिरादरान विशेषांक प्रकाशित किये गये हैं। ‘नया दौर‘ के विशेषांकां की लोकप्रियता को देखते हुए हिन्दी पाठकांं के लिए ‘मजाज़‘ विशेषाक का हिन्दी संस्करण भी प्रकाशित किया गया, जिसका विमोचन पिछले दिनां मुख्यमंत्री द्वारा लोक भवन में किया गया।
इस अवसर पर राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चौधरी, सूचना सलाहकार श्री ए0एम0 खान, प्रमुख सचिव सूचना श्री नवनीत सहगल एवं नया दौर पत्रिका के सम्पादक डॉ0 वजाहत हुसैन रिजवी भी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 03 November 2016 by admin
भारत रत्न-पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गांधी जी का बलिदान दिवस एवं सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयन्ती आज यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मनायी गयी। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश कांग्रेस के संगठन प्रभारी एवं पूर्व विधायक श्री फजले मसूद ने किया।
कार्यक्रम की शुरूआत श्रीमती इन्दिरा गांधी जी एवं सरदार बल्लभ भाई पटेल के चित्र पर पुष्पांजलि से हुई।
प्रदेश कांग्रेस के संगठन प्रभारी एवं पूर्व विधायक श्री फजले मसूद ने कहा कि राजनीतिक क्षेत्र में इन्दिरा जी का लोहा पूरा विश्व मानता था। उन्होने देश को आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक क्षेत्र में सशक्त किया। हरित क्रान्ति, महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में जो योगदान दिया आज उसी का नतीजा दिख रहा है कि देश आत्मनिर्भर हुआ और महिलाएं हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। आज सम्पूर्ण विश्व में भारत की जो साख बनी है वह इन्दिरा जी के देन है। इन्दिरा जी ने देश की एकता और अखण्डता के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया। सरदार पटेल ने अपने दृढ़ता और साहस के साथ देश को मजबूत बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
इस मौके पर मौजूद वरिष्ठ नेताओं ने इन्दिरा जी एवं सरदार बल्लभ भाई पटेल के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज के परिवेश में इन्दिरा जी और पटेल की प्रासंगिकता और भी बढ़ गयी है। सभी वक्ताओं ने कांग्रेसजनों से इन्दिरा जी और पटेल जी के बताये रास्ते पर चलते हुए देश की एकता-अखण्डता को बनाये रखने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने आवाहन किया।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से उ0प्र0 कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व एमएलसी हाजी सिराज मेंहदी, पूर्व मंत्री श्री राजबहादुर, महासचिव संगठन श्री हनुमान त्रिपाठी, प्रचार एवं प्रकाशन विभाग के चेयरमैन श्री सुबोध श्रीवास्तव, डा0 जियाराम वर्मा, सोशल मीडिया प्रभारी श्री शिव पाण्डेय, श्री संजय दीक्षित, श्रीमती सिद्धिश्री, श्री वेद प्रकाश त्रिपाठी, श्री कमाल याकूब, शिक्षाविद् श्री रमाशंकर द्विवेदी, श्री संजय सिंह, श्री नरेन्द्र श्रीवास्तव, डा0 आमोद त्रिपाठी, श्री सैफुल इस्लाम, श्री शशिकान्त चौबे आदि सैंकड़ों कांग्रेसजन मौजूद रहे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 03 November 2016 by admin
उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि 3 नवम्बर 2016 को प्रस्तावित ‘विकास से विजय की ओर’ रथ यात्रा के माध्यम से ऊर्जावान मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव लखनऊ से उन्नाव के लिए निकल रहे हैं। लोकतंत्र का इतिहास लिखने के लिए अखिलेश यादव की यह तीसरी बार रथयात्रा होगी। हजारों किमी की साइकिल यात्रा का रिकार्ड भी उनके नाम दर्ज है। श्री अखिलेश यादव जी पहली बार 2001-2002 में क्रांति रथ यात्रा पर निकले थे। 2011-12 में भी वे क्रान्तिरथ से पूरे प्रदेश में जनसंवाद पर निकले थे जिससे प्रदेश में बहुमत की समाजवादी सरकार बनी। 2016-17 में विकास रथ से फिर श्री अखिलेश यादव लोकतंत्र की आवाज बुलंद करेंगे। यह रथ वास्तव में समाजवादी सिद्धान्तों और विचारों को समर्पित ऐतिहासिक रथ होगा।
रथयात्रा को लेकर आम जनता में उत्साह चरम पर है। नौजवान, किसान, मजदूर और महिलाएं लखनऊ पहुँच रही हैं। बीते साढ़े चार वर्षों में श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी सरकार ने जिस प्रकार समाज के अंतिम व्यक्ति की आंखां में खुशी और समृद्धि की चमक पहुँचायी है उससे जनता का भरोसा मजबूत हुआ है। समाज के सभी वर्गां के साथ हर क्षेत्र में विकास की सुनिश्चितता को जिस तेजी से पूरा किया गया वैसा पूरे देश में कहीं और नहीं दिखाई पड़ता। गरीबों मजलूमों के प्रति विशेष ध्यान देने की सोच ही अखिलेश यादव को जनता के नेता के तौर पर स्थापित कर रही है।
समाजवादी नीतियों पर चलते हुए आपसी सद्भाव और सौहार्द की अनूठी मिसाल पेश करने में मौजूदा राजनीति में अखिलेश जी का कोई विकल्प नहीं है। पिछड़ेपन की मार झेल रहे उत्तर प्रदेश का कायाकल्प करने की दिशा में चार से अधिक वर्ष का कार्यकाल पिछले चालीस वर्ष की तुलना में बहुत आगे निकल गया जिसका प्रभाव अखिलेश जी के प्रति जनता के उत्साह और समर्थन से समझा जा सकता है।
बसों, ट्रेनों सहित अन्य अपने साधनो से भी रथयात्रा में शामिल होने वालो की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। नौजवानों की सक्रियता से कार्यक्रम की सफलता को बल मिल रहा है। अखिलेश यादव जिस क्रान्ति रथ पर सवार होंगे उसमें हाइड्रोलिक लिफ्ट के जरिए वे छत पर पहुँचकर जनता को संबोधित करेंगे। रथ में उनके विश्राम, कांफ्रेन्स तथा कार्यालय की भी व्यवस्था है।
जहाँ एक ओर अन्य दल जनसभा मात्र से ही अपने चुनावी वर्ष में सक्रिय होने की इतिश्री कर रहे हैं, वही अखिलेश यादव रथयात्रा के पहले चरण में सड़कों पर उतर कर जनता को समाजवादी सरकार बनाने के लिए धन्यवाद देते हुए आगामी चुनाव में भी समर्थन की अपील करने जा रहे हैं। ‘‘विकास से विजय की ओर’’ के माध्यम से जनता के जुड़ाव को और अधिक मजबूत करने के साथ प्रदेश को एक बार फिर से नयी उँचाई पर ले जाने के लिए जनादेश प्राप्त करना भी लक्ष्य है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 03 November 2016 by admin
समस्त देशवासियों की शुभकामनायें हमेशा ही सैनिकों के साथ, परन्तु यह बेहतर होता कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी इस बार दीपावली शहीद जवानों के परिवार वालों के साथ दिल्ली में एकत्रित रूप में मनाते तथा उनको मिलने वाली अनुग्रह राशि व अन्य सुविधायें आदि एकमुश्त उन्हें सौंप कर उनके आँसू पोंछने का काम करते।
प्प्ण् देश की सीमाओं पर, हमारे सैनिक व अन्य सुरक्षा बलों के जवानों के शहीद होने की खबरें आयेदिन लगातार आ रही हैं, यह अति गम्भीर व चिन्ता की बात हैःबी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, सांसद (राज्यसभा) व पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सुश्री मायावती जी।
लखनऊ, 31 अक्टूबर 2016 : बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष, सांसद (राज्यसभा) व पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सुश्री मायावती जी ने आज यहाँ कहा कि समस्त देशवासियों की शुभकामनायें हमेशा ही सैनिकों के साथ रहती हैं और यह बेहतर होता कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी इस बार दीपावली शहीद जवानों के परिवार वालों के साथ सामूहिक तौर पर राजधानी दिल्ली में एकत्रित रूप में मनाते तथा उनको मिलने वाली अनुग्रह राशि व अन्य सुविधायें आदि एकमुश्त उन्हें सौंप कर उनके आँसू पोंछने का काम करते।
लेकिन मानवीयता से भरपूर ऐसा काम उन्होंने नहीं किया, हालाँकि यह उन सैनिकों को भी ज़रूर ज्यादा अच्छा लगता जिनके बीच श्री मोदी ने इस बार दीपावली मनायी और मिठाइयाँ खायी।
सुश्री मायावती जी ने अपने बयान में कहा कि सीमा पर हमारे सैनिक व अन्य सुरक्षा बलों के जवानों के शहीद होने की ख़बरें आयेदिन लगातार आ रही हैं। यह अति गम्भीर व चिन्ता की बात है। खासकर एल.ओ.सी. के पास सीज़फायर के बार-बार उल्लंघन के कारण इसकी संख्या मे वृद्धि हुई है और उन सब लोगों के परिवार के प्रति सामूहिक तौर पर संवेदना व्यक्त करने के साथ-साथ उनके परिवार वालों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि व अन्य सुविधा एकमुश्त उनके परिवार को दिल्ली बुलाकर दे दी जाती तो यह ज्यादा बेहतर होता तथा वीर शहीदों के प्रति देश की सच्ची श्रद्धांजलि होती।
क्योंकि यह अक्सर देखा गया है कि वीर शहीदों के परिवार वालों को उनके हिस्से की जायज़ सुविधायें आदि भी समय पर सरकार की लालफीताशाही के कारण नहीं मिल पाती हैं। इसलिये सरकार को इन मामलों के प्रति भी और ज़्यादा संवेदनशील होकर प्रक्रिया में आवश्यक सुधार करने की ज़रूरत है।
देश की सीमाओं के साथ-साथ जवानों के जीवन को भी हर प्रकार से और भी ज़्यादा सुरक्षित व बेहतर बनाने पर बल देते हुये बी.एस.पी. प्रमुख सुश्री मायावती जी ने कहा कि यह ज़रूरी है ताकि जवानों की शहादत का सिलसिला थमे। इसके लिये सरकार को ठोस नीति व दूरदर्शी कड़े फैसले लेने होंगे। देश अपने जवानों को लगातार शहीद होते हुये नहीं देख सकता है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 03 November 2016 by admin
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने आज आचार्य नरेन्द्र देव एवं लौहपुरूष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती और पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गांधी की पुण्य तिथि पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। राज्यपाल ने गोमती तट पर स्थित आचार्य नरेन्द्र देव की समाधि पर जाकर पुष्प अर्पित किये तथा जी0पी0ओ0 स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री मुलायम सिंह यादव, श्री उदय खत्री, पूर्व मेयर श्री दाऊजी गुप्ता, श्री सुधीर हलवासिया सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
राज्यपाल ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आचार्य नरेन्द्र देव शिक्षाशास्त्री थे और मूलतः शिक्षक थे। शिक्षा से उनका गहरा जुड़ाव था। वे लखनऊ विश्वविद्यालय एवं बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के कुलपति भी रहे। आचार्य नरेन्द्र देव ने शिक्षा एवं राजनीति के क्षेत्र में अपने कार्य के द्वारा अमिट छाप छोड़ी। देश की शिक्षा को उन्होंने विशेष दिशा दी। कुलपति रहते हुए मिलने वाले मानदेय को वे गरीब विद्यार्थियों की शिक्षा एवं भोजन के लिये दे दिया करते थे। वे समाजवादी आन्दोलन के मूर्धन्य विचारक थे। उन्होंने कहा कि आचार्य नरेन्द्र देव समाजवादी विचारों के अधिष्ठाता थे।
श्री नाईक ने सरदार वल्लभभाई पटेल को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि सरदार पटेल ने आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी। देश को एकता के सूत्र में पिरोने में सरदार पटेल की बड़ी भूमिका रही है। सरदार पटेल ने छोटी-छोटी रियासतों को इक्ट्ठा करके भारत में विलीन करने का मत्वपूर्ण कार्य किया। उन्होंने हैदराबाद रियासत का भी भारत में विलय कराया। आजादी से पहले उन्होंने किसानों का नेतृत्व किया था, जिसके कारण महात्मा गांधी ने उन्हें सरदार की पदवी दी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का निर्णय कि सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्मदिवस राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाय, स्वागत योग्य है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सरहद पर तैनात सैनिकों का अभिनन्दन करने व मनोबल बढ़ाने के लिये उनके साथ दीपावली का त्यौहार मनाया है। देश की सेना ने भारत के पराक्रम को दिखा दिया है। उन्होंने कहा कि हमें ऐसे महापुरूषों से सीखने की जरूरत है।
राज्यपाल ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीया श्रीमती इन्दिरा गांधी को उनकी पुण्यतिथि पर स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने लम्बे समय तक देश का नेतृत्व किया। पाकिस्तान से युद्ध के दौरान उन्होंने नीतिगत निर्णय करके उसे पराजित किया जिसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान के दो टुकड़े हो गये। उन्होनें कहा कि आचार्य नरेन्द्र देव और सरदार वल्लभभाई पटेल एवं इन्दिरा गांधी ने जिस देशभक्ति का रास्ता दिखाया उस पर चलने का संकल्प करें और अपने व्यवहार में लायें।
राज्यपाल ने इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को राष्ट्रीय एकता दिवस पर शपथ भी दिलाई।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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