Posted on 20 December 2014 by admin
उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी एवं जनहित की संचालित की जा रही कामधेनु एवं मिनी कामधेनु डेरियों के चयनित लाभार्थियों को शत-प्रतिशत डेरियों की स्थापना में शीघ्रता हेतु बैंकों के शीर्ष अधिकारियों/प्रबंधकों को शीघ्र अपेक्षित ऋण स्वीकृत करने के निर्देश शासन द्वारा दिये गये हैं।
इस आशय के निर्देश प्रदेश के संस्थागत वित्त विभाग के विशेष सचिव श्री शिवसिंह यादव ने समस्त बैंक प्रबंधकों को दिये हैं। उन्होंने समस्त मुख्य विकास अधिकारियों तथा मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारियों को भी सक्रिय पहल करने के निर्देश दिये हैं जिससे वर्ष 2014-15 के कामधेनु तथा कामधेनु डेयरी इकाईयों की स्थापना के लक्ष्य को निर्धारित अवधि में पूर्ण किया जा सके। श्री यादव ने कहा कि उक्त दोनों डेयरी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा शासन के शीर्ष अधिकारियों द्वारा की जा रही है अतः किसी भी स्तर पर शिथिलता क्षम्य नहीं होगी।
श्री यादव ने इसके साथ ही किसानों को किसान क्रेडिट कार्डों को शिविर लगाकर उपलब्ध कराने के निर्देश समस्त बैंकों के प्रबन्धकों एवं अधिकािरयों को दिये हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 20 December 2014 by admin
प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त तथा प्रमुख सचिव वन एवं पर्यावरण श्री वी0एन0गर्ग ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण तथा प्रदूषण नियंत्रण बहुत आवश्यक है। वर्तमान समय में जलवायु परिवर्तन का भी प्रभाव दिखाई दे रहा है, इसलिए उसके कारणों को रोकना तथा उसके प्रभावांे को कम करना बहुत जरूरी है।
श्री गर्ग आज यहां पर्यावरण निदेशालय गोमती नगर के सभागार में नेशनल ग्रीन कोर योजना के अन्तर्गत इको क्लबों की स्थापना से संबंधित दो दिवसीय राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारम्भ के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। इस दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन पर्यावरण शिक्षण केन्द्र तथा पर्यावरण निदेशालय के संयुक्त तत्वावधान में किया गया है। इसमें प्रत्येक जनपद से दो मास्टर ट्रेनर ने भाग लिया।
श्री गर्ग ने कहा कि प्रदेश में 11 हजार इको क्लबों की स्थापना की जानी है तथा प्रत्येक जनपद के 250-300 विद्यालयों में इको क्लब बनाये जायेंगे तथा प्रत्येक इको क्लब में 25-30 बच्चे होंगे। उन्होंने कहा कि इको क्लब का मुख्य उद्देश्य, बच्चों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना, पर्यावरण संरक्षण के तरिकों की जानकारी देना तथा पर्यावरण संरक्षण के नये-नये तरिकों की जानकारी प्राप्त करना है।
श्री गर्ग ने कहा कि इको क्लब योजना भारत सरकार के पर्यावरण, वन तथा जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के सहयोग से चलाई जा रही है। उ0प्र0 में यह योजना 2001 मंे प्रारम्भ की गई थी लेकिन किसी कारण वर्ष 2006-2007 में बन्द हो गयी। पुनः इस योजना को 30 अगस्त 2014 को प्रारम्भ किया गया है। वर्तमान में इस योजना के अन्तर्गत 6000 स्कूलों में इको क्लब की स्थापना हो गयी है।
श्री गर्ग ने कहा कि मास्टर ट्रेनर की जिम्मेदारी होगी कि वह इको क्लबों को प्रभावी ढंग से लागू करें तथा जनमत को इसके लिए तैयार करें। उन्होंने कहाकि जनपद स्तर पर जिला अधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गयी है जिसमें जनपद के जिला विद्यालय निरीक्षक कमेटी के संयोजक होंगे। उन्होंने कहा कि मास्टर ट्रेनर को जहां पर भी कोई असुविधा हो वह जिलाधिकारी एवं डी0आई0ओ0एस0 से सम्पर्क कर सकता है। उन्होंने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी की इच्छा के अनुसार क्लीन यू0पी0, ग्रीन यू0पी0 में सभी का सहयोग आवश्यक है। उन्होंने कहा कि उ0प्र0 मंे वन क्षेत्र कुल क्षेत्रफल का 6 प्रतिशत है जबकि देश का औसत वन क्षेत्र 30 प्रतिशत है। उन्होंने जल्द ही इसकी वेबसाइट तथा फेस बुक भी लांच करनेके निर्देश दिये।
पर्यावरण शिक्षण केन्द्र की प्रीति कन्नौजिया ने कहा कि प्रत्येक इको क्लब को 2500 रुपये दिया जाता है जिसे बढ़ाकर 5000 रुपये किया जायेगा। यह धनराशि स्कूल के खाते में सीधे जायेगी।
कार्यशाला को निदेशक पर्यावरण श्री आर0के0सरदाना तथा विशेष सचिव श्री मणि प्रसाद मिश्रा ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर पर्यावरण इको क्लब से संबंधित एक पुस्तिका का विमोचन भी मुख्य अतिथि द्वारा किया गया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 20 December 2014 by admin
उत्तर प्रदेश में हाड़ कंपाती ठंड और भीषण शीतलहर से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस कड़कती ठंड से आम जनता परेशान है। अब तक पूरे प्रदेश में ठंड से दर्जनों मौतें हो चुकी हैं, किन्तु प्रदेश की संवेदनहीन समाजवादी पार्टी सरकार हाथ पर हाथ धरे आंख मूंदे बैठी है।
उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता विजय सक्सेना ने आज यहां जारी बयान में कहा कि प्रदेश सरकार की नाक के नीचे राजधानी लखनऊ में ठंड से आम जनता त्रस्त है। किसी भी दलित व मलिन बस्ती में न तो समुचित अलाव जलाने की व्यवस्था की गयी है और न ही इस भीषण सर्दी में उन्हें कम्बल, रैन बसेरे का इंतजाम किया गया है। खुद को गरीबों, किसानों का मसीहा कहलाने वाली समाजवादी पार्टी के शासन में आज गरीब और किसान इस भीषण ठंड में अपनी जान गंवा रहे हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश में अब तक लगभग 19 लोग भीषण ठंड की चपेट में आकर जान गंवा चुके हैं किन्तु अभी तक प्रदेश सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है और ठंड से बचाव के लिए शासन और प्रशासन के स्तर पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गयी है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अभी तक अलाव की व्यवस्था नहीं की गयी है, जिसके चलते गरीब ठंड से असमय काल के गाल में समाने को मजबूर हैं। ऐसे में प्रदेश के दूसरे जनपदों का क्या हाल होगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
श्री सक्सेना ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि इस हाड़ कंपाती ठंड से लोगों को निजात दिलाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करे। दलित एवं मलिन बस्तियों के अलावा प्रमुख चैराहों, अस्पतालों के आस-पास एवं रैन बसेरों में अलाव जलाने तथा और अधिक संख्या में रैन बसेरों की व्यवस्था कराये ताकि गरीबों केा इस ठंड में राहत मिल सके व ठंड से हो रही मौतों को रोका जा सके।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 20 December 2014 by admin
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डाॅ0 निर्मल खत्री जी, पूर्व सांसद कल दिनांक 18 दिसम्बर, 2014 को अपरान्ह बरेली पहंुच रहे हैं, जहां डाॅ0 खत्री अपरान्ह आला हजरत साहब की दरगाह शरीफ पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी जी एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष श्री राहुल गांधी जी की ओर से चादरपोशी करेंगे।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश कंाग्रेस के प्रवक्ता विजय सक्सेना ने बताया कि डाॅ0 खत्री के साथ बरेली के स्थानीय वरिष्ठ कंाग्रेसजन भी मौजूद रहेंगे। चादरपोशी करने के उपरान्त डाॅ0 खत्री बरेली से नई दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 20 December 2014 by admin
कुछ साल पहले तक एनसीआर के उपनगरीय इलाकों को भावी रियल एस्टेट गंतव्य माना जा रहा था, आज इन स्थानों पर सम्पत्ति की कीमतें आसमान छू रहीं हैं कि मध्यम वर्गीय आबादी के लिए इन स्थानों पर अपना घर खरीदना पहुंच से बाहर हो गया है। लेकिन उम्मीद पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है, क्योंकि आज भी राष्ट्रीय राजधानी के आस-पास कुछ ऐसे इलाके हैं जहां किफायती दरों पर सम्पत्तियां उपलब्ध हैं, और सबसे बड़ी बात यह है कि इनमें गुणवत्ता के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं किया गया है। के डब्ल्यू सृष्टि ऐसा ही एक गंतव्य है जिसे घर के खरीददारों के द्वारा बेहद पसंद किया जा रहा हैं
यह परियोजना गाजि़याबाद में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 58 पर स्थित राज नगर एक्सटेंशन में है। किफ़ायती दरों पर उपलब्धता तथा दिल्ली, नोएडा एवं गाजि़याबाद के अन्य शहरों के साथ बेहतर कनेक्टिविटी के चलते यहाँ घरों की मांग तेज़ी से बढ़ रही है। जहां कई अन्य डेवलपर्स इस स्थान पर अपनी परियोजनाएं पेश कर रहे हैं, वहीं गाजि़याबाद का के डब्ल्यू ग्रुप भी के डब्ल्यू सृष्टि का निर्माण कर रहा है। यह परियोजना किफ़ायती होने के साथ-साथ अपने उपभोक्ताओं को आधुनिक जीवनशैली भी उपलब्ध कराती है।
राज नगर एक्सटेंशन की बढ़ती लोकप्रियता के पीछे मुख्य कारण है इसकी उचित कीमतें। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कीमतें आज भी अपने अधिकतम स्तर से बेहद कम है। इसके अलावा कनेक्टिविटी एवं गुणवत्ता के चलते राज नगर एक्सटेंशन तेज़ी से विकसित हो रहा है। हालांकि पिछले दो सालों के दौरान इस लोकेशन की सम्पत्ति की कीमतों में 80 फीसदी उछाल आया है।
इन सम्भावनाओं के मद्देनज़र रियल एस्टेट डेवलपर्स इस बेहतरीन लोकेशन पर रिहायशी रियल एस्टेट परियोजनाओं का लाॅन्च कर रहें हैं, जो न केवल किफ़ायती हैं बल्कि बेहद अत्याधुनिक भी हैं। इसके अलावा आस पास की हरियाली राज नगर एक्सटेंशन की एक खासियत है। ‘हिंडन’ नदी के किनारे तकरीबन 500 एकड़ क्षेत्रफल को गाजि़याबाद विकास प्राधिकरण के द्वारा ग्रीन बेल्ट घोषित किया गया है। साथ ही प्राधिकरण ने इस ग्रीन बेल्ट में किसी भी तरह की विनिर्माण गतिविधियों को प्रतिबंधित किया है। के डब्ल्यू ग्रुप के निदेशक पंकज कुमार जैन के अनुसार, ‘‘हालांकि क्षेत्र का विकास महत्वपूर्ण है, लेकिन आस-पास के लोगों को स्वस्थ वातावरण उपलब्ध कराना भी उतना ही ज़रूरी है।’’
इसी बीच, राज नगर एक्सटेंशन प्रस्तावित मेट्रो लिंक के द्वारा दिल्ली के साथ कनेक्टिविटी तथा प्रस्तावित एक्सप्रेसवे के द्वारा नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा के साथ कनेक्टिविटी के अलावा प्रदूषण रहित पर्यावरण भी उपलब्ध कराता है।
सड़क एवं मेट्रो सुविधाओं की बात करें तो हाल ही में गाजि़याबाद विकास प्राधिकरण ने राज नगर एक्सटेंशन को यूपी गेट से चार लेन के 18 किलोमीटर लम्बे राजमार्ग के माध्यम से कनेक्ट करने की योजना की घोषणा की है। इसके अलावा मेरठ रोड तिराहा पर नए बस स्टैण्ड पर प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन का निर्माण भी मेट्रो फेज़ प्प्प् के तहत किया जाएगा। प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन इस स्थान से 8 किलोमीटर की दूरी पर है और इसके पूरे होने पर यह अर्थला, राजेन्द्र नगर, राज बाग, शहीद नगर एवं दिलशाद गार्डन से होते हुए सीधे कश्मीरी गेट के साथ जुड़ जाएगा।
इस प्रकार जहां एक ओर यह लोकेशन सुनियोजित एवं प्रदूषण रहित है वहीं प्रस्तावित मेट्रो लिंक एवं प्रस्तावित एक्सप्रेसवे के चलते शानदार कनेक्टिविटी भी उपलब्ध कराएगी।
राज नगर एक्सटेंशन पहले से ही नोएडा, ग्रेटर नोएडा एवं दिल्ली से भली प्रकार से जुड़ा है। वैशाली दिल्ली मेट्रो स्टेशन इससे 15 किलोमीटर की दूरी पर है और महज़ तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित आईएसबीटी से बड़ी संख्या में इन्टरसिटी बसें होकर गुज़रती हैं
बेहतर कनेक्टिविटी एवं किफ़ायती दरों के चलते राज नगर एक्सटेंशन एक ऐसे स्थान के रूप में विकसित हो रहा है जहाँ हाउसिंग काॅम्पलेक्स एवं मेगा टाउनशिप्स का निर्माण पूरे ज़ोरों-शोरों पर है।
आस पास के अन्य गंतव्यों के विपरीत सभी मूल सुविधाएं भी यहां उपलब्ध हैं। दिल्ली और एनसीआर से यहाँ पहुंचना बेहद आसान है, ऐसे में नौकरी करने वाले लोगों के लिए यह पसंदीदा गंतव्य बनता जा रहा है। यहां रहने वाले लोग मोदी नगर, मुरादनगर, मेरठ और दिल्ली एनसीआर में रोज़ाना काम करने जाते हैं।
साथ ही चूंकि दिल्ली एनसीआर के अन्य स्थानों पर रिएल्टी की कीमतें तेज़ी से बढ़ रही हैं, राज नगर एक्सटेंशन अपनी उचित कीमतों के चलते घर के खरीददारों को आकर्षित कर रहा है।
कुछ साल पहले तक राज नगर एक्सटेंशन इतना लोकप्रिय गंतव्य नहीं था, लेकिन पिछले दो-तीन सालों के दौरान ज़बरदस्त विकास के चलते यह रिहायशी, काॅमर्शियल एवं रीटेल की दृष्टि से एक बेहतरीन लोकेशन के रूप में उभरा है और वर्तमान में यहाँ रियल एस्टेट के विकास की पर्याप्त सम्भावनाएं है।
‘‘इसके विकास की तेज़़ गति को देखते हुए हमें उम्मीद है कि जल्द ही राज नगर एक्सटेंशन की तुलना एनसीआर के अन्य क्षेत्रों के साथ की जाएगी, फिर चाहे कनेक्टिविटी की बात करें, कीमतों की या लाईफस्टाईल की।’’ जैन ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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