उत्तर प्रदेश में हाड़ कंपाती ठंड और भीषण शीतलहर से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस कड़कती ठंड से आम जनता परेशान है। अब तक पूरे प्रदेश में ठंड से दर्जनों मौतें हो चुकी हैं, किन्तु प्रदेश की संवेदनहीन समाजवादी पार्टी सरकार हाथ पर हाथ धरे आंख मूंदे बैठी है।
उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता विजय सक्सेना ने आज यहां जारी बयान में कहा कि प्रदेश सरकार की नाक के नीचे राजधानी लखनऊ में ठंड से आम जनता त्रस्त है। किसी भी दलित व मलिन बस्ती में न तो समुचित अलाव जलाने की व्यवस्था की गयी है और न ही इस भीषण सर्दी में उन्हें कम्बल, रैन बसेरे का इंतजाम किया गया है। खुद को गरीबों, किसानों का मसीहा कहलाने वाली समाजवादी पार्टी के शासन में आज गरीब और किसान इस भीषण ठंड में अपनी जान गंवा रहे हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश में अब तक लगभग 19 लोग भीषण ठंड की चपेट में आकर जान गंवा चुके हैं किन्तु अभी तक प्रदेश सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है और ठंड से बचाव के लिए शासन और प्रशासन के स्तर पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गयी है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अभी तक अलाव की व्यवस्था नहीं की गयी है, जिसके चलते गरीब ठंड से असमय काल के गाल में समाने को मजबूर हैं। ऐसे में प्रदेश के दूसरे जनपदों का क्या हाल होगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
श्री सक्सेना ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि इस हाड़ कंपाती ठंड से लोगों को निजात दिलाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करे। दलित एवं मलिन बस्तियों के अलावा प्रमुख चैराहों, अस्पतालों के आस-पास एवं रैन बसेरों में अलाव जलाने तथा और अधिक संख्या में रैन बसेरों की व्यवस्था कराये ताकि गरीबों केा इस ठंड में राहत मिल सके व ठंड से हो रही मौतों को रोका जा सके।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com