Archive | विचार

अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर गोष्ठी आयोजित

Posted on 08 March 2010 by admin

लखनऊ -  अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर भाजपा महिला मोर्चा द्वारा आयोजित गोष्ठी में सपा बसपा के रूख की निन्दा की गई। महिलाओं को सम्बोधित करते हुए प्रदेश महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष संयुक्ता भाटिया ने कहा महिला विधेयक पर जिस प्रकार से बसपा व सपा ने बिल पास न होने की राजनीति की है, वह निन्दनीय है। महिलाएं इन पार्टियों को चुनाव में सबक सिखायेंगी। महिलाओं को किसी की सहानुभूति नहीं चाहिए। भाजपा ने अटल जी की सरकार के समय से ही बिल जाने की पहल की थी। भाजपा में महिलाओं का पूरा सम्मान है। श्रीमती कुमुद श्रीवास्तव ने कहा कि कन्या भू्रण हत्या पर रोक नहीं लगायी गई तो आने वाले समय में महिलाओं का प्रतिशत और भी कम हो जायेगा। श्रीमती मीना गुप्ता व श्रीमती रेनू ने घरेलू हिंसा पर विचार व्यक्त किये। महानगर महिला मोर्चा अध्यक्ष पद्मा पिल्लई ने कहा कि महिलाओं को आर्थिक स्वावलम्बन अति आवश्यक है। गोष्ठ को नगर मन्त्री निशा सिंह ने भी गोष्ठ को सम्बोधित किया। गोष्ठी में सरोज कुमारी, अंजू रामचन्दानी, पुष्पा सिंह चौहान, रीता पाठक, माधुरी शुक्ला समेत भारी संख्या में महिलाएं उपस्थित थीं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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होली का आध्यातमक-वैज्ञानिक आधार

Posted on 26 February 2010 by admin

भारत पर्वो का देश है। प्रत्येक पर्व विशेष खगोलीय घटना से बनते हैं। जब सूर्य चन्द्रमा एवं पृथ्वी किसी विशेष अंशात्मक स्थिति में आकर कोण बनाते हैं तो कोई पर्व बनाते हैं। भारतीय जनमानस इन पर्वो को भक्तिरस में डूबकर मनाता है। जब सूर्य कुम्भ राशि में एवं चन्द्रमा सिंह राशि में होकर 180 पर आमने-सामने पड़ते हैं तो होली मनायी जाती है। यह पर्व चैत्र कृष्ण प्रतिपदा को मनाया जाता है। इस प्रकार भारत में प्रत्येक पर्व के कारण में `खगोल विज्ञान´ एवं अभिव्यक्ति में धर्मनिहित होता है।

वैदिक काल से ही होली भारत में मनायी जाती रही है। यह इकलौता पर्व है जिसे पूरा विश्व मनाता है। इस नवान्नेष्टि यज्ञ या मदनोत्सव कहा जाता था। लिंग पुराण में इसे फाल्गुनिका एवं भविष्योत्तर पुराण में होली का सम्बंध होम एवं लोगों के साथ बताया गया है। पश्चिमी जर्मनी में इसे मूर्ख दिवस कहा जाता है। अमेरिका में होलोबीन नाम के उत्सव पर लोग हंसी मजाक करते हैं। ग्रीस में फेमिना का पूजन करते हैं। थाईलैण्ड में सुगंधित जल छिड़कते हैं। ब्रजभूमि एवं भरतपुर में एक दूसरे पर पत्थर मारते हैं। मेहसाना में लट्ठमार होली विश्वविख्यात है। गुजरात के विसनगर में एक दूसरे पर जूते फेंकते हैं।

होली में पलाश (ढाक, टेशू) के फूल के अर्क को निकालकर उसे शरीर पर डाला जाता था। पलाश के पुष्प का अर्क चर्मरोगों के लिए औषधि होता है। जाड़े की समाप्ति के समय शरीर में अनेक चर्मरोगों का प्रकोप हो जाता है। इससे मुक्ति के लिए पलाश के पुष्प के लाल अर्क को शरीर पर डालते थे एवं सरसो के उबटन से शरीर को मालिश करते थे यह शरीर को निरोग एवं हष्ट पुष्ट रखता है। इस प्रकार होली शरीर को निरोग रखने का अच्छा माध्यम था परन्तु अब लोग ढाक पुष्प के अकया सरसों के उबटन की जगह रासायनिक रंगों को शरीर पर डालते हैं जो स्वास्थ्य के लिए बड़ा हानिकारक होता है। लोग पारस्परिक वैमनस्य मिटाकर एक दूसरे के साथ फाग गाया करते थे।

इस बार होली 1 मार्च 2010 सोमवार को हो रही है। होलिका दहन 28 फरवरी रविवार को रात्रि 10.30 से पूर्व करे। 21 फरवरी से होलाष्टक लग रहा है। यह 1 मार्च तक 8 दिन रहेगा। इसमें जम्मू कश्मीर राजस्थान, पंजाब, हिमाचल एवं दिल्ली में विवाहादिशुभकार्य विर्णत होता है परन्तु शेष भारत में इस होलाष्टक का प्रभाव नहीं होगा।

सत्य की खोज विज्ञान है, सत्य की अनुभूति धर्म है एवं सत्य की अभिव्यक्ति कला है। भारतीय पर्व विज्ञान धर्म एवं कला के सामंजस्य हुआ करते है। होली में अपने आसपास के कूडे कचडे को जलाने से हानिकारक जीव एवं कीट पतंगो को जलाकर नष्ट करते है। होलिकादहन में होलिका को जलाकर भक्त प्रहलाद के बच जाने की चमत्कारिक घटना धर्म की विजय का प्रतीक है। होलिका दहन की परिक्रमा में 150-200 डिग्री तापक्रम के चारों ओर पंच परिक्रमा से शरीर में अधिक ऊष्मा प्रवेश करती है और प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है। आजकल होली के दिन मदिरा पीकर एवं भाग खाकर लोग अपने को भ्रमित करते है आज इस कुरीति को दूर करने की आवश्यकता है। होली की आप सबको शुभ प्रार्थनाएं। (लेखक लखनऊ विश्वविद्यालय के ज्योतिर्विज्ञान विभाग में प्रवक्ता हैं)
विपिन पाण्डेय
सी-175, सेक्टर-सी
महानगर, लखनऊ
संपर्क सूत्र : 09415969147

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पुरुष ऐसी महिलाओं को पसंद करते हैं, जिस पर वे विश्वास कर सकें..

Posted on 15 February 2010 by admin

लड़के भले ही साइज जीरो मॉडलों को घंटों निहारते रहें, लेकिन जहां पत्नी की बात आए, वहां उन्हें विचारवान और मृदु व्यवहार वाली लड़की की ही याद आती है।
एक नए शोध ने एक बार फिर इस बात को प्रमाणित कर दिया है कि पुरुष ऐसी महिलाओं को पत्नी के तौर पर पसंद करते हैं, जिस पर वे विश्वास कर सकें और जो उनके अभिभावकों के साथ अच्छे से निभा सके।
डेली मेल ने शोधकर्ता वेबसाइट यूकेडेटिंग डॉट कॉम के स्टीफन रोल्ट के हवाले से कहा साइज जीरो मॉडल एक मिथक है। वास्तविकता यह है कि पुरुष ऐसी लड़की को पसंद करते हैं, जिस पर वे विश्वास कर सकें। उन्होंने कहा एक पुरुष आज भी यह चाहता है कि जब जीवनसाथी चुनने की बात आए तो मम्मी की रजामंदी मिल जाए।
सर्वेक्षण में कहा गया है कि महिलाएं ऐसे पुरुषों से दूर रहना पसंद करती हैं, जो शराबी, स्वार्थी और हिंसक व्यवहार वाले हों। रिपोर्ट के अनुसार पुरुष अश्लील और अविश्वसनीय व्यवहार वाली महिलाओं से दूर भागते हैं।

Vikas Sharma
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सोनिया गांधी का प्यार पहली नजर का प्यार था।

Posted on 15 February 2010 by admin

{सोनिया गांधी लाभ के किसी पद पर आसीन नहीं, और यही उनका अपने प्यार के प्रति सबसे बड़ा प्रतिदान है}19sonia1-1_1250695810_m
जब पहली बार सोनिया ने एक हैंडसम इंजीनियरिंग स्टूडेंट को देखा तो वह मंत्रमुग्ध रह गईं। दोनों की नजरें मिलीं, और दिल धड़क उठे। बाद में सोनिया ने अपने परिवार वालों को पत्र में लिखा- मैं एक भारतीय लड़के से प्यार करती हूं।
प्यार किस्मत बदल देता है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संदर्भ में यही कहा जा सकता है। भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के नाती राजीव से उनकी मोहब्बत ने उन्हें सात समुंदर पार, एक अनजान देश में पहुंचाया। यहां एक बार पहुंची तो यहीं की होकर रह गईं।
राजीव गांधी से सोनिया का प्यार पहली नजर का प्यार था। वेनेटो, इटली में जन्मी सोनिया से राजीव गांधी की मुलाकात कैंब्रिज में हुई। सोनिया यहां अंग्रेजी भाषा की पढ़ाई करने गई थीं, और राजीव ट्रिनिटी कॉलेज में पढ़ रहे थे। वहीं के एक ग्रीक रेस्त्रं में सोनिया ने राजीव को पहली बार देखा था।
सोनिया एक साधारण परिवार की लड़की थीं, और उन दिनों पढ़ने के साथ-साथ कैंब्रिज में पार्टटाइम काम भी कर लेती थीं। जब राजीव से वह पहली बार मिलीं, तब वह उस रेस्त्रां में काम करती थीं। जब पहली बार सोनिया ने एक हैंडसम इंजीनियरिंग स्टूडेंट को देखा तो वह मंत्रमुग्ध रह गईं। दोनों की नजरें मिलीं, और दोनों के दिल धड़क उठे। बाद में सोनिया ने अपने परिवार वालों को पत्र में लिखा- मैं एक भारतीय लड़के से प्यार करती हूं। वह एक स्पोर्ट्समैन है। नीली आंखों वाले ऐसे ही राजकुमार का मैं हमेशा से सपना देखती थी। इसके बावजूद सोनिया ने अपने दिल का हाल राजीव पर जाहिर होने नहीं दिया।
उधर राजीव भी सोनिया पर मर मिटे थे। प्यार का इजहार करने में उन्हें भी वक्त लगा। पर एक बार इजहार किया तो सात फेरों पर ही बात खत्म की। तब तक सोनिया को मालूम चल चुका था कि राजीव भारत के इतने बड़े राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं।
राजीव और सोनिया की मुलाकात 1965 में हुई थी और दोनों ने तीन साल बाद यानी 1968 में विवाह किया। इसके बाद सोनिया भारत की ही होकर रह गईं। 1970 में उन्होंने राहुल को, और 1972 में प्रियंका को जन्म दिया। हालांकि राजीव गांधी राजनीति में उतरे, और मां एवं पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद प्रधानमंत्री भी बने, पर सोनिया राजनीति से दूर रहीं।
1991 में राजीव गांधी की हत्या के बाद सोनिया गांधी ने देश की राजनीति में उतरने का फैसला किया। यह उनके प्यार का प्रतिदान था। पति राजीव जिस देश से प्यार करते थे, उसके हित के बारे में सोचते थे, उसी देश की सेवा के लिए सोनिया गांधी ने यह फैसला किया। अपने प्यार के प्यार को अंगीकार करना ही तो प्यार में सबसे बड़ा समर्पण है।
 

Vikas Sharma
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वेलेन्टाइन डे पर बजरंगी और संडे पड़े भारी

Posted on 15 February 2010 by admin

दुनिया भर में भले ही वेलेन्टाइन डे धूमधाम से मनाया गया हो पर हल्द्वानी में बजरंग दल कार्यकर्ताओं और शिव सैनिकों के डर से प्रेमी जोड़े खुलेआम किसी भी स्पॉट पर नजर नहीं आए। रही, सही कसर संडे ने पूरी कर दी।

रविवार को प्रेमी जोड़ों को मोहब्बत का इजहार करने के लिए पर्दे के पीछे ही रहना पड़ा।

इस दौरान स्कूल कॉलेज बंद रहने से भी सुनसानी छाई रही। दिन भर केवल शिव सैनिक और बजरंग दल कार्यकर्ता ही शहर की सड़कों पर नजर आए। इस दौरान उन्होंने गौला बैराज से लेकर शहर की तमाम गिफ्ट शॉप्स और साइबर कैफे की निगरानी की। इस दौरान उन्होंने वेलेन्टाइन का पुतला भी फूंका। हत्थे तो उनके कोई जोड़ा नहीं लग पाया पर उनके कारण दिनभर शहर में जगह-जगह जाम की स्थिति बनी रही। जिससे आने जाने वालो को भी दिक्कत हुई।

वेलेन्टाइन डे के दिन स्कूल कॉलेज बन्द रहने के कारण शरारती तत्वों को भी युवतियों पर फब्तियां कसने का मौका नहीं मिल पाया। फूलों के कारोबारियों को नुकसान बजरंग दल कार्यकताओं और शिव सैनिकों के खौफ के चलते मंगल पड़ाव में लगने वाले फूलों के बाजार में दिनभर पुलिस का पहरा लगा रहा।

बजरंगियों के डर से पर्याप्त ग्राहक न आने से फूलों की खरीददारी भी अपेक्षा से कम ही हुई।

“कुसुम भट्ट”

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100 सवालों के जवाब शादी से पहले पूछे

Posted on 14 February 2010 by admin

1. अपने पार्टनर का रोमांटिक स्तर समझें। जान लें कि वे प्यार और रोमांस के बारे में क्या सोचते हैं। हो सकता है कि आप प्यार जताने में यकीन रखती हों और वे समझने में यकीन रखते हों। समय के साथ यह रिश्ते की समस्या बन सकती है।

2. भावी पार्टनर से उनकी आर्थिक स्थिति डिस्कस करें। उनसे निवेश, लोन और निवेश के तरीकों पर जरूर बातचीत करें।

3. घरेलू कामकाज कई बार रिश्तों में उलझन की एक बडी वजह बन जाते हैं। अपने पार्टनर से जानें कि घर के काम-काज में उनका क्या योगदान हो सकता है और शादी के बाद वे इसमें अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह कैसे करेंगे।

4. अपने होने वाले पार्टनर से परिवार की शुरुआत करने के बारे में जरूर डिस्कस करें। उनसे पूछें कि वह कब और कितने बच्चे चाहते हैं?

5. उनसे पूछें कि वे शादी के लिए तैयार हैं या नहीं? शादी से यहां मतलब सात फेरों से नहीं, बल्कि उसके साथ जुडे कमिटमेंट से है।

6. क्या वह खुद को पॉजिटिव इंसान मानते हैं?

7. कौन सी बातों से उन्हें गुस्सा आता है?

8. अपने गुस्से को शांत कैसे करते हैं?

9. क्या वह दूसरे की भूल को भूल समझ कर भुला देते हैं या बातें दिल में लंबे समय के लिए लग जाती हैं?

10. ऐसी कौन सी बात है, जिसके लिए वह कभी माफ नहीं कर सकते?

11. क्या वह जरूरी मुद्दों पर बात करना पसंद करते हैं या उन्हें खुद तक सीमित रखते हैं?

12 .क्या वह अपनी गलतियों की जिम्मेदारी ले लेते हैं या उन्हें दूसरों पर डालने की कोशिश करते हैं?

13 .किसी आपातकालीन स्थिति को वह कैसे हैंडल करते हैं?

14 .अपने परिवार के साथ उनका कैसा रिश्ता है?

15 .जानवरों के प्रति उनका कैसा व्यवहार रहता है?

16 .अनजान लोगों के प्रति उनका कैसा व्यवहार रहता है?

17.उन्हें अपना भविष्य कैसा चाहिए?

18. यदि कोई पुराना रिश्ता दोबारा उनके जीवन में आए तो उनकी प्रतिक्रिया क्या होगी?

19. उनके अनुसार वह करियर की किस ऊंचाई तक पहुंचने का टारगेट रखते हैं?

20. फिलहाल वह अपने करियर में खुद को कहां पाते हैं?

21. फिलहाल वह किस तरह की लाइफस्टाइल जी रहे हैं?

22. किस तरह की जीवनशैली उन्हें आकर्षित करती है?

23. क्या वह धार्मिक प्रवृत्ति के हैं या धर्म में उनकी कितनी आस्था है?

24. रिश्तों में वह अपना वर्चस्व चाहते हैं या बराबरी में यकीन रखते हैं?

25. आपके काम करने से उन्हें कोई आपत्ति तो नहीं? यदि हां तो क्या आप फुल-टाइम जॉब कर सकती हैं?

26. क्या वह चाहते हैं कि आप घर में रहकर बच्चे की देखभाल करें?

27. क्या वह आपको हाउसवाइफ के रूप में देखते हैं?

28. उनके अनुसार बच्चे के लिए आदर्श पढाई-लिखाई का स्वरूप क्या है?

29. क्या वह बच्चों को परंपरागत शिक्षा देने में यकीन रखते हैं या वह अनुभव के आधार पर सीखने की बात मानते हैं?

30. बच्चों में सामाजिकता को कितना महत्व देते हैं वह, चाहे लडका हो या लडकी?

31. अगर आप वर्किग होंगी तो वह अपने बच्चे का खयाल किस तरह रखवाना चाहेंगे? अपने बच्चे को वह क्रेश में डालना चाहेंगे या घर में बेबी-सिटर पसंद करेंगे?

32. बच्चों के करियर को लेकर आशाएं क्या हैं?

33. घर में बच्चों के लिए अनुशासन के उनके क्या मानक हैं?

34. उन्हें कोई गंभीर बीमारी तो नहीं?

35. क्या उन्होंने कभी एचआईवी टेस्ट करवाया है?

36. उन्हें कोई वंशानुगत बीमारी तो नहीं? उनके परिवार में कोई बीमारी पीढी-दर-पीढी होती रहती है?

37. किसी शारीरिक या मानसिक बीमारी की मेडिकल हिस्ट्री तो नहीं?

38. कभी कोई एक्सीडेंट या ऐसी बीमारी तो नहीं हुई जिसमें जीवन-मृत्यु का सवाल खडा हो गया हो?

39. क्या कभी कोई सर्जिकल ऑपरेशन हुआ है, यदि हां तो क्यों?

40. खुद को स्वस्थ रखने के लिए वह क्या करते हैं?

41. उन्हें कोई क्रॉनिक पेन तो नहीं रहता?

42. क्या उनका कोई मेडिकेशन चल रहा है? यदि हां, तो किसलिए?

43. क्या वह वेजिटेरियन हैं या नॉन-वेजिटेरियन?

44. क्या वह कोई डाइट प्लान फॉलो करते हैं?

45. उनकी हॉबीज क्या हैं?

46. आपकी उच्च शिक्षा के बारे में उनकी क्या राय है? अगर आप दोबारा पढाई करना चाहें तो क्या उनकी इजाजत होगी?

47. बच्चों की शिक्षा के बारे में उनकी क्या राय है? वे उन्हें हॉस्टल भेजना चाहेंगे? इसके अलावा उनसे धार्मिक शिक्षा के पहलुओं को भी डिस्कस कर लें।

48. क्या वे बच्चों की शिक्षा में खुद भी हिस्सेदार बनेंगे?

49. क्या वे कभी विदेश में बसने के बारे में भी सोचेंगे?

50. क्या वे कभी अपने होमटाउन में लौटना चाहेंगे?

51. क्या वे चाहेंगे कि उनके प्रोफेशन के अनुसार उनका परिवार भी उनके साथ शिफ्ट हो?

52. किसी जगह पर बसने से पहले क्या वे आपकी राय भी लेंगे?

53. वे किस तरह के घर में रहना पसंद करेंगे? किसी बडे आरामदायक बंगले में या सादगी से तैयार किए गए फ्लैट में? वे शहर के बीचोबीच रहने की बात सोचते हैं या भीड से अलग रहने में उनकी दिलचस्पी है?

54. उनके दोस्त कौन-कौन हैं?

55. अपने दोस्तों के बारे में उन्हें कौन सी बात सबसे ज्यादा पसंद है?

56. अपने दोस्तों के साथ शादी के बाद उनका कैसा रिश्ता रहेगा?

57. लडकियों के साथ उनकी कितनी दोस्ती रहती है?

58. अपनी महिला मित्रों के साथ शादी के बाद उनका कैसा रिश्ता रहेगा?

59. क्या शादी के बाद आप अपने दोस्तों से संबंध बनाए रख सकती हैं?

60. आपके दोस्तों के साथ रिश्ते को किस हद तक पसंद करेंगे वे?

61. क्या वे घर में मेहमानों का आना पसंद करते हैं?

62. जब आपके दोस्त घर आएंगे, तब उनका क्या रवैया होगा?

63. यदि वे किसी और भाषा के ज्ञानी हैं तो क्या वे चाहेंगे कि आप भी उस भाषा को सीखें?

64. क्या वे ट्रैवेल करते हैं, प्रोफेशनल या पर्सनल कामों के लिए?

65. क्या उन्हें वेकेशन के लिए जाना पसंद है?

66. क्या उन्हें पढने का शौक है?

67. उनके अनुसार पति का रोल रिश्ते को निभाने में क्या होता है?

68. पत्नी का रोल क्या होता है?

69. किसी के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए वे क्या करते हैं?

70. क्या वे अपनी भावनाओं को लिखकर व्यक्त करने में यकीन रखते हैं?

71. यदि वे किसी के साथ कुछ गलत करें तो क्या अफसोस जताते हैं?

72. यदि किसी और ने उनके साथ गलत किया हो तो किस तरह के अफसोस जताने के तरीके में उन्हें यकीन है?

73. वे अपने निर्णय किसी के साथ बातचीत करके लेना पसंद करते हैं?

74. क्या वे कभी अपशब्दों का प्रयोग करते हैं?

75. क्या उनके दोस्त कभी अपशब्दों का प्रयोग करते हैं?

76. उन्हें अपने शादीशुदा रिश्ते को बेहतर तरीके से चलाने के लिए मेडिटेशन का सहारा लेने में कोई गुरेज तो नहीं?

77. यदि अपने रिश्ते में कोई दिक्कत आ जाए तो वे उसे कैसे सुलझाएंगे?

78. मानसिक, शारीरिक व भावनात्मक उत्पीडन की उनकी परिभाषा क्या है?

79. क्या उन्हें किताबें पढना पसंद है?

80. क्या उन्हें फिल्में देखना पसंद है?

81. क्या उन्हें विडियो गेम/कंप्यूटर गेम्स पसंद हैं?

82. दिन में वे कितनी देर टीवी देखते हैं?

83. वे मनोरंजन के लिए क्या करते हैं?

84. काम के बाद वे क्या करना पसंद करते हैं?

85. क्या वे स्मोक करते हैं?

86. क्या वे कभी किसी लत के शिकार हुए हैं?

87. क्या वे ड्रिंक करते हैं?

88. क्या वे कभी रीहैबिलिटेशन सेंटर में इलाज करवा चुके हैं?

89. क्या वे व्यायाम करते हैं, यदि हां तो किस प्रकार के व्यायाम करना उन्हें पसंद है?

90. उनकी परवरिश किस तरह के माहौल में हुई?

91. उनके अंदर कौन सी आदत ऐसी है जिसे वे पारिवारिक कह सकते हैं?

92. अपने परिवार के साथ उनकी केमिस्ट्री कैसी है?

93. कौन-सी बातों को वे अपनी खूबियों में शामिल करते हैं?

94. कौन-सी बातों को वे अपनी बुराई मानते हैं?

95. क्या वे एबॉर्शन में यकीन रखते हैं?

96. होमोसेक्सुअलिटी के बारे में उनकी क्या राय है?

97. क्या वे मानते हैं कि विज्ञान ईश्वर की ताकत को चैलेंज कर सकता है?

98. क्या उनके कोई सेक्सुअल पार्टनर्स रहे हैं?

99. क्या उन्होंने कभी किसी रिश्ते में बेईमानी की है?

100. क्या वे आपको अकेले बाहर जाने देंगे?

नोट- यदि 50 से कम जवाब आपके अनुसार हैं तो यह रिश्ता निभाना मुश्किल होगा; यदि 50-75 सवालों के जवाब आपके अनुसार हैं तो रिश्ता आपके लिए उपयुक्त है; यदि 75 से ज्यादा सवालों के जवाब आपके अनुसार हैं तो रिश्ता आपके लिए बहुत अच्छा है। (ये सवाल मनोवैज्ञानिकों से बातचीत पर आधारित हैं)


Vikas Sharma
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प्यार जानने के वेलेंटाइन डे टिप्स

Posted on 14 February 2010 by admin

अगर आप किसी लड़की को चाहते हैं,
तो क्या आप को मालूम कि वो सिंगल है या नहीं। उसका कोई ब्वॉयफ्रेंड है या नहीं। वो भी आपकी तरह बेकरार है या नहीं। तो आपको करार पहुंचाने के लिए और प्यार का पहला कदम बढ़ाने के लिए कुछ मंत्र या टिप्स हैं, जिनके जरिए आप किसी लड़की का लव स्टेटस जान सकते हैं।

अगर वो आंखे ना चुराए…
अगर वो लड़की इधर-उधर बेवजह देखती नजर आए, किसी को ढूंढती नजर आए और वो आपसे आंखें ना चुराए.. तो मान लीजिए कि उसे किसी हमदम की तलाश है। क्योंकि अगर कोई लड़की किसी के साथ रिलेशनशिप में है तो वो अपने आस-पास कम ही नजरें घुमाती है।

जब नजरों से नजर मिले और वो आंहें भरे…
अगर आप किसी लड़की को चाहते हैं और ये जानना चाहते हैं कि क्या वो आपको भी चाहती है, तो जरा उसकी नजरों को पढ़िए। अगर वो आपसे नजरें मिला रही है और साथ में मुस्कुरा रही है, तो बस भइया कुड़ी आप पर फिदा है। फिर हो जाईए तैयार, क्योंकि शायद यही है प्यार….

दूरी के साथ, खुलकर करे सबसे बात
अगर वो लड़की कहीं भी किसी दूसरे लड़के के साथ खुलकर बात करती हो, मगर साथ में एक दूरी का भी ख्याल रखती हो तो यह दिखाता है कि वो लड़की बिल्कुल भी रूढ़िवादी या पुराने ख्यालों की नहीं। यानी वो खुले विचारों वाली लड़की है, जो आपके प्रपोजल पर हाय-तौबा नहीं मचाएगी और अगर आपमें दम है तो हसीना मान ही जाएगी।

प्रेमी जोड़ों को देख अगर तरसे मन..
अगर किसी प्रेमी जोड़े को देखकर वो लड़की उदास हो जाती है, उसके चेहरे के भाव बदल जाते हैं.. तो इसका मतलब है कि वो भी चाहती है कि कोई उसका भी साथी हो, जिसके साथ वो कुछ अच्छे पल बिता सके, हाथों में हाथ डाल कहीं जा सके और अपने तन्हाईओं का शोर मिटा सके। तो आप इस मौके का फायदा उठा सकते हैं और उसे जता सकते हैं कि आप ही हैं उसे सुख-दुख के हमसफर।

बॉडीलैंग्वेज करेगी सबकुछ बयान
बॉडीलैंग्वेज ऐसी भाषा है जिसे पढ़कर आप किसी लड़की की दिली तमन्नाओं को जान सकते हैं। जरा गौर से देखिए उस लड़की की अदाओं को वो सबकुछ बयान करेगी, जो वो लड़की खुद अपने होंठों से बयान न कर पाएगी।

बातों-बातों में छू लेना
अगर वो बातों-बातों में आपको छूती है, आपका हाथ पकड़ती है तो समझिए उसे आपके छूने पर भी कोई हर्ज नहीं। अगर वो आपसे एक दूरी बनाकर चलती है, बात भी कोसों दूर से करती है तो आप भी इस दूरी का ख्याल रखिए।

अगर वो हो चैटरबॉक्स
अगर वो लड़की चैटरबॉक्स की तरह आपसे बेवजह बातें करती जाए। भले ही वो बातें उसके डेली रूटीन से जुड़ी हो, जिसमें दुनिया भर का किस्सा हो और भले ही उसमें आपका जरा सा भी ना हिस्सा हो। लेकिन ध्यान रखिए अगर उसमें किसी दूसरे लड़के का जिक्र ना हो तो वो लड़की जताना चाहती है कि उसकी जिंदगी में कोई दूसरा शख्स नहीं है।

गर्लफ्रेंड्स के साथ ही दिखाई दे हर बार
अगर आप उस लड़की को बार-बार उन्हीं गिनी-चुनी गर्लफ्रेंड्स के साथ देखते हैं, तो इसका मतलब है कि उसकी कंपनी में कोई मेल पार्टनर नहीं है और वो पूरी तरह से सिंगल है।

गलत ना समझें दोस्ती को
अगर वो लड़की काफी फ्रेंडली हो और किसी से भी खुलकर बात करती हो तो इसका गलत मतलब मत निकालिए। ये उसकी फितरत है और यही दिखाता है कि वो बिल्कुल अकेली है। क्योंकि अगर कोई लड़की किसी के साथ सीरियस रिलेशनशिप में हो तो वो किसी दूसरे लड़के के साथ बातें करने में हिचकिचाएगी और एक दूरी जरूर बनाएगी।

सीधी बात, नो बकवास
अगर आप इन तरीकों से इतेफाक नहीं रखते और बिना टाइम खराब किए सीधा अपना लक आजमाना चाहते हैं, तो उस लड़की के पास डायरेक्ट जाईए, उससे बात कीजिए और कुछ वक्त साथ बिताने के बाद उसका फोन नंबर मांगिए। अगर वो लड़की अपना नंबर नहीं देना चाहती तो समझिए वो आपसे दूरी बनाना चाहती है। भले ही इसमें रिस्क है, लेकिन हुजूर रिस्क से ही बरकत है। तो फिर ट्राई-ट्राई एगेन……लगे रहिए कहीं तो बरकत होगी।


Vikas Sharma
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एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण का आयोजन

Posted on 01 February 2010 by admin

गन्ना कृषकों को बताया गया बुआई करने के उपाय
सुल्तानपुर - विकास खण्ड दोस्तपुर के ग्राम जजरही जमालपुर के पंचायत भवन पर गन्ना विकास विभाग द्वारा आत्मा योजना के अन्तर्गत गन्ना समिति के सदस्यों का एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण का शुभारंभ करते हुए गन्ना विभाग के गन्ना विकास निरीक्षक लाल साहब सिंह ने आत्मा योजना के बारे में जानकारी के साथ बताया कि जिन किसान भाईयों को गन्ने की व्यवसायिक खेती करनी हो वे किसान गन्ने के खेत की तैयारी शुरू कर देंए क्योंकि गन्ने की बुआई का उपयुक्त समय फरवरी माह है।

श्री सिंह ने आग्र बताया कि इस जिले हेतु अधिक उत्पादक गन्ने की नवीनतम एवं शीघ्र पकने वाली तथा उच्च शर्करायुक्त प्रजातियों की खेती करने से अधिक लाभ होता है। प्रगतिशील कृषक बृजलाल ने गन्ने के खेत में चूहों की समस्या बताई।  श्री सिंह ने बताया कि चूहों को मारने हेतु जिंक फास्फाइड का प्रयोग करें।

गन्ना पर्यवेक्षक सुधीर कुमार शर्मा द्वारा गन्ना मेंब लगने वाले विभिन्न रोगों पर चर्चा करते हुए बताया कि गन्ना लाल सड़न नामक रोग से सर्वाधिक प्रभावित होता है। रोगी पौधों को उखाड़कर नष्ट कर देना चाहिए।
प्रशिक्षण में कृषि विज्ञान केन्द्र के पशुपालन विभाग के डा. एस्.एन. सिंह ने एवं डी. के. सिंह, अतुल सिंह तथा प्रगतिशील कृषक राजनारायण, बृजलाल, पारसनाथ, महेन्द्र प्रताप आदि कृषक उपस्थित रहे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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साइबर क्राइम को नियन्त्रित करने का अनोखा मैकेनिज्म - डीआईजी

Posted on 23 January 2010 by admin

लखनऊ-  शहर की पुलिस और आईडिएक्ट्स इनोवेशन, साइबर कैफे सल्युशन कंपनी जो नवीनतम व अनोखे इन्टरनेट एप्लीकेशनों का विकास करती है,  शहर के साइबर कैफे मालिकों को सम्बोधित करते हुए साइबर कैफे की सुरक्षा व प्रबंध पर होने एक संवादात्मक सत्र पर संयुक्त रूप से भाग लिया है। इस समारोह में लखनऊ शहर के मुख्य पुलिस अधिकारियो ने भाग लिया। इसका आयोजन साइबर कैफे के मालिकों के बीच साइबर स्पेस के राष्ट्र विरोधी व अपराधिक गतिविधियों के लिए होने वाले प्रयोग के प्रति सर्तक करने के उद्देश्य के साथ हुआ।

लखनऊ पुलिस के डीआईजी प्रेम प्रकाश के अनुसार वास्तव में साइबर क्राइम को नियन्त्रित करने का यह एक अनोखा मैकेनिज्म है और यह उस माध्यम का अच्छा उपयोग कर सकता है जिसे युवाओं व शहर के सभी हिस्सों में क्रियात्मक रूप से प्रयोग किया जाता रहा है। गलत कार्यो के लिए साइबर कैफे एक सामान्य लक्ष्य होते है और इन्हें सही तरह से व्यवस्थित करना जरूरी है, क्योंकि भारत में पहले भी इसका प्रयोग गैर सामाजिक तत्वों द्वारा किया जा चुका है और इन्हें सुरक्षित करना बहुत महत्वपूर्ण है। अभी तक, ज्यादातर साइबर कैफे, कैफे आने वालों का डाटा एक रजिस्टर में लिखकर रखते है जोकि न केवल अप्रभावकारी है बल्कि आवश्यकता पड़ने पर इन्हें निकालना भी बहुत कठिन है। इसके अतिरिक्त कुछ कैफे आने वालों से पहचान पत्र के लिए आग्रह भी नहीं कर पाते। आईडिएक्ट्स इनोवेशन का क्लिंक साइबर कैफे मैनेजर साइबर कैफों के सरल, सुरक्षित व निर्बाद व्यवसाय और राष्ट्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित करेगा। इस प्रयास में हम आईडिएक्ट्स इनोवेशन के साथ जुड़कर बेहद प्रसन्न है।

आईडिएक्ट्स इनोवेशन के क्षेत्रीय प्रबंधक संचालक गुरविन्दर सिंह ने कहा भारत में इंटरनेट तक की 47 प्रतिशत पहुंच साइबर कैफों के सहयोग से होती है, साइबर क्राइम के लिए वे एक मुख्य स्थान के रूप में उभर रहे हैं, इन्हें सुरक्षित करना बहुत महत्वपूर्ण है। आज साइबर कैफे मालिकों के पास कैफे में आने वालों की सूचना को रखने का एक व्यवहारिक समाधान नहीं है। क्लिंक साइबर कैफे मैनेजर के साथ आईडिएक्ट्स अपने साझेदारों को एक साधारण साफ्टवेयर के साथ कैफे आने वालों के रिकार्ड को लम्बें समय तक रखने में सहायता करता है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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मुलायम के साथ होंगे अगले विधान सभा चुनाव में: लालू प्रसाद

Posted on 18 January 2010 by admin

लखनऊ - राष्ट्रीय जनता दल (राजद) उत्तर प्रदेश विधानसभा के 2012 में होने वाले चुनाव समाजवादी पार्टी से गठबंधन करके लड़ेगा। विस चुनाव से पहले होने वाले पंचायत व नगर निकाय चुनाव में भी राजद प्रत्याशी उतारेगा। राजद मुखिया लालू प्रसाद ने कहा कि वह मुलायम सिंह यादव को कभी कमजोर नहीं होने देंगे।

राजद मुखिया सपा के प्रदेश कार्यालय पहुंचे। पार्टी कार्यालय में उन्होंने पदाधिकारियों से मुलाकात की और मीडिया से वार्ता भी की। यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश के 2012 में होने वाले चुनाव वह मुलायम सिंह यादव के साथ मिल कर लड़ेंगे। राष्ट्रीय पार्टी होने के नाते अब ऐसा नहीं होगा कि यूपी में हम चुनाव मैदान में न उतरें। राष्ट्रीय स्तर पर भी वह अन्य पार्टियों से मिलकर चुनाव मैदान में उतरेंगे। एक सवाल पर यादव ने कहा कि वह मुलायम सिंह यादव को कमजोर नहीं होने देंगे। राजद मुखिया ने कहा कि प्रदेश के पंचायत व नगर निकाय चुनाव में भी राजद बढ़-चढ़कर भाग लेगा। पार्टी के होने वाले कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए वह यूपी में आते रहेंगे।lalumulayam1

शनिवार को बाराबंकी के देवा शरीफ में मजार पर चादर चढ़ाने पर लालू ने कहा कि जो खुद को भगवान से ऊपर मानता हो वह ऐसा न करें। उन्होंने खुद के स्वास्थ्य के साथ ही शत्रुओं का नाश होने की दुआ मांगी। जबसे कांग्रेस आई है, कमर तोड़ महंगाई है। चाहे सब्जी हो या अनाज सब के दाम बेतहासा बढ़े हैं। इसके पीछे उन्होंने केंद्र के अलावा राज्य सरकारों को भी दोषी मानते हुए कहा कि वास्तव में कालाबाजारी पर कड़ाई से अंकुश नहीं लगाया जा रहा है। महंगाई के मुद्दे पर वह देशव्यापी आंदोलन छेड़ेंगे और जेल जाने तक तैयार हैं। एक सवाल पर लालू ने कहा कि उन्होंने कल देखा कि यहां किस तरह से मूर्तियां खड़ी हैं और नीली-नीली बत्तिया जगमगा रही हैं।


Vikas Sharma
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