Posted on 01 March 2013 by admin
इलाहाबाद 28 फरवरी
महाकुम्भ में राट्रीय खादी एवं ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में पिछले डेढ महीने में लगभग 6 करोड़ रूपये से ज्यादा की बिक्री हुयी, जो अपने आप में बड़ी बात है। इसका मतलब है कि लोगों का खादी के प्रति लगाव बढ़ रहा है। इसकी एक वजह यह भी है कि खादी ग्रामोद्योग गुणवत्ता से समझौता नहीं करता हैं।
उक्त बातें क्षेत्रीय कार्यालय खादी एवं ग्रामोद्योग वाराणसी के निदेशक एस0विजय कुमार ने त्रिवेणी रोड में खादी एवं ग्रामोद्योग प्रदर्शनी के समापन कार्यक्रम के दौरान कही। उन्होंने बताया कि खादी एवं ग्रामोद्योग निरन्तर प्रगति की तरफ अग्रसर हैं। खादी एवं ग्रामोद्योग के संयुक्त तत्वाधान में लगायी गयी इस प्रदर्शनी में विभिन्न राज्यों के उधमियों जैसे उड़ीसा,नागालैण्ड,झारखण्ड,आन्ध्र प्रदेश,राजस्थान आदि प्रदेशों के द्वारा लगभग 335 स्टाॅल लगायें गये थे। जिसमें 104 स्टाॅल खादी के थे, बाकी स्टाॅल ग्रामोद्योग द्वारा लगाये गये थें। सभी स्टाॅलों द्वारा गुणवत्तायुक्त खादी के वस्त्र,खाद्य सामाग्रियां आदि का प्रदर्शन ठीक तरीके से किया गया। जिसका नतीजा यह रहा कि पिछले लगभग डेढ महीने में लक्ष्य से डेढ़ गुना ज्यादा बिक्री हुयी। उन्होनंे बताया कि बिक्री का अनुमानित लक्ष्य लगभग 4 करोड़ रूपये का था, पर विभिन्न स्टाॅलों द्वारा बिक्री कुल मिलाकर 6 करोड़ रूपये से ज्यादा की गयी।जिसमें लगभग 4 करोड़ रूपये की बिक्री खादी वस्त्रों पर हुयी। तथा 2 करोड़ रूपये से ज्यादा के ग्रामोद्योगी उत्पाद बिके।
समापन कार्यक्रम के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले संस्थानों को पुरस्कृत भी किया गया। खादी वस्त्रों की उत्कृष्ट बिक्री में पहला पुरस्कार स्वराज आश्रम राजस्थान,दुसरा श्री गांधी आश्रम भण्डार मैदागिनि वाराणसी और तीसरा पुरस्कार ग्रामोद्योग संस्थान सीतापुर ने प्राप्त किया। ग्रामोद्योग से सम्बन्धित उत्कृष्ट बिक्री की श्रृंखला में पहला पुरस्कार रस राज आयुर्वेदिक फाॅर्मेसी उदयपुर राजस्थान,दुसरा माया इण्ड्रस्ट्रीज प्रतापगढ़ और तीसरा पुरस्कार सुपर लेदर ग्रामोद्योग लखनऊ को दिया गया। उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु राधा स्वयं सहायता समूह वेस्ट आंध्र प्रदेश और नाथु राम सिसोदिया न्यू फैन्सी जूती स्टोर राजस्थान को संात्वना पुरस्कार भी दिया गया।
समापन समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ संयुक्त मुख्य कार्यपालक अधिकारी उ0प्र0 खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड लखनऊ, श्रीमती नीरू श्रीवास्तव ने की। इस मौके पर खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के कई अधिकारी,कर्मचारी सभी संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 19 February 2013 by admin
दिवंगत विधायक श्री महेश नारायण सिंह को आज उत्तर प्रदेश विधान सभा में श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष श्री माता प्रसाद पाण्डेय ने उन्हें एक योग्य एवं कर्मठ नेता बताते हुए कहा कि श्री महेश नारायण सिंह सदैव अपने क्षेत्र के विकास के लिए प्रयत्नशील रहते थे।
मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने स्व0 श्री महेश नारायण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिवंगत विधायक एक कुशल राजनीतिज्ञ एवं कर्मठ नेता थे, जो अपने व्यवहार व मेहनत के कारण क्षेत्र में लोकप्रिय थे। उन्होंने कहा कि स्व0 महेश नारायण सिंह ने लगातार गरीबों व किसानों के लिए संघर्ष किया।
इस अवसर पर बहुजन समाज पार्टी के श्री स्वामी प्रसाद मौर्य, भारतीय जनता पार्टी के श्री हुकुम सिंह, कांगे्रस पार्टी के श्री प्रदीप माथुर तथा राष्ट्रीय लोकदल के श्री दलवीर सिंह ने अपने-अपने दलों की ओर से दिवंगत विधायक को श्रद्धांजलि अर्पित की।
ज्ञातव्य है कि इलाहाबाद के हंडिया विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के विधायक श्री महेश नारायण सिंह का 11 फरवरी, 2013 को निधन हो गया था।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 19 February 2013 by admin
कुम्भ की बारिष से खराब हुई सड़कों को तत्काल ठीक कर लिया जाये-लोक निर्माण मंत्री
प्रदेष के लोक निर्माण मंत्री षिवपाल सिंह यादव ने हण्डिया क्षेत्र के दिवंगत विधायक महेष नारायण सिंह के निधन को पार्टी सहित अपनी वैयक्तिक क्षति बताते हुए कहा कि स्वर्गीय सिंह से मेरा परिवारिक सम्बन्ध था और उनकी सपा के प्रति निष्ठा अभूत पूर्व थी। उनके निधन से सपा ने एक ओर जहां अपना निष्ठावान, समर्पित और पार्टी के एक सच्चे हितैषी खो दिया है, वहीं उनके निधन से मैं पूरी तरह से मर्माहत हूं।
श्री यादव ने स्वर्गीय महेष नारायण सिंह के पैतृक गांव जुनैदपुर जाकर शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया और दुख की इस घड़ी में परिवार से वह धैर्य से काम ले।
इससे पूूर्व लोक निर्माण मंत्री श्री यादव पुलिस लाइन में लोक निर्माण विभाग अधिकारियों के साथ बैठक कर बारिष से क्षतिग्रस्त हुए कुम्भ मेला क्षेत्र की सड़को और पाण्टूून पुलों को चार दिनों के भीतर ठीक कराने को निर्देष दिया। उन्होने मेले की व्यवस्था के बारे में भी जानकारी ली।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 18 February 2013 by admin
हर परिस्थिति को सहना ही कल्पवास का असली पुण्य -कल्पवासी।
गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में आस्था के संगम का अनूठा प्रमाण प्रस्तुत कर रहे हैं। संगम नगरी में कल्पवास कर रहे कल्पवासी बीते दिन हुयी बारिष के बावजूद कुंभ मेले में रूके है। बाहर से स्नान करने के लिए आने वाले श्रद्धालु स्नान करने के उपरान्त अपने गन्तव्य की तरफ प्रस्थान कर रहे हैं, लेकिन संगम नगरी में निवास करने वाले कल्पवासी अपने दृढ़ संकल्प को लेकर अडिग है जो किसी भी परिस्थिति का सामना कर अपने पूर्ण कल्पवास के लिए तैयार है।
वर्तमान में पूरे कुंभ मेला परिसर के विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 5 लाख कल्पवासी कल्पवास कर रहें है। जो हर हाल में अपना कल्पवास पूरा करने के बाद ही कुंभ मेले से प्रस्थान करेंगे। बारिष के बाद आज विभिन्न क्षेत्रों में ठहरे कल्पवासियों से बातचीत की गयी। सेक्टर नम्बर 10 में गंगा तट के पास कल्पवास करने वाले कल्पवासी कौषाम्बी जिले के पुरूषोत्तम दास केसरवानी बताते है कि वह अपनी पत्नी के साथ मकर संक्रान्ति से कल्पवास कर रहे है। अभी तक तो सब कुछ अच्छा था लेकिन कल से मौसम खराब होने की वजह से काफी दिक्कत हो रही है। हम लोग रात भर जागते रहे और तम्बू की बल्ली को पकड़ कर बैठे रहे ताकि तम्बू गिर न जाय। आगे बताते है कि इंद्र देव चाहे जितना हमें परेषान करें हम लोग कल्पवास छोड़कर नहीं जायेंगे। और जो होना होगा वो तो होकर ही रहेगा। वहीं कौड़ीहार बाजार के निवासी कपिल देव त्रिपाठी बीती रात की बारिष को कल्पवास की कठिन अग्नि परीक्षा मानते है। उनका मानना है कि गंगा मईया कल्पवासियों की परीक्षा ले रही है। उन्होंने कहा कि इस परीक्षा में जो पास होगा वहीं पुण्य का भागी होगा, इसलिए ज्यादातर कल्पवासी अपना कल्पवास पूरा कर के ही जायेंगे।
सेक्टर 4 में कल्पवास कर रहे चण्डीगढ़ के रहने वाले मंगत राम कहते है कि इलाहाबाद में लगने वाले कुंभ का महत्व ही कुछ और है। उन्होंने कहा कि पूर्ण कल्पवास करने वाले को ही मोक्ष की प्रप्ति होती है। हम कल्पवास पूरा करके ही जायेंगे। राजस्थान के रहने वाले मनोज सिंह ने कहा कि यह सच है कि प्राकृतिक आपदा के आगे किसी का बस नहीं चलता है लेकिन इसका मतलब यह नही है कि कल्पवास को बीच में ही छोड़ दिया जाय। कुंभ मेला प्रषासन की तरफ से भी कल्पवासियों के लिए मेला क्षेत्र में पानी, बिजली एवं साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था बारिष होने के बाद तेजी से सुनिष्चित की जा रही है। कोई कल्पवासी पलायन नहीं कर रहा है।
कल्पवासी गंगा मईया की गोद में मरते दम तक रहने के लिए तैयार है। संगम नगरी में तमाम ऐसे भी कल्पवासी है जिनके घर का रास्ता कुंभ मेला से महज 10 मिनट का है लेकिन कल्पवास का पुण्य लाभ कमाने के लिए पुण्यमासी तक कल्पवास करने के लिए दृढ़ संकल्पित है। इलाहाबाद जिले के ही कल्पवासी कमलेष तिवारी कहते है कि कुंभ मेला हर साल लगे तो भी मैं कल्पवास करता लेकिन ऐसी पावन घड़ी 12 साल बाद आयेगी। मैं कल्पवास पूर्ण करके ही जाऊंगा। इसी तरह इलाहाबाद के कल्पवासी पंकज उपाध्याय, हरिषंकर सिंह और भी ऐसे कल्पवासी है जो हर परिस्थिति का सामना करते हुए कल्पवास पूरा करना चाहते है।
कल्पवासियों की गंगा माँ के प्रति आस्था, कल्पवास पूरा करने का दृढ़ संकल्प और पुण्य लाभ कमाने की इच्छा शाक्ति अडिग है, जिसे कल्पवासी हर हाल में पूरा करना चाहते हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 04 February 2013 by admin
Shri Adhir Ranjan Chowdhury, Hon’ble Minister of State for Railways inspected today the Allahabad Jn. Station and Kumbh Mela arrangements of railways during his visit to Allahabad. On the occasion Hon’ble Minister inspected the various passenger facilities being developed by North Central Railway for Kumbh Mela pilgrim rush including directionwise colour coded passenger enclosures and facilities provided in them along with that Shri Chowdhury also asked the officers about the details regarding display boards and announcement systems for public information dessimnation system. During the inspection Shri Alok Johri, General Manager, North Central Railway explained about the traffic movement plan to Hon’ble Minister.
During the inspection Shri Adhir Ranjan Chowdhury also saw Platforms, Janahaar, crew lobby, and newly installed escalators on the station. Shri Chowdhury also talked to passengers regarding quality of food items in Janahaar and discussed with loco pilots present in crew lobby about the facilities available to them. Hon’ble Minister also saw the additional CCTV arrangements installed for strenthening security at Allahabad Jn. station. Shri Chowdhury directed the officials to ensure cleanliness during ensuing peak days of mela rush. During inspection he also took the views of general passengers about mela arrangements by railways. Shri Adhir Ranjan Chowdhury, Hon’ble Minister of State for Railways also inspected the facilities provided by North Central Railway in Sangam Mela area like ticket windows and had the views of passengers available there about these facilities.
On the occasion while talking to media persons he expressed satisfaction over the arrangements and said that the directionwise colour coding system is a very good and innovative effort of North Central Railway.
Shri Harindra Rao, Divisional Railway Manager, Allahabad Division, Principal Head of departments of North Central Railway headquarter alongwith officers of Allahabad division and were present on the occasion.
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 01 February 2013 by admin
कुम्भ मेला विश्व का सबसे बड़ा मेला
मुख्यमंत्री ने मेला क्षेत्र का भ्रमण कर शासकीय व्यवस्थाओं का जायजा लिया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि विश्व के सबसे बड़े मेले कुम्भ का आयोजन करने का सौभाग्य उत्तर प्रदेश को मिला है। ये हमारे प्रदेश के लिए गौरव की बात है। इस मेले में हमारे देश के ही नहीं विदेशों से भी बड़ी संख्या में लोग आते हैं, जिससे लोगों में आपसी सद्भाव एवं भाईचारे की भावना बढ़ती है तथा लोग एक-दूसरे की संस्कृति से परिचित होते हैं।
मुख्यमंत्री श्री यादव ने आज इलाहाबाद में कुम्भ मेला क्षेत्र में भ्रमण के दौरान ये बात कही। उन्होंने पूरे कुम्भ मेला क्षेत्र में लगभग ढाई घण्टे तक भ्रमण कर तीर्थ यात्रियों को शासन द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं का जायजा लिया। मुख्यमंत्री साधु-सन्तों तथा श्रद्धालुओं के साथ ही दुकानदारों से भी व्यक्तिगत रूप से मिले और सरकार द्वारा की गई व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्हांेने कहा कि वे स्वयं मेला क्षेत्र में इसलिए आए हैं कि प्रदेश सरकार द्वारा मेले के लिए जो व्यवस्थाएं की गईं हैं, उनकी जमीनी हकीकत की जानकारी हो सके। भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री सेक्टर-9, 10 सहित अन्य सेक्टरों में स्थित अखाड़ों व पण्डालों के पास गए और लोगों से एक सामान्य व्यक्ति की तरह बातचीत की। मुख्यमंत्री ने साथ चल रहे अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी श्रद्धालु अथवा मेले में आए व्यक्ति को किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। यदि किसी भी व्यक्ति को कोई समस्या मेला प्रशासन से हो, तो उसका तत्काल निराकरण सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने भ्रमण के दौरान किला परिसर में सरस्वती कूप व संगम बांध पर स्थित लेटे हनुमान जी के दर्शन किए। मुख्यमंत्री ने एक सामान्य नागरिक की तरह पूरे मेले का इस प्रकार भ्रमण किया कि किसी को भी किसी प्रकार की असुविधा नहीं हुई और यातायात व्यवस्था भी सामान्य तौर पर जारी रही। भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री के साथ लोक निर्माण एवं सिंचाई मंत्री
श्री शिवपाल सिंह यादव भी मौजूद रहे। लोक निर्माण मंत्री ने मेला क्षेत्र में सड़क, पानी, बिजली तथा पुलों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को कुम्भ के दौरान श्रद्धालुओं, महात्माओं, संतों और अखाड़ों का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए।
इसके पहले मुख्यमंत्री विधायक श्री विजय मिश्र के पुत्र के वैवाहिक समारोह में शामिल हुए और नवविवाहित वर-वधू को अपनी शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर लोक निर्माण व सिंचाई मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव सहित अन्य मंत्रीगण एवं सांसद श्री रामगोपाल यादव भी उपस्थित थे।
मेला भ्रमण के दौरान मण्डलायुक्त श्री देवेश चतुर्वेदी, पुलिस महानिरीक्षक श्री आलोक शर्मा, जिलाधिकारी इलाहाबाद श्री राजशेखर, मेलाधिकारी श्री मणि प्रसाद मिश्र व एस0एस0पी0 मेला श्री आर0के0एस0 राठौर सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 31 January 2013 by admin
• Till now pilgrims from USA, Britain & France have visited the Kumbh
• Foreign pilgrims engrossed in Indian culture
In the ongoing Maha Kumbh at Tirthraj Prayag, Allahabad, everyone is eager to have a holy dip in the confluence of Ganga & Yamuna and Saraswati; no matter if he is from the different districts and states of India or abroad.
Thousands of foreign pilgrims have already started to reach Allahabad for the bath of Mauni Amavasya which will take place on the 10th of February, 2013. These foreigners are seeking shelter in the residents of the Dharmacharyas, monks and their Gurus. Most of the foreign devotees are arriving in the ashram of Peethadheeshwar Swami Chidananda Saraswati of Parmartha Niketan, Rishikesh. People from Ashram said that so far, more than five hundred foreign devotees have reached their ashram and many more are anticipated to arrive.
Most of the foreign devotees reaching the Mahakumbha are from the USA, France, UK, Germany, Italy and Switzerland. Hundreds of foreign pilgrims have arrived in the camps of Juna Akhara, Niranjani Akhara, Mahanirvani Akhara and Yogi Satyam. Pilgrims from abroad reaching the Mahakumbh are embracing Indian culture and gastronomy entirely. Foreign devotees start their day with morning yoga and after that, they meditate and pray. Foreign devotees can be seen eating pulses, rice, vegetables, roti and salad in the dining hall of the ashram of Swami Chidanand Saraswati. The foreign devotees residing in the ashram are been taught to dress decently and to behave courteously.
Ashram devotees clean the vicinity of the Sangam area before they proceed for the holy dip. Swami Chidananda Saraswati told that the foreign devotees residing in his ashram regularly take part in the campaign to clean the river. He proclaimed that the purity of Ganga should remain intact. Uttar Pradesh government has made good arrangements for the Mahakumbha. They are fully satisfied with the arrangements made by the government and administration. He expected the administration to retain all the arrangements till the end of the fair. Swami Chidananda says that so far everything is going on well and we hope that by God’s grace it will continue. He wished all the success for the bath of Mauni Amavasya to the Uttar Pradesh government and all the officials related to the Mela.
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 31 January 2013 by admin
होमगार्डस के जवान सेवाभाव एवं लगन से निभा रहे है ड्यूटी।
गंगा यमुना और सरस्वती के इस समागम स्थल पर दुनियाँ के सबसे विषालतम् समागम हो रहा है, यहाँ पर देष-विदेष के कोने-कोने से आये हुए स्नानार्थियों की सुविधा व सुरक्षा के पुख्ता इन्तजाम किये गये है। इस कुम्भ मेला में आये हुए स्नानार्थियों की सुरक्षा में पुलिस, पी0ए0सी0, कमाण्डों तथा पैरामिलिट्री फोर्स जल पुलिस तैनात है, पुलिस बल के साथ उनके कंधों से कंधा मिलाकर उनकी सुरक्षा में उत्तर प्रदेष होमगार्डस के 1 कमांडेण्ट, 5 इंस्पेक्टर, 15 प्लाटून कमाण्डर, 40 ब्लाग अर्गेनाइजर, 50 हवलदार, 50 चतुर्थ श्रेणी के साथ 4500 जवान भी तैनात है।
कुम्भ मेला के होमगार्ड के कमाण्डेन्ट सुधारकराचार्य पाण्डेय ने बताया कि होमगार्डस पूरे कुम्भ मेला क्षेत्र व सभी थानों मंे अपनी सेवाए दे रहे है। होमगार्डो को रहने के लिए चार जगहो पर पुलिस लाइन बनायी गयी है। जो काली सड़क, आइजर ब्रिज, अरैल, और झँूसी में स्थापित है।
उन्होंने बताया कि सभी होमगार्डस पूरी मुस्तैदी के साथ सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट, पुलिस के यातायात बैरियर, स्नानघाट, जल पुलिस, पाण्डालों व अखाड़ों आदि की सुरक्षा मंे तैनात किये गये है जो अपने कार्य को पूरे सेवाभाव, ईमानदारी एवं लगन के साथ अपनी ड्यूटी कर रहे है।
होमगार्डस की ड्यूटी आठ-आठ घण्टों के लिए लगाई जाती है परन्तु मुख्य स्नान पर्वो पर वे अपनी ड्यूटी से अधिक अपने दायित्वों एवं कर्तव्यों को ध्यान में रखकर अपना कार्य कर रहे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 31 January 2013 by admin
कमियाँ शीघ्र पूर्ण कराने हेतु सम्बन्धित विभागों को दिये निर्देष।
मण्डलायुक्त इलाहाबाद श्री देवेष चतुर्वेदी ने गत दिवस कुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 11,12,13 एवं 14 के विभिन्न स्नान घाटों एवं सफाई व्यवस्था का स्थलीय निरीक्षण किया। आयुक्त श्री चतुर्वेदी ने त्रिवेणी डाउन पाण्टून पुल के बीच निरीक्षण के दौरान पाया कि गंगा नदी के किनारे काफी अतिक्रमण कर पण्डाल लगा दिये गये है। वर्तमान मंे गंगा नदी में हो रही अत्यधिक कटान के कारण दुर्घटनायें हो सकती है अतः सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए सेक्टर मजिस्ट्रेट 11 को निर्देषित किया कि इस स्थान पर हुए अतिक्रमण को हटवायें।
उन्होंने पाया कि त्रिवेणी पाण्टून एवं जगदीष रैम्प से महाबीर पाण्टून तक अत्यधिक कटान होने के कारण कोई भी स्नान घाट बनाया जाना सम्भव नही हो पा रहा है। जगदीष एवं महावीर पाण्टून पुलों के बीच नदी के किनारे गाटा रोड पर कई स्थानों पर कीचड़ हो गया है। कीचड़ का कारण, नल का पानी रोड पर आने की वजह पायी गयी। उन्होेंने जल निगम विभाग को निर्देष दिया कि गढ्ढा बनाकर पानी एक स्थान पर एकत्रित करें, अथवा विकल्प के रूप में प्लास्टिक की पाइप डालकर पानी को सीवर लाइन से जोड़ा जाय।
जगदीष एवं महावीर पाण्टून के पुलों के बीच नदी के किनारे अत्यधिक गन्दगी भी पायी गयी। देखने से ऐसा प्रतीत हुआ कि कई दिनों से सफाई नहीं हुयी है, ब्लीचिंग न डालने के कारण बदबू आ रही है। आयुक्त ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देष दिया कि अतिशीघ्र इस स्थान पर सफाई व्यवस्था सुनिष्चित करायें।
निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने पाया कि महावीर मार्ग के उत्तरी पटरी पर गढ्ढा एवं ड्रेन का पानी सीधे गंगा नदी में जा रहा है। उन्होंने जल निगम को शीघ्र ही इस पानी को रोककर पानी के निस्तारण के वैकल्पिक व्यवस्था सुनिष्चित करने का निर्देष दिये।
सेक्टर नं. 12 के निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने पाया कि महावीर पाण्टून और अक्षयवट पाण्टून के मध्य 600 फीट स्नान घाट उपलब्ध है परन्तु इस स्थान की चैड़ाई कम है। इस घाट पर कहीं भी यूरिनल नहीं बनाया गया है और न ही कोई चेन्ज रूम है। उन्होने स्वास्थ्य विभाग को निर्देष दिया कि इस घाट पर शीघ्रातिषीघ्र यूरिनल बनाया जाना सुनिष्चित करें।
अक्षयवट पाण्टून पुल के आगे निरीक्षण करते हुए उन्होंने पाया कि लगभग 500 फीट का घाट कटान के कारण समाप्त हो गया हैं। कटान होने का मुख्य कारण यह था कि दिनांक 26 व 27 जनवरी को अतिरिक्त जल नदी में छोड़ा गया था। यह बताया गया कि माननीय उच्चन्यायालय के आदेषों के क्रम में यह जल छोड़ा गया है। स्नान के एक दिन के पहले जल स्तर का बढ़ना सुरक्षा की दृष्टिकोण से उचित नहीं है इसका प्रभाव यह होता है कि जो घाट स्नान के पहले तैयार किये गये है वह असुरक्षित हो जाते है। सिंचाई विभाग को निर्देषित किया गया कि माननीय उच्चन्यायालय के समक्ष पक्ष रखते हुए यह निवेदन करें कि स्नान के दो दिन पहले जल न बढ़ाया जाय। यदि माननीय उच्चन्यायालय द्वारा भी अतिरिक्त जल छोड़ने के लिए निर्देष दिये जाते है तो कम से कम पांच दिन पहले जल छोड़ने का अनुरोध किया जाय। जिससे कि पूर्व में बनाये हुए घाट को सुरक्षित बचाये जा सके।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि सरस्वती घाट पर कटान की वजह से बोरियां बह गयी है और घाट का स्लोप समाप्त हो गया है। अतः आवष्यक है कि 10 फरवरी के स्नान को दृष्टिगत रखते हुए यहां पर स्नान घाट हेतु स्लोप बनाया जाय जिससे तीर्थ यात्री सुविधापूर्वक स्नान कर सकें। उन्होंने सिंचाई विभाग को निर्देष दिये कि उक्त कार्य शीघ्र करायें।
सरस्वती मार्ग संगम लोअर से पूर्व डी0आर0डी0ओ0 द्वारा शौचालय स्थापित कराया गया है। निरीक्षण के समय आयुक्त ने कोई भी सफाईकर्मी व कार्य प्रभारी मौके पर उपस्थित नहीं पाया। शौचालय में अत्यधिक गन्दगी पायी गयी एवं बदबू भी आ रही थी जिसके कारण आस-पास का वातावरण दूषित हो रहा था। उन्होंने निर्देष दिये कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्थापित शौचालय की भांति गैर परम्परागत शौचालयों में सफाईकर्मी एवं कार्य प्रभारी का नाम एवं मोबाइल नम्बर अंकित कराये जाए।
सेक्टर नं. 12 के पुल नं. 17 के अपस्ट्रीम में लगभग 3500 फीट एवं डाउनस्ट्रीम में लगभग 2500 फीट अच्छा स्नान घाट उपलब्ध पाया गया। सेक्टर 14 के सेक्टर मजिस्ट्रेट द्वारा अवगत कराया गया कि लगभग 400 फीट स्नान घाट सोमेष्वर महादेव मन्दिर के सामने विकसित हो सकता है, क्योंकि नदी का जलस्तर दो से तीन फीट रहेगा। उचित होगा कि 10 फरवरी के स्नान हेतु घाट के निर्माण पर विचार किया जाय।
आयुक्त श्री चतुर्वेदी ने पाया कि डी0पी0एस0 स्कूल के सामने लगभग 800 फीट का स्नान घाट बना है क्योंकि यह स्नान घाट सबसे दूर का स्नान घाट है। उन्होने निर्देष दिया कि मुख्य मार्गों पर संकेत चिन्हों के माध्यम से स्नान घाट को इंगित किया जाय जिससे स्नानार्थी घाट का उपयोग कर सकें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 31 January 2013 by admin
कुंभ मेला में 14 सेक्टरों में अखाड़ों/संस्थाओं के साथ-साथ कल्पवासी स्थापित हो चुके है। जिलापूर्ति अधिकारी कुंभ मेला आर0आर0 शुक्ला ने बताया कि 27-01-2013 को अचानक आये हुए कल्पवासियों की संख्या में वृद्धि हो जाने के कारण राषन कार्ड निर्गत किये जाने हेतु दबाव बढ़ गया है। प्रयास यह किया जा रहा है कि यथाषीघ्र सभी कल्पवासियों के राषन कार्ड नियमानुसार निर्गत कर दिये जाये। सभी क्षेत्रीय खाद्य अधिकारियों को निर्देष दिया गया है कि सभी क्षेत्रों में राषन कार्ड का लाभ निर्धारित करके प्रति-दिन उसकी मानीटरिंग करें। पूरे मेला क्षेत्र में 205 लेखपालों को राषन कार्ड बनवाने के लिए लगाया गया है। जो लगातार राषन कार्ड बना रहें है।
उन्होंने बताया कि 29 जनवरी तक कुल 39287 राषन कार्ड जारी हो चुके है। जिसमें सेक्टर 1 में 230, 2 में 168, 4 में 1012, 5 में 604, 6 में 1997, 7 में 2575, 8 में 3088, व 9 में 7162, 10 में 5442, 11 में 2110, 12 मंे 711, 13 में 947, 14 में 261 कार्ड जारी हो चुके है, सभी कार्डधारकों को खाद्यान्न सामग्री उपलब्ध हो इसके लिए सभी सेक्टरों में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की 125 दुकाने खुली है जहां से कार्डधारकों को प्रातः 8 बजे से 5 बजे तक चीनी, आटा, मिट्टी का तेल, चावल निर्धारित दर पर कार्डधारकों को दिया जा रहा है। वे अपने-अपने सेक्टरों की दूकानों पर राषन प्राप्त कर रहे है। सभी सेक्टर कार्यालय हेतु अब तक कुल 9205.05 कुन्तल आटा, 7637.00 कुन्तल चावल, 8320.10 कुन्तल चीनी, 312.00 कु0 गेहँू का परमिट गोदामों हेतु जारी किया जा चुका है।
कुकिंग गैस आदि से आग के बचाव हेतु सेक्टर वार बनायी गयी चेकिंग टीम के विषय में उन्होंने बताया कि टीमें संस्थाओं, षिविरों का निरीक्षण कर रहे है और जहाँ खराब पाइप आदि मिल रहे है उन्हे बदलवाया जा रहा है। मेले में 14.2 किलों के कुल 1696 नये कनेक्षन, 4275 सिलेण्डरों का रिफिल एवं 19 किलों के 237 नये कनेक्षन एवं 1486 सिलेण्डरों को रिफिल किया गया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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